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शनिवार, 17 जुलाई 2021

पीएम ने ₹1,200 करोड़ के कार्यों का उद्घाटन किया

इकबाल अंसारी                     
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से शुक्रवार को अहमदाबाद के साइंस सिटी में जलीय व रोबोटिक गैलरी के साथ-साथ गांधीनगर के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और पांच सितारा होटल के साथ वडनगर के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन सहित 1,200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली से ही वडनगर से वाराणसी जाने वाली सुपरफास्ट ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। 
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'पीएम मोदी ठीक हैं। कहकर अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा कि नए भारत की नई पहचान के साथ आज एक और कड़ी जुड़ रही है। 
भविष्य में जब भी मौका मिलेगा, मैं गुजरात के इन प्रोजेक्ट्स को जनता के सामने रखूंगा। उन्होंने कहा कि साबरमती नदी एक समय में क्या स्थिति थी। लेकिन आज एक तरह से इसका पूरा इकोसिस्टम ही बदल गया है। अहमदाबाद में साइंस सिटी की परियोजना मनोरंजन और रचनात्मकता को जोड़ती है। यह बच्चों को कुछ नया सिखाएगी। एक्वाटिक गैलरी एशिया के शीर्ष एक्वैरियम में से एक है।
इस मौके पर वर्चुअल माध्यम से जुड़े केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 35 साल बाद गांधीनगर स्टेशन का कायाकल्प हुआ है।  आज से दो नई ट्रेनें शुरू होने जा रही हैं। गांधीनगर में आयोजित कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि कोरोना के कारण विकास की गति धीमी हो गई थी। गुजरात के विकास को बेहतरीन से बेहतरीन बनाने के लिए प्रधानमंत्री की विकास यात्रा आगे बढ़ रही है। हमें खुशी है कि गांधीनगर अब विश्व प्रसिद्ध हो जाएगा। हम सबको मिलकर इस विकास की यात्रा को जारी रखना चाहिए।
इस मौके पर गांधीनगर में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय राज्य रेल मंत्री दर्शना जरदोष और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नवसारी से सांसद सीआर पाटिल समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा भी कार्यक्रम में शामिल हुए। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी का सपना गांधीनगर में महात्मा मंदिर से कनेक्टिविटी को और अधिक सुलभ बनाना था। गांधीनगर कैपिटल रेलवे स्टेशन के ऊपर एक 318 कमरों वाला पांच सितारा होटल का मोदी ने उदघाटन किया। साथ प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर और वाराणसी के बीच सप्ताह में एक बार चलने वाली सुपरफास्ट ट्रेन काे भी झंडी दिखाई। इसके अलावा गांधीनगर से वडनगर होते हुए तारंगा के पास वरेथा के लिए दिन में दो बार चलने वाली मेमू ट्रेन भी रवाना की। 
एशिया के शीर्ष एक्वेरियम में से एक है एक्वाटिक गैलरी
प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी में एक जलीय और एक रोबोटिक गैलरी का भी उद्घाटन किया। एशिया के शीर्ष एक्वेरियम में शामिल इस एक्वाटिक गैलरी में 68 अलग-अलग टैंकों में शार्क समेत कई प्रजातियों को देख सकेगा। इसमें 28 मीटर अंडरवाटर वॉकवे टनल बनाया गया है। इस जलीय गैलरी में एक छत के नीचे 188 प्रजातियों की 11,600 से अधिक मछलियां देखी जा सकती हैं। इस गैलरी में 10 अलग-अलग क्षेत्रों से लाए गए जलीय जीवन को देखा जा सकता है। है, जैसे कि भारतीय क्षेत्र, एशियाई क्षेत्र, अफ्रीकी क्षेत्र, अमेरिकी क्षेत्र, विश्व के महासागर और अन्य। समुद्री दुनिया के रोमांचकारी अनुभव के लिए यहां 5-डी थिएटर है। रोबोकैफे में रोबो वेटर्स परोसेंगे पसंदीदा डिश
साइंस सिटी में 11,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में 79 प्रकार के 200 से अधिक रोबोटों के साथ एक अत्याधुनिक रोबोटिक गैलरी भी बनाई गई है। आश्चर्यजनक ट्रांसफॉर्मर रोबोट की प्रतिकृति भी प्रवेश द्वार पर प्रदर्शित है। इस गैलरी में विशेष रूप से तैयार किया गया ह्यूमनॉइड रोबोट खुशी, आश्चर्य और उत्साह जैसी कई भावनाओं को व्यक्त करता है और आगंतुकों के साथ बातचीत करता है। गैलरी के विभिन्न तलों पर, विभिन्न क्षेत्रों के रोबोट और उनकी उपयोगिताएं प्रदर्शित की जाती हैं, जैसे कि दवा, कृषि, अंतरिक्ष, रक्षा, आदि। रोबो शेफ द्वारा तैयार भोजन यहां रोबोकैफे में रोबो वेटर्स परोसेंगे। इसके अलावा 16 रोबोगाइड आगंतुकों का मार्गदर्शन करेंगे।
मनोरंजन के साथ बच्चों का ज्ञान बढ़ाएगा नेचर पार्क
प्रधानमंत्री ने आज 20 एकड़ में फैले नेचर पार्क का भी उद्घाटन किया। इस नेचर पार्क में 380 से अधिक प्रजातियां होंगी। पार्क में एक धुंध बांस सुरंग, ऑक्सीजन पार्क, शतरंज और योग स्थान, खुला जिम और बच्चों के लिए एक विशेष खेल क्षेत्र भी है। बच्चों के लिए जॉगिंग ट्रैक, वॉकिंग ट्रैक और एक दिलचस्प भूलभुलैया भी हैं। यहां वैज्ञानिक जानकारी के साथ-साथ मैमथ, टेरर बर्ड, सेबर टूथ लायन, ग्राउंडेड स्लॉथ बियर, वीड बेड़ा और हाइव फॉर्मेशन की वैज्ञानिक समझ जैसी विभिन्न मूर्तियां भी हैं।

शनिवार, 10 जुलाई 2021

कॉलेजों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कक्षाएं शुरू

गांधीनगर। गुजरात में कोविड-19 के नये मामलों में गिरावट को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 15 जुलाई से 12वीं कक्षा के अलावा कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कक्षाएं शुरू करने की अनुमति प्रदान करने का फैसला किया है। छात्रों के लिए कक्षाओं में उपस्थिति होना अनिवार्य नहीं होगा। लेकिन यदि छात्रों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा जाता है तो इसके लिए स्कूलों और कॉलेजों के अधिकारियों को माता-पिता की सहमति लेनी होगी।

विज्ञप्ति के मुताबिक गुजरात के 8,333 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 12 में 6.82 लाख से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि राज्य के 2,000 से अधिक कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों में 11 लाख से अधिक स्नातक और डिप्लोमा छात्र हैं।

गुरुवार, 8 जुलाई 2021

रथयात्रा को कई शर्तों के साथ निकालने की मंजूरी दी

अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने अहमदाबाद के ऐतिहासिक भगवान जगन्नाथ मंदिर की सालाना रथ यात्रा को इस बार कई शर्तों के साथ निकालने की मंज़ूरी दे दी है। ओड़िशा की पुरी की रथ यात्रा का बाद देश में दूसरी सर्वाधिक इस रथ यात्रा के 143 वें वार्षिक संस्करण का पिछले साल कोरोना के चलते गुजरात हाई कोर्ट के आदेश के मद्देनज़र आयोजन नहीं हो सका था।गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने आज पत्रकारों को बताया कि 144 वीं रथ यात्रा के 12 जुलाई के आयोजन को राज्य सरकार ने शर्तों के साथ मंज़ूर दी है। क़रीब 14 किमी लम्बे यात्रा मार्ग के पूरे इलाक़े में यानी सात थाना क्षेत्रों में कर्फ़्यू रहेगा। 
इस दौरान प्रसाद वितरण नहीं होगा। अहले सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हर साल की तरह मंगला आरती में भाग लेंगे।रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के तीन रथनुमा वाहन और मंदिर महंत का वाहन समेत केवल पांच वाहन ही भाग ले सकेंगे। इस दौरान ट्रकों, भजन मंडलियों, अखाड़ाओं, हाथी आदि को भाग लेने की अनुमति नहीं होगी। रथ को खींचने वाले खलासियों के लिए पूर्ण में कम से कम टीके की एक डोज़ और अधिकतम 48 घंटे पुराना नेगेटिव कोरोना आरटी पीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा।
रथ यात्रा की शुरुआत से पहले मंदिर में सोने की झाड़ू लगाने की पहिंद विधि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल करेंगे। पूरी यात्रा कोरोना प्रोटकाल के अनुरूप होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य सरकार कोरोना की तीसरी लहर को टालने के लिए पूर्व प्रबंध में लगी है, रथ यात्रा को इस तरह से आयोजित किया जा रहा है। रथ यात्रा मार्ग पर पुलिस की व्यापक व्यवस्था और तैनाती होगी।

ज्ञातव्य है कि गुजराती कैलेंडर के हिसाब से आषाढी बीज यानी आषाढ़ माह की दूसरी तिथि को निकलने वाली अहमदाबाद की रथ यात्रा में आम दिनों में लाखों श्रद्धालु शिरकत करते हैं। यात्रा पुराने शहर के जमालपुर स्थित मंदिर से अहले सुबह निकल कर सरसपुर में भगवान के मौसा के घर जाती है और दोपहर को वह थोड़ी देर विश्राम (जब वह लाखों लोगों को भोजन जैसा प्रसाद दिया जाता है) के बाद देर शाम तक वापस लौटती है।इस दौरान लाखों लोगों का हुजूम सड़क पर रहता है। यात्रा मार्ग के साम्प्रदायिक रूप से बेहद संवेदनशील होने के कारण सुरक्षा के लिए हज़ारों पुलिस कर्मियों और अर्ध सैनिक बलों की तैनाती भी की जाती है। पूर्व में रथ यात्रा के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा की भी घटनायें होती रही हैं।

रविवार, 4 जुलाई 2021

194 मगरमच्छों को निकालकर अन्य स्थानों पर पहुंचाया

अहमदाबाद। गुजरात के नर्मदा जिला में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास एक झील में नौकायान करने आने वाले सैलानियों की सुरक्षा के मद्देनजर पिछले दो साल में झील से 194 मगरमच्छों को निकालकर अन्य स्थानों पर पहुंचाया गया है।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि केवड़िया में सरदार वल्लभ पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा के पास पंचमुली झील स्थित है जो पर्यटकों के बीच आकर्षण का बड़ा केंद्र है। लेकिन झील में काफी संख्या में मगरमच्छ हैं। जो सैलानियों के लिए खतरा बन सकते है।
केवड़िया क्षेत्र के वन अधिकारी विक्रमसिंह गभानिया ने  बताया, ”2019-20 (अक्टूबर-मार्च) में हमने 143 मगरमच्छों को यहां से दूसरी जगह पहुंचाया। 2020-21 में 51 और मगरमच्छों को गांधीनगर और गोधरा में दो बचाव केंद्रों में भेजा गया है।उन्होंने बताया कि लेकिन अब भी काफी तादाद में मगरमच्छ मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि 2019-20 में बचाए गए 73 मगरमच्छों को सरदार सरोवर जलाशय में छोड़ा गया। झील से निकाले गये मगरमच्छों को बाद में पंचमहल जिले के गोधरा और गांधीनगर स्थित बचाव केंद्रों में भेजा गया। उन्होंने बताया, ”मगरमच्छों को पकड़ने के लिए करीब 60 जाल बिछाए गए हैं।
झील के जिस हिस्से में सीप्लेन (पानी से उड़ने व उतरने वाले जहाज) का परिचालन होता है (अहमदाबाद से केवड़िया के बीच), वह पूरी तरह सुरक्षित है।” राज्य पर्यटन विभाग के अनुसार 2019 में गुजरात राज्य वन विकास निगम लिमिटेड (जीएसएफ डीसी) ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास पंचमुली झील में नौकायान की शुरुआत की। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने बताया कि क्षेत्र में नौकायान पर्यटकों के बीच आकर्षण का बड़ा केंद्र है और खासकर सप्ताहांत में यहां भारी भीड़ रहती है।

बुधवार, 30 जून 2021

अमूल दूध की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी

अहमदाबाद। गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) ने बुधवार को कहा कि अमूल दूध की कीमतों में एक जुलाई से सभी ब्रांडों के लिए दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जाएगी। अमूल ब्रांड नाम के तहत दूध और डेयरी उत्पादों का विपणन करने वाले जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने कहा कि लगभग एक साल और सात महीने के बाद कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है। 

जो उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण जरूरी हो गई थी। उन्होंने कहा, ”अमूल दूध की कीमतों में कल से पूरे भारत में 2 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की जाएगी। नई कीमतें सभी अमूल दूध ब्रांडों जैसे सोना, ताजा, शक्ति, टी-स्पेशल, साथ ही गाय और भैंस के दूध पर भी लागू होंगी।”

मंगलवार, 29 जून 2021

गुजरात में सेल्फी लेने को अपराध घोषित किया, उद्देश्य

अहमदाबाद। गुजरात के डांग जिले में सेल्फी लेने के चक्कर में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से सेल्फी लेने को अपराध घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दक्षिण गुजरात में स्थित डांग पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय स्थान है। विशेष रूप से मॉनसून के समय यहां के सपुतारा हिल स्टेशन और झरने को देखने बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट के चलते लोग बारिश के मौसम में फिर से घूमने आने लगे हैं। जिले के अतिरिक्त कलेक्टर टी डी डामोर ने बताया कि अगर डांग में लोगों को सेल्फी लेते देखा गया तो उनके खिलाफ आपराधिक प्रावधानों में कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारी ने कहा कि डांग में इस प्रकार के प्रतिबंध पिछले दो तीन सालों से थे और अब एक नई अधिसूचना जारी कर इनकी अवधि को विस्तार दे दिया गया है। डामोर ने कहा, “दुर्घटनाओं में कुछ लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हो गए हैं। इसे रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है।” उन्होंने कहा, “खासकर युवा लोग अच्छी सेल्फी लेने के चक्कर में किसी भी हद तक चले जाते हैं और दुर्घटना हो जाती है। लोगों के खाई में गिरने और पानी में बहने की बहुत सी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कुछ मामलों में लोग मर भी गए हैं और बहुत से लोग घायल हुए हैं।” अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन ने विभिन्न पर्यटन स्थलों पर होर्डिंग लगा दी हैं। जिन पर सेल्फी लेने के प्रति चेतावनी दी गई है।

रविवार, 27 जून 2021

भाजपा को ‘भारतीय झगड़ा पार्टी’ करार किया: आप

सूरत। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने आज सत्तारूढ़ भाजपा को ‘भारतीय झगड़ा पार्टी’ क़रार देते हुए दावा किया कि गुजरात में अब आप का काम बोलने लगा है। मनीष सिसोदिया ने यहां पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए भाजपा पर कोरोना के कुप्रबंधन का आरोप भी लगाया।उन्होंने कहा कि भाजपा विकास की बात करती है पर उसकी रूचि इसमें नहीं है। दिल्ली में आप सरकार के विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा बताए कि स्कूल, अस्पताल और रोज़गार क्या विकास के पैमाने नहीं हैं। पांच साल में अगर आप दिल्ली में इतना कुछ कर सकती है तो गुजरात में भाजपा क्यों कुछ नहीं कर रही।

उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के उचित प्रबंधन के समय भाजपा सरकार बंगाल चुनाव में लगी थी और इसमें हारने के बाद यह अब सबसे झगड़ा करने में लगी है। यह भारतीय जनता पार्टी से भारतीय झगड़ा पार्टी बन गयी है। दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में हुए विवाद से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा अपने कार्यालय में बनाए गए रिपोर्ट के आधार पर बेवजह मुद्दा बना रही है। आप की चुनौती के 72 घंटे बीतने के बावजूद भाजपा इस मामले में सुप्रीम कोर्ट गठित ऑडिट समिति की कथित रिपोर्ट को सामने नहीं ला पायी है।

ज्ञातव्य है कि अगले साल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में आप ने सभी 182 सीटों पर प्रत्याशी खड़े करने की घोषणा कर रखी है। इस साल की शुरुआत में हुए स्थानीय चुनावों में भाजपा का गढ़ माने जाने वाले सूरत महानगर में आप ने अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए दो दर्जन से अधिक मनपा सीटों पर क़ब्ज़ा जमाया था। इससे उत्साहित होकर पार्टी अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां रोड शो किया था और हाल में के बार फिर गुजरात दौरा किया था।

मनीष सिसोदिया आज सुबह यह हवाई अड्डे पर पहुंचे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया समेत अन्य पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें वहां से काफ़ी दूर ही रोक दिया और उचित तरीक़े से अपने नेता के स्वागत तक नहीं करने दिया। गोपाल इटालिया ने इसे राज्य की भाजपा सरकार की तानाशाही क़रार दिया। बाद में मनीष सिसोदिया सर्किट हाउस पहुंचे और मनपा में विरोध पक्ष आप के नेता भंडेरी समेत अन्य के साथ चर्चा की।

शुक्रवार, 18 जून 2021

नदी और झील के पानी में वायरस होने की पुष्टि हुईं

अहमदाबाद। देश में कोरोना की दूसरी लहर में गुजरात के अहमदाबाद शहर में सबसे ज्यादा मामले सामने आए। अब तक देश के कई शहरों की सीवेज लाइनों में जीवित कोरोना वायरस पाया गया है। लेकिन गुजरात में अब नदी और झील के पानी में भी कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है। अहमदाबाद में साबरमती नदी, कांकरिया झील और चंडोला झील में कोरोना वायरस पाया गया है। तीनों के पानी के सैंपल लिए गए और सभी सैंपल संक्रमित पाए गए। चार महीने में 16 सैंपल लिए गए, जिसमें पांच सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 
आईआईटी गांधीनगर सहित देश के 8 संस्थानों द्वारा किए गए एक अध्ययन में इस तरह के तथ्य उजागर हुए हैं। 
इनमें जेएनयू के स्कूल ऑफ एनवायर्नमेंटल साइंसेज के नई दिल्ली के शोधकर्ता भी शामिल हैं। असम के गुवाहाटी क्षेत्र में नदियों के एक अध्ययन में भी भरू नदी से लिए गए कोरोना के नमूने का खुलासा हुआ है। सीवेज का नमूना लेकर की गई जांच के दौरान कोरोना वायरस की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इस अध्ययन के बाद प्राकृतिक जल स्रोत की जांच के लिए अध्ययन फिर से शुरू किया गया। इन दो शहरों का चयन करके नमूने लिए गये, क्योंकि अहमदाबाद में अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों की संख्या सबसे अधिक है और गुवाहाटी में एक भी संयंत्र नहीं है। अहमदाबाद के लिए पानी से भरी साबरमती नदी और रिवरफ्रंट को शान माना जाता है।
लेकिन गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण संरक्षण समिति द्वारा संयुक्त रूप से किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि साबरमती में गंभीर प्रदूषण है। खासकर अहमदाबाद से गुजरने के बाद गंदे प्रदूषित पानी के अलावा नदी में कुछ भी नहीं बहता। 
 साबरमती रिवरफ्रंट के बीच में लिए गए पानी के नमूनों में भी रिवरफ्रंट निर्धारित मात्रा से अधिक प्रदूषित पाया गया, जो प्रदूषित गंदे पानी से भरे हौज के समान है। रिपोर्ट के निष्कर्षों में आगे कहा गया है कि रिवरफ्रंट के बाद नदी के निचले इलाकों में नदी का अपना पानी नहीं है। रिवरफ्रंट के बाद साबरमती में दिखाई देने वाला पानी केवल नरोडा, ओढव, वटवा और नारोल उद्योगों का प्रदूषित बाहर आया कचरा मिश्रित जल और अहमदाबाद का सीवेज है। रिवरफ्रंट की वजह से भूजल बहना बंद हो गया है और अहमदाबाद को नर्मदा के पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है। 
साबरमती नदी में प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 22 फरवरी, 2017 को दायर एक रिट याचिका में एजेंसी को नदी को प्रदूषित करने वाली सभी औद्योगिक इकाइयों के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया था। नदी में गैर शोधित रासायनिक युक्त पानी डालने वाली इकाइयों को सील करने, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार प्रदूषण नियमों का पालन न करने के लिए इकाइयों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करने और प्रदूषण को रोकने में विफल रहने के लिए लापरवाह नगरपालिका अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई। 
हाल ही में उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि राज्य की जीवन रेखा सरदार सरोवर नर्मदा बांध में 13 मई, 2021 तक 123.38 मीटर पानी जमा किया जा चुका है। इस पानी को गर्मी के मौसम में राज्य के नागरिकों को पीने का पानी उपलब्ध कराने और किसानों और चरवाहों के समुचित उपयोग के लिए योजना बनाई गई है। नगर में नर्मदा का जल साफ करने के लिए नगर निगम ने 275 एमएलडी और 125 एमएलडी के दो वाटर फिल्टर प्लांट का निर्माण किया है। इनमें से 275 एमएलडी फिल्टर प्लांट को दो साल पहले 5.5 करोड़ रुपये की लागत से अपग्रेड किया गया था।

बुधवार, 16 जून 2021

हादसा: कार व ट्रक की टक्कर से 10 लोगों की मौंत

अहमदाबाद। गुजरात के आणंद जिले के इंद्रनाज गांव के निकट एक कार की विपरित दिशा से आ रहे एक ट्रक से बुधवार सुबह टक्कर हो गई, जिसमें 10 लोग मारे गए। तारापुर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि हादसा आणंद जिले के तारापुर को अहमदाबाद जिले के वतमान से जोड़ने वाले राजमार्ग पर हुआ। उन्होंने कहा कि कार में एक बच्चे सहित 10 लोग सवार थे। जिसे तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। कार में सवार सभी 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि कार से शवों को निकालने और उनकी पहचान करने की कोशिश जारी है।
एजेंसी

मंगलवार, 15 जून 2021

गुजरात: लव जिहाद एक्ट, धर्म परिवर्तन अपराध

हरिओम उपाध्याय   
गांधीनगर। अब गुजरात में भी शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन कराना एक बड़ा अपराध होगा। गुजरात में आज से लव जिहाद एक्ट लागू हो गया है। इसे राज्यपाल की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने इसके क्रियान्वयन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसका उल्लंघन करने पर सात साल तक की सजा और तीन लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। 
 दरअसल, गुजरात सरकार ने धर्मांतरण रोकने के लिए बजट सत्र के दौरान विधानसभा में धर्म स्वातंत्र्य (धार्मिक स्वतंत्रता) विधेयक संशोधन-2021 पारित किया था। यह संशोधन गुजरात फ्रीडम ऑफ रिलिजन एक्ट-2003 में किया गया है। इस विधेयक को राज्य के गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने गुजरात विधानसभा में पेश किया था। राज्यपाल आचार्य देववर्त की मंजूरी के बाद सरकार ने आज धर्म की स्वतंत्रता सुधार अधिनियम-2021के क्रियान्वयन की अधिसूचना जारी कर दी है।  
गुजरात विधानसभा ने प्रलोभन, जबरदस्ती, गलत बयानी या किसी अन्य धोखाधड़ी के माध्यम से धर्मांतरण के मामलों में दंड और दंड का प्रावधान करने के लिए धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम 2003 में संशोधन किया। इस प्रकार यह पूरा सुधार लव जिहाद की गतिविधि को रोकने के लिए है। इस काूनन के तहत गुजरात में पांच साल तक की सजा और दो लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है, जबकि नाबालिग के साथ अपराध करने पर सात साल तक और तीन लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। इसके साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए सात साल की सजा का प्रावधान है।
लव जिहाद के मामले में कुछ लोगों को अपराध करने में मदद करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी| कुछ मामलों में यह एक गैर-जमानती अपराध भी बन जाएगा। एक विशेष प्रावधान यह भी किया गया है कि पुलिस उपाधीक्षक के पद से नीचे का अधिकारी इसकी जांच नहीं कर सकता है। नई धारा 4 में किसी व्यक्ति की शादी कराकर उसका धर्म परिवर्तन करने या उसकी शादी कराने में मदद करने के एकमात्र उद्देश्य के संबंध में सजा का प्रावधान है। यदि अपराध विवाह की संस्था और संगठन के लिए किया गया अपराध साबित होता है तो गैर-कानूनी धर्मांतरण एक गैर-जमानती अपराध होगा। इस कानून के तहत पीड़ित का रक्त संबंधी भी पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने के लिए अधिकृत किया गया है।
 इस संबंध में राज्य के गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने कहा कि लव जिहाद के अलावा क्लीनिकल एस्टैब्लिशमेंट (रजिस्ट्रेशन एंड रेगुलेशन) बिल को भी मंजूरी मिल गई है। उल्लेखनीय है कि शादी के नाम पर धोखधड़ी कर लोगों के धर्मांतरण करने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकारें भी इस तरह का लव जिहाद विरोधी कानून बना चुकी हैं।

रविवार, 13 जून 2021

नागिन ने 3 दिन में नाग की मौत का बदला लिया

अहमदाबाद। नागिन के द्वारा इंतकाम लेना हमने फिल्मों में देखा है। लेकिन एक ऐसा ही मामला सच में सामने आया है। यह मामला गुजरात के गांधीनगर जिले का है, जहां एक घर में सांप नजर आने पर परिवार के सदस्यों ने मार दिया था। लेकिन तीन दिनों के अंदर ही उस परिवार के 2 लोगों की सांप के डंसने से मौत हो गई।
मृत दोनों लोग के बीच चाची और भतीजी का रिश्ता है। खास बात ये है कि इन दोनों को सांप ने एक ही जगह और एक ही तरह से डंसा है। सांप के डंसने के बाद उनकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि समय पर अस्पताल पहुंचने के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। डॉक्टर का कहना है कि उनकी पूरी बॉडी में जहर बहुत तेजी से फैला, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतकों में एक छोटी बच्ची है, जिसकी उम्र मात्र 7 साल थी। ध्यान देने वाली बात है कि ये दोनों घटनाएं अलग-अलग समय और जगहों पर हुई थी। अब इस पूरी घटना को लोग नागिन का बदला लेना ही बता रहे हैं। लेकिन सच क्या है यह कोई शायद ही बता सकता है।

शनिवार, 5 जून 2021

जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 माह की सजा

राजकोट। गुजरात के राजकोट जिले में चाय बेचने वाले एक व्यक्ति को यहां मजिस्ट्रेट अदालत ने जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 महीने की सजा सुनाई। आरोपी व्यक्ति ने उसके एक मामले में सुनवाई लंबित पड़े होने से नाराज होकर 2012 में हाई कोर्ट के एक जज पर चप्पलें फेंकी थी। मिर्जापुर ग्रामीण अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वी-ए-धधल ने गुरुवार को आरोपी भवानीदास बावाजी को आईपीसी की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला) के तहत दोषी ठहराया है। पुलिस ने बताया कि बावाजी ने दावा किया था कि वह उसके मामले की सुनवाई लंबित होने से नाराज था। इसलिए उसने हताश होकर जज पर चप्पलें फेंक दी।
यह देखते हुए कि जज पर चप्पल फेंकने का मामला निदंनीय है, मजिस्ट्रेट ने बावाजी को प्रोबेशन के तहत राहत देने से इंकार कर दिया। इस प्रावधान के तहत दोषी के अच्छे आचरण को देखते हुए उसे रिहा कर दिया जाता है। मजिस्ट्रेट ने राजकोट के रहने वाले बावाजी को 18 महीने कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है।
इस मामले के मुताबिक, आरोपी ने 11 अप्रैल 2012 को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जज केएस झावेरी पर अपनी चप्पलें फेंक दी थी। लेकिन वे उन्हें लगी नहीं थी। जब जज ने कारण पूछा, तो बावाजी ने कहा था कि उन्होंने हताशा में ऐसा किया था। क्योंकि उनका मामला लंबे समय से सुनवाई के लिए नहीं आया था। इसके बाद बावाजी को सोला पुलिस थाने के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
पुलिस की जांच में पता चला था कि बावाजी भयवदार में सड़क किनारे चाय की दुकान चलाते थे। 
जब भयवदार नगर पालिका ने उन्हें स्टाल हटाने के लिए कहा, तो बावाजी गोंडल जिला कोर्ट से नगर निकाय के खिलाफ मोहलत लेने का आदेश मिलने में सफल रहे। इसके बाद नगर पालिका ने हाई कोर्ट में अपील दायर की।
सुनवाई में जाने के लिए नहीं उठा पा रहा था खर्च
बावाजी ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उस अपील के आधार पर नगर पालिका ने उनकी चाय की दुकान हटा दी, इससे वह बेरोजगार हो गए। आरोपी ने बताया कि कमाई का दूसरा जरिए न होने के कारण उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था, क्योंकि उसे सुनवाई में भाग लेने के लिए अहमदाबाद जाने के लिए उधार लेना पड़ा था। इसके कारण उसे दूसरों से उधार पैसे मांगने पड़ते थे।

सोमवार, 31 मई 2021

19 दिनों तक मौत से लडा, स्वस्थ हुआ नवजात

गांधीनगर। सूरत के सिविल हॉस्पिटल से एक अच्छी खबर आई है। यहां कोरोना पॉजिटिव मां की कोख से जन्मा बालक क्रिटिकल कंडीशन में 19 दिनों तक मौत से लड़कर ठीक हो गया है। जन्म के समय मां को गंवाने वाले नवजात को बचाने के लिए सिविल के डॉक्टरों ने भरपूर कोशिश की। नतीजतन बिना मां के बच्चे की जान बच गई। कोरोना से 19 दिनों तक लड़ने वाले बच्चे का नाम परिजन अभय रखने पर विचार कर रहे हैं।

सिविल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार मांगरोल इलाके में रहने वाली रुचि पांचाल (28) को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उन्हें 6 मई को सिविल अस्पताल लाया गया था। गायनिक वार्ड में भर्ती करने के बाद रुचि की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जब 11 मई को रुचि को ज्यादा तकलीफ होने लगी, तो डॉक्टरों ने बच्चे को बचाने के लिए सीजेरियन डिलीवरी कराई।

शुक्रवार, 21 मई 2021

वैज्ञानिकों ने उगाया दुनिया का सबसे महंगा मशरूम

श्रीराम मौर्य          

गांधीनगर। गुजरात के वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे महंगा मशरूम उगा लिया है। कोर्डीकेप्स मिलिटर्स के इस मशरूम में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी डायबिटिक, सूजन रोधी, कैंसर रोधी, मलेरिया रोधी, थकान रोधी, एचआईवी रोधी और एंटी वायरल गुण हैं। सेहत के लिए बेहद गुणकारी यह मशरूम शरीर में ट्यूमर के आकार को कम करने में मदद भी करता है। इस मशरूम की 1 किलो मात्रा की कीमत करीब 1.50 लाख रुपए है। कच्छ के गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ डिजर्ट इकोलोजी के वैज्ञानिकों ने कोर्डीकेप्स मिलिटर्स को 90 दिनों के अंदर लैब के नियंत्रित वातारण में उगाया। उन्‍होंने 35 जार में इस मशरूम को उगाया है। पता चला है कि मशरूम की इस प्रजाति का इस्‍तेमाल चीन और तिब्बत की प्राकृतिक दवाइयों में लंबे समय से होता रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक संस्थान के डायरेक्टर वी.विजय कुमार ने बताया, ‘मशरूम की कोर्डीकेप्स मिलिटर्स प्रजाति को हिमालयीन सोना कहा जाता है। इसका सेवन करने से सेहत को कई लाभ होते हैं। साथ ही यह कई बीमारियों को रोकने में बहुत मददगार है।’ यह मशरूम शरीर में ट्यूमर को होने से रोकता है और यदि ट्यूमर हो जाए तो उसके आकार को कम करने में मदद करता है। शुरुआती अध्ययन में पता चला है कि इस मशरूम का अर्क महत्वपूर्ण नतीजे दे सकता है। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक कार्तिकेयन ने बताते हैं, ‘लोगों पर मेडिकल ट्रायल करने के लिए नियामक मंजूरी मांगी गई है। हम इस मशरूम का अतिरिक्त प्रभाव प्रोस्टेट कैंसर पर भी खोज रहे हैं। हालांकि, कोविड-19 महामारी के चलते इसमें देरी हो गई है।’ वैज्ञानिकों की योजना है कि वे भारतीय परिस्थिति में इस प्रजाति के कैंसर रोधी और एंटी वायरल गुणों की जांच करें। ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में इसे उपयोगी पाने के बाद संस्थान ने अब कारोबारियों को इसका प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। ताकि इस मशरूम की खेती की जा सके। वैसे तो लैब में इस मशरूम की खेती के एक हफ्ते के प्रशिक्षण का शुल्‍क एक लाख रुपये है। लेकिन संस्थान सामान्य शुल्क पर प्रशिक्षण देगा। बता दें कि इस रिसर्च टीम में निरमा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिगना शाह और गाइड वैज्ञानिक जी जयंती भी शामिल थे।

बुधवार, 19 मई 2021

गुजरात: चक्रवाती तूफान के कारण 45 लोगों की मौत

इकबाल अंसारी                 

अहमदाबाद। गुजरात के 12 जिलों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण करीब 45 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि चक्रवात से सबसे बुरी तरह प्रभावित सौराष्ट्र क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई। यह तूफान सोमवार रात को अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में राज्य के तट से गुजरा और देर रात डेढ़ बजे के आस-पास इसने राज्य में दस्तक दी।

राज्य आपदा अभियान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भावनगर और गिर सोमनाथ तटीय जिलों में आठ-आठ लोगों की मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद में पांच, खेड़ा में दो, आनंद, वडोदरा, सूरत, वलसाड, राजकोट, नवसारी और पंचमहल जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

पीएम ने 'तूफान' से हुए नुकसान का जायजा लिया

इकबाल अंसारी             

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात और निकटवर्ती केंद्रशासित क्षेत्र दीव में चक्रवाती तूफ़ान ‘ताऊ ते’ के कारण हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए आज कई प्रभावित इलाक़ों का हवाई निरीक्षण किया। मोदी वायु सेना के विमान से भावनगर पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर में बैठ कर हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक प्रभावित जिलों अमरेली और गिर सोमनाथ और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई दौरा किया।

इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की। ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है। इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है।

मंगलवार, 18 मई 2021

गुजरात में चक्रवात की तबाही, 5 लोगों की मौत

सत्येंद्र पंवार   
अहमदाबाद। गुजरात में चक्रवातीय तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण हुई घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और राज्य के पश्चिमी तट पर इससे भारी तबाही मची है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात ‘ताऊ ते’ सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और ऊना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। अब तक मिले आधिकारिक आंकड़ो के अनुसार तूफ़ान के चलते एक बच्चे और एक महिला समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है। अनाधिकारिक सूचनाओं के अनुसार यह संख्या कम से कम पांच है।यह गुजरात तट से ‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’ के रूप में गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया। 
आईएमडी ने बताया कि अमरेली के पास सौराष्ट्र क्षेत्र में सौराष्ट्र क्षेत्र में मंगलवार सुबह यह ‘काफी गंभीर चक्रवाती तूफान’ बना हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद इससे भारी तबाही मची है। वहीं भावनगर, राजकोट, पाटण और वलसाड में एक-एक व्यक्ति की जान तूफान के दौरान हुए हादसों में गई।विभाग ने सुबह के बुलेटिन में बताया कि चक्रवाती तूफान के अमरेली से 10 किमी दक्षिण में और दीव से लगभग 95 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व में स्थित होने के कारण हवा की रफ्तार 150 से 175 किमी प्रति घंटे से कम हो गई और हवा 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी। आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर आगे बढ़ने और अगले तीन घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है।

विभाग ने कहा, ‘‘ चक्रवाती तूफान की वजह से, गुजरात और सौराष्ट्र में मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। साथ ही कुछ दूर-दराज इलाकों में भारी से बेहद भारी तथा भीषण बारिश हो सकती है।’’ उसके अनुसार, दिन में हवा की गति भी कम होने का अनुमान है। राज्य में अभी तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

राज्य आपात अभियान केन्द्र (एसईओसी) के एक अधिकारी ने बताया कि भीषण बारिश और तेज हवाओं के कारण अलग-अलग स्थानों पर दीवारें गिरने से तीन लोगों की मौत हुई। मृतकों में राजकोट, वलसाड और भावनगर का एक-एक व्यक्ति शामिल है। तीनों जिले राज्य में चक्रवती तूफान से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में से हैं।

पाटण ए-संभाग पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात तेज हवाएं चलने से, पाटण में सो रही एक महिला पर बिजली का खंभा गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। गुजरात में कई तटीय इलाकों में बिजली नदारद रही। वहीं, तेज हवाएं चलने के कारण कई पेड़, बिजली के खंभे और मोबाइल टावर भी गिर गए।

शुक्रवार, 14 मई 2021

13.5 लाख छात्रों को पदोन्नति करने का निर्णय लिया

गांधीनगर। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने वैश्विक महामारी कोरोना के मौजूदा संक्रमण में राज्य में छात्रों को सुरक्षित रखने के स्वास्थ्य संरक्षण मूल्य के साथ इस वर्ष गुजरात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कक्षा 10 (एसएससी) के 13.5 लाख नियमित छात्रों को पर्याप्त सामूहिक पदोन्नति करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ग के छात्रों का टीकाकरण भी फिलहाल नहीं कराया गया है। राज्य सरकार ने छात्रों के व्यापक स्वास्थ्य हित में परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री द्वारा कोर कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय का विवरण देते हुए शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंहजी चुडासमा ने गुरुवार को कहा कि राज्य में 1276 सरकारी, 5325 अनुदान-सहायता, 4331 स्व-वित्त और 45 अन्य स्कूल मिला कर 10977 स्कूलों में  सामूहिक पदोन्नति देने का निर्णय लिया है|
राज्य सरकार ने गुजरात में कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षाएं जो 10 मई से 18 मई तक आयोजित की थी। कोरोना संक्रमण को स्थगित करने का निर्णय, 15 अप्रैल को लिया गया था। जब राज्य सरकार ने 15 अप्रैल को परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया, तो यह घोषणा की गई थी कि कोरोना की संक्रमण स्थिति का आकलन करने और छात्रों को समीक्षा के बाद तैयार होने के लिए कम से कम 15 दिन देने के बाद परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा 15 मई को की जाएगी।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने इससे पहले कोरोना की स्थिति पर निर्भर करते हुए, इस साल कक्षा1 से 8 और कक्षा11 में पढ़ने वाले छात्रों को सामूहिक पदोन्नति देने की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में राज्य में कोरोना मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आई है और अस्पताल से घर लौटने वाले कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, देशभर में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार, मुख्यमंत्री विजय रूपानी के नेतृत्व में, राज्य के छात्रों के भविष्य को कोरोना से बचाने के लिए दृढ़ संकल्प है। अब, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कोर कमेटी की बैठक में कोरोना के संक्रमण की स्थिति पर व्यापक समीक्षा और विचार-विमर्श के बाद इस वर्ष कक्षा 10 के नियमित छात्रों को पर्याप्त सामूहिक पदोन्नति देने का फैसला किया है। राज्य सरकार के इस छात्र हितैषी निर्णय के परिणामस्वरूप, कक्षा 10 (एसएससी) के नियमित छात्र सामूहिक पदोन्नति के लाभ के लिए पात्र होंगे।

गुरुवार, 13 मई 2021

मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान का खतरा बताया

अहमदाबाद। मौसम विभाग ने गुजरात में चक्रवाती तूफान का खतरा बताया है। बताया जा रहा है कि यह तूफान भारी तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 17 और 18 मई को पश्चिमी तट की ओर से चक्रवाती तूफान आएगा। हालांकि इस चक्रवात के पाकिस्तान में कराची के तट से टकराने की संभावना है।लेकिन गुजरात के समुद्री किनारे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इस चक्रवात का नाम तौकाते रखा गया है। यह साल 2021 का पहला चक्रवाती तूफान होगा और इसका नाम 'तौकाते' रखा गया है। इस बार चक्रवाती तूफान का नाम म्यांमार की तरफ से दिया गया है।जिसका अर्थ होता है, अत्यधिक आवाज करने वाली छिपकली।

बुधवार, 12 मई 2021

सरकार ने प्रतिबंधों को एक सप्ताह के लिए बढ़ाया

अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने राज्य के 36 शहरों में कोरोना के चलते रात्रि कर्फ्यू और अतिरिक्त सीमित प्रतिबंधों को एक सप्ताह तक के लिए बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने कर्फ्यू के दौरान सहयोग करने के लिए छोटे-बड़े व्यापारियों और आमजनता को धन्यवाद दिया है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक में राज्य में कोरोना को नियंत्रित करने और लोगों को राहत पहुंचाने पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में राज्य के 36 शहरों में रात्रि कर्फ्यू और सीमित प्रतिबंधों को एक सप्ताह के लिए बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। राज्य के 8 महानगरों सहित 36 शहरों में रात्रि का कर्फ्यू अब 18 मई तक रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा।

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया

उत्तराखंड: कुल 80327 लोगों ने पंजीकरण कराया पंकज कपूर  ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुक्रवार को भी दुश्वारियों भरा रहा। दिन भर में क...