गुरुवार, 3 अगस्त 2023

लखनऊ में नाबालिक के साथ गैंगरेप की वारदात

लखनऊ में नाबालिक के साथ गैंगरेप की वारदात  

संदीप मिश्र 
लखनऊ। जानकीपुरम में नाबालिग के साथ क्लिनिक में गैंगरेप का मामला सामने आया है। आरोप है कि क्लीनिक में तैनात एक कंपाउंडर ने एक अन्य नाबालिग के साथ मिलकर पीड़िता को जबरदस्ती दवा खिलाकर बेहोश कर दिया, फिर वारदात को अंजाम दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य आरोपी ने वारदात के दौरान घटना का वीडियो बना लिया और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर दोबारा रेप करने की कोशिश की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य आरोपी ललित ने जब दूसरी बार वारदात को अंजाम देने की फिराक में था, तभी पीड़िता का भाई घटनास्थल पर पहुंच गया। उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो समेत अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा गया है।
क्लीनिक पर काम करती थी पीड़िता
पीड़िता की मां की ओर से दर्ज कराई एफआईआर के मुताबिक, उनकी बेटी जानकीपुरम सेक्टर तीन में एक डॉक्टर के क्लीनिक पर काम करने जाती थी। करीब दो हफ्ते पहले जब क्लीनिक पर डॉक्टर नहीं आए थे, तब दोनों आरोपियों ने जबरदस्ती दवा पिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया। पीड़िता के मुताबिक, आरोपियों ने वारदात का वीडियो बना लिया था और वायरल करने की धमकी देते थे, इसलिए पीड़िता ने अपने घरवालों को कुछ नहीं बताया था।
जबरन ले जाने लगा क्लीनिक तो पीड़िता के भाई ने देखा
पीड़िता ने अपनी मां को बताया कि पहली बार वारदात को अंजाम देने और फिर वीडियो बना लेने के बाद दोनों आरोपी लगातार उसे ब्लैकमेल करने लगे और उसका यौन उत्पीड़न करने लगे। इससे परेशान पीड़िता ने क्लीनिक जाना छोड़ दिया। 31 जुलाई को जब पीड़िता घर से किसी काम के लिए निकली तो आरोपियों ने उसे रोक लिया और जबरन क्लीनिक ले गए। इस दौरान पीड़िता के भाई ने अपनी बहन को देखा तो उसे कुछ गड़बड़ लगा और क्लीनिक पहुंच गया। यहां उसने अपनी बहन के साथ गंदी हकरत होते देखा, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।

शाइस्ता व जैनब, विदेश फरार होने की कोशिश

शाइस्ता व जैनब, विदेश फरार होने की कोशिश  

बृजेश केसरवानी   
प्रयागराज। भले ही माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत को महीनों बीत गए हों, लेकिन अभी भी इस मामले में खुलासे होने का सिलसिला जारी है। खबर मिली है कि माफिया अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब पर जल्द ही पुलिस इनाम घोषित करने जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जेठ और पति की बनाई बेनामी संपत्तियों को बेचने में नाम सामने आने के बाद अब अशरफ की पत्नी रूबी उर्फ जैनब पर भी इनाम घोषित किया जा सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कि जल्द ही पुलिस की ओर से इस मामले में कार्रवाई की जा सकती है। बता दें कि लखनऊ के प्रसिद्ध होटल हयात में अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब, अतीक के वकील विजय मिश्रा के साथ ठहरी हुई थी। यहां वकील विजय मिश्रा, अतीक की बेनामी संपत्ति की डील जैनब के साथ कर रहा था, तभी वहां पुलिस पहुंच गई।
पुलिस के आते ही फरार हुई जैनब
जानकारी के मुताबिक, डील चल ही रही थी कि वहां पुलिस आ गई। बताया जा रहा है कि इससे पहले ही जैनब वहां से फरार हो गई। जब पुलिस होटल पहुंची तब वहां अतीक का वकील विजय मिश्रा था। पुलिस ने विजय मिश्रा को बेनामी संपत्तियों के कागजों के साथ पकड़ लिया। जैसे ही पुलिस को वहां जैनब के होने की खबर लगी, वहां हड़कंप मच गया। पुलिस अलर्ट हो गई। सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। मगर तब तक जैनब फरार होने में कामयाब हो चुकी थी। ऐसे में एक बार फिर जैनब पुलिस के हत्थे चढ़ते-चढ़ते रह गई।
लखनऊ के आस-पास छिपी हुई है जैनब?
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में विजय मिश्रा ने बताया है कि वह बेनामी संपत्ति का सौदा करने लखनऊ पहुंचा था। इसके लिए उसने अशरफ की पत्नी जेनब और उसके भाई सद्दाम को भी लखनऊ बुलाया था। पुलिस जांच में सामने आया है कि अतीक का वकील विजय मिश्रा लखनऊ जेल में उमर से भी मिला था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उमर और असद को अतीक की बेनामी संपत्ति जानकारी है। पुलिस उमर से लखनऊ जेल जाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही जैनब की भी तलाश शुरू कर दी गई है, जो लखनऊ के आसपास छुपी हुई मानी जा रही है।
आखिर जैनब और शाइस्ता की योजना क्या है?
जैनब पुलिस के हत्थे तो नहीं चढ़ी मगर अब पुलिस और एसटीएफ को शाइस्ता और जैनब को लेकर अहम बात पता चली है। पुलिस को पता चला है कि बेनामी संपत्ति की डील से 12 करोड़ रुपये का भुगतान होना था। जैनब और शाइस्ता हर कीमत पर देश से फरार होना चाहती हैं। जैनब और शाइस्ता के फरार होने में इस रकम का इस्तेमाल होना था।

यूपी पुलिस का चेहरा, कोस्टेबल ने आत्महत्या की

यूपी पुलिस का चेहरा, कोस्टेबल ने आत्महत्या की   

संदीप मिश्र 
बरेली। थाना शाही क्षेत्र के दुनका चौकी में तैनात एक हेड कांस्टेबल ने सरकारी राइफल से खुद को गोली मार ली। गंभीर हालत में उसे मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें सिपाही ने खुद को गोली मारने से पहले एक पत्र लिखा है। पत्र में चौकी इंचार्ज और एक सिपाही पर आरोप लगाए हैं। घटना के बाद एसएसपी ने चौकी इंचार्ज और सिपाही को निलंबित कर दिया है। 
बता दें जिला बिजनौर के रहने वाले कांस्टेबल नीरज कुमार 2021 से थाना शाही के दुनका चौकी में तैनात हैं। बीती रात 1 बजे के समय उन्होंने दुर्गा चौकी में सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली। जिसके बाद उन्हें भोजीपुरा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। वहीं हालत गंभीर होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। 
पत्र में ये लिखा
ठाकुर साहब राम-राम यह नोट मैं आपको इसलिए भेज रहा है। ताकि इन दोनों चौकी इंचार्ज अरविंद कुमार और कांस्टेबल अमित शर्मा ने मुझे काफी दिनों से परेशान कर रखा है। हर समय मेरी बेइज्जती करते हैं। जिसे में बर्दाशत नहीं कर पा रहा। यह हर गलत काम में लिप्त हैं। यह मुझे चौकी से भी हटाना चाहते है। मैं इनकी प्रताड़ना (हरैसमेंट) काफी दिनों से झेल रहा हूं। थाना प्रभारी भले आदमी हैं और बेहतर अधिकारी हैं। इसलिये इन्हें कुछ पता नहीं है। ठाकुर साहब लेकिन आप से उम्मीद  करता है कि इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए। ताकि आने वाले समय में ये लोग किसी और के साथ ऐसा अभद्र व्यवहार न कर सकें। आप सच्चे पत्रकार हैं।
वहीं इस मामले पर एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि दुनका चौकी में तैनात हेड कांस्टबेल ने आत्महत्या का प्रयास किया था। घायल सिपाही का मेरठ में उपचार कराया जा रहा है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहां उनके परिजन और पुलिस टीम भी है। घायल हेड कांस्टबेल ने चौकी इंचार्ज और एक सिपाही पर आरोप लगाए हैं। चौकी इंचार्ज और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

सोशल मीडिया को मजबूत करने के लिए नियुक्तियां

सोशल मीडिया को मजबूत करने के लिए नियुक्तियां

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के द्वारा महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाने के लिए दायित्वों का आवंटन शुरू कर दिया गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस के सोशल मीडिया को सशक्त बनाने के लिए नियुक्तियां की गई हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, सोशल मीडिया विभाग की राष्ट्रीय प्रभारी व राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की अनुशंसा पर सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्म के लिए नई और पुनर्गठित टीम की नियुक्ति के प्रस्ताव को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी गई। 
इनमें दिल्ली राज्य से युवा और सक्रिय नेता गीत सेठी पर संगठन ने भरोसा जताया है और उन्हें सोशल मीडिया का राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर नियुक्त किया गया है।गीत सेठी सोशल मीडिया एक्सपर्ट हैं और पार्टी के विभिन्न कैंपेन से जुड़े रहे हैं। गीत सेठी ने आरएसएस भाजपा को लेकर क्या कहा? जो आरएसएस वाले युवाओं को गलत ट्रैक पर ले जाते हैं, उन्हें धर्म और मजहब की ओर ले जाकर अपने अजेंडे के तहत भटकाते हैं, कांग्रेस का फोकस है कि नौजवान गलत दिशा में न जाकर सोशल मीडिया वारियर बने और अपने विचार रखे। गीत सेठी ने अपील करते हुए कहा कि भाजपा की विभाजनकारी नीतियों को जवाब देने के लिए कांग्रेस सोशल मीडिया से जुड़ें एव आने वाले कुछ ही समय में और भी समर्थकों को एवं अलग-अलग साथियों को इसमें जोड़ा जाएगा।

इश्क ने किया ऐसा हाल, कोई मालामाल कोई कंगाल

इश्क ने किया ऐसा हाल, कोई मालामाल कोई कंगाल 

मदन प्रजापति   
नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पड़ोसी देश पाकिस्तान कल तक दाने-दाने को मोहताज था। आटे से लेकर दाल-चावल खरीदने के लाले पड़े हुए थे। अब उसी पाकिस्तान में भारत से भागकर गई अंजू पर दौलत बरसाई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ सीमा हैदर जो पाकिस्तान से भागकर भारत आई है उसके खाने के लाले पड़े हुए हैं। सचिन के घर की माली हालत ठीक नहीं है। दरअसल प्रेमी की खातिर भारत से पाकिस्तान गई अंजू को वहां के एक बिजनेसमैन ने फ्लैट और ढेरों गिफ्ट तोहफे के रूप में दिए हैं। अंजू को पाकिस्तान की पांच-पांच कंपनियों से जॉब के लिए ऑफर दिए गये हैं।
अलवर की अंजू के पाकिस्तान पहुंचने की पीछे खुफिया साजिश होने की आशंका एक बार फिर से साबित होती दिख रही है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान कल तक दाने-दाने को मोहताज था। लोगों को एक वक्त का भी खाना नसीब नहीं हो रहा था। अब उसी पाकिस्तान में भारत से भागकर गई अंजू पर दौलत बरसाई जा रही है। ऐसे में पाकिस्तानी साजिश का शक और गहराता जा रहा है।
अंजू को कथित तौर पर पाकिस्तानी नसरुल्ला से फेसबुक पर प्यार हुआ था। अंजू के पाकिस्तान पहुंचने के बाद दोनों ने निकाह भी कर लिया है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, एक स्थानीय व्यापारी ने अंजू को करीब 40 लाख रुपये का एक फ्लैट तोहफे में दिया है। अंजू को घर के कागजात सौंपने की तस्वीरें भी सामने आई हैं। उर्दू में लिखे कागजात पर अंजू की तस्वीर लगी है।

हारी हुई सीटें सहयोगियों के हिस्से में आएगी: यूपी

हारी हुई सीटें सहयोगियों के हिस्से में आएगी: यूपी    

हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। आगामी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतने की मुहिम में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। 2019 के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने प्रदेश में 64 सीटें जीती थीं, 16 सीटें विपक्ष के हिस्से में थीं। भाजपा इस बार इन सीटों को गठबंधन के सहयोगियों अपना दल, सुभासपा और निषाद पार्टी के हिस्से में देना चाहती है, लेकिन उससे पहले इन इलाकों में उनके राजनीतिक हैसियत का आंकलन भी करेगी।
मिशन 80 के तहत भाजपा हारी हुई सीटों पर पिछले दो साल से मंथन कर रही है। भाजपा के स्थानीय रणनीतिकारों का मानना है कि अपना दल (एस) को उनकी मौजूदा मिर्जापुर और रॉबर्टसगंज सीट मिलना लगभग तय है। यदि इससे अधिक सीटें देने पर निर्णय हुआ तो वर्तमान में पूर्वांचल में हारी हुई एक-दो सीटें उन्हें और मिल सकती हैं। सुभासपा को घोसी, जौनपुर या गाजीपुर में से दो सीटें मिल सकती हैं। वहीं, निषाद पार्टी को संतकबीरनगर, लालगंज या श्रावस्ती में से कोई दो सीटें मिल सकती है।
पिछली बार संतकबीरनगर से निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद भाजपा के टिकट पर जीते थे। पार्टी के नेताओं का मानना है कि हारी हुई सीटें सहयोगी दलों को देने से पार्टी के पास जोखिम कम रहेगा। साथ ही सहयोगी दलों के सामाजिक समीकरण से पिछड़े वर्ग में भाजपा की स्थिति और भी मजबूत होगी।
विधानसभा चुनाव-2022 में निषाद पार्टी को 15 सीटें मिली थीं। इनमें से पांच सीटों पर निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को भाजपा के चुनाव चिह्न पर लड़ाया गया था। शेष 10 में से 7 सीटें वह थीं, जहां 2017 के विस चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। निषाद पार्टी ने इनमें से छह सीटें जीतीं थीं। पिछले लोकसभा चुनाव में राजग को प्रदेश की 80 में से 64 सीटों पर जीत मिली थी। बसपा ने 10, सपा ने पांच और कांग्रेस ने एक सीट पर चुनाव जीता था। भाजपा ने 2022 में रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में दोनों सीटें सपा से छीन ली। अब संभल, मैनपुरी और मुरादाबाद सपा के पास हैं। बिजनौर, घोसी, गाजीपुर, जौनपुर, सहारनपुर, अमरोहा, लालगंज, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर और नगीना में बसपा का कब्जा है। कांग्रेस के पास मात्र रायबरेली सीट है।

बकरियां चराने गई बच्ची का भट्टी में शव मिला

बकरियां चराने गई बच्ची का भट्टी में शव मिला

नरेश राघानी   
जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक अजीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। खबरों के अनुसार, जिले के गिरडिया पंचायत समिति क्षेत्र में स्थित शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की बुधवार को बकरियां चराने गई थी। जब तक वह शाम तक घर नहीं लौटी, गांव वालों ने बालिका की खोज की। लड़की का शव आज सुबह क्षेत्र में संचालित कोयले की भट्टी में खोजते हुए मिला। स्थानीय लोगों में इससे काफी रोष फैल गया। आशंका जताई जा रही है कि बच्ची का गैंगरेप कर आरोपियों ने बेरहमी से हत्या के बाद उसके शव को कोयले की भट्टी में जता दिया है। 
वहीं, राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने भीलवाड़ा जिले में कोटडी थाना क्षेत्र के नृसिंहपुरा गांव में नाबालिग लड़की को कोयले की भट्टी में जलाने की घटना को राज्य सरकार के माथे पर कलंक बताया है। राठौड़ ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कहा कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के बाद कोयले की भट्टी में उसका शव जलाने की लोमहर्षक घटना सरकार के माथे पर कलंक है। 
उन्होंने कहा " गहलोत के जंगलराज की दास्तां देखिये, जब बच्ची का पिता एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचता है तो गहलोत सरकार की पुलिस कई घंटों तक एफआईआर नहीं लिखती। मैंने स्थानीय भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के लिए निर्देशित किया है।" उन्होंने कहा कि राजस्थान में हर दिन निर्भया कांड आकार ले रहा है लेकिन दुर्भाग्य है कि जिम्मेदार गृह विभाग के मुखिया अशोक गहलोत जो राजस्थान के मुख्यमंत्री भी है वो हर बार बहन बेटियों को सुरक्षित परिवेश मुहैया कराने की बजाय अन्य प्रदेशों की घटनाओं को लेकर बयानवीर बने रहते हैं।
उन्होंने कहा कि एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है जब प्रदेश में कहीं ना कहीं बच्चियों के साथ दरिंदगी की खबरें सामने ना आती हो। इसी तरह उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां ने कहा कि कोई ऐसी सुबह नहीं आती जब अत्याचार, बलात्कार, कत्लेआम की इस तरह की असीम पीड़ा वाली खबर ना आती हो। अपनी कुर्सी बचाने में खोए हुए गृहमंत्री को प्रदेश में अत्याचार का क्रूरतम चेहरा भी दिखाई नहीं दे रहा है। यह सरकार नरभक्षी हो चुकी है, इन बहन बेटियों के कत्ल का सीधा जिम्मा प्रदेश के गृहमंत्री का है। 
इसके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने इस घटना को लेकर एक प्रदेश स्तरीय कमेटी का गठन किया है जो घटनास्थल पर जाकर संपूर्ण तथ्यों की जांच कर रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेंगी। पार्टी के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि कमेटी में प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक अनिता भदेल, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी एवं संभाग सह प्रभारी एवं पूर्व विधायक अंतर सिंह भडाणा शामिल हैं।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...