सोमवार, 11 नवंबर 2019

राजधानी में जारी है डेंगू का प्रकोप

ज्ञान प्रकाश


नई दिल्ली। राजधानी में तमाम कवायदों के बावजूद अब डेंगू डेंजर होता नजर आ रहा है। बीते चौबीस घंटे के दौरान एक बच्ची की डेंगू से मौत होने का मामला सामने आया है। बता दें कि बीते सप्ताह रोहणी के एक अस्पताल में एक महलिा की भी डेंगू फीवर वार्ड में मौत का मामला आया था। फिलहाल प्रशासन इस मामले को संदिग्ध श्रेणी में रखा है। रविवार को आए दूसरे मामले में पूर्वी किदवई नगर के ई1 टाइफ 3 में रहने वाली इस बच्ची का इलाज मैक्स पटपडगंज में चल रहा था। इसके पहले उसे केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के क्लीनिक में चल रहा था। माना जा रहा है कि राजधानी में इस मौसम में डेंगू से यह पहली मौत है। हालांकि मैक्स अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को फिलहाल डेंगू संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है। उनका तर्क है कि मृत्यु की वजह डेंगू फीवर था या फिर बच्ची को कोई अन्य बीमारी थी। इस विषय में कुछ जांच रिपोर्ट्स के आने का हमें इंतजार है।
सरकार ने नकारा:
हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद के जरीवाल ने ट्वीट के जरिया दावा किया है कि अभी दिल्ली में किसी भी पीड़ित की डेंगू पोजिटिव की मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई है। दरअसल, पीड़ित के रिश्तेदार ने इस खबर को श्री केजरीवाल को टैग कर यह जानकारी दी थी। इसके जबाव में उन्होंने इस आश्य की पुष्टि की।
डेंगू फीवर से ही हुई मौत:
मृतक बच्ची 12वीं कक्षा की छात्रा थी। उसके पिता गोपाल रक्षा मंत्रालय में कार्यरत है। वह अपने परिवार के साथ किदवई नगर में रहती थी। इस कालोनी का निर्माण हाल ही एनबीसीसी ने किया था। इसके बाद लंबे समय यहां रहने वाले कें द्रीय कर्मचारियों को फ्लैट अलाट किया है। उधर, मैक्स हास्पिटल, पटपड़गंज के अधिकारी ने कहा कि बच्ची को यहां 8 नवम्बर को भर्ती कराया गया था। उसे डेंगू फीवर था जांच में पोजिटिव पाई गई थी। उसे तेज बुखार के साथ ही प्लेटलेट्स संख्या कम हो गई थी। जो समान्य थी। उसे सां लेने में भी तकलीफ हो रही थी। अन्तिम जांच के लिए रिपरेट दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) को भेजी गई है। फिलहाल इसे संदिग्ध कैटेगरी में रखा गया है।
परिजनों ने किया हंगामा:
बालिका की मौत से क्रोधित हो कर कॉलोनी वासियों ने एनबीसीसी के अधिकारी का घेराव किया और धरना दिया।
ईस्ट किदवई नगर में निर्माण कार्य पूरा करने से पहले ही इस्टेट्स आफिस ने सरकारी कर्मचारियों की जबरन यहां शिफ्ट जार दिया। यहां जगह पानी भरा हुआ है जिसके कारण याब तक 79 से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ गए है और कल रात एक बालिका की मौत भी हो गयी रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष निरंजन सिह के अनुसार, कॉलोनी में कोई सुविधा नहीं है। लेने का पानी साफ नहीं है, सफाई नहीं होती, जलभराव की संभावना रहती है। आरोप है कि केंद्रीय कर्मियों के लिए यहां एक भी सीजीएचएस डिस्पेंसरी तक नही खोली गई है। कॉलोनी वासियों ने रोष जताने के कजये आज धरना दिया और एनबीसीसी के परियोजना प्रबंधक आकाश सक्सेना का घेराव किया। लोगों ने एस्टेट्स आफिस में तैंनात कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी की। इस मामले में श्री सक्सेना ने दावा किया कि स्वच्छ पानी आज से ही सामान्य कर दिया गया है। अन्य समस्याओं के लिए वे युद्धस्तर पर कार्रवाई करने का भी भरोसा दिलाया। दरअसल, यहां पर सरोजिनीनगर तो तोड़ने के लिए वहां के लोगों को अनिवार्य रूप से शिफ्ट किया गया है।


एक्सरसाइज से फ्रैक्चर का खतरा कम

अच्छी सेहत के लिए फिजिकल एक्सरसाइज के फायदे तो आपने खूब सुने होंगे। आपको बता दें कि फिजिकल ऐक्टिविटी बुजुर्गों महिलाओं में फ्रैक्चर के खतरे को भी दूर करता है। एक स्टडी में फिजिकल ऐक्टिविटी और मेनोपॉज के बाद महिलाओं में होने वाले फ्रैक्चर का संबंध देखा गया। बता दें कि यह रिसर्च अमेरीका के बफेलो स्कूल ऑफ हेल्थ में की गई है। इस स्टडी में रिसर्चर्स ने 77 हजार माहिलाओं को शामिल किया था। 14 सालों तक इनकी निगरानी की गई।


इस स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं फिजिकली ऐक्टिव थीं या घर के काम करती थीं, उनमें हिप फ्रैक्चर का खतरा 18 प्रतिशत तक कम था। वहीं, टोटल फ्रेक्चर का खतरा 6 प्रतिशत कम था। इस स्टडी के लीड ऑथर का कहना है कि इससे पता चलता है कि फिजिकल एक्सरसाइज के कई फायदों में से एक फ्रैक्चर का कम खतरा होना भी है।बता दें कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में फ्रैक्चर काफी आम समस्या है। इससे उनकी आत्मनिर्भरता कम हो जाती है, उनकी शारीरिक क्षमता सीमित हो जाती है और मृत्यु दर भी बढ़ जाता है। ऐसे में इस स्टडी के परिणामों से कई महिलाओं को काफी फायदा मिल सकता है। पब्लिक हेल्थ के लिए यह एक महत्वपूर्ण रिसर्च है।


नई तकनीक से यमुना बनेगी स्वच्छ

ज्ञानप्रकाश


नई दिल्ली। यमुना नदी की गंदगी को लेकर उठ रहे सवाल के बीच दिल्ली सरकार एक नई तकनीक पर काम करने की फुल प्रूप तैयारी की है। दरअसल, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) का काम अब तक सिरे नहीं चढ़ सका है। इसकी शुरुआत हालांकि तीन साल पहले ही की गई थी। लेकिन कानूनी अड़चनों और वित्तीय अड़चन के चलते इस योजना का अब तक गति नहीं मिल सकी है। ऐसे में सरकार बैक्टीरियल बायॉरेमेडिएशन तकनीक के जरिए दिल्ली से बहने वाले यमुनानदी के पानी को स्वच्छ बनाना चाहती है। नई योजना के तहत सीवेज-इटिंग माइक्रोब्स का प्रयोग किया जाएगा। यह एसटीपी योजना से कम खर्चीली और अत्यंत आसान है।
योजना तैयार, खास बातें: बाढ़ नियंतण्रविभाग द्वारा तैयार इस योजना को अंजाम दे रहे एक अधिकारी ने बताया कि गंदगी खाने वाले जीवाणुओं (सीवेज-इटिंग माइक्रोब्स) के इस्तेमाल से बड़े पैमाने पर जैविक उपचार (बायॉरेमेडिएशन) कर कुछ हद तक यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता को सुधारा जा सकता है। इस बायॉरेमेडिएशन टेक्नीक के तहत ऐक्टिवेटेड माइक्रोब्स नदी के पानी में मौजूद प्रदूषकों जैसे तेल और ऑर्गनीक मैटर को खा लेते हैं। सीवेज के ट्रीटमेंट में ये बैक्टीरिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खास बात यह है कि ये बैक्टीरिया किसी प्रकार की गंध नहीं छोड़ते हैं। इस प्रक्रिया में नाले से आ रही बदबू भी घटती है।
एम्स के एक्सर्ट्स भी है शामिल: यमुना की सफाई योजना में शामिल एम्स फैकल्टी वैज्ञानिक कमेटी के सदस्य शोधार्थी डा. विवेक दीक्षित ने कहा कि ट्रीटमेंट की प्रक्रिया के दौरान भारी धातु और जहरीले रसायन जैसे प्रदूषक कम हो जाते हैं। इस तकनीक के तहत माइक्रोब्स की डोज सीवेज में मौजूद ऑर्गनिक प्रदूषकों की मौजूदगी के आधार पर निर्धारित की जाती है। ओखला बैराज, लोकनायक सेतु, मजनू का टीला, गीता घाट, वजीराबाद स्थित यमुनानदी के घाटों पर इस तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनसीजीएम) की ओर से हाल ही में दो और पायलट प्रॉजेक्ट्स को मंजूरी दी गई है। एक एनसीआर उत्तर प्रदेश की ओर दिल्ली से निकलने वाली जगह में दूसरा हरियाणा से दिल्ली की ओर आने वाले हिस्से में होगा।
प्रदूषित अवयव छोडने वाले नालों की पहचान: सिचाई एवं बाढ नियंतण्रविभाग ने 154 नालों की पहचान की है, जिस पर आगे काम शुरू किया जाएगा। इनमें से पहले चरण में 54 स्थानों पर बायॉरेमेडिएशन तकनीक के जरिए सीधे नदी में मिल रहे गंदे पानी को रोका जा सकता है। ऐसे में प्रदूषक तत्वों को रोकने की जरूरत है। दुनिया में कई नई तकनीक मौजूद हैं। वास्तविक स्थान पर होने वाला यह ट्रीटमेंट काफी सरल होता है और इसे आसानी से संचालित किया जा सकता है। इसके लिए ड्रेन में किसी बड़े बदलाव की भी जरूरत नहीं होती है।
तकनीक है कम खर्चीली: स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सचिव संजीव खिरवार ने कहा कि बायॉरेमेडिएशन तकनीक काफी कम खर्चीली है और इसके शुरू होने में महज 6 से 8 महीने का ही समय लगता है। निर्धारित किए गए प्रॉजेक्ट्स की लागत 7 लाख से 7 करोड़ रु पये के मध्य आने का अनुमान है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के निर्देशन में यह कार्य होगा। 'इन लो-कॉस्ट प्रॉजेक्ट्स को प्राइवेट/पब्लिक कंपनियों की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी से जुड़ी गतिविधियों के जरिए शुरू किया जाएगा।


पुनर्विचार याचिका पर अलग-अलग राय

भारत चौहान


नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने के संकेत दिए हैं। लेकिन कई दूसरे प्रमुख मुस्लिम नेताओं एवं संगठनों का कहना है कि इस विषय पर आगे अपील की जरूरत नहीं है। इस बहुचर्चित मामले पर शीर्ष अदालत का निर्णय आने के कुछ देर बाद ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव एवं वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि फैसला संतोषजनक नहीं है। आगे वकीलों के साथ एवं संगठन की कार्य समिति की बैठक में विचार-विमर्श करके पुनर्विचार याचिका पर फैसला होगा। उन्होंने यह भी कहा, ''ऐसा लगता है कि पुनर्विचार याचिका की जरूरत पड़ेगी।'' पर्सनल लॉ बोर्ड के इस रुख को एआईएमआईम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पर्सनल लॉ बोर्ड के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायलय के फैसले को ''तथ्यों पर विास की जीत'' करार दिया है । हैदराबाद के सांसद ने शीर्ष अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं । दूसरी तरफ, रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के अहम पक्षकार रहे सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश ने इस मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए शनिवार को कहा कि वह इस फैसले को चुनौती नहीं देगा। बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारुकी ने कहा कि वह न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हैं और बोर्ड का इस फैसले को चुनौती देने का कोई विचार नहीं है। इसी तरह, उच्चतम न्यायालय में बाबरी मस्जिद की पैरोकारी कर रहे प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-ंिहद भी पुनर्विचार याचिका दायर करने के पक्ष में नहीं है। जमीयत से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ''इस मामले में हमने पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी, लेकिन फैसला उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। देश की सबसे बड़ी अदालत ने फैसला दिया है। अब जमीयत की राय है कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने की जरूरत नहीं है।'' पुनर्विचार याचिका पर 'ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत' के अध्यक्ष नवेद हामिद ने कहा कि पुनर्विचार याचिका दायर करने या नहीं करने का निर्णय 'सावधानी के साथ' करना चाहिए। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी पुनर्विचार याचिका दायर करने के खिलाफ राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले को अब आगे नहीं बढाना चाहिए और उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने की जरूरत नहीं है। देश के एक अन्य मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामींिहद के उपाध्यक्ष मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने कहा कि पुनर्विचार याचिका पर पर्सनल लॉ बोर्ड जो भी फैसला करेगा, हम उसका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, ''इस फैसले से हम संतुष्ट नहीं है। हमें लगता है कि इंसाफ नहीं हुआ है। अब आगे पर्सनल लॉ बोर्ड जो भी फैसला करेगा, जमात-ए-इस्लामी उसका समर्थन करेगी।'' गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया और केन्द्र को निर्देश दिया कि नयी मस्जिद के निर्माण के लिये सुन्नी वक्फ बोर्ड को प्रमुख स्थान पर पांच एकड़ का भूखंड आवंटित किया जाए। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने इस व्यवस्था के साथ ही राजनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील 134 साल से भी अधिक पुराने इस विवाद का पटाक्षेप कर दिया।


सड़क हादसे में भाजपा नेत्री की मौत

पंकज राघव


संभल। चंदौसी में भाजपा नेत्री पूर्व एमएलसी प्रत्याशी आशा सिंह का चंदौसी-बहजोई रोड ग्राम आटा के निकट बालाजी से दर्शन कर लौटते समय सुबह 4:00 बजे चालक को नींद आने के कारण गाड़ी पेड़ में टकराने पर दुर्घटना हो गई। जिसमें एक उनके चचेरे भाई एवं एक चालक गंभीर रूप से घायल हो गए और वही मौके पर भाजपा नेत्री आशा सिंह ने दम तोड़ दिया। जिसकी सूचना पर भाजपा जिला अध्यक्ष एवं अन्य भाजपा पदाधिकारी व सदस्य भारी संख्या में मौके पर पहुंच गए एवं उनके परिवार में अचानक दुर्घटना से कोहराम मच गया। भाजपाइयों में भाजपा नेत्री की सड़क दुर्घटना में मौत होने से शोक है।


पराविद्या की दीक्षा

गतांक से...
हमारा जीवन वास्तव में पराविद्या में सुशोभित होना चाहिए। जिससे हम पराविद्या को पान करते हुए, यह जो मान और अपमान वाला समाज हमें दृष्टिपात आ रहा है। इस सागर से पार हो जाए। मेरे पुत्रों, मैं विशेष विवेचना करते हुए वेद का मंत्र क्या कह रहा है? वेद मंत्र यही तो कह रहा है कि 'परो वरुण स्त्थ्थामन यज्ञे देवत्व ब्राह्मणे संभव:; वेद का वाक्य कहता है कि हम अपने उस महान देवत्व को जानने वाले बने। जिस देवत्व को जानने के पश्चात मानव के शरीर में ऐसा कोई क्रियाकलाप नहीं रहता है। जिसमें वह न पहुंच पाए और अमृत को प्राप्त न हो जाए। बेटा वेद मंत्र यही कहता है कि हम अपने में महानता का दर्शन करते हुए, महानता की ज्योति में सदैव रत हो जाए और महान मृत्यु को प्राप्त करते हुए। इस पुरोहितपन को विचारे की यह क्या है? पुरोहित राष्ट्रवाद में भी होता है और विद्यालय में भी और जन समूह में भी। पुरोहित अपनी पराविद्या से कहलाता है। मुझे स्मरण आता रहता है कि महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज अपने आसन पर विद्यमान थे। महर्षि विश्वामित्र उनके समीप पहुंचे और विश्वामित्र उनके चरणों की वंदना करके अपनी स्थली पर विद्यमान हो गए। महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज बोले कहो विश्वामित्र कैसे आगमन हुआ है? उन्होंने कहा कि आज वेद मंत्रों में अध्ययन कर रहा था। "परा विज्ञानमत: प्रा: वर्णनं ब्रवीह कृत: देवा:" हे प्रभु मैं पुरोहित को जानना चाहता हूं। ऋषि वशिष्ठ मुनि बोले हे ऋषिवर पुरोहित तो वह कहलाता है। जो पराविद्या को जानने वाला है। मानव जो पराविद्या में निष्ठावान रहता है। उसी का नाम पुरोहित है। ऋषि ने विवेचना करते हुए कहा कि पुरोहित कौन होता है। पुरोहित वह होता है जो भू से लेकर के और अंतरिक्ष के विज्ञान को जानने वाला हो। वह जो पराविद्या को प्रदान करने वाला हो। वह पुरोहित कहलाता है। क्योंकि पराविद्या बड़ी सार्थक मानी गई है। वेद के आचार्य ने उन्हें यह प्रश्न किया कि महाराज पराविद्यावादी कौन है? उन्होंने कहा कि पराविद्या में परमपिता परमात्मा निहित रहते हैं। परंतु "पराविद्या ब्रह्मे" जो पुरोहित जन है, हम उन पुरोहितों की विद्या को पान करते हुए। संसार सागर से पार हो जाए।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 12, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-98 (साल-01)
2. मंगलवार, नवंबर 12, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- पूर्णिमा, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:33,सूर्यास्त 05:34
5. न्‍यूनतम तापमान -14 डी.सै.,अधिकतम-25+ डी.सै., छिटपुट बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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रविवार, 10 नवंबर 2019

जंगल की आग ने तबाह किए कई इलाके

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों आग कहर बरपा रही है। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया की झाडिय़ों में लगी आग के फैलने से कई इलाके तबाह हो गए। अग्निशमन दल के लोग रविवार को हालात पर काबू पाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। प्रलयकारी आग के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और आग की चपेट में आकर 150 से अधिक घर खाक हो गए। हालांकि रात में ठंडे मौसम के कारण आग का प्रभाव थोड़ा कम हुआ, जिससे अग्निशमन कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को थोड़ी राहत मिली। अधिकारियों के अनुसार न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड में लगभग 100 से अधिक स्थानों पर आग अभी भी हैं, जिनमें कुछ की लपटें नियंत्रण से बाहर हैं। एनएसडब्ल्यू ग्रामीण अग्नि शमन सेवा के प्रवक्ता ग्रेग एलन ने बताया कि जो पांच लोग लापता थे, वे मिल गए हैं, लेकिन आग की स्थिति देखते हुए कुछ और लोग लापता हो सकते हैं। क्वींसलैंड में रविवार तक 50 से अधिक स्थानों पर आग लगी है, जिसे बुझाने और राहत कार्य के लिए 39 विमान और 1,200 दमकलकर्मी जुटे हुए हैं।


सेना ने तालिबानी कमांडर को किया ढेर

काबुल। अफगानिस्तान में अफगान सेना को कामयाबी मिली है। सेना ने तालिबान के एक कमांडर को मार गिराया है। हवाई हमले में तालिबानी कमांडर को ढेर किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रविवार को तालिबान के एक कमांडर को अफगानिस्तान के मध्य लोगार प्रांत में सेना ने हवाई हमले में मार गिराया। खबर के अनुसार तालिबान के मारे गए कमांडर की पहचान वैसुद्दीन के तौर पर हुई है। वह अफगानिस्तान में तीन जजों की हत्या में शामिल था। बयान में कहा गया है कि आतंकी वैसुद्दीन तीन दिन पहले तीन जजों की हत्या में शामिल था। बता दें कि छह नवंबर को अफगानिस्तान के लोगार प्रांत के मोहम्मद आगा जिले में एक आतंकी हमले में तीन अफगान न्यायाधीशों सहित एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई थी।


खड़े ट्रक में घुसाई बोलेरो,पति पत्नी की मौत

कुसमी। शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दोहना में बीती रात एक तेज रफ्तार बोलेरो सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा भिड़ी। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो में सवार पति-पत्नी की जहां मौत हो गई, वहीं वाहन के परखच्चे उड़ गए। हादसे में बोलेरो चला रहा उनका पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया।


सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया तथा ट्रक को जब्त कर लिया। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। ट्रक चालक फरार है।


बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लोधी निवासी 58 वर्षीय घुंजु राम पिता गोदमा राम एसईसीएल चिरमिरी में नौकरी करता था। कुछ दिन पूर्व ही वह छुट्टी पर घर आया था। वह शनिवार की शाम को पत्नी 55 वर्षीया हिरमनिया के साथ अपने बोलेरो क्रमांक सीजी 16 सीबी-8687 में सवार होकर शनिवार की शाम को शंकरगढ़ से लगे ग्राम बचवार में अपने रिश्ते के साढू के यहां गया था। वहां से भोजन करने के बाद देर रात करीब 11.30 बजे वापस अपने गांव पत्नी व पुत्र के साथ लौट रहा था।


बोलेरो उसका पुत्र 25 वर्षीय सुनील कुमार चला रहा था। बोलेरो (Bolero accident) रास्ते में ग्राम दोहना के समीप पहुंचा ही था कि तेज रफ्तार ट्रक से साइड लेने के दौरान वह सड़क किनारे खड़े एक अन्य ट्रक क्रमांक सीजी 14 एमच-8203 से जा भिड़ी। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बोलेरो के जहां परखच्चे उड़ गए, वहीं उसमें सवार घुंजु राम व पत्नी हिरमनिया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुनील गंभीर रूप से घायल हो गया।


पुलिस ने कराया भर्ती
सड़क हादसे की सूचना मिलते ही शंकरगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और घायल युवक को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं पुलिस ने पंचनामा पश्चात पति-पत्नी के शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने खड़े ट्रक को कब्जे में लेकर चालक के खिलाफ धारा 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया हैं। हादसे के बाद से ट्रक चालक फरार है।


पिता सामने और मां बैठी थी पीछे
सड़क हादसे में मृत कॉलरीकर्मी ड्राइविंग कर रहे बेटे के साथ सामने की सीट पर बैठा था, जबकि उसकी पत्नी पीछे की सीट पर बैठी थी। हादसा इतना जबरदस्त था कि पिता और मां की पल भर में जान चली गई।


माया ने नेता-मंत्री सहित 7 को बाहर किया

आगरा। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने आगरा के पूर्व एमएलसी सुनील चितौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, पूर्व विधायक वीरू सुमन समेत तीन पूर्व जिला अध्यक्षों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई अनुशासनहीनता के कारण की गई है। इस कार्रवाई से बसपा में खलबली मच गई है। बता दें कि 9 नवबंर को मेरठ की मेयर सुनीता वर्मा और उनके पति और पूर्व विधायक योगेश वर्मा को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर हुई कार्रवाई दरअसल, यह कार्रवाई लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर की गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती की इस कड़ी कार्रवाई के बाद आगरा के बीएसपी यूनिट में हलचल मच गई है। बीएसपी के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार आनंद की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पूर्व विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार चित्तौड़, पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, उनके पुत्र पूर्व एमएलसी स्वदेश कुमार ऊर्फ वीरू सुमन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, पूर्व जिलाध्यक्ष भारतेंदु अरुण, मलखान सिंह व्यास, विक्रम सिंह को पार्टी से निष्कासित किया है। हाईकमान ने की कार्रवाई बसपा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार आनंद की ओर से जारी पत्र के अनुसार ये सभी नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। पार्टी हित को देखते हुए हाईकमान ने इन नेताओं पर कार्रवाई की है। बता दें कि आगरा के विधायक रह चुके और बसपा सरकार में उद्यान मंत्री का पद संभाल चुके नारायण सिंह सुमन और उनके पुत्र पूर्व एमएलसी वीरू सुमन को वर्ष 2016 में भी बसपा से निष्कासित किया गया था। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद जून माह में पिता-पुत्र की बसपा में घर वापसी हुई थी, लेकिन ज्यादा दिन बसपा में टिक नहीं पाए।


डोभाल की धार्मिक नेताओं के साथ बैठक

नई दिल्ली। अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने धार्मिक नेताओं के साथ बैठक की। डोभाल के आवास पर हुई इस बैठक में योग गुरु बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद और महमूद मदनी समेत कई अन्य मौजूद थे। विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक कुमार ने बैठक के बाद कहा कि आज का मुख्य मुद्दा यही था कि कैसे देश में अमन और शांति बनी रहे। सभी धर्मगुरुओं ने इसी बात पर जोर दिया कि वह देश में अमन और शांति चाहते हैं। बैठक में मौजूद रहे अन्य संतों ने बताया कि मुख्य मुद्दा देश में कैसे अमन शांति कायम रहे यही थी। हम सब इसके लिए प्रयास करेंगे।  बता दें कि अयोध्या विवाद पर फैसले के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने अजीत डोभाल के साथ बैठक की थी। अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर देशभर में खासकर उत्तर प्रदेश में अलर्ट है। अयोध्या के आसपास भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।


मुठभेड़ में आतंकी को उतारा मौत के घाट

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पाया है। जिसके कारण अभी भी आतंकी गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाने में असफलता ही मिली है। हालांकि सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी के साथ और कर्तव्य निष्ठा के साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाने में भरपूर कोशिश कर रहे हैं। बावजूद इसके भी आतंकी गतिविधियां और घुसपैठ जारी है। जिस पर पूरी तरह रोक लगाना जम्मू कश्मीर के आम नागरिकों के लिए अति आवश्यक है। इसके लिए कुछ आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। फिलहाल मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबल आस-पास के इलाकों में भी सर्च ऑपरेशन चलाकर आतंकियों को ढूंढने के प्रयास कर रहे हैं।


 


बुलबुल ने ली कई जान, 2 लाख लोग प्रभावित

कोलकाता। चक्रवात तूफान बुलबुल ने कई राज्य के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव  पश्चिम बंगाल पर पड़ता नजर आ रहा है। पश्चिम बंगाल में  बुलबुल ने एक बड़े भूभाग को प्रभावित किया है। जिसके चलते कई लोग काफी भय के माहौल में जी रहे हैं। बचाव और राहत के कार्य किए जा रहे हैं। बावजूद इसके भी  पश्चिम बंगाल में समस्या का कोई स्थाई समाधान नजर नहीं आ रहा है। पश्चिम बंगाल के आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद खान ने कहा, “राज्य में चक्रवात 'बुलबुल' से करीब 2 लाख 97 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। 6 मौतें हुई हैं, उत्तर 24 परगना में पांच और दक्षिण 24 परगना जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है।”


फ्लाइट में महिला से छेड़छाड़,आपात लैंडिंग

न्यूयॉर्क। अमेरिकन एयरलाइंस की एक फ्लाइट में महिला से छेड़छाड़ का बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पूरा मामला तब हुआ जब फ्लाइट ने उड़ान भरी थी। बताया जा रहा कि ये महिला यात्री अपनी सीट पर बैठी हुई थीं, इसी दौरान उनके बगल में बैठे हुए सहयात्री ने पहले तो उनका हाथ पकड़ने की कोशिश की। लेकिन जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपी शख्स ने महिला को जबरन पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। आरोपी शख्स की हरकत के चलते फ्लाइट को डाइवर्ट भी करना पड़ गया और आपात लैंडिंग कराई गई।


पूरा मामला तब सामने आया जब अमेरिकी एयरलाइंस की एक फ्लाइट नॉर्थ कैरोलिना के चार्लोट से साल्ट लेक सिटी जा रही थीं। इसी दौरान फ्लाइट में मौजूद एक शख्स ने उसके बगल वाली सीट पर बैठी महिला से बदतमीजी की कोशिश की। मामले में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, आरोपी शख्स की पहचान जेम्स क्लेटॉन चोलेविन्सकी के तौर पर हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी शख्स ने जिस महिला से छेड़छाड़ की कोशिश की वो फ्लाइट में बीच वाली सीट पर बैठी थी। जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट के उड़ान भरते ही आरोपी जेम्स ने अपने बगल में बैठी हुई महिला सहयात्री से छेड़छाड़ शुरू कर दी। पहले तो उसने महिला यात्री की हाथ और बांह पर पकड़ने की कोशिश की। इस पर महिला यात्री ने उसे समझाया और सचेत भी किया। बावजूद इसके आरोपी शख्स नहीं माना और उसने महिला को पकड़ने की कोशिश की, उसकी लगातार बढ़ रही छेड़खानी पर महिला ने उसे सचेत किया। बावजूद इसके आरोपी नहीं माना तो महिला ने शोर मचा दिया। उसने तुरंत आरोपी जेम्स की शिकायत चालक दल से कर दी।
यही नहीं महिला ने चालक दल से उसकी और उसके साथ यात्रा कर रही अपनी बेटी की सीटें बदलने के लिए कहा। चालक दल ने उनकी सीटें बदल दीं लेकिन आरोपी शख्स के व्यवहार में बदलाव नहीं आया। उसने फिर से वही हरकत करने की कोशिश की तो फ्लाइट के चालक दल ने तुरंत ही प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया। यही नहीं उन्होंने पास में स्थित तुलसा एयरपोर्ट पर फ्लाइट की आपात लैंडिंग कराई। इसके बाद छेड़छाड़ के आरोपी शख्स को तुरंत ही पुलिस के हवाले कर दिया। अमेरिकन एयरलाइंस के प्रवक्ता ने फ्लाइट में हुई घटना को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि कि चालक दल ने अचानक ही जो आपात लैंडिंग का फैसला लिया, वह एयरलाइन के नियमों के मुताबिक ही था। फिलहाल पुलिस आरोपी शख्स के खिलाफ छेड़छाड़ के संबंध में मामला दर्ज कर लिया। वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है।


अहमदाबाद-बेंगलुरु रूट पर प्रतिदिन फ्लाइट

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में एयर एशिया इंडिया नई फ्लाइट शुरू करने जा रही है। विमानन कंपनी अहमदाबाद-बंगलुरु रूट पर डेली फ्लाइट शुरू करेगी। साथ ही कंपनी की महीने के अंत तक गुजरात की वाणिज्यिक राजधानी को दिल्ली, गोवा और हैदराबाद जैसे अन्य प्रमुख शहरों से जोडऩे के लिए विभिन्न उड़ानें शुरू करने की भी योजना है। इसकी जानकारी कंपनी के ही एक अधिकारी ने दी। अहमदाबाद-बंगलुरु रूट पर कंपनी 22 नवंबर से सेवा शुरू करेगी। खास बात ये है कि अहमदाबाद एयरलाइन के नेटवर्क में यह 21वां डेस्टिनेशन होगा। इस संबंध  में एयरलाइन के मुख्य परिचालन अधिकारी संजय कुमार ने कहा है कि हम जल्दी ही अहमदाबाद-दिल्ली रूट पर विमान सेवा शुरू करेंगे। इसमें उड़ानों की संख्या रोजाना तीन होगी। साथ ही हम अहमदाबाद-बंगलुरु रूट पर सेवा बढ़ाकर रोजाना दो बार करेंगे। आगे अहमदाबाद-गोवा और अहमदाबाद-हैदराबाद रूट पर भी जल्द ही उड़ानें शुरू की जाएंगी। संजय कुमार ने कहा है कि कंपनी का साल 2020 तक कुछ और शहरों में उड़ाने शुरू करने की योजना है। बता दें कि 10 अक्टूबर 2019 तक एयरलाइन के पास कुल 20 विमानों का बेड़ा था, जिसके बाद कंपनी ने चार और विमान जोड़े। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारे बेड़े में विमानों की संख्या 24 है और हम साल के अंत तक पांच और विमान शामिल करेंगे।


एप्पल का दो करोड़ आईफोन बेचने का प्लान

नई दिल्ली। दुनिया की दिग्गज प्रीमियम मोबाइल फोन निर्माता कंपनी एप्पल की एनालिस्ट मिंग-ची कू ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य साल 2020 में आईफोन के लांच होने वाले एसई 2 मोबाइल फोन के दो करोड़ फोन बेचने का है।


एप्पल के सूत्रों के मुताबिक अगर कंपनी के प्लान के मुताबिक सबकुछ होता रहा तो डिवाइस की 3 करोड़ यूनिट तक भी बेची जा सकती हैं। इस फोन को आम आदमी की पहुंच में रखने के लिए कंपनी इसकी कीमत को कम रखेगी। जिससे आम लोग इसे खरीद सकें। एसई 2 में यूज किए जाने वाले मदरबोर्ड में दस लेयर वाले सब्सट्रेक्ट जैसे पीसीबी का इस्तेमाल हो सकता है जो कि आईफोन 11 वर्जन में भी यूज की गई है। इस डिवाइस का मॉडल आईफोन 8 की तरह काफीकुछ होगा।


सरकार गठन पर खींचतान, दलों की बैठक

मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान जारी है। भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने अपने-अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से भाजपा को सरकार गठन के लिए न्योता मिलने पर शिवसेना ने बयान दिया। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि भाजपा सोमवार तक सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाने में नाकाम रहती है तो शिवसेना अपने प्लान पर अमल करेगी। हमारे नेता व्यापारी नहीं हैं। डील शब्द का अर्थ है- व्यापार यानी नफा-नुकसान। हमने किसी से कोई डील नहीं की। किसी की हिम्मत नहीं है कि शिवसेना के विधायकों को तोड़ सके।
राउत ने कहा, ”उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि अगर भाजपा के पास बहुमत था तो रिजल्ट आने के 24 घंटे में सरकार बनाने का दावा पेश क्यों नहीं किया। फिलहाल हमने किसी भी तरह के गठबंधन पर विचार नहीं किया है। अभी भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया गया है तो हम अपने संस्कारों के हिसाब से उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। मुझे नहीं लगता कि भाजपा सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटा पाएगी।”
”मुझे बताया गया है कि राज्यपाल ने भाजपा को 11 नवंबर को रात 8 बजे तक अपने फैसले के बारे में बताने के लिए कहा है। अगर कोई सरकार बनाने के लिए तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी रविवार को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस और राकांपा राज्य की दुश्मन नहीं है। कुछ मुद्दों पर पार्टियों में मतभेद तो होता ही है।”


2000 के नोट की जमाखोरी,बंद कर देना चाहिए

नई दिल्ली। नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि 2000 के नोटों का बड़ा हिस्सा सर्कुलेशन में नहीं है। इनकी जमाखोरी हो रही है, इन्हें बंद कर देना चाहिए। गर्ग के मुताबिक सिस्टम में काफी ज्यादा नकदी मौजूद है। 2000 के नोट बंद करने से कोई परेशानी नहीं होगी।
गर्ग ने कहा कि दुनियाभर में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ रहा है। भारत में भी ऐसा हो रहा है, हालांकि इसकी रफ्तार धीमी है। यहां 85% भुगतान कैश में हो रहे हैं। गर्ग ने सुझाव दिया कि बड़े कैश लेन-देन पर टैक्स या शुल्क लगाने, डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने जैसे कदमों से देश को कैशलेस बनाने में मदद मिलेगी।


कालेधन पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान किया था। उस वक्त 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए। इसके बदले 500 का नया नोट जारी किया था। सरकार ने 1000 का नोट पूरी तरह हटा लिया और पहली बार 2000 का नोट जारी किया था।


पति की प्रेमिका के घर में लगाई आग

भरतपुर। पॉश कॉलोनी सूर्या सिटी में महिला डॉक्टर ने डॉक्टर पति की प्रेमिका के घर आग लगा दी और बाहर से कुंडी बंद कर दी। दम घुटने से युवती और उसके 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। बचाने के प्रयास में भाई भी झुलस गया। युवती डॉक्टर दंपती की क्लीनिक पर काम किया करती थी। पति से अफेयर की खबर लगने पर महिला डॉक्टर ने उसे निकाल दिया था। बावजूद, डॉक्टर और युवती का मिलना-जुलना जारी था। डॉक्टर ने उसे रहने के लिए मकान भी दे रखा था।


महिला डॉक्टर सीमा गुप्ता, सास सुलेखा के साथ डॉक्टर पति सुदीप गुप्ता की प्रेमिका दीपा गुर्जर को डराने-धमकाने के लिए पहुंची। दोनों के बीच कहासुनी चल ही रही थी कि अचानक उग्र हुई महिला डॉक्टर ने अपने साथ लाई स्प्रिट की बोतल को फर्नीचर पर उड़ेलकर आग लगा दी और घर के बाहर से कुंडी लगा दी। इस बीच आग इतनी भयानक हो गई कि कोई भी घर में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। मौके पर पहुंचे दीपा के भाई अनुज ने घर में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वह भी झुलस गया। आखिरकार, दम घुटने से डॉ. दीपा गुर्जर और उनके 6 वर्षीय बेटे की मौत हो गई।


दमकल की गाड़ियां करीब आधा घंटे में आग बुझा पाईं। वारदात का पता लगने के बाद राजकीय आरबीएम अस्पताल में फिजीशियन डॉ. सुदीप गुप्ता के अलावा एसपी हैदर अली जैदी, सीओ सिटी हवा सिंह रायपुरिया भी मौके पर पहुंचे। देर रात तक मामले को लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से कोई भी मामला दर्ज नहीं कराया गया था। पुलिस ने डॉ. सुदीप, उनकी पत्नी डॉ. सीमा व मां सुलेखा को हिरासत में लिया है। डॉ. सुदीप का शहर में काली बगीची इलाके में श्रीराम अस्पताल है।


न्याय प्रदान करने में उत्तर-प्रदेश काफी पिछड़ा

नई दिल्ली। आम नागरिकों को न्याय मुहैया कराने में महाराष्ट्र राज्यों की सूची में शीर्ष पर है। वहीं, केरल दूसरे, तमिलनाडु तीसरे, पंजाब चौथे और हरियाणा पांचवें स्थान पर है। टाटा ट्रस्ट के द्वारा जारी इंडिया जस्टिस 2019 रिपोर्ट के मुताबिक, एक करोड़ से कम जनसंख्या वाले राज्यों में गोवा पहले, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर है।


इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2019 विभिन्न सरकारी संस्थाओं जैसे पुलिस, न्यायपालिका, कारागार और कानूनी सहायता पर आधारित होती है। रिपोर्ट जारी करते हुए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एमबी लोकुर ने कहा- रिपोर्ट में हमारी न्यायिक व्यवस्था में गंभीर खामियां पाई गई हैं। न्यायिक व्यवस्था के समक्ष मुख्यधारा के मुद्दों पर न्याय देने को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। यह मुद्दे हमारी सोसाइटी, सरकार और अर्थव्यवस्था को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।


रिपोर्ट के मुताबिक, विभिन्न संस्थाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व निम्न स्तर पर रहा है। देशभर में न्याय और कानून व्यवस्था में महिलाओं की संख्या काफी कम है। जेल कर्मचारियों में 10% महिलाएं हैं। हाईकोर्ट और लोअर कोर्ट के सभी जजों में महिला जज 26.5% हैं। जेलों में क्षमता से अधिक 114% कैदी हैं जबकि इनमें से 68% कैदी अंडरट्रायल हैं।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...