शनिवार, 28 अगस्त 2021

आने वाले समय में आंदोलन तेज करने की तैयारी

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर के बार्डर चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन को 9 महीने पूरे हो चुके हैं। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आने वाले समय में आंदोलन तेज करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आगामी 5 सितंबर को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के गृह जिले मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) में महापंचायत आयोजित होगी। ऐसे में लोगों के जेहन में यह सवाल भी है कि क्या मुजफ्फरनगर महापंचायत में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत दोनों एक साथ रहेंगे। अगर ऐसा हुआ तो यह पिछले डेढ़ साल के दौरान पहला ऐसा मौका होगा। बता दें कि जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है, दोनों कभी भी एक साथ नजर नहीं आए हैं।

किसान नेता दर्शनपाल के मुताबिक, 25 सितंबर को देश भर में कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद करेंगे। इससे पहले 5 सितंबर को किसान महापंचायत के जरिये हम दिल्ली और लखनऊ दोनों को संकेत देंगे। उस दिन लाखों किसान देश भर से मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे।

पेरू: 1 बस के खाई में गिरने से 15 लोगों की मौंत

लीमा। पेरू में एक बस के खाई में गिरने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
आरपीपी रेडियो के अनुसार हादसा शुक्रवार को दक्षिणी क्षेत्र अपूरीमैक में हुआ।
बस में एक खनन कंपनी के कर्मचारी सवार थे। दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चला है।

दुष्कर्म के आरोपी को आजीवन कारावास की सजा

नरेश राघानी        
चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ की पोक्सो मामलों की विशेष अदालत ने एक पांच साल की बालिका से दुष्कर्म करने के आरोपी को कल आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पोक्सो न्यायालय के विशेष न्यायाधीश ने आरोपी डालू भील को बालिका से दुष्कर्म करने का दोषी मानते हुए उस पर 29 हजार रुपये का जुर्माना भी किया।
मामले के अनुसार आठ सितंबर 2019 को चित्तौड़गढ़ शहर की मोहर मंगरी कच्ची बस्ती में डालू भील बालिका को जबरन झाड़ियों में लेे गया और दुष्कर्म किया।



 

खेल: भारत की भाविनाबेन ने लगातार इतिहास रचा

टोक्यो। भारत की भाविनाबेन पटेल लगातार इतिहास रचते हुए पैरालंपिक टेबल टेनिस स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बन गई। जिन्होंने चीन की मियाओ झांग को क्लास 4 वर्ग के कड़े मुकाबले में 3 . 2 से हराया। पटेल ने दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी को 7.11, 11.7, 11.4, 9.11, 11.8 से हराकर भारतीय खेमे में भी सभी को चौंका दिया। अब उनका सामना दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की यिंग झोउ से होगा।
गुजरात के मैहसाणा जिले में एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हंसमुखभाई पटेल की बेटी भाविना को पदक का दावेदार भी नहीं माना जा रहा था लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। बारह वर्ष की उम्र में पोलियो की शिकार हुई पटेल ने कहा कि जब मैं यहां आई तो मैने सिर्फ अपना शत प्रतिशत देने के बारे में सोचा था। अगर ऐसा कर सकी तो पदक अपने आप मिलेगा। मैने यही सोचा था।
उन्होंने कहा कि अगर मैं इसी आत्मविश्वास से अपने देशवासियों के आशीर्वाद के साथ खेलती रही तो कल स्वर्ण जरूर मिलेगा। मैं फाइनल के लिये तैयार हूं और अपना शत प्रतिशत दूंगी। व्हीलचेयर पर खेलने वाली पटेल ने पहला गेम गंवा दिया लेकिन बाद में दोनों गेम जीतकर शानदार वापसी की। तीसरा गेम जीतने में उन्हें चार मिनट ही लगे। चौथे गेम में चीनी खिलाड़ी ने फिर वापसी की लेकिन निर्णायक पांचवें गेम में पटेल ने रोमांचक जीत दर्ज करके फाइनल में प्रवेश किया।
दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी झांग के खिलाफ पटेल की यह पहली जीत थी। दोनों इससे पहले 11 बार एक दूसरे से खेल चुके हैं। पटेल को पहले ग्रुप मैच में झोउ ने आसानी से हराया था। उनके खिलाफ फाइनल जीतना आसान नहीं होगा। पटेल ने क्वार्टर फाइनल में 2016 रियो पैरालम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी बोरिस्लावा पेरिच रांकोविच को हराया था। क्लास 4 वर्ग के खिलाड़ियों का बैठने का संतुलन सही रहता है और हाथ पूरी तरह से काम करते हैं। उनके शरीर में विकार मेरूदंड में चोट के कारण होता है।

बरसात का पानी भर जाने से ट्रेनों का संचालन रोका

हरिओम उपाध्याय           
बरेली। लालकुआं लगातार हो रही बरसात से पहाड़ों से लेकर मैदान तक जनजीवन पर असर पड़ रहा है। नदी नाले उफान पर हैं। जिस वजह से लोगों को भारी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।
लाल कुआं रेलवे स्टेशन में रेलवे ट्रैक पर भारी मात्रा में पानी भर जाने से ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है। ,काशीपुर बरेली के बीच चलने वाली ट्रेन को सुबह से आउटर सिग्नल पर रोका गया है। पानी आने से सिग्नल भी क्षतिग्रस्त है। लालकुआं स्टेशन अधीक्षक के मुताबिक जैसे ही रेलवे ट्रैक से पानी कम होगा ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा ।दिया गया है। ,काशीपुर बरेली के बीच चलने वाली ट्रेन को सुबह से आउटर सिग्नल पर रोका गया है। पानी आने से सिग्नल भी क्षतिग्रस्त है। लालकुआं स्टेशन अधीक्षक के मुताबिक जैसे ही रेलवे ट्रैक से पानी कम होगा। ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

भारत में संक्रमितों की संख्या 3,26,49,947 हुईं

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 46,759 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या शनिवार को बढ़कर 3,26,49,947 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार चौथे दिन बढ़ोतरी हुई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 509 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,37,370 हो गई।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,59,775 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.10 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.56 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 14,876 मामलों की बढ़ोतरी हुई है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 51,68,87,602 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 17,61,110 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।
दैनिक संक्रमण दर 2.66 प्रतिशत है, जो पिछले 33 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.19 प्रतिशत है, जो पिछले 64 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,18,52,802 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।
देश में शनिवार सुबह तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 62.29 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

इस्लामिक स्टेट के ‘साजिशकर्ता’ के खिलाफ हमला

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के ‘साजिशकर्ता’ के खिलाफ ड्रोन हमला किया। अमेरिका ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आत्मघाती ब्लास्ट के 48 घंटे से भी कम समय में यह जवाबी कार्रवाई की है। हमले में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। अमेरिका के सेंट्रल कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी सेना ने इस्लामिक स्टेट-खुरासान (आईएसके) साजिशकर्ता के खिलाफ आज आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया।
यह मानवरहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में हुआ। शुरुआती संकेत मिले हैं कि हमने लक्षित व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। हमारे पास किसी भी असैन्य व्यक्ति के न मारे जाने की जानकारी है। इससे पहले व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन काबुल हवाईअड्डे पर ब्लास्ट करने वाले आतंकवादियों को जिंदा नहीं छोड़ना चाहते। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुझे लगता है कि उन्होंने कल यह स्पष्ट कर दिया वह उन्हें धरती पर जिंदा नहीं छोड़ना चाहते।
बहरहाल, अभी यह पता नहीं चला है कि क्या बृहस्पतिवार को काबुल हवाईअड्डे पर हुए ब्लास्ट में आईएसआईएस-के का साजिशकर्ता शामिल था। अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध ‘इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत’ (आईएसकेपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमले में मारे गए 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत का बदला लेने की प्रतिबद्धता जतायी और इसके लिए जिम्मेदार आतंकवादियों से कहा कि हम तुम्हें मार गिरायेंगे और तुम इसकी कीमत चुकाओगे।
बाइडन ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में कहा कि जिन्होंने यह हमला किया और साथ ही जो अमेरिका को नुकसान पहुंचाना चाहता हैं, उन्हें बता दूं कि हम बख्शेंगे नहीं। हम भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें मार गिराएंगे और तुम इसकी कीमत चुकाओगे। मैं अपने हितों और अपने लोगों की रक्षा करूंगा।

कश्मीर घाटी में आतंकवाद समाप्त होने की उम्मीद

श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद जल्द समाप्त होने की उम्मीद जताई है। अब्दुल्ला ने शुक्रवार को गांदेरबल जिले के पर्यटक स्थल सोनमर्ग में ‘सुरक्षा और ऊर्जा’ पर दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन के दौरान कहा कि आतंकवाद शीघ्र समाप्त हो जाएगा। भरोसा रखिए। हमें बचे रहना है और हमें देश को बचाए रखना है।
आतंकवाद के कारण जम्मू कश्मीर आने में लोगों में भय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यमराज तो हर कहीं है।” उन्होंने कहा,” यद्यपि जम्मू कश्मीर ‘धरती पर स्वर्ग’ है, तब भी लोग इस क्षेत्र की यात्रा करने से डरते हैं। हिंसा और आतंकवाद के कारण उन्हें इस बात का इत्मिनान नहीं है कि वे घर जिंदा वापस लौट भी पाएंगे अथवा नहीं। लेकिन मैं खुश हूं कि आप (आगंतुक) आए, आप ने यहां आने का निश्चय किया।
जब आप वापस जाएं तो आपने जो देखा उसे अपने मित्रों को बताएं। श्रीनगर लोकसभा सीट से सांसद अब्दुल्ला ने कहा कि वह एक नया भारत देखना चाहते हैं, ऐसा भारत जो सभी के लिए हो। उन्होंने कहा, ”भगवान न तो मंदिर में हैं और न ही मस्जिद में। भगवान, अल्लाह हम सबमें हैं। यह हम सब की हार्दिक इच्छा है कि हम साथ रहें और साथ में तरक्की करें। हमने ऐसा देश बनाया है जो सबके साथ खड़ा है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा कि कोविड-19 ने अमेरिका जैसे देशों को तबाह कर दिया लेकिन भारत गरीबी के बावजूद इससे अच्छे से निपटा। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और चिकित्सा समुदाय ने देश को गौरवान्वित किया।” अब्दुल्ला ने कहा कि सोनमर्ग जैसी जगहों पर सुरंगों के निर्माण से लोगों के लिए सर्दियों में भी ऐसे क्षेत्रों की यात्रा करने का मार्ग प्रशस्त होगा और शीतकालीन खेलों के लिए मार्ग खुलेगा। 
उन्होंने कहा कि हम जम्मू कश्मीर में कुछ अहम सुरंगों का निर्माण कर रहे हैं। इसका एक हिस्सा इन सर्दियों में खुलने जा रहा है। यह लोगों के लिए सर्दियों में भी इस क्षेत्र की यात्रा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जो अब तक मुश्किल था। ये सुरंगें शीतकालीन खेलों के लिए भी अवसर पैदा करेंगी। इससे हमें ओलंपिक में अपने पदकों की संख्या में सुधार करने में मदद मिल सकती है। कई छोटे देश हमसे ज्यादा पदक जीतते हैं। हमें सुरंगों की जरूरत है। ये न सिर्फ सर्दियों में यात्रा सभंव करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि हमारी सेना के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।

अजेरबेजान जनजाति की सेक्स परंपराएं अजीब हैं

बाकू। आज तक आपने कई अजीबोगरीब देशों के बारे में सुना होगा। लेकिन हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बता रहे हैं। जहां की अजीबोगरीब परंपरा के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। आपने आज तक सेक्स के बारे में कई बातें सुनी होंगी।
वैसे भी पूरी दुनिया में सेक्स, शादी, पीरियड्स आदि को लेकर कई परंपराएं हैं। आज हम आपको जिस परंपरा के बारे में बता रहे हैं वो वाकई में दिल को छू लेने वाली है।
के इस्तेमाल पर सामने आया चौकाने वाला खुलासा, 59 फीसदी बच्चे मोबाइल पर करते हैं ये सब।
जी हम बात कर रहे हैं पापुआ गिनी जनजाति की। इस जनजाति में कई ऐसी परंपराएं हैं जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। लेकिन इस जनजाति की सेक्स परंपराएं सबसे अजीब हैं। यहां सेक्स की मनाही नहीं है। एक व्यक्ति जब चाहे तब सेक्स कर सकता है, चाहे वह बड़ा हो या छोटा और बिना किसी प्रतिबंध के। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को सेक्स करने की आजादी है जो जब चाहें अपने पार्टनर के साथ सेक्स कर सकते हैं।
इस जनजाति में सेक्स मेले भी होते हैं जिसमें महिलाएं अपनी पसंद के पुरुषों के साथ सेक्स कर सकती हैं। ये बहुत अजीब है लेकिन सच है। पापुआ गिनी जनजाति की सेक्स परंपराएं दुनिया में सबसे अजीब मानी जाती हैं। क्योंकि यहां सेक्स के लिए मेले लगते हैं, लोग जब चाहें तब सेक्स कर सकते हैं और भी बहुत कुछ।

लगातार हो रही बरसात से कई जगह मार्ग बंद हुए

पंकज कपूर                         
नैनीताल। लगातार हो रही है बरसात से पहाड़ों में कई जगह मार्ग बंद चुके है। ऐसे में नैनीताल पुलिस ने एक मैसेज जारी करते हुए लिखा है कि बारिश के कारण डॉन बॉस्को स्कूल के पास नैनीताल हल्द्वानी हाईवे पर भूस्खलन से सडक़ का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
ऐसे में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। नैनीताल पुलिस लोगों से अपील की है कि वह रोड पूर्ण रूप से खुलने तक अपने वाहनों को मार्ग से आवागमन बंद रहेगा। ऐसे में पुलिस का सहयोग करें।



एक के बाद 1 शहरों के नाम बदलने का सिलसिला

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। शेक्सपियर ने कहा था कि नाम मे क्या रखा है ? उनकी इसी बात को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ ज्यादा ही गंभीरता से ली। तभी तो एक के बाद एक शहरों के नाम बदलने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। योगी की इन फैसलों का जनता पर क्या असर हो रहा है वो तो आने वाले विधानसभा चुनाव के परिणाम की बताएंगे। लेकिन दिल्ली की भाजपा पार्षद राधिका अबरोल को योगी आदित्यनाथ के इन फैसलों ने काफी प्रभावित किया है।
तभी तो उन्होंने दक्षिण नई दिल्ली नगर निगम में (एमडीएमसी) के दक्षिण ज़ोन की जोनल समिति में हुमायूंपुर गाँव का नाम बदल कर हनुमानपुर रखने पा प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव में अबरोल ने कहा है कि मुग़लराज के दोरान दिल्ली में सभी गाँव का नाम जबरन बदले गए था। उन्होंने कहा कि सफदरजंग एनक्वेल के वार्ड संख्या 61 में स्थित हुमायूंपुर गाँव भी इसमें शामिल है, जो इस एसडीएमसी के अधिकार क्षेत्र के तहत शहरीकृत गांव की श्रेणी में आता है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि हुमायूंपुर गाँव का नाम बदलकरहनुमानपुर रख दिया जाएगा।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-378 (साल-02)
2. रविवार, अगस्त 29, 2021
3. शक-1984,सावन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:44, सूर्यास्त 07:10।
5. न्‍यूनतम तापमान -22 डी.सै., अधिकतम-37+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

'हिमालय' की चोटियों पर कब्‍जा करने का अभ्‍यास

बीजिंग। चीन की सेना पीएलए ने तिब्‍बत में हिमालय की चोटियों पर कब्‍जा करने का बड़ा अभ्‍यास किया है। इस अभ्‍यास में चीनी सेना की 10 से ज्‍यादा लड़ाकू टुकड़‍ियों ने 'शत्रु' के कब्‍जे वाली हिमालय की एक चोटी फिर से कब्‍जा करने का व्‍यापक अभ्‍यास किया है। चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी सेना के इस अभ्‍यास का मकसद भारत को चेतावनी देना था। इससे पहले भारत ने लद्दाख विवाद के दौरान चीनी सेना को चौकाते हुए कैलाश रेंज की चोटियों पर कब्‍जा कर लिया था।

माना जा रहा है कि इसी का जवाब देने के लिए चीनी सेना ने तिब्‍बत में चोटियों पर फिर से कब्‍जा करने का अभ्‍यास किया है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक भारत से लगी सीमा को देखने वाले पश्चिमी थिएटर कमांड ने अपनी सेना के कई ब्रिगेड को इकट्ठा किया और उसे दो टीमों में बांट दिया गया। एक का नाम पीएलए और दूसरे का नाम 'ब्‍लू आर्मी' दिया गया था।

कजाकिस्तान के भंडार में विस्फोट होने से 9 की मौंत

एस्टाना। अफगानिस्तान के काबुल स्थित एयरपोर्ट पर हुए भयावह बम धमाकों के बाद शुक्रवार को कजाकिस्तान के शस्त्र भंडार में विस्फोट होने की खबर मिल रही है। समाचार एजेंसी के मुताबिक कजाकिस्तान के शस्त्र भंडार में हुए धमाकों में 9 लोगों की जान चली गई है। कहा जा रहा है कि यह धमाके जाम्बिल स्थित सैन्य अड्डे पर हुए हैं। धमाके में 9 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है और तकरीबन एक सैकडा लोग घायल हुए हैं।

कजाकिस्तान के रक्षामंत्री ने बताया है कि शस्त्र भंडार में हुए धमाके के बाद आग के भारी बवंडर उठे हैं और आग ने देखते ही देखते आसपास के हथियारों के गोदामों को अपनी चपेट में ले लिया। मंत्रालय की ओर से शुरुआत में कहा गया था कि 6 धमाके हुए हैं। लेकिन कुछ अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि कजाकिस्तान में 10 से भी ज्यादा धमाके हुए हैं। इन धमाकों का एक वीडियो भी सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया है। इसमें आग एक बड़े बवंडर का रूप लेते हुए चारों तरफ फैल रही है। धमाकों के बाद प्रशासन की ओर से सैन्य अड्डे के आसपास रहने वाले लोगों को वहां से हटाया गया है। अभी तकरीबन 1000 लोगों ने सैन्य अड्डे के समीप से अस्थाई तौर पर अपना घर बार छोड़ दिया है। धमाकों के बाद रेलवे लाइन भी बंद कर दी गई है। धमाके के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस बीच कजाकिस्तान के रक्षा मंत्री नुर्लान येरमेकबायेव ने इन धमाकों के चलते अपना इस्तीफा देने की पेशकश की है। गौरतलब है कि इससे पहले बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित एयरपोर्ट पर दो बम धमाके हुए थे। इन धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी। हमले में कुल 95 लोगों के मौत की खबर सामने आई है।

बस्ती में 1 व्यक्ति ने पत्नी की गला दबाकर हत्या की

नरेश राघानी      

बाड़मेर। राजस्थान में बाड़मेर जिले के सेड़वा थाना क्षेत्र में भीलों की बस्ती में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार सुबह पति-पत्नी के बीच आपस में बहस हो गई। गुस्साये पति भंवराराम ने पत्नी चंपादेवी (26) की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस को सूचना मिलने पर घटनास्थल पहुंची और भंवराराम को गिरफ्तार कर लिया। मृतका के पीहर पक्ष ने पति, सास और ससुर पर हत्या का आरोप लगाया है। 

मोर्चा: 25 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा का राष्ट्रीय अधिवेशन सर्वसम्मति से देश के हर गाँव में अपने आंदोलन का विस्तार करने और 25 सितंबर को भारत बंद का आह्वान करने के साथ शुक्रवार को संपन्न हुआ। इसने किसानों से यह भी आह्वान किया कि वे मुजफ्फरनगर में एसकेएम की रैली को विरोध का एक विशाल प्रदर्शन बनाने के लिए पूर्ण प्रयास करें। विभिन्न किसानों, कृषि श्रमिकों, ट्रेड यूनियनों, महिलाओं, छात्रों, युवाओं, व्यापारी निकायों के 90 वक्ताओं को, 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने तीन कृषि अधिनियमों को रद्द करने, स सभी कृषि उपज की खरीद की कानूनी गारंटी करने, नए बिजली बिल को निरस्त करने और एनसीआर में वायु गुणवत्ता के नाम पर किसानों पर मुकदमा चलाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग को गई।

सभा ने बार-बार अल्पसंख्यकों पर सांप्रदायिक हमलों करने और देश की प्राकृतिक संपत्ति और सार्वजनिक क्षेत्र को कॉर्पाेरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बेचने के खिलाफ भी नारे लगाए। इन तथा अन्य संबंधित विषयों पर प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इस अवसर पर आयोजन समिति के संयोजक, डॉ आशीष मित्तल ने कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि आज पूरा किसान समुदाय कृषि, खाद्य भंडारण और कृषि बाजार के सभी पहलुओं पर कॉर्पाेरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नियंत्रण से लड़ने के लिए मजबूर है। इन परिवर्तनों से किसान ऋण, आत्महत्या और भूमि से विस्थापन में व्यापक वृद्धि होगी।

लेकिन यह हमला किसानों और खेतिहर मजदूरों तक सीमित नहीं है। यह भारत के मेहनतकश लोगों के सभी वर्गों पर चौतरफा हमला हैं। देश की संपत्ति, जो अपने लोगों को रोजगार और सुरक्षा प्रदान करने के लिए है, जैसे रेलवे, पावर ट्रांसमिशन लाइन, प्राकृतिक गैस संसाधन, दूरसंचार परियोजनाएं, खाद्य भंडारण, बीमा, बैंक, आदि, को बेचे जा रहा है। गरीबों के लिए कल्याण और सेवा क्षेत्र, विशेष रूप से सब्सिडी और राशन पर निशाना साधा जा रहा है। आवश्यक वस्तुओं, विशेषकर ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि की जा रही है। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा क्षेत्र का निजीकरण किया जा रहा है और इन क्षेत्रों के विकास में केवल कॉरपोरेट का वर्चस्व है। ऐतिहासिक किसान संघर्ष, जिसने अपने उपर सरकार के हमले को चुनौती दी है, केवल अपने अस्तित्व की लड़ाई नहीं है। यह देश को भारतीय और विदेशी कॉरपोरेट्स द्वारा, पूरी तरह से अपने कब्जे में लेने से बचाने की लड़ाई है। यह वास्तविक आत्म-निर्भर विकास का मार्ग है, जो अपने देशभक्त नागरिकों के जीवन और आजीविका की रक्षा करता है। इसने करोड़ों लोगों के विश्वास को प्रेरित किया है और आने वाले दिनों में भी।

इस कन्वेंशन ने तीन कानूनों, एमएसपी और अन्य की मांग पर चर्चा की और प्रत्येक पहलू पर एक विस्तृत प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसने किसानों से राज्य / जिला एसकेएम इकाइयों का गठन करने और सभी सहायक संगठनों के साथ राज्यों और जिलों में संघर्ष करने, सम्मेलनों, रैलियों का आयोजन करने, टोल वसूली का विरोध करने और किसानों की मांगों को स्वीकार करने से इनकार करने के लिए भाजपा और एनडीए नेताओं के खिलाफ विरोध करने का आह्वान किया 

कनेक्शन ना होने पर अधिकारी को निर्देशित किया

अतुल त्यागी
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह, पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर के साथ वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान वन स्टॉप सेंटर की छोटी इमारत को देखते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसे बड़ी इमारत में स्थानांतरित करें। वन स्टॉप सेंटर में विद्युत कनेक्शन ना होने पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से विद्युत कनेक्शन करा कर विद्युत कार्य सुचारू कराएं और इनवर्टर की व्यवस्था भी की जाए। जिससे जहां तक आने वाली पीड़िताओ को समस्या ना आए। उन्होंने संबंधित को निर्देश दिए कि यहां पर आने वाली पीड़िताओं की समस्या महिला पुलिस अधिकारी तसल्ली पूर्वक सुनकर उनका निस्तारण कराना सुनिश्चित करें साथ ही वहां पर साफ सफाई और अच्छी प्रकार करने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि वन स्टॉप सेंटर पर आने वाली बालिका एवं महिलाओं के भोजन की व्यवस्था भी की जाए। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी विशाल यादव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

अफगानिस्तान से निकासी उड़ानें फिर से शुरू की

काबुल। अफगानिस्तान काबुल एयरपोर्ट पर बम धमाके के बाद अब स्थितियां सामान्य करने की कोशिशें की जा रही हैं। जिसके लिए बम धमाकों के एक दिन बाद ही अफगानिस्तान से निकासी उड़ानें फिर से शुरू कर दी गई हैं। यहां रेस्क्यू का काम तेजी से किया जा रहा है।
अफगानिस्तान के काबुल में एयरपोर्ट के बाहर एक के बाद एक तीन सीरियल धमाकों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, जिसमें 90  अफगान नागरिक हैं। वहीं 150 से ज्यादा लोग इसमें घायल हैं। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक एयरपोर्ट के बाहर धमाकों में अमेरिका के 13 सैनिकों की भी मौत हुई है।
आईएस से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह समूह तालिबान से कहीं अधिक कट्टरपंथी है। वहीं काबुल हमले को लेकर व्हाइट हाउस से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपका शिकार करेंगे और आपको इसकी कीमत चुकानी होगी।
अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी के अभियान की निगरानी कर रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि अफगानिस्तान से बाहर जाने के इच्छुक लोगों को लाने के लिए वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल किए जा रहे हैं। करीब 5,000 लोग हवाई अड्डे पर उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं।

साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप को खत्म किया

नरेश राघानी                
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप को खत्म कर इसे आधुनिक बनाने के केन्द्र और गुजरात सरकार के फैसले को गलत बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गांधी की विरासत को मिटाने का प्रयास है। गहलोत ने ट्वीट किया कि केन्द्र सरकार एवं गुजरात सरकार द्वारा अहमदाबाद के साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप को खत्म कर इसे आधुनिक बनाने का फैसला पूरी तरह गलत है।
भारत ही नहीं दुनियाभर में इस फैसले की आलोचना हो रही है। गहलोत के अनुसार इस फैसले से साबरमती आश्रम की सादगी एवं शुचिता खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन सादगी के साथ आजादी की लड़ाई एवं मानवता की सेवा में लगा दिया। सादगी से जीवन जीने वाले महात्मा के आश्रम में अत्याधुनिक एवं लग्जरी अवसंरचना बनाना उनके जीवन की मौलिकता के विपरीत है। साबरमती आश्रम में बापू के विचारों और सिद्धांतों की परछाई है।
गहलोत ने कहा कि इसके मूल ढांचे से छेड़छाड़ कर सरकार महात्मा गांधी की विरासत को मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। तमाम बुद्धिजीवियों ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर इसपर विरोध जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं केन्द्र सरकार से पुन: अपील करता हूं कि साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप से कोई छेड़छाड़ ना करें। इससे धनार्जन के प्रयास करने के बजाय इसे चिंतन-मनन का केन्द्र रहने दें।


काबुल में हुए आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की

काबूल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा करते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा है कि ये हमले आतंकवाद और आतंकवादियों को पनाहगाह मुहैया कराने वालों के खिलाफ विश्व के एकजुट होकर खड़े होने की आवश्यकता को प्रबल करते हैं।
दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने काबुल के हवाईअड्डे पर अफगानों की भीड़ पर बृहस्पतिवार को हमला किया, जिसमें कम से कम 60 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने बृहस्पतिवार को कहा कि मैं काबुल में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं।
हम इस आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। इथियोपिया पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की ब्रीफिंग में तिरुमूर्ति ने कहा कि काबुल में हुए हमले आतंकवाद और आतंकवादियों को शरण देने वाले सभी लोगों के खिलाफ एकजुट होने की विश्व की आवश्यकता को मजबूत करते हैं। अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध ‘इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत’ (आईएसकेपी) ने काबुल हवाईअड्डे के बाहर हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल में हुए हमलों में मारे गए लोगों की जान का बदला लेने का संकल्प लिया है। बाइडन ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ”इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं। हम यह भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे। मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा।

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