गुरुवार, 15 जुलाई 2021

सपाइयों ने सभी तहसीलों में जोरदार प्रदर्शन किया

हरिओम उपाध्याय         
लखीमपुर खीरी। किसानों और महंगाई के मुद्दे को लेकर सपाइयों ने जिला मुख्यालय व सभी तहसीलों में जोरदार प्रदर्शन कर प्रशासन को अपनी ताकत का एहसास कराया। विलोबी गेट पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में करीब पौन घंटे तक दोनों के बीच जमकर धक्का-मुक्की होती रही। हालांकि इसी बीच जिलाध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ता बेरिकेडिंग तोडकर सड़क पर पहुंच गए और जाम लगाकर प्रदर्शन करने लगे। बाद में एसडीएम को ज्ञापन दिया।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के धरना प्रदर्शन के आह्वान पर गुरुवार को सुबह से ही सपा कार्यकर्ता विलोबी मैदान में जुटने लगे थे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के कारण पुलिस और प्रशासनिक अफसर भी सतर्क रहे। विलोबी मैदान को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह और सीओ सिटी अरविंद वर्मा ने कानून व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी।

सपा कार्यकर्ता विलोबी गेट के बाहर न निकल पाएं इसको लेकर थाना खीरी और फरधान पुलिस के साथ ही बड़ी संख्या में अन्य थानों की भी पुलिस तैनात की गई थी। साथ ही मोबाइल बैरियर लगाकर रास्ते को बंद कर दिया गया था। सभा के बाद जब कार्यकर्ताओं ने बैलगाड़ी के साथ तहसील के लिए कूच किया तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इससे कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे और जबरन जाने की कोशिश की। पुलिस के समझाने पर पहले तो उनकी तीखी नोकझोंक हुई।


फायरिंग की घटना, आरोपी को 7 वर्ष की सजा सुनाई

हरिओम उपाध्याय                 

मुज़फ्फरनगर। पूछताछ के लिए पुलिस द्वारा रोके जाने पर फायरिंग की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को विद्वान न्यायाधीश द्वारा 7 वर्ष की सजा सुनाई गई है और अर्थदंड के रूप में उसके ऊपर 5000 रुपए का जुर्माना भी किया गया है। वर्ष 2012 की 27 मई को शामली कोतवाली इलाके में पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए रोके जाने पर फायरिंग करने के एक मामले में आरोपी नसीम उर्फ चोपड़ा को न्यायाधीश द्वारा सात वर्ष की सज़ा व 5 हज़ार रुपये का जुर्माना किया गया है। जानलेवा हमले के इस मामले की सुनवाई ए डी जे 7 कमलापति की कोर्ट में हुई। 

अभियोजन की ओर से सहायक शासकीय अधिवक्ता पुष्पेंद्र सिंह ने पैरवी की। आरोपी घटना के दिन से लेकर अभी तक जेल मेंं अभियोजन की कहानी के अनुसार, गत 27 मई 2012 को शामली में पुलिस की चेकिंग के दौरान कई बदमाश दिखाई देने से रोके जाने पर आरोपी ने पुलिस पर फायर कर दिया। बाद में घेरा बंदी कर पुलिस द्वारा आरोपी नसीम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किए जाने पर उसे दंडित किया गया।


पलायन रोकने के लिए गतिविधियां शुरू की जाएंगीं

अकांशु उपाध्याय                         

नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि राज्य में रोजगार के अवसर पैदा करने, युवाओं को अवसर देने और मजदूरों का पलायन रोकने के लिए गांव स्तर पर औद्योगिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ऑनलाइन आयोजित किए गए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आत्मनिर्भर गांव का सपना पूरा करने के दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा 'माइक्रो इकोनोमी' की अवधारणा के अनुरूप गांव में औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने का है। 

इससे गांव स्तर पर ही उद्योग लगाने को प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह योजना पहली बार प्रयागराज जिले में शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर औद्योगिक गतिविधियां शुरू होने से युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिलेंगे और उनकी प्रतिभा का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की इस पहल से मजदूरों का पलायन भी रोका जा सकेगा।

उस उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सरकार की यह योजना 'एक जिला एक उत्पाद' की योजना के अनुरूप है सरकार ने जिलों में उनके विशेष उत्पादों को प्रोत्साहन देने के लिए योजनाएं शुरू की है। इससे इन जिलों के उत्पादों को विदेशों में भी बाजार मिला है। उन्होंने सिद्धार्थनगर के 'काला नमक चावल' का उल्लेख करते हुए कहा कि जापान और सिंगापुर में इसकी विशेष मांग है। इसी तरह से अन्य जिलों के उत्पादों को भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है।

एक प्रश्न के उत्तर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राज्य में स्थानीय स्तर पर उद्योग धंधे शुरू हुए हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान इन पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान 40 लाख मजदूर राज्य में वापस आए थे, लेकिन दूसरी लहर में केवल चार लाख मजदूर वापस आए। इससे साफ है कि मजदूरों को उत्तर प्रदेश में ही काम मिला और वह दूसरे प्रदेशों में काम की तलाश में नहीं गए। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिला उद्योग केंद्रों के माध्यम से प्रवासी मजदूरों से संपर्क किया है और उनके कौशल के अनुरूप की उन्हें उद्योग धंधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके लिए उन्हें विशेष ऋण उपलब्ध कराया गया है और मुद्रा ऋण भी दिया गया है। सरकार ऐसे उद्योग धंधों को वित्त, कौशल और विपणन की सुविधा उपलब्ध कराती है।

उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने छोटे उद्योगों को ढाई लाख करोड़ रुपए का ऋण उपलब्ध कराया है। यह ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है। 

रांची: पुलिस ने कई शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा

इकबाल अंसारी                 

रांची। झारखंड में हजारीबाग जिले के लोहसिंघना थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जलकर मौत हो गयी है। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को यहां बताया कि हजारीबाग शहर के लोहार टोली मोहल्ला निवासी मुन्ना विश्वकर्मा के घर के एक कमरे में आज तड़के आग लगने से गृहस्वामी, उसकी पत्नी और उसके छह वर्षीय पुत्र की मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सूत्रों ने बताया कि मृतकों में गृहस्वामी मुन्ना विश्वकर्मा उर्फ सरोज विश्वकर्मा (45 वर्ष) के अलावा उनकी पत्नी सोनम देवी (42 वर्ष) और पुत्र आयुष (6 वर्ष) शामिल है। सरोज की दो बेटिया दूसरे कमरे में सोई होने के कारण हादसे का शिकार होने से बच गयी। इस सिलसिले में संबंधित थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। मामले की जांच की जा रही है।

राजनीति: बिना नाम लिए राहुल का पीएम पर हमला

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन की कमी, बेरोजगारी, महंगाई आदि को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनका नाम लिए बिना हमला करते हुए गुरुवार को कहा कि वह सिर्फ अपने प्रचार प्रसार पर ध्यान दे रहे हैं और देश में मौजूद चुनौतियों की उन्हें कोई परवाह नही है। राहुल गांधी ने कविता शैली में ट्वीट किया, "सदियों का बनाया, पलों में मिटाया, देश जानता है, कौन ये कठिन दौर लाया।"
उन्होंने वैक्सीन की कमी, चीन के साथ सीमा पर तनाव, बेरोजगारी, महंगाई, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा किसानों के मुद्दों को ट्वीट के साथ हैश टैग किया और कहा कि देश में मौजूद इन गंभीर संकटों के समाधान की बजाय श्री मोदी अपने पीआर पर ही ध्यान केंद्रित किए हैं।

अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल में मारी टक्कर, मौंत

अविनाश श्रीवास्तव        

पटना। बिहार में रोहतास जिले के दावथ थाना क्षेत्र मेंसड़क दुर्घटना में तीन युवकों की मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को यहां बताया कि बुधवार की देर रात मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवक जा रहे थे। तभी मलियाबाग चौक के समीप राष्ट्रीय उच्चपथ संख्या 30 पर अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में तीनो युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी। सूत्रों ने बताया कि मृतकों की पहचान बक्सर जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र बसाव कला मठिया गांव निवासी प्रिंस कुमार, विकास यादव और सोनू गोंद के रूप में की गयी है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया गया है।

सीएम योगी ने पार्टी नेताओं को जमकर लताड़ लगाई

हरिओम उपाध्याय             
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बढ़पुरा इलाके में ब्लाक प्रमुख चुनाव के दरम्यान भारतीय जनता पार्टी के नेताओ की ओर से किये उग्र बबाल को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी नेताओं को जमकर लताड़ लगाई। मुख्यमंत्री इटावा के भाजपा नेताओ से इतने गुस्से मे दिखे उन्होंने साफ शब्दो मे कहा कि जब सब सीटे हार गए तो केवल एक सीट के लिए इतने बबाल की जरूरत क्या थी।
भारतीय जनता पार्टी के भरोसेमंद सूत्रो ने दावे के साथ बताया कि मुख्यमंत्री की नाराजगी प्रधानमंत्री की ओर से मिले संकेत के बाद दिखाई दी है। सूत्रो के बताया कि वैसे तो विपक्षी दल सत्तारूढ दल के लोगो पर आरोप लगाते थे लेकिन भाजपाइर्यो के उग्र व्यवहार से कुपित एसपी सिटी प्रशांत कुमार ने अपने अफसर को दी जानकारी मे भाजपाई की कलई खोल दी। वायरल वीडियो को खुद प्रधानमंत्री ने भी देखा उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की जिसके बाद उग्र भाजपाई के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई। इस कार्यवाही से बचने के लिए भाजपाई ने लखनऊ की दौड लगाई। 
भाजपाई सूत्रो का दावा है कि इटावा के भाजपाईयो के उग्र तांडव से देश के प्रधानमंत्री बेहद नाराज दिखे है क्योकि इससे उत्तरप्रदेश की छवि खराब हुई। इसी कारण प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी से भी नाराजगी जताई और मुख्यमंत्री योगी की नाराजगी के बाद इटावा के भाजपाई बगले झांकते हुए नजर आये है ।10 जुलाई को मतदान वाले दिन इटावा के बढ़पुरा ब्लाक में दोपहर बाद हुए हंगामे के बीच इटावा के एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद को भारतीय जनता पार्टी के नेता विमल भदौरिया ने उस वक्त थप्पड़ मार कर के जमीन पर गिरा दिया था। 
जब मतदान केंद्र के बाहर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय धाकरे और इटावा सदर की एमएलए श्रीमती सरिता भदौरिया भारी भीड़ के साथ मतदान को प्रभावित करने के लिए जा पहुंची थी। बड़ी तादाद में यहां पर गोलियां भी चलाई गई थी। डीएम एसएसपी के पहुंचने के बाद भी गोलियों का चलाया जाना बदस्तूर जारी रहा। इस प्रकरण के बाद इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. बृजेश कुमार सिंह के निर्देश पर भारतीय जनता पार्टी के हिस्ट्रीशीटर नेता विमल भदौरिया समय समय 125 लोगों के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इसी बीच पुलिस ने छापेमारी करके आरोपियों की गिरफ्तारी करना भी शुरू कर दिया। 
इस गिरफ्तारी से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी सफाई देने के लिए और बचाव में मदद के लिए राजधानी लखनऊ जाकर के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही से जाकर के मिले। बढ़पुरा ब्लाक प्रमुख चुनाव में फायरिग, पथराव व एसपी सिटी को थप्पड़ मारने के मामले में नामजद भाजपा नेता विमल भदौरिया की तलाश पुलिस बुधवार को भी लगातार तीसरे दिन करती रही । हालांकि बुधवार को पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली । विमल भदौरिया की तलाश में मध्य प्रदेश के ग्वालियर भिड समेत दूसरे जिलों में छापामारी की थी। सोमवार की रात को पुलिस ने दो आरोपितों विवेक चौधरी व श्याम सिंह भदौरिया को गिरफ्तार किया था। मामले में पुलिस की छह टीमें लगातार छापे मार रहीं हैं।



सिद्धू को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने को तैयार संगठन

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। क्रिकेटर से राजनेता बने पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू का सिक्सर आखिरकार बाउंड्री के पार पहुंच ही गया है। पार्टी अब नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने को तैयार हो गई है। हाईकमान द्वारा सुझाए गए नए फॉर्मूले के मुताबिक राज्य में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का पद अब नवजोत सिंह सिद्धू के हवाले किया जाएगा। उधर कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। द्वारा सुझाए गए फार्मूले से शायद अब खत्म हो जाए। दरअसल नाराज चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी अब आखिरकार कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाने को तैयार हो गई है।
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सुलह समझौते के फार्मूले को अब तैयार कर लिया गया है। नए फार्मूले के तहत राज्य में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का पद अब नवजोत सिंह सिद्धू को सौंपा जाएगा। उधर कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य के मुख्यमंत्री बने रहे है। 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह जानकारी कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से दी गई है। दरअसल पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेस आलाकमान की ओर से पंजाब में चल रही कलह को सुलझाने के लिए बनाई गई सुलह कमेटी के सदस्य हैं। उन्होंने बताया है कि तय किए गए फार्मूले के मुताबिक दो कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष भी बनाए जा सकते हैं। इनमें से एक हिंदू स्वर्ण समुदाय से होगा और एक दलित समुदाय से बनाने की तैयारी चल रही है। खबर के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। पूर्व सीएम हरीश रावत का का कहना है कि कैप्टन और सिद्धू ने यह माना है कि उनका एक साथ रहना जरूरी है। पंजाब में अब किसी को कोई गिला शिकवा नहीं है। हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से किए गए ट्वीट को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा है कि उनका अंदाज ए बयां ही कुछ ऐसा है कि तारीफ भी आलोचना लगती है। इसे तो नहीं बदला जा सकता।

सौर तूफान किसी भी वक्त पृथ्वी से टकरा सकता हैं

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा सौर तूफान किसी भी वक्त पृथ्वी से टकरा सकता है। इससे पहले रविवार और सोमवार (11 से 12 जुलाई) के बीच इसके धरती से टकराने की भविष्यवाणी की गई थी। सूर्य की लपटों के कारण उपजा यह तूफान 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
वैज्ञानिकों को आशंका है कि इस तूफान के वायुमंडल से टकराने के कारण खासी हलचल हो सकती है। यह टक्कर सैटेलाइट सिग्नल को बाधित कर सकती है। इसका सीधा असर रेडियो सिग्नल, संचार और मौसम पर भी पड़ सकता है। यूं कहें कि ये तेज हवाएं पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में जियोमैगनेटिक तूफान ला सकती हैं, जिससे मोबाइल, जीपीएस, सैटेलाइट टीवी, हवाई यात्राओं आदि पर असर पड़ सकता है। इतना ही नहीं यह तूफान पृथ्वी के मैगनेटिव फील्ड में आने वाले अंतरिक्ष पर भी अहम असर डाल सकता है। सूर्य के वातावरण में एक होल बन गया है, जिससे आवेशित कण और तेज गति वाली सौर हवाएं निकल रही हैं। तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा यह तूफान आज ग्रह के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही इन हवाओं की गति बढ़ भी सकती है।

ड्राइवर की पिटाई किए जाने से भीड़ में उबाल आया

हरिओम उपाध्याय                          
लखनऊ। सेवानिवृत्त अधिकारी के घर में हुई चोरी की घटना के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाए गए ड्राइवर की पिटाई किए जाने से भीड़ में उबाल आ गया। पुलिस चौकी में घुसकर भीड़ ने दारोगा को पीट दिया और जमकर हंगामा मचाया। चौकी के एक कमरे में बंद कर किसी तरह से दारोगा ने खुद की जान बचाई। सूचना पर पहुंची पीएसी ने किसी तरह चौकी में घुसे दारोगा को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
लखनऊ के महानगर थाना क्षेत्र की पेपर मिल कॉलोनी में मेट्रो चौकी पर तैनात इंचार्ज सुधाकर पांडे ने एक सेवानिवृत्त अधिकारी के घर में हुई चोरी के मामले में उनके ड्राइवर को पूछताछ के लिए चौकी में बुलाया था। आरोप है कि पूछताछ के दौरान दारोगा ने बेरहमी के साथ ड्राइवर की पिटाई की। 
जिससे वह बेहोश हो गया। ड्राइवर को दारोगा द्वारा इस तरह पीटे जाने से नाराज उसके परिजनों व मोहल्ले के लोगों ने पुलिस चौकी के पास इकट्ठा होकर दारोगा के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
इस दौरान दारोगा सुधाकर पांडे अपने मोबाइल से मौके पर मौजूद लोगों की रिकॉर्डिंग करने लगे। बताया जा रहा है कि इससे भीड़ के गुस्से में उबाल आ गया और उन्होंने पुलिस चौकी में घुसकर दारोगा पर हमला बोल दिया। इस दौरान दारोगा से उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया गया। 
दारोगा सुधाकर पांडे ने खुद को भीड़ के चंगुल में फंसता हुआ देखकर किसी तरह से चौकी का दरवाजा बंद कर दारोगा ने खुद को भीतर बंद कर लिया। इसके बाद भी भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ। भीड़ ने जब चौकी पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए तो आलाधिकारियों को सूचना देकर पीएसी बुलाई गई। मौके पर पहुंची पीएसी ने किसी तरह भीड़ को शांत करते हुए दारोगा को चौकी से बाहर निकाला। पुलिस चौकी में दारोगा पर हमला किए जाने के मामले में अधिकारियों की ओर से कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं। डीएसपी देवेश पांडे ने कहा है कि उग्र भीड़ ने चौकी इंचार्ज पर हमला कर दिया। जो भी यूनिफार्म में मौजूद पुलिसकर्मी पर हमले की घटना में शामिल था। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

विदेशी प्रतिनिधियों के मौजूद रहने की संभावना जारी

टोक्यो। टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के दौरान स्टेडियम में एक हजार से भी कम अति विशिष्ट अतिथियों और विदेशी प्रतिनिधियों के मौजूद रहने की संभावना है। इससे पहले 10 हजार लोगों को प्रवेश देने का फैसला किया गया था लेकिन यहां कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण इस संख्या में भारी कटौती की गई है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई। 
‘क्योदो न्यूज’ ने सूत्रों ने हवाले से खबर दी कि आयोजक 23 जुलाई को राष्ट्रीय स्टेडियम में होने वाले समारोह के दौरान वहां पहुंचने वाले लोगों की संख्या में कटौती का प्रयास कर रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू आपात स्थिति के बीच खेलों का उद्घाटन समारोह होगा। हालांकि यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि जापान के राजा नारुहितो समारोह में हिस्सा लेकर खेलों की शुरुआत की घोषणा करें।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी और देश की प्रथम महिला जिल बाइडेन के समारोह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के बीच मौजूद रहने की संभावना है। 
बुधवार को टोक्यो में पिछले लगभग छह महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 1,149 नए मामले दर्ज किए गए। बाइस जनवरी के बाद शहर में यह एक दिन में संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या है।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...