शुक्रवार, 1 अप्रैल 2022

दिव्यांग बच्चों के माता-पिता को टैक्स छूट का लाभ

दिव्यांग बच्चों के माता-पिता को टैक्स छूट का लाभ   

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। एक अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो जाएगा। बजट में टैक्स नियमों में बदलाव की वजह से आपके निवेश पर भी इसका असर होगा। इसमें क्रिप्टोकरंसी से लेकर पीएफ योगदान पर लगने वाले टैक्स भी शामिल हैं। साथ ही दिव्यांग बच्चों के माता-पिता को भी टैक्स छूट का लाभ मिलेगा। 
देश में क्रिप्टो पर कर व्यवस्था एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में धीरे-धीरे लागू होगी। इससे होने वाला कमाई पर 30 फीसदी टैक्स का नियम वित्तीय वर्ष की शुरुआत में प्रभावी हो जाएगा। जबकि एक फीसदी टीडीएस से संबंधित प्रावधान एक जुलाई से लागू होगा। बजट में क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर आयकर लगाने के संबंध में स्पष्टता लाई गई है। टीडीएस की सीमा निर्दिष्ट व्यक्तियों के लिए प्रति वर्ष ₹50 हजार रुपये होगी, जिसमें ऐसे व्यक्ति/एचयूएफ शामिल हैं जिन्हें आयकर अधिनियम के तहत अपने खातों का ऑडिट कराना आवश्यक है।
सरकार ने क्रिप्टो में निवेश पर हुए नुकसान की भरपाई का विकल्प नहीं दिया है। यदि एक क्रिप्टो में आपको फायदा होता है और दूसरे में आपको नुकसान होता है तो शेयरों की तरह इसमें आपको भरपाई का लाभ नहीं मिलेगा। उदाहरण के लिए, यदि आप बिटकॉइन पर ₹एक हजार का लाभ कमाते हैं और एथेरियम पर ₹700 का नुकसान उठाते हैं, तो आपको ₹एक हजार पर कर देना होगा, न कि ₹300 के अपने शुद्ध लाभ पर। इसके अलावा आप शेयर, म्यूचुअल फंड या रियल एस्टेट में नुकसान की भरपाई का लाभ क्रिप्टो पर नहीं उठा सकते हैं।
आयकर विभाग ने आईटीआर में नई सुविधा दी है। इसके तहत एक नया प्रावधान डाला गया है जो करदाताओं को आयकर रिटर्न में की गई त्रुटियों या गलतियों के लिए एक अद्यतन (अपडेटेड) रिटर्न दाखिल करने की अनुमति देता है। करदाता अब प्रासंगिक निर्धारण वर्ष के अंत से दो साल के भीतर एक अपडेटेड रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।
राज्य सरकार के कर्मचारी अब नियोक्ता द्वारा अपने मूल वेतन और महंगाई भत्ते के 14 फीसदी तक एनपीएस योगदान के लिए धारा 80सीसीडी (2) के तहत कटौती का दावा कर सकेंगे। यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध कटौती के अनुरूप है। अभी राज्य सरकार के कमर्चारी 12 फीसदी तक के लिए दावा कर सकते हैं।
 (सीबीडीटी) ने एक अप्रैल से आयकर (25वां संशोधन) नियम 2021 को लागू करने का फैसला किया है। इसके तहत ईपीएफ में सालाना 2.50 लाख रुपये तक के निवेश पर ही टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं। इसके अधिक निवेश होने पर उसकी ब्याज आय पर टैक्स लगेगा।
जून 2021 की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उन व्यक्तियों को कर में छूट प्रदान की गई है, जिन्हें कोविड चिकित्सा उपचार के लिए धन प्राप्त हुआ है। इसी तरह, कोविड के कारण किसी व्यक्ति की मृत्यु पर परिवार के सदस्यों द्वारा प्राप्त 10 लाख रुपये तक की राशि पर टैक्स छूट होगी। यह छूट तभी मिलेगी जब परिवार के सदस्यों को ऐसा भुगतान मृत्यु की तारीख से 12 महीने के भीतर प्राप्त होता है। हालांकि, यह संशोधन एक अप्रैल, 2020 से पूर्व प्रभाव से लागू होगा।
आयकर नियमों में एक बड़ा बदलाव विकलांग व्यक्ति के माता-पिता को दिए जाने वाले टैक्स छूट को लेकर है। दिव्यांग के माता-पिता या अभिभावक ऐसे व्यक्ति के लिए बीमा पॉलिसी पर टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं।

ई-कॉमर्स साइट 'अमेजॉन' ने सेल की घोषणा की

ई-कॉमर्स साइट 'अमेजॉन' ने सेल की घोषणा की   

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। ई-कॉमर्स साइट अमेजॉन ने सेल की घोषणा कर दी है। 1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक चलेगी। इसमें कंपनी 1 रुपये में ग्रोसरी डील्स प्राइम मेंबर्स को दे रही है। कस्टमर्स को जैसे पॉपुलर ब्रांड्स पर भी ऑफर दिया जा रहा है। सेल में कस्मटर्स को SBI Credit Card और Credit EMI के साथ 1 से 3 अप्रैल तक 10 परसेंट का एडिशनल डिस्काउंट दिया जाएगा। जबकि 4 से 7 अप्रैल 2022 तक ICICI Credit Card यूजर्स को ये एडिशनल डिस्काउंट दिया जाएगा। कार्ड डिस्काउंट के लिए मिनिमम ट्रांजैक्शन 2,500 रुपये का होना चाहिए।‌ इसमें 300 रुपये तक का डिस्काउंट दिया जाएगा। इस सेल में 1 रुपये में भी डील दी जा रही है। यूजर्स 500 ग्राम आलू को केवल 1 रुपये में खरीद सकते हैं।
इसके अलावा सेल में आधा किलो प्याज भी केवल 1 रुपये में बेचा जा रहा है। आलू-प्याज के अलावा बासमती चावल पर भी डिस्काउंट दिया जा रहा है। Amazon Fresh पर 5Kg - Daawat रोजाना सुपर बासमती चावल लगभग 335 रुपये में उपलब्ध है। इस सेल में Sunfeast Dark Fantasy Choco Fills और Tata Tea Gold पर भी बंपर डिस्काउंट दिया जा रहा है। सेल में मैगी को भी सस्ते में बेचा जा रहा है। of 12) को Amazon Fresh पर लगभग 138 रुपये में बेचा जा रहा है।
खाने-पीने की चीजों के अलावा हाउसहोल्ड और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स पर भी डिस्काउंट दिया जा रहा है। इसमें आप बॉडी वॉश, हैंड वॉश, फ्लोर क्लीनर को काफी सस्ते में खरीद सकते हैं। सेल में आम पर भी डिस्काउंट दिया जा रहा है।

800 से अधिक दवाओं की कीमतों में हुईं वृद्धि का मुद्दा

800 से अधिक दवाओं की कीमतों में हुईं वृद्धि का मुद्दा 

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को कुछ सदस्यों ने 800 से अधिक आवश्यक दवाओं की कीमतों में हुई वृद्धि का मुद्दा उठाया और कहा कि पहले से ही महंगाई की मार से त्रस्त आम जनता पर इससे भारी बोझ पड़ेगा। सदस्यों ने इस मूल्यवृद्धि को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि महंगाई के दर्द की दवा जरूरी हो गई है। उच्च सदन में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जॉन ब्रिटास ने कहा कि प्रति दिन पेट्रोल व डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं और इसकी वजह से जनता महंगाई से त्रस्त है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी का जीवन कष्टमय हो गया है और आज से 800 से अधिक दवाओं की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि लागू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि दवाओं की कीमतों में एक साथ इतनी बड़ी वृद्धि कभी नहीं की गई। सरकार को इन कीमतों को वापस लेना चाहिए। ब्रिटास ने कहा कि कोई भी संवेदनशील सरकार होती तो इस स्थिति से बचती लेकिन यह सरकार आम जनता के प्रति असंवेदनशीलता बरत रही है क्योंकि जरूरी दवाओं की कीमतों में सीधे 11 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है। शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि पेट्रोल, डीजल से लेकर भोजन पकाना भी महंगा हो गया है।
उन्होंने कहा कि अब तो महंगाई के दर्द की दवा जरूरी हो गई है। क्योंकि प्रतिदिन महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन का अधिकार हर किसी को है और दवाएं इसका अभिन्न हिस्सा है लेकिन अब लोगों के मौलिक अधिकारों का भी हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि असंवेदनशील सरकार जो हर दिन महंगाई बढ़ा रही है, कम से कम जरूरी दवाओं की कीमतों से जनता को राहत दे। इससे पहले भाजपा के दीपक प्रकाश ने योग को केंद्र सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम में शामिल करने की मांग की और कहा कि इससे बड़ी संख्या में योग शिक्षकों को रोजगार मिल सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की वजह से योग की अंतरराष्ट्रीय पहचान मजबूत हुई है और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भी योग की बहुत बड़ी भूमिका रही।

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में देश व दुनिया के विभिन्न हिस्सों में योग शिक्षकों का मांग भी बढ़ी है। प्रकाश ने सरकार से योग को और अधिक प्रचारित और प्रसारित करने की मांग की। राष्ट्रीय जनता दल के ए.डी सिंह ने खेती में यूरिया के अत्यधिक इस्तेमाल पर चिंता जताई और सरकार से अनुरोध किया कि वह किसानों के बीच इस बारे में जागरूकता फैलाए। उन्होंने कहा कि यूरिया का 30 प्रतिशत हिस्सा उपयोगी होता है और शेष हिस्सा मिट्टी और पर्यावरण के प्रतिकूल होता है। उन्होंने कहा कि यूरिया के अत्यधिक इस्तेमाल से देश की भावी पीढ़ी पर असर होगा।
भाजपा के ही डी पी वत्स ने बच्चों को आरंभिक शिक्षा के दौरान ही राष्ट्रीय कर्तव्य का बोध कराने के लिए तैयार करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकारों और नीति निर्देशक तत्वों से पहले स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय कर्तव्य का बोध कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों में राष्ट्र प्रथम की भावना विकसित होगी। कांग्रेस के नीरज डांगी ने भारतीय रिजर्व बैंक की पूर्व ऑडिट प्रणाली को बहाल करने की मांग की वहीं बीजू जनता दल के प्रशांत नंदा ने वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित ओड़िसा के इलाकों में रहने वाले लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए रेल संपर्क स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ओड़िसा सरकार ने मलकानगिरी से भद्राचलम और नवरंगपुर से जूनागढ़ के बीच रेललाइन बिछाने का प्रस्ताव दिया है, जिसे स्वीकार किया जाना चाहिए क्षेत्र के लोगों को सामाजिक-आर्थिक विकास हो सके।

मार्च-अप्रेल के महीने में मनाई जाती है 'चैत्र नवरात्रि'

मार्च-अप्रेल के महीने में मनाई जाती है 'चैत्र नवरात्रि'   

सरस्वती उपाध्याय              
चैत्र नवरात्रि हिन्दु धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व है। चैत्र नवरात्रि, चैत्र (मार्च-अप्रेल के महीने) में मनाई जाती है, इसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है। नवरात्रि में दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यता यह है कि जो व्यक्ति मां दुर्गा की पूजा आराधना सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से करता है, उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है, हालाँकि इसका वर्णन हमारे शास्त्रों में कहीं नही है।

महत्व...
प्रथम नवरात्रि गर्मियो की शुरूआत में चैत्र मास यानी अप्रैल में आती है और दूसरी नवरात्रि सर्दियों की शुरुआत में यानी अक्टूबर में मनाई जाती है। इस दौरान फसल पकने का समय होता है, वर्षा होने के साथ मौसम में बदलाव होता है। इसलिए शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाये रखने के लिए नवरात्रि पर शक्ति की पूजा की जाती है और उपवास रखे जाते हैं। हालाँकि उपवास का भी वर्णन हमारे शास्त्रों में कहीं नही मिलता।

9 देवियों के नाम...
1. शैलपुत्री।
2. ब्रह्मचारिणी‌।
3. चंद्रघंटा।
4. कूष्माण्डा।
5. स्कन्दमाता।
6. कात्यायनी।
7. कालरात्रि।
8. महागौरी।
9. सिद्धिदात्री।

17 जून को रिलीज होगी फिल्म 'निकम्मा': अभिनेत्री

17 जून को रिलीज होगी फिल्म 'निकम्मा': अभिनेत्री   

कविता गर्ग        

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी की आने वाली फिल्म निकम्मा 17 जून को रिलीज होगी। शिल्पा शेट्टी की आने वाली फिल्म निक्कमा की रिलीज डेट अनाउंस हो गई है। निक्कमा 17 जून 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

फिल्म निक्कमा में शिल्पा शेट्टी के अलावा अभिमन्यू दसानी, शर्ली सेतिया नजर आएंगी। निकम्मा को शब्बीर खान ने निर्देशित किया है, वहीं फिल्म को सोनी पिक्चर्स इंडिया ने प्रोड्यूस किया है।

पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं: कंपनी

पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं: कंपनी 

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। देश में तेल विपणन करने वाली कंपनियों ने वित्त वर्ष 2022-23 के पहले दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है। बीते सात दिनों से लगातार बढ़ रहे ईंधन के दामों में कंपनियों ने शुक्रवार को कोई इजाफा नहीं किया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल-डीजल के दामों में क्रमशः 80-80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गयी थी। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल 101.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल के 93.07 रुपये प्रति लीटर के दाम से बिक रहा है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 116.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 100.94 रुपये प्रति लीटर पर है।
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के कारण वैश्विक स्तर पर तेल और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बाधित होने की आशंका में इनकी कीमतों में उछाल आया है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें 137 दिनों की स्थिरता के बाद बढ़नी शुरू हुई हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार उतार-चढाव देखने को मिल रहा है। लंदन ब्रेंट क्रूड आज 0.13 प्रतिशत गिरकर 104.57 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.95 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की नित्य प्रतिदिन समीक्षा होती है और उसके आधार पर प्रतिदिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।

'डिजिटल संपत्ति' से आय पर 30% कर की घोषणा

'डिजिटल संपत्ति' से आय पर 30% कर की घोषणा    

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारत के लिए कानून तभी बनाएगा, जब ऐसी एसेट्स को रेगुलेट करने पर ग्लोबल सर्वसम्मति होगी। सरकार, प्रावधानों को विनियमित या कड़ा करने के लिए जल्द ही किसी कानून की योजना नहीं बना रही है, क्योंकि चर्चा निजी है।
कई वर्षों के बाद, प्रधानमंत्री के प्रशासन ने 1 अप्रैल से डिजिटल संपत्ति से आय पर 30% कर की घोषणा की।जिससे व्यापार करना महंगा हो गया और इस तरह के लेनदेन को घुड़दौड़ और लॉटरी जैसी गतिविधियों के बराबर कर दिया गया है। सरकार के रुख को स्पष्ट करने के लिए एक कानून लाने की योजना बनाई थी।
प्रधानमंत्री  ने जनवरी में विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए कहा था कि  पर वैश्विक जस्टीफ़ाइड दृष्टिकोण की आवश्यकता है और यह कि एक राष्ट्रव्यापी कार्रवाई पर्याप्त नहीं होगी।
केंद्रीय बैंक ने खुले तौर पर निजी डिजिटल मुद्राओं के विरोध में आवाज उठाई है, उनकी तुलना पोंजी योजनाओं से की है और कहा है कि वे वित्तीय संप्रभुता के लिए खतरा हैं।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...