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शनिवार, 16 जुलाई 2022

चांदी-सोने की कीमतों में मामूली वृद्धि दर्ज की

चांदी-सोने की कीमतों में मामूली वृद्धि दर्ज की
मौसम खान 
नई दिल्ली। भारतीय सर्राफा बाजार ने शनिवार यानि 16 जुलाई को सोने-चांदी के दाम जारी कर दिए गए हैं। लेटेस्ट रेट्स पर नजर डालें तो सोने और चांदी की कीमतों में शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को बढ़ोत्तरी हुई है। लखनऊ में शनिवार को 24 कैरेट सोने का दाम में 810 रुपये (प्रति 10 ग्राम) तो वहीं, चांदी के दाम में 2000 रुपये (प्रति किलो) की बढ़ोत्तरी आई है। लखनऊ के अलावा कानपुर, मेरठ, गोरखपुर, आगरा, प्रयागराज में भी सोने और चांदी के दामों में गिरावट देखने को मिली है।
लखनऊ में शनिवार को 24 कैरेट सोने का दाम 51,700 रुपये प्रति 10 ग्राम है तो वहीं, चांदी 57,000 प्रति किलो रही। कानपुर में 24 कैरेट सोना 51,800 जबकि चांदी का भाव 57,200 प्रति किलो पर है। आगरा में 24 कैरेट सोना का भाव 51,800 प्रति 10 ग्राम पर है तो चांदी 57,000 प्रति किलो पर बिक रहा है। मेरठ में 24 कैरेट सोना 52,000 प्रति 10 ग्राम पर है और चांदी 57,500 प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है। इसके अलावा, प्रयागराज में 24 कैरेट सोना 52,500 पर बिक रहा है तो वहीं चांदी 56,500 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमतों पर बिक रही है।
गोरखपुर में 24 कैरेट सोना 52,109 जबकि चांदी का भाव 57,000 प्रति किलो पर है। बरेली की बात करें तो यहां 24 कैरेट सोना 51,900 जबकि चांदी का भाव 56,900 प्रति किलो पर है। सर्राफा बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने के दाम में उछाल देखने को मिल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आने वाले दिनों में त्योहार और शादियों का सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है। अगर आप निवेश के तौर पर सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ये सोने और चांदी में निवेश करने का सही समय है।

ब्रेन डेड महिला की किडनी से दो की जान बची

ब्रेन डेड महिला की किडनी से दो की जान बची
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। एक ब्रेन डेड महिला के परिवार के सदस्यों ने उसके अंग दान कर दिए, जिससे किडनी प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे दो सैनिकों की जान बच गई। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद एक युवती को उसके जीवन के अंतिम चरण में पुणे के कमांड अस्पताल (दक्षिणी कमान) में लाया गया था। भर्ती करने पर, उसके मस्तिष्क में जीवन के महत्वपूर्ण लक्षण नहीं पाए गए।
उसके परिवार के सदस्यों ने अस्पताल में प्रत्यारोपण समन्वयक (ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर) के साथ चर्चा के बाद कहा कि उसके अंगों को उन रोगियों को दान किया जाना चाहिए, जिन्हें उनकी सख्त जरूरत है।
आवश्यक मंजूरी प्राप्त करने के बाद, अस्पताल में प्रत्यारोपण टीम सक्रिय हो गई और क्षेत्रीय प्रत्यारोपण समन्वय केंद्र (जेडटीसीसी) और सेना अंग पुनप्र्राप्ति और प्रत्यारोपण प्राधिकरण (एओआरटीए) को भी अलर्ट भेज दिया गया।
एक बयान में कहा गया है, "गुरुवार की रात और शुक्रवार की सुबह के दौरान, किडनी जैसे व्यवहार्य अंगों को भारतीय सेना के दो सेवारत सैनिकों में प्रत्यारोपित किया गया, आंखों को आई बैंक में संरक्षित किया गया और पुणे में रूबी हॉल क्लिनिक में एक मरीज को लीवर दिया गया।
बयान के अनुसार, "यह इस विश्वास को मजबूत करता है कि 'अपने अंगों को स्वर्ग में मत ले जाओ, भगवान जानता है कि हमें यहां उनकी आवश्यकता है'। यह ऐसी परिस्थितियों में जरूरतमंद मरीजों को अंग दान की अमूल्य भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाता है।"

शुक्रवार, 15 जुलाई 2022

एक साल में 3 गैस-सिलेंडर लेने का मौका मिलेगा

एक साल में 3 गैस-सिलेंडर लेने का मौका मिलेगा

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। महंगाई से जूझ रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अब आपको एक साल में तीन गैस-सिलेंडर लेने का मौका मिलेगा। दरअसल, केंद्र सरकार गरीबों की हर संभव मदद करने की कोशिश कर रही है। पहले सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त राशन दिया जाता था, अब राशन कार्ड धारकों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जा रहा है।
इन्हें मिलेगा मुफ्त  गैस सिलेंडर
अगर आप भी अंत्योदय कार्ड धारक हैं तो मजा आने वाला है। केंद्र सरकार की ओर से कार्डधारकों को गैस सिलेंडर मुफ्त दिया जाएगा। उत्तराखंड की धामी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक राशन कार्ड धारकों को सालाना 3 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त में दिए जाएंगे।

हालांकि, सरकार के इस कदम से सरकार पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा, लेकिन आम लोगों को इसका फायदा जरूर मिलेगा। इस घोषणा के साथ ही इसमें कुछ शर्तें भी हैं जिनका पालन करना जरूरी होगा।मुफ्त गैस सिलेंडर  लेने के लिए लाभार्थी का उत्तराखंड का निवासी होना अनिवार्य है। अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को गैस कनेक्शन कार्ड से जोड़ा जाना चाहिए। अगर आप भी उत्तराखंड सरकार की इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इस महीने यानि जुलाई में अपना अंत्योदय कार्ड लिंक करें। यदि आप कार्ड को लिंक नहीं कराते हैं, तो आप सरकार की मुफ्त गैस सिलेंडर की योजना से वंचित हो जाएंगे। उत्तराखंड सरकार के इस फैसले से राज्य के करीब दो लाख अंत्योदय कार्ड धारकों को बड़ा फायदा होगा। वहीं, इस योजना से सरकार को कुल 55 करोड़ रुपये का बोझ उठाना पड़ेगा।

11 से 17 अगस्त तक 'स्वतंत्रता सप्ताह' मनाया जाएगा

11 से 17 अगस्त तक 'स्वतंत्रता सप्ताह' मनाया जाएगा 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के अवसर पर देशभर में 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जाएगा। इस मौके पर हर घर तिरंगा योजना की शुरुआत की जाएगी और घरों तथा सरकारी कार्यालयों, गैर सरकारी कार्यालयों, औद्योगिक व वाणिज्यिक इकाईयों आदि में तिरंगा फहराया जाएगा। हर घर तिरंगा का मकसद देशवासियों को देश की मिट्टी से जुड़ने की भावनात्मक पहल है।
हर घर झंडा कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश
स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान मनाए जाने वाले हर झंडा कार्यक्रम के लिए संस्कृति सचिव अंबलगन पी. ने कलेक्टरों को पत्र लिखकर 14 सूत्रीय निर्देश दिए हैं। अंबलगन ने कहा हैकि वे इस अभियान की सतत निगरानी करें। भारतीय ध्वज राष्ट्र का प्रतीक है। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत दिनांक 11 से 17 अगस्त, 2022 तक “हर घर झण्डा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत सभी भारतीय नागरिकों में राष्ट्रीय ध्वज अपने घर पर फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि आम जन में देश भक्ति की भावना विकसित हो तथा राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में भी वृद्धि हो।
आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर अभियान
आगामी 15 अगस्त को देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा। जिसको देखते हुए भारत सरकार ने ये फैसला लिया है। केंद्र सरकार का संस्कृति मंत्रालय इस कार्यक्रम को संचालित कर रहा है। संस्कृति विभाग का मानना है कि यह अभियान तिरंगे की आन, बान शान को समर्पित है, हर घर तिरंगा अभियान के जरिए, हर एक व्यक्ति को अपने जज्बे को जाहिर करने का मौका मिलेगा। सरकार का मानना है कि तिरंगे के साथ आम आदमी का कोई सीधा या व्यक्तिगत जुड़ाव नहीं रहता, ये हमेशा ही संस्थागत या औपचारिक ही रहता है। स्कूलों, कालेजों, सरकारी दफ्तरों में तो लोग तिरंगे के साथ जुड़े रहते हैं। मगर आम आदमी को ये मौका बहुत कम मिल पाता है।
नरेंद्र मोदी करेंगे अभियान की शुरुआत
130 करोड़ की आबादी में हर व्यक्ति को जागरूक कर पाना मुश्किल कार्य है, इसलिए सरकार इसमें स्वयं सहायता समूहों, कारपोरेट व निजी संस्थानों से मदद लेकर इस योजना को साकार रूप देना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
इस केस के बाद मिला झंडा फहराने का हक़
आपको बता दें कि 2004 से पहले सिर्फ सरकारी दफ्तरों और शैक्षणिक संस्थानों पर ही झंडा फहराया जा सकता था, मगर सु्प्रीम कोर्ट में भारत सरकार बनाम ओपी जिंदल के केस में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये आदेश दिया कि हर भारतीय नागरिक को तिरंगा फहराने का हक़ है।

454 रुपए सस्‍ता हुआ सोना, चांदी में गिरावट

454 रुपए सस्‍ता हुआ सोना, चांदी में गिरावट 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। ग्‍लोबल मार्केट में चल रहे उतार-चढ़ाव का असर शुक्रवार सुबह भारतीय वायदा बाजार पर भी दिखा। सोने की कीमत में शुक्रवार को बड़ी गिरावट दिखी। सोना 454 रुपए सस्‍ता हो गया। वहीं, चांदी की कीमत दो दिन में करीब 2000 रुपए नीचे आई है। 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का वायदा भाव 454 रुपए घटकर 50,348 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इससे पहले सोने का भाव 50,729 रुपए था, लेकिन मांग में नरमी से जल्‍द ही कीमतों में और गिरावट दिखने लगी। सोना अपने पिछले बंद भाव से अभी 0.89 फीसदी की बड़ी गिरावट पर कारोबार कर रहा है।
सोने की तर्ज पर आज चांदी की कीमतों में भी नरमी दिख रही है। चांदी का वायदा भाव सुबह 126 रुपए गिरकर 54,909 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गया। चांदी का भाव पहले 55,174 रुपए था, लेकिन जल्‍द ही इसके भाव 55 हजार से नीचे उतर गए। चांदी अभी अपने पिछले बंद भाव से 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ ट्रेडिंग कर रही है। चांदी गुरुवार सुबह वायदा बाजार में 57 हजार के आसपास कारोबार कर रही थी, जो आज घटकर 55 हजार से नीचे चली गई है।

ग्‍लोबल मार्केट में ये है रेट...
भारतीय वायदा बाजार में गिरावट के साथ ही आज ग्‍लोबल मार्केट में भी सोना-चांदी सस्‍ते हुए हैं।अमेरिकी बाजार में गोल्‍ड का हाजिर मूल्‍य 1,708.51 डॉलर प्रति औंस रहा, जो अपने पिछले बंद भाव से 0.22 फीसदी नीचे है। इसी तरह, चांदी का हाजिर मूल्‍य 18.31 डॉलर प्रति औंस रहा, जो अपने पिछले बंद भाव से 0.85 फीसदी नीचे है। ग्‍लोबल मार्केट में चांदी एक समय 27 डॉलर प्रति औंस के भाव पहुंच गई थी।
आगे सोने में रहेगा उतार-चढ़ाव
अमेरिका में इस समय कई बड़ी आर्थिक घटनाएं हो रही हैं‌। एक तो डॉलर 20 साल के शीर्ष पर पहुंच गया है, जिससे सोने की कीमत पर दबाव बढ़ रहा है। दूसरी ओर महंगाई भी 41 साल के चरम पर है और निवेशकों का रुझान सोने से हट गया है। इसके अलावा ब्‍याज दरों में लगातार इजाफा होने से निवेशकों को जमाओं पर बेहतर रिटर्न मिलने लगा है, जिससे उनका ध्‍यान सोने जैसे ऐसेट में पैसे लगाने से हट रहा है। हालांकि, जैसे ही ग्‍लोबल मार्केट में रूस-यूक्रेन युद्ध का दबाव हटेगा, सोने की कीमतों में दोबारा तेजी आएगी।

गुरुवार, 14 जुलाई 2022

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमत जारी की

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमत जारी की

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की बृहस्पतिवार की कीमत जारी कर दी है। देश में सबसे कम पेट्रोल की कीमत पोर्ट ब्लेयर में है, जहां पर एक लीटर के दाम 84.10 रुपये और एक लीटर डीजल 79.74 रुपये में मिल रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये तो डीजल की 89.62 रुपये है। 
वहीं, भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 111.35 रुपये और डीजल 97.28 रुपये में बिक रहा है।इसके अलावा, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये में मिल रहा है।

बुधवार, 13 जुलाई 2022

वायु प्रदूषण के खतरे को कम करने के लिए नीति तैयार

वायु प्रदूषण के खतरे को कम करने के लिए नीति तैयार

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने पृथक करने वाली भौगोलिक पहुंच और कार्य की समयसीमा के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता के सम्पूर्ण सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के खतरे को कम करने के लिए एक व्यापक नीति तैयार की है। इस नीति में उद्योगों, वाहनों/परिवहन, निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी), सड़कों और खुले क्षेत्रों से धूल, नगरपालिका के ठोस कचरे को जलाने, फसलों की पराली जलाने आदि सहित एनसीआर में वायु प्रदूषण को रोकने, नियंत्रित करने और कम करने के लिए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और एनसीआर के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) के साथ केन्द्र सरकार, एनसीआर राज्य सरकारों और जीएनसीटीडी की एजेंसियों और विभागों के लिए क्षेत्रवार सिफारिशें शामिल हैं। सीएक्यूएम द्वारा बनाई गई नीति में ताप बिजली संयंत्रों (टीपीपी), स्वच्छ ईंधनों और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, सार्वजनिक परिवहन, सड़क यातायात प्रबंधन, डीजल जनरेटरों (डीजी), पटाखे फोड़ने से निपटना तथा हरियाली और वृक्षारोपण के माध्यम से वायु प्रदूषण को कम करना शामिल हैं। सीएक्यूएम द्वारा इस व्यापक योजना का दायरा मुख्य रूप से दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करना है। एनसीआर के उप-क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे और प्रणालियों में कमी के कारण, आधारभूत कार्यों में व्यापक बदलाव और शहरीकरण के विभिन्न स्तरों के कारण, विभिन्न उप-क्षेत्रों के लिए एक अलग दृष्टिकोण और समय-सीमा का सुझाव दिया गया है। इन उप-क्षेत्रों में शामिल हैं:-दिल्ली का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी)।

दिल्ली के पास एनसीआर जिले – गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर, रोहतक, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर और बागपत व अन्य एनसीआर जिले।पंजाब के पूरे राज्य और हरियाणा के गैर-एनसीआर जिलों में, मुख्य रूप से पराली जलाने की घटनाओं का समाधान करने के लिए। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने आदित्य दुबे (नाबालिग) बनाम एएनआर/यूओआई और अन्य के मामले में डब्ल्यूपी (सिविल) संख्या 1135 ऑफ़ 2020 में दिनांक 16.12.2021 के अपने आदेश में सीएक्यूएम को निर्देश दिया था कि “दिल्ली और एनसीआर में हर साल होने वाले वायु प्रदूषण के खतरे का स्थायी समाधान खोजने के लिए, आम जनता के साथ-साथ क्षेत्र के विशेषज्ञों से भी सुझाव आमंत्रित किए जा सकते हैं।” इसके अलावा, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार, आयोग ने दिनांक 7.1.2022 के आदेश में एक विशेषज्ञ समूह का गठन किया। विशेषज्ञ समूह ने प्राप्त सुझावों पर विचार किया, हस्तक्षेपकर्ताओं और विशेषज्ञों के साथ-साथ विभिन्न हितधारकों और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। विशेषज्ञ समूह ने प्राप्त सुझावों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों के मौजूदा वैज्ञानिक साहित्य, प्रासंगिक नीतियों, विनियमों, कार्यक्रमों और वित्त पोषण रणनीतियों, कार्रवाई की वर्तमान स्थिति और सर्वोत्तम अभ्यास दृष्टिकोण की समीक्षा और जांच की। प्राप्त सुझाव नागरिक समाज, अनुसंधान निकायों, उद्योग, विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, व्यक्तियों आदि से थे और वायु प्रदूषण, वायु गुणवत्ता प्रबंधन, निगरानी ढांचे और कार्यान्वयन के लिए संस्थागत सुदृढ़ीकरण के प्रमुख क्षेत्रों में शमन से संबंधित थे।

इस बहु-क्षेत्रीय मूल्यांकन के दायरे में उद्योग, बिजली संयंत्र, वाहन और परिवहन, डीजल जनरेटर सेट, निर्माण/विध्वंस परियोजनाएं/सड़कें और खुले क्षेत्रों जैसे नगरपालिका का ठोस कचरा/बायोमास जलाना, पराली जलाने, पटाखे जलाने, अन्य बिखरे हुए स्रोत जैसे धूल के स्रोत, शामिल हैं। हितधारक परामर्श की एक श्रृंखला में प्राप्त इनपुट और सुझावों को संबंधित वर्गों में उचित रूप से शामिल किया गया था और इस भागीदारी दृष्टिकोण ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए एक व्यापक नीति का सुझाव देने की कवायद को समृद्ध किया है।

विशेषज्ञ समूह ने शामिल मुद्दों और जटिलताओं पर विचार करते हुए, अल्पकालिक (एक वर्ष तक), मध्यम अवधि (एक-तीन वर्ष), और दीर्घकालिक (तीन-पांच वर्ष, अधिमानत) कार्यों का सुझाव दिया है। इस समय-सीमा को विभिन्न उप-क्षेत्रों/क्षेत्रों/जिलों/शहरों के लिए अलग-अलग किया गया है ताकि सभी को सामान्य वायु गुणवत्ता लक्ष्य को पूरा करने के लिए परिवर्तन के लिए स्थान प्रदान किया जा सके। मोटे तौर पर, राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानकों को पूरा करने के उद्देश्य से परिवर्तन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शामिल हैं:- उद्योग, परिवहन और घरों में किफायती स्वच्छ ईंधन और प्रौद्योगिकी तक व्यापक पहुंच। बड़े पैमाने पर पारगमन, वाहनों के विद्युतीकरण, पैदल चलने और साइकिल चलाने के बुनियादी ढांचे के निर्माण और व्यक्तिगत वाहन के उपयोग को कम करने आदि सहित गतिशीलता परिवर्तन। डंपिंग और जलने को रोकने के लिए कचरे से सामग्री की वसूली के लिए सर्कुलर अर्थव्यवस्था। सी एंड डी कार्यों, सड़कों/मार्गों के अधिकार (आरओडब्ल्यू) और उपयुक्त प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और हरित उपायों के साथ खुले क्षेत्रों से धूल प्रबंधन। सख्त समयबद्ध कार्यान्वयन, बेहतर निगरानी और अनुपालन। आयोग पहले ही इस नीति को केंद्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों, एनसीआर राज्य सरकारों, जीएनसीटीडी और विभिन्न एजेंसियों के साथ इस नीति को साझा कर चुका है ताकि एनसीआर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए नीति पर व्यापक कार्य किया जा सके।

10वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार

10वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट का छात्रों को बेसब्री से इंतजार है। लेकिन अब तक रिजल्ट जारी होने की डेट्स घोषित नहीं की गई है। बता दें कि रिपोर्ट्स में सीबीएसई 10वीं के नतीजे 15 जुलाई तक जारी होने की बात कही जा रही है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स नतीजे जुलाई माह के अंत तक घोषित होने की जानकारी दे रहे हैं। हालांकि सीबीएसई ने इस मामले में अभी तक किसी भी प्रकार की आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
ऐसे में छात्रों को सलाह दी जाती है, कि वे सीबीएसई 10वीं बोर्ड रिजल्ट की स्पष्ट तिथियां के लिए बोर्ड के आधिकारिक एलान का इंतजार करें। इधर, शिक्षा मंत्री ने कुछ दिनों पहले ही सीबीएसई को 10वीं, 12वीं बोर्ड का रिजल्ट जल्द जारी करने के निर्देश दिए गए थे। ऐसे में माना यही जा रहा है कि नतीजे इसी माह घोषित किए जाएंगे।
सीबीएसई 10वीं, 12वीं बोर्ड के रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर जाकर इसे चेक कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें रिजल्ट लिंक पर जाकर अपने रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करने होंगे। जिसके बाद रिजल्ट उनकी स्क्रीन पर आ जाएगा।
गौरतलब है कि इस वर्ष सीबीएसई 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा 2 टर्म में आयोजित की गई थी। जिसमें दूसरे टर्म की परीक्षा 26 अप्रैल से 15 जून 2022 तक हुई थी। परीक्षा में 35 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया था। सीबीएसई की ओर से टर्म 1 एवं टर्म 2 के अंकों को मिलाकर अंतिम नतीजे तैयार किए जाएंगे।

समस्या, मोबाइल नंबर को अपडेट रखना आवश्यक

समस्या, मोबाइल नंबर को अपडेट रखना आवश्यक 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। ओटीपी आधारित सेवाओं के लिए लिंक किए गए मोबाइल नंबर को अपडेट रखना आवश्यक है। यदि आपने अपना मोबाइल नंबर अपडेट नहीं किया है, तो ओटीपी के माध्यम से सत्यापन में समस्या हो सकती है।
आजकल के लोग, ख़ासकर युवा अपनी ज़रूरत के हिसाब से अपने मोबाइल नंबर बदलते रहते हैं। इससे सबसे बड़ी समस्या तब होती है जब उन्हें ओटीपी आधारित सेवाओं का उपयोग करना पड़ता है और उन्हें नहीं पता होता है कि इस योजना के लिए पंजीकृत संख्या क्या थी।
सरकार लगातार सलाह देती है कि आधार जैसे महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों में, वे अपना मोबाइल नंबर लगातार अपडेट रखते हैं ताकि किसी भी सेवा के लिए ओटीपी प्राप्त करने में कोई समस्या न हो। आइए आपको आधार से जुड़े मोबाइल नंबर के मामले में दो सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं का हल बताते हैं।
अगर आप भूल गए हैं, आधार से लिंक मोबाइल नंबर। इसके लिए आपको सबसे पहले uidai.gov.in पर जाना होगा।
अब यहाँ आपको क्लिक करें।
यहां आपको मोबाइल नंबर या ईमेल को आधार नंबर से भरना होगा।
ईमेल भरने पर, आपको एक ओटीपी ईमेल मिलेगा। वही मोबाइल नंबर देने पर मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा।
आप इसे भरने के लिए उपयोग किए गए मोबाइल नंबर की जांच यहां कर सकते हैं, अगर ओटीपी इस्तेमाल किए जा रहे नंबर पर नहीं आता है, तो इसका मतलब है कि पंजीकृत संख्या वह है जिसका आप अब उपयोग नहीं करते हैं। ऐसी स्थिति में आप अपना मोबाइल नंबर अपडेट कर सकते हैं।
आधार कार्ड में मोबाइल नंबर कैसे अपडेट करें।
आधार सेवा केंद्र पर जाकर आप अपना मोबाइल नंबर अपडेट कर सकते हैं।
इसके लिए आपको सबसे पहले आधार की वेबसाइट पर जाकर समय निकालना होगा। जाकर अपॉइंटमेंट बुक करें।
आप यहां पर जाकर समय ले सकते हैं।
इसके अलावा आप नजदीकी आधार नामांकन / अपडेट सेंटर पर जा सकते हैं। वहां आपको आधार कार्ड अपडेट फॉर्म भरना होगा। उस नंबर फॉर्म को भरें जिसे आप मोबाइल नंबर को अपडेट करना चाहते हैं। फिर आपको अपना बायोमेट्रिक प्रदान करना होगा। कर्मचारी आपको एक रसीद देगा जिसमें एक अनुरोध अनुरोध संख्या (URN) होगी। यूआरएन का उपयोग करके आधार अपडेशन स्टेटस को ट्रैक किया जा सकता है। मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए, आपको शुल्क का भुगतान करना होगा।

खरीददारी: अब तक की सबसे अच्छी कार 'एसयूवी'

खरीददारी: अब तक की सबसे अच्छी कार 'एसयूवी'

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। वैसे तो कंपनी की सभी कारें बेहतरीन होती हैं। लेकिन, अब तक की सबसे अच्छी कार मध्यम आकार की 'एसयूवी' है। बेहतरीन होने के कारण बाजार में इसकी अच्छी मांग है, जिससे हर महीने हजारों यूनिट्स बिकती हैं। इसके फीचर्स ही नहीं, बल्कि लुक्स भी कमाल के हैं। जिससे ग्राहक टाटा और मारुति जैसी कंपनियों की कारों को छोड़कर क्रेटा को घर लाना पसंद कर रहे हैं।
अगर आप भी कार खरीदने का प्लान कर रहे हैं। ऐसे में क्रेटा आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इसके साथ ही इस गाड़ी के दोनों वेरिएंट डाउन पेमेंट पर भी उपलब्ध हैं, तो आइए जानते हैं, इस गाड़ी के फीचर्स के बारे में और कैसे आप इसे डोम पेमेंट पर अपने घर ला सकते है ?

हुंडई क्रेटा की विशेषताएं...
Hyundai Creta की कीमत की बात करें तो यह 10 लाख 23 हजार रुपये से शुरू होती है और अलग-अलग वेरिएंट और फीचर्स के आधार पर इसकी कीमत 17 लाख 94 हजार तक जाती है। इसी गाड़ी में 1497cc का पेट्रोल और डीजल इंजन है। इसके साथ ही इसमें ऑटोमैटिक और मैनुअल ट्रांसमिशन के भी विकल्प दिए गए हैं। इसके माइलेज की बात करें तो यह 21.4 kmpl का माइलेज देती है। आज के समय को देखते हुए इसमें सिक्योरिटी से लेकर कनेक्टिविटी तक सभी फीचर्स दिए गए हैं। के फाइनेंस की बात करें तो के पेट्रोल वेरिएंट की भारत में ऑन-रोड कीमत 11 लाख 83 हजार रुपये है। वही अगर इस एसयूवी को 1.5 लाख रुपये का डाउन पेमेंट लिया जाता है और ब्याज दर 9 प्रतिशत है। तो आपको करीब 10 लाख 34 हजार रुपये का कर्ज मिल जाएगा। जिसके बाद आपको अगले 5 साल तक हर महीने 21 हजार 457 रुपए किश्त के तौर पर जमा करने होंगे।
अब अगर क्रेटा के डीजल वेरिएंट की बात करें तो इस गाड़ी की भारतीय बाजार में काफी अच्छी मांग है। इस मॉडल की ऑन-रोड कीमत 12 लाख 37 हजार रुपये है। अगर आप इस वाहन को 1.5 लाख रुपये की डाउन पेमेंट और 9% की ब्याज दर के साथ घर लाते हैं, तो आपको अगले 5 वर्षों के लिए 10 लाख 87 हजार 278 रुपये का ऋण मिलेगा। इसके बाद आपको अगले 5 साल तक हर महीने 22 हजार 570 रुपये किश्त के तौर पर जमा करने होंगे।

मंगलवार, 12 जुलाई 2022

किसान चौक पर अंडरपास बनाने की मंजूरी दी

किसान चौक पर अंडरपास बनाने की मंजूरी दी 

अकांशु उपाध्याय/विजय भाटी 
नई दिल्ली/गौतमबुद्ध नगर। दिल्ली-नोएडा से ग्रेटर नोएडा होते हुए ग्रेनो वेस्ट की ओर जाने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब जल्द ही इस रूट से होकर जाने वाले वाहन चालकों को किसान चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल जाएगा। अभी कुछ मिनटों के सफर में एक-एक घंटा लग जाता है। जाम से छुटकारा दिलाने के लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने किसान चौक पर अंडरपास बनाने की मंजूरी दे दी है। जानकारों के मुताबिक इस अंडरपास की लागत 60 करोड़ रुपये आएगी।पर्थला गोल चक्कर   पर तो फ्लाई ओवर बन रहा है। लेकिन किसान चौक  पर जाम की परेशानी अभी तक दूर नहीं हो पाई है। हालांकि कुछ अस्थाई इंतजाम किए गए थे, लेकिन उससे भी हल नहीं निकला।
अंडरपास बनते ही बढ़ जाएगी वाहनों की संख्या
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने किसान चौक पर अंडरपास की जरूरत को देखते हुए यहां एक सर्वे कराया था। सर्वे करने वाली संस्था राइट्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि अभी किसान चौक से करीब 25 हजार वाहन जाम में फंसते हुए यहां से गुजरते हैं। लेकिन अंडरपास बनते ही वाहनों की संख्या 25 से 35 हजार तक हो जाएगी। जानकारों की मानें तो अंडरपास किसान चौक पर सूरजुपर से तिगरी जाने वाले 60 मीटर रोड पर बनाया जाएगा। इतना ही नहीं अंडरपास की डिजाइन और डिटेल प्राजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है।
किसान चौक पर अभी ऐसे चल रहा है ट्रैफिक
जब किसान चौक पर ट्रैफिक दबाव ज्यादा बढ़ने लगा तो ट्रैफिक पुलिस ने अस्थाई रूप से फौरी व्यवस्था करते हुए चौराहे के दोनों तरफ 130 मीटर रोड पर दो यूटर्न बना दिए। यूटर्न बनने से हुआ यह कि किसान चौक की तरफ से सूरजपुर और नोएडा की ओर जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यूटर्न से होकर गुजरने लगे। इसी तरह से 130 मीटर रोड या सूरजपुर की तरफ से गौड़ सिटी और प्रताप विहार को जाने वाले वाहन नोएडा की तरफ बने यूटर्न से होकर जाने लगे।
2 महीने तक पर्थला गोलचक्कर पर रहेगा ट्रैफिक रूट डायवर्जन, जानें प्लान
यहां रैंप बनने से भी गौड़ सिटी पर कम होगा ट्रैफिक
नोएडा अथॉरिटी से जुड़े अफसरों की मानें तो नोएडा सेक्टर-115 के पास सोरखा गांव के पास वाले कट से बिसरख रोड की ओर एफएनजी से जोड़ने के लिए एक रैंप बनाई जा रही है। इस रैंप के बन जाने से ट्रैफिक आसानी से एफएनजी पर चला जाएगा। इसके बाद दिल्ली-नोएडा की ओर आने वाले वाहन फर्राटा भरते हुए बिना गौड़ सिटी चौक, किसान चौक और पर्थला गोल चक्कर आ-जा सकेंगे। इस नए रास्ते के खुल जाने से ग्रेटर नोएडा, वेस्ट और गाजियाबाद की ओर जाना दिल्ली-नोएडा वालों के लिए आसान हो जाएगा।
वहीं, नोएडा एक्सटेंशन वालों को भी गौड़ सिटी चौक, किसान चौक और पर्थला गोलचक्कर होते हुए दिल्ली की ओर नहीं आना पड़ेगा। इस रैंप की लागत करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है। माना जा रहा है कि इसी साल जून तक काम पूरा हो जाएगा और जुलाई से इस रैंप को जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

कई राज्यों में बाढ़-भूस्खलन की स्थिति पैदा हुई

कई राज्यों में बाढ़-भूस्खलन की स्थिति पैदा हुई 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है। इन राज्यों में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र, गुजरात में हालात बद से बदतर हो गए। देश के कई राज्यों में भारी बारिश (Heavy Rain) और बाढ़ (Flood) से लोगों का बुरा हाल है। गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में मौसम विभाग (IMD) ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र का सबसे बुरा हाल है।
जहां पर अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है, तो वहीं 6 जिलों में मौसम का रेड अलर्ट (Red Alert) है। शहर-शहर आफत बरस रही है। नदियां उफान पर हैं। अगले 72 घंटे लोगों पर भारी हैं, तो वहीं गुजरात में अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र में 1 जून से लेकर अब तक भारी बारिश के कारण 83 लोगों की मौत हुई हैं जबकि 64 लोग घायल हुए हैं। इन दुर्घटनाओं में बाढ़, भूस्खलन, इमारत गिरने, घर गिरने, समुद्र में डूबने, पानी में डूबने, बिजली गिरने और शॉर्ट सर्किट की घटना शामिल हैं। इस भारी बारिश में अब तक 164 जानवरों की भी मौत हुई है। साथ ही अब तक 5873 लोगों को बचाया जा चुका है यानी उन्हें सुरक्षित जगह भेजा गया है।
वलसाड़ समेत 5 जिलों में रेड अलर्ट कर दिया गया है‌‌। जबकि 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। महाराष्ट्र में भी कुदरत का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। तानसा नदी उफनती लहरे हर किसी को डरा रही हैं।

असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पदों पर भर्ती

असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पदों पर भर्ती 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अगर आप दिल्ली में सरकारी नौकरी करना चाहते हैं, तो ये आपके लिए एक बेहतरीन मौका हो सकता है। दरअसल दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी ने असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पदों पर भर्ती के लिए नया नोटिफिकेशन जारी किया है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट dda.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। बता दें इन पदों पर आवेदन की प्रक्रिया 9 जुलाई 2022 से शुरू हो चुकी है। इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 8 अगस्त 2022 है। असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री होनी चाहिए।
इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की न्युनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 30 वर्ष तय की गई है। वहीं सरकारी नियमों के अनुसार आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी। विस्तृत जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।
बता दें इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों को GATE 2021 में प्राप्त अंकों के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और फिर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट dda.gov.in पर 8 अगस्त 2022 तक या उससे पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

रविवार, 10 जुलाई 2022

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 18,257 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 18,257 नए मामलें  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत में 24 घंटे में कोरोना वायरस (कोविड-19) के 18,257 नए मामलें सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,36,22,651 हो गई जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,28,690 हो गयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार 42 और मरीजों की मृत्यु होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,25,428 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या में एक दिन में 3,662 मामलों की वृद्धि दर्ज की गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.30 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.50 फीसदी है। 
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार संक्रमण की दैनिक दर 4.22 प्रतिशत दर्ज की गयी जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 4.08 प्रतिशत है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,29,68,533 हो गयी जबकि मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 198.76 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। 
संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 25 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार चले गए थे।

परीक्षाओं का आयोजन, 15 जुलाई से शुरू होगा

परीक्षाओं का आयोजन, 15 जुलाई से शुरू होगा

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट/सीयूईटी यूजी परीक्षाओं का आयोजन 15 जुलाई, 2022 से शुरू कर दिया जाएगा। परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र भी अब कभी भी जारी हो सकते हैं। ऐसे में अब जब परीक्षा में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं, तो छात्रों को जरूरत है सही दिशा में तैयारी की। सीयूईटी परीक्षा पहली बार आयोजित की जा रही है। सभी छात्रों को अब भी आशंका है कि परीक्षा में किस स्तर के प्रश्न आएंगे। ऐसे में हम लेकर आए हैं छात्रों के लिए परीक्षा से कुछ दिन पहले तैयारी के जरूरी टिप्स, जिनका पालन कर के छात्र सही दिशा में तैयारी कर सकते हैं और परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन भी कर सकेंगे।
सीयूईटी का आयोजन पहली बार किया जा रहा है। इस कारण छात्रों को इसके बीते वर्षों के प्रश्न आदि नहीं मिल पाएंगे। हालांकि, छात्रों की इस समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने पहले ही सिलेबस की जानकारी दे दी है। छात्र इसे पढ़ें और परीक्षा के बारे में अच्छे से समझ लें।
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में भाग ले रहे छात्रों के लिए आखिरी समय में समय प्रबंधन करना बेहद आवश्यक है। अपनी पढ़ाई को उसी अनुसार करें। सभी विषयों/सेक्शन को बराबर का महत्व देते हुए अपने परीक्षा की तैयारी को आगे बढ़ाएं। सभी सेक्शन के लिए एक समय और गोल तय करें।
चूंकि अब CUET UG 2022 में कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में छात्र सभी सेक्शन के रीविजन पर ध्यान दें। अब कोई भी नया टॉपिक शुरू करने से बचें। जो पढ़ा है उसे रिवाइज करने में ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। ताकि परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।
परीक्षा से पहले कुछ दिनों में छात्रों के लिए सबसे बेहतर विकल्प मॉक टेस्ट या प्रैक्टिस सेट लगाना ही हो सकता है। छात्र रिविजन के साथ-साथ जितना अधिक हो सके मॉक टेस्ट को सॉल्व करने की कोशिश करें। ध्यान रहे कि परीक्षा में पढ़ाई के साथ-साथ सवालों को सॉल्व करने का तरीका भी बहुत मायने रखता है। मॉक टेस्ट की मदद से आप अपनी तैयारियों को अधिक से अधिक बेहतर बना सकते हैं। एनटीए ने अपनी वेबसाइट पर भी सीयूईटी परीक्षा के मॉडल सेट को अपलोड कर रखा है। छात्र इसे डाउनलोड कर के परीक्षा के पैटर्न को अच्छे से समझ सकते हैं।

प्रतिबंध: डीपीसीसी ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किया

प्रतिबंध: डीपीसीसी ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने 19 चिह्नित एकल-उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) वस्तुओं पर प्रतिबंध के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और सोमवार से इसका उल्लंघन करने वाली इकाइयों को बंद करना शुरू कर देगी। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि नियंत्रण कक्ष एसयूपी प्रतिबंध के उल्लंघन से संबंधित सभी शिकायतें प्राप्त करेगा और प्रवर्तन टीमों को कार्रवाई करने का निर्देश देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि डीपीसीसी का अधिदेश एसयूपी वस्तुओं के निर्माण को नियंत्रित रखना है, लेकिन बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंध के उल्लंघन से संबंधित शिकायतें भी हमारे नियंत्रण कक्ष को भेजी जा सकती हैं। हम इसे संबंधित नगर निकायों को भेज देंगे।’’ उल्लंघन के संबंध में शिकायतें दिल्ली सरकार के ‘ग्रीन दिल्ली’ ऐप्लीकेशन या केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के “एसयूपी-सीपीसीबी” एप्लीकेशन के माध्यम से भी दर्ज करायी जा सकती हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत सोमवार से प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाली इकाइयों को बंद करना शुरू कर देंगे। और कोई चेतावनी नहीं दी जाएगी।’’ एक जुलाई को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि दिल्ली सरकार एकल उपयोग वाली प्लास्टिक (एसयूपी) की 19 वस्तुओं पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाली इकाइयों को 10 जुलाई तक चेतावनी नोटिस जारी करेगी और इसके बाद फिर से ऐसा करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा था, ‘‘प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत एक लाख रुपये तक का जुर्माना या पांच साल तक की जेल या दोनों हो सकते हैं।’’ उन्होंने कहा था कि हालांकि, सरकार एसयूपी वस्तुओं के उपयोग के खिलाफ जागरूकता पैदा करने और लोगों को उनके विकल्प प्रदान करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी। राजस्व विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने प्रतिबंध को लागू करने के लिए क्रमशः 33 और 15 टीमों का गठन किया है।
डीपीसीसी को उसके अनुरूप क्षेत्रों में प्रतिबंध का अनुपालन सुनिश्चित करना है, जबकि एमसीडी और अन्य स्थानीय निकाय अनौपचारिक क्षेत्र में इसके कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार हैं। एमसीडी और अन्य शहरी स्थानीय निकाय अपने उपनियमों के अनुसार चूक करने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जबकि राजस्व विभाग पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगा।
प्रवर्तन अभियान के दौरान जब्त की गयी एसयूपी चीजों को ‘अपशिष्ट से ऊर्जा’ बनाने वाले संयंत्रों में भस्म कर दिया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे लैंडफिल या रुके हुए जल निकायों में नहीं जाएं।

शनिवार, 9 जुलाई 2022

बकरीद: चाक-चौबंद रखी जाएंगी, सुरक्षा व्यवस्था

बकरीद: चाक-चौबंद रखी जाएंगी, सुरक्षा व्यवस्था 

अकांशु उपाध्याय/हरिओम उपाध्याय/अश्वनी उपाध्याय 

नई दिल्ली/लखनऊ/गाजियाबाद। देश भर में रविवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व मनाया जाएगा। जनपद में बकरीद पर्व पर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गाज़ियाबाद पुलिस-प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने को हर संभव तैयारियां की गई हैं। बकरीद की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाएंगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पीएसी की एक कंपनी के अलावा 2 हजार पुलिसकर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। संवेदनशील एवं अति संवेदनशील क्षेत्रों में पीएसी जवानों की तैनाती रहेगी। एसएसपी मुनिराज के मुताबिक, बकरीद पर सुरक्षा व्यवस्था संबंधी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। इसके मद्देनजर 6 एसपी, 10 सीओ, 37 इंस्पेक्टर, 325 दारोगा, 380 हेड कांस्टेबल, 180 महिला कांस्टेबल, 940 सिपाही के अलावा एक कंपनी पीएसी एवं 2 प्लाटून पीएसी आदि की तैनाती की जाएगी। सड़कों पर ईद की नमाज पढऩे पर पाबंदी रहेगी। बकरीद की नमाज ईदगाह व मस्जिद के बाहर सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी। मौलानाओं ने लोगों से सड़क पर भीड़ जमा न करने की अपील की है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं एसएसपी मुनिराज जी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुले स्थान पर कुर्बानी नहीं करेगा। मौलानाओं ने भी यह जानकारी लोगों को दे दी है कि वह पर्दे में ही कुर्बानी करें। प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी न करें।

खुले में न फेंके जानवरों के अवशेष...

जानवरों के अवशेष को खुले में न फेंके। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है। नगर निगम की गाडिय़ां डोर-टू डोर चक्कर लगाती रहेंगी। वहीं, ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। ईद की नमाज को लेकर पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। सभी मस्जिद और ईदगाह पर पुलिस तैनात रहेगी। मस्जिद, ईदगाह व मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। कानून व्यवस्था बिगाडऩे वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि बकरीद का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मिल जुलकर मनाएं। त्योहार पर किसी भी प्रकार की हुड़दंग एवं छींटाकशी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अफवाहों पर ध्यान न दें।

खुले में कुर्बानी पर पाबंदी...

कुर्बानी खुले में नहीं की जाएगी। बकरीद को शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरी तैयारियां की गई है। सभी क्षेत्रों में एडीएम, एसडीएम व एसीएमओ को उनके क्षेत्र आंवटित किए हैं। सिटी मजिस्टे्रट गंभीर सिंह को कोतवाली, विजयनगर, कविनगर, एसडीएम संतोष राय को लोनी क्षेत्र, एसडीएम शुभांगी शुक्ला को मोदीनगर क्षेत्र, एसीएम चंद्रेश कुमार को साहिबाबाद, लिंक रोड, टीला मोड़, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी राजेश कुमार को इंदिरापुरम खोड़ा, कौशांबी और एसीएम शाल्वी अग्रवाल को सिहानी गेट नंदग्राम में तैनात किया गया है। इसके अलावा एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास मोदीनगर क्षेत्र, एडीएम सिटी बिपिन कुमार को शहरी क्षेत्र, एडीएम वित्त एवं राजस्व विवेक श्रीवास्तव को लोनी क्षेत्र और एडीएम एलए श्याम अवध चौहान को डासना क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभारी अधिकारी तैनात किया गया है।

दूरसंचार स्पेक्ट्रम हासिल करने की दौड़, योजना

दूरसंचार स्पेक्ट्रम हासिल करने की दौड़, योजना  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अडानी ग्रुप अब टेलीकाम बिजनेस में भी आने की तैयारी में हैं। सूत्रों के मुताबिक, अरबपति कारोबारी गौतम अडानी का समूह 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में शामिल हो रहा है। यह ग्रुप दूरसंचार स्पेक्ट्रम हासिल करने की दौड़ में शामिल होने की योजना बना रहा है। ऐसी स्थिति में अडाणी समूह का मुकाबला सीधे रिलायंस जियो और दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल की एयरटेल से होगा।
पांचवीं पीढ़ी या 5जी दूरसंचार सेवाओं जैसे अत्यधिक उच्च गति वाला इंटरनेट संपर्क प्रदान करने में सक्षम इन एयरवेव की नीलामी में भाग लेने के लिए आवेदन शनिवार को कम से कम चार आवेदकों के साथ बंद हुए। ये नीलामी 26 जुलाई को होनी है।
मामले की जानकारी रखने वाले तीन सूत्रों ने बताया कि दूरसंचार क्षेत्र की तीन निजी कंपनियों – जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने आवेदन किया है। सूत्रों में से एक ने कहा कि चौथा आवेदक अडानी समूह है। समूह ने हाल ही में राष्ट्रीय लंबी दूरी (एनएलडी) और अंतरराष्ट्रीय लंबी दूरी (आईएलडी) के लिए लाइसेंस हासिल किया था।
लेकिन, स्वतंत्र रूप से इस दावे की पुष्टि नहीं हो सकी है। इस संबंध में अडानी समूह को भेजे गए ईमेल और फोन कॉल का कोई जवाब नहीं मिला। नीलामी की समय सीमा के अनुसार आवेदकों के स्वामित्व का विवरण 12 जुलाई को प्रकाशित किया जाएगा।
दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी 26 जुलाई, 2022 से शुरू हो रही है। इस दौरान कम से कम 4.3 लाख करोड़ रुपये के कुल 72,097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की पेशकश की जाएगी। अडानी ग्रुप बंदरगाह से लेकर कोयला, ऊर्जा वितरण और विमानन क्षेत्र में मौजूद है। अब इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि यह ग्रुप टेलीकाम सेक्टर में भी आएगा। अडानी ने हाल के महीनों में पेट्रोकेमिकल कारोबार में प्रवेश के लिए एक सहायक कंपनी बनाई है।

48वें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव नहीं

48वें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव नहीं

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। शनिवार को एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के नए दाम जारी किए जा चुके हैं। बीते कई शनिवार की तरह यह शनिवार भी राहतभरा है। हालाँकि, 100 डॉलर प्रत‍ि बैरल के नीचे पहुंचने वाले क्रूड के दाम में मामूली तेजी देखी गई। दरअसल, डब्‍ल्‍यूटीआई क्रूड का भाव 102.5 डॉलर प्रत‍ि बैरल पर पहुंच गया। वहीं, ब्रेंट क्रूड 104.4 डॉलर प्रत‍ि बैरल पर पहुंच गया। इसके अलावा हम आपको यह भी जानकारी दे देते, कि पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार 48वें दिन भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस समय सबसे सस्ता पेट्रोल पोर्ट ब्लेयर में 84.10 रुपये है और डीजल ₹79.74 लीटर है। इसी के साथ इस समय दिल्‍ली में पेट्रोल 96.72 रुपये लीटर मिल रहा है। कंपनियों ने 6 अप्रैल के बाद से इसकी कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है।
जबकि क्रूड के भाव एक समय 140 डॉलर प्रति बैरल तक चले गए थे। मंगलवार सुबह ब्रेंट क्रूड का भाव 113.8 डॉलर प्रति बैरल रहा, जो पिछले सप्‍ताह 119 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। आप भी अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के दाम रोजाना SMS के जरिए भी चेक कर सकते है। गतिविधियां तेज होने, गर्मियों की छुट्टियों में लोगों के यात्राएं करने तथा फसल बुवाई शुरू हो जाने से जून में भारत में पेट्रोल और डीजल की बिक्री बढ़ गई है। इसी के साथ उद्योग के शुरुआती आंकड़ों में बताया है कि बुवाई का मौसम शुरू होने से डीजल की मांग दो अंक में बढ़ी है। वहीं डीजल की बिक्री सालाना आधार पर 35.2 प्रतिशत बढ़कर जून में 73.8 लाख टन पर पहुंच गई। दरअसल यह जून, 2019 की तुलना में 10.5 प्रतिशत और जून, 2020 के मुकाबले 33.3 फीसदी अधिक है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 18,840 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 18,840 नए मामलें 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के पिछले 24 घंटे में 18,840 नए मामलें सामने आये हैं। जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 43604394 हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण अभियान के तहत 12,26,795 टीके लगाये गये। जिससे अब तक 198 करोड़ 65 लाख 36 हजार 288 टीके लगाये जा चुके है। इसी अवधि में 16104 मरीजों के स्वस्थ होने पर संक्रमण मुक्त होने वालों की संख्या कुल 42953980 हो गई और इसी अवधि में 43 मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 525386 हो गयी है।
देश में कोरोना मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत और रिकवरी दर 98.51 प्रतिशत है। देश में पिछले 24 घंटों में 2693 सक्रिय मामले सामने आये है जिससे इनकी संख्या बढ़कर 125028 हो गई है। इसी दौरान देश में चार लाख 54 हजार 778 कोविड परीक्षण किए गये हैं। देश में कुल 86 करोड़ 61 लाख 77 हजार 957 कोरोना परीक्षण किए जा चुके हैं।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...