शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2019

हिरण का एक शिकारी गिरफ्तार, 8 फरार

जगदलपुर। माचकोट वन परिक्षेत्र में दो नर हिरण के शिकार का मामला सामने आया है। रेंजर विनय चक्रवर्ती ने बताया कि कुरंदी के सुलियागुड़ा में दो नर हिरण का शिकार हुआ है। हिरण शिकार के मुख्य आरोपी प्रभुनाथ के मक्के के खेत में हिरण आए हुए थे । यहां पहले से लगाए गए फंदे में वे फंस गए।


इसके बाद सिर और पैर छोड़कर उनका मांस 10 आरोपियों ने आपस में बांट लिया। गांव के ही निवासी जयराम की बाड़ी में सिर, पैर व अन्य अवशेष छिपा रखे थे, जिसे वन अमले ने बरामद कर जयराम व अन्य एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बाकी के 8 आरोपियों की तलाश की जा रही है। वन अमले के अनुसार उन्हें इलाके के चौकीदार से दो दिन पहले इलाके में करंट लगाकर वन्य जीवों के शिकार की योजना बनाए जाने की सूचना मिली थी।


टेस्ट क्रिकेट में विराट का 26 वां शतक

पुणे। विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में एक और सेंचुरी जड़ दी है। भारतीय कप्तान ने शुक्रवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पुणे में खेले जा रहे सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन यह उपलब्धि हासिल की। यह टेस्ट क्रिकेट में उनकी 26वीं सेंचुरी है।
भारतीय टीम ने दूसरे दिन अपने खेल की शुरुआत तीन विकेट पर 273 रनों से की। कोहली पहले दिन 63 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। दूसरे दिन वर्नन फिलैंडर की गेंद पर चौका लगाकर उन्होंने अपनी सेंचुरी पूरी कर ली। कोहली ने अपने 81वें टेस्ट मैच की 138वीं पारी में अपनी 26वीं टेस्ट सेंचुरी लगाई।


सचिन से पीछे
कोहली टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे कम पारियों में 26 शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे पायदान पर आ गए हैं। भारत की ओर से सचिन तेंडुलकर ने 136 पारियों में यह मुकाम हासिल किया था वहीं सुनील गावसकर ने 144 पारियों में 26 टेस्ट सेंचुरी लगाई थीं।


सबसे आगे ब्रैडमैन
सबसे कम पारियों में 26 टेस्ट शतक लगाने की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन इस लिस्ट में चोटी पर हैं। ब्रैडमैन ने 69 पारियों में यह 26 शतक लगाए थे। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ 121 पारियों में 26 शतक लगाए थे। स्मिथ ने हाल ही में एशेज स्रीज में यह मुकाम हासिल किया था। दुनिया के नंबर वन टेस्ट बल्लेबाज स्मिथ ने एशेज में 774 रन बनाए थे।


पॉन्टिंग की बराबरी
कप्तान के रूप में यह विराट कोहली का 19वां टेस्ट शतक है। वह ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज कप्तान रिकी पॉन्टिंग के बराबर पहुंच गए हैं। पॉन्टिंग ने 77 टेस्ट मैचों में 19 शतक लगाए थे जबकि कोहली ने सिर्फ 50वें टेस्ट में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली। टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा शतक साउथ अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ ने लगाए हैं। स्मिथ ने 109 टेस्ट मैचों में 25 शतक लगाए थे।


भारत मजबूत
भारत इस मैच में काफी मजबूत स्थिति में पहुंच गया है। कोहली की सेंचुरी और अजिंक्य रहाणे की हाफ सेंचुरी की मदद से दूसरे दिन लंच तक भारत ने तीन विकेट के नुकसान पर 356 रन बना लिए हैं। भारत ने पहले सेशन में साउथ अफ्रीका गेंदबाजों के हाथ कोई कामयाबी नहीं लगने दी। इन दोनों के बीच 158 रनों की पार्टनरशिप हो चुकी है। यह साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत की ओर से चौथे विकेट के बाद सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली ने 1996-97 में जोहांसबर्ग में 145 रनों की साझेदारी की थी।


कोहली के लिए यह शतक


यह विराट कोहली के टेस्ट करियर का 26वां शतक है।
कप्तान के रूप में यह उनके बल्ले से निकला 19वां शतक है।
पिछली 11 पारियों में यह उनका पहला शतक है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू धरती पर कोहली का पहला शतक।
वर्ष 2019 में विराट कोहली का पहला टेस्ट शतक


कुपोषण संकट से निपटने के प्रयास जारी

नई दिल्ली। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने गुरुवार को नई दिल्ली में भारत की पोषण चुनौतियों पर 5वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। 
महिला और बाल विकास मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में कुपोषण के संकट से निपटने के लिए मानवीय समाधान विकसित करने की आवश्यकता है और इसके लिए पोषण में निवेश के आर्थिक लाभों को उजागर और प्रचारित किया जाना चाहिए।महिला और बाल विकास मंत्री ने विश्व बैंक की वैश्विक पोषण रिपोर्ट 2018 का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि भारत को कुपोषण के मामलें में वार्षिक रूप से कम से कम 10 बिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ता है। यह नुकसान उत्पादकता, बिमारी और मृत्यु से जुड़ा है और गंभीर रूप से मानव विकास तथा बाल मृत्यु दर में कमी करने में बाधक है। उन्होंने कहा कि पोषण सभी नागरिकों के जीवन के लिए एक अभ्यास है और इसे महिलाओं और बच्चों तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए।


स्मृति जुबिन ईरानी ने बताया कि उनका मंत्रालय बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन तथा दीनदयाल शोध संस्थान के साथ एक पोषण मानचित्र विकसित कर रहा है जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों की फसलों और खाद्योन्नों को दिखाया जाएगा, क्योंकि कुपोषण संकट का समाधान क्षेत्रीय फसल को प्रोत्साहित करने और प्रोटीन समृद्ध स्थानीय खाद्य पदार्थ को अपनाने में है। उन्होंने सुझाव दिया कि पोषण अभियान के अनाम नायकों को मान्यता देने के लिए स्वास्थ्य और पोषण मानकों पर राज्यों की रैंकिंग की प्रणाली विकसित की जा सकती है और इसके लिए नीति आयोग राज्यों के लिए ढांचा विकसित कर सकता है ताकि जिलों की रैंकिंग की जा सके। उन्होंने कहा कि रैंकिंग प्रक्रिया में नागरिकों और सिविल सोसाइटी को शामिल किया जा सकता है।
परिषद की बैठक में राज्यों द्वारा पोषण अभियान लागू करने के बारे में महिला और बाल विकास मंत्रालय, नीति आयोग तथा स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रेजेंटेशन दिए गए। बैठक में आकांक्षी जिलों और पिछड़े हुए राज्यों की चुनौतियों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। क्षमता सृजन और स्वास्थ्य कर्मियों की गुणवत्ता में सुधार के बारे में युद्ध स्तर पर काम करना होगा ताकि सभी आंगनवाड़ीकर्मी स्मार्टफोन और अन्य यंत्रों के उपयोग में प्रशिक्षित हो सके और सफलता पूर्वक डैशबोर्ड पर डाटा अपलोड कर सकें। बैठक में राज्यों की नवाचारी योजनाओं और कार्यक्रमों को साझा किया गया।


यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष सितंबर में मनाए गए पोषण माह के दौरान राज्यों के श्रेष्ठ व्यवहारों तथा नवाचार योजनाओं का प्रलेखन किया जाए। 
भारत की पोषण चुनौतियों पर 5 वीं राष्ट्रीय परिषद में महिला और बाल विकास सचिव रवीन्द्र पंवार, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, उत्तर प्रदेश की महिला और बाल विकास मंत्री स्वाति सिंह, राजस्थान की महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृषि, पेयजल और स्वच्छता, ग्रामीण विकास, जनजातीय मामले, पंचायती राज, उपभोक्ता मामले और खाद्य, वित्त, मानव संसाधन विकास, आवास और शहरी कार्य, सूचना और प्रसारण और पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों उपस्थित थे। बैठक में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय पोषण संस्थान, भारतीय सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, टाटा ट्रस्ट, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और विश्व बैंक के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।


अयोध्या में मनाई जाएगी 'भव्य दिवाली'

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए मुंबई आये उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 जगहों पर चुनावी रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार के विकास कार्य गिनाने के साथ ही कहा कि बीजेपी के लिए देशहित पहले है। वहीं उन्होंने कहा कि श्रीराम की नगरी की दिवाली भव्य होगी। दुनिया अयोध्या की दिवाली देखती है। राम मंदिर का नाम लिए बिना उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट पर उन्हें पूरा भरोसा है। रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि फाइटर प्लेन राफेल भारत आ रहा है. इसे लेकर कांग्रेस फिर परेशान है। बीजेपी जो कहती है उसे एक-एक कर पूरा करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म कर खुशहाली का रास्ता खोला है। वहीं एक बार फिर कांग्रेस पर हमलावर होते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को तीन तलाक में वोट बैंक नजर आता था, जिससे पिछले 70 साल से इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए कोई कानून नहीं बनाया गया। तीन तलाक की कुप्रथा से मुस्लिम महिलाएं पीड़ित थीं, उनका उत्पीड़न हो रहा था। उन्होंने कहा कि तीन तलाक पर बीजेपी ने करारा वार किया और कानून बनाया। इस कुप्रथा को खत्म करने लिए पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दे रहा है, लेकिन कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। इससे कांग्रेस की मानसिकता उजागर हो जाती है।


जेल में दाल रोटी के पीछे हंगामा

गोरखपुर। जेल में बवाल मामले में पुलिस महानिदेशक, जेल आनंद कुमार ने कहा है कि गोरखपुर जेल में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि कैदियों ने मांग पत्र लिखकर भेजा है। कैदियों की तरफ से जेल प्रशासन और पुलिस को लेकर शिकायतें की हैं। डीजी जेल ने कहा कि मिली शिकायतों की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही महानिदेशक जेल ने कहा कि यूपी की जेलों में देश के 25 प्रतिशत बंदी हैं। यूपी की जेलों में क्षमता से ज्यादा बंदी हैं। जेलों की व्यवस्था में सुधार लाने की कवायद जारी है।
कैदी की पिटाई के बाद शुरू हुआ हंगामा 
बता दें गोरखपुर जिला जेल में शुक्रवार सुबह कैदियों ने जबरदस्त बवाल कर दियाा। पूछताछ के दौरान एक कैदी की पिटाई करने का आरोप लगाते हुए कैदियों ने जेल में जमकर हंगामा किया। सूत्रों के मुताबिक डिप्टी जेलर समेत 4 सिपाहियों की बुरी तरह से पिटाई की गई। घटना की सूचना मिलते ही डीएम-एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। हालात नियंत्रण से बाहर बताए जा रहे हैं, जेल के अंदर ईंट पत्थर भी चल रहे हैं।
हंगामे के पीछे रोटी-दाल की समस्या
हंगामे के पीछे कैदियों ने जेल में रोटी-दाल की समस्या भी बताई जा रही है। वहीं कैदियों ने जिला प्रशासन को मांग पत्र भी सौंपा है। एडीएम रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि जेल बंदियों की समस्या दूर करने का आश्वासन दिया गया है। वहीं पुलिस द्वारा कैदियों की पिटाई की बात का एडीएम सिटी रजनीश श्रीवास्तव ने खंडन किया है। कैदियों के हमले कोई भी नहीं हुआ है। हालांकि जेल में बंद कैदी लामबंद होकर नारेबाजी भी कर रहे हैंं। वहीं मौके पर एहतियतन फायर ब्रिगेड और कई थाने की पुलिस फोर्स को बुला लिया गया हैै।
स्थिति काबू में, 9 थानों की पुलिस जेल के अंदर मौजूद
जेल में बवाल के बाद अभी भी स्थिति काबू में हैै। मौके पर 9 थानों की पुलिस जेल के अंदर मौजूद है। फिलहाल इस मामले में अभी जेल और प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैंं। वहीं एसएसपी सुनील गुप्ता भी मौके पर पहुंचे हैं। एसएसपी के मुताबिक घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा हैै। साथ ही कैंदियों से बातचीत कर मामला शांत कराया जा रहा है।


मृतकों के परिवार को दो लाख की सहायता

बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में शुक्रवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे में हुए सात लोगों के मौत पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। दरअसल, एक तेज रफ्तार बस ने नरौरा गंगा घाट के किनारे सड़क पर सो रहे, तीर्थ यात्रियों को रौंद दिया। इस हादसे में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सीएम योगी ने जिलाधिकारी प्रत्येक मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए की राहत राशि वितरित करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने ये आदेश दिया है कि आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। सीएम ने मृतकों के परिजन के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना की है।बताया जा रहा है सभी श्रद्धालु वैष्णो देवी से दर्शन के बाद गंगा स्नान के लिए हाथरस से नरौरा घाट जा रहे थे। रास्ते में ही ये लोग अपनी बस से उतर कर आराम करने के लिए सड़क के किनारे सो गए थे। हादसे के बाद बस ड्राइवर मौके से फरार हो है।


बस खड़ी होने के बाद उसमे से सात लोग जिनमें तीन महिलाएं और चार बच्चे उतरकर बस के आगे जाकर सो गए। इस बीच दूसरी बस भी वहां पहुंची। अंधेरा होने की वजह से वह जमीन सो रहे लोगों को देख नहीं सकी और उन्हें कुचल दििया। इस हादसे में सभी की मौत हो गई, चालक की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।


सचिवालय कर्मचारी छठी मंजिल से कूदा

राणा ओबराय
पंजाब सचिवालय चण्डीगढ़ के कर्मचारी ने छटी मंजिल से कूद कर दी जान
चंडीगढ़। पंजाब सचिवालय में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब फाइनेंशियल कमिश्नर ऑफिस के रिकॉर्ड ब्रांच के सुपरवाइजर ने बिल्डिंग की 6वीं मंजिल से नीचे की ओर छलांग लगा दी|घटनाक्रम की सूचना फौरन पुलिस को दी गई. जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सुपरवाइजर को लहूलुहान हालत में सेक्टर-16 के अस्पताल में पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने सुपरवाइजर को मृत करार दिया|मृतक की पहचान परमजीत सिंह के तौर पर हुई है।मौके पर पहुंची सेक्टर-3 थाना की पुलिस ने परमजीत सिंह के शव को मॉर्चरी में रखवा दिया है और आगे की बनती कार्रवाई को अंजाम दे रही है। जानकारी के मुताबिक, मृतक परमजीत सिंह सेक्टर 23 के मकान नंबर 2252 सरकारी निवास में अपने परिवार के साथ रहता था|शुक्रवार को सुबह करीब 11 बजे सेक्टर-1 स्थित सेक्रेटेरिएट बिल्डिंग की छठी मंजिल से कूद गया।


मृतक परमजीत सिंह के पास से सुसाइड नोट हुआ बरामद


सुसाइड नोट के अनुसार, वह कुछ समय से बीमार चल रहा था, जिसके चलते वह परेशान रहता था। परमजीत सिंह ने अपनी मौत का खुद को जिम्मेदार ठहराया है।परमजीत सिंह ने अपने अधिकारियो से मांग की है कि उसकी पेंशन का सारा पैसा उसके परिजनों को दे दिया जाए।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...