अजमेर नगर निगम आयुक्त और मेयर के बीच फिर विवाद।
आयुक्त जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं कर रही हैं-मेयर गहलोत।
हर बैठक की सूचना दी है-आयुक्त।
अजमेर के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने आरोप लगाया है कि नगर निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं कर रही है। उल्लेखनीय है कि निगम के काम काज को लेकर दोनों में पिछले कई दिनों से टकराव चल रहा है। ताजा मामला अजमेर पुष्कर बस लिमिटेड कंपनी से जुड़ा हुआ है। राज्य सरकार के आदेशों के अनुसार नगर निगम के मेयर कंपनी के अध्यक्ष होंगे और कंपनी बोर्ड की मीटिंग अध्यक्ष की अध्यक्षता में ही होगी। लेकिन आयुक्त सुश्री चिन्मयी ने दो फरवरी को कंपनी के मैनेङ्क्षजग डायरेक्टर विश्वमोहन शर्मा की अध्यक्षता में बैठक करवा कर निर्णय ले लिए। इस बैठक की कोई जानकारी मेयर और कंपनी के अध्यक्ष को नहीं दी गई। इसी प्रकार 6 मार्च को अजमेर से पुष्कर की बस सेवा का शुभारंभ चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा से करवा लिया गया। इस कार्यक्रम में मेयर को आमंत्रित तक नहीं किया गया। कंपनी के कामों से जुड़ी फाइल मेयर तक नहीं भेजी जा रही है। मेयर गहलोत ने बताया कि इस एक तरफा फैसलों की जानकारी तब हुई जब हाल ही में अजमेर से किशनगढ़ के बीच बस चलाने की अनुमति मांगी गई। फाइल को देखने पर पता चला कि आयुक्त और कलेक्टर मिलकर निर्णय ले रहे हैं। मेयर गहलोत ने कहा कि सुश्री चिन्मयी गोपाल लगातार जनप्रतिनिधियों की अवज्ञा कर रही हैं। यह कृत्य आयुक्त को शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि वे शहर हित में बस चलाने के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं करना चाहते हैं। यदि अजमेर किशनगढ़ के बीच बस चलाने की जरुरत है तो उनकी तरफ से नियमों के अंतर्गत अनुमति दी जाती है। मेयर ने कहा कि नगर निगम में निर्वाचित जनप्रतिनिधि है। इसलिए आयुक्त को आम जनता का सम्मान करना चाहिए।
मेयर को दी जाती है सूचना-आयुक्त :
वहीं निगम की आयुक्त सुश्री चिन्मयी गोपाल ने कहा कि अजमेर पुष्कर बस लिमिटेड कंपनी की जितनी भी बैठक हुई है उन सबकी जानकारी समय समय पर मेयर और कंपनी के चेयरमैन धर्मेन्द्र गहलोत को दी गई है। गहलोत सूचना प्राप्त होने के बाद भी बैठकों में नहीं आए है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को सम्मान नहीं देने की कोई बात नहीं है। वे जनप्रतिनिधियों का पूरा सम्मान करती हैं। उन्होंने कहा कि दो फरवरी और 7 जून की बैठकों की सूचना विधिवत तौर पर मेयर को भिजवाई गई है। 2 फरवरी की बैठक में तो मेयर स्वयं उपस्थित थे।
एस.पी.मित्तल