शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

'ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट' का उद्घाटन

'ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट' का उद्घाटन 

इकबाल अंसारी
सूरत। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के सूरत में ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम सरदारधाम द्वारा आयोजित किया जा रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास इतना कुछ है। हमें बस अपने आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के अपने जज्बे को मज़बूत करना है। ये आत्मविश्वास तभी आएगा जब विकास में सबकी भागीदारी होगा, सबका प्रयास लगेगा।
उन्होंने आगे कहा कि देश को जब आजादी मिली थी तब सरदार साहब ने जो कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है। हमें बस अपने दिमाग और संसाधनों को इनके सदुपयोग के लिए लगाना होगा। आजादी के मुकाबले में आने वाले 25 वर्षों के लिए जब हम संकल्प के लिए निकले हैं तो हमें सरदार साहब के इन शब्दों को कभी भूलना नहीं चाहिए।
मोदी ने कहा अपनी नीतियों, अपने एक्शन के माध्यम से सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश में ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने, उसके लिए के सपने देखे, उद्यमिता पर गर्व करे। आधुनिक कनेक्विटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, नए शहरों के निर्माण, पुराने शहरों में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने, पुराने नियमों-कायदों से देश को मुक्त करने और इनोवेशन व आइडिया की हैंड-हॉल्डिंग, ऐसे सभी कामों पर एकसाथ काम किया जा रहा है।
मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को अपना बिजनेस करने का हौसला दे रही है जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे। स्टार्ट-अप इंडिया से वो इनोवेशन, वो टैलेंट में भी आज यूनिकार्न के सपने साकार होते देख रहा है जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था। पीएलआई योजना ने पुराने सेक्टरों में तो मेक इन इंडिया का उत्साह तो भरा ही है, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर्स के विकास की संभावनाएं भी बनी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है। लाखों करोड़ रुपये की मदद देकर MSME से जुड़े करोड़ों रोजगार बचाए गए और आज ये सेक्टर नए रोजगार का आज तेजी से निर्माण कर रहा है। छोटे से बड़े हर व्यवसाय, हर कारोबार का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। सबका प्रयास की यही भावना तो अमृतकाल में देश की ताकत बन रही है। मुझे खुशी है कि इस बार के समिट में आप इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला देशवासी आज भारत की ग्रोथ स्टोरी से अपने आप को जुड़ा महसूस करता है। पहली बार रेहड़ी-पटरी वालों को भी पीएम स्वनिधि योजना से फॉर्मल बैंकिंग सिस्टम में भागीदारी मिली है। हाल ही में हमारी सरकार ने इस योजना को दिसंबर 2024 के लिए बढ़ा दिया है।
तीन दिन तक चलेगा कार्यक्रम
तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 29 अप्रैल से 1 मई तक होगा। सरदारधाम पाटीदार समुदाय के सामाजिक और आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए ‘मिशन 2026’ के तहत जीपीबीएस का आयोजन कर रहा है। यह शिखर सम्मेलन हर दो साल में आयोजित किया जाता है। पहले दो शिखर सम्मेलन 2018 और 2020 में गांधीनगर में आयोजित किए गए थे और वर्तमान शिखर सम्मेलन अब सूरत में आयोजित हो रहा है।
जीपीबीएस 2022 का मुख्य विषय ‘आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत’ रखा गया है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुदाय के भीतर छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों को एक साथ लाना है। साथ ही नए उद्यमियों का पोषण और समर्थन करना और शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार सहायता प्रदान करना है। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में सरकारी औद्योगिक नीति, एमएसएमई, स्टार्ट-अप, नवाचार, के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।

रेप के आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार किया

21 वर्षीय युवती से रेप, तांत्रिक अरेस्ट किया  

दुष्यंत टीकम
उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में 21 साल की लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है। जहां एक तांत्रिक ने जादू-टोने के चक्कर में युवती से दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

ऐसे दिया घटना को अंजाम...
21 साल की पीड़िता मानसिक तौर पर कमजोर है। उसकी मां दिमाग तेज कराने के लिए अपनी बेटी को तांत्रिक के पास लेकर गई थी। इस दौरान आरोपी ने मां को बहाने से कमरे से बाहर निकाला दिया और लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता की मां का कहना है कि उनकी बेटी दिमाग से थोड़ी कमजोर है। इलाज के लिए देवास के एक व्यक्ति से उसने संपर्क किया था, जो झाड़-फूंक का काम करता है। जब वो अपनी बेटी को तांत्रिक के पास लेकर गई तो उसने बताया कि बेटी पर भूत-प्रेत का साया है, यह बोलकर उसे कमरे से बाहर निकाल दिया और दरवाजा बंद कर दिया। वो बेटी के ठीक होने का इंतजार करती रही।
पीड़िता की मां का आरोप है कि कमरे में उनकी बेटी को नशे की गोलियां खिलाकर बेसुध किया, फिर रेप की घटना को अंजाम दिया। साथ ही लड़की को होश में आने के बाद ठीक होने का हवाला भी दिया। होश आने पर लड़की ने पूरी घटना अपनी मां को बताई और उसके होश उड़ गए। तुरंत ही इसकी शिकायत थाने की गई और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख, भड़कें सीएम

सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख, भड़कें सीएम

संदीप मिश्र
गोरखपुर। जनता दर्शन में सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देखकर सीएम योगी भड़क गए और अधिकारियों से पूछा कि क्या तहसील, थानों में फरियादियों को न्याय नही मिल रहा है ? तहसील और थाने पर लोगों को न्याय नहीं मिल रहा क्या? आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मेरे तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति ठीक नहीं। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में अपनी समस्या कहने के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धैर्य जवाब और उन्होंने यह हिदायत अफसरों को दे डाली। मुख्यमंत्री ने करीब 100 लाेगों की समस्या खुद सुनी और बाकी लोगों की समस्या डीएम और एसएसपी ने उनके निर्देश पर सुनी। शुक्रवार को जनता दर्शन में करीब 600 लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हुए थे। गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। 
तड़के अपने आवास से निकलने के बाद सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। हमेशा की तरह मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला गए। वहां वह करीब आधा घंटा रहे, इस दौरान उन्होंने गायों को दुलारा-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। वहीं सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या कहने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। संख्या काफी थी, सो मुख्यमंत्री ने 100 लोगों से सीधे मुलाकात की और बाकी लोगों का समस्यात्मक पत्र लेने के लिए डीएम और एसएसपी को निर्देशित कर दिया। जनता दर्शन में ज्यादातर मामले जमीन-जायदाद से जुड़े थे, जिसे मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जब मंदिर कार्यालय की ओर आए तो वहां भी करीब 100 लोग उनसे मिलने का इंतजार कर रहे थे।
जनता दर्शन मे सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख सीएम योगी भड़क गए और अधिकारियों से पूछा कि क्या तहसील, थानों में फरियादियों को न्याय नही मिल रहा है। तहसील और थाने पर लोगों को न्याय नहीं मिल रहा क्या? आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मेरे तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति ठीक नहीं। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में अपनी समस्या कहने के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने यह हिदायत अफसरों को दे डाली। मुख्यमंत्री ने करीब 100 लाेगों की समस्या खुद सुनी और बाकी लोगों की समस्या डीएम और एसएसपी ने उनके निर्देश पर सुनी। शुक्रवार को जनता दर्शन में करीब 600 लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हुए थे। गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। तड़के अपने आवास से निकलने के बाद सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। हमेशा की तरह मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला गए। वहां वह करीब आधा घंटा रहे, इस दौरान उन्होंने गायों को दुलारा-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। वहीं सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या कहने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। संख्या काफी थी, सो मुख्यमंत्री ने 100 लोगों से सीधे मुलाकात की और बाकी लोगों का समस्यात्मक पत्र लेने के लिए डीएम और एसएसपी को निर्देशित कर दिया। जनता दर्शन में ज्यादातर मामले जमीन-जायदाद से जुड़े थे, जिसे मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जब मंदिर कार्यालय की ओर आए तो वहां भी करीब 100 लोग उनसे मिलने का इंतजार कर रहे थे।

ई-रिक्शा का रूट-रंग तय करने की कवायद शुरू

ई-रिक्शा का रूट-रंग तय करने की कवायद शुरू 

भानु प्रताप उपाध्याय         
मुजफ्फरनगर। शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस ने फिर से ई-रिक्शा का रूट और रंग तय करने की कवायद शुरू कर दी है। रिक्शा चालकों को यातायात कार्यालय बुलाकर बात की जाएगी। यातायात व्यवस्था को लेकर आए दिन व्यापारी अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। मुख्य मार्गों पर पुलिस ने बेरिकेडिंग कर दी है। कई बाजारों तक ग्राहकों को पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ रही है।पुलिस ने व्यापारियों के साथ कई दौर की बातचीत की, जिसके बाद चार बिंदु तय किए गए हैं। ई-रिक्शा के मार्गों का निर्धारण और रंग तय करना।
रजिस्टर्ड ई-रिक्शाओं के चालकों को प्रोत्साहित किया जाना व शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना।यातायात पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह का कहना है कि इन बिंदुओं पर यातायात पुलिस की तैयारी चल रही है। 
शहर के ई-रिक्शा चालकों को यातायात कार्यालय बुलाया गया है। चालकों से बातचीत की जाएगी और उन्हें रूट और रंग के विषय में जानकारी दी जाएगी। जाम रोकने के लिए भी उनसे सहयोग मांगा जाएगा। व्यापारियों ने जो सुझाव दिए हैं, उन पर भी विचार कर कार्ययोजना बनाई गई है।

5 से 11 साल तक के बच्चों को लगेगा टीका

5 से 11 साल तक के बच्चों को लगेगा टीका

भानु प्रताप उपाध्याय  
शामली। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अब 5 साल से 11 साल तक के बच्चों को कोरोनारोधी वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। बच्चों को वैक्सीन का टीका लगाने की मंजूरी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग इस आयु के बच्चों का अपने स्तर पर डाटा जुटाने में लग गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि शासन की गाइड लाइन जारी होते ही बच्चों को टीके लगाने की शुरूआत कर दी जाएगी।कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण ही सुरक्षित कवच माना गया है। कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण जरूरी है। सरकार ने अस्पतालों में कोरोनारोधी टीके नि:शुल्क लगाने की व्यवस्था की है। लोगों में भी कोरोनारोधी वैक्सीन का टीका लगवाने को जागरूकता आई है। 
युवा और बुजुर्गों को टीकाकरण के बाद इसी साल तीन जनवरी से 15 से 17 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत हुई। दूसरी लहर में कोरोना का कहर देख चुके लोगों ने किशोरों को टीके लगवाने में रुचि दिखाई थी और उत्साह के साथ तेजी से टीकाकरण हुआ। एक माह में इस आयु के किशोरों को टीकाकरण लक्ष्य के करीब पहुंच गया था। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में इस आयु के 95970 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा था। बुधवार तक 99463 किशोरों को टीके की पहली डोज लग चुकी हैं जो लक्ष्य का 103.64 प्रतिशत है। इसी आयु के 88318 किशोरों को दूसरी डोज लग चुुकी है। जो पहली डोज का 92.03 प्रतिशत है। 16 मार्च को 12 से 14 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत की गई। शुरूआत में टीकाकरण की गति धीमी रही, लेकिन बाद में अभिभावकों ने उत्साह दिखाया और अपने किशोर उम्र के बच्चों को टीके लगवाएं। जिले में स्वास्थ्य विभाग ने 57963 किशोरों को टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया। अब तक 30848 किशोरों को पहली डोज लगी है, जो लक्ष्य का 53.22 प्रतिशत है। 169 किशोरों को दूसरी डोज का टीका लगा है। कुल मिलाकर टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह बना हुआ है।टीकाकरण 16 जनवरी 2021 को कोरोनारोधी टीकाकरण नि:शुल्क शुरू हुआ था। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण हुआ। इसके बाद अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को टीके लगाए गए। इसके कुछ समय बाद 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक आयु के बीमार लोगों को टीकाकरण किया गया। इसके बाद 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को टीके लगाए गए। इस साल तीन जनवरी से 15 से 17 साल के किशोरों को और 16 मार्च को 12 से 14 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत हुई। इसी साल जनवरी में स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों और 60 साल से अधिक बुजुर्गों को सतर्कता डोज लगाने की शुरूआत हुई है। पांच से 11 साल तक के बच्चों को कोरोनारोधी टीका लगाने को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन टीकाकरण के संबंध में अभी शासन की तरफ से गाइड लाइन नहीं मिली है। बच्चों का डाटा जुटाया जा रहा है। शासन के दिशा निर्देश मिलते ही बच्चों को टीके लगाना शुरू किया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में 8 घंटे तक 'बिजली' कटौती

ग्रामीण क्षेत्रों में 8 घंटे तक 'बिजली' कटौती 

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। भीषण गर्मी के बीच बिजली की कटौती लोगों का पसीना छुड़ा रही है। शहर में जहां फाल्ट और ट्रिपिग से मुश्किल बढ़ गई हैं। वहीं देहांत में हाल और भी ज्यादा खराब है। शहरी इलाकों में 6 घंटे तो ग्रामीण क्षेत्रों में 8 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। किसानों के सामने भी सिंचाई का संकट खड़ा हो रहा है। उपभोक्ताओं को कटौती के साथ ही लो वोल्टेज से भी जूझना पड़ रहा हैं। हालांकि अफसरों का दावा है कि बिजली आपूर्ति शेडयूल के हिसाब से चल रही है।जिले में बिजली आपूर्ति गड़बड़ा रही है। भीषण गर्मी के बीच हो रही कटौती से ग्रामीण व शहरी इलाकों के साथ ही सिंचाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
जनपद में 92 बिजलीघरों के माध्यम से आपूर्ति होती है। 
अभी तक पुराने शेडयूल पर ही विद्युत आपूर्ति दी जा रही है। ऊर्जा निगम की ओर से जारी शेडयूल में जिला मुख्यालय पर 24 घंटे आपूर्ति का दावा है, लेकिन 18 घंटे भी मुश्किल ही आपूर्ति मिल पा रही है। 
वहीं तहसील स्तर पर 20 घंटे, ग्रामीण एरिया में 18 व एग्रीकल्चर फीडर पर 10 घंटे शेडयूल के हिसाब से दी जा रही है, लेकिन सचाई यही है कि सभी क्षेत्रों में बिजली कटौती हो रही है। बिजली फाल्ट व मरम्मत कार्य चलता रहता है। ऐसे में मेंटीनेंस के नाम पर समय से अधिक की कटौती की जा रही है। यदि कहीं दो घंटे में मरम्मत कार्य पूरा होता है तो वहां भी तीन घंटे तक आपूर्ति बाधित रहती है। हालांकि अफसरों का दावा है कि छोटे फाल्ट के दो घंटे और फाल्ट बड़ा हो तो अधिकतम 24 घंटे में आपूर्ति सुचारू की जाती है। लाइन पर मरम्मत कार्य के कारण पहले ही उपभोक्ताओं को सूचना दी जाती है। पुराने शेडयूल पर ही आपूर्ति ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता ब्रह्मपाल सिंह के मुताबिक, बिजली के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं किया गया है, शेडयूल के हिसाब से जिला मुख्यालय पर 24 घंटे आपूर्ति है। 
तहसील स्तर पर 20 घंटे व ग्रामीण एरिया में 18 घंटे आपूर्ति चल रही है। एग्रीकल्चर फीडर पर 10 घंटे बिजली मिल रही है। कटौती के कोई आदेश नहीं है। बिजली आपूर्ति सुचारू तरीके से चल रही है। इन ट्रांसमिशन बिजलीघरों से हो रही विद्युत सप्लाई जिले में 34021 नलकूप उपभोक्ता है। बिजली कटौती से खेतों की सिचाई प्रभावित हो रही है। भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने बताया कि इस मौसम में गन्ना व चारे की फसल को सिचाई की आवश्यकता है, लेकिन बिजली कटौती से सिचाई नहीं हो पा रही है। जिले के सवा लाख से अधिक किसानों को मुश्किलें हो रही है। नहीं कराई बेहतर लापिग-चापिग जिले में लाइनों के नजदीक से गुजर रहे पेड़ों की कटाई-छंटाई करानी होती है, लेकिन महकमे ने इस ओर कोई खास दिलचस्पी नहीं ली है। यही वजह है कि आए दिन पेड़ लाइन पर टूटकर गिर जाते है और बिजली आपूर्ति बाधित होती है। गुरुवार को जिला अस्पताल के निकट पेड़ की डाली टूटकर लाइन पर गिर गई। इससे आपूर्ति बाधित हुई है। हालांकि अधिकारियों ने इसे तेजी से ठीक करा दिया।

रोष: असामाजिक तत्वों ने मूर्ति को खंडित किया

रोष: असामाजिक तत्वों ने मूर्ति को खंडित किया

भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में असामाजिक तत्वों ने शुक्रवार को माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। यहां बधाई खुर्द गांव में जाहरवीर गोगा म्हाड़ी मूर्ति को खंडित कर दिया गया। घटना से लोगों में रोष फैल गया। सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर एकत्र हो गए।सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल की। क्षेत्रवासियों ने पुलिस से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और नई मूर्ति स्थापित कराने की मांग की।
वहीं, पुलिस ने शाम तक नई मूर्ति लगवाने और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। जानकारी के अनुसार गांव बधाई खुर्द में आबादी क्षेत्र से कुछ दूरी पर जाहरवीर गोगा म्हाड़ी का मंदिर हैं। कुछ असामाजिक तत्वों ने मंदिर में मूर्ति को खंडित कर दिया।
सुबह ग्रामीणों को जब घटना की जानकारी लगी तो ग्रामीणों में रोष फैल गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी ली।शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा के अनुसार मंदिर खेतों की तरफ बना हुआ है। इसलिए रात में मंदिर में कोई नहीं रहता है। इसी दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जाहरवीर गोगा की मूर्ति को खंडित कर दिया गया है। बताया कि शरारती तत्वों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित कर दी गई हैं। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। श्रदद्धालुओं की भावनाओं को देखते हुए तुरंत नई मूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही नई मूर्ति की स्थापित की जाएगी।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...