मंगलवार, 13 जुलाई 2021
मई: देश का औद्योगिक उत्पादन 29.3 फीसदी बढ़ा
पीएचसी में हेल्थ एटीएम लगाने का फैसला लिया
आलिया को लेकर फिल्म बना सकते हैं संजय: मुंबई
कोरोना वार्ड में आग लगने से 50 लोगों की मौंत हुईं
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
सोमवार, 12 जुलाई 2021
चीन ने अमेरिकी युद्धपोत का पीछा किया: षड्यंत्र
वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। विवादित दक्षिणी चीन सागर में चीन और अमेरिका के बीच तल्खी बढ़ती ही जा रही है। इसी बीच चीन ने दावा किया है कि उसकी सेना ने सागर के एक विवादित क्षेत्र से अमेरिकी युद्धपोत का पीछा किया और उसे खदेड़ दिया है। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिकी प्रशासन ने चीन को चेतावनी दी है कि क्षेत्र में फिलिपीन पर हमला हुआ तो रक्षा संधि के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
दरअसल, एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी युद्धपोत का पीछा करने का दावा चीन की सेना ने किया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने कहा कि उसने युद्धपोत बेनफोल्ड को पेरासेल द्वीप समूह के आसपास की जगह से वापस भेजा है। सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि चीनी बलों ने उन्हें चेतावनी दी और वहां से भगा दिया है।
बेतहाशा वृद्धि के विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन किया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। आज सोमवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर पेट्रोल-डीजल और रसोई में काम आने वाले सामानों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन किया गया। इसी क्रम में आज सोशल आउटरीच विभाग गाजियाबाद में भी अपने सैकड़ों साथियों के साथ केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में बैलगाड़ी यात्रा निकालकर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मंत्री सतीश शर्मा और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव नसीम खान ने किया। प्रदर्शन में मुख्य रूप से जे के गौड -चेयरमैन शिक्षा विभाग, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन शर्मा आदि शामिल हुए।
विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोग केंद्र और योगी सरकार के खिलाफ हाथों में तख्ती बैनर लिए हुए थे। तीन बैलगाड़ी, जिस पर मोटर साइकिल लादकर सांकेतिक रूप से गाजियाबाद शहर में संदेश दिया गया कि अब पेट्रोल और डीजल गाड़ियों में डलवाने लायक स्थिति लोगों की नहीं रह गई है।
भारतीय बनो और अपनी आजादी हासिल करों: यूपी
जनसंख्या नियन्त्रण बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया
महंगाई ने लोगों को भुखमरी के कगार पर ढकेला: यूपी
सहयोगियों के साथ राज्यपाल का किया गया स्वागत
चंडीगढ़। हरियाणा के नव-नियुक्त राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय सोमवार को हरियाणा राजभवन पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चन्द गुप्ता और अपने मंत्रिमण्डल के सहयोगियों के साथ राज्यपाल का गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नव-नियुक्त राज्यपाल से उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चन्द गुप्ता तथा अपने मंत्रिमण्डल सहयोगियों का परिचय कराया। नव-नियुक्त राज्यपाल के साथ उनके परिवारिक सदस्य भी थे।
तदोपरान्त नव-नियुक्त राज्यपाल ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली और निरीक्षण भी किया। हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन से आए एच.ए.पी. के जवानों ने डी.एस.पी. अभीलक्ष जोशी के नेतृत्व में राष्ट्रीय-धुन बजाकर सलामी दी। इसके बाद नव-नियुक्त राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्यमंत्री व उनके मंत्रिमण्डल सहयोगियों के साथ जलपान भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उन्हें हरियाणा की भौगोलिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी दी। इसके अलावा, उन्होंने राज्य सरकार द्वारा करवाये जा रहे कुछ प्रमुख विकास कार्यों और योजनाओं से भी अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तीन तरफ हरियाणा की सीमाएं लगती हैं। कृषि एवं खेलों में हरियाणा की राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेशवासियों के लिए गर्व बात है कि निकट भविष्य में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी हरियाणा को मिली है।
जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों का मंत्रिपरिषद से इस्तीफा
राणा ओबराय
नई दिल्ली। रविशंकर प्रसाद, हर्षवर्धन और प्रकाश जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों ने हाल ही में केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था। अब खबर मिल रही है, कि इनमें से रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को पार्टी में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। इसका ऐलान जल्द होगा। दोनों को पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव या राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। साथ ही चुनावी राज्यों का प्रभारी की अहम ज़िम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं और संभावना जताई जा रही है कि इसको मद्देनजर रखते हुए रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, निशंक और हर्षवर्धन सहित कुछ नेताओं को संगठन में शामिल कर चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
प्रसाद और जावड़ेकर पहले भी बीजेपी संगठन में अहम भूमिका निभा चुके हैं। निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रहे हैं जबकि हर्षवर्धन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार को हुए फेरबदल व विस्तार में बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी सहित पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे पांच नेताओं को मंत्री बनाया गया है। बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है, इसलिए माना जा रहा है कि सरकार में शामिल किए गए नेताओं की जगह संगठन में नए लोगों को जिम्मेदारी दी जा सकती है। यह संभावना जताई जा रही है कि प्रसाद, हर्षवर्धन और जावड़ेकर सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बाहर किए गए नेताओं को संगठन में भूमिका दी जा सकती है।
गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया
इन तीनों नेताओं के अलावा थावरचंद गहलोत, संतोष गंगवार, रमेश पोखरियाल निशंक, सदानंद गौड़ा, बाबुल सुप्रियो, देबश्री चौधरी, संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया और प्रतापचंद सारंगी को भी मंत्रिपरिषद से हटाया गया है। गहलोत को तो कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया है। लेकिन उनके इस्तीफे से राज्यसभा में नेता सदन का पद भी खाली हो गया है। वह पार्टी की सर्वाच्च नीति निर्धारक इकाई संसदीय बोर्ड में लंबे समय तक दलित प्रतिनिधि के रूप में भी रहे हैं। पार्टी संविधान के मुताबिक संसदीय बोर्ड में अध्यक्ष के अतिरिक्त 10 सदस्य होते हैं। पार्टी महासचिवों में से एक इस संसदीय बोर्ड का सचिव होता है। लेकिन वर्तमान संसदीय बोर्ड में सात ही सदस्य हैं। इनमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल हैं।
संसदीय बोर्ड में भी तीन पद फिलहाल रिक्त हैं। वर्तमान में बीजेपी संगठन में भूपेंद्र यादव सहित आठ महासचिव, अन्नपूर्णा देवी सहित 12 उपाध्यक्ष और टुडु सहित 13 सचिव हैं। जनवरी 2020 में बीजेपी का अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा ने लगभग आठ महीने के बाद अपनी टीम बनाई थी। अभी तक पार्टी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे नेताओं को सरकार में शामिल किए जाने के बाद अब सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी संगठन में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
सभी पर्यटकों के कार्यक्रम स्थगित करने की सलाह
श्रीराम मौर्य
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बारिश बारिश के कारण हुई तबाही के मद्देनजर 13 जुलाई तक धर्मशाला आने वाले सभी पर्यटकों को फिलहाल अपना कार्यक्रम स्थगित करने की सलाह दी है। डॉ. जिंदल ने आज यहां कहा कि धर्मशाला तथा इसके आसपास के पर्यटक स्थलों में पहले से ही पहुंचे पर्यटकों को भी जहां हैं। वहीं पर रूकने की सलाह दी गई है। भारी बारिश के चलते सड़कों आदि को काफी नुकसान हुआ है। जिससे आवागमन में दिक्कत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से धर्मशाला तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में रूके पर्यटकों की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। इसलिए किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें और प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी तरह की दिक्कत होने पर आपदा नियंत्रण कक्ष पर टॉल फ्री नम्बर 1077 पर सम्पर्क कर सकते हैं, जो 24 घंटे खुला है।
उच्च स्तर से फिसलते हुए अंत में स्थिरता, बंद बाजार
कविता गर्ग
मुंबई। शेयर बाजार सोमवार को दिन के उच्चतम स्तर से फिसलते हुए अंत में लगभग स्थिर बंद हुए। बैंक शेयरों में अच्छी लिवाली हुई। लेकिन उसके सकारात्मक प्रभाव को मुख्य रूप से आईटी और धातु शेयरों में मुनाफावसूली ने समाप्त कर दिया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में लगातार तीसरे कारोबार सत्र में गिरावट रही। यह 13.50 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,372.69 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान इसमें करीब 500 अंक का उतार-चढ़ाव आया और यह ऊंचे में 52,700.51 और नीचे में 52,208.96 अंक तक गया। वहीं एनएसई निफ्टी 2.80 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 15,692.60 अंक पर बंद हुआ।
खुले बाजारों में लोगों की भीड़ का सिलसिला बढ़ा
शाकुंभरी मंदिर के बाहर बाढ़, हालात हुए गंभीर
स्वास्थ्य: महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया
14 को राजधानी लखनऊ का दौरा करेंगी प्रियंका
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अपने मिशन यूपी फतह की शुरुआत करने के लिए 14 जुलाई को राजधानी लखनऊ का दौरा करेंगी। इस दौरान वह पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी। उत्तर प्रदेश में पार्टी की जड़ों को फिर से जमाने में पूरी शिद्दत के साथ जुटी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अपने मिशन यूपी फतह की शुरुआत करने के लिए आगामी 14 जुलाई को राजधानी लखनऊ में पहुंच रही है।
राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके चलते कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करते हुए राज्य में चल रही विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगी। लखनऊ दौरे के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सभी जिला और शहर अध्यक्षों समेत प्रदेश की सभी समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेगी और प्रदेश के विभिन्न किसान संगठनों के साथ मुलाकात करेंगी। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा इस दौरान बेरोजगार युवाओं के समूह के साथ भी बातचीत करेंगी जो विभिन्न भर्तियों के मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस नेताओं के साथ अगले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र बनाने के दौरान शामिल किए जाने वाले मुद्दों पर भी चर्चा करेंगी। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद राज्य में कांग्रेस महासचिव की यह पहली फिजिकल बैठक होगी।
सोमवार को उन्होंने कांग्रेस की सलाहकार परिषद से मुलाकात की और उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा को लेकर अपनी चिंता जताई। गौरतलब है कि कांग्रेस देश में बढ़ती हुई महंगाई का लगातार विरोध कर रही है और उत्तर प्रदेश में भी पार्टी के लोग जनता के मुद्दों को उठाकर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। प्रयागराज में कार्यकर्ताओं ने सोमवार को डीजल, पेट्रोल के अलावा खाद्य तेलों व अन्य वस्तुओं के बढ़ते दामों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
क्रिकेटरों के मुआवजे के लिए 1 कार्यदल बनाया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घरेलू क्रिकेटरों के मुआवजे के लिए एक कार्यदल बनाया है। हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन ने इस पर कहा कि बीसीसीआई की ओर से घरेलू क्रिकेट के लिए नव निर्मित कार्यदल घरेलू क्रिकेटरों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करेगा। पूर्व भारतीय कप्तान अजहरुद्दीन को शनिवार को युद्धवीर सिंह (मध्य क्षेत्र), देवजीत सैकिया (पूर्वोत्तर क्षेत्र), संतोष मेनन (दक्षिण क्षेत्र), रोहन जेतली (उत्तरी क्षेत्र), अभिषेक डालमिया (पूर्वी क्षेत्र) और जयदेव शाह (पश्चिम क्षेत्र) के साथ सदस्य के रूप में कार्यदल के 11 सदस्यीय पैनल में शामिल किया गया है। जिसमें बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल भी मौजूद हैं।
80 और 90 के दशक में भारत के लिए 99 टेस्ट, 334 वनडे खेलने वाले अजहरुद्दीन ने कहा, " हमने घरेलू क्रिकेट के लिए आगे का रास्ता तय करने का फैसला लिया है। इस समय मेरे पास बैठक का एजेंडा नहीं है और मैं कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मुझे यकीन है कि हमारे दिमाग में घरेलू क्रिकेटरों की बेहतरी है। खिलाड़ियों का हित हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होती है। समझा जाता है कि कार्यदल की बैठक की तिथि अभी तय नहीं हुई है। लेकिन यह जल्द ही होने की उम्मीद है। इस पर अजहरुद्दीन ने कहा, " हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि घरेलू क्रिकेट आगे बढ़े। जैसा कि आप जानते है।
पिछले साल हमारे पास पूरा घरेलू सीजन नहीं था, जिसका कारण सब जानते हैं। हमें यह देखना होगा कि समय के साथ स्थिति कैसे बदल सकती है। "उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई पिछले साल सीनियर टीमों के लिए केवल सफेद गेंद के घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन कर सका था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण रणजी ट्रॉफी नहीं खेली जा सकी थी। बीसीसीआई ने इस साल के घरेलू क्रिकेट के लिए एक विस्तृत समयसीमा तैयार की है और इसे सितंबर तक शुरू करने की योजना है।
बीसीडी में पंजीकृत अधिवक्ताओं को मिलेगा लाभ
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा है कि मुख्यमंत्री अधिवक्ता कल्याण योजना का लाभ ‘बार काउंसिल ऑफ दिल्ली’ (बीसीडी) में पंजीकृत सभी अधिवक्ताओं को मिलेगा। भले ही वे राष्ट्रीय राजधानी में मतदाता के रूप में पंजीकृत हों या नहीं। न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने कहा कि प्राथमिकता वकील के निवासस्थल के बजाय इस बात को दी जाएगी कि वह वकालत कहां कर रहा है। उन्होंने कहा कि भले ही कोई व्यक्ति राष्ट्रीय राजधानी में वकालत करता हो। लेकिन हर कोई यहां रहने का खर्च वहन नहीं कर सकता। अदालत ने यह भी माना कि दिल्ली में वकालत करने वाले और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रहने वाले वकील यहां न्याय दिलाने में भूमिका निभाते हैं।
उसने कहा कि मुख्यमंत्री योजना ने समाज और कानूनी पेशे में अधिवक्ताओं की भूमिका को मान्यता दी है। अदालत ने उन याचिकाओं की सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया, जिनमें अनुरोध किया गया था कि बीसीडी के तहत पंजीकृत सभी वकीलों को योजना का लाभ देने का निर्देश दिया जाए। भले ही उनके नाम राष्ट्रीय राजधानी की मतदाता सूची में शामिल हों या नहीं हों।
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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