शुक्रवार, 20 अक्तूबर 2023

पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धज्जियां उड़ाई

पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धज्जियां उड़ाई 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। विश्व कप के आज के मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धज्जियां उड़ाई। ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 30.4 ओवर में 208 रन बना डाले। गौरतलब है कि आज ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच विश्व कप का मैच खेला जा रहा है। पाकिस्तान ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला लिया। पाकिस्तानी कप्तान का फैसला तब पलटा हुआ नजर आया जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वार्नर और मिशेल मार्श ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने शुरू कर दी। 
पाकिस्तान के मुख्य गेंदबाज माने जाने वाले हारिश रउफ के तीन ओवर में तो 47 रन बना डाले। पाकिस्तानियों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए ऑस्ट्रेलिया के दोनों बल्लेबाजों ने 30.4 ओवर में 208 रन का स्कोर तेजी से पूरा कर लिया है। डेविड वार्नर 85 बॉल में 6 छक्कों और 7 चौकों की मदद से 100 रन तो मिशेल मार्श 100 बॉल में 9 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 101 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद है।

विंध्याचल में उमड़ा माता भक्तों का सैलाब

विंध्याचल में उमड़ा माता भक्तों का सैलाब 

संदीप मिश्र 
मिर्जापुर। मिर्जापुर जिले के विंध्याचल में विराजमान मां विंध्यवासिनी के दरबार में शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर शुक्रवार को विंध्याचल में माता भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी के कात्यायनी स्वरूप का दर्शन पूजन किया। मंगला आरती के बाद से शुरू हुआ दर्शन-पूजन अनवरत जारी है। सुबह से दोपहर 12 तक डेढ़ लाख से अधिक भक्तों ने माता दरबार में पहुंचकर सुख, समृद्धि की मंगलकामना की। गंगा घाटों पर शुक्रवार की भोर से ही स्नान-ध्यान का सिलसिला चलता रहा। 
त्रिकोण पथ पर स्थित अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों पर भी भक्तों की भारी भीड़ रही। मां के दर्शन पूजन के लिए बिहार, झारखंड, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, बलिया, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, दिल्ली और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के बड़ी संख्या में लोग निजी वाहनों से विंध्यधाम पहुंचे । मां का दर्शन पूजन करने से पहले भक्तों ने गंगा स्नान किया। हाथों में नारियल-चुनरी लिए श्रद्धालु मंदिर के बाहर लंबी कतारों में लगे रहे। धाम की सातों गलियां देवी भक्तों से पटी रहीं। माता के जयकारे गुंजते रहे। मंगला आरती के बाद कपाट खुलते ही गुड़हल, कमल व गुलाब पुष्पों सहित रत्न जड़ित हार से माता के हुए भव्य श्रृंगार का दर्शन कर देवी भक्त निहाल हो उठे।
शारदीय नवरात्र मेले के छठवें दिन देवी मंदिर पर स्थानीय सहित देश के कोने-कोने से पहुंचे भक्तों ने हाजिरी लगाई। दर्शन-पूजन के बीच घंटा, घड़ियाल, शंख और नगाड़ा के साथ पहाड़ा वाली के जय- जयकारे से मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। गंगा घाटों पर मुंडन संस्कार कराने वाले भक्तों का तांता लगा रहा। गर्भगृह की ओर जाने वाले मार्ग पर लंबी कतार देख अधिकांश श्रद्धालुओं ने झांकी से ही मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाकर धन्य हुए। मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के पश्चात त्रिकोण मार्ग पर निकले श्रद्धालुओं से कालीखोह स्थित काली व अष्टभुजा मंदिर गुलजार रहा। दोनों मंदिरों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। कालीखोह में माता काली के दर्शन-पूजन के पश्चात बगल में स्थित सीढ़ियों के रास्ते भक्त अष्टभुजा मंदिर की ओर प्रस्थान करते दिखे। लगभग ढाई किलोमीटर दुर्गम पहाड़ी रास्तों के बीच गुजरते वक्त श्रद्धालुओं को तेज धूप का सामना करना पड़ रहा था।

योजनाओं कार्यों की विस्तृत समीक्षा की: कौशाम्बी

योजनाओं कार्यों की विस्तृत समीक्षा की: कौशाम्बी 

मण्डलायुक्त ने की स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा

कौशाम्बी। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित योजनाओं कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। मण्डलायुक्त ने परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति तथा जननी सुरक्षा योजना के तहत शेष रह गये।लाभार्थियों का भुगतान शीघ्र सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने आशा कार्यकत्रियों के रिक्त पदों की संख्या की जानकारी प्राप्त करते हुए रिक्तियों को शीघ्र भरने के निर्देश दिये। उन्होंने मातृ मृत्यु सूचना एवं आडिट की समीक्षा के दौरान मानक के अनुसार गुणवत्तापूर्ण आडिट कराने के निर्देश दिए। उन्होंने नियमित टीकाकरण में अपेक्षित प्रगति लाने तथा कार्ययोजना बनाकर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियां को प्रत्येक सप्ताह आशा एवं ए0एन0एम0 के साथ बैठक कर विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए प्रगति लाने के निर्देश दिए। इसके साथ उन्होने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को संचारी रोगों के नियंत्रण/रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रवार बजट के सापेक्ष व्यय की समीक्षा के दौरान अपेक्षित व्यय न पाये जाने पर सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नियमानुसार व्यय में प्रगति लाने के निर्देश दिए इस अवसर पर जिलाधिकारी सुजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुष्पेन्द्र कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
सुशील केसरवानी

पिकअप के खाई में गिरने से एक की मौत, 2 घायल

पिकअप के खाई में गिरने से एक की मौत, 2 घायल 

पंकज कपूर 
देहरादून। पहाड़ों में लगातार हादसे हो रहे है। अब सोमेश्वर क्षेत्र में एक पिकअप हादसे का शिकार हो गई। अल्मोड़ा के पथरिया-मजखाली सड़क पर पत्थरों से भरी एक पिकअप के खाई में गिरने से पिकअप सवार एक युवक की मौत हो गई। जबकि चालक सहित दो लोग घायल हो गए। 
हादसा गुरूवार शाम का है। पथरिया-मजखाली सड़क पर हिलेछीना के पास पत्थरों से भरी पिकअप 40 मीटर गहरी खाई में गिर गई।
हादसे मेें चालक जीत सिंह उम्र 68 वर्ष, राजेंद्र कुमार उम्र 52 वर्ष निवासी भाट नयाल जुला और मनोज कुमार उम्र 40 वर्ष निवासी ज्यूला ग्वालाकोट को खाई से निकालकर 108 एंबुलेंस की मदद से सरकारी अस्पताल पहुंचाया। लेकिन वहां चिकित्सकों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया। जबकि गंभीर रूप से घायल चालक जीत सिंह को हायर सेंटर रेफर किया गया। राजेंद्र को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में शुक्रवार को संगम सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने आगामी बैठक में सभी सम्बंधित अधिकारियों को उपस्थित रहने एवं आज की बैठक में अनुपस्थित रहने वाले सभी अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम गत बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन की प्रगति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी से अनुपालन प्रगति की समीक्षा करते हुए जनपद में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए की गयी प्रवर्तन की कार्रवाई व ओवर स्पीड़िंग रोकने के लिए क्या उपाय किए गए है, की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए जनपद में उपलब्ध इंटरसेप्टर की जानकारी लेते हुए कैमरे व ज्यादा से ज्यादा साइनेज लगवाने के निर्देश दिए है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस विभाग के द्वारा की गयी प्रवर्तन की कार्रवाई का विस्तृत आंकड़ा तुलनात्मक चार्ट के साथ सूचीबद्ध ढंग से हर माह प्रस्तुत करने एवं माह में किए गए चालान व जुर्माना वसूली का विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने दुर्घटनाओं के कारणों के बारे में ठीक ढंग से जानकारी इकट्ठा करने के साथ ओवर स्पीडिंग, रांग साइड ड्राइविंग, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने, हेलमेट, सीट बेल्ट न लगाने वाले के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है, जिससे कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु प्रभावी कार्रवाई की जा सके। बैठक में सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी के द्वारा बताया गया कि विगत 04 माह से जनपद में स्थित टोल प्लाजा द्वारा ओवरलोड़ वाहनों सूची उपलब्ध नहीं करायी जा रही है, जिस पर जिलाधिकारी ने एनएच के अधिकारियों से परिवहन विभाग को ओवरलोड़ वाहनों की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा है। उन्होंने डिवाइडर पर पेंट व रिफ्लेक्टर लगाये जाने व टूटे हुए डिवाईडरों की मरम्मत कराये जाने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को विशेष रूप से स्कूल बसों की फिटनेस की जांच कराकर स्कूल बसों हेतु निर्धारित मानकों का पूर्णतः पालन कराये जाने तथा चालक व परिचालकों के नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराये जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने पूर्व में चिन्हित 07 दुर्घटना बाहुल्य वाले हाॅटस्पाट स्थानों व अन्य दुर्घटना बाहुल्य स्थानों पर दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु कृतकार्यवाही से अवगत कराने एवं पुलिस, परिवहन, पीडब्लूडी व अन्य सम्बंधित विभागों की संयुक्त समिति के द्वारा अन्य ब्लैक स्पाॅटों की पहचान कर सुधार सम्बंधी आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने साइन बोर्ड, स्पीड गन एवं कैमरा अनिवार्य रूप से लगाये जाने के निर्देश पीडब्लूडी, एनएच एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को दिए है।
बैठक में टीआई पवन कुमार पाण्डेय-प्रचार प्रभारी द्वारा बताया गया कि कुछ स्थानों पर रोड़ मार्किंग नहीं है, कुछ चौराहे पर स्टाॅप लाइन, जेब्रा लाइन स्पष्ट नहीं है, जिससे कि कैमरे के द्वारा चालान की कार्रवाई ठीक तरह से नहीं हो पा रही है एवं सिग्नल की ऊंचाई कम होने तथा सिग्नल के पास पेड़ों कटाई-छटाई नहीं होने से सिग्नल स्पष्ट नहीं दिखायी दे रहे है, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को स्टाॅप लाइन, जेब्रा लाइन को पेंट कराने, सिंग्नल के आगे कोई अवरोध न हो, इसके लिए पेड़ो की कटाई-छटाई कराये जाने के निर्देश दिए है। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट विनोद सिंह, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी व अन्य सम्बंधित अधिकारीयों के अलावा ऑटो यूनियन के अध्यक्ष विनोद चन्द्र दुबे, महामंत्री रमाकांत रावत, संगठन मंत्री शिवम रावत, ऑटो यूनियन के महामंत्री रघुनाथ द्विवेदी व अन्य लोग उपस्थित रहे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-334, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. शनिवार, अक्टूबर 21, 2023

3. शक-1944, आश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:11, सूर्यास्त: 06:13।

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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गुरुवार, 19 अक्तूबर 2023

माता कात्यायनी को समर्पित 'नवरात्रि' का छठा दिन

माता कात्यायनी को समर्पित 'नवरात्रि' का छठा दिन 

सरस्वती उपाध्याय 
कात्यायनी नवदुर्गा या हिंदू देवी पार्वती (शक्ति) के नौ रूपों में छठवीं रूप हैं।

कात्यायनी - नवदुर्गाओं में षष्ठम्

मंत्र
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥

'कात्यायनी' अमरकोष में पार्वती के लिए दूसरा नाम है, संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेेमावती व ईश्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। शक्तिवाद में उन्हें शक्ति या दुर्गा, जिसमे भद्रकाली और चंडिका भी शामिल है, में भी प्रचलित हैं। यजुर्वेद के तैत्तिरीय आरण्यक में उनका उल्लेख प्रथम किया है। स्कन्द पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं , जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वे शक्ति की आदि रूपा है, जिसका उल्लेख पाणिनि पर पतञ्जलि के महाभाष्य में किया गया है, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में रचित है। उनका वर्णन देवीभागवत पुराण, और मार्कंडेय ऋषि द्वारा रचित मार्कंडेय पुराण के देवी महात्म्य में किया गया है जिसे ४०० से ५०० ईसा में लिपिबद्ध किया गया था। बौद्ध और जैन ग्रंथों और कई तांत्रिक ग्रंथों, विशेष रूप से कालिका पुराण (१० वीं शताब्दी) में उनका उल्लेख है, जिसमें उद्यान या उड़ीसा में देवी कात्यायनी और भगवान जगन्नाथ का स्थान बताया गया है।
परम्परागत रूप से देवी दुर्गा की तरह वे लाल रंग से जुड़ी हुई हैं। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। उस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्तों को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।

श्लोक
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन ।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥

कथा
माँ का नाम कात्यायनी कैसे पड़ा इसकी भी एक कथा है- कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होंने भगवती पराम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन तपस्या की थी। उनकी इच्छा थी माँ भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें। माँ भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली।
कुछ समय पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर बढ़ गया तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों ने अपने-अपने तेज का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को उत्पन्न किया। महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की। इसी कारण से यह कात्यायनी कहलाईं।
ऐसी भी कथा मिलती है कि ये महर्षि कात्यायन के वहाँ पुत्री रूप में उत्पन्न हुई थीं। आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्त सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन इन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी को महिषासुर का वध किया था।
माँ कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं। भगवान कृष्ण को पतिरूप में पाने के लिए ब्रज की गोपियों ने इन्हीं की पूजा कालिन्दी-यमुना के तट पर की थी। ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
माँ कात्यायनी का स्वरूप अत्यंत चमकीला और भास्वर है। इनकी चार भुजाएँ हैं। माताजी का दाहिनी तरफ का ऊपरवाला हाथ अभयमुद्रा में तथा नीचे वाला वरमुद्रा में है। बाईं तरफ के ऊपरवाले हाथ में तलवार और नीचे वाले हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है।
माँ कात्यायनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है।

उपासना
नवरात्रि का छठा दिन माँ कात्यायनी की उपासना का दिन होता है। इनके पूजन से अद्भुत शक्ति का संचार होता है व दुश्मनों का संहार करने में ये सक्षम बनाती हैं। इनका ध्यान गोधुली बेला में करना होता है। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में छठे दिन इसका जाप करना चाहिए।

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और शक्ति -रूपिणी प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।
इसके अतिरिक्त जिन कन्याओ के विवाह मे विलम्ब हो रहा हो, उन्हे इस दिन माँ कात्यायनी की उपासना अवश्य करनी चाहिए, जिससे उन्हे मनोवान्छित वर की प्राप्ति होती है।

विवाह के लिये कात्यायनी मन्त्र

ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि । नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:॥

महिमा
माँ को जो सच्चे मन से याद करता है उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं। जन्म-जन्मांतर के पापों को विनष्ट करने के लिए माँ की शरणागत होकर उनकी पूजा-उपासना के लिए तत्पर होना चाहिए।

बारिश के दौरान फटे बादल, नदी में पानी का सैलाब

बारिश के दौरान फटे बादल, नदी में पानी का सैलाब  पंकज कपूर  अल्मोड़ा। भारी बारिश के दौरान फटे बादल की वजह से सूखी पड़ी नदी में पानी का सैलाब ...