गुरुवार, 9 जनवरी 2020

मुश्किल दौर से गुजर रहा है देशः सीजेआई

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) को संवैधानिक करार दिए जाने की एक याचिका पर चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया अरविंद बोबडे ने टिप्पणी की है। गुरुवार को नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA)को संवैधानिक (constitutional)करार देने के लिए एक याचिका दायर की गई। जिस पर सीजेआई ने कहा- अभी देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है, इस समय शांति पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। इस तरह की याचिकाएं (petition)दाखिल करने से कुछ फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा इन याचिकाओं पर तभी सुनवाई होगी जब देश में हिंसा खत्म हो जाएगी।


चीफ जस्टिस (CJI)ने कहा- ‘देश अभी मुश्किल दौर से गुजर रहा है। ऐसे में इस वक्त हर किसी का लक्ष्य शांति स्थापित करना होना चाहिए। इस तरह की याचिकाओं से कोई मदद नहीं मिलेगी। इस कानून के संवैधानिक होने पर अभी अनुमान लगाया जा रहा है।’ उन्होंने कहा- ये हम कैसे घोषित कर दें कि संसद द्वारा अधिनियम संवैधानिक है? हमेशा संवैधानिकता का अनुमान ही लगाया जा सकता है। चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया ने कहा- ‘नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA)के खिलाफ जो भी याचिकाएं दाखिल की गई हैं, उनकी सुनवाई तभी शुरू होगी जब हिंसा पूरी तरह से रुक जाएगी। बता दें, उन्होंने ये बातें वकील विनीत ढांडा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में CAA को संवैधानिक घोषित करने की याचिका पर की।


शिमलाः रेस्क्यू कर 43 पर्यटकों को बचाया

शिमला। राजधानी शिमला में आज धूप खिली हुई है। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में अनंद लेने जा रहे पर्यटकों को भी रेस्क्यू किया गया है। शिमला के ढली में बर्फबारी के बीच फंस 43 पर्यटकों को भी प्रशासन की ओर से रेस्क्यू कर लिया गया है।बतया जा रहा है कि यह बर्फ का अनंद लेने के लिए उपलरी क्षेत्रों में चले गए थे मगर भारी बर्फबारी के कारण वहीं फंस कर रह गए पर्यटकों की पहचान दिल्ली के पास सैनिक नगर के चौबीस लोगों को कोटि के बदायूंनी घाटी 3/4 किलोमिटर से बचाया और सिदार होटल कोटि में अपने प्रवास की व्यवस्था की जिसमें 7 पुरुषों, 11 महिलाओं, 4 बच्चों और 2 ड्राइवर थे। पिंजौर के एक व्यक्ति को नालदेहरा के पास जबलंदा से बचाया गया है और उसकी नालदेहरा में रहने की व्यवस्था की गई। जींद हरियाणा के पांच लोगों को मशोबरा बिफरीकरण से वुड्रीना की सड़क से बचाया गया है। हरियाणा के 13 व्यक्तियों को झंझट के पास बचाया गया और वहानों के माध्यम से शिमला पहुंचाया गया।


दमाद की हत्या कर, शव फेंखते पकड़ा

दामाद की हत्या कर शव फेंकते समय ससुर गिरफ्तार


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में पुलिस ने बुधवार को दामाद की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने की कोशिश करते समय ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी बिजली विभाग में अवर अभियंता पद से बस्ती जिले से ही सेवानिवृत्त हुआ था। पुलिस ने बताया कि कोतवाली के बड़ेवन के पास बुधवार सुबह बक्से में छिपाकर रखी युवक की लाश बरामद की गई। बक्से के साथ पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम निजामुद्दीन निवासी ठाकुरगंज जिला लखनऊ बताया है। पुलिस के पूछताछ में उसने बताया कि चार-पांच दिन पहले पैसों के लेन-देन को लेकर रिश्ते में दामाद कमाल के साथ लखनऊ में ही मारपीट हुई थी। इस दौरान कलाम घायल हो गया था और बाद में उसकी मौत हो गई। घटना को छिपाने के लिए शव को लोहे के बक्से में बंद कर दिया और शव को प्लास्टिक में पैक कर केमिकल की गोली भी रख दी थी, जिससे दुर्गन्ध न आने पाए। आरोपी ने बताया कि वह बस्ती जिले में बिजली निगम में जूनियर इंजीनियर पद से सेवानिवृत्त हुआ था। इसीलिए शव को ठिकाने लगाने के लिए बस्ती को चुना। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। 


विद्यासागर ठाकुर


बंद के कारण बैंकों में कामकाज रहेगा ठप

नई दिल्ली। आज ट्रेड यूनियन का भारत बंद है। भारत बंद में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारिोयं ने पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर रेलवे ट्रैक को जाम किया। साथ ही मुंबई में भी भारत पेट्रोलियम के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ दस केंद्रीय मजदूर संघों ने बुधवार (8 जनवरी) को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल में कांग्रेस के मजदूर संगठन-इंटक के अलावा वामदलों के मजदूर संगठन- एटक, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी और सोशलिस्ट पृष्ठभूमि के- एचएमएस समेत अनेक मजदूर संघ शामिल हो रहे हैं। हालांकि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समर्थित भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) हड़ताल में शामिल नहीं हो रहा है। संघों का दावा है भारत बंद में 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस हड़ताल को बैंकों का भी समर्थन हासिल है। ऐसे में बैंकिंग सेवाएं आज बुरी तरह से प्रभावित हो सकती हैं।
जानिए भारत बंद से जुड़ी हुई अहम बातें :-
हड़ताल का समय?
देशव्यापी हड़ताल बुधवार (8 जनवरी) को सुबह छह बजे शुरू।
भारत बंद में कौन कौन से ट्रेड यूनियन ले रहे भाग?
-कांग्रेस मजदूर संगठन- इंटक
-वामदलों का मजदूर संगठन- एटक
-सीटू
-एआईयूटीयूसी
-टीयूसीसी
-एसईडब्ल्यूए
-एआईसीसीटीयू
-एलपीएफ
-यूटीयूसी
-सोशलिस्ट
किन बैंक यूनियनों ने किया हड़ताल का समर्थन?
-भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए)
-अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (एआईबीओए)
-भारतीय बैंक कर्मचारी महासंघों
-बैंक कर्मचारी सेना महासंघ आदि
बैंक की कैसी सेवाएं होंगी प्रभावित :-
बैंकों में राशि जमा करने, निकासी करने, चेक क्लियरिंग और विभिन्न वित्तीय साधनों को जारी करने का काम हड़ताल की वजह से प्रभावित हो सकता है। हालांकि, निजी क्षेत्र के बैंकों में सेवाओं पर कोई असर पड़ने की संभावना नहीं है।
भारत बंद क्यों हो रहा है?
ट्रेड यूनियनों का कहना है कि केंद्र सरकार की आर्थिक और जन विरोधी नीतियों के विरोध में हड़ताल का आयोजन किया गया है। इसके अलावा, वे लेबर लॉ का भी विरोध कर रहे हैं। साथ ही स्टूडेंट यूनिनय शिक्षण संस्थानों में फीस बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं।
ट्रेड यूनियन ने क्या कहा :-
दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त बयान में कहा, ‘आठ जनवरी को आगामी आम हड़ताल में हम कम से कम 25 करोड़ लोगों की भागीदारी की उम्मीद कर रहे हैं। उसके बाद हम कई और कदम उठाएंगे और सरकार से श्रमिक विरोधी, जनविरोधी, राष्ट्र विरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग करेंगे।’
जानिए सरकार ने क्या कहा :-
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को चेताया है कि यदि वे हड़ताल में शामिल होते हैं तो उन्हें इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा। कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कर्मचारियों को यह चेतावनी देते हुए हड़ताल से दूर रहने को कहा गया है। सरकारी आदेश में कहा गया है कि यदि कोई कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो उसे उसके नतीजे भुगतने होंगे। वेतन काटने के अलावा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। केंद्र सरकार के सभी विभागों को भेजे गए आदेश में कहा गया है कि, ‘इस तरह का कोई सांविधिक प्रावधान नहीं है जो कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने का अधिकार देता हो।’
सरकार की चेतावनी :-
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को चेताया है कि यदि वे आठ जनवरी को हड़ताल में शामिल होते हैं तो उन्हें इसका ‘नतीजा’ भुगतना पड़ेगा। केंद्र सरकार की नीतियों मसलन श्रम सुधार, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और निजीकरण के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने बुधवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कर्मचारियों को यह चेतावनी देते हुये हड़ताल से दूर रहने को कहा गया है।
कौन सा यूनियन हड़ताल में नहीं ले रहा हिस्सा
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भारत बंद में भारतीय मजदूर संघ हिस्सा नहीं ले रहा है।
ओडिशा विश्वविद्यालय में परीक्षा स्थगित
ओडिशा के उत्कल यूनिवर्सिटी ने बुधवार को निर्धारत परीक्षाओं को देशव्यापी हड़ताल के मद्देनजर मंगलवार को स्थगित करने की घोषणा की। यह हड़ताल केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रमुख ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई है। अधिसूचना में कहा गया, ‘आठ जनवरी को विभिन्न संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद और परीक्षार्थियों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखते हुए बुधवार को होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।’ इसमें कहा गया है कि उक्त परीक्षाओं की नई तारीख बाद में अधिसूचित की जाएगी।


'घूस में भैंस' देने दफ्तर पहुंची महिला

खुशबू गुप्ता


सिधी। घूस में पैसे देते हुए आपने बहुत बार देखा और सुना होगा, लेकिन क्या आपने किसी को घूस में भैंस देते हुए देखा है। हैरान कर देने वाला ये मामला मध्‍य प्रदेश के सीधी जिले की है, जहां सिहवाल के तहसीलदार ऑफिस में एक महिला अचानक भैंस लेकर पहुंच गई।


भैंस लेकर दफ्तर पहुंची महिला ने कहा कि उसके पास नाम बदलने के एवज में घूस देने के लिए पैसे नहीं है, इसलिए वो भैंस लेकर आई है। महिला ने अधिकारियों से कहा कि वे उनकी भैंस ले लें और उसका काम कर दें। महिला का आरोप है कि नाम बदलने के एवज में अधिकारियों ने उससे घूस मांगी थी। महिला जब भैंस लेकर दफ्तर पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। वहीं महिला के आरोपों को अधिकारियों ने खारिज कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक 14 नवंबर को ही नाम बदलने का काम हो चुका है और महिला का भैंस लेकर आना एक साजिश का हिस्‍सा है। 


भैंस लेकर दफ्तर पहुंची रामकली ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसने अपने पैतृक संपत्ति में नाम बदलने के लिए आवेदन दिया था। जिसके एवज में उससे 10 हजार रुपये की घूस मांगी गई। महिला के मुताबिक 10 हजार रुपये देने के बाद भी उसका काम नहीं हुआ और दोबार उससे घूस मांगी गई। महिला ने कहा कि उसके पास घूस में देने के लिए और पैसे नहीं थे, लिहाजा वो भैंस लेकर पहुंच गई। तहसीलदार ने कहा कि महिला से घूस मांगने का मामला एसडीएम कोर्ट में है और उसका काम 14 नवंबर को ही हो चुका है।


घोटाले में डीएम के खिलाफ चार्जशीट दायर

सृजन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को विशेष अदालत में भागलपुर के पूर्व डीएम वीरेंद्र यादव समेत 10 लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की।


भागलपुर। सृजन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को विशेष अदालत में भागलपुर के पूर्व डीएम वीरेंद्र यादव समेत 10 लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की।


करोड़ों रुपये के सृजन घोटाले में दायर की गई चार्जशीट में नाम आने के बाद विरेंद्र यादव पहले आईएएस अधिकारी हैं जिनका आधिकारिक तौर पर इस घोटाले में संलिप्त होने को लेकर नाम सामने आया है। वीरेंद्र यादव वर्तमान में बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में विशेष सचिव के पद पर हैं।


जानकारी के मुताबिक 2014 में वीरेंद्र यादव भागलपुर के जिलाधिकारी थे और उसी दौरान सबसे ज्यादा पैसों की हेराफेरी का मामला सामने आया है। वीरेंद्र यादव 18 जुलाई 2014 से 4 अगस्त 2015 तक भागलपुर के डीएम थे। वीरेंद्र यादव 2004 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। गौरतलब है, 2017 में भागलपुर में सृजन घोटाले का मामला सामने आया था। जिसके बाद राज्य सरकार में इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।


बता दें कि आरजेडी सृजन घोटाले को लेकर लगातार राज्य सरकार पर आक्रमक रही है और आरोप लगाती रही है कि इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत कई मंत्रियों की संलिप्तता है।


सृजन घोटाला क्या है?


बताया जाता है कि बिहार का यह सृजन घोटाला एनजीओ, नेताओं, सरकारी विभागों और अधिकारियों द्वारा मिलकर किया गया घोटाला है। जानकारी के मुताबिक विकास के नाम पर भेजे गए पैसे को एनजीओ के एकाउंट में पहुंचाया गया। इसके बाद उस पैसे को बांटा गया।


दाऊद का गुर्गा एजाज पटना से गिरफ्तार

अनुराग गोयल


पटना। अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है। पटना से अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम का गुर्गा एजाज लकड़ावाला गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस ने ये बड़ी कार्रवाई की है। हालांकि इस संबंध में पटना पुलिस कोई जानकारी नहीं दे रही है। बताया जा रहा है कि जक्कनपुर इलाके से एजाज लकड़ावाला को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस पिछले छह महीने से उसे गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी थी।


बताया जा रहा है कि एजाज लकड़ावाला के पटना पहुंचने की सूचना पर ये कार्रवाई की गयी है। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस ने पटना पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि मुंबई से दिल्ली तक एजाज लकड़ावाला पर 25 केस दर्ज है। एजाज लकड़ावाला महाराष्ट्र पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी है। एजाज पर रंगदारी, वसूली, हत्या और फिरौती वसूलने के मामले मुंबई और दिल्ली में 25 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। बताया जाता है कि कभी किसी दौर में वह छोटा राजन गैंग का मेंबर था। अंडर वर्ल्ड डान के गुर्गा के पटना से गिरफ्तारी होने की खबर से ही हड़कंप मचा हुआ है। आखिर दाउद के सहय़ोगी का पटना कनेक्शन क्या हैं वो पटना क्यों पहुंचा था। क्या पटना में किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की सूचना थी। बहुत सारे सवाल एजाज लकड़ावाला की गिरफ्तारी से उठने लगे हैं। गिरफ्तारी की खबर से पटना पुलिस भी अलर्ट मोड में आ गयी है।


'अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस' को धूमधाम से मनाया

'अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस' को धूमधाम से मनाया  पंकज कपूर  देहरादून। रविवार को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज परिसर देहराखास में राज्य के...