शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

वाशिंगटन की सड़कों पर गोलीबारी,कई मौत

वाशिंगटन। अमेरिका के वाशिंगटन की सड़कों पर गोलीबारी हुई। स्थानीय मीडिया के अनुसार बताया जा रहा है कि घटना में कई लोगों की मौत हो गई है। इस स्थान की व्हाइट हाउस से दूरी केवल तीन किलोमीटर है। स्थानीय मीडिया के अनुसार वाशिंगटन की गलियों में गोलियों की आवाज सुनी गई। इस गोलीबारी में कई लोगों को गोली लगी है।


पुलिस के अनुसार घटना में छह लोगों को गोली लगी है। घटना गुरुवार रात को 10 बजे घटित हुई। पीड़ितों की हालत के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। घायलों को घटनास्थल से एंबुलेंस में ले जाया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना में एक की मौत हो गई है वहीं पांच लोग घायल हो गए हैं। एनबीसी वॉशिंगटन ने पुलिस के हवाले से बताया कि गोलीबारी की घटना व्हाइट हाउस से करीब तीन किमी दूर स्थित कोलंबिया हाइट्स में हुई। घटना गुरुवार की रात दस बजकर छह मिनट पर हुई। यह क्षेत्र उत्तर पश्चिम वॉशिंगटन में है। इस खबर में बताया गया कि पुलिस को गोली चलाने की घटना की जानकारी मिली और इसमें घायल छह लोगों का भी पता चला। पुलिस ने बताया कि पांच घायलों को अस्पताल ले जाया गया जिनमें से कम से कम एक की हालत गंभीर है। रिपोर्ट में कहा गया कि आस-पास के लोगों से घटना की जानकारी ली जा रही है, सर्विलांस वीडियो भी तलाशा जा रहा है।


'हाउडी मोदी' से पहले मौसम की मार

ह्यूस्टन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अमेरिका दौरे पर 50 हजार से अधिक भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे। टेक्सास राज्य के ह्यूस्टन शहर में होने वाले इस कार्यक्रम को हाउडी मोदी नाम दिया गया है, जिसका काफी क्रेज़ है। लेकिन कार्यक्रम से पहले ह्यूस्टन में मौसम की मार पड़ी है, बीते दो दिनों से यहां इतनी बारिश हुई है कि बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। बाढ़ के कारण टेक्सास के कुछ हिस्सों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
खराब मौसम की वजह से ह्यूस्टन एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा लोगों को बाहर नहीं निकलने से कहा गया है। हाउडी बुश एयरपोर्ट के द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार, एयरपोर्ट पर किसी फ्लाइट को आने नहीं दिया जा रहा है। साथ ही 21 सितंबर से एयरपोर्ट के शुरू होने के आसार हैं। ह्यूस्टून के काफी बड़े स्कूल भी भारी बारिश की वजह से बंद किए गए हैं, इसके बारे में लगातार ट्विटर पर अपडेट किया जा रहा है।


हालांकि, मौसम की मार का असर हाउडी मोदी के वॉलंटियर्स पर नहीं पड़ा है, वह लगातार एनआरजी स्टेडियम में कार्यक्रम में लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं। रविवार को होने वाले प्रोग्राम से पहले 1500 वॉलंटियर्स काम में लगे हुए हैं। तुलसी गबार्ड नहीं होंगी शामिल, वीडियो में बताया
डेमोक्रेट्स पार्टी की नेता और अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहीं भारतीय-अमेरिकी मूल की तुलसी गबार्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाउडी मोदी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी। हालांकि उन्होंने एक वीडियो जारी कर पीएम का स्वागत किया है और कार्यक्रम में शामिल ना होने पर खेद जताया है।
आपको बता दें कि 22 सितंबर यानी रविवार की रात (भारतीय समयानुसार) ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यहां संबोधन देना है। इस कार्यक्रम में अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल होने वाले हैं, जहां वह कुछ बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी डोनाल्ड ट्रंप के शामिल होने पर उन्हें शुक्रिया अदा किया गया है। डोनाल्ड ट्रंप के अलावा अमेरिका के कई सांसद, रिपब्लिकन, डेमोक्रेट्स पार्टी के कई नेता इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। ह्यूस्टन में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए 50 हजार से अधिक पास बुक हो चुके हैं, इसके अलावा अभी भी लगातार बुकिंग जारी है।


अकबर ने की राम-जानकी मंदिर में पूजा

कवर्धा। छत्तीसगढ़ सरकार के वन, एवं परिवहन,एवं आवास, एवं पर्यावरण मंत्री एवं कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर ने कवर्धा के प्रसिद्ध राम-जानकी मंदिर पहुँचकर विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर में पूजा करते हुए प्रदेश की सुख-शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना भी की। इस अवसर पर मुकुंद माधव कश्यप, नरेन्द्र देवांगन, प्रमोद लुनिया, ऋषि शर्मा, कलीम खान सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।


कारपोरेट कर में कटौती का ऐलान

गोवा। गोवा में होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मीडिया से मुखातिब हुईं। इस दौरान उन्‍होंने कंपनी और कारोबारियों को राहत देते हुए कॉरपोरेट टैक्‍स घटाने का ऐलान किया। निर्मला सीतारमण ने बताया कि टैक्‍स घटाने का अध्‍यादेश पास हो चुका है।


(निवेश करने वाली कंपनियों पर 15 फीसदी का टैक्‍स लगेगा,मैन्‍युफैक्‍चरिंग कंपनियों के लिए भी टैक्‍स घटेगा,बिना किसी छूट के इनकम टैक्‍स 22 फीसदी होगा)


 निर्मला सीतारमण के इस ऐलान के बाद शेयर बाजार में बड़ी तेजी देखी गई। प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान सेंसेक्‍स 900 अंक मजबूत हुआ तो वहीं निफ्टी ने भी 250 अंकों की बढ़त दर्ज की। सेंसेक्‍स 37 हजार के पार कारोबार करता दिखा तो वहीं निफ्टी ने 11 हजार के स्‍तर को टच कर लिया।


भूमि-अधिग्रहण याचिका पर विचार से इनकार

अहमदाबाद। गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अनंत दवे और बीरेन वैष्णव की पीठ ने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर विचार करने से इनकार कर दिया। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन द्वारा 508 किलोमीटर लंबी बुलेट ट्रेन परियोजना शुरू की जा रही है। केंद्रीय भूमि अधिग्रहण कानून का हवाला देकर अदालत ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह परियोजना कई राज्यों से संबंधित है, लेकिन केंद्र ने भूमि अधिग्रहण करने के लिए गुजरात को कार्यकारी शक्ति की मंजूरी दी। गुजरात की ओर से सोशल इम्पैक्ट असेसमेंट (एसआईए) के बिना भूमि अधिग्रहण को अधिसूचित करने के मुद्दे पर भी अदालत ने स्पष्टता जाहिर की। अदालत ने कहा कि राज्य द्वारा परियोजना से पहले सामाजिक आकलन, पुनर्वास एवं पुनस्र्थापन जैसे केंद्रीय कानून के अनिवार्य प्रावधानों को छोड़ते हुए अधिसूचना जारी करना भी वैध है।


अदालत ने कहा कि जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (जेआईसीए) के दिशानिर्देशों के तहत की गई एसआईए प्रक्रिया उचित और संतोषजनक है। किसानों के लिए मुआवजे के मुद्दे पर फैसला करते हुए अदालत ने कहा कि किसान अपनी मांगों को जायज ठहराने के लिए अन्य परियोजनाओं में अधिक मुआवजे के सबूत पेश कर सकते हैं। परियोजना से प्रभावित कुल 6900 किसानों में से लगभग 60 फीसदी ने भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज की थी। किसानों के एक प्रतिनिधि ने कहा कि वे इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं। सूरत जिले के पांच किसानों ने 2018 में गुजरात के भूमि अधिग्रहण अधिसूचना के खिलाफ अदालत का रुख किया।


पाक को यूएनएचआरसी ने दिखाया ठेंगा

जिनेवा। जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि करने की कोशिश में जुटा है। लेकिन उसे लगातार मुंह की खानी पड़ रही है। वहीं अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के ज्यादातर सदस्य देशों ने भी पाकिस्तान का साथ देने से इंकार कर दिया है। तय समय सीमा के अंदर पाकिस्तान आवश्यक सदस्यों के समर्थन का पत्र यूएनएचआरसी को नहीं सौंप पाया। यूएनएचआरसी के ज्यादातर सदस्य देशों ने जम्मू कश्मीर पर संकल्प पेश करने के पाकिस्तान के प्रस्ताव का समर्थन करने से साफ मना कर दिया। इसके चलते पाकिस्तान की मंशा पर पानी फिर गया है।


संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत की प्रथम सचिव कुमम मिनी देवी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर भारत का संप्रभु और आंतरिक मामला है। पाकिस्तान गलत नीयत से सीमा की गलत व्याख्या करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अन्याय की सीमा पार हो रही है। हिरासत में लेकर रेप, हत्या जैसी वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। ऐक्टिविस्ट्स और पत्रकारों के मानवाधिकारों का उल्लंघन वहां आम है,पास है।


सब ओर से सफलता प्राप्त होगी:कुंभ

राशिफल


मेष-पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ प्राप्त होगा। नौकरी में नया कार्य कर पाएंगे। थकान रह सकती है। मन में नए विचार आएंगे जिनको मूर्तरूप देने के लिए प्रयास कर पाएंगे। व्यवसाय अच्‍छा चलेगा।


वृष-दूर से कोई बुरी सूचना मिल सकती है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। दौड़धूप अधिक होगी। कारोबार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।


मिथुन-सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मेहनत का फल प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। व्यस्तता के चलते थकान हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ होगा।


कर्क-आत्मसम्मान बना रहे, ऐसे कार्य करते रहें। दूसरे के कामों में हस्तक्षेप न करें। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए संपर्क बनेंगे। विवाद में न पड़ें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। प्रमाद न करें।


सिंह-भेंट व उपहार की प्राप्ति हो सकती है। मान बढ़ेगा। रोजगार में वृद्धि होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। उत्साह बना रहेगा। जल्दबाजी न करें।


कन्या-फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। कुसंगति से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। वाणी में हल्के शब्दों का प्रयोग समस्या पैदा कर सकता है। कार्य की गति धीमी रह सकती है। नौकरी में सहकर्मी साथ नहीं देंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी।


तुला-लाभदायक यात्रा होगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। नए काम मिलेंगे। आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। प्रतिद्वंद्वी रास्ते से हट जाएंगे। रुके कार्य पूर्ण होंगे। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य प्रभावित हो सकता है। आलस्य रहेगा। प्रमाद न करें।


वृश्चिक-कार्यस्थल पर व कार्यप्रणाली में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। मित्रों व रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रु पस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। लाभ में वृद्धि होगी। कार्य बनेंगे।


धनु-अध्यात्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। आय में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। बिगड़े काम बनेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। जोखिम न लें।


मकर-चोट, दुर्घटना व विवाद आदि से हानि संभव है। कार्यक्षेत्र में लापरवाही न करें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। किसी बड़ी समस्या से परेशानी हो सकती है। विवेक का प्रयोग करें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।


कुंभ-समय अनुकूल है। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रेम-प्रसंग में भेंट व उपहार देना पड़ सकते हैं। मनोरंजन का समय प्राप्त होगा। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। व्यापार व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।


मीन-स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक स्थिति सुधरेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। समय पर सभी काम होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें।


चौलाई का लाल साग व भाजी

चौलाई का सेवन भाजी व साग (लाल साग) के रूप में किया जाता है जो विटामिन सी से भरपूर होता है। इसमें अनेकों औषधीय गुण होते हैं, इसलिए आयुर्वेद में चौलाई को अनेक रोगों में उपयोगी बताया गया है। सबसे बड़ा गुण सभी प्रकार के विषों का निवारण करना है, इसलिए इसे विषदन भी कहा जाता है। इसमें सोना धातु पाया जाता है जो किसी और साग-सब्जियों में नहीं पाया जाता। औषधि के रूप में चौलाई के पंचाग यानि पांचों अंग- जड, डंठल, पत्ते, फल, फूल काम में लाए जाते हैं। इसकी डंडियों, पत्तियों में प्रोटीन, खनिज, विटामिन ए, सी प्रचुर मात्रा में मिलते है। लाल साग यानि चौलाई का साग एनीमिया में बहुत लाभदायक होता है। चौलाई पेट के रोगों के लिए भी गुणकारी होती है क्योंकि इसमें रेशे, क्षार द्रव्य होते हैं जो आंतों में चिपके हुए मल को निकालकर उसे बाहर धकेलने में मदद करते हैं जिससे पेट साफ होता है, कब्ज दूर होता है, पाचन संस्थान को शक्ति मिलती है। छोटे बच्चों के कब्ज़ में चौलाई का औषधि रूप में दो-तीन चम्मच रस लाभदायक होता है। प्रसव के बाद दूध पिलाने वाली माताओं के लिए भी यह उपयोगी होता है। यदि दूध की कमी हो तो भी चौलाई के साग का सेवन लाभदायक होता है। इसकी जड़ को पीसकर चावल के माड़ (पसावन) में डालकर, शहद मिलाकर पीने से श्वेत प्रदर रोग ठीक होता है। जिन स्त्रियों को बार-बार गर्भपात होता है, उनके लिए चौलाई साग का सेवन लाभकारी है।


अनेक प्रकार के विष जैसे चूहे, बिच्छू, संखिया, आदि का विष चढ गया हो तो चौलाई का रस या जड़ के क्वाथ में काली मिर्च डालकर पीने से विष दूर हो जाता है। चौलाई का नित्य सेवन करने से अनेक विकार दूर होते हैं।


उपभोक्ता संरक्षण बिल की विशेषता

उपभोक्ता संरक्षण एक्ट-1986, उपभोक्ताओं के अधिकारों को पुष्ट करता है और जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर शिकायतों के निवारण का प्रावधान करता है। ये शिकायतें वस्तुओं की खराबी या सेवाओं के दोषपूर्ण होने से संबंधित हो सकती हैं। एक्ट व्यापार के अनुचित तौर-तरीकों को अपराध के रूप में मान्यता देता है जिसमें किसी वस्तु या सेवा की क्वालिटी या मात्रा के संबंध में झूठी सूचना देना और भ्रामक विज्ञापन शामिल हैं। 


पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस एक्ट के कार्यान्वयन में कई समस्याएं रही हैं। अनेक उपभोक्ताओं को एक्ट के अंतर्गत अपने अधिकारों की जानकारी नहीं थी। हालांकि उपभोक्ता मामलों की निपटान दर उच्च थी (लगभग 90%), लेकिन उनका निपटान होने में काफी समय लगता था। एक मामले को निपटाने में औसत 12 महीने लगते थे।4इसके अतिरिक्त एक्ट में उपभोक्ता और मैन्यूफैक्चरर के बीच के उन कॉन्ट्रैक्ट्स का उल्लेख नहीं था जिनकी शर्तें अनुचित होती हैं। इस संबंध में भारत के विधि आयोग ने सुझाव दिया था कि एक अलग कानून लागू किया जाए और कॉन्ट्रैक्ट की अनुचित शर्तो से जुड़ा एक ड्राफ्ट बिल पेश किया।


1986 के बिल को संशोधित करने के लिए 2011 में एक बिल प्रस्तुत किया गया ताकि उपभोक्ता कॉन्ट्रैक्ट की अनुचित शर्तों के खिलाफ शिकायतें और ऑनलाइन शिकायतें दर्ज करा सकें। हालांकि 15वीं लोकसभा के भंग होने के साथ यह बिल निरस्त हो गया।1986 के एक्ट का स्थान लेने के लिए लोकसभा में उपभोक्ता संरक्षण बिल, 2015 पेश किया गया। बिल में कई नए प्रावधान प्रस्तुत किए गए जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं : (i) प्रॉडक्ट लायबिलिटी, (ii) अनुचित कॉन्ट्रैक्ट्स, और (iii) रेगुलेटरी निकाय का गठन। उपभोक्ता मामलों से संबंधित स्टैंडिंग कमिटी ने इस बिल की जांच की और अप्रैल 2016 में अपनी रिपोर्ट सौंपी।[8] कमिटी ने निम्नलिखित के संबंध में अनेक सुझाव दिए : (i) प्रॉडक्ट लायबिलिटी, (ii) रेगुलेटरी निकाय (केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण अथॉरिटी) की शक्तियां और कार्य, (iii) भ्रामक विज्ञापन और ऐसे विज्ञापनों को एन्डोर्स करने वालों के लिए सजा, और (iv) जिला स्तर पर न्यायिक (एड्जुडिकेटरी) निकाय का आर्थिक क्षेत्राधिकार। 2015 के बिल का स्थान लेने के लिए जनवरी 2018 में उपभोक्ता संरक्षण बिल, 2018 पेश किया गया।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता

गतांक से...
 मेरे प्यारे, वैदिक साहित्य में बहुत सी चर्चाएं आती रहती है। विद्या की विवेचना होती रहती है। आज मैं विशेष विवेचना नहीं दूंगा। देखो केवल अंतरण की विवेचना करूंगा, जो मानव चित्त का मंडल बना हुआ है। उन मंडलों में शब्द निहित रहते हैं चित्त निहित रहते हैं। जिनको मुनिवरो, देखो मनुष्य अपने में धारण करता हुआ अपनत्व की धाराओं को अपनाता है। 'ध्वनि गान्‌न्‌ ब्रह्म वाचा:' मुझे वह काल स्मरण आता रहता है। जब हमारे यहां एक ऋषि हुए हैं, जिन ऋषि का नाम तुगंध्‍वज कहलाता था। उन्हें तुगंध्‍वज ऋषि कहते थे। एक राजा हुए हैं सतयुग के काल में जिनका नाम महाराजा नल कहलाता था। महाराजा नल उनके चरणों में ओत'प्रॏत होता था। बाल अवस्था में उन्हीं के द्वारा शिक्षा अध्ययन करते थे। तो वह जो तुगं ध्वज ऋषि थे। वह दीप मालिका का ज्ञान जानते थे कि कैसे दीपक में प्रकाश आ जाता है। इस ध्वनि के कारण शब्दों से प्रणायाम के द्वारा कैसे मस्तिष्क जल हात्‌ में प्रकट होता हुआ दीप मालिका बन जाती है। तो मुनिवरो, राजा नल का बाल्यकाल का नाम श्वेतकेतु ब्रह्मचारी था, वह श्वेतकेतु ब्रह्मचारी उनके यहां अध्ययन करते थे। बाल अवस्था में उनको दिपमालिका का उन्होंने अध्ययन कराया। अध्ययन में इतने पारंगत हो गए कि वह दीप मालिका जब गाना गाते थे तो दीपक में प्रकाश आ जाता था। जैसे दीप मालिका एक पर्व हमारे यहां पर होता है। जिसको दीप मालिका कहते हैं। दीपको का प्रकाश हो जाता है तो उस समय देखो ध्वनि के द्वारा प्राण और ललाट दोनों का समन्वय करते हुए। जब वह गाना गाते थे तो मुनिवर नगर के दीपक प्रकाशित हो जाते थे। मुझे वह काल, उनका साहित्य स्‍मरण आता रहता है। जब वह बाल्यकाल में परायण हो गए। परायण होते हुए। 'संभव: देवो ब्रह्मवाचा: प्रवचन ब्रह्मवचोसी देवा:' ब्रह्म और चर्य दोनों का समन्वय होता है। क्योंकि वह श्वेतवृत्ति ब्रह्मचारी थे वह सदैव ब्रह्मचर्य में रत रहते थे। 'नरा नृत्‍यम्‌ वृहीव्रताम्‌' उनके गुरु ने जब उसे दीक्षित बनाया तो उसका नामकरण भी नल के रूप में परिणत हो गया। उसका नामकरण नल के रूप में जब परिणत हो गया। जब वह भोजनालय तपाने लगते थे तो अग्नि में ऐसा सुंदर भोजन तपाते थे। यह भी एक विधा होती है। वैदिक साहित्य में भिन्न-भिन्न प्रकार की विधाएं हैं। मेरी प्यारी माता भोजनालय में परिणित हो जाती है तो गायत्री छंदों का पठन-पाठन करती हुई अपने पुत्र को महान बना देती है। मुझे महर्षि गौतम का और अगस्त मुनि का जीवन स्मरण आता रहता है। अगस्त मुनि की माता का नाम श्‍वैशनै था। उनका नाम दिव्‍या कहलाता था। एक समय बाल काल में जब वह बालक 5 वर्ष का था। 5 वर्ष के पुत्र ने माता से यह कहा। हे माता, तुमने मुझे संस्कारों से जन्म दिया है परंतु मैं यह चाहता हूं कि मुझे तू 12 वर्ष का भोजन प्रदान कर। जिससे मेरा अंतरात्मा उसे पवित्र हो जाए। माता ने वह वाक्य स्वीकार कर लिया। स्वीकार करके माता भोजनालय एकांत हृदय की संतुलनता को करती हुई वह भोजन करा, भोजन को तपाती थी अग्नि में, तपाने के पश्चात बालक को भोजन कराती थी। 12 वर्ष के पश्चात मेरे प्यारे ऋषि अगस्त मुनि महाराज आत्मा और परमात्मा की प्रतिभा को जानकर के विज्ञान की धाराओं को अन्य में जितने विज्ञान की तरंगे होती है उनको सबको जान करके वह महान बन गया। तो विचार क्या है माता जब भोजन बनाती है भोजन तपाती है अग्नि में, तो योगेश्वर बना देती है। गायत्री का जपन हो जाता है भोजन बना रही है। ध्‍वनिया वेदो का गाना गा रही है। वह तरंगित भोजन को बालक पान करता है तो बालक महान बन जाता है। पुत्र बन जाता है। माता वही सौभाग्यशाली होती है जिस माता के गर्भ से बालक ब्रह्म वेता या ब्रह्मविचारक बन जाए। जिससे वह परमपिता परमात्मा के क्षेत्र में महानता को प्राप्त हो जाए। महाराजा नल के जीवन का मुझे वह काल स्मरण आता रहता है। मेरे पूज्य पाद गुरुदेव भी मुझे इसकी वार्ता प्रकट कराते रहते थे।  यह वार्ताएं मेरे हृदय  में आती रहती है। महाराजा नल जब वह गान गाते थे तो रात्रि काल में दीपमालिका नगरों की बन जाती थी। वह इतने परायण बन गए थे। जब उनके राष्ट्र के बंटवारे के ऊपर कुछ भिन्नता आई तो महाराजा नल का संस्कार भी हो गया था। महाराजा नल का संस्कार महारानी दमयंती के द्वारा हुआ। तो मुनिवर देखो, 'ब्रह्म वाचपृही लोकाम वसूरधर्म ब्रहे' में  महाराज पुष्कर ने जब उनके राज्य को अपना लिया और 12 वर्ष की प्राप्ति वन प्राप्ति हो गई। तो भयंकर वन में पति-पत्नी दोनों ने गमन किया और भयंकर वनों में महाराजा नल उस  बृह्‍म अस्‍वतो में पत्नी को भी त्याग दिया। त्याग देने के पश्चात वह तो तुगंध्वज राजा के राष्ट्र में चले गए  और महारानी दमयंती गमन करती हुई एकांत रह गई। वनों में भ्रमण करती हुई अपने पिता के द्वार चली गई। जब महारानी दमयंती को यह प्रतीत हो गया कि मेरा स्वामी कहीं है और यह प्रतीत हुआ कि स्वामी तुगंध्वज राजा के यहां है, तो वह कैसे आए?


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 21, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-49 (साल-01)
2. शनिवार,21 सितबंर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि सप्‍तमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:12,सूर्यास्त 6:10
5. न्‍यूनतम तापमान -26 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102


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गुरुवार, 19 सितंबर 2019

संविधान के अनुरूप कार्य करेगी सरकार

केरल की सरकार संविधान के अनुरूप कार्य करें यह मैं सुनिश्चित करुंगा। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अजमेर में दरगाह जियारत के बाद दीवान आबेदीन से मुलाकात की। 
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में सूफी परंपरा के अनुरूप पवित्र मजार पर मखमली और फूलों की चादर पेश की। राज्यपाल ने जियारत की रस्म अदा करते हुए देश में अमनचैन की दुआ की। जियारत के बाद दरगाह परिसर में ही मीडिया से संवाद करते हुए खान ने कहा कि वे केरल में भारत के राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद हैं। चूंकि राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है, इसलिए मैं संविधान से बंधा हंू। खान से यह सवाल किया गया कि केरल में जिस प्रकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही हैं उस संदर्भ में राज्यपाल की क्या भूमिका होगी? खान ने कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि केरल की सरकार संविधान के अनुरूप काम करें। खान ने कहा कि केरल के हर क्षेत्र में महिलाओं की जबर्दस्त भागीदारी है। देश भर में महिलाओं की ऐसी ही भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बहुत से कार्य कर रहे हैं हमारे देश के पर्यटन स्थलों को विकसित करने में मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसे हमारे देश की विविधता ही कहा जाएगा कि इतने सुंदर और मनोरम पर्यटन स्थल मौजूद हैं। 
दरगाह दीवान से मुलाकात:
जियारत के बाद राज्यपाल खान ने दरगाह के दीवान और सज्जादानशीन जैनुल आबेदीन से मुलाकात की। दोनों ने देश के मौजूदा हालातों पर विचार विमर्श किया। दीवान आबेदन का कहना रहा कि देश में अमनचैन कायम रहना चाहिए। खान और दरगाह दीवान की इस मुलाकात को धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। असल में केरल की मुस्लिम आबादी में ख्वाजा साहब का विशेष स्थान है, इसलिए बड़ी संख्या में केरल के मुसलमान दरगाह जियारत के लिए अजमेर आते हैं। यही वजह रही कि दरगाह कमेटी के नाजिम शकील अहमद ने राज्यपाल खान को एक ज्ञापन देकर अजमेर में केरल हाउस बनाने की मांग की। राज्यपाल खान अजमेर में विवेकानंद केन्द्र द्वारा आयोजित एक समारोह में भी भाग ले रहे हैं। 
तीन तलाक कानून के समर्थक:
यूं तो आरिफ मोहम्मद खान कई राजनीतिक दलों में रहे हैं। खान पूर्व में बसपा, जनता दल और कांग्रेस में भी रहे। लेकिन पिछले दिनों भाजपा के तीन तलाक बिल का खान ने खुला समर्थन किया।  खान ने कहा कि तीन तलाक की परंपरा की वजह से मुस्लिम महिलाओं को अनेक अत्याचार झेलने पड़ रहे थे। सरकार ने कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को राहत प्रदान की है। खान जिस तरह तीन तलाक कानून पर सरकार के साथ खड़े नजर आए उसी का परिणाम रहा कि उन्हें पिछले दिनों ही केरल का राज्यपाल मनोनीत किया गया। 
दरगाह में शानदार इस्तकबाल:
राज्यपाल खान का 19 सितम्बर को ख्वाजा साहब की दरगाह मे ंशानदार इस्तकबाल किया गया। केन्द्र सरकार के अधीन काम करने वाली दरगाह कमेटी के प्रतिनिधियों ने तो खान का स्वागत किया ही, साथ ही खादिमों की संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी इस्तकबाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अंजुमन सैय्यद जादगान के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने खान को दरगाह की सूफी परंपराओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि दरगाह में मुस्लिम महिलाओं को भी पूरी स्वतंत्रता है। वे दरगाह परिसर में नमाज पढ़ सकती हैं तथा पवित्र मजार पर जाकर जियारत भी कर सकती है। अंगारा शाह ने दरगाह की परंपरा के अनुरूप दस्तार बंदी भी की। 
एस.पी.मित्तल


कांग्रेस को लेकर जयपुर में हुआ मंथन

अशोक गहलोत और सचिन पायलट में एका हो तो राजस्थान में सत्ता और संगठन में भी तालमेल हो जाएगा। तालमेल को लेकर जयपुर में हुआ मंथन। 
जयपुर स्थित राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सरकार के मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रदेश के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे तथा राष्ट्रीय सचिवों ने भाग लिया। यह बैठक कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के निर्देश पर हुई। पिछले दिनों गहलोत और पायलट ने अलग-अलग सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही सोनिया गांधी ने राजस्थान में सत्ता और संगठन में तालमेल पर जोर दिया। बैठक के बाद सीएम गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष पायलट और प्रभारी महासचिव पांडे ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। तीनों नेताओं ने एक बार फिर यह दिखाने की कोशिश की सत्ता और संगठन में कोई विवाद नहीं है। लेकिन जानकार सूत्रों के अनुसार बैठक में  गहलोत और पायलट के समर्थकों ने अपने अपने नजरिए से बात को रखा। जहां पायलट के समर्थकों ने राजनीतिक नियुक्तियों का सवाल उठाया तो वहीं गहलोत के समर्थकों ने सरकार के अच्छे काम काज की बात की। दिसम्बर में होने वाले पंचायतीराज और उससे पहले 52 स्थानीय निकायों के चुनावों को लेकर भी बैठक में मंथन हुआ। अब सत्ता और संगठन तालमेल दिखाने के लिए यह निर्णय हुआ है कि प्रभारी मंत्री जिला कांग्रेस कमेटी के दफ्तर में बैठक कर जनसुनवाई करेंगे। इसी प्रकार पंचायतीराज के टिकट वितरण के लिए पर्यवेक्षकों को जिलों में नहीं भेजा जाएगा। इसकी एवज में प्रभारी मंत्री ही अपनी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष को देेंगे। 19 सितम्कर को भले ही दिखाने के लिए सत्ता और संगठन की संयुक्त हो बैठक हो गई हो, लेकिन सब जानते हैं कि जब तक अशोक गहलोत और सचिन पायलट में तालमेल नहीं होगा, तब तक ऐसी बैठकों के कोई मायने नहीं है। लोकसभा चुनाव में हार के बाद गहलोत और पायलट के बीच की तल्खी सार्वजनिक हुई है। पायलट ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी प्रतिकूल टिप्पणियां की है। पायलट कई बार राजनीतिक नियुक्तियों का मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष उठा चुके हैं। वहीं गहलोत के समर्थक एक व्यक्ति एक पद की मांग कर चुके है। पायलट इस समय प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के साथ-साथ सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर भी नियुक्त है। पायलट के समर्थक चाहते हैं कि वे दोनों पदों पर बने रहे, जबकि गहलोत के समर्थक पायलट से एक पद खासकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का लेना चाहते हैं। अब यह देखना होगा कि दोनों पक्षों में पायलट के दोनों पदों को लेकर क्या सहमति बनी है। यदि अभी भी एक व्यक्ति एक पद की मांग होती रही तो फिर सत्ता और संगठन में तालमेल होना मुश्किल है। चूंकि पंचायतीराज के चुनाव प्रदेश भर में बहुत महत्वपूर्ण हैं, ऐसे में देखना होगा कि सत्ता और संगठन के बीच किस प्रकार तालमेल होता है। इसमें कोई दो राय नहीं की गत विधानसभा चुनाव से पहले सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस संगठन को मजबूती मिली थी। 
एस.पी.मित्तल


जनसमर्थन को बपौती नहीं समझना चाहिए

जनता के वोट से मिली सत्ता को बपौती नहीं समझना चाहिए। 
जिन अमित शाह को गुंडा कहा, उन्हीं से ममता बनर्जी मिलने पहुंची। 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात में जो उत्साह ममता ने दिखाया, वैसा भाव अमितशाह के चेहरे पर नहीं था। ममता बनर्जी उन्हीं अमितशाह से मिलीं जिन्हें पांच माह पहले गुंडा कहा था, तब अमित शाह सिर्फ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। सब जानते है कि ममता बनर्जी ने अपनी सरकार का दुरुपयोग करते हुए शाह के हेलीकॉप्टर को भी नहीं उतरने दिया। लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए शाह को सभा तक नहीं करने दी और जब शाह ने रोड शो किया तो उपद्रवियों ने शाह पर तेल बम फेंके। यदि भाजपा के कार्यकर्ता अपनी जान जोखिम में डाल कर तेल बमों को नहीं पकड़ते तो शाह को अपनी जान भी गवानी पड़ती। इतना सब कुछ होने पर भी ममता ने कहा कि अमितशाह तो गुंडा हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की जनता ने भाजपा को 18 सीटें जीता कर बता दिया कि गुंडागर्दी कौन कर रहा है। असल में जनता के वोट से सत्ता हांसिल करने के बाद अनेक राजनेता सत्ता को अपनी बपौती समझने लगते हैं। उन्हीं में से ममता बनर्जी भी हैं। ममता को लगता था कि कोई ताकत उन्हें सत्ता से बाहर नहीं कर सकती है। यही वजह रही कि ममता ने केन्द्र में सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष को गुंडा कह दिया। ममता घमंड में इतनी चूर थीं कि नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री मानने से ही इंकार कर दिया। बंगाल में 2021 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। हवा बता रही है कि ममता बनर्जी की टीएमसी हार जाएगी। जो लोग सत्ता में रह कर घमंड दिखाते हैं उन्हें पश्चिम बंगाल के हालातों से सबक लेना चाहिए। जनता कभी भी नेताओं को सकड़ पर ला सकती है। सब जानते हैं कि ममता बनर्जी ने गुंडा तत्वों को संरक्षण देकर बंगाल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ्ज्ञ और भाजपा के कार्यकर्ताओं की किस प्रकार हत्याएं करवाईं।
राज्यपाल ने की थी संघ प्रमुख से मुलाकात:
गत 7 से 9 सितम्बर के बीच अजमेर के पुष्कर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक हुई थी। इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी भाग लिया। 10 सितम्बर को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने पुष्कर पहुंचकर कोई ढाई घंटे तक भागवत से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर गंभीर मंत्रणा हुई। उल्लेखनीय है कि धनकड़ राज्यपाल नियुक्त होने से पहले तक सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील थे और वे लगातार भाजपा नेताओं के समर्क में रहे। 
एस.पी.मित्तल


सऊदी अरब-ईरान मे टकराव की स्थिति बड़ी

सऊदी अरब और ईरान के बीच चल रहे टकराव की स्थिति अब वैश्विक रूप धारण कर रहा है। सऊदी अरब के समर्थन में उतरी अमेरिका ने ईरान को चेतावनी जारी कर कहा कि सऊदी अरब के सरकारी तेल ठिकानों पर हमला के लिए ईरान ही जिम्मेवार है।


जिसके बाद ईरान ने अमेरिका के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया। सऊदी अरब पर हुए हमले के बाद अमेरिकी आरोपों पर हमला बोलते हुए ईरान ने अमेरिका की एक नई चाल करार दिया है। सऊदी अरब का समर्थन कर रहे अमेरिका ने खाड़ी देशों में उत्पन्न तनाव की स्थिति के लिए ईरान को जिम्मेवार बताया है।


खाड़ी देशों में उत्पन्न तनाव की स्थिति पर लगातार गोलबंदी जारी है। कई देश खुलकर अमेरिका का समर्थन या विरोध में दिख रहे हैं। इस बीच बड़ी खबर यह है कि रूस ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि अमेरिका द्वारा ईरान पर हमला किया गया तो भारी तबाही का सामना करना पड़ेगा।


विदित हो कि ईरान ने अमेरिका के एक शक्तिशाली ड्रोन को मार गिराया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी डोन पर हमले की पुष्टि करते हुए ईरान ने कहा कि हमारे सीमा में घुसा था यूएस ड्रोन। जबकि पेंटागन का कहना है कि यह घटना अंतर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में घटी है। जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आगबबूला दिख रहे हैं। ट्रंप ने अमेरिकी ड्रोन हमले के बाद सख्त लहजे में कहा है कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती की है। उधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर ईरान पर हमला हुआ तो भारी तबाही का सामना करना पड़ेगा। पुतिन ने यह भी कहा कि अमेरिकी सेना द्वारा ईरान में किसी प्रकार की कार्रवाई इलाके में शांति बहाली के प्रयासों को करारा झटका देगा। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्रवाई यदि संभव हुआ तो हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है। जिसके बाद हुए नुकसान की भरपाई कर पाना काफी कठिन होगा। अमेरिकी ड्रोन पर हमला किए जाने के बाद अमेरिकी प्रतिक्रिया में कहा गया है कि ईरान का यह कार्रवाई अकारण है।


गौरतलब है कि विगत 14 सितंबर को सऊदी अरब के सरकारी तेल कंपनी के दो ठिकानों पर हुए ड्रोन हमले के लिए अमेरिका ईरान को जिम्मेवार बताता है। जबकि इस हमले के लिए सऊदी अरब के पड़ोसी मुल्क यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा अंजाम दिया गया था। हमले के तुरंत बाद यमन के हूती विद्रोहियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हमले की जिम्मेवारी ली थी। इन सबके बावजूद अमेरिका ईरान को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताता है।


पुलिस की बड़ी कार्रवाई कई माफिया गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर। मुज़फ़्फ़रपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है, पुलिस ने हथियार के साथ दस अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो कुख्यात शराब माफिया और एक पूर्व मुखिया का बेटा है। अहियापुर में पुलिस पर हमला कर जख्मी कर देने के आरोपी भी इनमें शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इनकी गिरफ्तारी से जहां चार कांडों का खुलासा हुआ है वहीं तीन आपराधिक वारदातों को पुलिस ने होने से पहले रोक लिया है। पुलिस ने अपराधियों के पास से तीन पिस्टल, मैगजीन, गोलियां, शराब, लूट की मोबाइल, बाइक, स्कॉर्पियो और गायघाट से एक दिन पूर्व लूटी गयी 140 कार्टन फेवीकॉल बरामद किया है। सभी अपराधियों की गिरफ्तारी अहियापुर, मीनापुर, करजा और सरैया थाना इलाकों से हुई है। एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि अहियापुर इलाके में की गई दो छापेमारी में पांच अपराधी मनोज सहनी, साजन सहनी, सुरेश सहनी, मुकेश कुमार और अजय सहनी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से लूट की बाइक और शराब बरामद की है। सरैया के जैतपुर ओपी से कांटी के कुख्यात संतोष कुमार को पकड़ा गया तो करजा चौक पर गश्ती दल नें एक अपराधी कुणाल को दबोच लिया। पुलिस को कुणाल के पास से दो चीनी पिस्टल और मैगजीन मिले हैं। पुलिस की एक टीम ने मीनापुर के मुस्तफागंज बाजार पर लुटेरों के जुटने की सूचना पर कार्रवाई की। इस कार्रवाई में पुलिस नें सोनु कुशवाहा और लाखेन्द्र सहनी को दबोच लिया जबकि दो अन्य लुटेरे फरार होने में कामयाब रहे। पुलिस ने सोनू के पास से एक मैगजीन बरामद किया जिसमें पांच गोलियां थीं। एसएसपी ने इस दौरान गायघाट के बेनीवाद में 17 सितम्बर को फेवीकॉल लूट कांड का भी खुलासा कर लिया गया। इस केस में पुलिस ने पीयर थाना के बंगरा से लूटी गई पिकअप गाड़ी बरामद किया और गुप्तचर की मदद से ग्रामीण नंदकिशोर राय के गोदाम में छापामारी करके 140 कार्टन लूट का फेवीकॉल बरामद किया।


नियम विरुद्ध लोगों के काटे चालान

सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत एआरटीओ विनीत मिश्रा ने काटे पचासो से ऊपर वाहनों के चालान


सवारियों को छत पर बैठाकर ले जा रही मैजिक गाड़ी के खिलाफ़ की बड़ी कार्यवाही


तस्लीम बेनकाब


मुजफ्फरनगर। सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत एआरटीओ विनीत कुमार मिश्रा द्वारा मुजफ्फरनगर क्षेत्र के अलग अलग रोडो पर जबरदस्त चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत उन्होंने कई वाहनों के चालान काटे तथा वाहन स्वामियों को हिदायत भी दी। भविष्य में यातायात के नियमों का पूरी तरह पालन करें तथा किसी भी कीमत पर उल्लंघन ना करें। जान बहुत कीमती है तथा सड़क में दुर्घटना से मारे जाने वाले पर क्या गुजरती है इसका एहसास सभी को रखना चाहिए।आज इसी क्रम में उनके द्वारा सीट बेल्ट व हेलमेट  आदि ना लगाम वालो के खिलाफ़ अभियान चलाकर वाहनों के स्वामियों के 70 चालान काटे गए।तो वही एक मेजिक गाड़ी की पर छत पर सवारी बैठा कर ले जा रहे मैजिक पर भी बड़ी कार्रवाई की गई। इससे सभी में वाहन स्वामियों में हड़कंप मचा रहा।


जमीनी विवाद में 400 लोग भिड़े दर्जनों घायल

जगदलपुर। भानपुरी थाना क्षेत्र के पीपलावंड में गुरुवार को जमीन विवाद के चलते आपस में भिड़ गए। इस घटना में दर्जनभर से भी ज्यादा लोगों की घायल होने की जानकारी मिली है।


मिली जानकारी के अनुसार पिपलावंड और जामगुड़ा पारा के ग्रामीणों के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब जामगुड़ा पारा के ग्रामीणों ने विवादित जमीन पर धान लगा दिया। मिली जानकारी के अनुसार पिपलावंड के ग्रामीणों ने पहले ही जामगुड़ा पारा के ग्रामीणों को जमीन सरकारी बताकर धान नही लगाने की बात कही थी। जामगुड़ा पारा के ग्रामीणों ने बात अनसुनी करते हुए वहां धान लगा दिया। जिससे नाराज होकर दोनों पक्ष के लगभग 400 लोग आपस में भीड़ गए। बताया गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई है। जिसमें दर्जनभर से ज्यादा लोगों को गम्भीर चोंटे लगी है। घटना की जानकारी मिलते ही डायल 112 की टीम के साथ भानपुरी थाना पुलिस बल मौके पर पहुँच गई। ग्रामीणों को समझाईश देने के बाद मामला शांत कराया गया है। वहीं घायलों को भानपुरी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराकर ईलाज शुरू कराया गया है।


धरनारत पत्रकारों पर घातक हमला किया

धरनारत पत्रकारों पर घातक हमला


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद,लोनी। पत्रकारिता स्पष्ट तौर पर सामाजिक दर्पण के समान है। समाज को जागरूकता प्रदान करने वालों पर अब अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। जिसका एक मामला प्रकाश में आया है।


जानकारी के अनुसार प्रशासनिक नाराजगी के चलते कुछ पत्रकारों के द्वारा स्थानीय विधायक को ज्ञापन देकर अपनी क्षुब्धता जाहिर करने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया। निर्धारित कार्यक्रम अनुरूप कई पत्रकार भाजपा विधायक के दिल्ली सहारनपुर रोड स्थित कार्यालय पर निर्धारित समय पर पहुंच गये और विधायक की प्रतीक्षा करने लगे। विधायक के कार्यालय पर छह अज्ञात लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर हॉकी और डंडे लेकर आए। धरना रत पत्रकारों में शौकत और सरताज नामक पत्रकारों पर हमला कर दिया गया। सरताज को बुरी तरह मारा-पीटा गया। जिससे उसे काफी घातक चोटे लगी है। उसके बाद शौकत को डंडे और हॉकी से पीटा गया। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता हमलावर भाग गए। स्थानीय पुलिस पत्रकारों से सहानुभूति रखती है क्षेत्र अधिकारी और थाना अध्यक्ष के द्वारा हर संभव सहायता करने की बात कही गई और हमलावर का जल्दी पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने का भी दावा किया गया। धरना पत्रकारों पर किया गया घातक हमला किसी साजिश का हिस्सा है। इस प्रकार की घटिया साजिश केवल निंदा के योग्य है सभ्य समाज इस कृत्य की निंदा करता है।


प्रयागराज के बैंक में दिनदहाड़े लाखो की लूट

उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में दिनदहाड़े पांच लाख की लूट


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। मऊआइमा थाना से चंद दूरी पर कस्बा में उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक है। जिसे आज दोपहर में समय लगभग 1:30 मिनट पर चार नकाबपोश बदमाश अपाची से आए। हाथ में तमंचा से फायर करते हुए बैंक के अंदर घुसते ही फायरिंग करने लगे। वही एक व्यक्ति जिसकी उम्र 60 वर्ष बताई जा रही है उसके पैर में बदमाशों ने गोली मार दी। जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। बैंक के अंदर मौजूद लोगों ने यह मंजर देख कर डर गए और बदमाशों ने कहा कि सभी लोग अपना हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा। एक नकाबपोश बदमाश ने हाथ में बैग लेकर कैसियर के पास पहुंचा तथा कैसियर को धक्का देकर पूरा पैसा बैग में भर लिया तथा चारों बदमाश  हाथ में तमंचा लहराते हुए अपाची से फरार हो गए। सूत्रों से जानकारी मिली की घटना उस समय हुई जब कैश की गाड़ी आई हुई थी। दिनदहाड़े डकैती की खबर पूरे जनपद में आग की तरह फैल गई। सूचना पाकर मऊआइमा थानाध्यक्ष अनिल सिंह मैं फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी साथ ही पूरे कस्बे में नाकाबंदी करके बदमाशों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी ने हर बिंदुओ पर बड़ी बारीकी से जांच शुरू कर दी, साथ ही उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई। जिसके तहत जनपद के सभी थानों को वायरलेस के माध्यम से अलर्ट कर दिया हैै।


आलिया,रणबीर को बेस्ट एक्टर अवॉर्ड

मुंबई। अगर बेस्ट फिल्म की बात करें तो एक्ट्रेस आलिया भट्ट और एक्टर विक्की कौशल की फिल्म राजी को बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला है। यह फिल्म एक भारतीय जासूस की कहानी है, जिसका किरदार आलिया ने निभाया है।बता दें कि आईफा के इवेंट सुपरस्टार सलमान खान काफी लेट पहुंचे थे और इस दौरान वो काले शर्ट और ब्लू ब्लेजर में नजर आए और इस लुक में वो काफी स्टाइलिश लग रहे थे। वहीं इवेंट में फिल्मी जगत कई हस्तियों ने शिरकत की थी, जिसमें दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर, आलिया भट्ट आदि का नाम शामिल है।बता दे कि जोहान्सबर्ग, मैड्रिड, दुबई, कोलंबो, न्यूयॉर्क जैसे शहरों के बाद अब IIFA 2019 मुंबई में ही आयोजित किया गया। अवॉर्ड सेरेमनी को अर्जुन कपूर और आयुष्मान खुराना ने होस्ट किया। वहीं, सलमान खान, रणवीर सिंह, विक्की कौशल, माधुरी दीक्षित, कैटरीना कैफ और सारा अली खान समेत कई हस्तियां ने परफॉर्म किया।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...