झारखंड लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
झारखंड लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 26 सितंबर 2021

रांची: झारखंड चेंबर का चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुईं

रांची। झारखंड चेंबर का चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चेंबर चुनाव में कुल 3400 वोटर डालेंगे। कोरोना संक्रमण की वजह से प्रक्रिया 3 दिनों तक चलेगी। बता दें कि चेंबर भवन में आज पहला दिन 1400 वोट कास्ट करेंगे। वहीं, वोटिंग को लेकर गहमागहमी शुरू हो गई है। 1400 वोटरों के लिए20 बूथ बनाए गए हैं। जबकि चेंबर चुनाव में 35 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसमें 14 निर्दलीय और 1 महिला उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रही हैं। 35 उम्मीदवारों में से 21 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. वोटिंग की प्रक्रिया 10:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक चलेगी।
चेंबर चुनाव के चेयरमैन ललित केडिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 3 दिनों तक वोटिंग होगी। चेंबर के 57 साल के इतिहास में पहली बार चेंबर भवन में वोटिंग की प्रक्रिया और मतगणना की प्रक्रिया होगी। 
 

गुरुवार, 23 सितंबर 2021

पर्यटन: झारखंड में तेज बारिश का दौर जारी हुआ

रांची। झारखंड में बारिश का दौर जारी है। हर दिन रूक-रूक कर तेज बारिश हो रही है और इसी के चलते पर्यटन स्थल भी गुलजार हो गए हैं। यहां जंगलों में झरने तेजी से बहने लगे हैं और इन झरनों का पानी ऐसे बह रहा है जैसे दूध की धारा बह रही हो। आपको बता दें कि इन झरनों की खूबसूरती को निहारने के लिए पर्यटक भी जाने लगे हैं। राजधानी रांची के आसपास स्थित दशम, हुंडरू, जोन्हा, सीता सहित अन्य फॉल उफान पर हैं। इन सभी जगह पर पर्यटक झरनों की सुंदरता देखने जा रहे हैं। वाटरफॉल के चारों ओर हरियाली के बीच ऊंचे झरनों से पानी अविरल तेज प्रवाह के साथ बह रहा है। ऐसे में राज्य्वासियों को सावधानी बरतने की जरूरत है। थोड़ी सी चूक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। हालांकि समय रहते सुरक्षाबलों ने पर्यटकों को बाहर निकाल लिया।इसी वर्ष 18 जुलाई को दशम फॉल के नीचे रीमिक्स फॉल में पानी के तेज बहाव में रांची के 2 युवकों की मौत हो गई थी। 
मृतकों में एक युवक पंकज कुमार 24 वर्ष और दूसरा सुनील कुजूर 26 वर्ष शामिल थे। पंकज कुमार सीधाटोली, आरागेट, टाटीसिलवे निवासी गोपाल शाह का पुत्र था और सुनील कुजूर नामकुम के पलंग कुजूर का पुत्र था। वहीं 6 सितंबर को दोस्तों संग घूमने गई गरिमा टोपनो खूंटी के पेरवांघाघ फॉल में पानी के तेज बहाव में बह गयी थी। फोटो लेने के दौरान गरिमा का पैर फिसला और वो गहरे पानी में चली गयी। इस दौरान दोस्त ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण वो सफल नहीं हो पायी थी।

बुधवार, 15 सितंबर 2021

कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ा

रांची। महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाओं में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। वे स्वावलंबी हो रही हैं और इससे पारिवारिक आर्थिक ढांचे में सुधार भी हो रहा है। मगर इसका खमियाजा महिलाओं की सेहत को भुगतना पड़ रहा है। दिल्ली, मुंबई समेत देश के सात बड़े शहरों में किए गए एक सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 'द इंडियन विमिन हेल्थ'  की वर्ष 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में कामकाजी महिलाओं की सेहत ठीक नहीं है। करीब 67 प्रतिशत महिलाएं अपनी सेहत से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा करने से भी हिचकती हैं। नि:संदेह वे घुट-घुटकर अपनी व्याधियों और रोगों से मुकाबला कर रही होंगी।
 59% महिलाएं सेहत संबंधी समस्याओं से छोड़ देती हैं नौकरी
रिपोर्ट के अनुसार 22 से 55 वर्ष की उम्र की 59 प्रतिशत कामकाजी महिलाएं अपनी सेहत संबंधी परेशानियों के कारण नौकरी छोड़ देती हैं। दूसरा कारण बॉस का अच्छा व्यवहार नहीं होना। 90% महिलाओं को पारिवारिक दायित्व के कारण परेशानी होती है। 52% प्रतिशत महिलाओं के पास नौकरी और फैमिली रिस्पांसिबिलिटी के साथ खुद को स्वस्थ रखने का समय नहीं मिलता।
रिपोर्ट के अनुसार देश में महिलाएं वर्कप्लेस पर सेहत से जुड़ी समस्याओं - पीरियड्स ब्रेस्ट कैंसर गर्भाशय समेत कई समस्याओं पर बात करने से हिचकी जाती है। महिलाओं का कहना है कि जब हमारी सेहत की बात आती है, तो 80 फ़ीसदी पुरुष सहयोगी संवेदनशील नहीं होते हैं।
दोहरा बोझ झेल रही हैं कामकाजी महिलाएं।
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ भाग्यश्री कर का कहना है कि सिर्फ लाइफस्टायल डिसॉर्डर ही नहीं बल्कि कामकाजी महिलाएं अन्य बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाती हैं। सेहत के प्रति लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है। लापरवाही की बात को नकारते हुए कविता दास नौकरी और घर के बीच सामंजस्य को मुश्किल मानती हैं। उनके अनुसार, "खुद के सेहत के लिए समय निकाल पाना मुश्किल है। खासतौर पर जब सास ससुर भी साथ रहते हैं।
 डॉ भाग्यश्री के अनुसार देश में महिलाओं में पॉलीसिस्टिस ओवेरिन सिंड्रोम यानी पीसीओएस की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. यह समस्या कामकाजी महिलाओं में ज्यादा पायी जाती है. वे कहती हैं कि पीसीओएस से ग्रस्त हो जाने पर मरीज बार-बार बीमार पड़ता है। इससे महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। दोहरी जिम्मेदारियों की बोझ के चलते तनाव एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिर चुकी महिलाओं को अब अपने लिए समय निकालने की जरूरत है।
महिला सशक्तीकरण के दौर में महिलाओं में कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। वे स्वावलंबी हो रही हैं और इससे पारिवारिक आर्थिक ढांचे में सुधार भी हो रहा है। मगर इसका खमियाजा महिलाओं की सेहत को भुगतना पड़ रहा है। इस सीजन में दूसरी बार खोला गया कांके डैम का फाटक, खतरे के निशान पर पहुंचा पानी।
इस मानसून सीजन में कांके (गोंदा) डैम का फाटक दूसरी बार खोला गया। इसके पहले 29 जुलाई को डैम का लेबल 27 फीट क्रॉस करने पर खोला गया था। बुधवार को अहले सुबह डैम का लेबल 27.8 फीट हो जाने पर तीनों फाटक खोल दिया गया। फिलहाल डैम का लेबल 27.2 फीट पर स्थिर बना हुआ है।  डैम की क्षमता 28 फीट है, मगर साढ़े 27 क्रॉस करने पर इसे सुरक्षा के लिहाज से खोल दिया जाता है।

शनिवार, 11 सितंबर 2021

बस की चपेट में आने से एक शिक्षक की मौंत हुईं

बोकारो। झारखंड में बोकारो जिले के चास थाना क्षेत्र में शनिवार को बस की चपेट में आने से एक शिक्षक की मौत हो गयी।

पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि शिक्षक दीपक कुमार (30) चास स्थित गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल ड्यूटी पर जा रहे थे। इसी दौरान बाईपास रोड स्थित अलका गिलास दुकान के समीप बस की चपेट में आने से उनकी मौत हो गयी।

सूत्रों ने बताया कि घटना से आक्रोशित लोगों ने घटनास्थल के निकट सड़क जाम कर दिया। घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। पुलिस ने बस को जब्त कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिये चास अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

बलात्कार करने के आरोपी को आजीवन कारावास

रांची। झारखंड के रांची जिले में पॉक्सो कोर्ट ने 6 साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार करने के आरोपी को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने आरोपी पर 30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। मासूम बच्ची से रेप का ये मामला तीन साल पुराना है।

रांची की स्पेशल कोर्ट (पॉक्सो) ने बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के जुर्म में दोषी जाबर आलम को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही 30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माने की राशि नहीं देने पर उसे 6 महीने की अतिरिक्त सजा काटनी होगी।
ट्रायल के दौरान पीड़ित पक्ष की ओर से 6 और बचाव पक्ष की ओर से 2 गवाहों की गवाही दर्ज की गई थी। तमाम सबूतों और गवाहों के आधार पर आरोपी को सजा सुनाई गई है। इस मामले में बीते मंगलवार को ही रांची सिविल कोर्ट ने आरोपी को दोषी करार दिया था।
कोर्ट के फैसले की जानकारी देते हुए पब्लिक प्रोसिक्यूटर ने बताया कि अदालत ने आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो की धारा 4 के तहत दोषी ठहराया है और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोषी जाबर आलम पर 6 सितंबर 2018 को बच्ची की रिश्तेदार ने केस दर्ज कराया था।
दर्ज शिकायत के मुताबिक, बच्ची अपने घर के बाहर मोहल्ले में बच्चों के साथ खेल रही थी। तभी जाबर आलम बच्ची को उठाकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। बाद में बच्ची की मेडिकल जांट में भी दुष्कर्म की बात सामने आई थी।

मंगलवार, 7 सितंबर 2021

विधानसभा में विधायकों ने हंगामा करना शुरू किया

रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया इसके कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी विधायकों के व्यवहार से आहत स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने कहा कि सदन को फुटपाथ ना बनाएं।के बाद भाजपा के विपक्षी विधायकों ने सदन के वेल में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को व्यवस्थित करने का हर संभव प्रयास किया। हंगामा बढ़ते देख अध्यक्ष ने 11 बजकर 37 मिनट पर विधानसभा की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा सत्र की कार्यवाही आज 11 बजकर 11 मिनट पर जैसे ही शुरू हुई और विधानसभा अध्यक्ष के अवसर पर बैठते ही भाजपा विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाने लगे। 

शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

मास्क न पहनने पर 1 जवान को बेरहमी से पीटा

रांची। हम सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। लेकिन फिर भी बहुत से लोग मास्क ठीक से नहीं पहनते। ऐसे में सजा के तौर पर जुर्माने का प्रावधान है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे देखकर लोगों में आक्रोश फैल गया है।यह घटना झारखंड की है। जहां मास्क न पहनने पर स्थानीय पुलिस ने भारतीय सेना के एक जवान को बेरहमी से पीटा। जब मामला सुर्खियों में आया तो जवान को पीटने वाले पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
यह मामला झारखंड के चतरा जिले का है। जहां बुधवार को मास्क न पहनने पर भारतीय सेना के एक जवान को पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा। 
दरअसल, मयूरहुंड प्रखंड के कर्मा चौक पर मास्क चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने पवन कुमार यादव (सेना के जवान) को मास्क नहीं पहनने पर रोका था। इसके बाद उन्होंने उसे बुरी तरह से मारना शुरू कर दिया। बाद में चश्मदीद ने इस बात की पुष्टी की कि मास्क पहनने के लिए कहने के बजाय पुलिसकर्मियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया, और उसके बाइक की चाबी छीन ली, जिसका पवन ने खूब विरोध किया। 
एसपी राकेश रंजन ने टीओआई से कहा मुझे इस मामले की जानकारी वायरल वीडियो से हुई। यह वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स से शेयर किया जा रहा है। इस 22 सेकंड के क्लिप में देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसवाले मिलकर मास्क न पहनने पर एक जवान को लाठी, डंडों और लातों व घूंसों से पीट रहे हैं। विडंबना तो यह है कि उसे पिटाने वाले पुलिसकर्मियों ने खुद मास्क ठीक से नहीं पहना है। जब गांव के लोगों ने इस हरकत का विरोध किया तो पुलिस के खिलाफ मयूरहंद थाने में केस दर्ज किया गया है। चतरा के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने कहा, मैंने डीएसपी मुख्यालय से जांच करने को कहा है। हालांकि, दोनों पक्षों की गलती थी, हमने एक हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। चाहे वह सेना का जवान हो या आम आदमी, पुलिसकर्मियों से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जाती है।

बुधवार, 1 सितंबर 2021

पदाधिकारी ने इंटरपोल से मदद के लिए आवेदन दिया

रांंची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जर्मनी सर्वर के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई थी। बाहरी तार जुड़े होने के चलते अब इस मामले में सीआईडी की साइबर थाना की पुलिस इंटरपोल की मदद लेगी। मामले को लेकर साइबर थाना के जांच पदाधिकारी ने इंटरपोल से मदद के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है। कोर्ट के आदेश पर अब इस मामले में अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी इंटरपोल से जांच में मदद मांगी जाएगी। 
सीआईडी के साइबर थाना की जांच में यह बात सामने आयी है कि जिन सर्वर का इस्तेमाल कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धमकी दी गई थी। वह जर्मन कंपनी का सर्वर है। विदेश से तार जुड़े होने के कारण अब इंटरपोल की मदद लेकर पुलिस सर्वर से आईपी एड्रेस समेत अन्य जानकारी जुटाने में लगी है।
हेमंत सोरेन को इसी वर्ष जुलाई महीने में ई-मेल भेजकर धमकी दी गई थी। इसके अलावा अपराधियों ने पिछले साल 2020 में 8 और 17 जुलाई को भी ई-मेल भेजकर धमकी दी थी। इस मामले में रांची के साइबर थाना में पहले भी दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी।दोनों ई-मेल भेजने में जर्मनी और स्विटजरलैंड के अलग-अलग सर्वर का प्रयोग किया गया है।
जानकारी के मुताबिक पहली बार 8 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री सचिवालय में धमकी भरा मेल आया था। इसमें मुख्यमंत्री को उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस मामले में 13 जुलाई 2020 को स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर के बयान पर एफआईआर दर्ज करायी गई थी। बाद में जुलाई महीने में दो अन्य बार अलग-अलग मेल के जरिए धमकी भेजी गई थी। हर बार धमकी भरा मेल भेजने में विदेशी सर्वर का ही इस्तेमाल हुआ था।

रविवार, 8 अगस्त 2021

झारखंड सरकार ने एक साल का सेवा विस्तार दिया

रांंची। झारखंड ने एक साल का सेवा विस्तार दिया है। कार्मिक मंत्रालय के आदेश में यह जानकारी दी गई। पूर्व केंद्रीय गृह सचिव गौबा को 2019 में दो साल के लिए देश का शीर्ष नौकरशाह नियुक्त किया गया था।
शनिवार देर रात जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने झारखंड कैडर के 1982 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (आईएएस) गौबा को 30 अगस्त के बाद एक साल की अवधि के लिए कैबिनेट सचिव के रूप में सेवा विस्तार देने को मंजूरी दी है। 
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बनाने में गौबा की अहम भूमिका मानी जाती है, जिसके अनुसार संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत तत्कालीन राज्य को दिए गए विशेष दर्जे को खत्म कर जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया। उन्होंने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय में सचिव और गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी सेवाएं दी हैं।
पंजाब में जन्मे गौबा ने पटना विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक किया था। उन्होंने 2016 में केंद्र सरकार में सेवा के लिए लौटने से पहले 15 महीने तक झारखंड में मुख्य सचिव के रूप में कार्य किया था। उन्होंने चार साल तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बोर्ड में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

शनिवार, 7 अगस्त 2021

इंडियन महिला हॉकी टीम को पदक भी नहीं मिला

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि टोक्यो ओंलिपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम को भले ही कांस्य पदक भी नहीं मिल सक। लेकिन सभी बहनों ने कांस्य पदक के मैच में पिछले ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता ग्रेट ब्रिटेन की टीम को जिस प्रकार टक्कर दी, वह काबिले तारीफ है। सोरेन ने गुरुवार को कहा कि वह पूरी भारतीय महिला हॉकी टीम को सलाम करते हैं।
झारखंड की बेटियों और मेरी बहनों ने भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन में अद्भुत योगदान दिया। झारखण्ड सरकार ने ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही घोषणा कर दी थी कि राज्य के खिलाड़ियों के स्वर्ण जीतने पर दो करोड़, रजत जीतने पर एक करोड़ और कांस्य जीतने पर पचास लाख रुपये दिये जायेंगे। भारतीय महिला टीम कांस्य की जंग में जीत नहीं पाई।
झारखण्ड की बेटियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल सभी झारखण्ड की बेटी खिलाड़ियों को सरकार अपने पूर्व के फैसले को संशोधित कर 50-50 लाख रुपये देगी और सभी के पैतृक घर को पक्के मकान में तब्दील करायेगी । सोरेन ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में पहुंच कर इतिहास रच दिया और अपने जज्बे से साबित कर दिया कि वह दुनिया की बेहतर से बेहतर टीम को टक्कर देने का माद्दा रखती है।
भारतीय महिला टीम को इस मुकाम तक पहुंचाने में हर एक खिलाड़ी, कोच और सभी सपोर्ट स्टाफ का अतुलनीय योगदान है सभी के प्रति मैं और पूरा झारखण्ड दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करता है तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई और भविष्य के लिये शुभकामनाएं देता है। झारखण्ड सरकार खेल के क्षेत्र में आगे आने वाले खिलाड़ियों को हर प्रकार की सुविधा देने के प्रति दृढसंकल्पित है।
अभी हाल में ही हमारी सरकार ने खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान की है। यह क्रम जारी रहेगा। हमारे युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। हमारी सरकार उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए हर संभव सुविधा प्रदान करेगी ताकि दुनिया भर में भारत का डंका बजे और झारखंडी खिलाड़ियों का लोहा हर कोई माने।

मंगलवार, 20 जुलाई 2021

राजनीति: पीएम ने राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की

इकबाल अंसारी            
रांंची। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। ये जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय ने दी। बता दें कि झारखंड के दसवें राज्यपाल  के रूप में रमेश बैस ने 14 जुलाई को दोपहर को शपथ ली थी। राजभवन में आयोजित समारोह में झारखंड उच्च न्यायालय  के मुख्य न्यायाधीश डॉ. रवि रंजन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी।
झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किये जाने के बाद नवनियुक्त राज्यपाल का यह पहला दिल्ली दौरा था। दौरे के दौरान मंगलवार को उन्होंने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की। राजभवन सूत्रों ने इस मुलाकात को सौजन्यमूलक करार दिया है। बता दें कि द्रोपदी मुर्मू के छह साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्हें राज्यपाल बनाया गया है।

गुरुवार, 15 जुलाई 2021

रांची: पुलिस ने कई शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा

इकबाल अंसारी                 

रांची। झारखंड में हजारीबाग जिले के लोहसिंघना थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जलकर मौत हो गयी है। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को यहां बताया कि हजारीबाग शहर के लोहार टोली मोहल्ला निवासी मुन्ना विश्वकर्मा के घर के एक कमरे में आज तड़के आग लगने से गृहस्वामी, उसकी पत्नी और उसके छह वर्षीय पुत्र की मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सूत्रों ने बताया कि मृतकों में गृहस्वामी मुन्ना विश्वकर्मा उर्फ सरोज विश्वकर्मा (45 वर्ष) के अलावा उनकी पत्नी सोनम देवी (42 वर्ष) और पुत्र आयुष (6 वर्ष) शामिल है। सरोज की दो बेटिया दूसरे कमरे में सोई होने के कारण हादसे का शिकार होने से बच गयी। इस सिलसिले में संबंधित थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। मामले की जांच की जा रही है।

शनिवार, 26 जून 2021

भालू के हमले में 2 भाइयों समेत 3 ग्रामीणों की मौंत

इकबाल अंसारी             
गढ़वा। जिले के बरगढ़ प्रखंड के बरकोल गांव के पास स्थित जंगल में एक भालू के हमले में दो भाइयों समेत तीन ग्रामीणों की मौत हो गई। इसके अलावा घटना में एक महिला समेत तीन लोग घायल हुए हैं। भालू के हमले में ये तीनों लोग किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। मृतक और घायल सभी अपने गांव लौट रहे थे और इसी दौरान भालू ने उनपर हमला किया।
मृतकों की पहचान अनित गिद्ध (35), सुमित गिद्ध (38) और राजू मिंज (40) के रूप में की गई। जबकि घायलों में छोटू गिद्ध, उसकी पत्नी मरियम लकड़ा और कमलेश गिद्ध शामिल हैं। 
घायल एवं मृतक सभी लोग बरकोल गांव के कोरिया कोड़कर टोला के रहने वाले थे। ये सभी ग्रामीण बरकोल से अपने टोला में वापस लौट रहे थे। इसी दौरान कोरिया कोड़कर जंगल से गुजरने के दौरान एक भालू ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में बारी-बारी से भालू ने तीन लोगों को मार डाला, जबकि तीन लोग घायलावस्था में किसी तरह भालू से बचकर भागने में सफल रहे।

सोमवार, 31 मई 2021

11 पान मसालों पर लगे बैन को साल तक बढ़ाया

इकबाल अंसारी                

रांची। झारखंड में राज्य सरकार ने रजनीगंधा, पान पराग समेत 11 पान मसालों पर लगे बैन को एक साल के लिए बढ़ा दिया है। झारखंड सरकार के फूड सेफ्टी कमिश्नर अरुण कुमार की ओर जारी हुए इस आदेश के मुताबिक इन पान मसालों में मैग्नीशियम कार्बोनेट मिला है। इससे हार्ट अटैक का खतरा रहता है। 

झारखंड में 11 पान मसालों पर बैन 8 मई 2020 को लगाया गया था। इसे अब एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। झारखंड के फूड सेफ्टी कमिश्नर अरुण कुमार ने इस आदेश को जारी किया है। आदेश में कहा गया कि अगर कोई उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आदेश में कहा गया है कि 2019-20 में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 41 प्रकार के पान मसाला के सैंपल्स लिये गए थे। 

जांच में इनमें मैग्नीशियम कार्बोनेट होने की पुष्टि हुई थी। फूड सेफ्टी कमिश्नर अरुण कुमार ने इस आदेश में कहा कि मैग्नीशियम कार्बोनेट से लोगों को हाइपर मैग्निशया की शिकायत होती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा रहता है। झारखंड सरकार ने जिन 11 पान मसालों पर एक साल के लिए बैन बढ़ाया है। उनमें पान पराग मसाला, शिखर पान मसाला, रजनीगंधा, दिलरुबा, राज निवास पान मसाला, मुसाफिर, मधु, बिमल, बहार, सेहरत और पान पराग प्रीमियम पान मसाला शामिल है।

मंगलवार, 25 मई 2021

सरकार ने लॉकडाउन की अवधि 3 जून तक बढ़ाईं

रांची। झारखंड में कठोर प्रावधानों के साथ लॉकडाउन की अवधि तीन जून तक बढ़ायी गई है। इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने दी। यह तीसरी बार है, जब राज्य में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई गई है। राज्य में पहली बार 22 अप्रैल को लॉकडाउन लगाई थी।मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जानी बयान में कहा गया। ''स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह अब पहले लगाए गए सभी प्रतिबंधों के साथ 3 जून तक बढ़ा दिया गया है।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में यह फैसला किया गया।अधिकारी ने कहा, राज्य सचिवालय दोपहर दो बजे तक 33 प्रतिशत कर्मचारियों की संख्या के साथ काम करेगा और लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध होगा। अधिकारी ने आगे कहा,'' सरकारी अधिकारियों, मीडियाकर्मियों और फैक्टरी कर्मियों को अनिवार्य काम के लिए ई-पास से छूट दी गई है।

आर्थिक तंगी के कारण मिट्टी में दबा रहे हैं 'शव'

रांची। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच विभिन्न राज्यों से मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। कई जगह देखने में आया है कि शव का अंतिम संस्कार भी नहीं हो पाया। किसी के पास पैसे की दिक्कत थी तो कुछ शवो को आर्थिक तंगी के कारण मिट्टी में दबाना पड़ा।

कोरोना के इस संकट के बीच राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूकते। जब भी मौका मिलता है, राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साधती रहती हैं।अब एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में मरने वाले लोगों के लिए अंतिम संस्कार के लिए मुफ्त में कफन मुहैया कराने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से भारतीय जनता पार्टी आक्रामक हो गई और भारतीय जनता पार्टी ने जमकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। भाजपा ने वार करते हुए कहा कि अच्छा होता अगर सीएम साहब दवाइयों की बात करते।

सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच संघर्ष शुरू हो गया है। भाजपा नेता दीपक प्रकाश ने ट्वीट के जरिए झारखंड के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए लिखा कि 'यह अजीब विडंबना है कि जहां एक और केंद्र सरकार देशवासियों की जान बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। वहीं दूसरी और झारखंड की सरकार जनता को फ्री में कफन बाटने में जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता अगर सरकार कफन की बात करने की वजह दवाइयां और इलाज उपलब्ध कराने पर जोर देती।

भाजपा के इस वार पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तीखा पलटवार करते हुए लिखा कि 'आपकी घटिया राजनीति के कारण आपको सिर्फ कफ़न ही नजर आ रही हैं। हेमंत सरकार निशुल्क वैक्सीन भी दे रही है। पर आप और आपकी घटिया राजनीति की आपको सिर्फ कफ़न नजर आते है। वैसे आपके उत्तर प्रदेश में मां गंगा में तैरते शव, रेत में दबे गरीब के शव का नजारा ही शायद पसंद है

मंगलवार, 20 अप्रैल 2021

झारखंड में 22 से 29 अप्रैल तक रहेगा लॉकडाउन

मनोज सिंह ठाकुर          
रांंची। लॉकडाउन की घोषणा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बैठक के बाद की। उन्होंने मंगलवार को अपने आवास में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह समेत अन्य अधिकारियों  के साथ हुई बैठक में यह बड़ा फैसला लिया। राज्य में सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने के आदेश दिए गए हैं ताकि कोरोना के प्रसार को रोका जा सके।
झारखंड में 22 से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू रहेगा। हालांकि, प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं के साथ ही धार्मिक स्थानों को खुला रखने की अनुमति दी है। गौरतलब है कि सरकार ने इस बार राज्य में लागू किए गए लॉकडाउन को सुरक्षा सप्ताह नाम दिया है।
कोरोना वारयस की दूसरी लहर का प्रकोप देशभर में जारी है। राज्य में आए दिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने अहम फैसला ले लिया है।

सोमवार, 19 अप्रैल 2021

झारखंड में जेपीएससी सहित कई परीक्षाएं स्थगित

मनोज सिंह ठाकुर            
रांची। झारखंड सरकार ने कोरोना से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। झारखंड पब्लिक सर्विस कॉमिशन (जेपीएससी) समेत कई परीक्षाओं को स्थगित करने के साथ ही स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, तकनीकी शिक्षा संस्थान व आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया गे है। शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है। 
 झारखंड पब्लिक सर्विस कॉमिशन की दो मई को होने वाली परीक्षा में करीब पांच लाख अभ्यर्थी शामिल होने थे। कोरोना संक्रमण के और फैलने का खतरा देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने की अगुवाई में रविवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में जेपीएससी की परीक्षा स्थगित करने का फैसला लिया गया। इस परीक्षा रद्द करने के लिये झारखंड लोक सेवा आयोग पर दबाव बनाया जा रहा था। सरकार की ओर से कहा गया है कि राज्य में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ायी जा रही हैं। जीवनरक्षक दवाओं और जरूरी बेड की व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल सेंटर में बेडों की संख्या बढ़ाने का भी काम चल रहा है। 
 मुख्यमंत्री हेमंत ने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि संक्रमण को रोकने में सबों की मदद चाहिये. इसे हल्के में ना लें। यह घातक रूप में सामने आ रहा है। नौजवान, बुजूर्ग और हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। नौजवान वर्ग के लोग बेवजह मौज मस्ती करना और घूमना बंद करें।अगले को संक्रमित मानकर चलें। ऐसा नहीं करने पर आपके आपके परिजन भी चपेट में आ सकते हैं। बेवजह अभी कोई ना घूमें। जरूरी होने पर मास्क लगाकर ही निकले। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए और भी निर्णय लिये जा सकते हैं। इस महीने के बाद इसकी फिर से समीक्षा की जायेगी। बैठक में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता सहित अन्य भी शामिल थे। 

शनिवार, 17 अप्रैल 2021

दुमका कोषागार मामलें से लालू को मिलीं जमानत

मनोज सिंह ठाकुर     
रांची। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है। लालू यादव को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपये की निकासी के मामले में जमानत मिल गई है।
चारा घोटाला मामले से संबंधित अन्य मामलों में लालू यादव को पहले से जमानत मिली हुई है। चईबासा और देवघर कोषागार मामले में लालू को पहले से ही जमानत मिली हुई है। दोरांडा कोषागार के मामले में अब भी ट्रायल जारी है। अब लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है।

रविवार, 28 मार्च 2021

झारखंड में सार्वजनिक स्थानों पर नहीं मनेगी 'होली'

रांची। झारखंड सरकार ने राज्य में कोरोना संक्रमण के खतरे पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सार्वजनिक स्थानों पर होली नहीं मनाने और रामनवमी-सरहुल में जुलूस पर रोक लगाई है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य के मुख्य सचिव सचिव सुखदेव सिंह के हस्ताक्षर से कल रात गृह एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने कोविड-19 दिशा-निर्देश को लेकर एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत त्योहरों में भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की गयी है। जारी आदेश के तहत कोरोना के बढ़ते सक्रमण को देखते हुए राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर होली खेलने पर रोक लगा दी गयी है। इसके अलावा सरहुल, शब-ए-बरात, नवरात्र, रामनवमी, ईस्टर एवं अन्य सभी त्योहारों के सार्वजनिक आयोजनों पर रोक है। सरकार ने राज्यवासियों से अपील की है कि वे अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ ही अपने घरों में ही होली मनाएं।

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...