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शनिवार, 5 नवंबर 2022

30 दिनों के लिए मौन व्रत रखने की घोषणा: वेस्ट 

30 दिनों के लिए मौन व्रत रखने की घोषणा: वेस्ट 

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी/न्यूयॉर्क। रैपर ‘ये’ (कान्ये वेस्ट) ने 30 दिनों के लिए मौन व्रत रखने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट किया है, मैं एक महीने तक किसी से बात नहीं करूंगा…(इस दौरान) शराब का सेवन नहीं करूंगा…पॉर्न फिल्में भी नहीं देखूंगा और ना ही सेक्स करूंगा। हालांकि, कान्ये वेस्ट ने कहा कि इस दौरान वह ट्विटर पर ऐक्टिव रहेंगे। बता दें कि रैपर कान्ये वेस्ट का नाम कान्ये ओमारी वेस्ट से बदलकर औपचारिक तौर पर ‘ये’ हो गया था और अब उनका कोई मध्य या आखिरी नाम नहीं है। लॉस ऐंजिलिस कोर्ट ने कहा था कि कोई आपत्ति नहीं होने से नाम बदलने के अनुरोध को मंजूरी दी जाती है। रैपर अपने सोशल मीडिया पेजों पर वर्षों से खुद को ‘ये’ कह रहे थे।

अमेरिकी म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने-माने रैपर कान्ये वेस्ट आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। कान्ये वेस्ट अक्सर विवादों में फंस जाते हैं और ऐसे में उन्हें विवादों का किंग भी कहा जाता है। पिछले दिनों उनके इंस्टाग्राम हैंडल पर प्रतिबंध लग गया था, फिर पॉपुलर स्पोर्ट्स ब्रांड ‘एडिडास’ ने रैपर के साथ अपनी पार्टनरशिप खत्म कर ली और इसके बाद फोर्ब्स के मुताबिक वह बिलेनियर भी नहीं रहे। वहीं, अब इस सबके बीच एक बार फिर कान्ये वेस्ट सुर्खियों में आ गए हैं। रैपर का कहना है कि वह एक महीने किसी से बात नहीं करेंगे, बोल्ड फिल्में नहीं देखेंगे और शारीरिक संबंध भी नहीं बनाएंगे।

कान्ये ने ट्विटर पर लिखा कि वह 30 दिनों तक के लिए मौन व्रत पर हैं। वह शराब से दूरी बनाकर रखेंगे और कोई बोल्ड फिल्में नहीं देखेंगे। इसके अलावा शारीरिक संबंध भी नहीं बनाएंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार कान्ये ने एक महीने तक मौन व्रत रखने की घोषणा एनबीसी के चौंकाने वाले खुलासे के ठीक एक दिन बाद की है, जिसमें दावा किया गया था कि वह आपत्तिजनक और यहूदी विरोधी टिप्पणियां का इस्तेमाल करते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कान्ये वेस्ट ने एक पूर्व कर्मचारी के साथ समझौता किया था, जिसने कथित तौर पर यीजी के सीईओ को व्यापारिक बैठकों के दौरान नाजियों या एडोल्फ हिटलर की प्रशंसा करते हुए देखा था। वहीं, रैपर ने इन आरोपों का खंडन किया है। इसके अतिरिक्त, पिछले हफ्ते ये खबर भी सामने आई थी कि कान्ये अपने 2018 एल्बम को “हिटलर” का नाम देना चाहते थे, लेकिन बाद में उनका विचार बदल गया। खबरों के मुताबिक कान्ये ने सुझाव दिया था कि उनके आठवें एल्बम को “हिटलर” कहा जाए। लेकिन बाद में उन्होंने इसे “ये” नाम दिया।

कान्ये के साथ पहले काम करने का दावा करने वाले एक बिजनेस एग्जीक्यूटिव ने बताया कि रैपर को कथित तौर पर हिटलर पसंद था और उन्होंने “मीन कैम्फ” पढ़ने के बारे में भी खुलकर बात की थी। वह यह कहकर हिटलर की प्रशंसा करते कि यह कितना अविश्वसनीय था कि वह इतनी शक्ति जमा करने में सक्षम था। वहीं, जॉन लीजेंड, जेमी ली कर्टिस और हॉवर्ड स्टर्न सहित मशहूर हस्तियों ने सार्वजनिक रूप से कान्ये वेस्ट की विवादास्पद टिप्पणियों की आलोचना की है।

आरोपों को ‘निराधार तथा गैरजिम्मेदाराना’ बताया

आरोपों को ‘निराधार तथा गैरजिम्मेदाराना’ बताया

अखिलेश पांडेय 

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना ने अपने वरिष्ठ अधिकारी पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा लगाए आरोपों को ‘निराधार तथा गैरजिम्मेदाराना’ बताया। साथ ही सरकार से सरकारी प्रतिष्ठान को बदनाम करने वालों के खिलाफ जांच और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख खान ने आरोप लगाया है कि उनकी हत्या की साजिश में पाकिस्तानी सेना का एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल है।

उन्होंने शुक्रवार को दावा किया था कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्ला और मेजर जनरल फैसल नसीर ने उनकी हत्या की साजिश रची और वे 2011 में हुई पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की हत्या की तरह ही धार्मिक उन्मादियों के हाथों उनकी हत्या कराना चाहते थे। पंजाब के वजीराबाद जिले में ‘हकीकी आजादी मार्च’ के दौरान 70 वर्षीय खान के कंटेनर पर दो बंदूकधारी हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में उनके दाहिने पैर में गोली लग गई थी।

खान के इस आरोप के बाद सेना ने देर रात एक बयान जारी किया। सेना ने कहा, ‘‘सेना तथा खासतौर से सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ पीटीआई के अध्यक्ष के निराधार और गैर जिम्मेदाराना बयान पूरी तरह अस्वीकार्य तथा अनुचित हैं।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘संस्थान/अधिकारियों पर लगाए निराधार आरोप बहुत ज्यादा खेदजनक हैं और इनकी कड़ी निंदा की जाती है।’’ इसमें कहा गया, ‘‘किसी को भी संस्थान या इसके कर्मियों की बदनामी नहीं करने दी जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान सरकार से प्रतिष्ठान तथा इसके अधिकारियों के खिलाफ बिना किसी सबूत के झूठे आरोप लगाने तथा उसे बदनाम करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया जाता है।’’

इससे पहले, खान ने हमले में कथित तौर पर शामिल तीन लोगों के नाम दोहराए। उन्होंने अपने समर्थकों से इन तीनों के इस्तीफा देने तक देशभर में प्रदर्शन जारी रखने का अनुरोध किया। खान ने यह भी ऐलान किया कि वह स्वस्थ होने के तुरंत बाद सरकार के खिलाफ प्रदर्शन मार्च फिर से शुरू करेंगे। इस बीच, उन्होंने यह भी दावा किया कि प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है क्योंकि कुछ लोग कुछ नामों से डरे हुए हैं। ‘डॉन’ अखबार ने कहा कि पीटीआई प्रमुख द्वारा शिकायत से एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी का नाम वापस लेने से इनकार किए जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने पर गतिरोध बना हुआ है। इस शिकायत में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के नाम भी शामिल हैं।

मुझे मरा हुआ समझकर चला गया था शूटर: इमरान

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि जिन दो हमलावरों में मैंने खुद पर हमला करते हुए देखा उन्होंने अगर तालमेल से काम किया होता तो आज में जिंदा नहीं होता। रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी शहर वजीराबाद में एक विरोध मार्च के दौरान गोली लगने के बाद से अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में खान ने यहां एक अस्पताल में व्हीलचेयर पर बैठकर यह बात कही। इमरान ने कहा “क्योंकि मैं गिर गया , हमलावरों में से एक ने सोचा कि मैं मर गया, और वह वहां से चला गया,”।

शुक्रवार, 4 नवंबर 2022

राजनीतिक संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध 'पीएम'

राजनीतिक संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध 'पीएम'

अखिलेश पांडेय 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बावजूद सरकार पर जल्द चुनाव कराने का दबाव बनाने के लिए अपना राजनीतिक संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी पार्टी ने यह जानकारी दी। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में विरोध मार्च के दौरान एक बंदूकधारी ने खान (70) को ले जा रहे ट्रक पर गोली चला दी, जिससे खान के पैर में गोली लग गई थी।

इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। खान की पार्टी का दावा है कि यह इमरान खान की ‘‘हत्या का प्रयास’’ था। खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के एक वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने आरोप लगाया कि यह ‘‘यह हमला खान पर एक सुनियोजित हत्या का प्रयास था और वह बाल-बाल बच गए। हमला किसी नौ एम.एम. की पिस्तौल से नहीं बल्कि एक स्वचालित हथियार से किया गया।’’

पुलिस ने कहा था कि हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि सात घायल हो गए। हालांकि, ‘डॉन’ अखबार ने शुक्रवार को कहा, एक व्यक्ति की मौत के अलावा 14 लोग घायल हुए हैं। पीटीआई पार्टी के अनुसार, लाहौर में खान द्वारा बनवाए गए शौकत खानम अस्पताल में उनकी सर्जरी की गई और अब वे खतरे से बाहर हैं।

पार्टी ने यह भी कहा कि खान विरोध मार्च जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर खान के हवाले से कहा गया, ‘‘मैं नहीं झुकूंगा, लेकिन अपने साथी पाकिस्तानियों के लिए ‘हकीकी आज़ादी’ हासिल करने के वास्ते दृढ़ रहूंगा।’’ यह मार्च शुक्रवार को सुबह 11 बजे वजीराबाद से फिर से बहाल किया जाएगा।

मैसेज भेजने के बाद भी बदलाव कर सकेंगे: व्हाट्सएप

मैसेज भेजने के बाद भी बदलाव कर सकेंगे: व्हाट्सएप 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप (WhatsApp) पर एक नया फीचर आ रहा है, जिसके जरिए आप मैसेज भेजने के बाद भी उसमें बदलाव कर सकेंगे। दरअसल, व्हाट्सएप बीटा में कई नए फीचर्स की टेस्टिंग कर रहा है। क्योंकि यह उनमें से कुछ को पब्लिक स्टेबल अपडेट के माध्यम से जारी करता है। कंपनी को एंड्रॉइड और आईओएस बीटा ऐप पर “मैसेज योरसेल्फ” और प्रोफाइल फोटो जैसे कुछ नए वॉट्सऐप फीचर की टेस्टिंग करते हुए भी स्पॉट किया गया है। iOS के लिए नया बीटा अपडेट अब एक नया फीचर प्राप्त कर रहा है। व्हाट्सएप आईओएस बीटा ऐप पर मैसेज को एडिट करने की क्षमता की टेस्टिंग कर रहा है। इस फीचर को कुछ महीने पहले एंड्रॉइड बीटा ऐप पर टेस्टिंग के दौरान देखा गया था।

इसके अलावा, व्हाट्सएप ने सभी यूजर्स के लिए एक नया आईओएस अपडेट भी रोल आउट किया है, जो उन्हें सीधे यूजर प्रोफाइल से व्हाट्सएप स्टेटस देखने की अनुमति देता है। आइए आईओएस यूजर्स के लिए आने वाले वॉट्सऐप के नए फीचर्स पर एक नजर डालते हैं।WhatsApp लेटेस्ट iOS बीटा अपडेट में मैसेज को एडिट करने की क्षमता की टेस्टिंग कर रहा है। इस फीचर को iOS 22.23.0.73 अपडेट में टेस्टिंग के दौरान देखा गया था। व्हाट्सएप के नए फीचर ट्रैक करने वाली वेबसाइट WABetaInfo द्वारा इस फीचर को सबसे पहले देखा गया, नए अपडेट भेजे गए मैसेज को लंबे समय तक दबाने पर एक एडिट मैसेज ऑप्शन दिखाता है। भेजे गए मैसेज को एडिट करने के बाद, वॉट्सऐप चैट बबल के भीतर एक “एडिट” लेबल जोड़ देगा। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यदि यूजर किसी मैसेज को एडिट करना चाहते हैं, तो ऐसा करने के लिए उनके पास सिर्फ 15 मिनट की ही समय होगा।

फिलहाल, बीटा ऐप में सिर्फ टेक्स्ट मैसेज को ही एडिट किया जा सकता है। यह सुविधा वर्तमान में तस्वीरों, वीडियो और डॉक्यूमेंट्स के कैप्शन टेक्स्ट को एडिट करने का सपोर्ट नहीं करती है। WABetaInfo को उम्मीद है कि फ्यूचर अपडेट इसका सपोर्ट प्रदान करेगा। वर्तमान में, सभी यूजर्स के लिए अपडेट कब जारी किया जाएगा, फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। फिलहाल इस फीचर पर काम किया जा रहा है और इसे सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध कराए जाने में कुछ समय लग सकता है। व्हाट्सएप बीटा यूजर्स इस फीचर को 22.23.0.73 वर्जन में अपडेट करने के बाद अपने आईओएस ऐप पर आजमा सकते हैं।

दूसरा फीचर जो सभी यूजर्स के लिए आईओएस ऐप पर चुपचाप जारी किया गया है, वह है यूजर के प्रोफाइल से वॉट्सऐप स्टेटस देखने की क्षमता। यानी यूजर को अपने कॉन्टैक्ट्स द्वारा पोस्ट किए गए स्टेटस को देखने के लिए अलग से स्टेटस टैब पर नहीं जाना होगा।

यूजर्स को अपने iOS ऐप को 22.21.77 वर्जन पर अपडेट करना होगा। एक बार अपडेट होने के बाद, वे अपने किसी भी कॉन्टैक्ट के प्रोफाइल में जा सकते हैं और प्रोफाइल पिक्चर पर टैप कर सकते हैं। इसके बाद, आपसे पूछा जाएगा कि क्या आप स्टेटस या प्रोफाइल पिक्चर देखना चाहते हैं। जब भी कोई नया स्टेटस यूजर द्वारा नहीं देखा जाता है, तो उन्हें प्रोफ़ाइल फोटो के चारों ओर एक नीला घेरा दिखाई देगा। अपडेट को iOS पर सभी यूजर्स के लिए रोल आउट किया जा रहा है। यदि आपको ऐप्पल ऐप स्टोर पर अभी तक अपडेट प्राप्त नहीं हुआ है, तो हमारा सुझाव है कि इसे प्राप्त करने के लिए कुछ दिनों तक प्रतीक्षा करें। एक बार जब ऐप आपके आईफोन पर 22.21.77 वर्जन में अपडेट हो जाता है, तो आपको नया फीचर मिलने की संभावना है।

गुरुवार, 3 नवंबर 2022

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की रैली में फायरिंग, घायल

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की रैली में फायरिंग, घायल 

अखिलेश पांडेय 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की रैली में फायरिंग हुई है। फायरिंग में खुद इमरान खान भी घायल हो गए। इनके अलावा कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, इमरान खान को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इमरान खान के विरोध मार्च के दौरान गुरुवार को पंजाब प्रांत में उनके कंटेनर-ट्रक पर हमला किया गया जिसमें उनके पैर में गोली लगी है। मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है। यह घटना पंजाब के वजीराबाद कस्बे के अल्लाहवाला चौक के पास हुई। जियो टीवी के फुटेज के अनुसार 70 वर्षीय खान के दाहिने पैर में गोली लगी है। हमले के समय वह जिस कंटेनर में सवार थे, उससे उतार कर पुलिस उन्हें एक बुलेट प्रूफ वाहन में ले गई।

चैनल के अनुसार एक व्यक्ति को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले गई है। शुरु में बताया गया था कि खान सुरक्षित हैं जबकि कुछ लोग घायल हुए हैं। हालांकि, बाद में पता चला कि खान भी घायल हैं और उनके पैर में गोली लगी है। ऐसी भी खबरें हैं कि खान के करीबी सीनेटर फैसल जावेद भी इस हमले में घायल हुए हैं।

'व्हाट्सएप' ने कई नए फीचर्स का ऐलान किया

'व्हाट्सएप' ने कई नए फीचर्स का ऐलान किया

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। मेटा के स्वामित्व वाले मेसेजिंग प्लैटफॉर्म व्हाट्सएप ने गुरुवार को कई नए फीचर्स का ऐलान किया। प्लैटफॉर्म कम्युनिटीज़, इन-चैट पोल, 32 लोगों की वीडियो कॉलिंग और अधिकतम 1024 यूज़र्स वाले ग्रुप्स सहित कई फीचर्स शुरू कर रहा है। व्हाट्सएप ने कहा, इन फीचर्स का इस्तेमाल…किसी भी ग्रुप में किया जा सकता है…लेकिन ये कम्युनिटीज़ के लिए ज़्यादा मददगार साबित होंगे।

व्हाट्सएप (WhatsApp) यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। व्हाट्सएप के इस नए फीचर का नाम Communities है। वॉट्सऐप कम्यूनिटीज के ग्लोबल रोलआउट का ऐलान मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने किया। यह आने वाले कुछ महीनों में व्हाट्सएप के सभी यूजर्स तक पहुंच जाएगा। व्हाट्सएप कम्यूनिटीज की मदद से यूजर एक साथ कई सारे ग्रुप्स से कनेक्ट हो सकते हैं। इसके अलावा भी वॉट्सऐप में आज तीन और नए फीचर्स की एंट्री हुई है। अब यूजर एक साथ 32 लोगों से वीडियो कॉल के जरिए कनेक्ट हो सकेंगे। वहीं, अब ग्रुप में 1024 यूजर्स के साथ चैटिंग की जा सकती है। साथ ही कंपनी ने वॉट्सऐप में पोल क्रिएट करने वाले फीचर को भी रिलीज कर दिया है। 

व्हाट्सएप के अनुसार कम्यूनिटीज का सबसे ज्यादा फायदा उन यूजर्स को होगा जो आपस में गहरा संबंध रखते हैं। स्कूल और इससे जुड़े बिजनेस इसका एक शानदार उदाहरण हैं। इनमें कई सारी चीजें कॉमन होती हैं। व्हाट्सएप के नए फीचर से इन्हें अपनी बातचीत ऑर्गनाइज़ करने के लिए ज़्यादा टूल्स मिलेंगे। स्कूली बच्चों के पेरेंट्स, लोकल क्लब और यहाँ तक कि छोटे वर्कप्लेस भी अपनी बातचीत और हर दिन के कामों के लिए WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं। इन ग्रुप्स को अपनी प्राइवेसी सुरक्षित रखने के लिए ऐसे तरीकों की ज़रूरत होती है, जो सोशल मीडिया से अलग हों। खास बात है कि व्हाट्सएप कम्यूनिटीज की चैट्स को सेफ रखने के लिए आने वाले दिनों में कई और अपडेट लाएगा।

कम्युनिटीज़ बनाने और उसे मैनेज करने की ज़िम्मेदारी एडमिन की होगी। एडमिट यह चुन सकेंगे कि कौन से ग्रुप्स कम्युनिटी का हिस्सा होंगे और कौन नहीं। इसके लिए वे नए ग्रुप्स बना सकते हैं या पहले से मौजूद ग्रुप्स को आपस में लिंक भी कर सकते हैं। एडमिन के पासे किसी ग्रुप या मेंबर को हटाने की भी ताकत होगी। इसके अलावा ग्रुप एडमिन आपत्तिजनक चैट्स और मीडिया को सभी सभी मेंबर्स के लिए डिलीट कर सकते हैं।

व्हाट्सएप में आज तीन और नए फीचर की एंट्री हुई है। इनमें इन-चैट पोल क्रिएट करने के अलावा, 32 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग और 1024 यूजर्स के साथ ग्रुप चैट करना शामिल है। इमोजी रिएक्शन, लार्ज फाइल शेयरिंग और ऐडमिन डिलीट जैसे खास फीचर्स को भी अब किसी भी ग्रुप में इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि, ये सब टूल्स यूजर्स को कम्यूनिटीज में ज्यादा काम आएंगे।

इंटरनेट पर सबसे दिलचस्प प्लेटफॉर्म है 'ट्विटर'

इंटरनेट पर सबसे दिलचस्प प्लेटफॉर्म है 'ट्विटर'

अखिलेश पांडेय/सुनील श्रीवास्तव 

वाशिंगटन डीसी/न्यूयॉर्क। ट्विटर के नए मालिक उद्योगपति एलन मस्क ने कहा है कि यह सोशल मीडिया मंच इंटरनेट पर सबसे दिलचस्प प्लेटफॉर्म है। मस्क ने 27 अक्टूबर को ट्विटर की खरीद के लिए 44 अरब डॉलर के सौदे को पूरा किया था। मस्क ने बुधवार को घोषणा की थी कि ट्विटर पर सत्यापन के बाद जारी किए जाने वाले बैज ‘ब्लू टिक’ के लिए उपयोगकर्ताओं को हर महीने आठ डॉलर देने होंगे, जिस पर इसके उपयोगकर्ताओं ने रोष जताया है।

मस्क ने ट्वीट किया, ‘‘ट्विटर इंटरनेट पर सबसे दिलचस्प स्थल है, यही वजह है कि आप अभी इस ट्वीट को पढ़ रहे हैं। इससे पहले उन्होंने ट्वीट करके कहा था, दाएं-बाएं दोनों ओर से एक साथ हमला होना अच्छा संकेत है। आपको वही मिलता है जिसका आप भुगतान करते हैं। मस्क ने कहा कि ब्लू टिक के जरिए उपयोगकर्ताओं से जुटाए जाने वाले मासिक भुगतान से कंपनी मंच पर सामग्री बनाने वाले लोगों (क्रिएटर्स) को पुरस्कृत कर सकेगी।

ईरान को वैश्विक निकाय से बाहर करने का प्रयास करेंगे 

ईरान को वैश्विक निकाय से बाहर करने का प्रयास करेंगे 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी/तेरान। अमेरिका ने घोषणा की, कि वह महिलाओं व लड़कियों के अधिकारों के उल्लंघन और सितंबर में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए की गई कार्रवाई को लेकर ईरान को संयुक्त राष्ट्र के लैंगिक समानता से जुड़े वैश्विक निकाय से बाहर करने का प्रयास करेगा। ईरान में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय युवती की मौत के विरोध में लोग सितंबर से सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ईरान को ‘कमिशन ऑन द स्टेटस ऑफ वीमेन’ से हटाने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने के अमेरिका के इरादे को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों का हनन करने वाले किसी भी देश की ‘किसी भी अंतरराष्ट्रीय या संयुक्त राष्ट्र के निकाय में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।’ हैरिस ने कहा कि ईरान आयोग का हिस्सा बनने के लायक नहीं है और उसकी मौजूदगी आयोग के काम की ‘निष्ठा को बदनाम करती है।’

ईरान में विरोध-प्रदर्शनों पर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक अनौपचारिक बैठक में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि ईरान की सदस्यता ‘आयोग की विश्वसनीयता पर एक कलंक है’ और ‘हमारे विचार में इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’ 1946 में गठित संयुक्त राष्ट्र का ‘कमिशन ऑन द स्टेटस ऑफ वीमेन’ महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने, दुनिया भर में महिलाओं के जीवन की वास्तविक स्थिति सामने लाने, महिलाओं को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता हासिल करने के लिए वैश्विक मानकों को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभाता है। इसके 45 सदस्य दुनिया के सभी क्षेत्रों से नाता रखते हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक परिषद द्वारा चार साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है। ईरान को एशियाई क्षेत्र से चुना गया है और उसका कार्यकाल 2026 में समाप्त हो रहा है।

थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा, ‘‘जबकि ईरान द्वारा महिलाओं को प्रताड़ित करना कोई नयी बात नहीं है, ईरानी लोगों की बहादुरी को सलाम, ईरानी शासन का अत्याचार सामने आया है।’’ ईरान में नैतिकता के नाम पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने युवती महसा अमीनी (22) को पकड़ा था और 16 सितंबर को हिरासत में ही उसकी मौत हो गई थी। ईरान की सरकार ने लगातार यह दावा किया है कि अमीनी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया, जबकि अमीनी के परिवार का कहना है कि उसके शरीर पर चोट व पिटाई के निशान थे। अमीनी को हिजाब सही तरीके से न पहनने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

बुधवार, 2 नवंबर 2022

मोरबी पुल टूटने के कारण 135 लोगों की मौंत, शोक

मोरबी पुल टूटने के कारण 135 लोगों की मौंत, शोक

सुनील श्रीवास्तव 

सिंगापुर। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने गुजरात में मोरबी पुल टूटने के कारण 135 लोगों की मौंत होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शोक जताया है। ली ने मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मुझे गुजरात के मोरबी पुल के ढहने और लोगों की मौत होने के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सिंगापुर सरकार की ओर से मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं और सहानुभूति प्रकट करता हूं।’’ सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मेरी संवेदनाएं भारत के लोगो के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ गुजरात में मोरबी पुल के रविवार को गिर जाने से 135 लोगों की मौत हो गई। सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों द्वारा मच्छु नदी में बचाव अभियान अभी जारी है।

सऊदी अरब पर हमले की तैयारी कर रहा 'ईरान'

सऊदी अरब पर हमले की तैयारी कर रहा 'ईरान'

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी/रियाद। सऊदी अरब ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ खुफिया जानकारी साझा की, जिसमें सामने आया है कि ईरान संभवत: उस पर हमले की तैयारी कर रहा है। अमेरिका के तीन अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सऊदी अरब पर संभावित हमले को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने व्यापक प्रदर्शनों को दबाने के लिए ईरानी बल की कार्रवाई की आलोचना की और यूक्रेन में युद्ध में उपयोग के लिए रूस को सैकड़ों ड्रोन भेजने के उसके कदम की भी निंदा की।

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम आसन्न हमलों को लेकर चिंतित हैं और हम सऊदी के साथ सैन्य व खुफिया माध्यमों से लगातार सम्पर्क में हैं।’’ बयान के अनुसार, ‘‘ हम क्षेत्र में अपने हितों और भागीदारों की रक्षा करने से नहीं हिचकिचाएंगे।’’ इस मामले पर सऊदी अरब या संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कोई टिप्पणी नहीं की है। खुफिया जानकारी साझा करने की पुष्टि करने वाले अधिकारियों में से एक ने बताया कि ‘‘जल्द ही या 48 घंटों के भीतर’’ हमले का एक विश्वसनीय खतरा बना है।

सऊदी द्वारा साझा की गई खुफिया रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा कि अमेरिकी सैन्य अधिकारी ‘‘ क्षेत्र में खतरे की स्थिति को लेकर चिंतित हैं।’’ राइडर ने कहा, ‘‘ हम अपने सऊदी भागीदारों के साथ नियमित रूप से सम्पर्क में हैं…’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जैसा कि मैंने पहले भी कहा था और मैं फिर कहना चाहूंगा कि हम अपने रक्षा व बचाव के अधिकार को कायम रखेंगे चाहे हमारी सेना कहीं भी सेवा दे रही हो..चाहे वह इराक में हो या कहीं और..” अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि अमेरिका ‘‘ खतरे की आशंकाओं को लेकर चिंतित है।’’

पूर्व पत्नी से अपनी 88वीं शादी करेगा, 61 वर्षीय शख्स 

पूर्व पत्नी से अपनी 88वीं शादी करेगा, 61 वर्षीय शख्स 

अखिलेश पांडेय 

जकार्ता। इंडोनेशिया में ‘प्लेबॉय किंग’ के नाम से मशहूर एक 61 साल का शख्स पूर्व पत्नी से अपनी 88वीं शादी करेगा। शख्स ने बताया, हालांकि हमें अलग हुए काफी समय हो गया है, लेकिन हमारे बीच का प्यार अब भी मज़बूत है। बकौल शख्स, 14 साल की उम्र में उसने पहली बार शादी की थी। 61 साल के कान नाम के शख्स शख्स ने अपनी उम्र से ज्यादा बार ज़िंदगी में शादी कर डाली है। दिलचस्प बात ये है कि 88वीं बार वो एक बार फिर शादी के लिए तैयार है और इस बार वो उसी महिला को बीवी (Man Set to Marry His Ex-Wife) बनाने के लिए तैयार है, जिसे कुछ साल पहले तलाक दिया था। इस शख्स को स्थानीय स्तर पर प्लेबॉय किंग के तौर पर जाना जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिमी जावा के मजेलेंग्का में रहने वाले कान 61 साल के हैं और वे अपने ज़िंदगी की 88वीं शादी करने के लिए तैयार हैं। वे इस बार जिस महिला से शादी करने जा रहे हैं, वो उनकी 86वीं पत्नी रह चुकी हैं। उनके मुताबिक लंबे समय पहले ही वो अलग हो गए थे, लेकिन दोनों के बीच का कुछ रिश्ता है, जो उन्हें दोबारा एक करने वाला है। उस वक्त कान ने अपनी पत्नी को एक महीने बाद ही तलाक दे दिया था, लेकिन वो अब भी उन्हें प्यार करती थी। जब उसने वापसी की इच्छा जताई तो कान इनकार नहीं कर सके।

कान ने पहली शादी 14 साल की उम्र में की थी और उनकी पत्नी उनसे 2 साल बड़ी थीं। 2 साल बाद उनका तलाक हो गया था क्योंकि उसे कान का एटीट्यूड ठीक नहीं लगता था। वे बताते हैं कि कभी भी उन्होंने कुछ ऐसा नहीं किया, जो महिलाओं के लिए अच्छा नहीं हो, न ही किसी की भावना के साथ खेला। उन्होंने तब से 87 शादियां कर डालीं और अब भी इस सिलसिले को थामने के लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि इस बात की जानकारी नहीं है कि 87 शादियों के कान के कितने बच्चे हैं।

मंगलवार, 1 नवंबर 2022

भारतीय मूल के सैंकड़ों लोगों ने 'छठ' पर्व मनाया

भारतीय मूल के सैंकड़ों लोगों ने 'छठ' पर्व मनाया

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में भारतीय मूल के सैंकड़ों अमेरिकी लोगों ने कई स्थानों पर छठ पर्व मनाया। न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल और उनकी पत्नी डॉ आभा जायसवाल न्यू जर्सी में लगभग 1,000 भारतीय अमेरिकियों के साथ डोनाल्डसन पार्क, हाइलैंड में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पूजा में शामिल हुए।

‘बिहार एवं झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ और बिहार फाउंडेशन द्वारा आयोजित छठ समारोह में कॉर्पोरेट जगत के दिग्गजों के परिवारों की भागीदारी देखी गई। जायसवाल ने मूल देश से हजारों मील दूर भारतीय त्योहारों को मनाने में प्रवासी समुदाय के महत्व पर प्रकाश डाला।

न्यू जर्सी में समारोह में शामिल होने वालों में ‘ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन’ के ग्लोबल उपाध्यक्ष मनीष वर्मा, ‘विप्रो’ के सीओओ अमित चौधरी और ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ के निदेशक विकास वर्मा शामिल थे। बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, ”सभी परिवार छठ प्रसाद तैयार करने और घाट पर पूजा करने के लिए एक साथ आए।”

राष्ट्रपति ने वनों की कटाई को कम करने का वादा किया

राष्ट्रपति ने वनों की कटाई को कम करने का वादा किया

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

ब्रासीलिया। ब्राज़ील के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने एक विजयी भाषण में अमेजोन वर्षावन में वनों की कटाई को कम करने का वादा किया है। वामपंथी विचारक डा सिल्वा ने रविवार को साओ पाउलो में अपने विजयी भाषण में कहा, “हम एक बार फिर से निगरानी करेंगे और अमेज़ोन में हर अवैध गतिविधि से लड़ेंगे।” “साथ ही हम अमेजोन में समुदायों के सतत विकास को बढ़ावा देंगे।”

अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान, सिल्वा को इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए, पर्यावरण कानून प्रवर्तन को बढ़ावा देना होगा, कांग्रेस पार्टी का सामना करना होगा और राज्य के गवर्नर से निपटना होगा, जिनके चुनाव में मात खाने वाले राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ मजबूत संबंध हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ब्राजील के अमेज़ोन में वनों की कटाई का क्षेत्र अगस्त 2020 से जुलाई 2021 तक 15 साल के अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया।

उपग्रह निगरानी से पता चलता है कि 2022 में यह प्रवृत्ति पिछले वर्ष को पार करने की राह पर है। डा सिल्वा ने एक मूल जातीय व्यक्ति की अध्यक्षता में मूल जातीय मामलों का मंत्रालय बनाने का भी वादा किया। अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर, दुनिया के सबसे बड़े वर्षावन को संरक्षित करने के डा सिल्वा के वादों को पहले ही समर्थक मिल चुके हैं।

नॉर्वे सरकार ने संकेत दिया कि वह वनों की कटाई विरोधी नीतियों के वित्तपोषण के लिए अपने ”मिलियन-डॉलर” के दान को फिर से शुरू करेगी। जलवायु और पर्यावरण मंत्री एस्पेन बार्थ एड ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ”नॉर्वे, ब्राजील के साथ हमारी व्यापक जलवायु और वन साझेदारी को पुनर्जीवित करने के लिए तत्पर है।”

विश्व बाजारों तक अनाज पहुंचाने के लिए 'आरोप'

विश्व बाजारों तक अनाज पहुंचाने के लिए 'आरोप'

सुनील श्रीवास्तव 

वाशिंगटन डीसी। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने यूक्रेन पर काला सागर के ‘शिपिंग कॉरिडोर’ का इस्तेमाल, उसके बेड़े के खिलाफ ‘सैन्य और नुकसान पहुंचाने के मकसद से ’ विश्व बाजारों तक अनाज पहुंचाने के लिए आरोप लगाते हुए कहा कि यही कारण है कि उसने अनाज समझौते को निलंबित कर दिया। रूस ने साथ ही आगाह किया कि वह उसकी मंजूरी के बिना जाहजों की आवाजाही की अनुमति नहीं देगा।

रूस द्वारा बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक में वसीली नेबेंजिया ने कहा, ‘‘ काला सागर संघर्ष का क्षेत्र बना हुआ है और हम अपने निरीक्षण के बिना जहाजों के निर्बाध मार्ग की अनुमति नहीं दे सकते।’’ उन्होंने कहा कि रूस वहां से गुजर रहे जहाजों को नियंत्रित करने के लिए ‘‘ स्वयं कदम उठाएगा’’, हालांकि इस संबंध में उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। नेबेंजिया ने यूक्रेन पर पश्चिमी ताकतों खासकर ब्रिटेन की मदद से ‘‘ मानवीय आनाज गलियारे की आड़ में’’ रूस के काला सागर बेड़े और सेवस्तोपोल के बुनियादी ढांचे पर ‘‘ बड़े पैमाने पर हवाई और समुद्री हमले’’ करने का आरोप लगाया।

ये हमले 29 अक्टूबर की सुबह किए गए। संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से यूक्रेन से विश्व बाजारों में अनाज पहुंचाने के लिए रूस इस समझौते पर सहमत हुआ था। रूस ने हमलों का आरोप लगाते हुए यूक्रेन से अनाज का निर्यात करने के समझौते को निलंबित करने की घोषणा की है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने रूस के 29 अक्टूबर के हमलों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अनाज समझौते के तहत चलाए जा रहे जहाजों की रक्षा करने वाले नागरिक जहाजों के लिए ‘शिपिंग कॉरिडोर’ ‘‘सुबह चार बजे नहीं खुला था ’’ और ‘‘जब जहाज गलियारे से गुजरते हैं’’ केवल तभी इसे खोला जाता है।

मोरबी शहर में हुए पुल हादसे पर शोक जताया: गुटेरेस

मोरबी शहर में हुए पुल हादसे पर शोक जताया: गुटेरेस

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुजरात के मोरबी शहर में हुए पुल हादसे पर गहरा शोक जताते हुए पीड़ितों और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, “गुजरात के मोरबी में पुल के गिरने की दुखद खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं।

बयान में कहा गया है कि एंटोनियो गुटेरेसने पीड़ितों के परिजनों, साथ ही भारत सरकार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष क्साबा कॉरोसी ने एक ट्वीट में कहा, “भारत के गुजरात में, पुल गिरने की घटना से दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों और आपातकालीन सेवाओं के साथ हैं।

गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी शहर में बने एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को व्यापक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले ही आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था। रविवार शाम को इस पर भीड़ अधिक होने के कारण पुल टूट गया और हादसे में अब तक 134 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

डॉलर के मुकाबले 82.73 रुपये पर पहुंचा 'रुपया'

डॉलर के मुकाबले 82.73 रुपये पर पहुंचा 'रुपया'

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे बढ़कर 82.73 रुपये पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 82.74 पर खुला, और फिर बढ़कर 82.73 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले सात पैसे की वृद्धि दर्शाता है।

रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 34 पैसे गिरकर 82.81 पर बंद हुआ था। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.19 प्रतिशत गिरकर 111.31 पर आ गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 4,178.61 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 94.83 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।

सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 61 हजार के पार
एशियाई बाजारों में तेजी और विदेशी कोषों की लगातार आवक के बीच प्रमुख शेयर सूचकांकों ने मंगलवार को लगातार चौथे दिन तेजी का सिलसिला बनाए रखा। इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 378.3 अंक चढ़कर 61,124.89 पर पहुंच गया। इसी तरह, व्यापक एनएसई निफ्टी 118.5 अंक बढ़कर 18,130.70 पर था। सेंसेक्स में डॉ रेड्डीज, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा स्टील में गिरावट हुई। अन्य एशियाई बाजारों में सोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।

वॉल स्ट्रीट सोमवार को गिरकर बंद हुआ था। सेंसेक्स सोमवार को 786.74 अंक या 1.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 60,746.59 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 225.40 अंक या 1.27 फीसदी की बढ़त के साथ 18,012.20 पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड 0.98 फीसदी की गिरावट के साथ 94.83 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 4,178.61 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

रविवार, 30 अक्तूबर 2022

नई निरस्त्र आक्रामक युद्ध तकनीक का प्रशिक्षण

नई निरस्त्र आक्रामक युद्ध तकनीक का प्रशिक्षण

अखिलेश पांडेय/राणा ओबरॉय 

भानु/पंचकूला। चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा में तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) 2020 की गलवान घाटी झड़प जैसी प्रतिकूल स्थितियों से निपटने में बेहतर कौशल हासिल करने के लिए अपने कर्मियों को नई निरस्त्र आक्रामक युद्ध तकनीक का प्रशिक्षण दे रही है। गलवान घाटी में हुई झड़पों में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर धारदार हथियारों से हमला किया था।

आईटीबीपी के प्रशिक्षण में मार्शल आर्ट की विभिन्न तकनीक जैसे कि जूडो, कराटे और क्राव मागा के 15-20 अलग-अलग युद्धाभ्यास शामिल हैं। आईटीबीपी के अनुभवी प्रशिक्षक करीब तीन महीने तक चलने वाला यह प्रशिक्षण दे रहे हैं। आईटीबीपी के महानिरीक्षक ईश्वर सिंह दुहन ने कहा कि नई निरस्त्र युद्ध तकनीक में रक्षात्मक और आक्रामक दोनों स्वरूप शामिल हैं। हमने पूर्व महानिदेशक संजय अरोड़ा के निर्देश पर पिछले साल अपने कर्मियों के लिए यह मॉड्यूल अपनाया था। ये युद्ध कौशल, विरोधियों को रोक देंगे तथा उन्हें अशक्त कर देंगे।

दुहन चंडीगढ़ से करीब 25 किलोमीटर दूर भानु में स्थित मूल प्रशिक्षण केंद्र (बीटीसी) की अगुवाई करते हैं। चीन ने भारतीय सैनिकों पर बर्बर हमले करने के लिए पत्थरों, नुकीली छड़ों, लोहे की छड़ों और एक प्रकार की लाठी ‘क्लब’ का इस्तेमाल किया था। भारतीय सैनिकों ने जून 2020 में गलवान (लद्दाख) में एलएसी पर भारतीय सीमा की ओर चीन द्वारा एक चौकी स्थापित करने का विरोध किया था। इन झड़पों में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन ने अपने चार सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की थी।

यहां प्रशिक्षण पर नजर रख रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि निरस्त्र युद्ध तकनीक में सैनिकों को अपनी ताकत का इस तरीके से इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि विरोधियों को करारा जवाब मिले। दुहन ने कहा कि हमने एक योजना बनायी है जिसमें सीमा और अत्यधिक ऊंचाई पर किसी सैनिक को 90 दिन से ज्यादा तैनात नहीं किया जाएगा। ऐसी व्यवस्था की गयी है जिससे सीमा चौकियों से सैनिकों का समय रहते स्थानांतरण हो सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि ये उपाय और निर्देश पहले नहीं थे, लेकिन अब हम इन चीजों को गंभीरता से लागू कर रहे हैं क्योंकि सीमा अब काफी सक्रिय है।

अधिकारियों ने बताया कि आईटीबीपी ने कई वैज्ञानिक मानदंडों का अध्ययन किया और उसे डीआरडीओ के डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज (डीआईपीएएस) से सूचनाएं मिली कि कैसे लंबे समय तक सैनिकों की तैनाती से मानव शरीर को अपूरणीय क्षति पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि अत्यधिक ऊंचाई पर तैनात सैनिकों की तीन महीने की अवधि के दौरान अदला-बदली करने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख पर 29 महीने से गतिरोध बना हुआ है। पैंगोंग झील इलाके में हिंसक झड़प के बाद पांच मई 2020 को पूर्वी लद्दाख सीमा पर दोनों देशों के बीच गतिरोध पैदा हो गया था।

दक्षिण कोरिया में 151 लोगों की मौंत, शोक जताया 

दक्षिण कोरिया में 151 लोगों की मौंत, शोक जताया 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/सियोल। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दक्षिण कोरिया में भगदड़ में लोगों की मौंत पर रविवार को शोक जताया और कहा कि भारत दुख की इस घड़ी में उस देश के साथ है। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में ‘हैलोवीन’ के दौरान भीड़ के एक संकरी गली में घुसने के प्रयास से मची भगदड़ में कुचलकर कम से कम 151 लोगों की मौंत हो गई है।

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘सियोल में भगदड़ में इतने युवाओं की मौत से बहुत स्तब्ध हूं। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम मुश्किल की इस घड़ी में कोरिया गणराज्य के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं।’’

शनिवार, 29 अक्तूबर 2022

चमगादड़ों का गायब होना कुछ समय के लिए होता है

चमगादड़ों का गायब होना कुछ समय के लिए होता है 

सुनील श्रीवास्तव 

बर्नाबी/ओटावा आगामी महीनों में शाम के समय आकाश में केवल कुछ चमगादड़ ही घूमते दिखेंगे। सालभर में यही वह समय होता है, जब चमगादड़ों की कुछ प्रजातियां नजरों से ओझल हो जाती हैं। सर्दी के इस मौसम में वे चट्टानों की संकरी दरारों या गुफाओं में आराम करते हैं। अच्छी बात यह है कि चमगादड़ों का इस तरह गायब होना कुछ समय के लिए होता है।

चमगादड़ स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। वे पर्यावरण में पोषक तत्वों के प्रसार और पौधों के परागण में मददगार साबित होते हैं। वे कीटों को भी खाते हैं, जिससे खेती में कीटनाशकों की आवश्यकता कम हो जाती है। चमगादड़ हमारे पारिस्थितिक तंत्र को बहुत अधिक फायदा पहुंचाते हैं। चूंकि वे अंधेरे में अपनी गतिविधियां करते हैं, इसलिए हम उनकी तरफ से मिलने वाली मदद से अकसर अवगत नहीं होते।

चमगादड़ों के आश्रय स्थान पर खतरा
मौसमी तौर पर चमगादड़ों के गायब होने से ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि दशकों से उत्तरी अमेरिका में चमगादड़ों की आबादी में गिरावट देखी जा रही है। वनों की कटाई से उनका आश्रय स्थल घटना, शहरीकरण और कृषि भूमि के विस्तार से चमगादड़ों के लिए उपयुक्त जगह की कमी होती जा रही है। साथ ही, फसलों पर कीटनाशकों के छिड़काव के कारण बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत भी हो जाती है।

हालांकि, चमगादड़ों की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं होती, बल्कि फंगस (कवक) और ‘स्यूडोगाइमनोस्कस’ के कारण ‘व्हाइट नोज सिंड्रोम’ फैलता है। इस घातक फंगस के कारण उत्तर अमेरिका में 60 लाख से अधिक चमगादड़ों की जान जा चुकी है। पूर्वी कनाडा में ‘व्हाइट नोज सिंड्रोम’ विशेष रूप से विनाशकारी साबित हुआ है, जहां इसके कारण भूरे रंग के छोटे मायोटिस (मायोटिस ल्यूसिफुगस) और नॉर्दर्न मायोटिस (मायोटिस सेप्टेंट्रियोनालिस) की आबादी में 90 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।

फंगस का प्रकोप पश्चिमी देशों में भी बढ़ रहा है, जहां जुलाई में सस्केचेवान में इसका पहला मामला सामने आया था। ‘व्हाइट नोज सिंड्रोम’ ब्रिटिश कोलंबिया में नहीं पाया गया है, लेकिन इसका खतरा मंडरा रहा है। हमारी शोध टीम कनाडाई वन्यजीव स्वास्थ्य सहकारी विभाग की ब्रिटिश कोलंबिया इकाई में एक दशक से अधिक समय से वन्यजीव स्वास्थ्य पर काम कर रही है।

ब्रिटिश कोलंबिया में रहने वाले चमगादड़ों की 15 प्रजातियों के सामने आने वाले खतरों को समझने के लिए, हमने 2015 और 2020 के बीच मारे गए 275 चमगादड़ों पर अध्ययन किया। हमने पाया कि मृत्यु के सबसे सामान्य कारण मानव गतिविधि से जुड़ा है। यह जानकारी इस समय शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन के बीच चमगादड़ों की आबादी का पता लगाने में हमारी मदद कर सकती है। चमगादड़ की जान बचाने के लिए हमें यह जानना होगा कि उनकी मौत कैसे होती है।

जानलेवा बिल्लियां
हमने जिन चमगादड़ों पर अध्ययन किया, उनमें से एक चौथाई की जान बिल्लियों ने ली थी। यह कोई चौंकाने वाली बात नहीं है- पालतू बिल्लियां वन्यजीवों की जान लेने के मामले में कुख्यात होती हैं। ऑस्ट्रेलिया में, एक अनुमान के मुताबिक आजाद घूमती पालतू बिल्लियां हर साल 39 करोड़ जंतुओं को मार डालती हैं। ये बिल्लियां न केवल चमगादड़ों के लिए बल्कि जैव विविधता के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। आइसलैंड के कुछ शहरों ने अपने यहां पक्षियों की घटती आबादी को बचाने के लिए ‘कैट कर्फ्यू’ लागू किया है। ऐसे में चमगादड़ों और अन्य पक्षियों की जान बचाने का सबसे आसान उपाय पालतू बिल्लियों को घर के अंदर रखना और उनके बाहर घूमने पर नजर रखना है। बिल्लियां अपने शिकार का लगभग 20 प्रतिशत ही घर लाती हैं, इसलिए मालिकों को अपनी बिल्ली द्वारा किये जाने वाले शिकार की आदतों के बारे में पता नहीं होता।

हालिया शोध बताते हैं कि वन क्षेत्रों के पास ये क्रियाएं सबसे महत्वपूर्ण हैं। शोध में पाया गया है कि बिल्लियां जंगलों में 500 मीटर में ही वन्यजीवों का शिकार करती हैं। वन्य क्षेत्रों के पास रहने वाली बिल्लियों पर ध्यान केंद्रित करके वन्यजीवों पर मंडराने वाले खतरे को कम किया जा सकता है। बिल्लियों को घरों के अंदर रखना खुद उनके लिए भी फायदेमंद होता है। घर के अंदर रहने वाली बिल्लियों का जीवनकाल बाहर विचरण करने वाली बिल्लियों की तुलना में कहीं अधिक होता है।

हमारे अध्ययन के अनुसार आधे चमगादड़ों की मौत मानव गतिविधियों के कारण हुई। हमारे अध्ययन में शामिल अधिकांश चमगादड़ (90 प्रतिशत) ‘सिनथ्रोपिक प्रजाति’ के थे, जो मनुष्य के बीच रहते हैं। अध्ययन में पता चला है कि 25 प्रतिशत चमगादड़ों की मौत इंसान के इस्तेमाल में आने वाली चीजों जैसे कारों या इमारतों से टकराने के कारण हुईं। दिलचस्प बात यह है कि इस तरह से मरने वाले चमगादड़ों में ज्यादातर के नर होने की संभावना है। पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि ऐसा क्यों है, लेकिन शोध से पता चलता है कि नर चमगादड़ मादा चमगादड़ों की तुलना में दूर तक उड़ान भर सकते हैं, जिससे इनके वाहन या इमारतों से टकराने की आशंका बढ़ जाती है।

एक अधूरी तस्वीर
वन्य जीवन का अध्ययन आसान नहीं है। गुफाओं से लेकर खलिहान और खलिहान से लेकर अटारी तक कई अलग-अलग जगहों पर चमगादड़ रहते हैं, और वैज्ञानिक हर समय सभी जगहों पर चमगादड़ों की निगरानी नहीं कर सकते। लोगों की तरफ से मिली सूचना चमगादड़ों के बारे में जानकारी एकत्र करने और इनकी स्थानीय आबादी के स्वास्थ्य को समझने में हमारी मदद करती है।

8 अलग-अलग पुरुषों से 11 बच्चों को जन्म दिया

8 अलग-अलग पुरुषों से 11 बच्चों को जन्म दिया

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी। एक महिला ने अपने 11 बच्चों के बारे में एक खुलासा कर के सोशल मीडिया पर लोगों को चौंका दिया है। महिला ने बताया कि उन्होंने 8 अलग-अलग पुरुषों से 11 बच्चों को जन्म दिया है। महिला ने वीडियो जारी कर यह भी बताया है कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? महिला का नाम फाई है। वह अमेरिका के मेम्फिस की रहनेवाली हैं। टिकटॉक पर महिला के 90 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। वह बच्चों के साथ मस्ती करते हुए वीडियोज शेयर करती रहती हैं। हालांकि, 11 बच्चों की वजह से पुरुष उन्हें ट्रोल करते हैं। वे लोग कहते हैं कि उनसे कोई शादी नहीं करेगा।

महिला ने एक वीडियो जारी कर यह भी बताया कि उन्होंने आखिर 8 अलग-अलग पुरुषों के बच्चों को जन्म क्यों दिया? उन्होंने कहा कि यह बहुत सिंपल है। यह सब मैथ्स की बात है। फाई ने कहा- अगर मेरे बच्चों के सिर्फ एक ही पिता होते और वह छोड़ जाते या उनकी मौत हो जाती तो बच्चों को बिना पिता के ही जीना होता। लेकिन अगर मेरे पास 8 हैं और मान लीजिए इनमें से 3 छोड़ के भी जाते हैं या उनकी मौत भी हो जाती है तो फिर भी मेरे बच्चों के पास 5 पिता होंगे।

वीडियो के कैप्शन में फाई ने लिखा- यह सबकुछ मैथ्य है। फाई ने व्यूअर्स को आगे बताया कि वह जल्द रुकनेवाली भी नहीं हैं। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह सिर्फ 11 बच्चों से संतुष्ट नहीं हैं। वह आगे भी बच्चों को जन्म देती रहेंगी। महिला ने कहा- मैं 19 और बच्चों को जन्म देना चाहती हूं, ताकि मैं 30 के आंकड़े को छू सकूं। महिला बच्चों के पिता के लिए आगे किसे चुनेंगी इसके लिए भी उन्होंने अलग-अलग क्राइटेरिया तैयार कर रखा है।

महिला की बातों को सुनकर बहुत सारे लोग उन्हें ट्रोल करते भी दिखे, जिसके जवाब में फाई ने कहा- आपलोग ऐसी बातें कर रहे हैं, जैसे मैंने कोई अपराध किया हो। हालांकि, कई लोग फाई को सपोर्ट करते भी दिखे। एक यूजर ने लिखा- मेरी मां के 9 पुरुषों के साथ रिश्ते रहे हैं। हमलोग बस यही मानते हैं कि उन्हें 9 बार प्यार हुआ था।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...