शनिवार, 14 दिसंबर 2019

जिले से कांग्रेसियों का जत्था पहुंचा दिल्ली

 अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद! जिला कांग्रेस कमेटी सहित अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष जितेंद्र गौड़ धोबी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष श्रीचंद दिवाकर के नेतृत्व में नई दिल्ली में आयोजित रामलीला मैदान में 'भारत बचाओ' महारैली में शामिल होने के लिए दिल्ली के लिए हुए रवाना हुआ! यूपी कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष व पुर्व विधायक भगवती प्रसाद चोधरी जी के दिशा निर्देश के अनुसार अनुजाति विभाग के पदाधिकारी गणों में दिल्ली जाने वालों में उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश कोऑर्डिनेटर अमित कसाना,  जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार आनंद,  महानगर उपाध्यक्ष चमनलाल दिवाकर,  जिला उपाध्यक्ष अमित कुर्तियां, शिव कुमार वर्मा,  गजेंद्र गौड,  धोबी लाल सिंह दिवाकर,  भूपसिंह दिवाकर,  पुष्पेंद्र अग्रवाल,  धोबी सुरेश कनौजिया,  अजय गौड़,  राज कुमार, पप्पू धोबी,  वीरेन्द्र कौशिक,  विमल मेहता,  आशीष प्रेमी,  अमरीश त्यागी,  महेश गुप्ता सहित अनेक कांग्रेस जन शामिल थे! इस दौरान कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के पदाधिकारी गण एवं कांग्रेसजनों ने सोनिया गांधी जिंदाबाद,  प्रियंका गांधी जिंदाबाद, राहुल गांधी जिंदाबाद,  अजय कुमार लल्लू जिंदाबाद,  भगवती प्रसाद चौधरी जिंदाबाद,  कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे भी लगाए और अपनी-अपनी वाहनों से दिल्ली के लिए रवाना हुए!
महानगर अध्यक्ष काँग्रेस अनुसूचित जाति विभाग गाजियाबाद 9899026710जितेंद्र गौड़ धोबी एवं श्री चंद दिवाकर के नेतृत्व में कॉंग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण साहित हुए दिल्ली के लिए रवाना!
गाजियाबाद जिला कांग्रेस कमेटी सहित अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष जितेंद्र गौड़ धोबी एवं महानगर कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग गाजियाबाद के महानगर अध्यक्ष श्रीचंद दिवाकर के नेतृत्व में नई दिल्ली में आयोजित रामलीला मैदान में भारत बचाओ महारैली में शामिल होने के लिए दिल्ली के लिए हुए रवाना हुआ!
यू पी कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष व पुर्व विधायक भगवती प्रसाद चोधरी जी के दिशा निर्देश अनुसार पर कॉंग्रेस अनु जाति विभाग के पदाधिकारी गणों में दिल्ली जाने वालों में उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश कोऑर्डिनेटर अमित कसाना जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार आनंद महानगर उपाध्यक्ष चमनलाल दिवाकर जिला उपाध्यक्ष अमित कुर्तियां शिव कुमार वर्मा गजेंद्र गौड धोबी लाल सिंह दिवाकर भूपसिंह दिवाकर पुष्पेंद्र अग्रवाल धोबी सुरेश कनौजिया अजय गौड़ राज कुमार पप्पू धोबी वीरेन्द्र कौशिक विमल मेहता आशीष प्रेमी अमरीश त्यागी महेश गुप्ता सहित अनेक कांग्रेस जन शामिल थे इस दौरान कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के पदाधिकारी गण एवं कांग्रेसजनों ने सोनिया गांधी जिंदाबाद प्रियंका गांधी जिंदाबाद राहुल गांधी जिंदाबाद अजय कुमार लल्लू जिंदाबाद भगवती प्रसाद चौधरी जिंदाबाद कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे भी लगाए और अपनी-अपनी वाहनों से दिल्ली के लिए रवाना हुए!


निशुल्क फास्ट ट्रैक कैंप का आयोजन किया

 अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद! पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल महानगर गाजियाबाद एवं गुलमोहर आरडब्लूए के संयुक्त उपक्रम द्वारा निशुल्क फास्ट ट्रैक कैंप का आयोजन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम ने गुलमोहर सोसाइटी में गाजियाबाद के क्षेत्रवासियों को फास्टट्रैक की पूरी जानकारी देते हुए तथा इसमें आगामी होने वाले रिचार्ज एवं निशुल्क ₹500000 के एक्सीडेंटल बीमा का प्रावधान के बारे में सभी नगर वासियों को विस्तृत जानकारी दी गई| सुबह से लोगों का आना फास्ट्रेक लगवाने के लिए देखना बन रहा है आसपास कई कैंप महानगर में लगाए गए जिससे लोगों में विशेष फास्ट टैग को लेकर उत्साह सा महसूस हुआ और क्षेत्रवासियों ने भी अपनी जागरूकता पूर्ण रूप से दिखाते हुए आगे बढ़कर केंद्र द्वारा चलाई गई इस योजना को अपनाया एवं अपने लिए सहूलियत मानते हुए सभी क्षेत्रवासियों ने अपने रिश्तेदारों अपने आस पड़ोसियों सभी को जागरूक करने का काम किया| मुख्य रूप से आज इस कैंप में आरडब्लूए से पूर्व अध्यक्ष मनवीर चौधरी, गौरव बंसल, संजय अरोड़ा, अनुराग गर्ग, धीरज गुप्ता, देवेंद्र अग्रवाल, व्यापार मंडल से महानगर अध्यक्ष उदित मोहन गर्ग, कुलदीप वर्मा, सुनील प्रताप सिंह, अतुल मित्तल, एडवोकेट अमन अग्रवाल, संदीप कुमार, सुनील चौधरी, मनवीर नागर, प्रमोद गर्ग, प्रियांशु गर्ग, रचित दूबे, मोहित गुप्ता, आलोक पराशर, गजेंद्र सिंह, विजेंद्र सिंह, भीष्म जादौन, धीरज गुप्ता आदि सभी लोग मौजूद रहे एवं कैंप में अपना पूर्ण योगदान दिया|


हाथियों ने कुचल कर मारा एक युवक

जशपुर! जशपुर के तपकरा इलाके में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया है। हाथियों के हमले से एक युवक की मौत हो गई। वन विभाग रिहायशी इलाके से हाथियों को खदेड़ने में जुटा है। युवक की मौत से आक्रोशित ग्रामीण वन विभाग से मृतक परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है।


वहीं पेंड्रा इलाके में भी हाथियों की मौजूदगी से लोगों में दहशत है। यहां 13 हाथियों का दल दो गुटों में बट गया है। 7 हाथी उषाढ़ में मौजूद हैं और 6 हाथियों का दल डोंगाटोला के पास है। हाथियों ने किसानों के धान और केले को काफी नुकसान पहंचाया है। बताया जा रहा है खतरनाक हो चुका गणेश हाथी भी दल में मौजूद है। मरवाही रेंज के आसपास मौजूद वन विभाग हाथियों के दलों पर नजर रख रहा है।


शीतकालीन सत्र समाप्त, 15 विधेयक पारित

संसद के शीतकालीन सत्र का समापन, दोनों ही सदनों में 15 विधेयक पारित
नई दिल्ली! संसद के शीतकालीन सत्र, 13 दिसम्‍बर, 2019 को समापन हो गया, जबकि 18 नवम्‍बर को इसका शुभारंभ हुआ था। इस सत्र के दौरान 26 दिनों की कुल अवधि के दौरान 20 बैठकें आयोजित की गईं।शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 18 विधेयक पेश किए गए। सत्र के दौरान लोकसभा में 14 विधेयक पारित हुए, जबकि राज्‍यसभा में 15 विधेयक पारित हुए। संसद के दोनों ही सदनों में 15 विधेयक पारित हुए, जो अब संसदीय अधिनियम बन जायेंगे। इस दौरान पेश एवं विचार-विमर्श किए गए और पारित विधेयकों के शीर्षकों की सूची यहां दी गई है।


लोकसभा में लगभग 116 प्रतिशत और राज्‍यसभा में तकरीबन 100 प्रतिशत कामकाज हुआ।


सत्र के दौरान वित्‍त वर्ष 2019-20 के लिए अनुपूरक अनुदान मांगों के प्रथम संग्रह पर विचार-विमर्श किया गया और दोनों ही सदनों में संबंधित विनियोग विधेयक के साथ इसे मंजूरी दी गई।इस दौरान वे दो विधेयक भी विचार-विमर्श के बाद पारित हो गए, जिन्‍होंने संबंधित अध्‍यादेशों का स्‍थान लिया है। संबंधित अध्‍यादेश ये हैं: (i) इलेक्‍ट्रॉनिक सिगरेट (उत्‍पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, ढुलाई, बिक्री, वितरण, भंडारण एवं विज्ञापन) प्रतिबंध अध्‍यादेश, 2019 और (ii) कराधान कानून (संशोधन) अध्‍यादेश, 2019। ये अध्‍यादेश राष्‍ट्रपति द्वारा जारी किए गए थे।


संसद के दोनों ही सदनों में पारित कुछ महत्‍वपूर्ण विधेयकों का उल्‍लेख नीचे किया गया है:


सामाजिक न्‍याय और सुधार- भारत में सामाजिक एवं महिला-पुरुष समानता प्रणाली को और सुदृढ़ करने के लिए इस सत्र के दौरान कुछ विशेष विधेयक पारित किए गए। ट्रांसजेंडर व्‍यक्ति (अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019 में ट्रांसजेंडर व्‍यक्ति को परिभाषित किया गया है और इसके साथ ही ट्रांसजेंडर व्‍यक्तियों के अधिकारों के संरक्षण एवं उनके कल्‍याण के लिए प्रावधान किए गए हैं। इलेक्‍ट्रॉनिक सिगरेट (उत्‍पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, ढुलाई, बिक्री, वितरण, भंडारण एवं विज्ञापन) प्रतिबंध विधेयक, 2019 का उद्देश्‍य ई-सिगरेट के साथ-साथ इसी तरह के उपकरणों के उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, ढुलाई, बिक्री, वितरण, भंडारण एवं विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाना है, क्‍योंकि इनमें अत्यधिक नशे की लत वाला निकोटिन होता है। यह विधेयक सतत विकास लक्ष्‍यों, गैर-संचारी रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए राष्‍ट्रीय निगरानी फ्रेमवर्क और राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य नीति, 2017 में परिकल्पित लक्ष्‍यों की प्राप्ति में काफी मददगार साबित होगा। नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019 अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी एवं ईसाई शरणार्थियों को नागरिकता पाने का पात्र बना देगा और इसके साथ ही उन्हें भारत में गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार देगा। आयुध अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2019 अवैध आग्‍नेयास्‍त्रों के उपयोग के जरिये किए जाने वाले अपराधों पर प्रभावकारी ढंग से रोक लगाने में मददगार साबित होगा और इसके साथ ही कानून का उल्‍लंघन करने वालों पर सख्‍ती के साथ लगाम लगाएगा।


प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़े सुधार – दिल्‍ली के राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र की कुछ अनधिकृत कॉलोनियों के निवासियों के सम्‍पत्ति अधिकारों को मान्यता देने के लिए सरकार ने दिल्‍ली का राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र (अनधिकृत कॉलोनियों के निवासियों के सम्‍पत्ति अधिकारों को मान्यता) विधेयक, 2019 को कानून का रूप दे दिया है, जो इन निवासियों की एक महत्‍वपूर्ण जरूरत को पूरा करेगा। विशेष सुरक्षा समूह (संशोधन) विधेयक, 2019 के पारित हो जाने से एसपीजी अब प्रधानमंत्री एवं उनके सरकारी निवास पर उनके साथ रहने वाले उनके निकटतम परिजनों को सुरक्षा प्रदान करेगा। इसके साथ ही एसपीजी किसी भी पूर्व प्रधानमंत्री के अपने पद से हटने की तिथि से लेकर पांच वर्षों की अवधि तक उन्‍हें आवंटित सरकारी निवास पर उनके साथ रहने वाले उनके निकटतम परिजनों को भी सुरक्षा प्रदान करेगा। संविधान (126वां संशोधन) विधेयक, 2019 का उद्देश्‍य अगले 10 वर्षों यानी 25 जनवरी, 2030 तक अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए सीटों के आरक्षण को जारी रखते हुए समावेशी स्‍वरूप को बनाये रखना है, जैसा कि संविधान के संस्‍थापक सदस्‍यों द्वारा परिकल्‍पना की गई है।


आर्थिक क्षेत्र/कारोबार में सुगमता के उपाय – देश में आर्थिक स्थितियों को बेहतर करने के लिए कुछ महत्‍वपूर्ण विधेयक वर्तमान सत्र के दौरान पारित किए गए। कराधान कानून (संशोधन) विधेयक, 2019 नए निवेश को प्रोत्‍साहित करेगा, विकास की गति तेज करेगा, अर्थव्‍यवस्‍था में नए रोजगार अवसर सृजित करेगा, पूंजी बाजार में स्थिरता लाएगा और पूंजी बाजार में धन का प्रवाह बढ़ायेगा। चिट फंड (संशोधन) विधेयक, 2019 चिट फंड सेक्‍टर का सुव्‍यवस्थित विकास सुनिश्चित करेगा, जिससे अन्‍य वित्‍तीय उत्‍पादों तक लोगों की वित्‍तीय पहुंच और भी अधिक बढ़ जाएगी। अंतर्राष्‍ट्रीय वित्‍तीय सेवा केन्‍द्र प्राधिकरण विधेयक, 2019 भारत के अंतर्राष्‍ट्रीय वित्‍तीय सेवा केन्‍द्रों में वित्‍तीय सेवाओं के लिए एक बाजार विकसित करने और नियमन के लिए एक अंतर्राष्‍ट्रीय वित्‍तीय सेवा केन्‍द्र प्राधिकरण की स्‍थापना करेगा।
चार पुराने लम्बित विधेयकों को राज्‍यसभा में वापस ले लिया गया, जिनमें भारतीय चिकित्‍सा परिषद (संशोधन) विधेयक, 1987; स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय मानव संसाधन आयोग विधेयक, 2011; भारतीय चिकित्‍सा परिषद (संशोधन) विधेयक, 2013 और अंतर्राष्‍ट्रीय वित्‍तीय सेवा केन्‍द्र प्राधिकरण विधेयक, 2019 शामिल हैं।


लोकसभा में नियम 193 के तहत 2 अल्‍पा‍वधि परिचर्चाएं हुईं। इनमें से एक परिचर्चा 'वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन' पर हुई जिससे संबंधित जवाब पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने दिया। वहीं, दूसरी परिचर्चा 'विभिन्‍न कारणों से फसलों को नुकसान और किसानों पर इसका असर' पर हुई, जिससे संबंधित जवाब कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्री ने दिया।


राज्‍यसभा में एक विशेष परिचर्चा 'भारतीय राजनीति में राज्यसभा की भूमिका और आगे की राह' पर हुई। इसी तरह नियम 176 के तहत एक परिचर्चा देश में आर्थिक हालात पर हुई। उधर, 'देश, विशेषकर दिल्‍ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्‍तरों से उत्‍पन्‍न स्थिति', 'व्‍हाट्सएप के जरिये कुछ लोगों का फोन डेटा गलत ढंग से लेने के लिए पेगासस स्‍पाइवेयर का कथित उपयोग करना' और 'उभरते जल संकट से निपटने के लिए राष्‍ट्रीय सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने की जरूरत' पर तीन ध्‍यानाकर्षण प्रस्‍ताव लाये गए। इसके अलावा 'जल' को 'राज्‍य सूची से हटाकर समवर्ती सूची' में डालने पर भी राज्‍यसभा में चर्चा की गई।


संविधान को अपनाने के 70 वर्ष पूरे होने का जश्‍न मनाने के लिए संसद के दोनों सदनों के सदस्‍यों के लिए 26 नवम्‍बर, 2019 को संसद के केन्‍द्रीय कक्ष में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर राष्‍ट्रपति, उपराष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री, अध्‍यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री ने उपस्थित हस्तियों को सम्‍बोधित किया। इसके अलावा, देश के सभी शैक्षणिक संस्‍थानों को युवा संसद कार्यक्रम के दायरे में लाने के लिए राष्‍ट्रीय युवा संसद योजना का एक वेब-पोर्टल राष्‍ट्रपति द्वारा लॉन्‍च किया गया।


संसद के दोनों सदनों में सुव्‍यवस्थित ढंग से कामकाज कराने की जवाबदेही से जुड़ी समस्‍त एजेंसियों और लोगों के अथक प्रयासों से ही शीतकालीन सत्र के दौरान अभूतपूर्व कामकाज संभव हो पाया है।


मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं राहुल गांधी है

नई दिल्ली! रामलीला मैदान में  राहुल गांधी ने कहा,"मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है! मेरा नाम राहुल गांधी है! मैं सच्चाई के लिए माफ़ी नहीं मांगूंगा! मर जाऊंगा लेकिन माफ़ी नहीं माँगूंगा!"
उन्होंने कहा, "माफ़ी प्रधानमंत्री और उनके असिस्टेंट अमित शाह को मांगनी है! पहले अर्थव्यवस्था हमारी शक्ति थी है,  नहीं थी! पहले 9 फ़ीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट थी और आज प्याज़ पकड़े हुए हैं!"
राहुल गांधी ने कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली में अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर तेज़ हमले किए!
उन्होंने कहा," हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नरेंद्र मोदी ने अकेले नष्ट कर दी. काले धन का ख़ात्मे का हवाला देकर, आपसे झूठ बोलकर नोटबंदी की. उसके बाद गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी)!"


एससी दायित्व के अनुरूप समीक्षा करेगा

मानवाधिकारों की स्थिति पर नज़र रखने वाली संस्था यूएनएचसीआर की ओर से शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा गया- "हम इस बात से चिंतित हैं कि भारत के नए नागरिकता संशोधन क़ानून की प्रकृति मूल रूप से भेदभाव करने वाली है!"संस्था ने कहा है कि नया क़ानून अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में दमन से बचने के लिए आए धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की बात करता है मगर मुसलमानों को ये सुविधा नहीं देता!
यूएनएचसीआर ने लिखा है सारे प्रवासियों को, चाहे उनकी परिस्थिति कैसी भी हो, सम्मान, सुरक्षा और उनके मानवाधिकार हासिल करने का अधिकार है!
यूएनएचसीआर के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में उम्मीद जताई गई है कि सुप्रीम कोर्ट नए क़ानून की समीक्षा करेगा और इस बात की सावधानी से समीक्षा करेगा कि ये क़ानून अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों को लेकर भारत के दायित्वों के अनुरूप है या नहीं!


भाजपा-शिवसेना दूसरे पड़ाव में भी जुदा

 मुंबई! विधानसभा में गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने औरंगाबाद महानगर पालिका में भी एक-दूसरे का साथ छोड़ दिया है!
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना गठबंधन सहयोगी के रूप में सत्ता बरकरार रखने के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे! चुनाव परिणाम आने के बाद शिवसेना ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सहयोग से सरकार बना ली!


केंद्र की मोदी सरकार में शिवसेना कोटे के मंत्री ने भी पद से इस्तीफा दे दिया था! राज्य और केंद्र के बाद अब निकायों में भी दोनों दलों का गठबंधन टूटने लगा है! बीजेपी ने औरंगाबाद महानगर पालिका में भी एक- दूसरे का साथ छोड़ दिया है! औरंगाबाद महानगर पालिका के डिप्टी मेयर बीजेपी के नेता विजय औताड़े ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है!


गौरतलब है कि 113 सीट वाली महानगर पालिका में शिवसेना के पास 29, एमआईएम के 25, बीजेपी के 22, कांग्रेस के 8 और एनसीपी के 4 काउंसिलर हैं! इसके अलावा 24 काउंसिलर निर्दलीय हैं! महानगरपालिका के चुनाव साल 2015 में हुए थे! दो महीने बाद ही चुनाव होने हैं! बता दें कि विधानसभा चुनाव के परिणाम आने और बीजेपी- शिवसेना गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान शुरू हो गई थी! कुर्सी की खींचतान और नाटकीय ढंग से एनसीपी के अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस के सरकार बना लेने के बाद मामला अदालत तक पहुंचा और शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से सरकार बनाई!


'अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस' को धूमधाम से मनाया

'अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस' को धूमधाम से मनाया  पंकज कपूर  देहरादून। रविवार को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज परिसर देहराखास में राज्य के...