शुक्रवार, 8 जुलाई 2022

जापान: गोली लगने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री का निधन

जापान: गोली लगने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री का निधन 

अखिलेश पांडेय 
टोक्यो। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली लगने से मौत हो गई है। नारा शहर में उन पर एक शख्स ने पीछे से गोली चला दी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। शिंजो आबे पर जब ये हमला हुआ, तब वो एक छोटी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। बताया गया है कि गोली लगने के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। 
बता दें कि शिंजो आबे को गोली लगने के बाद तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां करीब चार से पांच घंटे तक उनका इलाज चला, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए। उन पर हुए इस हमले की हर तरफ निंदा हो रही है और दुनियाभर के तमाम बड़े नेताओं ने उनके जल्द ठीक होने की कामना भी की थी।
बताया गया है कि हमलावर ने पीछे से शिंजो आबे को दो गोलियां मारीं, जिसके बाद आबे जमीन पर गिर गए। वहां मौजूद लोगों ने शिंजो आबे को सीपीआर देने की कोशिश भी की। जिसके बाद उन्हें नाजुक हालत में हेलीकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाया गया। हमलावर की पहचान 41 साल के तेत्सुया यमगमी के तौर पर हुई है। जिसे पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-273, (वर्ष-05)
2. शनिवार, जुलाई 9, 2022
3. शक-1944, आषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:15।
5. न्‍यूनतम तापमान- 29 डी.सै., अधिकतम-38+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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गुरुवार, 7 जुलाई 2022

बागपत: सांसद-डीएम ने 'शक्ति वन' की स्थापना की

बागपत: सांसद-डीएम ने 'शक्ति वन' की स्थापना की

गोपीचंद
बागपत। मुख्य अतिथि माननीय सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह व जिलाधिकारी श्री राजकमल यादव ने वन महोत्सव के अंतर्गत गांव फुलेरा में शक्ति वन की स्थापना की और नारी शक्तियों के साथ वृक्षारोपण भी किया। माननीय सांसद ने कहा, पेड़ लगाना जिंदगी देना है। क्योंकि, बिना पेड़ों के ऑक्सीजन नहीं और बिना ऑक्सीजन जिंदगी नहीं। पेड़ लगाना श्रेष्ठ यज्ञ कार्य है। क्योंकि, यह सब लोगो के हित मे है। प्रदेश में वन महोत्सव के अंतर्गत 35 करोड़ पेड़ लगाने की योजना के लिए हम सभी बागपत वासी उत्तर प्रदेश के तपस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा, बागपत में भी करीब 15 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 10 लाख से अधिक का वृक्षारोपण कल पूण कर लिया गया है। इस वन महोत्सव वृक्षारोपण जन आंदोलन के अंतर्गत बागपत का प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा अवश्य लगाएं और पौधे को संरक्षित करने का भी कार्य करें। जितना पेड़ लगाना जरूरी है, उतना ही उसका संरक्षण करना भी हमारे लिए जरूरी है।
इसलिए पेड़ लगाएं, एक दूसरे को पेड़ के प्रति जागरूक करें। जिलाधिकारी श्री राजकमल यादव ने गांव फुलेरा में शक्ति वन की स्थापना के समय कार्यक्रम में आए महिला शक्तियों को सशक्त बनाने के लिए प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, सरकार द्वारा मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालंबन अभियान चलाकर भी महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज गांव फुलेरा में शक्ति वन की स्थापना की गई है।

उन्होंने कहा, हर समय हर पल वृक्ष ही कुछ ना कुछ उपयोगिता होती है। शुरू से लेकर अंत तक कुछ ना कुछ देता ही रहता है। उन्होंने कहा, जब तक जिंदा रहेगा, आशियाना दे जाएगा। कत्ल होगा पेड़ का, तो लकड़िया दे जाएगा। उम्र भर देता रहेगा सांस, अपनी सांस से। फिर भी तुम्हारे घर को चौखट और खिड़कियां दे जाएगा।
इसलिए पौधा अवश्य लगाएं, उसे संरक्षित करें, उसकी देखभाल करें। जिस तरीके से एक बच्चे की देखभाल की जाती है, उसी तरीके से एक पौधे की भी देखभाल अवश्य करें।
जिलाधिकारी ने कहा, एक नारी व्यक्ति के जीवन में उसे सही दिशा और मार्ग देने का कार्य करती है। उसे अच्छे संस्कार नैतिकता देती है। जिससे व्यक्ति एक सामाजिक पुरुष बनता है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक महोदय की धर्मपत्नी प्रतीक्षा जादौन, आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. मोनिका गुप्ता, ब्लाक प्रमुख खेकड़ा परविंदर धामा, जिला पंचायत सदस्य मनु पाल बंसल सहित आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

धर्म निरपेक्ष दल का 17वां स्थापना दिवस मनाया

धर्म निरपेक्ष दल का 17वां स्थापना दिवस मनाया

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त धर्म निरपेक्ष दल का आज 17वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से चंद्रशेखर पार्क कंपनी बाग के बाहर प्रदेश अध्यक्ष रमेश केसरवानी की अध्यक्षता में मनाया गया। धर्म निरपेक्ष दल के समस्त पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम पांडेय का सम्मान करते हुए उनको स्मृति चिन्ह एवं साफा पहनाकर अभिनंदन एवं स्वागत किया। पांडेय ने समस्त पदाधिकारियों से यह अपील किया कि पूरे प्रदेश में संगठन को मजबूत करते हुए होने वाले नगर निगम, जिला पंचायत, के चुनाव में महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, पार्षदों का चुनाव लड़ने वाले पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं, एवं व्यापारियों से आवेदन प्राप्त करके धर्मनिरपेक्ष दल के राष्ट्रीय कार्यालय में भेजने का कष्ट करें, ताकि आवेदन की जांच करा कर टिकट देने का कार्य पार्टी कर सकें। 
उपचुनाव में सर्वप्रथम व्यापारियों का नंबर एक पर आवेदन स्वीकार किया जाएगा, जिसके लिए आज से प्रदेश अध्यक्ष रमेश केसरवानी, मुख्य संरक्षक संजय कपूर गप्पू भैया, अभिषेक गुप्ता, फिरोज अहमद, लल्लू भैया, रिजवान अहमद, अनिता जायसवाल के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया, कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष अभिषेक गुप्ता ने किया। 
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुनील जायसवाल,कन्हैया लाल राज चदानी, शेखर श्रीवास्तव, रूपाली अवस्थी, श्रीमती मीनू देवी, सचिन निषाद, फिरोज अहमद, किरण पाल, आलोक कुमार सिंह, लालबाबू बरनवाल, के अलावा तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।

कई प्रकार के संसाधनों से वंचित, पशु चिकित्सालय

कई प्रकार के संसाधनों से वंचित, पशु चिकित्सालय

अश्वनी उपाध्याय/दीपक राणा
गाजियाबाद/लोनी। राजकीय पशु चिकित्सालय लोनी कई प्रकार के संसाधनों से वंचित हैं। जिसकी वजह से क्षेत्रीय लोगों को पूर्ण रूप से सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। कई बार तो ऐसी स्थिति हो जाती है कि बीमार पशुओं को कहीं दूसरी जगह रेफर किया जाता है।
जानकारी के अनुसार, लोनी के पशु चिकित्सालय में ना तो आज तक कोई पशुओं को ले जाने लाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा है और ना ही पूर्ण रूप से दवाइयों की सुविधाएं हैं।
हालांकि, जो भी बीमार पशु चिकित्सालय में जाते हैं। उन्हें पूरी तरह से दवाई भी वहां से नहीं मिलती और उन्हें बाहर से दवाइयां खरीद कर तब पशुओं का इलाज कराना पड़ता है। जो हर व्यक्ति पर बोझ बना हुआ है। क्षेत्र के निकाय और ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सालय है। लेकिन लोग लोनी पशु चिकित्सालय में ही पशुओं को दवाई दिलवाने के लिए आते हैं और इस उम्मीद से आते हैं कि यहां पूर्ण रूप से चिकित्सा से संबंधित सुविधाएं हमारे पशु को मिल जाएंगी।
लेकिन ऐसा नहीं हो पाता है, लोग निराश होकर मेडिकल स्टोरों से दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर हो जाते हैं। यहां पर यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि मरता और क्या नहीं करता है।
वहीं इस मामले में बात करते हुए पशु चिकित्सा प्रभारी डॉ अमरदीप सिंह ने बताया कि जो दवाइयां पीछे से आती हैं। वही बीमार पशुओं को दी जाती है। इसके अलावा हमारे पास एंबुलेंस की भी सुविधा नहीं है, ना ही कोई सर्जन है और ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था है। जिससे एक्सीडेंटल पशुओं का ऑपरेशन किया जा सके। ना ही हमारे यहां एक्स-रे मशीन हैं। जिससे पशुओं का एक्स-रे कर उनका सही इलाज किया जा सके। खास बात यह है कि भवन भी हमारे यहां जर्जर है। जिसकी अभी तक किसी भी तरह कोई रिपेयरिंग भी नहीं की गई।

मुनक्का-शहद खून की कमी को करतें हैं दूर

मुनक्का-शहद खून की कमी को करतें हैं दूर

सरस्वती उपाध्याय 
हमारे शरीर में खून की कमी से कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं। बॉडी में दो तरह की रक्त कोशिकाएं होती हैं। एक रेड ब्लड सेल और दूसरे वाइट ब्लड सेल। जब शरीर में रेड ब्लड सेल की कमी होने लगती है, तो इसे खून की कमी कहा जाता है। इस स्थिति को एनीमिया कहते हैं। यह स्थिति बेहद गंभीर होती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे असंतुलन डाइट, पोषण की कमी आदि। एनीमिया को दूर करने के लिए सप्लीमेंट्स के साथ खाने में ज़रूरी फूड्स का सेवन अहम साबित होता है। कई ऐसी चीज़े हैं जो खून की कमी को पूरा करने में फायदेमंद साबित होती हैं। ऐसी ही एक चीज़ है मुनक्का, जिसे अगर शहद के साथ मिलाकर खाया जाए जो खून की कमी दूर हो सकती है। तो आइए जानें कि मुनक्का और शहद का सेवन खून की कमी दूर करने के अलावा और किन चीज़ों में फायदेमंद होता है।

1. एनिमिया का कारण शरीर में आयरन की कमी होता है, जिसे खून की मात्रा कम होती जाती है। हालांकि, कई ऐसी खाने की चीज़ें हैं जो इस कमी को दूर करती हैं। उदाहरण के तौर पर मुनक्का और शहद का मिश्रण एनीमिया को दूर करता है। मुनक्का और शहद दोनों में आयरन की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में फायदेमंद साबित होता है।

बदसलूकी का मामला, अभिनेता को हिरासत में लिया

बदसलूकी का मामला, अभिनेता को हिरासत में लिया

इकबाल अंसारी
तिरुवनंतपुरम। केरल के मशहूर अभिनेता श्रीजीत रवि को लेकर एक चौंकाने वाला वाकया सामने आया है। श्रीजीत रवि को स्‍कूली बच्‍चों के साथ कथित रूप से बदसलूकी करने के मामलें में हिरासत में लिया गया है। लड़कियों ने आरोप लगाया है कि अभिनेता ने उनसे बदसलूकी की और अपने प्राइवेट पार्ट्स भी दिखाए।
पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 509 (महिला की मर्यादा भंग करने के इरादे से किया गया कृत्य या हाव-भाव) के तहत उन्हें यहां ओट्टापलन में फिल्म शूटिंग स्थल से गिरफ्तार किया गया। स्कूली छात्राओं ने अपने प्राधानाध्यापक से शिकायत की थी कि अभिनेता ने अपने मोबाइल में उनकी तस्वीरें लीं और कथित तौर पर अभद्र इशारे किये। हालांकि अभिनेता ने आरोपों से इंकार किया है।
श्रीजीत रवि को मलयालम फिल्‍मों में सेकेंड लीड और विलेन के किरदारों के लिए जाना जाता है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने अभिनेता श्रीजीत रवि से पूछताछ की है।

सपा सांसद ने फिर दिया विवादित बयान: यूपी

सपा सांसद ने फिर दिया विवादित बयान: यूपी
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गए शफीकुर्रहमान बर्क अपनी धमकी को लेकर एक बार फिर से सुर्खियां बटोर रहे हैं। सपा सांसद ने बिजली विभाग के अफसरों को धमकी भरे अंदाज में कहा है कि यदि बकरीद के मौके पर बिजली चेकिंग के नाम पर छेड़छाड़ की गई तो इस काम का अंजाम अच्छा नहीं होगा। उन्होंने त्योहार के मौके पर 24 घंटे बिजली देने के लिए भी अफसरों को चेताया है। पूरे,सरकार से दिया इस्तीफा आमतौर पर अपने बयानों को लेकर सोशल मीडिया समेत अखबार के पन्नों की सुर्खियों में बने रहने वाले संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क अब अपने नए बयान को लेकर चौतरफा चर्चाएं बटोर रहे हैं। 
सपा सांसद ने बिजली विभाग के अफसरों को धमकी देते हुए कहा है कि ईद उल जुहा के मौके पर अगर विद्युत विभाग द्वारा चेकिंग के नाम पर छेड़छाड़ की गई तो इस काम का अंजाम अच्छा नहीं होगा। उन्होंने बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी त्योहार के मौके पर भरपूर मात्रा में बिजली देने के लिए चेताते हुए धमकी देते हुए कहा है कि चेकिंग के नाम पर बिजली आपूर्ति को बंद किया जाये।
सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि बिजली विभाग के अधिकारी जब कई इलाकों में चेकिंग करते हैं तो इस दौरान बिजली आपूर्ति भी बंद कर दी जाती है। बिजली चेकिंग के दौरान चोरी करते हुए पकड़े जाने वाले लोगों के कनेक्शन भी बिजली विभाग द्वारा काट दिए जाते हैं। 10 जुलाई को बकरीद मनाई जाएगी। ऐसे हालातों में जरूरी है कि विद्युत विभाग की ओर से 24 घंटे लोगों को बिजली आपूर्ति की जाए।

असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या-186 हुई

असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या-186 हुई 

इकबाल अंसारी 
दिसपुर। असम में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। बाढ़ से मची तबाही के कारण वहां सामान्य जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ (Flood) के चलते लाखों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। वहीं, अब बाढ़ के हालात में कुछ सुधार देखने को मिला है। हांलाकि कि कल भी असम में बाढ़ के चलते दो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
जिसके बाद असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 186 हो गई है। ताजा जानकारी के मुताबिक असम के 15 जिलों में 9.68 लाख से भी ज्यादा लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। वहीं मंगलवार 5 जुलाई को असम के 16 जिलों में 11.17 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे।
असम में बाढ़ का कहर बरकार है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण  की बाढ़ के हालातों पर जानकारी देते हुए बताया कि, बुधवार को बाढ़ के कारण असम के दो जिलों कामरूप और नगांव  में दो बच्चों की मौत हो गई। बता दें कि असम में बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिला कछार है। अकेले कछार जिले  में बाढ़ से 5.7 लाख लोग प्रभावित हैं। कछार के बाद बाढ़ से दूसरा सबसे प्रभावित जिला नगांव है जहां पर 1.89 लाख मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। वहीं, बाढ़ से मोरीगांव के 1.58 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

योगी: सरकार ने संस्कृत भाषा को संजीवनी दी

योगी: सरकार ने संस्कृत भाषा को संजीवनी दी

संदीप मिश्र
लखनऊ। वर्षों से सरकारों के उपेक्षा का शिकार रहीं 'देववाणी संस्कृत भाषा' को उत्तर-प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने संजीवनी दी है। सरकार ने इसके प्रोत्साहन के लिए रोजगार परक पाठ्यक्रमों की शुरुआत की हैं। एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के जरिए, आधुनिक विषयों का समावेश किया गया है। उत्तर-प्रदेश सरकार ने संस्कृत को लोकप्रिय भाषा बनाने के उद्देश्य से कई कदम उठाये हैं। अब कोई घर बैठे ही ऑनलाइन संस्कृत की शिक्षा ग्रहण कर सकता है। इसके लिए सरकार ने टोल फ्री नंबर जारी किया है। यह पहली सरकार है, जिसने माध्यमिक संस्कृत बोर्ड का गठन किया है। साथ शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए मानदेय पर तैनाती की है।
इसमें कोई दो राय नही कि पिछले कुछ वर्षों से संस्कृत सियासी उपेक्षा ओर कान्वेंट स्कूलों के बढ़ते वर्चस्व की वजह से संस्कृत के प्रति विद्यार्थियों की रुचि घटी है। एक वजह विज्ञान और आधुनिक विषयों का विकल्प न होना भी माना जा सकता है। यही वजह रही कि अनिवार्य विषय के रूप में संस्कृत की बाध्यता खत्म होते ही आगे की शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों की तादाद में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
स्नातक और परास्नातक की संस्कृत विषय की पूरी सीटें नही भर पा रहीं थी। संस्कृत के प्राथमिक विद्यालय भी काफी उपेक्षा के शिकार रहे हैं। शिक्षकों की कमी और संसाधनों के अभाव में संस्कृत के प्रति युवाओं की रुचि घटती गई। योगी सरकार ने संस्कृत विद्यालयों में बड़े पैमाने पर मानदेय शिक्षकों की नियुक्ति कर शिक्षकों की कमी दूर किया और समय की मांग के अनुरूप संस्कृत को कंप्यूटर, विज्ञान और सामाजिक विषयों से जोड़ा।
संस्कृत से रोजगार की संभावनाओं के मद्देनजर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी में आनलाइन सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया। इन पाठ्यक्रमों के प्रशिक्षण के बाद युवा पुरोहित, पुजारी और वास्तुविद को रोजगार का जरिया बना सकेंगे।
योगी सरकार ने संस्कृत को जन जन की भाषा बनाने के लिए संस्कृत विद्यालयों में 15 से 25 दिन के प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। इस भाषा को सीखने के इच्छुक लोग प्रशिक्षण लेकर लाभ उठा सकते हैं। यदि कोई घर बैठे संस्कृत सीखना चाहता है तो वह घर बैठे ही टोल फ्री नंबर पर संस्कृत सीख सकता है।
संस्कृत शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए सरकार ने मानदेय पर नियुक्ति की है। ग्रैच्युटी और मृतक आश्रित सेवा योजन का प्रावधान कर उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान की गयी है। प्रदेश में कुल 1151 संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों के जरिये शिक्षा दी जा रही है । इनमें संस्कृत के 973 सहायता प्राप्त और 178 वित्त विहीन संस्कृत माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।

महंगाई से लोग परेशान, पीएम बेपरवाह: बनर्जी

महंगाई से लोग परेशान, पीएम बेपरवाह: बनर्जी

मिनाक्षी लोढी
कोलकाता। देश में बढ़ रही बेतहाशा महंगाई के कारण लोग पहले से ही परेशान है। इसके बावजूद प्रतिदिन दैनिक उपयोग में आने वाले किसी ना किसी वस्तु के दाम बढ़ते रहने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में रसोई गैस के दाम बढ़ाए गए थे। इसके बावजूद बुधवार को फिर इसके दाम बढ़ा दिए गए। रसोई गैस के बढ़ते दाम को लेकर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है। घरेलू रसोई गैस के दाम में बुधवार को 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई। मई महीने से एलपीजी की दरें तीसरी बार बढ़ाई गई हैं।
तृणमूल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि 14.2 किलोग्राम के घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। नरेंद्र मोदी देश के लोगों पर एक बार फिर इस तरह से अपना प्यार बरसा रहे हैं। पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी के अमृत काल में दुख थमने का नाम नहीं ले रहा है और प्रधानमंत्री को इसकी कोई परवाह नहीं है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, कोलकाता में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत पहले के 1029 रुपये प्रति सिलेंडर से बढ़कर अब 1,079 रुपये हो गई है। एलपीजी के दाम मई, 2022 से अबतक तीसरी बार और इस साल चौथी बार बढ़ाए गए हैं। सात मई को प्रति सिलेंडर 50 रुपये की वृद्धि की गयी थी। इससे पहले 22 मार्च को भी प्रति सिलेंडर कीमतों में इतनी ही वृद्धि की गयी थी। 19 मई को रसोई गैस सिलेंडर के दाम तीन रुपये बढ़ाए गए थे।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...