गुरुवार, 24 जून 2021

विदेशी खिलौनों की अत्याधिक मांग पर चिंता जताईं

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में विदेशी खिलौनों की अत्याधिक मांग पर चिंता जताते हुए कहा कि 100 अरब डॉलर के वैश्विक खिलौना बाजार में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 1.5 अरब डॉलर है। उन्होंने कहा कि हम 80 प्रतिशत खिलौनों का आयात करते हैं। खिलौनों पर देश का करोड़ों रुपया बाहर जा रहा है। इस स्थिति को बदलने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से देश के पहले टॉयकैथॉन-2021 के समापन समारोह में प्रतिभागियों से संवाद कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी इसमें उपस्थित थे।  22 जून को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और संजय धोत्रे ने इस तीन दिवसीय टॉयकैथॉन का उद्घाटन किया था। हिंसा केंद्रित ऑनलाइन गेम्स पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जितने भी ऑनलाइन या डिजिटल गेम्स आज मार्केट में उपलब्ध हैं, उनमें से अधिकतर का कॉन्सेप्ट भारतीय नहीं है। आप भी जानते हैं कि इसमें अनेक गेम्स के कॉन्सेप्ट या तो हिंसा को प्रमोट करते हैं या फिर मानसिक तनाव का कारण बनते हैं।

खिलौनों को लेकर गंभीर चर्चा को फिजूल बताने वालों को जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि बच्चे की पहली पाठशाला परिवार होता है। इस दौरान उनकी पहली किताब और पहले दोस्त ये खिलौने ही होते हैं। समाज के साथ बच्चे का पहला संवाद इन्हीं खिलौनों के माध्यम से होता है। मोदी ने कहा कि बीते 5-6 वर्षों में हैकाथॉन को देश की समस्याओं के समाधान का एक बड़ा प्लेटफॉर्म बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार समय-समय पर कई हैकाथॉन आयोजित कर चुका है। इसमें कई छात्र समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करते हैं। यह पहला मौक है। जब खिलौना क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए टॉयकैथॉन आयोजित किया गया।

प्रधानमंत्री ने टॉय और गेमिंग उद्योग का आह्वान करते हुए कहा कि भारत के वर्तमान सामर्थ्य, कला-संस्कृति और समाज को आज दुनिया ज्यादा बेहतर तरीके से समझना चाहती है। इसमें हमारी टॉय और गेमिंग उद्योग बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते है। इस मौके पर शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने स्वागत भाषण में कहा कि भारत के खिलौना व्यापार को सभी आयु वर्गों के इनोवेटर और रिसर्चर के साथ जोड़कर एक नई दिशा प्रदान की जाए। टॉयकैथॉन के माध्यम से हमारा प्रयास है कि भारतीय परमपरा, इतिहास, संस्कृति और स्थानीय शहरों के अनुरूप खिलौनों का विकास हो सके।

उन्होंने बताया कि पहले टॉयकैथॉन में 14,130 टीमों ने पंजीकरण किया है और 17,770 विचार प्रस्तुत किये गये। छटनी के बाद 1567 टीमें ग्रैंड फिनाले में भाग ले रही हैं। विजेता टीम की घोषणा 26 जून को की जाएगी। विजेताओं को लगभग 60 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। टॉयकैथॉन का आयोजन शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से पांच अन्य मंत्रालयों के समन्वय से किया गया। इसमें महिला और बाल विकास विभाग (डब्ल्यूसीडी) मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), कपड़ा मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय शामिल हैं।

मूल्यांकन एक जैसा रखने का निर्देश देने से इनकार

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों में 12वीं के मूल्यांकन का तरीका एक जैसा रखने का निर्देश देने से इनकार किया है। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि हर राज्य का शिक्षा बोर्ड स्वायत्त है। अपने हिसाब से निर्णय ले सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं के रिजल्ट के लिए अंतिम तिथि घोषित करने पर कहा कि यूजीसी से कहा जाएगा कि सभी राज्य बोर्ड को एक कट ऑफ डेट दें। कोर्ट ने 12वीं की परीक्षा जुलाई में आयोजित करने जा रहे आंध्र प्रदेश सरकार से कहा कि परीक्षा न करवाना बेहतर है। सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार से परीक्षा को लेकर उचित स्कीम के बारे में कल यानी 25 जून तक कोर्ट को सूचित करने का निर्देश दिया। 
जस्टिस खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच ने केरल सरकार से भी 25 जून तक 12वीं की परीक्षा को लेकर बताने का निर्देश दिया। सुनवाई के दौरान आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से वकील महफूज नाजकी ने कहा कि राज्य बोर्ड की 12वीं और 11वीं की परीक्षा को कराने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने कहा कि 12वीं की राज्य बोर्ड की परीक्षा रद्द नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि जुलाई के अंत में परीक्षा होगी। तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर आप जुलाई के अंत में परीक्षा लेंगे तो ये काफी अनिश्चितता हो जाएगी। आप रिजल्ट कब जारी करेंगे। दूसरे कोर्स में दाखिला के लिए आपके रिजल्ट का कोई इंतजार नहीं करेगा। तब नाजकी ने कहा कि हम कोशिश करेंगे की परीक्षा पहले हो। 
कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार से पूछा कि आपने कहा है कि एक कमरे में 15 से 18 छात्र होंगे। तो क्या आपने 34,634 कमरों के फार्मूले पर काम किया है। कमरों में हवा आने-जाने की व्यवस्था होनी चाहिए। किसी भी मौत का जिम्मा सरकार का होगा। कोर्ट ने कहा कि मौत होने पर एक करोड़ रुपये का मुआवजा देना पड़ सकता है। तब नाजकी ने कहा कि हमारे पास कमरे हैं। तब कोर्ट ने इसके संबंध में हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि अन्य बोर्डों ने जमीनी हकीकत को देखते हुए सोच-समझकर फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट भी आ रहा है। इसे लेकर कोई असमंजस नहीं होना चाहिए। यह लोगों के स्वास्थ्य का सवाल है। सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार से कहा कि आपके पास कोई ठोस प्लान होना चाहिए।

आतंकी संगठनों से जुड़े होने के पुख्ता प्रमाण मिलें

हरिओम उपाध्याय                   
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं। इस प्रकरण की जांच में जुटी एजेंसियों के हाथ धर्मांतरण गिरोह के आतंकी संगठनों से जुड़े होने के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। मुख्यमंत्री योगी ने इस मामले में सुरक्षा जांच एजेंसियों से कहा है कि इससे सख्ती से निपटें। यूपी एटीएस ने धर्मांतरण के मामले में खुलासा करते हुए दिल्ली के जामियानगर के मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहागीर आलम कासमी को पकड़ा था। 
जांच एजेंसियों ने जब दोनों से पूछताछ की तो इन्होंने अपने मंसूबे जाहिर किए। दोनों ने बताया कि वह लोग मूक-बधिर बच्चों और मजबूर महिलाओं को पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराते हैं। उमर गौतम ने यह भी स्वीकारा है कि उसने एक हजार लोगों का धर्मांतरण कराया है। इसमें नोएडा सेक्टर-117 स्थित डेफ सोसाइटी में मूक-बधिर बच्चे भी शामिल हैं। इसके बाद उन्हें ही अपना हथियार बनाकर भारत समेत कई देशों में आतंक फैलाने की साजिश रचते हैं। ये बच्चे इसलिए भी इनके काम आते हैं कि ना तो ये बोल पाते हैं और न ही सुन पाते हैं। 
ये आरोपित खासतौर से चैरिटेबल ट्रस्ट पर चलने वाले संस्थान के छात्र-छात्राओं को ही अपना निशाना बनाते थे। जांच एजेंसियों की तहकीकात में धर्म परिवर्तन के अलावा इनके टेरर फंडिंग के भी प्रमाण मिले हैं। धर्मांतरण गिरोह के आतंकी संगठनों से जुड़े होने के साक्ष्य भी मिला है। इन्हें धर्मांतरण की आड़ में देश में आतंकी साजिश रचने के लिए विदेशों से पैसा भेजा जाता था। साथ ही साथ धर्मांतरित मूक बधिर बच्चों का जेहादी गतिविधियों मेइस्तेमाल किए जाने के भी सुराग मिले है। 
उमर देश के 24 राज्यों में करा चुका धर्मांतरण 
मामले की जांच कर रही एजेंसियों के हाथ धर्मांतरण और टेरर फंडिंग के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। ये गिरोह आतंकी गतिविधियों से भी जुड़ा हुआ है। धर्मांतरण का मास्टरमाइंड उमर गौतम देश के 24 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में धर्मांतरण करा चुका है। वह 18 बार इंग्लैंड, चार बार अमेरिका, अफ्रीका, सिंगापुर, पौलेंड समेत कई देशों की यात्रा पर जा चुका है। वह कहा करता था कि लोगों को इस्लाम कबूल करने से अल्लाह का काम हो रहा है। उसने हिंदू ही नहीं ईसाई, जैन और सिख परिवारों के बच्चों का भी बड़ी संख्या में धर्मांतरण कराया है। 
उमर गौतम ने दिल्ली के बाटला हाऊस को अपनी गतिविधि का मुख्य केंद्र बनाया था। धर्म परिवर्तन के मामले की जांच कर सुरक्षा एजेंसियों को कई अहम जानकारियां मिली है। धर्मांतरण के लिए अरब देश व विदेशों से फंडिंग की जा रही है। इसमें पाकिस्तान का भी नाम सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियां देश भर में संदिग्धों के बैंक खाते खंगालने में जुट गईं हैं और 100 से अधिक बैंक खाते रडार पर लिए गए हैं। हालांकि यह गोपनीय जांच है, इसके चलते जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा रही है।
उमर के नाम अरबों की संपत्ति सूत्रों के मुताबिक, धर्मांतरण के मामले में पकड़े गए मौलाना उमर गौतम की कई जगहों पर अरबों की संपत्ति होने का पता चला है। अकेले गाजियाबाद में उसकी काफी अचल संपत्ति है। फतेहपुर के रहने वालों का कहना है कि उमर गौतम जब भी गांव आता था तो अंदौली का एक व्यक्ति हमेशा उसके साथ रहता था। इस व्यक्ति का बहुआ रोड पर एफसीआई गोदाम के पास ट्रैक्टर ट्राली बनाने का कारखाना है। 
मोहम्मद उमर जब भी जनपद आया, तो इसी शख्स ने उसकी सारी व्यवस्था दोखी।  
धर्मांतरण गिरोह के आतंकी संगठनों से जुड़े होने के प्रमाण मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच एजेंसियों को इस केस की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने एजेंसियों को निर्देश दिया है कि देश की सुरक्षा और आस्था के खिलाफ साजिश करने वालों से सख्ती से निपटें। मुख्यमंत्री स्वयं धर्मांतरण प्रकरण की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

बेल को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद फल माना

आदर्श श्रीवास्तव           
लखीमपुर खीरी। बेल को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद फल माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार पका हुआ बेल मधुर, रुचिकर, पाचक तथा शीतल फल है। यह बेहद पौष्टिक और पेट की कई बीमारियों की अचूक औषधि भी है। इसका गूदा खुशबूदार और पौष्टिकता से भरपूर होता है। इसके पेड़ दुधवा नेशनल पार्क में बहुतायत में पाये जाते हैं। आयुर्वेद में बेल को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद फल माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार कच्चा बेलफल रुखा, पाचक, गर्म, वात-कफ, शूलनाशक व आंतों के रोगों में उपयोगी होता है। ताजे फल का सेवन किया जा सकता है और इसके गूदे से बीज हटाकर, सुखाकर, उसका चूर्ण बनाकर भी सेवन किया जा सकता है।
आयुर्वेद के जानकार बताते हैं कि उदर विकारों में बेल का फल रामबाण औषधि है। वैसे भी अधिकांश रोगों की जड़ उदर विकार ही है। बेल के फल के नियमित सेवन से कब्ज जड़ से समाप्त हो जाता है। कब्ज के रोगियों को इसके शर्बत का नियमित सेवन करना चाहिए। बेल का पका हुआ फल उदर की स्वच्छता के अलावा आँतों को साफ कर उन्हें ताकत देता है।
मधुमेह रोगियों के लिए बेलफल बहुत लाभदायक है। बेल की पत्तियों को पीसकर उसके रस का दिन में दो बार सेवन करने से डायबिटीज की बीमारी में काफी राहत मिलती है। रक्त अल्पता में पके हुए सूखे बेल की गिरी का चूर्ण बनाकर गर्म दूध में मिश्री के साथ एक चम्मच पाउडर प्रतिदिन देने से शरीर में नए रक्त का निर्माण होता है।
प्रायः देखा गया है कि गर्मियों में अतिसार की वजह से पतले दस्त आने लगते हैं। ऐसी स्थिति में कच्चे बेल को आग में भून कर उसका गूदा, रोगी को खिलाने से फौरन लाभ मिलता है। गर्मियों में लू लगने पर बेल के ताजे पत्तों को पीसकर मेहंदी की तरह पैर के तलवों में भली प्रकार मलें। इसके अलावा सिर, हाथ, छाती पर भी इसकी मालिश करें। मिश्री डालकर बेल का शर्बत पिलाने से भी तुरंत राहत मिलती है। इन्हीं सब गुणों को लेकर बेल को पूजनीय कहा गया है।बेल के 100 ग्राम गूदे में नमी 61.5 प्रतिशत, वसा 3 प्रतिशत, प्रोटीन 1.8 प्रतिशत, फाइबर 2.9 प्रतिशत, कार्बोहाइड्रेट 31.8 प्रतिशत, कैल्शियम 85 मिलीग्राम, फॉस्फोरस 50 मिलीग्राम, आयरन 2.6 मिलीग्राम, विटामिन सी 2 मिलीग्राम हैं। इनके अतिरिक्त बेल में 137 कैलोरी ऊर्जा तथा कुछ मात्रा में विटामिन बी भी पाया जाता है।

सैकड़ों केंद्र आधे कर्मचारियों से चला रहे हैं काम, पद

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। लंबे अरसे से नियुक्तियां न होने के कारण देश भर में फैले दूरदर्शन और आकाशवाणी के सैकड़ों केंद्र आधे कर्मचारियों से काम चला रहे हैं। इस समय दूरदर्शन में 10,247 जबकि आकाशवाणी में 12,086 पद रिक्त हैं। दूरदर्शन में ग्रुप ए के 1,116 पदों के मुकाबले केवल 494 कर्मचारियों से काम चलाया जा रहा है, जबकि 622 पद रिक्त हैं। इसी प्रकार बी ग्रुप में 4,183 कर्मचारियों की जगह 2,112 कर्मचारी काम कर रहे हैं। 
यानी 2071 कर्मचारियों की कमी है। यही हाल ग्रुप सी का है जिसमें 16,401 स्वीकृत पदों में से 7,554 पद खाली होने से मात्र 11,453 कर्मचारियों पर सारे काम का बोझ है। इस तरह बेरोजगारी के इस दौर में दूरदर्शन में 21,700 कर्मचारियों का काम 11,451 कर्मचारियों को करना पड़ रहा है।
यह स्थिति तब है जब सरकार 2002-03 से 2008-09 के बीच दूरदर्शन के 2,038 पदों को समाप्त कर चुकी है।यही हाल ग्रुप सी का है जिसमें 16,401 स्वीकृत पदों में से 7,554 पद खाली होने से मात्र 11,453 कर्मचारियों पर सारे काम का बोझ है। इस तरह बेरोजगारी के इस दौर में दूरदर्शन में 21,700 कर्मचारियों का काम 11,451 कर्मचारियों को करना पड़ रहा है।
यह स्थिति तब है जब सरकार 2002-03 से 2008-09 के बीच दूरदर्शन के 2,038 पदों को समाप्त कर चुकी है। जहां तक आकाशवाणी का प्रश्न है तो यहां 26,129 स्वीकृत पदों के एवज में सिर्फ 14,043 लोग नौकरी पर हैं। इनमें ग्रुप ए के 2,002 पदों के एवज में 800 कर्मचारी काम कर रहे हैं जबकि 1,202 की जगह खाली पड़ी है। ग्रुप बी में 4,928 पद रिक्त होने से 12,056 कर्मचारियों का बोझ 7128 मुलाजिमों पर है। जबकि ग्रुप सी में 26,129 मंजूर पदों के बजाय महज 14,043 का स्टाफ काम कर रहा है। ग्रुप सी में 12,086 पद नियुक्तियों का इंतजार कर रहे हैं। दूरदर्शन और आकाशवाणी में कर्मचारियों की आवश्यकता को लेकर सरकार कई बार सर्वे करवा चुकी है। इस संबन्ध में दो समितियों का गठन भी किया जा चुका है। पहली समिति 2014 में सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में बनी बनाई गई थी। उसकी सिफारिशों को स्वीकार भी कर लिया गया था। लेकिन थोड़ी-बहुत खानापूरी के अलावा कुछ नहीं हुआ। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय एजेंसी अर्न्स्ट एंड यंग को स्टाफ की आवश्यकता का नए सिरे से अध्ययन करने को कहा गया। इसकी रिपोर्ट भी पिछले साल सितंबर में मंजूर की जा चुकी है। लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी वास्तविक प्रगति का इंतजार है। दूरदर्शन और आकाशवाणी में रिक्तियों के मसले को संसदीय समिति भी सरकार के समक्ष उठा चुकी है। लेकिन इस बात का कोई स्पष्ट जवाब उसे भी नहीं मिला है कि आखिर इस समस्या का समाधान कैसे और कब तक होगा। देश में अभी दूरदर्शन के किसान चैनल समेत 36 सेटेलाइट चैनल काम कर रहे हैं जिनमें 7 राष्ट्रीय, 1 अंतरराष्ट्रीय तथा 28 क्षेत्रीय चैनल हैं। जबकि सरकार जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख जैसे संवेदनशील इलाकों समेत सभी दूरदर्शन केंद्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार एवं आधुनिकीकरण करने में जुटी है। इसी प्रकार आकाशवाणी के 485 केंद्र हैं, जिनके जरिये 22 भाषाओं तथा 181 बोलियों के साथ 506 एफएम चैनलों तथा 129 मीडियम वेव चैनलों का प्रसारण किया जा रहा है।

बरेली और बदायूं जिले में चुनाव नहीं लड़ेगी बसपा

संदीप मिश्र                
बरेली। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गयी हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने साफ कर दिया है कि वह बरेली मंडल के बरेली और बदायूं जिले में चुनाव नहीं लड़ेगी। लेकिन पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव मजबूती से लड़ा जाएगा। बसपा के इस निर्णय के बाद बरेली और बदायूं जनपद में कुर्सी की लड़ाई सिर्फ भाजपा और सपा के बीच रह गयी है। जिला पंचायत सदस्य पद के नतीजों में बसपा को मनमाफिक परिणाम नहीं मिले। बसपा का दावा है कि बरेली में छह, बदायूं में छह, पीलीभीत में छह और शाहजहांपुर में उनके नौ सदस्य जीते हैं। 
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बसपा ने पीलीभीत और शाहजहांपुर जनपद में प्रत्याशी उतारने का मन बनाया है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है लेकिन जिलाध्यक्षों और पार्टी के बड़े नेताओं को प्रदेश नेतृत्व से संकेत मिल गया है। बसपा के मंडल स्तर के एक पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी एक खास रणनीति के तहत काम कर रही है। इसी वजह से दोनों जिलों से उम्मीदवार घोषित नहीं किए गए हैं। बसपा ने समर्थन को लेकर भी तस्वीर साफ नहीं की है। इससे पार्टी नेता ही नहीं, जीते हुए सदस्य भी असमंजस में है। जिलाध्यक्ष बसपा, बरेली डा. जयपाल सिंह ने बताया कि बरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव पार्टी नहीं लड़ेगी। 25 जून को मंडल इकाई की बैठक है, जिसमें मंडल के मुख्य जोन प्रभारी भी मौजूद रहेंगे। बैठक में चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति बताई जाएगी। 
जिलाध्यक्ष बसपा, पीलीभीत चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि भाजपा-सपा को टक्कर देने की योजना है। जिले में कुल 34 जिला पंचायत सदस्य हैं। इसमें छह सदस्य पार्टी के टिकट पर जीते हैं। चार अन्य सदस्य समर्थन दे चुके हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी मैदान में उतारने को लेकर हाईकमान के आदेश का इंतजार है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-313 (साल-02)
2. शुक्रवार, जून 25, 2021
3. शक-1984,अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै., अधिकतम-39+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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बुधवार, 23 जून 2021

जी-7 के बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड प्लान से घबराया 'चीन'

बीजिंग। जी-7 के बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड प्लान से चीन घबरा गया है। यही वजह है कि जी-7 देशों की बैठक के तुरंत बाद चीन ने जिनपिंग के ड्रीम प्रोजेक्ट बीआरआई पर एक अहम बैठक बुलायी है। अपने महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) पर चर्चा के लिए चीन ने आज यानी बुधवार को एशिया प्रशांत देशों के मंत्रियों का एक सम्मेलन आयोजित किया है। अमेरिका के नेतृत्व वाले जी-7 देशों द्वारा बीजिंग की अरबों डॉलर की अवसंरचना विकास पहल के मुकाबले 'बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड' (बी3डब्ल्यू) योजना की घोषणा किये जाने के बाद इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। चीन बीआरआई के जरिए गरीब और छोटे मुल्कों को विकास का सपना दिखाकर लोन जाल में फंसाने में जुटा है। 

'ग्रुप ऑफ सेवन (जी-7) में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, फ्रांस और जापान शामिल हैं। जी7 ने अपने लंदन सम्मेलन में 12 जून को चीन के बढ़ते प्रभाव की काट के तौर पर बी3डब्ल्यू योजना शुरू करने पर सहमति जताई थी, जिसके तहत विकासशील देशों के लिये अवसंरचना योजना की पेशकश की जाएगी, जो बीआरआई की प्रतिस्पर्धी होगी।

प्रचार कार्यक्रम से आगे नहीं बढ़ पा रही सरकार

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कोविड टीकाकरण को लेकर ‘पीआर इवेंट’ (प्रचार कार्यक्रम) से आगे नहीं बढ़ पा रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ”कोरोना टीकाकरण जब तक निरंतर बड़े स्तर पर नहीं होता, तब तक हमारा देश सुरक्षित नहीं है। अफ़सोस, केंद्र सरकार पीआर इवेंट से आगे नहीं बढ़ पा रही।”केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया था कि 21 जून को 80 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए गए। कांग्रेस का दावा है कि कई भाजपा शासित राज्यों में 20 जून को बहुत सीमित संख्या में टीके लगाए गए और फिर 21 जून को लाखों की संख्या में टीके लगाए गए ताकि टीकाकरण को रिकॉर्ड के तौर पर पेश किया जा सके।
उधर, राहुल गांधी ने एक अन्य ट्वीट में बिहार में बाढ़ की स्थिति को लेकर चिंता प्रकट की और पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे जरूरतमंद लोगों की हर संभव मदद करें। कांग्रेस नेता ने कहा, ”बिहार के बाढ़ पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। महामारी के समय में यह आपदा एक बड़ी त्रासदी है। मैं कांग्रेस के साथियों से अपील करता हूं कि राहत कार्य में हाथ बटायें। हमारा हर क़दम जन सहायता के लिए उठे- यही कांग्रेस विचारधारा की असली पहचान है।”


आखिरी दिन भारत ने 128 रन की बढ़त बनाईं

साउथम्पटन। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जा रहा है। छठे और आखिरी दिन बुधवार को भारत ने 128 रन की बढ़त बना ली है। भारत का आठवां विकेट गिर गया है। क्रीज पर मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा टिके हुए हैं।बता दें कि लंच तक पांच विकेट पर 130 रन बनाये। पहली पारी में 32 रन से पिछड़ने वाली भारतीय टीम को इस तरह से अब 128 रन की बढ़त मिल चुकी है। भारत ने सुबह दो विकेट पर 64 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसने कप्तान विराट कोहली (13) और चेतेश्वर पुजारा (15) के विकेट जल्दी गंवा दिये। उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (15) भी ज्यादा देर तक नहीं टिक पाये।

लंच के समय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत 28 और रविंद्र जडेजा 12 रन पर खेल रहे थे। इसके बाद खेल शुरू होते ही भारत को छठे झटके के रूप में रविंद्र जडेजा का विकेट गवांना पड़ा। मात्र 16 रन के स्कोर पर जडेजा को वैग्नर ने पैवेलियन भेजा। क्रीज पर मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा टिके हुए हैं। न्यूजीलैंड की तरफ से काइल जैमीसन और टिम साउदी ने दो-दो, जबकि ट्रेंट बोल्ट ने एक विकेट लिया है।


दिल्ली में बुधवार को कोरोना के 111 नए मामलें मिलें

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस के 111 नए मरीज सामने आए और सात संक्रमितों की वायरस संक्रमण से मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण दर 0.15 प्रतिशत पर आ गई है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, नए मामलों के बाद दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 14,33,366 हो गई है। जबकि मृतक संख्या 24,940 पर पहुंच गई है। दिल्ली में मृत्यु दर 1.74 फीसदी है। बुलेटिन के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में 14,06,629 लोग अबतक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में ही 702 मरीज संक्रमण से उबरे हैं। बुलेटिन के मुताबिक, एक दिन पहले 76,185 नमूनों की जांच की गई थी। बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को 134 नए मरीज मिले थे और आठ की मौत हुई थी तथा संक्रमण दर 0.20 प्रतिशत थी।

ग्रामीण बाजार पर हवाई हमला, 80 लोगों की मौंत

अदीस अबाबा। इथोपिया के तिग्रे क्षेत्र में मंगलवार को एक गांव में भीड़भाड़ वाले ग्रामीण बाजार पर हवाई हमला हुआ, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गयी। स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से यह जानकारी दी और कहा कि सैनिकों ने चिकित्सा टीमों को घटनास्थल की ओर से जाने से रोक दिया। तिग्रे की क्षेत्रीय राजधानी मेकेले में दो डॉक्टरों और एक नर्स ने कहा कि वे मृतकों की वास्तविक संख्या की पुष्टि करने में असमर्थ हैं।

वहीं, एक डॉक्टर ने घटनास्थल पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों के हवाले से बताया कि “80 से अधिक नागरिकों की मौत” हुयी है। तोगोगा में हुआ कथित हवाई हमला नवंबर में संघर्ष शुरू होने के बाद से क्षेत्र में जारी भीषण लड़ाई के बीच हुआ है। इस बीच इथोपिया के प्रधानमंत्री के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया। हमले में घायल कुछ लोगों का इलाज मेकेले के आयडर अस्पताल में किया जा रहा है।

टीकाकरण में बाधक की भूमिका निभाने का आरोप

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को विपक्षी दलों पर टीकाकरण अभियान में बाधक की भूमिका निभाने का आरोप लगाया और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि टीकों को लेकर भ्रम पैदा करने वालों ने खुद चुपके-चुपके टीका लगवा लिया। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और पार्टी के विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर पार्टी मुख्यालय में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के बाद अपने संबोधन में नड्डा ने कश्मीर में रहस्यमय परिस्थितयों में हुई श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की जांच ना कराने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराया।

नड्डा ने कहा कि भारत में पहले 600 मीट्रिक टन तक ऑक्सीजन का उत्पादन होता था जबकि पिछले साल तक यह उत्पादन 1,000 मीट्रिक टन तक पहुंचा और कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में जब देश में ऑक्सीजन की मांग बढ़ने लगी तब एक सप्ताह के भीतर इसका उत्पादन 3000 मीट्रिक टन तक पहुंचा दिया गया। उन्होंने कहा कि आज देश में 9,440 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है।भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि टीकाकरण अभियान अभी देश में पूरी क्षमता के साथ चल रहा है और इस वर्ष के अंत तक 257 करोड़ टीकों की खुराक तैयार हो जाएगी तथा सभी लोगों को दोनों खुराक देने के लिए भारत तैयार हो जाएगा। टीकों और टीकाकरण अभियान को लेकर सवाल खड़े करने के लिए विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम साधक बने हुए हैं। हम साधना कर रहे हैं। वहीं कुछ राजनीतिक दल बाधक बने हुए हैं।’’

गृहसचिव को पत्र लिखकर इच्छा व्यक्त की: डीजीपी

राणा ओबराय         
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस के वर्तमान महानिदेशक मनोज यादव ने केंद्र में जाने के लिए हरियाणा के गृहसचिव को पत्र लिखकर अपनी इच्छा व्यक्त की है। यदि उनके पत्र पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा सरकार
डीजीपी यादव की सेवाएं केंद्र सरकार को सौंप देते हैं तो “फिर अगला सवाल होगा, हरियाणा पुलिस का नया डीजीपी कौन”। हमारी निजी जानकारी के अनुसार, जेल विभाग के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर हरियाणा पुलिस प्रमुख के तौर पर हरियाणा की खट्टर सरकार की पहली पसंद हो सकते हैं ? यदि, गृहमन्त्री अनिल विज की नियुक्ति मामले में चली तो डीजीपी पद के लिए वह किसी ओर अधिकारी के नाम का अनुमोदन कर सकते हैं। यह तो भविष्य ही बताएगा कि हरियाणा पुलिस विभाग का प्रमुख कौन होगा ?

मेरठ मंडल अध्यक्ष ने पीके ग्राफिक का उद्घाटन किया

सत्येंद्र पंवार           
मेरठ। बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आर डी गादरे ने पीके ग्राफिक जागृति विहार पीएनबी रोड जागृति प्लाजा में पीके ग्राफिक का उद्घाटन किया।
पी के ग्राफिक्स के उद्घाटन के मौके पर प्रदेश मीडिया प्रभारी आर डी गादरे ने पुनीत कुमार को बधाई दी एव उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। आर डी गादरे ने अपने वक्तव्य में कहा कि मूल निवासियों को स्वयं का रोजगार स्थापित ज्यादा से ज्यादा संख्या में करना चाहिए और बहुजन समाज के प्रत्येक लोगों का आपस में कारोबार में परेशानियों में एक दूसरे का सहयोग करना जरूरी है और एक दूसरे के दुख सुख मे आगे आएं आने वाला वक्त यह महामारी से साबित हो चुका है कि देश को मनुवादी लोग गुलामी की ओर धीरे-धीरे धकेल रहे हैं।मूल निवासियों को आप सब आपस में लड़वाकर अपना कब्जा बनाए हुए हैं। 
इसी मौके पर विद्यार्थी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट राहुल कुमार, ज्ञान ज्योति खैरो, मेरठ बहुजन मुक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह, मेरठ महानगर प्रभारी खुर्शीद आलम, मनोज कुमार, आसिफ लुकमान, मनीष बाल्मीकि, अनिल कुमार, विजय पाल, विशवास हरित, मनिश गौतम, यासीन मलिक, डॉ. इरशाद अन्सारी, आयु प्रियान्का, दीपाँकर आयु, बेबी क्रिष, आर्यन तनु, तन्वी सौर्य, आरूष प्रेरणा, मजीद खान, राधिका अपेक्षा, जानवी, संजय कुमार, मुकेश शर्मा, औरंगाबाद रसूलपुर ग्राम प्रधान शहजाद चौधरी आदि मौजूद रहे।

चेकिंग अभियान चलाकर 4 ट्रकों के खिलाफ कार्यवाही

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। अवैध खनन व ओवरलोड वाहनों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत शंकरगढ़ नारीबारी चौकी इंचार्ज ने आज चौकी क्षेत्र राजमार्ग पर सघन चेकिंग अभियान चलाकर चार ट्रकों के खिलाफ कार्यवाही की। सीज किए गए ट्रकों से अच्छी खासी के राजस्व की वसूली होगी। 
डीआईजी एसएसपी प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के निर्देश अवैध खनन अवैध परिवहन वाहनो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित व क्षेत्राधिकारी बारा अवधेश कुमार शुक्ला के कुशल निर्देशन में थानाध्यक्ष कुलदीप कुमार तिवारी के कुशल नेतृत्व में चौकी प्रभारी नारीबारी मनीष कुमार त्रिपाठी ने चौकी पर तैनात हे. का. धनंजय त्रिपाठी अन्य हमराहीगणो के साथ क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया। 
इस दौरान ओवरलोडिंग परिवहन में लिप्त उन्होंने कुल चार ट्रकों को हिरासत में लिए। वाहनो को पकड़े जाने की सूचना जब वाहन मालीको हुई तो वाहन को छुड़ाने के जुगाड़ में लगे। लेकिन, सख्त थानाध्यक्ष व चौकी प्रभारी के सामने एक ना चली। उन्होंने सभी वाहनों को थानों में खड़ा कराते हुए सीज की कार्यवाही की।

शासन की नीतियों का अनुपालन करायें जाने के निर्देश

बृजेश केसरवानी              
प्रयागराज। सहायक श्रम आयुक्त श्री गौतम गिरि ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि श्रम आयुक्त, उत्तर प्रदेश, कानपुर श्री मो. मुस्तफा, आईएएस के जनपद प्रयागराज में आगमन पर कार्यालय-उप श्रम आयुक्त, उप्र, प्रयागराज तथा औद्योगिक न्यायाधिकरण एवं श्रम न्यायालय, प्रयागराज (मुख्यालय) के कार्यों की समीक्षा की गयी एवं शासन की नीतियों का सख्ती से अनुपालन कराये जाने के निर्देश दिये गये।
श्रम आयुक्त द्वारा श्रम कार्यालय से संचालित विभिन्न योजनाओं की भी समीक्षा की गयी एवं निर्देश दिये गये कि श्रमिकों द्वारा विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत प्राप्त आवेदन-पत्रों पर कार्यवाही करते हुए उनको यथाशीघ्र हितलाभ दिलाया जाए। साथ ही श्रमिकों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराया जाए। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना एवं असंगठित कर्मकारों के पंजीयन के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए अधिक से अधिक संख्या में नामांकन कराया जाए। इस अवसर पर उनके द्वारा कार्यालय-उप श्रम आयुक्त, उप्र, प्रयागराज के परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया।

सीएम द्वारा लखनऊ से ऑनलइन प्रसारण किया

कौशाम्बी। ऑनलाइन स्वरोजगार संगम ऋण वितरण मेला के आयोजन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ से ऑनलइन प्रसारण किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने कर कमलों द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी योजना, वित्त पोषण योजना एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को अपना स्वयं का उद्यम प्रारम्भ करने हेतु ऋण एवं टूलकिट का वितरण किया।
इसी क्रम में बुधवार को जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कार्यालय कक्ष में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी योजना एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के 5 लाभार्थियों अजय कुमार, अनिल कुमार, राज कुमार, नत्थू लाल एवं आशा देवी को चेक वितरित किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी, जिला उद्योग अधिकारी सहित अन्य कर्मचारी एवं उद्यमीगण उपस्थित रहे।
उज्ज्वल केसरवानी

दिल्ली से चोरी की बाइक सहित आरोपी अरेस्ट किया

अतुल त्यागी                
हापुड़। दिल्ली से चोरी की गई मोटरसाइकिल पिलखुवा में बरामद हुई और आरोपी गिरफ्तार किया। पिलखुवा पुलिस ने एक ऐसे वाहन चोर को गिरफ्तार किया है, जिसने दिल्ली से मोटरसाइकिल चुराई थी। कप्तान के निर्देशों पर चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान पिलखुवा पुलिस ने दिल्ली से चोरी की बाइक सहित गिरफ्तार किया। हापुड़ पुलिस द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं शातिर/वाहन चोरों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान थाना पिलखुवा पुलिस ने एक शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार किया। जिसके कब्जे से दिल्ली से चोरी की गई फर्जी नम्बर प्लेट लगी। एक मोटर साइकिल व एक अवैध चाकू बरामद किया। पिलखुवा पुलिस को सफलता मिलीं।

जन स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाने की सलाह दी

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में डेल्टा प्लस स्वरूप (वेरिएंट) के लगभग 40 मामले सामने आए हैं। इसे चिंताजनक स्वरूप (वीओसी) के रूप में वर्गीकृत किया है। मंत्रालय ने बताया कि डेल्टा के अलावा डेल्टा प्लस समेत डेल्टा के सभी उप-वंशों को वीओसी की श्रेणी में रखा गया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारत में अब तक 45,000 से अधिक नमूनों के अनुक्रमण के बाद डेल्टा प्लस स्वरूप एवाई 1 के करीब 40 मामले महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं सामने आए हैं और इसकी मौजूदगी में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है।
इन तीन राज्यों को सतर्कता बढ़ाने और जन स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने 11 जून को एवाई 1 संबंधी रिपोर्ट दी थी, जिसके बाद नमूनों के विश्लेषण से पता चला कि इस स्वरूप के संक्रमण का पहला मामला महाराष्ट्र से एकत्र किए गए नमूने में मिला। यह नमूना पांच अप्रैल को एकत्र किया गया था। बयान में बताया गया कि 18 जून तक दुनिया भर में एआई 1 स्वरूप के 205 अनुक्रमों का पता चला, जिनमें से 50 फीसद मामलों का पता अमेरिका और ब्रिटेन में चला।इंडियन सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम’  (आईएनएसएसीओजी) ने हाल में वायरस के इस स्वरूप (डेल्टा, बी.1.617.2) की पहचान की थी। यह स्वरूप दुनिया के नौ अन्य देशों में भी पाया गया है। आईएनएसएसीओजी राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का एक समूह है।
जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गठित किया है। आईएनएसएसीओजी वायरस के नए स्वरूपों तथा महामारी के साथ उनके संबंधों का पता लगा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में वायरस के कई स्वरूप सामने आने के मद्देनजर उन्हें वीओसी (वेरिएंड ऑफ कंन्सर्न यानी चिंताजनक स्वरूप) और वीओआई (वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट यानी रुचि के स्वरूप) के रूप में वर्गीकरण किया है। बयान के अनुसार, डेल्टा स्वरूप के साथ साथ डेल्टा प्लस समेत डेल्टा वंश के सभी स्वरूपों को वीओसी में रखा गया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सभी डेल्टा उप-वंशों को वीओसी माना जाता है, हालांकि एवाई.1 के संबंध में अभी जांच की जा रही है। वर्तमान में, भारत में एवाई 1 के मामले कम हैं। एवाई.1 के ज्यादातर मामले यूरोप, एशिया और अमेरिका के नौ देशों में सामने आए हैं। गोवा सरकार ने महाराष्ट्र में कोविड-19 के डेल्टा प्लस स्वरूप के मामले सामने आने के मद्देनजर निकटवर्ती राज्य के साथ लगती सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि गोवा में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए है।
लेकिन राज्य में ‘डेल्टा प्लस’ का अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि गोवा से सटे महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में डेल्टा प्लस स्वरूप के मामले सामने आए हैं, ऐसे में सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। सावंत ने बताया कि गोवा में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के 26 मामले सामने आए हैं, जो पुणे की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में पाए गए। उन्होंने कहा कि गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पणजी के पास स्थित), उत्तरी गोवा जिला अस्पताल (मापुसा), दक्षिण गोवा जिला अस्पताल (मडगांव) और विक्टर अस्पताल (मडगांव) कोविड-19 रोगियों के नमूने एकत्र कर रहे हैं जिन्हें पुणे स्थित प्रयोगशाला में स्वरूप की जांच के लिए भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गोवा एवं महाराष्ट्र की सीमा के पास निजी प्रयोगशालाओं को अपने केंद्र स्थापित करने की अनुमति दी है। 
उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमें कोई संदिग्ध (गोवा में प्रवेश करने वाला कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति) मिलता है, तो उसे पृथक-वास में रखा जाता है और राज्य में प्रवेश से पहले उसकी जांच की जाती है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गोवा में मंगलवार को संक्रमण के 303 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,64,957 हो गए तथा 11 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,008 हो गई। कर्नाटक में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप का पहला मामला मैसुरू में सामने आया है। हालांकि संक्रमित व्यक्ति में रोग के कोई लक्षण नहीं हैं तथा उसके संपर्क में आया कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बुधवार को यह जानकारी दी। सुधाकर ने संवाददाताओं से कहा, “मैसुरु में एक मरीज डेल्टा प्लस स्वरूप से संक्रमित है।
जिसे हमने अलग कर दिया है, लेकिन उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा कि उसके संपर्क में आया कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है जो एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नए स्वरूपों को लेकर सावधानीपूर्वक निगरानी कर रही है और राज्य में छह जीनोम प्रयोगशालाएं स्थापित करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख से दो लाख कोविड-19 जांच की जा रही है।

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...