रविवार, 8 मई 2022

बच्चें व राजनेताओं ने अपनी-अपनी मां को याद किया

बच्चें व राजनेताओं ने अपनी-अपनी मां को याद किया

हरिओम उपाध्याय

लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर रविवार को नन्हें-मुन्ने बच्चों ने पेंटिंग के जरिये तो, राजनेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी-अपनी मां को याद किया है। जिनकी मां धरती पर मौजूद हैं‌। उनके बच्चों ने उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया है। वहीं, जिनकी मां स्वर्गवासी हो गई हैं, उन बच्चों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए याद किया है। मातृ दिवस के दिन लखनऊ के रहने वाले स्कूली बच्चों में अभय सिंह, अवंतिका सिंह, सानवी शर्मा, रिद्विमा पाण्डेय और विवान बिष्ट ने पेंटिग के जरिये अपनी माँ को खास होने का अहसास दिलाया है। इसके अलावा नौजवानों, युवतियों समेत सभी ने अपनी माँ के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेते हुए मातृ दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी है। जिन लोगों की माँ अब इस धरती पर नहीं है। उन लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया है।

सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर हजारों लोगों को अपनी माँ के साथ फोटो शेयर कर मातृदिवस की बधाई दी है। इतना ही नहीं इस अवसर पर माँ से जुड़े अनेक वो पल को सोशल मीडिया में साझा किया हैं जो उन्होंने अपनी मां के साथ बिताया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने अधिकारिक ट्वीट हैंडल पर माँ की फोटो को साझा करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि माँ पृथ्वी है, जगत है, धुरी है, माँ बिना इस सृष्टि की कल्पना अधूरी है’। ईश्वर हर जगह नहीं पहुंच सकता इसीलिए उसने माँ को बनाया है। आज मातृ दिवस के उपलक्ष्य पर सभी माताओं को नमन व चरणों में कोटि कोटि वंदन करता हूं।

इसके अलावा उप्र के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना,आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल,औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल नंदी, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने मातृदिवस पर बधाई बधाई एवं शुभकामनाएं दी। हर वर्ष मई माह के दूसरे रविवार को ‘मदर्स डे’ यानी मातृ दिवस मनाया जाता है। यह परंपरा लगभग 110 साल से चल रही है। इस दिन की शुरुआत अमेरिकी महिला एना जार्विस ने की थी। एना अपनी माँ से बहुत प्रेम करती थी और उन्हें ही अपना आदर्श मानती थी। जब एना की माँ की निधन हुआ तो उन्होंने कभी शादी न करने का फैसला करते हुए अपनी माँ के नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने इसकी तारीख इस तरह चुनी कि वह उनकी मां की पुण्यतिथि 09 मई के आसपास ही पड़े। और खास बात यह भी है कि इस भी ‘मदर्स डे’ 09 मई को ही पड़ा है। माँ का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है। चाहे इंसान हो या जीव-जंतू इस धरती पर लाने वाली सिर्फ माँ ही है। माँ को सम्मान देने के लिए मई माह के दूसरे रविवार के दिन पूरी दुनिया में मातृदिवस (मदर्स डे) मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी माँ को यह एहसास दिलाते हैं कि दुनिया में अगर उन्हें कोई लाया है तो वो सिर्फ उनकी माँ ही है।

कई उन्नत हथियारों का परीक्षण करने की तैयारी: भारत

कई उन्नत हथियारों का परीक्षण करने की तैयारी: भारत  

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। भारत स्वदेशी रूप से विकसित कई उन्नत हथियारों का परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है। इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, विकिरण रोधी मिसाइल से लेकर स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड हथियारों में लंबी दूरी तक मार करने वाले गाइडेड बम शामिल हैं। इसी माह कम से कम तीन हथियारों के परीक्षण होने हैं। जिसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के अलावा नई पीढ़ी की एंटी-रेडिएशन मिसाइल भी हैं। चीन के साथ गतिरोध शुरू होने के बाद से भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही विकसित मिसाइलों के ताबड़तोड़ परीक्षण किये हैं। इसके बावजूद अभी भी डीआरडीओ के खजाने में कई ऐसे मिसाइल सिस्टम हैं जिनके सारे परीक्षण पूरे नहीं हुए हैं। आने वाले समय में इनके आखिरी परीक्षण करके इन्हें सशस्त्र बलों को उपयोग के लिए सौंपा जाना है। ”आत्मनिर्भर भारत” और ”मेक इन इंडिया” अभियान को पूरा करने के साथ ही यह स्वदेशी मिसाइलें चीन के साथ चल रहे गतिरोध के बीच भारत को भी रक्षा तकनीक में लगातार कामयाबी दिला रही हैं।

भारत स्वदेशी रूप से विकसित कई उन्नत हथियारों का परीक्षण इसी माह करने की तैयारी कर रहा है। इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, विकिरण रोधी मिसाइल से लेकर स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड हथियार और लंबी दूरी के ग्लाइड बम शामिल हैं। डीआरडीओ ने इस माह दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली 100-किमी. रेंज की एस्ट्रा-1 और 160 किमी. रेंज की एस्ट्रा-2 मिसाइल के परीक्षण की योजना बनाई है। इसके अलावा 150 किलोमीटर की स्ट्राइक रेंज के साथ नई पीढ़ी की एंटी-रेडिएशन मिसाइल (एनजीएआरएम) रुद्रम-1 का परीक्षण भी इस महीने के लिए निर्धारित है। 100-किमी. रेंज की एस्ट्रा-1 मिसाइल के उपयोगकर्ता परीक्षण पूरे होने के बाद रक्षा पीएसयू भारत डायनेमिक्स उत्पादन कर रहा है। डीआरडीओ के सूत्रों के मुताबिक एस्ट्रा-2 मिसाइल को अपने कैरिज और हैंडलिंग ट्रायल के साथ-साथ ”डमी ड्रॉप्स” को पूरा करने के बाद फाइटर जेट सुखोई-30एमकेआई से पहली बार ”लाइव लॉन्च” किया जायेगा। यह पहला मौका होगा जब सुखोई जेट से रूसी हथियार के बजाय स्वदेशी मिसाइल का परीक्षण किया जाएगा। भारतीय वायु सेना ने पहले ही 250 एस्ट्रा-1 मिसाइलों का प्रारंभिक आदेश दिया है। यह मिसाइल मैक 4.5 पर ध्वनि की गति से चार गुना अधिक तेज उड़ान भरती है। तेजस और मिग-29 लड़ाकू विमानों के साथ भी एस्ट्रा-1 के एकीकरण पर कार्य चल रहा है। रुद्रम मिसाइलों को लंबी स्टैंड-ऑफ रेंज से दुश्मन की हवाई सुरक्षा नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है ताकि वायु सेना के स्ट्राइकर विमान बिना किसी बाधा के अपने मिशन को अंजाम दे सकें।

सूत्रों ने कहा कि डीआरडीओ इस साल के अंत तक अपनी सीमा को 350 किलोमीटर तक बढ़ाने के लिए ठोस ईंधन आधारित डक्टेड रैमजेट (एसएफडीआर) प्रणोदन पर आधारित एस्ट्रा-3 मिसाइल का पहला परीक्षण करने की भी योजना बना रहा है। मिसाइलों की एस्ट्रा श्रृंखला दिन और रात में फायर करने में सक्षम है। इसे लंबी दूरी पर अत्यधिक चुस्त सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों का पता लगाने, ट्रैक करने और नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो महंगे रूसी, फ्रेंच और इज़राइली मिसाइलों की जगह लेगी। डीआरडीओ 350 किमी. रेंज की रुद्रम-2 और 550 किमी. रेंज की रुद्रम-3 हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल भी विकसित कर रहा है, जिसमें आईएनएस-जीपीएस नेविगेशन भी है। रुद्रम-2 का ट्रायल भी जल्द शुरू होने की उम्मीद है।इसके अलावा स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड हथियारों के परीक्षण किये जाने हैं, जो सटीक गाइडेड बम हैं। इन्हें दुश्मन के रनवे, बंकर, एयरक्राफ्ट हैंगर और राडार को 100 किमी. की दूरी तक नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। 125 किलोग्राम के यह बम उपग्रह नेविगेशन या इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल इमेजिंग इन्फ्रा-रेड सीकर (ईओआईआईआर) के दो विन्यासों पर आधारित हैं, जो सुखोई या जगुआर जैसे लड़ाकू विमानों में रैक पर रखे जाते हैं। एक सुखोई जेट ऐसे 32 बम ले जा सकता है। इसके अलावा 80 किलोमीटर तक मार करने वाले 1000 किलो भारी क्षमता वाले गाइडेड बम भी विकसित किए जा रहे हैं।

'हर घर नल से जल' योजना, ट्रीटमेंट प्लांट का अवलोकन

'हर घर नल से जल' योजना, ट्रीटमेंट प्लांट का अवलोकन

नीरज जैन

झांसी। अपने झांसी दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीताम्बरा पीठ के दर्शन करने के बाद चिरगांव विकासखंड स्थित गुलारा में निर्माणाधीन जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल योजना के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का अवलोकन किया। उन्होंने गौशाला में गायों का पूजन कर उन्हें चारा भी खिलाया। झांसी के दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दूसरे दिन सुबह से ही अपने काफिले के साथ सीमा से सटे मप्र के दतिया स्थित मां पीताम्बरा पीठ के दर्शन के साथ उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत की। वहां उन्होंने तंत्र साधना की विशिष्ट देवी मां धूमावती के भी दर्शन किए। आम तौर पर मां धूमावती के दर्शन केवल शनिवार को ही होते हैं। उन्होंने मां धूमावती को प्रसाद भी चढ़ाया। उनके साथ मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत तमाम जनप्रतिनिध भी उपस्थित रहे।

उसके बाद मुख्यमंत्री ने वहां से सीधा चिरगांव के समीप स्थित गुलारा में जल जीवन मिशन के अंतर्गत गुलारा ग्राम समूह पेयजल परियोजना के निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। मौक़े पर ज़िलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने उन्हें परियोजना के सम्बंध में अब तक हुए कार्यों की आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने वहां उपस्थित कर्मचारियों से भी बात की। और प्लांट के निर्माण की गुणवत्ता की भी जानकारी ली।इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ग्राम पंचायत गुलारा, विकास खण्ड चिरगांव में स्थित गौशाला का निरीक्षण किया गया। उन्होंने गौशाला में गायों का पूजन करते हुए उन्हें घास खिलाई। वहां उपस्थित लोगों व जिलाधिकारी को उन्होंने गायों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कुछ कमजोर बछड़ों को देख उन्होंने कहा कि इन्हें दूध नहीं पिलाते क्या? उन्होंने गौ के गोबर से गैस प्लांट लगाने, गौ आधारित खेती करने के भी टिप्स दिए। निरीक्षण के बाद वहां मुख्यमंत्री द्वारा अपने हाथों से पौधारोपण भी किया गया। इस दौरान उनके साथ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कैबिनेट मंत्री भानु प्रताप सिंह, सांसद अनुराग शर्मा, विधायक राजीव परीछा, विधायक डॉ रश्मि आर्या व तमाम जिले के आला अधिकारी उपस्थित रहे।

एक ही परिवार के 5 लोग, तालाब में डूबे

एक ही परिवार के 5 लोग, तालाब में डूबे  

कविता गर्ग  
मुंबई। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के पूर्वी डोंबिवली इलाके में तालाब में डूबने से एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार तालाब में एक ही परिवार के 5 लोग कपड़े धोने के लिए पास के एक तालाब पर गए थे। पैर फिसलने के चलते यहां एक बच्चा तालाब में गिर गया और उसे निकालने के प्रयास में बाकी लोग तालाब में उतर गए और एक दूसरे को बचाने के चक्कर में सभी डूब गए। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दमकल कर्मियों की मदद से देर रात सभी शव निकाले गए। ये दुखद घटना मुंबई से सटे डोंबिवली के संदप गांव की है।

इस पूरी घटना के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की किल्लत के चलते परिवार के लोग तालाब में कपड़े धोने गए थे। महिलाएं कपड़े धो रही थीं, तभी उनके साथ मौजूद एक बच्चा तालाब में गिर गया, जिसके बाद उसे बचाने के लिए एक-एक कर पानी में कूद पड़े। इसके बाद पांचों लोग डूब गए. मृतकों की पहचान मीरा गायकवाड़ (55), उनकी बहू अपेक्षा (30) और पोते मयूरेश (15), मोक्ष (13) और नीलेश (15) के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि एक महिला और उसकी बहू तालाब के पास कपड़े धो रहे थे वहीं पास बैठा एक बच्चा अचानक फिसल कर तालाब में चला गया गया और वह डूबने लगा। वहां मौजूद परिवार के अन्य चार सदस्यों ने बच्चे को बचाने की कोशिश की, लेकिन वे सभी डूब गए और सभी की मौत हो गई, हालांकि घटना को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर घटना की जांच कर रही है।

इंटरनेशनल बॉर्डर पर दिखा ड्रोन, फायरिंग

इंटरनेशनल बॉर्डर पर दिखा ड्रोन, फायरिंग  

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के इंटरनेशनल बॉर्डर पर एक बार फिर ड्रोन देखा गया है। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने अरनिया सेक्टर में ड्रोन को देखा, जिसके बाद बीएसएफ जवानों ने फायरिंग शुरू कर दी। आठ राउंड की फायरिंग के बाद ड्रोन पाकिस्तान जाते दिखा।
पाकिस्तान की ओर से आ रहा एक ड्रोन आरएस पुरा सब डिवीजन के अरनिया इलाके में दिखाई दिया। उसने शायद इंटरनेशनल बॉर्डर पार नहीं किया था।
बीएसएफ की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक जवानों ने ड्रोन पर आठ राउंड फायरिंग की, जिसके बाद वह तुरंत वापस लौट गया। बताया जा रहा है कि ड्रोन जम्मू के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास देखा गया। बीएसएफ के सतर्क जवानों ने ड्रोन पर फायरिंग की। जल्द ही ड्रोन गायब हो गया। ड्रोन के संचालकों ने इसे वापस पाकिस्तान की ओर खींच लिया। इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी को और बढ़ा दी गई। बीएसएफ का तलाशी अभियान पूरा हो गया है। कोई भी संदिग्ध चीज नहीं मिली है।

भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण, व्यवस्था की

भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण, व्यवस्था की 

मनोज सिंह ठाकुर  
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियों काे पंगु बनाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने की पूरी व्यवस्था कर ली है। श्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि जो चुनाव के समय नारा देते थे, ‘ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा’ और जो भ्रष्टाचारियों को 10 फ़ीट गहरे गड्ढे में डालने की बात करते थे, उन सभी ने मिलकर भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का पुख्ता इंतजाम कर दिया है।
अब भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 17ए के तहत भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासनिक विभाग की अनुमति अनिवार्य कर दी गयी है। 
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने मोदी सरकार के इन निर्देशों को ताबड़तोड़ प्रदेश में लागू भी कर दिया है। इस निर्णय से भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियां पंगु बन जाएगीं। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद भाजपा के तमाम नारे बदल गये हैं। अब भाजपा का नया नारा, ‘अबकी बार भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाली सरकार’ हो गया है।

बंगाली एक्ट्रेस जहां ने लेटेस्ट तस्वीरें शेयर की

बंगाली एक्ट्रेस जहां ने लेटेस्ट तस्वीरें शेयर की  

कविता गर्ग  
मुंबई। टीएमसी सांसद और बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां ने अपनी लेटेस्ट तस्वीरें इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है। तस्वीरों में नुसरत जहां व्हाउट और ब्लू कलर की ड्रेस पहनी हुई है। साथ ही ऑरेंज कलर की ब्रा के साथ गॉर्जियस लुक शेयर कर रही हैं। 
तस्वीरों में उनकी कमाल की फिटनेस देखने के लिए मिल रही है।
जो उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। अपने लुक को कम्पलीट करने के लिए नुसरत ने कानों में बड़े ईयरिंग्स और खुले बाल रखे हुए है। साथ ही नो मोकअप में नजर आ रही हैं। इन तस्वीरों को देखने के बाद फैंस उनकी तारीफों के पुल बांधते नहीं थक रहे हैं।
एक यूजर ने ममता बनर्जी  पर तंज कसते हुए लिखा, 'बस ममता दीदी कुछ कहे नहीं आपको'। दूसरे ने लिखा, 'हाई गर्मी कोई ac चला दो यार'। वहीं, एक अन्य यूजर ने एक्ट्रेस के लिए लिखा, 'आप स्वीटनेस की परिभाषा हो। आप में शहद है। आप स्वीटनेस में नेचुरली टैलेंड हो।' उनकी फोटोज को 63 हजार से भी ज्यादा लाइक्स मिल गए हैं।

सीएम ने सियासी विरोधियों पर बोला हमला

सीएम ने सियासी विरोधियों पर बोला हमला  

नरेश राघानी  
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत अपने चिरपरिचित अंदाज में अपने सियासी विरोधियों पर निशाना साधने के लिए जाने जाते हैं। सीएम गहलोत का बोला हुआ, एक-एक शब्द ही सब कुछ बयां कर देता है। ऐसा ही पिछले साल विधानसभा में बजट भाषण के दौरान हुआ था। सीएम गहलोत ने विपक्ष के साथ-साथ अपने सियासी विरोधियों पर जमकर जुबानी हमला बोला।
बजट भाषण के दौरान सीएम गहलोत ने विधायकों के लिए दिल्ली की तर्ज पर क्लब स्थापना की घोषणा की। तब सीएम ने किसी सदस्य की टिप्पणी पर कहा- समझ नहीं आ रहा है क्या। अरे यहां कुछ खिलाड़ी है, जो छिपकर दिल्ली जाते हैं। उनको सब समझ में आ रहा है। हालांकि, सीएम गहलोत ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि सीएम गहलोत का इशारा पायलट गुट की तरफ ही था।
सुलह के बाद भी खींचतान जारी
सीएम सीएम गहलोत के खिलाफ 2020 में पायलट गुट ने बगावत की थी। तब से ही गहलोत-पायलट गुट में खींचतान चल रही है। हालांकि दोनों गुटों में सुलह हो गया है। पायलट गुट के विधायकों को गहलोत कैबिनेट में जगह भी मिल गई, लेकिन गाहे-बगाहे दोनों नेताओं के बीच छत्तीस का आंकड़ा बरकरार है। सीएम गहलोत अवसर मिलते ही पायलट गुट को निशाने पर लेने से नहीं चूकते हैं।
पायलट ने यूं किया हिसाब बराबर
राजस्थान की राजनीति में सीएम गहलोत- पायलट के बीच कड़वाहट किसी से छिपी नहीं है। दोनों नेताओं के बीच की कड़वाहट कई बार जयपुर से दिल्ली दरबार पहुंच चुकी है। गहलोत के निशाना साधने पर पायलट भी पीछे नहीं रहते हैं। पिछले दिनों सीएम गहलोत ने खुलासा किया कि उनकी सिफारिश पर ही सचिन पायलट यूपीए-2 में मंत्री बने थे। पायलट ने गहलोत के कटाक्ष का हिसाब बराबर करने के लिए खुलासा किया कि सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को मैंने जोधपुर से टिकट दिलवाया था। पार्टी आलाकमान वैभव गहलोत के टिकट देने के पक्ष में नहीं था। हालांकि, वैभव गहलोत के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
कुछ लोग कुर्सी से चिपके रहते हैं...
23 मार्च 2022 को सचिन पायलट ने सीएम गहलोत का नाम लिए बिना कहा- कुछ लोग कुर्सी से चिपके रहते हैं। जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पायलट ने गहलोत का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि कुछ लोग राजनीति में कुर्सी से चिपके रहते हैं। ऐसे लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते है। ठीक से काम नहीं कर पाते। अपने साथ वालों को साथ लेकर नहीं चल पाते। जयपुर के महारानी काॅलेज में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हुए पायलट ने कहा कि राजनीति में मैं काफी कम उम्र में आ गया था। लोगों को मौका नहीं दूंगा तथा उनका हाथ पकड़कर आगे नहीं बढ़ाऊंगा तो मेरा राजनीति में जल्दी आने का क्या फायदा।

एलियंस से संपर्क के लिए नया प्लान बनाया

एलियंस से संपर्क के लिए नया प्लान बनाया  

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत  
वाशिंगटन डीसी। दुनिया में इन दिनों एलियन की चर्चा तेज हो गई है। एलियंस के बारे में आए दिन नए-नए और चौंकाने वाले दावे किए जाते हैं। क्या ब्रह्मांड में एलियन का अस्तित्व है ? सालों से वैज्ञानिक इस सवाल का जवाब खोजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है ? वह यह नहीं पता कर पाए हैं कि ब्रह्मांड में कोई ऐलियन जैसी चीज है भी या नहीं ? हालांकि आए दिन एलियन के बारे में हैरान करने वाली खबरें आती हैं। लोगों ने कई बार एलियंस और यूएफओ को देखने का दावा किया है।
अब इस बीच अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एलियंस से संपर्क करने के लिए एक नया प्लान बनाया है। नासा के इस प्लान के बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। आइए जानते हैं कि नासा ने एलियंस से संपर्क साधने के लिए क्या प्लान बनाया है? इंसान सालों से ब्रह्मांड में जीवन की तलाश कर रहा है। इसके लिए दुनिया की अंतरिक्ष एजेंसियां स्पेस में सिग्नल भेजती हैं। लेकिन अब नासा ने धरती की तरफ एलियंस को आकर्षित करने के लिए अंतरिक्ष में इंसानों की न्यूड तस्वीरों को भेजने का प्लान बनाया है।
नासा का यह प्लान जरूर अजीबोगरीब लग रहा होगा, लेकिन यह एक अपडेट बाइनरी कोड मैसेज का हिस्सा है। नासा इस मैसेज का एलियंस से संपर्क के लिए इस्तेमाल करेगा। नासा के वैज्ञानिक सालों से एलियंस से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) के खगोल वैज्ञानिक डॉ. जोनाथन जियांग और उनकी टीम ने इस बाइनरी कोड मैसेज को तैयार किया है। इस मैसेज में एक न्यूड महिला और पुरूष की तस्वीरों के अलावा, मैथ से जुड़े सवाल, डीएनए संरचना और सौर मंडल में।
धरती से संबंधित जानकारियों को शामिल किया गया है।
शोधकर्ताओं ने बताया है कि एक बाइनरी-कोडेड मैसेज को तैयार किया गया है जो मिल्की वे आकाशगंगा में एक मैसेज ट्रांसमिट करेगा। उनका कहना है कि तैयार किए गए इस मैसेज में मैथ के सवाल और भौतिक के नियम भी हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि धरती पर जीवन की जैव रासायनिक संरचनाओं की जानकारी को इस मैसेज में शामिल किया गया है। इसके अलावा सौर मंडल की डिजिटल तस्वीर और धरती की सतह के बारे में जानकारी दी गई है।
उनका कहना है कि इस मैसेज में इंसानों की डिजिटल तस्वीर भी है और मैसेज को कैसे वापस भेजना है उस तरीके को भी बताया गया है। जियांग और उनकी टीम ने प्रस्ताव दिया है कि इस मैसेज को चीन के गुइझोई में स्थित टेलीस्टोप या कैलिफोर्निया में SETI संस्थान के एलन टेलीस्कोप से ट्रांसमिट कर सकते हैं।

10 मई को मेरठ आने का कार्यक्रम: सीएम

10 मई को मेरठ आने का कार्यक्रम: सीएम  

सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। सूबे के मुख्‍यमंत्री योगी से आदित्‍यनाथ का 10 मई को मेरठ आने का कार्यक्रम है। क्रांति दिवस मुख्यमंत्री के प्रस्तावित मेरठ आगमन के  कमिश्नर ने बताया कि 10 मई को ही मेला नौचंदी शुरू होगा। मुख्यमंत्री मेला स्थल पर पहुंचकर वहां कराए गए सुधार कार्यों, इंटरलाकिंग टाइल्स की सड़कों का भी लोकार्पण कर सकते हैं। वहीं सीएम योगी के मिनट टू मिनट कार्यक्रम को मुख्‍यमंत्री कार्यलय भेजा गया है।
कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस लाइन में हेलीपैड तक के मार्ग को ठीक करने, इंटरलाकिंग टाइल्स बिछाने का निर्देश दिया गया। सभी स्थानों पर कार्यक्रम की तैयारियां जल्द से जल्द पूरी करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मंडलीय समीक्षा करेंगे। जिसमें मेरठ जनपद के अधिकारी मौजूद रहेंगे जबकि अन्य जनपदों के अफसर वीडियो कांफ्रेंसिंग की मदद से जुड़ेगे। कमिश्नर ने बताया कि 10 मई को ही मेला नौचंदी शुरू होगा।
मुख्यमंत्री मेला स्थल पर पहुंचकर वहां कराए गए सुधार कार्यों, इंटरलाकिंग टाइल्स की सड़कों का भी लोकार्पण कर सकते हैं। इस दौरान डीएम दीपक मीणा, सीडीओ शशांक चौधरी समेत सभी विभागों के अफसर मौजूद रहे। क्रांति दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक पर क्रांति के अमर बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन अब तय हो गया है। उनका मेरठ दौरे का आधिकारिक कार्यक्रम आ गया है।

रिलीज से पहले ही फिल्म ने रचा इतिहास

रिलीज से पहले ही फिल्म ने रचा इतिहास   

कविता गर्ग  
मुंबई। रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र पार्ट वन: शिवा’ का फैंस काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में उनके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अयान मुखर्जी की इस मोस्ट अवेटेड फिल्म ने रिलीज से पहले ही इतिहास रचा दिया है। यह भारतीय सिनेमा की ऐसी पहली फिल्म बन गई है, जिसे वॉल्ट डिज्नी स्टूडियो पिक्चर्स के ग्लोबल रिलीज कैलेंडर में जगह मिली है।
वॉल्ट डिज्नी के ग्लोबल कैलेंडर में जगह मिलने के बाद ‘ब्रह्मास्त्र’ ट्रायोलॉजी उन दिग्गज फिल्मों में शामिल हो गई है, जिनमें मार्वल स्टूडियोज की ‘थोर : लव एंड थंडर’ और ‘ब्लैक पैंथर : वाकंडा फॉरेवर’ जैसी सुपरहीरो फिल्में और जेम्स कैमरून की सुपर एनीमेशन ड्रामा ‘अवतार : द वे ऑफ वाटर’ का दबदबा है।
यह पहली बार है जब किसी भारतीय फिल्म ने इस सूची में जगह बनाई है। इसका मतलब कि अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, मौनी रॉय और नागार्जुन अक्किनेनी स्टारर यह फिल्म दुनिया भर में 9 सितंबर 2022 को सिनेमाघरों में हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषा में भी रिलीज किया जाएगा। इसी दिन वॉल्ट डिज्नी स्टूडियोज मोशन पिक्चर्स द्वारा इस फिल्म को यूनाइटेड स्टेट और कनाडा में भी रिलीज किया जाएगा।
बता दें कि ‘ब्रह्मास्त्र’ भारतीय सिनेमा की पहली प्लांड फैंटेसी एडवेंचर ट्रायोलॉजी है। प्रोड्यूसर करण जौहर ने 11 अक्टूबर 2017 को फिल्म की घोषणा की थी। फिल्म को बनने में लगभग 5 साल का वक्त लगा। इतने सालों में कई बार इसकी रिलीज डेट को बदला जा चुका है। सबसे पहले इसे 15 अगस्त 2019 को रिलीज किया जाना था, फिर इसे क्रिसमस 2019 पर पर्दे पर लाने का निर्णय लिया गया।
इसके बाद तय किया गया कि ‘ब्रह्मास्त्र’ 2020 की गर्मियों में रिलीज किया जाएगा। लेकिन वीएफएक्स पर काम नहीं हो पाने के कारण फिर रिलीज डेट टली और इसे 4 दिसंबर 2021 को रिलीज करने का फैसला लिया गया। लेकिन अब फाइनली फिल्म इसी साल 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...