शनिवार, 17 जुलाई 2021

राजनैतिक पार्टियों ने जनता पर मंत्र फूकना शुरू किया

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 में आगामी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनैतिक पार्टियों ने जनता पर अपने मंत्र मारने शुरू कर दिये हैं। अबकी बार पब्लिक किसका करेेगी उत्तर प्रदेश से सूपड़ा साफ और किसके हाथों में देगी मुख्यमंत्री की मंखमली गद्दी की कमान? ये जनता के हाथों में ही है इसलिये राजनैतिक दलों ने मुख्यमंत्री की मखमली गद्दी और सूबे में राज करने के लिये जनता पर मंत्र मारने शुरू कर दिए हैं और सुनहरे ख्वाब दिखाकरउन्हें अपने झूठे मंत्रों में फंसाना शुरू कर दिया है। वह मंत्र जब तक जारी रहते हैं जब तक जनता वोटर होती है। सत्ता में आने के बाद वोटरों के जनता में तब्दील होने के पश्चात सारे वादे खाई में समा जाते हैं। 
चुनाव के समय नेता जनता के पीछे नहीं वोटर के पीछे दौड़ते हैं और सल्तनत की कुर्सी हासिल करने के बाद जनता को अपने पीछे दौड़ाते हैं। अब किसका मंत्र यूपी की जनता को अपनी और खीचेंगा। ये तो वक्त ही बतायेगा।
उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 विधानसभा चुनाव की चर्चा और हलचल शुरू हो गई है और राजनैतिक पार्टियां भी मैदान में आ चुकी है। नेताओं ने पब्लिक को अपने पक्ष में करने के लिये दौरे शुरू कर दिये हैं और जैसे-जैसे चुनाव करीब आयेंगे वैसे-वैसे दौरे की गाड़ी एक्सप्रेस की तरह वोटरों के साथ वादों की पटरी पर दौड़नी शुरू हो जायेगी। अक्सर आपने देखा होगा कि चुनाव सिर पर आते ही नेता जनता के बीच सक्रिय हो जाते हैं और जनता की हर समस्या का समाधान कराने का उनको आश्वासन देते हैं। जनता नेताओं के मंत्रों पर काबू हो जाती है और उनको वोट दे देती है। इसके बाद सत्ता मिलने पर यही सल्तनत राजा के पीछे दौड़ती है फिर भी वह हाथ नहीं आते हैं। आखिर वोटर कब तक नेताओं के झूठे मंत्रों में फंसकर रहेंगे।चुनावी चर्चा चरम पर आ जाती है तो चुनाव के पहले तक सामान्य जनता दिखाई देने वाले लोग वोटरों में तब्दील हो जाते हैं। नेता वोटरों से मुलाकात करने के लिये दौरे करते हैं न की जनता से। नेता वोटरों से मुलाकात कर उनकी छोटी से छोटी समस्याओं को सुनता हैं और उन्हें जीतने के पश्चात पूरा कराने का आश्वासन दें देते हैं। चुनावी दौर में नेताओं को जनता से मिलने और उनकी समस्याएं सुनने के लिये वक्त आ जाता है। राजगद्दी पर बैठकर उनके पास टाइम नहीं रहता है। 
वह जनता को अपने पीछे बहुत दौड़ातें हैं, फिर भी उनकी समस्या का समाधान नहीं करते। इतना ही नहीं बल्कि नेताओं के चेले चुनाव के समय दूरबीन लगाकर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी घटनाओं को ढूंढते हैं और वोटरों से मुलाकात करने के लिये जुटे रहते हैं, जिससे जनता की आंखों पर उन्हें सल्तनत की चेयर पर बैठाने का चश्मा लग जाये। चुनाव समाप्त होते ही वोटर शब्द की अहमियत समाप्त हो जाती है और वह जनता में तब्दील हो जाती है, फिर चाहे फिर छोटी घटना हो या अन्य कितनी ही बड़ी घटना हो। वह किसी को नहीं दिखाई देती। क्योंकि उस समय तक उनकी राजनीति करने की दूरबीन उतर जाती है, जिससे वह जनता की समस्याओं को देखते हैं। यही कारण है कि चुनाव से पहले दिखाई देने वाली समस्या की चुनावी दूरबीन उतरने के पश्चात उन्हें जनता की समस्याएं नजर नहीं आती है। 
सल्तनत की कुर्सी पर बैठने के पश्चात वह अपना और अपने करीबियों का कल्याण करते है।
जनता भी चुनाव के समय नेताओं के चंगुल में फंसकर उन्हें वोट दे देती है और अपने वादे नेताओं से कबूल करवाकर खुश हो जाती है। फिर उन्हें दोबारा साढे़ चार वर्ष का इंतजार करना पड़ता है क्योंकि 6 महीने पहले नेताओं की दूरबीन मिल जाती है और वह लगा लेते हैं। 2022 आगामी विधानसभा चुनावों में जनता आखिर किसको अपनी समस्याओं के समाधान के लिये मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठायेगी ये तो केवल वक्त ही बतायेगा।

श्रद्धा ने अपनी आने वाली फिल्म की शूटिंग शुरू की

कविता गर्ग              
मुंबई। बॉलीवुड के रॉकस्टार रणबीर कपूर और अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने अपनी आने वाली फिल्म की शूटिंग दिल्ली में शुरू कर दी है।
फिल्मकार लव रंजन की आने वाली फिल्म में रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर की मुख्य भूमिका है।फिल्म की शूटिंग इस साल की शुरुआत में जनवरी में नोएडा में शुरू हुई थी। अगला शेड्यूल जून में शुरू होना था, लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण इसमें देरी हुई। इस फिल्म की शूटिंग फिर शुरू हो गयी है।
बताया जा रहा है कि फिल्म की टीम ने सितंबर में यूरोप जाने से पहले दिल्ली और मुंबई सहित देश के अन्य लोकेशंस पर शूटिंग करने की योजना बनाई है। फिल्म में डिंपल कपाड़िया और बोनी कपूर रणबीर कपूर के माता-पिता की भूमिका निभा रहे हैं।

गोलीबारी की घटना में 6 साल की बच्ची की मौंत हुईं

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में हुई गोलीबारी की घटना में छह साल की बच्ची की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। सीएनएन ने शनिवार को पुलिस के हवाले से यह जानकारी दी। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार गोलीबारी की घटना शुक्रवार की रात स्थानीय समयानुसार करीब 11 बजे की है। सीएनएन ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के कार्यकारी सहायक प्रमुख अशन बेनेडिक्ट के हवाले से बताया कि गाेली लगने के बाद लड़की को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हुई। बेनेडिक्ट ने बताया कि इस घटना में तीन पुरूष और दो महिलाएं मामूली रूप से घायल हुये हैं। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में अभी तक किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है।

श्रावण मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू की

गोपी चंद सैनी   
बागपत। पुरा महादेव मंदिर पर लगने वाले चार दिवसीय श्रावणी मेले की तैयारियों को लेकर एडीजी और आईजी ने मेले की तैयारियों का निरीक्षण किया। अधिनिष्ठों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए कहा कि मेले की सभी तैयारिया पूरी रखे।
कावंड़ यात्रा को लेकर अभी सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोई निर्णय नही लिया गया है। लेकिन यूपी सरकार के आदेशो के बाद प्रसाशन मेले की तैयारियो में लगा हुआ है। शिवरात्री के अवसर पर क्षेत्र के पुरा गाँव स्थित पुरा महादेव मंदिर पर आगामी 5 अगस्त से श्रावणी मेला लगेगा। शुक्रवार को दोपहर बाद एडीजी राजीव सब्बरवाल और आईजी प्रवीण कुमार पुरा महादेव मंदिर पहुँचे। सबसे पहले एडीजी और आईजी ने गेस्ट हाउस में मंदिर समिति के लोगो के साथ मीटिंग की और मेले को सफल बनाने के लिये विचार विमर्श किया। मंदिर समिति के लोगो ने अधिकारियों को कहा कि गाँव के लोग कोरोना के चलते डरे हुए है इसलिये वह इस बार मेला लगवाना नही चाहते। लेकिन अधिकारियों ने उन्हें बताया कि अभी शासन से ऐसा कोई आदेश नही आय है। इसके बाद एडीजी और आईजी ने मंदिर के आने जाने वाले रास्तो, बेरिकेटिंग,मेला कोतवाली, पार्किंग, कावड़ियों के ठहरने के स्थान, सीसीटीवी कैमरों,गर्भ गृह का निरीक्षण किया। एडीजी ने मंदिर समिति से मंदिर में अच्छी क्वालटी के सीसीटीवी कैमरे लगवाने को कहा। एडीजी ने कहा कि अपनी सभी तैयारियां मेला शुरू होने से पहले पूरी कर कर ले और मेले को दौरान ध्यान रखे कि सभी शिवभक्तों का जलाभिषेक शांतिपूर्वक हो।अपनी ड्यूटी संयम और मुस्तेदी के साथ करे लापरवाही मिलने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर उनके साथ डीएम राजकमल यादव, एसपी अभिषेक सिंह, एएसपी मनीष मिश्रा, एडीएम अमित कुमार, सराय चेयरमैन मांगेराम यादव, पंडित जयभगवान शर्मा, मंदिर समिति से अरुण शर्मा, संजीव शर्मा, ब्रहमपाल मलिक, इंद्रपाल मलिक आदि मौजूद रहे।

हलक़ में अटकी जान 'संपादकीय'

हलक़ में अटकी जान   'संपादकीय'
फांकों से तंग आकर, अंगूठी भी बेंच दी।
गुरबत का सांप तेरी, निशानी निगल गया।
अवसाद और उन्माद से ग्रसित आदमी नव सृजित वर्तमान व्यवस्था को आत्मसात नहीं कर पा रहा है। मंहगाई की मार से बेहाल आम आदमी‌ फटेहाल जीवन के हर पल को बिकल भाव जी रहा हैं। जिन्दगी जीने के संसाधन के अभाव में तडपन भरे आलम में सिसक‌-सिसक कर जीवन जी रहा है। जान लेवा बीमारी ,महामारी, भ्रष्टाचार में डूबी व्यवस्था, सरकारी तंत्र, इस भयानक महंगाई में भी खुलेआम काला बाजारी जारी हैं। आम आदमी पर मुसीबत का पहाड़ टूटा है, हलक़ में जान अटकी हैं। 
गुंडा-माफिया पनाह मांग लिये तो सियासतदार ही वसूल रहे है रंगदारी। जहर होती जिन्दगी का शकून गायब‌ होता जा रहा है।पशुओं की बात छोड़ दी जाये तो कौन ऐसा नहीं जो आज के परिवेश में नहीं रोता है? आजादी के सत्तर साल बाद मिसाल बनकर सत्ता पर काबिज सरकार का कारनामा‌ जहां अयोध्या मे रामनामा‌ का परचम बुलन्द किया है। वहीं, महंगाई का रिकार्ड भी तोड़ा है। अपराध, उन्माद, सड़कों पर होता प्रदर्शन पर काबू कर नये इतिहास की इबारत तस्कीद की है। वहीं, अपराधियो ,माफियाओं, समाज विरोधियों को औकात बताकर उनको मंजिल तक पहुंचाने का काम भी किया है। दहशत की दहलीज पर सर पटकने को मजबूर उत्तर प्रदेश का आवरण योगी सरकार के आने के बाद पूरी तरह बदल गया। गुंडा-मवाली, बवाली-माफिया डॉन समाज के शैतान, इन सबकी पलक झपकते‌ ही सरकार ‌‍ने कर दिया काम तमाम।
बाहुबलियो के कुनबों मे, खलबली है उनके घरों के ईर्द-गिर्द मौत चक्कर काट रही है। मौका पाते ही झपटृटा मार रही है। विकास दूबे से शुरु होकर अतीक  तक सटीक निशाना लगाने वाली‌ योगी सरकार काल बनकर मुस्करा रही है। दहशत में हैं माफिया मुख्तार आन्सारी।बाहुबली अतीक गुजरात में गुमनाम हो रहे हैं। तो यूपी में मुख्तार का कभी‌ जमाना था कि  सिवान में शैतान की बादशाहत थी शहाबुद्दीन के नाम से मशहूर था बिहार। जेल के खेल में सब कुछ खत्म हो गया दहशत में हैं परिवार। योगी ने सरकार उत्तर प्रदेश को निरोगी बनाने का संकल्प लें रखा है। अपराधियो के द्वारा समाज में दहशत की जो खेती की जा रही थी। उस‌ पर विराम लग रहा है। फोकस अपराधियो के काकस‌ पर है। सच के धरातल पर समतल होती व्यवस्था में अब आस्था का सवाल, मलाल बन कर टीस‌ रहा है। आम आदमी‌ को रोजगार चाहीये। रोटी, कपड़ा और मकान चाहीये। जिन्दगी के हर पल को जीने के लिये मुस्कराता हिन्दुस्तान चाहीये। आज का दौर  तबाही लिये गुजर रहा है। जीवन को सुरक्षित रखने का हर संसाधन  अभाव ग्रस्त‌ है। हर आदमी हो चुका पश्त है। फिर भी सरकार मस्त है। करोना के कहर ने गांव और शहर को तबाह कर दिया। मठ-मन्दिर‌, करबला‌ हो या मस्जिद। अनाथालय हो या बिद्यालय, ईदगाह हो या शिवालय। हर जगह कोरोना का खौफ हैं। इन्सान की सोच से निर्मित ये सारे धार्मिक संसाधन किसी काम नहीं आये कोरोना ने सबको आघात पहुंचाया है। अभी खुलकर सांस भी नहीं ले पायें कि तीसरी बार ललकार बांधे कोरोना सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा का तराना गाते चला आ रहा है। विदेशी लुटेरों की नमी जनरेशन में चाइना से चलकर भारत तक आने वाला कोरोना सिकन्दर की तरह बार-बार हमला कर रहा है। आदमी दहशत में इस कदर भयभीत हैं कि जीने को ही विकास मान लिया है। किसी तरह बची रहे‌ जान, चाहे कोई बने बादशाहे हिन्दुस्तान ? उलझी-उलझी जीवन की डोर लगातार उलझती जा रही है। अब तो जीवन ज्योति की टीम-टीमाती रोशनी भी घटती जा रही है। कल क्या हो कौन जाने ? फिलहाल सावधान रहें, सतर्क रहे।
होइहे सोई जो राम रचित राखा,
का करि तर्क बढावहि शाखा ?
जगदीश सिंह

डीएम-एसएसपी ने समाधान दिवस में सुनी समस्याएं

ऋषिकेश दुबे
देवरिया। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन एवं पुलिस अधीक्षक डा श्रीपति मिश्र ने सलेमपुर तहसील में आयोजित जनपद स्तरीय सम्पूर्ण समाधान दिवस में जन समस्याओं की सुनवायी किए। जिलाधिकारी ने इस दौरान स्पष्ट रुप से निर्देश दिया है कि सभी सन्दर्भाे का निस्तारण गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ सभी अधिकारी सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही कदापि न बरतें।
जिलाधिकारी श्री निरंजन सलेमपुर तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस में कहा कि राजस्व, विकास एवं पुलिस विभाग से जुडे सभी अधिकारी जिन प्रकरणों में संयुक्त रुप से निराकरण की आवश्यकता हो, उसमें आपसी समन्वय रखते हुए उन मामलो का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कराएं। उन्होने कहा कि निस्तारण की गुणवत्ता सही होनी चाहिए। किसी भी दशा में सी श्रेणी की स्थिति न रहे, अन्यथा इस स्थिति को कदापि क्षम्य नही किया जाएगा। उन्होने शिकायती सन्दर्भाे के निस्तारण पर बल देते हुए कहा कि जो भी प्रकरण जिस विभाग में लम्बित हो, उसका समयबद्धता के साथ निस्तारण करायेगें। कोई भी प्रकरण लम्बित या डिफाल्टर नही होनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक डा श्रीपति मिश्र ने पुलिस विभाग से जुडे मामलो की सुनवायी किये व पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं थानाध्यक्षो को प्राप्त सभी सन्दर्भाे का निस्तारण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।
इस दौरान कुल 64 प्रकरण आये, जिसमें से 5 का निस्तारण मौके पर ही किया गया। शेष अन्य अनिस्तारित प्रकरणो को संबंधित अधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर निस्तारण के निर्देश के साथ सौंपा गया।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सलेमपुर गुन्जन द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा आलोक पाण्डेय, तहसीलदार रामाश्रय, क्षेत्राधिकारी अम्बिका राम, परियोजना निदेशक संजय पाण्डेय, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार सहित अन्य विभागो के अधिकारी, कर्मचारी, खंड विकास अधिकारी, थानाध्यक्ष गण आदि उपस्थित रहे।

भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन पूरी तरह से तैयार

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन पूरी तरह से तैयार हो गया है। यह देश का एकमात्र ऐसा स्टेशन होगा जहां वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं होंगी। इस स्टेशन का रि-डेवलपमेंट किया गया है।
भोपाल के दूसरे स्टेशन यानी हबीबगंज रेलवे स्टेशन का वर्ष 2017 में पुनर्निर्माण का काम शुरू हुआ था जो चार साल बाद अपने नए रूप में तैयार हो गया है, हालांकि लॉकडाउन की वजह से काम में देरी हुई, फिर भी कंपनी द्वारा तेजगति से कार्य करते हुए इसे तैयार कर दिया है। 400 करोड़ से अधिक की लगात से बने इस रेलवे स्टेशन पर वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यहां पर करीब एक साथ 1100 से अधिक यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। स्टेशन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से हर तरफ हाई रिजोल्यूशन कैमरे भी लगाए गए हैं, जो पल-पल की नजर रखेंगे। हबीबगंज रेलवे स्टेशन परिसर में शॉपिंग मॉल, फाइव स्टार हॉस्पिटल, होटल, शॉपिंग मॉल और सिनेमा हॉल बनाया जा रहा है।

 

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...