गुरुवार, 2 सितंबर 2021

सिलेंडरों के साथ प्रदर्शन करते हुए रोष प्रकट किया

पंकज कपूर                 
रुद्रपुर। कांग्रेस पार्टी के बैनर तले पूर्व सभासद एवं कांग्रेस नेता दिलीप अधिकारी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओ ने दुर्गा मंदिर परिसर में एकत्रित होकर केंद्र सरकार द्वारा रसोई गैस जे मूल्यों में पुनः 25 रुपये की व्रद्धि करने पर सरकार के खिलाफ खाली सिलेंडरों के साथ प्रदर्शन करते हुए रोष प्रकट किया। इस अवसर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष दिलीप ने कहा कि आज सरकार आये दिन रसोई गैस की कीमते बढ़ा रही हैं। वर्ष 2014 से पहले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत मात्र 440 रुपये थी जो आज बढ़कर 905 रुपये हो गई है। जिससे आम जनता की जेब में डाका पड़ा है।उन्होंने कहा बढ़ती महंगाई से अब लोगों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार को गैस सिलेंडर के रेट बढ़ने से गरीबों को हो रही दिक्कतों से कोई सरोकार नहीं है। सरकार मात्र अपनी जेब भरने में लगी पड़ी है। एक आंकड़े के तहत सरकार ने 23 लाख करोड रुपए पेट्रोलियम पदार्थों से कमाया है। 
जिसका कोई हिसाब नहीं है। मात्र उद्योगपतियों को छूट दी गई है। अतः बढ़ती हुई कीमतों को सरकार यदि वापस नहीं लगी तो आगे उग्र आंदोलन किया जायेगा। कांग्रेस नेता दिलीप अधिकारी ने कहा कि सरकार पूर्व में सिलेंडर पर सब्सिडी दे रहे थी अब सब्सिडी खत्म हो चुकी है लोगों के खाते में कोई पैसा नहीं जा रहा है। इसलिए सरकार पूर्व की भांति सब्सिडी दे या फिर गैस की रेट कम करें वरना आंदोलन तेज होगा। जब तक गैस की कीमत कम नहीं होगी आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन करने वालों में रंजीत राणा, मनोज दास, रतन मंडल, विश्वजीत मण्डल, हरेन सरकार, नत्थू लाल, डालचन्द गंगवार, मूकेश, बाबू गोलदार, सावित्री देवी, मोहनी देवी, मधुदेवी, मुन्नी देवी, ज्ञानवती, नानूकी देवी, सरस्वती मण्डल, रूबी, सुनीता देवी, अर्चिता रानी, लक्ष्मी, बिध्या देवी, मूर्ति देवी, सपना सरकार, कुमोदिनी, रजनी गगंवार, तुलसी देवी, मालती मण्डल, सुप्रिया सरकार व भारती देवी आदि शामिल थे।

कांग्रेस-भाजपा ने उम्मीदवारों की बाड़ेबंदी शुरू की

नरेश राघानी
जयपुर। राजस्थान में जिला प्रमुख और पंचायत समिति प्रधान का चुनाव जीतने के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उम्मीदवारों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। कांग्रेस और भाजपा जिला प्रमुख और प्रधान का चुनाव जीतने के लिए आपने उम्मीदवारों के साथ-साथ निर्दलीय को अपने समर्थन में वोट दिलवाने के लिए बाड़ाबंदी का प्रचलन इस बार भी किया है। चुनाव परिणाम वाले दिन हारने वाले उम्मीदवारों को बाड़ेबंदी से बाहर कर दिया जाएगा। यही नहीं उसके बाद क्रॉस वोटिंग के डर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की रणनीति भाजपा और कांग्रेस दोनों ने बनाई है।सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस ने अपने मंत्रियों और विधायकों को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने अपने विधायकों के साथ साथ संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। चार सितंबर मतगणना के बाद भाजपा ने अपने जीतने वाले प्रत्याशियों को भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश और गुजरात में बाड़ीबंदी करने की रणनीति बना रखी है।
भाजपा को डर सता रहा है कि प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस उनके उम्मीदवारों को अपने कब्जे में करने के लिए सरकार का दुरुपयोग कर अपने कब्जे में भाजपा और समर्थित जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों को क्रॉस वोटिंग करा सकती है।
कांग्रेस ने भी स्थानीय स्तर पर उम्मीदवारों को कई जगह होटलों में भेजा है। आम तौर पर सत्ताधारी पार्टी इन चुनावों में बाजी मारती रही है। दूसरे दलों के जीते हुए उम्मीदवारों को पक्ष में करने में भी सत्ताधारी पार्टी को आसानी रहती है। यही कारण है कि भाजपा अधिक सतर्क और सचेत है। भाजपा ने जयपुर के जिला परिषद उम्मीदवारों को पहले नागौर भेजा, अब पुष्कर ले जाया गया है। कुछ सदस्यों को गुजरात भी ले गए, क्योंकि भाजपा की सरकार होने से वहां का माहौल अधिक सुरक्षित है।
आबूरोड और पिंडवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र के कांग्रेसी उदयपुर में बाड़ाबंदी की गई हैं। सिरोही पंचायत समिति के कांग्रेसी आबूरोड के होटल में ठहरे हैं। आबूरोड, सिरोही और पिंडवाड़ा के भाजपाई गुजरात में अलग-अलग जगह बाड़ाबंदी में रखा गया हैं।
रेवदर पंचायत समिति के भाजपाई द्वारिका में हैं। कांग्रेसी राजसमंद झील में बोटिंग के साथ मौज-मस्ती कर रहे हैं। रेवदर के भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों को 26 अगस्त को पहले चरण के बाद से ही बाड़ेबंदी में रखा है।
कांग्रेस ने जिला-संगठन प्रभारियों को बाड़ेबंदी और चुनाव प्रबंधन का जिम्मा सौंपा है। जिला प्रमुख एवं प्रधान के दावेदार नेता उम्मीदवारों को बाहर शिफ्ट करनेऔर व्यवस्था करने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कांग्रेस में बुधवार को मतदान के बाद बाड़ेबंदी की है जो छह सितंबर को जिला प्रमुख और पंचायत समिति प्रधानों के चुनाव तक चलेगी।

बिजली के स्मार्ट मीटर के मामले में आदेश जारी

हरिओम उपाध्याय          
लखनऊ। भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय ने बिजली के स्मार्ट मीटर के मामले में राज्यों में उपभोक्ताओं के हित में आदेश जारी किया है। उपभोक्ताओं के घरों के भीतर 2जी या 3जी तकनीक के नहीं बल्कि 4जी तकनीक के स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। 4जी तकनीक से युक्त स्मार्ट मीटर लगने पर उपभोक्ताओं को भार, जंपिंग तथा अन्य दिक्कतों से राहत मिल जाएगी।
परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने ऊर्जा मंत्रालय के इन निर्देशों का स्वागत करते हुए सवाल उठाया है कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में उपभोक्ताओं के घरों के भीतर लगे 1200000 पुराने तकनीक के स्मार्ट मीटरों का क्या होगा? इन मीटरों को 4जी तकनीक में बदलने का काम किस प्रकार से किया जाएगा? अवधेश वर्मा ने कहा है कि राज्य में खराब गुणवत्ता वाले स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया बंद करने के लिए परिषद की ओर से लंबी लड़ाई लड़ी जा चुकी है। राज्य में स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता इस कदर खराब है कि बिल बकाया में 4492 उपभोक्ताओं के कनेक्शन को डिस्कनेक्ट करने के लिए बिजली विभाग के कर्मियों को खम्भे पर चढ़कर लोगों के कनेक्शन डिस्कनेक्शन करने पड़े। जबकि स्मार्ट मीटर होने के नाते मुख्यालय से ही यह कनेक्शन कट जाने चाहिए थे। पुरानी तकनीक के स्मार्ट मीटरों को हटाने के लिए उपभोक्ता परिषद ने नियामक आयोग में परिवाद भी दाखिल कर रखा है जो फिलहाल विचाराधीन है।

बुखार से हो रही मौतों पर प्रियंका ने चिंता जताईं

हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने फिरोजाबाद में बुखार से हो रही मौतों पर गहरी चिंता जताते हुए प्रदेश की योगी सरकार से 2 सवालों में पूछे है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाए गए हैं? उन्होंने रोजाना बढ़ रही डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए पूछा है कि जब सरकार डीजल, पेट्रोल के दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है तो किसानों के गन्ने का रेट बढ़ाने की तरफ कब ध्यान देगी।
बृहस्पतिवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने फिरोजाबाद में बुखार से हो रही लोगों की मौतों पर गहरा दुख जताई है। उन्होंने कहा है कि फिरोजाबाद में अभी तक बुखार की चपेट में आकर तकरीबन 100 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने कहा है कि लोगों की सड़क, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार के कंधों पर है, लेकिन सरकार का ध्यान केवल महंगाई को बढ़ाने की तरफ है। स्वास्थ्य सेवाओं को यदि समय रहते मजबूत कर दिया जाता तो इतनी संख्या में लोगों को बुखार की चपेट में आकर अपनी जान से हाथ धोना नहीं पड़ता। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को रसोई गैस की कीमतों में की गई 25 रूपये की बढ़ोतरी पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के रोजाना दाम बढ़ाकर लोगों को महंगाई की आग में धकेल रही है। देश में डीजल पेट्रोल के दाम तो तीन चार महीने के भीतर सरकार की ओर से 60- 70 बार बढ़ा दिए जाते हैं, लेकिन किसान के गन्ने का रेट पिछले 3 साल से नहीं बढ़ा है। किसानों की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है।

यूपी: यातायात में बाधक बन रहे ट्रांसफार्मर हटाए

हरिओम उपाध्याय                 
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन विभाग मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने कहा है कि सरकार की शहर के विकास पर चारों तरफ नजर है। आवागमन में बाधक बन रहे बिजली के खंभों को तो सरकार की ओर से सड़क से पीछे हटवा दिया गया है। अब यातायात में बाधक बन रहे बिजली के ट्रांसफार्मर भी हटाए जाएंगे।
बृहस्पतिवार को शहर के मीनाक्षी चौक पर सड़क से पीछे हटवाये गये बिजली के खंभों के कार्य का उद्घाटन करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन विभाग मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार शहरों के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। 
ग्रामीण इलाकों में भी तेजी के साथ विकास कार्य कराए गए हैं। जिला योजना समिति की बैठक में पिछले दिनों उनकी ओर से शहर के विकास और यातायात में बाधक बन रहे बिजली के खंभों को सड़क से पीछे हटवाने के निर्देश दिए गए थे। जिसके चलते शासन की ओर से मीनाक्षी चौक से लेकर शिव चौक तक और शिव चौक से लेकर जिला अस्पताल तक तथा जिला अस्पताल से लेकर टाउन हॉल तक सड़क के एकदम किनारे आ रहे बिजली के खंभों को काफी पीछे हटवाया गया है, जिसके चलते जहां खंभों से हो रहे अतिक्रमण का खात्मा हुआ है वहीं इससे यातायात की गति में भी इजाफा हुआ है। लोगों को अब बिजली के खंभे पीछे हटने से आवागमन में काफी आसानी हो रही है। उन्होंने कहा कि शहर में अनेक स्थान ऐसे है, जहां बिजली के ट्रांसफार्मर सड़क किनारे रखे हैं और वह अतिक्रमण को बढ़ावा देते हुए यातायात में बाधक बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्दी ही ऐसे ट्रांसफार्मरों को स्थान चयनित कर सड़क से पीछे हटवाया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि शहर के शिव चौक इलाके में अंडर ग्राउंड बिजली के तार डलवाए जाएंगे, जिससे अतिक्रमण का मामला पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। आकाश गर्ग, यश कपूर, राजकुमार कालरा, राकेश त्यागी, नवनीत कुच्छल, सभासद हनी पाल, अमित बोबी, दयाल कश्यप आदि उपस्थित रहे।

सुरेंद्र को दोषी ठहराया, 9 वर्ष के कारावास की सजा

हरिओम उपाध्याय          
मुजफ्फरनगर। अपने साथियों के साथ गिरोह बनाकर हत्या आदि की घटनाओं में शामिल आरोपी पर पुलिस द्वारा गैंगस्टर लगाए जाने के बाद हुई सुनवाई के दौरान न्यायालय ने आरोपी सुरेंद्र चौहान को दोषी ठहराते हुए उसे 9 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। न्यायालय की ओर से गैंगस्टर आरोपी पर 10000 रूपये का जुर्माना भी किया गया है।
बृहस्पतिवार को जिला न्यायालय में गैंगस्टर की विशेष अदालत में वर्ष 2010 की 21 जुलाई को थाना मंसूरपुर इलाके में अपने साथियों के साथ गिरोह बनाकर हत्या आदि की घटनाओं में शामिल आरोपी के खिलाफ की गई गैंगस्टर की कार्यवाही के मामले की सुनवाई करते हुए न्यायालय की ओर से गैंगस्टर आरोपी सुरेंद्र चौहान को दोषी ठहरा दिया गया है। गैंगस्टर की विशेष अदालत के न्यायाधीश राधेश्याम यादव की कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन की ओर से अभियोजन अधिकारी संदीप सिंह द्वारा जोरदार पैरवी की गई। अभियोजन के अनुसार शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव चांदपुर निवासी किरण पाल की वर्ष 2010 में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके बाद इस मामले में आरोपी सुरेंद्र चौहान निवासी उत्तराखंड व उसके गिरोह के कई साथियों का नाम सामने आने के बाद पुलिस की ओर से आरोपियों के खिलाफ गिरोह बंद की कार्यवाही मंसूरपुर थाने की ओर से की गई थी। सुरेंद्र चौहान की फाइल अलग कर सुनवाई शुरू की गई। कोर्ट ने बृहस्पतिवार को गैंगस्टर के आरोपी सुरेंद्र चौहान को दोषी ठहराते हुए उसे 9 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। न्यायालय की ओर से दोषी ठहराए गए सुरेंद्र चौहान पर 10000 रूपये का जुर्माना भी किया गया है।

मियाद खत्म, वकीलों ने आंदोलन को तेज किया

पंकज कपूर            
काशीपुर। संयुक्त मजिस्ट्रेट आकांक्षा वर्मा के तबादले को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा दी मोहलत की मियाद आज खत्म होने के बाद वकीलों ने आंदोलन को और तेज कर दिया है। आपात बैठक में आपसी विचार विमर्श के बाद आज अधिवक्ताओं ने समस्त न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर दिया। कार्य बहिष्कार के कारण आज सिविल कोर्ट, एसडीएम कोर्ट, तहसीलदार कार्यालय एवं उप निबंधक कार्यालय समेत समस्त न्यायालयों एवं कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। बताया गया कि अधिवक्ताओं के इस आंदोलन में बाजपुर बार एसोसिएशन व जसपुर बार एसोसिएशन द्वारा भी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार जारी रहेगा। प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने साफ किया कि जब तक एसडीएम आकांक्षा वर्मा का काशीपुर से स्थानांतरण नहीं किया जाता आंदोलन लगातार जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन व मीटिंग के दौरान काशीपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष इंदर सिंह, सचिव संदीप सहगल, मनोज निगोतिया, प्रेस प्रवक्ता अब्दुल सलीम, प्रसून वर्मा बृजेश कुमार विनोद कुमार पंडित अमित रस्तोगी नीलू रानी आदि मौजूद रहे।

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...