सोमवार, 11 नवंबर 2019

पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
हमारा जीवन वास्तव में पराविद्या में सुशोभित होना चाहिए। जिससे हम पराविद्या को पान करते हुए, यह जो मान और अपमान वाला समाज हमें दृष्टिपात आ रहा है। इस सागर से पार हो जाए। मेरे पुत्रों, मैं विशेष विवेचना करते हुए वेद का मंत्र क्या कह रहा है? वेद मंत्र यही तो कह रहा है कि 'परो वरुण स्त्थ्थामन यज्ञे देवत्व ब्राह्मणे संभव:; वेद का वाक्य कहता है कि हम अपने उस महान देवत्व को जानने वाले बने। जिस देवत्व को जानने के पश्चात मानव के शरीर में ऐसा कोई क्रियाकलाप नहीं रहता है। जिसमें वह न पहुंच पाए और अमृत को प्राप्त न हो जाए। बेटा वेद मंत्र यही कहता है कि हम अपने में महानता का दर्शन करते हुए, महानता की ज्योति में सदैव रत हो जाए और महान मृत्यु को प्राप्त करते हुए। इस पुरोहितपन को विचारे की यह क्या है? पुरोहित राष्ट्रवाद में भी होता है और विद्यालय में भी और जन समूह में भी। पुरोहित अपनी पराविद्या से कहलाता है। मुझे स्मरण आता रहता है कि महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज अपने आसन पर विद्यमान थे। महर्षि विश्वामित्र उनके समीप पहुंचे और विश्वामित्र उनके चरणों की वंदना करके अपनी स्थली पर विद्यमान हो गए। महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज बोले कहो विश्वामित्र कैसे आगमन हुआ है? उन्होंने कहा कि आज वेद मंत्रों में अध्ययन कर रहा था। "परा विज्ञानमत: प्रा: वर्णनं ब्रवीह कृत: देवा:" हे प्रभु मैं पुरोहित को जानना चाहता हूं। ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले हे ऋषिवर पुरोहित तो वह कहलाता है। जो पराविद्या को जानने वाला है। मानव जो पराविद्या में निष्ठावान रहता है। उसी का नाम पुरोहित है। ऋषि ने विवेचना करते हुए कहा कि पुरोहित कौन होता है। पुरोहित वह होता है जो भू से लेकर के और अंतरिक्ष के विज्ञान को जानने वाला हो। वह जो पराविद्या को प्रदान करने वाला हो। वह पुरोहित कहलाता है। क्योंकि पराविद्या बड़ी सार्थक मानी गई है। वेद के आचार्य ने उन्हें यह प्रश्न किया कि महाराज पराविद्यावादी कौन है? उन्होंने कहा कि पराविद्या में परमपिता परमात्मा निहित रहते हैं। परंतु "पराविद्या ब्रह्मे" जो पुरोहित जन है, हम उन पुरोहितों की विद्या को पान करते हुए। संसार सागर से पार हो जाए।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  मां दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प...