सोमवार, 11 नवंबर 2019

सोना-चांदी के मूल्य में भारी गिरावट दर्ज

नई दिल्ली। सोना-चांदी खरीदने वालों के लिए खुशखबरी है। बीते दो साल में पहली बार ऐसा समय आया है, जब सोना-चांदी की कीमतों में भारी कमी देखने को मिली है। विदेश में इन धातुओं की कमी में भारी गिरावट के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में बीते पिछले सप्ताह सोने की कीमत 700 रुपए लुढ़ककर 39,270 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गई थी। वहीं, चांदी की कीमत 2,450 रुपए टूट कर 45,450 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई थी। हालांकि बाजार में वैवाहिक मांग होने के बावजूद वैश्विक गिरावट इनकी कीमतों पर हावी है।


बतादें कि पिछले सप्ताह सोना हाजिर 54.85 डॉलर यानी 3.62 प्रतिशत टूटकर 1,459.05 डॉलर प्रति औंसतन पर ही थी। दिसंबर का अमेरिकी सोना वायदा भी 51.60 डॉलर यानी 3.41 फीसदी की गिरावट के साथ 1,459.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध में सुलह की उम्मीद से सोने पर दबाव बना हुआ है। इंटरनेशनल मार्केट में चांदी हाजिर भी 1.30 डॉलर यानी 7.20 प्रतिशत घटकर 16.76 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।


बीते सप्ताह में सोना स्टैंडर्ड 700 रुपए यानी 1.75 फीसदी टूटकर 39,270 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा। सोना बिटुर भी कीमत में इतनी ही कमी के साथ अंतिम कारोबारी दिवस पर 39,100 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा। 8 ग्राम वाली गिन्नी भी 100 रुपए टूटकर सप्ताहांत पर 30,200 रुपए आ गई। वहीं, चांदी हाजिर 2,450 रुपए यानी 5.11 प्रतिशत लुढ़ककर 45,450 रुपए प्रति किग्रा रह गया। चांदी वायदा 2,520 रुपए की साप्ताहिक गिरावट में 43,872 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। सिक्का लिवाली और बिकवाली भी 10-10 रुपए टूटकर क्रमश: 910 रुपए और 920 रुपए प्रति इकाई पर पहुंच गए।


14 गायों की मौत पर प्रशासन मौन क्यों

दुर्ग। सीएम भूपेश बघेल के गृह जिले दुर्ग में 14 गायों की मौत से हड़कंप मच गया है। लेकिन अभी तक सरकारी महकमा गहरी नींद में सोया हुआ है। ऐसे में सवाल खड़े होते हैं कि अगर सरकार नरवा गरुआ घुरवा और बाड़ी को ड्रीम प्रोजेक्ट मानती है और गरवा प्रोजेक्ट पर पायलट प्रोजेक्ट की तरह काम करना चाहती है तो ऐसे में सीएम के जिले में ही 14 गायों की मौत के बाद भी अधिकारी क्यों गहरी नींद में है ।
दरअसल मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला रिसाली क्षेत्र के दशहरा मैदान का है जहां खुले में पड़े भोजन को खाने से अचानक गायों की तबीयत खराब होने लगी और रविवार को 5 और सोमवार को सुबह 9 गायों की मौत हो गई अभी तक आंकड़ा 14 पहुंच चुका है.जानकारों का कहना है कि आंकड़ा आगे भी बढ़ सकता है ।वहीं नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी अभी तक इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं । आपको बता दें कि नगर निगम भिलाई ने बकायदा निर्देश भी जारी किया है कि अगर कहीं सार्वजनिक जगहों पर सार्वजनिक कार्यक्रमों में 100 लोगों से अधिक के लिए खाना बनता है उसके लिए बकायदा नगर निगम भिलाई से अनुमति की जरूरत होती है ऐसे में सवाल खड़े होता है कि आखिर आयोजन कर्ताओं ने अनुमति ली थी या नहीं ।
बहरहाल जो भी हो लेकिन अब गायों की मौत के बाद गायों के शव को नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी डिस्पोज करने में जुट गए हैं और इस पर किसी भी कार्रवाई से अभी तक बच रहे हैं ।दरअसल हुआ ये की भिलाई इस्पात संयंत्र के क्षेत्र में पडऩे वाले रिसाली दशहरा मैदान में आदर्श सांस्कृतिक मंच द्वारा खाटू श्याम महाराज की भागवत कथा का आयोजन किया गया था। जिसमें भंडारे के कार्यक्रम के बाद बचा खाना खुले में फेंक दिया गया था। जिसे खाने से रविवार को 5 और सोमवार को 9 गायों की मौत हुई। आज सुबह तक कुल 14 गायों की मौत हो चुकी है।


शिवसेना सांसद, केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा

नई दिल्ली। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की पार्टी के मोदी सरकार में मंत्री अरविंद सांवत ने सोमवार को मंत्री पद से इस्तीफ दे दिया है। बता दें कि भाजपा ने रविवार को राज्यपाल से मिलकर कहा कि वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती। इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है। ऐसे में अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने मौका देखते हुए शिवसेना को समर्थन देने पर अपनी शर्त रख दी है। एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि हमारे समर्थन के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी को पहले केंद्रीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होना होगा। अब सबकी नजर शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस पर टिकी हुई है। सरकार गठन का न्योता मिलने के बाद शिवसेना नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर सकते हैं।


केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री और शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने ट्वीट करके कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले दोनों में सीट शेयरिंग को लेकर एक फॉर्मुला तय हुआ था, दोनों की उस पर सहमति हुई थी। उस फॉर्मुले को नकार कर शिवसेना को झूठा ठहराकर महाराष्ट्र के स्वाभिमान पर कलंक लगाने की कोशिश की गई है। शिवसेना का पक्ष सच्चाई है। इतने झूठे माहौल में दिल्ली में क्यों रहें? इसीलिए मैं केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। । अब, एक पक्ष का खंडन करना शिवसेना के लिए एक गंभीर खतरा है। भाजपा ने झूठ की खोज में महाराष्ट्र में काफी प्रगति की है। उन्होंने कहा कि शिवसेना का पक्ष सच्चाई है। इतने झूठे माहौल में दिल्ली में क्यों रहूं? और इसीलिए मैं केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।


गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो गया है और भाजपा-शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर गतिरोध जारी है। इसी बीच खरीद-फरोख्त की आशंका के मद्देनजर महाराष्ट्र कांग्रेस के 34 विधायकों को पार्टी शासित राजस्थान भेज दिया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- हमें कांग्रेस विधायकों को राजस्थान लाना पड़ा है, क्योंकि वहां बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त का खतरा था। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को अनुसार भाजपा के पास 105 विधायक हैं और उसका दावा है कि उसे कुछ निर्दलीय तथा छोटी पार्टियों के विधायकों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि 288 सीटों वाली विधानसभा में क्या वह बहुमत के 145 के आंकड़े पर पहुंच सकती है या नहीं। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 105 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि शिवसेना को 56 सीटों पर जीत हासिल हुई। दोनों को मिलाकर 161 सीटें हैं जो जरूरी बहुमत के आंकड़े 145 से बहुत ज्यादा हैं, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींतचान की वजह से अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका। हालांकि अब बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती और शिवसेना उसका साथ नहीं दे रही।


सिग्नल फेल: ट्रेन ने मारी ट्रेन को टक्कर

हैदराबाद। सिग्नल फेल होने के कारण तेलंगाना के काचीगुडा रेलवे स्टेशन पर के प्लेटफार्म पर खड़ी कोंगु एक्सप्रेस को एक दूसरी ट्रेन ने टक्कर मार दी। इस हादसे में कई यात्री घायल हो गए हैं।


राहत और बचाव कार्य के लिए रेलवे के कई कर्मचारी दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि यह हादसा सिग्नल फेल होने के कारण हुआ जब । इस दुर्घटना के कारण रेल ट्रैक पर यातायात प्रभावित हो गया है। रेलवे ने कई ट्रेनों के समय में बदलाव भी किया है।


खफा 'जैस-ए-मोहम्मद' कर सकता है हमला

नई दिल्ली। पिछले 10 दिनों से जहां राज्य सरकारों से कहा गया है कि वह उच्चतम न्यायालय के अयोध्या भूमि विवाद को लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम करें। वहीं डार्क वेब से पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संभावित आतंकी हमलों के संदेश मिल रहे हैं। कई खुफिया एजेंसियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जैश कई आतंकी हमलों को अंजाम दे सकता है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। मिलिट्री इंटेलिजेंस, द रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने सरकार को संभावित आतंकी हमलों को लेकर चेताया है। 


एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह खतरे की गंभीरता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि इनमें से प्रत्येक एजेंसी व्यक्तिगत रूप से एक ही निष्कर्ष पर पहुंची है। अयोध्या पर शीर्ष अदालत का फैसला आ चुका है जिससे पाकिस्तान के आतंकी समूहों द्वारा आतंकी हमलों की संभावना बहुत ज्यादा है। दूसरे वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकी सांप्रदायिक सौहार्द को खराब करना चाहते हैं। आतंकियों के डार्क वेब में कोडेड संचार को जब अन्य एजेंसियों से मिलाया गया तो सुरक्षा एजेंसियां इस निष्कर्ष पर पहुंची कि संभावित हमलों से निपटने के लिए किस तरह की तैयारी की जाए।


आतंकी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश को टारगेट कर सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों पांच अगस्त से ही हाई अलर्ट पर हैं। इस तारीख को भारतीय संसद ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया था। अधिकारी ने कहा कि आतंकियों के हमले को अंजाम देने की कोशिश पहले से अलग और पक्की लग रही है।


रिपोर्ट-आदेश शर्मा


नर्सो का सरकार के विरुद्ध विरोध-प्रदर्शन

ज्ञान प्रकाश


नई दिल्ली। नियुक्ति, प्रोन्नति, वेतन विसंगतियों समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार से दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नर्सो का विरोध प्रदर्शन शुरू होगा। आगामी 15 नवंबर को 24 घंटे के लिए नर्सो की हड़ताल रहेगी। रविवार को दिल्ली नर्सेज फेडरेशन (डीएनएफ) की ओर से ये जानकारी देते हुए बताया गया कि पिछले काफी समय से विविध मांगों को लेकर सरकार तक प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए 11 व 12 नवंबर को सभी अस्पतालों में र्नसंिग कर्मचारी काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे। वहीं 13 और 14 नवंबर को सुबह दो घंटे 9 से 11 बजे तक काम बंद कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद 15 नवंबर को हड़ताल होगी। इस प्रदर्शन के बाद भी अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले दिनों में सभी र्नसंिग कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
अब तक की बैठकें रही बेनतीजा: महासचिव लीलाधर ने बताया कि र्नसंिग कर्मचारियों के नए पदों पर नियुक्ति छठवें वेतन की सिफारिशें लागू कराने, नसरे का कैडर सी से बी ग्रुप में करने, सभी पदों पर पूर्व नसरे को नियुक्त नहीं करने इत्यादि मांगों को लेकर लंबे समय से बातचीत चली आ रही हैए लेकिन अब तक इन पर संज्ञान नहीं लिया है। इसलिए फेडरेशन के पास विरोध प्रदर्शन का ही एकमात्र रास्ता बचा हुआ है। उन्होंने बताया कि अगर इस प्रदशर्न के बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो बगैर नोटिस दिए सभी र्नसंिग कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसीलिए उन्होंने अंतिम बार संबंधित विभाग को सूचित करते हुए अपनी मांगों से अवगत कराया है। र्नसंिग कर्मचारियों के प्रदर्शन से आम मरीजों को परेशानी नहीं होगी। लेकिन 15 नवंबर को हड़ताल होने के कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों को जरूर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल इसे लेकर फेडरेशन की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।


राजधानी में जारी है डेंगू का प्रकोप

ज्ञान प्रकाश


नई दिल्ली। राजधानी में तमाम कवायदों के बावजूद अब डेंगू डेंजर होता नजर आ रहा है। बीते चौबीस घंटे के दौरान एक बच्ची की डेंगू से मौत होने का मामला सामने आया है। बता दें कि बीते सप्ताह रोहणी के एक अस्पताल में एक महलिा की भी डेंगू फीवर वार्ड में मौत का मामला आया था। फिलहाल प्रशासन इस मामले को संदिग्ध श्रेणी में रखा है। रविवार को आए दूसरे मामले में पूर्वी किदवई नगर के ई1 टाइफ 3 में रहने वाली इस बच्ची का इलाज मैक्स पटपडगंज में चल रहा था। इसके पहले उसे केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के क्लीनिक में चल रहा था। माना जा रहा है कि राजधानी में इस मौसम में डेंगू से यह पहली मौत है। हालांकि मैक्स अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को फिलहाल डेंगू संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है। उनका तर्क है कि मृत्यु की वजह डेंगू फीवर था या फिर बच्ची को कोई अन्य बीमारी थी। इस विषय में कुछ जांच रिपोर्ट्स के आने का हमें इंतजार है।
सरकार ने नकारा:
हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद के जरीवाल ने ट्वीट के जरिया दावा किया है कि अभी दिल्ली में किसी भी पीड़ित की डेंगू पोजिटिव की मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई है। दरअसल, पीड़ित के रिश्तेदार ने इस खबर को श्री केजरीवाल को टैग कर यह जानकारी दी थी। इसके जबाव में उन्होंने इस आश्य की पुष्टि की।
डेंगू फीवर से ही हुई मौत:
मृतक बच्ची 12वीं कक्षा की छात्रा थी। उसके पिता गोपाल रक्षा मंत्रालय में कार्यरत है। वह अपने परिवार के साथ किदवई नगर में रहती थी। इस कालोनी का निर्माण हाल ही एनबीसीसी ने किया था। इसके बाद लंबे समय यहां रहने वाले कें द्रीय कर्मचारियों को फ्लैट अलाट किया है। उधर, मैक्स हास्पिटल, पटपड़गंज के अधिकारी ने कहा कि बच्ची को यहां 8 नवम्बर को भर्ती कराया गया था। उसे डेंगू फीवर था जांच में पोजिटिव पाई गई थी। उसे तेज बुखार के साथ ही प्लेटलेट्स संख्या कम हो गई थी। जो समान्य थी। उसे सां लेने में भी तकलीफ हो रही थी। अन्तिम जांच के लिए रिपरेट दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) को भेजी गई है। फिलहाल इसे संदिग्ध कैटेगरी में रखा गया है।
परिजनों ने किया हंगामा:
बालिका की मौत से क्रोधित हो कर कॉलोनी वासियों ने एनबीसीसी के अधिकारी का घेराव किया और धरना दिया।
ईस्ट किदवई नगर में निर्माण कार्य पूरा करने से पहले ही इस्टेट्स आफिस ने सरकारी कर्मचारियों की जबरन यहां शिफ्ट जार दिया। यहां जगह पानी भरा हुआ है जिसके कारण याब तक 79 से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ गए है और कल रात एक बालिका की मौत भी हो गयी रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष निरंजन सिह के अनुसार, कॉलोनी में कोई सुविधा नहीं है। लेने का पानी साफ नहीं है, सफाई नहीं होती, जलभराव की संभावना रहती है। आरोप है कि केंद्रीय कर्मियों के लिए यहां एक भी सीजीएचएस डिस्पेंसरी तक नही खोली गई है। कॉलोनी वासियों ने रोष जताने के कजये आज धरना दिया और एनबीसीसी के परियोजना प्रबंधक आकाश सक्सेना का घेराव किया। लोगों ने एस्टेट्स आफिस में तैंनात कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी की। इस मामले में श्री सक्सेना ने दावा किया कि स्वच्छ पानी आज से ही सामान्य कर दिया गया है। अन्य समस्याओं के लिए वे युद्धस्तर पर कार्रवाई करने का भी भरोसा दिलाया। दरअसल, यहां पर सरोजिनीनगर तो तोड़ने के लिए वहां के लोगों को अनिवार्य रूप से शिफ्ट किया गया है।


एक्सरसाइज से फ्रैक्चर का खतरा कम

अच्छी सेहत के लिए फिजिकल एक्सरसाइज के फायदे तो आपने खूब सुने होंगे। आपको बता दें कि फिजिकल ऐक्टिविटी बुजुर्गों महिलाओं में फ्रैक्चर के खतरे को भी दूर करता है। एक स्टडी में फिजिकल ऐक्टिविटी और मेनोपॉज के बाद महिलाओं में होने वाले फ्रैक्चर का संबंध देखा गया। बता दें कि यह रिसर्च अमेरीका के बफेलो स्कूल ऑफ हेल्थ में की गई है। इस स्टडी में रिसर्चर्स ने 77 हजार माहिलाओं को शामिल किया था। 14 सालों तक इनकी निगरानी की गई।


इस स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं फिजिकली ऐक्टिव थीं या घर के काम करती थीं, उनमें हिप फ्रैक्चर का खतरा 18 प्रतिशत तक कम था। वहीं, टोटल फ्रेक्चर का खतरा 6 प्रतिशत कम था। इस स्टडी के लीड ऑथर का कहना है कि इससे पता चलता है कि फिजिकल एक्सरसाइज के कई फायदों में से एक फ्रैक्चर का कम खतरा होना भी है।बता दें कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में फ्रैक्चर काफी आम समस्या है। इससे उनकी आत्मनिर्भरता कम हो जाती है, उनकी शारीरिक क्षमता सीमित हो जाती है और मृत्यु दर भी बढ़ जाता है। ऐसे में इस स्टडी के परिणामों से कई महिलाओं को काफी फायदा मिल सकता है। पब्लिक हेल्थ के लिए यह एक महत्वपूर्ण रिसर्च है।


नई तकनीक से यमुना बनेगी स्वच्छ

ज्ञानप्रकाश


नई दिल्ली। यमुना नदी की गंदगी को लेकर उठ रहे सवाल के बीच दिल्ली सरकार एक नई तकनीक पर काम करने की फुल प्रूप तैयारी की है। दरअसल, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) का काम अब तक सिरे नहीं चढ़ सका है। इसकी शुरुआत हालांकि तीन साल पहले ही की गई थी। लेकिन कानूनी अड़चनों और वित्तीय अड़चन के चलते इस योजना का अब तक गति नहीं मिल सकी है। ऐसे में सरकार बैक्टीरियल बायॉरेमेडिएशन तकनीक के जरिए दिल्ली से बहने वाले यमुनानदी के पानी को स्वच्छ बनाना चाहती है। नई योजना के तहत सीवेज-इटिंग माइक्रोब्स का प्रयोग किया जाएगा। यह एसटीपी योजना से कम खर्चीली और अत्यंत आसान है।
योजना तैयार, खास बातें: बाढ़ नियंतण्रविभाग द्वारा तैयार इस योजना को अंजाम दे रहे एक अधिकारी ने बताया कि गंदगी खाने वाले जीवाणुओं (सीवेज-इटिंग माइक्रोब्स) के इस्तेमाल से बड़े पैमाने पर जैविक उपचार (बायॉरेमेडिएशन) कर कुछ हद तक यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता को सुधारा जा सकता है। इस बायॉरेमेडिएशन टेक्नीक के तहत ऐक्टिवेटेड माइक्रोब्स नदी के पानी में मौजूद प्रदूषकों जैसे तेल और ऑर्गनीक मैटर को खा लेते हैं। सीवेज के ट्रीटमेंट में ये बैक्टीरिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खास बात यह है कि ये बैक्टीरिया किसी प्रकार की गंध नहीं छोड़ते हैं। इस प्रक्रिया में नाले से आ रही बदबू भी घटती है।
एम्स के एक्सर्ट्स भी है शामिल: यमुना की सफाई योजना में शामिल एम्स फैकल्टी वैज्ञानिक कमेटी के सदस्य शोधार्थी डा. विवेक दीक्षित ने कहा कि ट्रीटमेंट की प्रक्रिया के दौरान भारी धातु और जहरीले रसायन जैसे प्रदूषक कम हो जाते हैं। इस तकनीक के तहत माइक्रोब्स की डोज सीवेज में मौजूद ऑर्गनिक प्रदूषकों की मौजूदगी के आधार पर निर्धारित की जाती है। ओखला बैराज, लोकनायक सेतु, मजनू का टीला, गीता घाट, वजीराबाद स्थित यमुनानदी के घाटों पर इस तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनसीजीएम) की ओर से हाल ही में दो और पायलट प्रॉजेक्ट्स को मंजूरी दी गई है। एक एनसीआर उत्तर प्रदेश की ओर दिल्ली से निकलने वाली जगह में दूसरा हरियाणा से दिल्ली की ओर आने वाले हिस्से में होगा।
प्रदूषित अवयव छोडने वाले नालों की पहचान: सिचाई एवं बाढ नियंतण्रविभाग ने 154 नालों की पहचान की है, जिस पर आगे काम शुरू किया जाएगा। इनमें से पहले चरण में 54 स्थानों पर बायॉरेमेडिएशन तकनीक के जरिए सीधे नदी में मिल रहे गंदे पानी को रोका जा सकता है। ऐसे में प्रदूषक तत्वों को रोकने की जरूरत है। दुनिया में कई नई तकनीक मौजूद हैं। वास्तविक स्थान पर होने वाला यह ट्रीटमेंट काफी सरल होता है और इसे आसानी से संचालित किया जा सकता है। इसके लिए ड्रेन में किसी बड़े बदलाव की भी जरूरत नहीं होती है।
तकनीक है कम खर्चीली: स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सचिव संजीव खिरवार ने कहा कि बायॉरेमेडिएशन तकनीक काफी कम खर्चीली है और इसके शुरू होने में महज 6 से 8 महीने का ही समय लगता है। निर्धारित किए गए प्रॉजेक्ट्स की लागत 7 लाख से 7 करोड़ रु पये के मध्य आने का अनुमान है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के निर्देशन में यह कार्य होगा। 'इन लो-कॉस्ट प्रॉजेक्ट्स को प्राइवेट/पब्लिक कंपनियों की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी से जुड़ी गतिविधियों के जरिए शुरू किया जाएगा।


पुनर्विचार याचिका पर अलग-अलग राय

भारत चौहान


नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने के संकेत दिए हैं। लेकिन कई दूसरे प्रमुख मुस्लिम नेताओं एवं संगठनों का कहना है कि इस विषय पर आगे अपील की जरूरत नहीं है। इस बहुचर्चित मामले पर शीर्ष अदालत का निर्णय आने के कुछ देर बाद ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव एवं वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि फैसला संतोषजनक नहीं है। आगे वकीलों के साथ एवं संगठन की कार्य समिति की बैठक में विचार-विमर्श करके पुनर्विचार याचिका पर फैसला होगा। उन्होंने यह भी कहा, ''ऐसा लगता है कि पुनर्विचार याचिका की जरूरत पड़ेगी।'' पर्सनल लॉ बोर्ड के इस रुख को एआईएमआईम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पर्सनल लॉ बोर्ड के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायलय के फैसले को ''तथ्यों पर विास की जीत'' करार दिया है । हैदराबाद के सांसद ने शीर्ष अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं । दूसरी तरफ, रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के अहम पक्षकार रहे सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश ने इस मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए शनिवार को कहा कि वह इस फैसले को चुनौती नहीं देगा। बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारुकी ने कहा कि वह न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हैं और बोर्ड का इस फैसले को चुनौती देने का कोई विचार नहीं है। इसी तरह, उच्चतम न्यायालय में बाबरी मस्जिद की पैरोकारी कर रहे प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-ंिहद भी पुनर्विचार याचिका दायर करने के पक्ष में नहीं है। जमीयत से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ''इस मामले में हमने पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी, लेकिन फैसला उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। देश की सबसे बड़ी अदालत ने फैसला दिया है। अब जमीयत की राय है कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने की जरूरत नहीं है।'' पुनर्विचार याचिका पर 'ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत' के अध्यक्ष नवेद हामिद ने कहा कि पुनर्विचार याचिका दायर करने या नहीं करने का निर्णय 'सावधानी के साथ' करना चाहिए। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी पुनर्विचार याचिका दायर करने के खिलाफ राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले को अब आगे नहीं बढाना चाहिए और उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने की जरूरत नहीं है। देश के एक अन्य मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामींिहद के उपाध्यक्ष मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने कहा कि पुनर्विचार याचिका पर पर्सनल लॉ बोर्ड जो भी फैसला करेगा, हम उसका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, ''इस फैसले से हम संतुष्ट नहीं है। हमें लगता है कि इंसाफ नहीं हुआ है। अब आगे पर्सनल लॉ बोर्ड जो भी फैसला करेगा, जमात-ए-इस्लामी उसका समर्थन करेगी।'' गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया और केन्द्र को निर्देश दिया कि नयी मस्जिद के निर्माण के लिये सुन्नी वक्फ बोर्ड को प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ का भूखंड आवंटित किया जाए। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने इस व्यवस्था के साथ ही राजनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील 134 साल से भी अधिक पुराने इस विवाद का पटाक्षेप कर दिया।


सड़क हादसे में भाजपा नेत्री की मौत

पंकज राघव


संभल। चंदौसी में भाजपा नेत्री पूर्व एमएलसी प्रत्याशी आशा सिंह का चंदौसी-बहजोई रोड ग्राम आटा के निकट बालाजी से दर्शन कर लौटते समय सुबह 4:00 बजे चालक को नींद आने के कारण गाड़ी पेड़ में टकराने पर दुर्घटना हो गई। जिसमें एक उनके चचेरे भाई एवं एक चालक गंभीर रूप से घायल हो गए और वही मौके पर भाजपा नेत्री आशा सिंह ने दम तोड़ दिया। जिसकी सूचना पर भाजपा जिला अध्यक्ष एवं अन्य भाजपा पदाधिकारी व सदस्य भारी संख्या में मौके पर पहुंच गए एवं उनके परिवार में अचानक दुर्घटना से कोहराम मच गया। भाजपाइयों में भाजपा नेत्री की सड़क दुर्घटना में मौत होने से शोक है।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
हमारा जीवन वास्तव में पराविद्या में सुशोभित होना चाहिए। जिससे हम पराविद्या को पान करते हुए, यह जो मान और अपमान वाला समाज हमें दृष्टिपात आ रहा है। इस सागर से पार हो जाए। मेरे पुत्रों, मैं विशेष विवेचना करते हुए वेद का मंत्र क्या कह रहा है? वेद मंत्र यही तो कह रहा है कि 'परो वरुण स्त्थ्थामन यज्ञे देवत्व ब्राह्मणे संभव:; वेद का वाक्य कहता है कि हम अपने उस महान देवत्व को जानने वाले बने। जिस देवत्व को जानने के पश्चात मानव के शरीर में ऐसा कोई क्रियाकलाप नहीं रहता है। जिसमें वह न पहुंच पाए और अमृत को प्राप्त न हो जाए। बेटा वेद मंत्र यही कहता है कि हम अपने में महानता का दर्शन करते हुए, महानता की ज्योति में सदैव रत हो जाए और महान मृत्यु को प्राप्त करते हुए। इस पुरोहितपन को विचारे की यह क्या है? पुरोहित राष्ट्रवाद में भी होता है और विद्यालय में भी और जन समूह में भी। पुरोहित अपनी पराविद्या से कहलाता है। मुझे स्मरण आता रहता है कि महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज अपने आसन पर विद्यमान थे। महर्षि विश्वामित्र उनके समीप पहुंचे और विश्वामित्र उनके चरणों की वंदना करके अपनी स्थली पर विद्यमान हो गए। महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज बोले कहो विश्वामित्र कैसे आगमन हुआ है? उन्होंने कहा कि आज वेद मंत्रों में अध्ययन कर रहा था। "परा विज्ञानमत: प्रा: वर्णनं ब्रवीह कृत: देवा:" हे प्रभु मैं पुरोहित को जानना चाहता हूं। ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले हे ऋषिवर पुरोहित तो वह कहलाता है। जो पराविद्या को जानने वाला है। मानव जो पराविद्या में निष्ठावान रहता है। उसी का नाम पुरोहित है। ऋषि ने विवेचना करते हुए कहा कि पुरोहित कौन होता है। पुरोहित वह होता है जो भू से लेकर के और अंतरिक्ष के विज्ञान को जानने वाला हो। वह जो पराविद्या को प्रदान करने वाला हो। वह पुरोहित कहलाता है। क्योंकि पराविद्या बड़ी सार्थक मानी गई है। वेद के आचार्य ने उन्हें यह प्रश्न किया कि महाराज पराविद्यावादी कौन है? उन्होंने कहा कि पराविद्या में परमपिता परमात्मा निहित रहते हैं। परंतु "पराविद्या ब्रह्मे" जो पुरोहित जन है, हम उन पुरोहितों की विद्या को पान करते हुए। संसार सागर से पार हो जाए।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 12, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-98 (साल-01)
2. मंगलवार, नवंबर 12, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- पूर्णिमा, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:33,सूर्यास्त 05:34
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै.,अधिकतम-25+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित


 


रविवार, 10 नवंबर 2019

जंगल की आग ने तबाह किए कई इलाके

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों आग कहर बरपा रही है। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया की झाडिय़ों में लगी आग के फैलने से कई इलाके तबाह हो गए। अग्निशमन दल के लोग रविवार को हालात पर काबू पाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। प्रलयकारी आग के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और आग की चपेट में आकर 150 से अधिक घर खाक हो गए। हालांकि रात में ठंडे मौसम के कारण आग का प्रभाव थोड़ा कम हुआ, जिससे अग्निशमन कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को थोड़ी राहत मिली। अधिकारियों के अनुसार न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड में लगभग 100 से अधिक स्थानों पर आग अभी भी हैं, जिनमें कुछ की लपटें नियंत्रण से बाहर हैं। एनएसडब्ल्यू ग्रामीण अग्नि शमन सेवा के प्रवक्ता ग्रेग एलन ने बताया कि जो पांच लोग लापता थे, वे मिल गए हैं, लेकिन आग की स्थिति देखते हुए कुछ और लोग लापता हो सकते हैं। क्वींसलैंड में रविवार तक 50 से अधिक स्थानों पर आग लगी है, जिसे बुझाने और राहत कार्य के लिए 39 विमान और 1,200 दमकलकर्मी जुटे हुए हैं।


सेना ने तालिबानी कमांडर को किया ढेर

काबुल। अफगानिस्तान में अफगान सेना को कामयाबी मिली है। सेना ने तालिबान के एक कमांडर को मार गिराया है। हवाई हमले में तालिबानी कमांडर को ढेर किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रविवार को तालिबान के एक कमांडर को अफगानिस्तान के मध्य लोगार प्रांत में सेना ने हवाई हमले में मार गिराया। खबर के अनुसार तालिबान के मारे गए कमांडर की पहचान वैसुद्दीन के तौर पर हुई है। वह अफगानिस्तान में तीन जजों की हत्या में शामिल था। बयान में कहा गया है कि आतंकी वैसुद्दीन तीन दिन पहले तीन जजों की हत्या में शामिल था। बता दें कि छह नवंबर को अफगानिस्तान के लोगार प्रांत के मोहम्मद आगा जिले में एक आतंकी हमले में तीन अफगान न्यायाधीशों सहित एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई थी।


खड़े ट्रक में घुसाई बोलेरो,पति पत्नी की मौत

कुसमी। शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दोहना में बीती रात एक तेज रफ्तार बोलेरो सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा भिड़ी। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो में सवार पति-पत्नी की जहां मौत हो गई, वहीं वाहन के परखच्चे उड़ गए। हादसे में बोलेरो चला रहा उनका पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया।


सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया तथा ट्रक को जब्त कर लिया। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। ट्रक चालक फरार है।


बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लोधी निवासी 58 वर्षीय घुंजु राम पिता गोदमा राम एसईसीएल चिरमिरी में नौकरी करता था। कुछ दिन पूर्व ही वह छुट्टी पर घर आया था। वह शनिवार की शाम को पत्नी 55 वर्षीया हिरमनिया के साथ अपने बोलेरो क्रमांक सीजी 16 सीबी-8687 में सवार होकर शनिवार की शाम को शंकरगढ़ से लगे ग्राम बचवार में अपने रिश्ते के साढू के यहां गया था। वहां से भोजन करने के बाद देर रात करीब 11.30 बजे वापस अपने गांव पत्नी व पुत्र के साथ लौट रहा था।


बोलेरो उसका पुत्र 25 वर्षीय सुनील कुमार चला रहा था। बोलेरो (Bolero accident) रास्ते में ग्राम दोहना के समीप पहुंचा ही था कि तेज रफ्तार ट्रक से साइड लेने के दौरान वह सड़क किनारे खड़े एक अन्य ट्रक क्रमांक सीजी 14 एमच-8203 से जा भिड़ी। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बोलेरो के जहां परखच्चे उड़ गए, वहीं उसमें सवार घुंजु राम व पत्नी हिरमनिया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुनील गंभीर रूप से घायल हो गया।


पुलिस ने कराया भर्ती
सड़क हादसे की सूचना मिलते ही शंकरगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और घायल युवक को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं पुलिस ने पंचनामा पश्चात पति-पत्नी के शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने खड़े ट्रक को कब्जे में लेकर चालक के खिलाफ धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया हैं। हादसे के बाद से ट्रक चालक फरार है।


पिता सामने और मां बैठी थी पीछे
सड़क हादसे में मृत कॉलरीकर्मी ड्राइविंग कर रहे बेटे के साथ सामने की सीट पर बैठा था, जबकि उसकी पत्नी पीछे की सीट पर बैठी थी। हादसा इतना जबरदस्त था कि पिता और मां की पल भर में जान चली गई।


माया ने नेता-मंत्री सहित 7 को बाहर किया

आगरा। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने आगरा के पूर्व एमएलसी सुनील चितौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, पूर्व विधायक वीरू सुमन समेत तीन पूर्व जिला अध्यक्षों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के कारण की गई है। इस कार्रवाई से बसपा में खलबली मच गई है। बता दें कि 9 नवबंर को मेरठ की मेयर सुनीता वर्मा और उनके पति और पूर्व विधायक योगेश वर्मा को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर हुई कार्रवाई दरअसल, यह कार्रवाई लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर की गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती की इस कड़ी कार्रवाई के बाद आगरा के बीएसपी यूनिट में हलचल मच गई है। बीएसपी के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार आनंद की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पूर्व विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार चित्तौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, उनके पुत्र पूर्व एमएलसी स्वदेश कुमार ऊर्फ वीरू सुमन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, पूर्व जिलाध्यक्ष भारतेंदु अरुण, मलखान सिंह व्यास, विक्रम सिंह को पार्टी से निष्कासित किया है। हाईकमान ने की कार्रवाई बसपा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार आनंद की ओर से जारी पत्र के अनुसार ये सभी नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। पार्टी हित को देखते हुए हाईकमान ने इन नेताओं पर कार्रवाई की है। बता दें कि आगरा के विधायक रह चुके और बसपा सरकार में उद्यान मंत्री का पद संभाल चुके नारायण सिंह सुमन और उनके पुत्र पूर्व एमएलसी वीरू सुमन को वर्ष 2016 में भी बसपा से निष्कासित किया गया था। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद जून माह में पिता-पुत्र की बसपा में घर वापसी हुई थी, लेकिन ज्यादा दिन बसपा में टिक नहीं पाए।


डोभाल की धार्मिक नेताओं के साथ बैठक

नई दिल्ली। अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने धार्मिक नेताओं के साथ बैठक की। डोभाल के आवास पर हुई इस बैठक में योग गुरु बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद और महमूद मदनी समेत कई अन्य मौजूद थे। विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक कुमार ने बैठक के बाद कहा कि आज का मुख्य मुद्दा यही था कि कैसे देश में अमन और शांति बनी रहे। सभी धर्मगुरुओं ने इसी बात पर जोर दिया कि वह देश में अमन और शांति चाहते हैं। बैठक में मौजूद रहे अन्य संतों ने बताया कि मुख्य मुद्दा देश में कैसे अमन शांति कायम रहे यही थी। हम सब इसके लिए प्रयास करेंगे।  बता दें कि अयोध्या विवाद पर फैसले के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने अजीत डोभाल के साथ बैठक की थी। अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर देशभर में खासकर उत्तर प्रदेश में अलर्ट है। अयोध्या के आसपास भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।


मुठभेड़ में आतंकी को उतारा मौत के घाट

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पाया है। जिसके कारण अभी भी आतंकी गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाने में असफलता ही मिली है। हालांकि सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी के साथ और कर्तव्य निष्ठा के साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाने में भरपूर कोशिश कर रहे हैं। बावजूद इसके भी आतंकी गतिविधियां और घुसपैठ जारी है। जिस पर पूरी तरह रोक लगाना जम्मू कश्मीर के आम नागरिकों के लिए अति आवश्यक है। इसके लिए कुछ आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। फिलहाल मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबल आस-पास के इलाकों में भी सर्च ऑपरेशन चलाकर आतंकियों को ढूंढने के प्रयास कर रहे हैं।


 


बुलबुल ने ली कई जान, 2 लाख लोग प्रभावित

कोलकाता। चक्रवात तूफान बुलबुल ने कई राज्य के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव  पश्चिम बंगाल पर पड़ता नजर आ रहा है। पश्चिम बंगाल में  बुलबुल ने एक बड़े भूभाग को प्रभावित किया है। जिसके चलते कई लोग काफी भय के माहौल में जी रहे हैं। बचाव और राहत के कार्य किए जा रहे हैं। बावजूद इसके भी  पश्चिम बंगाल में समस्या का कोई स्थाई समाधान नजर नहीं आ रहा है। पश्चिम बंगाल के आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद खान ने कहा, “राज्य में चक्रवात 'बुलबुल' से करीब 2 लाख 97 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। 6 मौतें हुई हैं, उत्तर 24 परगना में पांच और दक्षिण 24 परगना जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।”


फ्लाइट में महिला से छेड़छाड़,आपात लैंडिंग

न्यूयॉर्क। अमेरिकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में महिला से छेड़छाड़ का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पूरा मामला तब हुआ जब फ्लाइट ने उड़ान भरी थी। बताया जा रहा कि ये महिला यात्री अपनी सीट पर बैठी हुई थीं, इसी दौरान उनके बगल में बैठे हुए सहयात्री ने पहले तो उनका हाथ पकड़ने की कोशिश की। लेकिन जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपी शख्स ने महिला को जबरन पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। आरोपी शख्स की हरकत के चलते फ्लाइट को डाइवर्ट भी करना पड़ गया और आपात लैंडिंग कराई गई।


पूरा मामला तब सामने आया जब अमेरिकी एयरलाइंस की एक फ्लाइट नॉर्थ कैरोलिना के चार्लोट से साल्ट लेक सिटी जा रही थीं। इसी दौरान फ्लाइट में मौजूद एक शख्स ने उसके बगल वाली सीट पर बैठी महिला से बदतमीजी की कोशिश की। मामले में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, आरोपी शख्स की पहचान जेम्स क्लेटॉन चोलेविन्सकी के तौर पर हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी शख्स ने जिस महिला से छेड़छाड़ की कोशिश की वो फ्लाइट में बीच वाली सीट पर बैठी थी। जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट के उड़ान भरते ही आरोपी जेम्स ने अपने बगल में बैठी हुई महिला सहयात्री से छेड़छाड़ शुरू कर दी। पहले तो उसने महिला यात्री की हाथ और बांह पर पकड़ने की कोशिश की। इस पर महिला यात्री ने उसे समझाया और सचेत भी किया। बावजूद इसके आरोपी शख्स नहीं माना और उसने महिला को पकड़ने की कोशिश की, उसकी लगातार बढ़ रही छेड़खानी पर महिला ने उसे सचेत किया। बावजूद इसके आरोपी नहीं माना तो महिला ने शोर मचा दिया। उसने तुरंत आरोपी जेम्स की शिकायत चालक दल से कर दी।
यही नहीं महिला ने चालक दल से उसकी और उसके साथ यात्रा कर रही अपनी बेटी की सीटें बदलने के लिए कहा। चालक दल ने उनकी सीटें बदल दीं लेकिन आरोपी शख्स के व्यवहार में बदलाव नहीं आया। उसने फिर से वही हरकत करने की कोशिश की तो फ्लाइट के चालक दल ने तुरंत ही प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया। यही नहीं उन्होंने पास में स्थित तुलसा एयरपोर्ट पर फ्लाइट की आपात लैंडिंग कराई। इसके बाद छेड़छाड़ के आरोपी शख्स को तुरंत ही पुलिस के हवाले कर दिया। अमेरिकन एयरलाइंस के प्रवक्ता ने फ्लाइट में हुई घटना को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि कि चालक दल ने अचानक ही जो आपात लैंडिंग का फैसला लिया, वह एयरलाइन के नियमों के मुताबिक ही था। फिलहाल पुलिस आरोपी शख्स के खिलाफ छेड़छाड़ के संबंध में मामला दर्ज कर लिया। वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...