रविवार, 6 जून 2021

नाइजीरिया ने ट्विटर की सेवाओं पर रोक लगाईं

अबूजा। नाइजीरिया सरकार ने देशभर में ट्विटर की सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए रोक दी हैं। जिसके चलते लाखों लोग शनिवार को ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर सके। नाइजीरिया के संचार सेवा संगठन ‘द असोसिएशन ऑफ लाइसेंस्ड टेलिकम्युनिकेशन ऑपरेटर्स’ ने एक बयान में कहा कि उसके सदस्यों ने सरकारी निर्देश के अनुसार ट्विटर की सेवाएं बंद कर दी हैं। दरअसल, शुक्रवार को नाइजीरिया सरकार ने कहा था कि वह ‘माइक्रोब्लॉगिंग साइट’ की सेवाओं पर रोक लगा रही है। क्योंकि ट्विटर ने अलगाववादी आंदोलन पर किया गया राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी का ट्वीट हटा दिया है। देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्री लाई मोहम्मद ने शुक्रवार को कहा कि सरकारी अधिकारियों ने ट्विटर की सेवाओं पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। क्योंकि इस मंच का इस्तेमाल ”ऐसी गतिविधियों के लिए हो रहा है। जो नाइजीरिया के कॉरपोरेट अस्तित्व को कमजोर करने की क्षमता रखती हैं।”

उन्होंने राष्ट्रपति का पोस्ट हटाने पर ट्विटर की आलोचना की और कहा, ”नाइजीरिया में ट्विटर का मिशन संदिग्ध है” और ट्विटर ने पूर्व में देश की सरकार के खिलाफ भड़काऊ ट्वीट को अनदेखा किया था। गौरतलब है कि हाल के महीनों में बिआफरा अलगाववादी संगठन पर पुलिस थानों और सरकारी इमारतों पर हमला करने के आरोप लगे थे। राष्ट्रपति का ट्वीट इसी से संबंधित था। ट्वीट में बुहारी ने कहा था कि अलगाववादियों के साथ ”उसी तरह का बर्ताव किया जाएगा, जो भाषा उन्हें समझ आती है।” ट्विटर ने बुहारी के इस पोस्ट को आपत्तिजनक बताते हुए बुधवार को इसे हटा दिया था। ट्विटर की सेवाएं बंद करने के सरकार के निर्णय की काफी आलोचना हो रही है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ ने कहा कि वह उस सोशल मीडिया पर रोक लगाने के नाइजीरिया सरकार के निर्णय की निंदा करता है।

जिसका इस्तेमाल देश की जनता अपने अन्य अधिकारों सहित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सूचना तक पहुंच के लिए करती है। एमनेस्टी ने एक बयान में कहा, ”हम नाइजीरियाई अधिकारियों से गैर कानूनी रोक को तत्काल हटाने, मीडिया को नियंत्रित करने की योजनाओं को त्यागने और देश के लोगों के मानवाधिकारों का हनन बंद की मांग करते हैं।” नाइजीरिया में अमेरिकी मिशन ने कहा कि देश का संविधान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार देता है। इन सब के बीच ट्विटर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह सरकार की कार्रवाई से बेहद चिंतित है। साथ ही कहा कि आधुनिक युग में स्वतंत्र एवं खुला इंटरनेट एक जरूरी मानवाधिकार है। अनुमान के मुताबिक देश में चार करोड़ लोग ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं।

विश्व: संक्रमित संख्या-17.28 करोड़ से अधिक हुईं

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और अब तक इससे 17.28 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 37.18 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 28 लाख 65 हजार 872 हो गयी है। जबकि 37 लाख 18 हजार 720 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 57 हजार 080 हो गयी है और 5.97 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 1,14,460 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 88 लाख 09 हजार 339 हो गया।

इस दौरान एक लाख 89 हजार 232 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 69 लाख 84 हजार 781 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 77 हजार 449 कम होकर 14 लाख 77 हजार 799 रह गये हैं। इस दौरान 2677 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 46 हजार 759 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है।इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.69 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.72 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.69 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 1.10 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.82 लाख से ज्यादा हो गयी है और 48,068 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.58 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.27 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.30 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 39.39 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 80,867 है। जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.06 लाख से अधिक हो गई है और 89,228 लोगों की मौत हो चुकी है।

स्पेन में इस महामारी से 36.97 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,196 लोगों की मौत हो चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 35.47 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 91,422 लोगों ने जान गंवाई है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गया है। ईरान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29.60 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 80,941 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.74 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,139 लोग जान गंवा चुके हैं। मैक्सिको में कोरोना से 24.31 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.72 लाख से अधिक है और 53,211 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.76 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 1.85 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 18.50 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 51,449 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.91 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और 56,929 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.88 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,950 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.63 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,157 लोग जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.30 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,189 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 8.09 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 12,801 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

प्रदेश प्रभारी ने राज्यपाल आनंदीबेन से मुलाकात की

हरिओम उपाध्याय                

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार और नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच भाजपा उपाध्यक्ष और पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने रविवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना संबंधी सवाल पर कहा “ऐसा कुछ नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार और संगठन बहुत मजबूती के साथ चल रहे हैं। देश के अंदर सबसे मजबूत संगठन और सबसे लोकप्रिय सरकार उत्तर प्रदेश में ही काम कर रही है।”

राज्यपाल से मुलाकात की वजह के बारे में भाजपा उपाध्यक्ष ने बताया कि पार्टी का उत्तर प्रदेश प्रभारी बनने के बाद अभी तक राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो पाई थी इसीलिए वह मिलने चले आए। इस सवाल पर कि यह मुलाकात कहीं प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर तो नहीं हुई, सिंह ने कहा, ‘‘यह एक औपचारिक और व्यक्तिगत भेंट थी।’’ गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच भाजपा उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष ने पिछले हफ्ते राजधानी लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉक्टर दिनेश शर्मा तथा प्रदेश के तमाम मंत्रियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों से अलग-अलग बैठक की थी।

केंद्र ने सरकार की ‘राशन’ योजना को क्यों रोका ?

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि केंद्र ने सरकार की ‘घर-घर राशन’ योजना को क्यों रोका ? उन्होंने कहा कि इस योजना को राष्ट्रहित में मंजूरी दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में ‘घर-घर राशन’ योजना सिर्फ दिल्ली में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लागू होनी चाहिए, क्योंकि राशन की दुकानें ‘‘सुपरस्प्रेडर’’ हैं। केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर विपक्षी दलों की सरकारों से लड़ने का आरोप लगाते हुए कहा, “इतने मुसीबत के समय केंद्र सरकार सबसे झगड़ रही है। आप (केंद्र) ममता दीदी से, झारखंड सरकार से, लक्षद्वीप के लोगों से, महाराष्ट्र सरकार से, दिल्ली के लोगों से और किसानों से लड़ रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि अगर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के बजाय आपस में ही लड़ेंगे तो महामारी कैसे निपटेंगे। केजरीवाल ने एक डिजिटल पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा, “आज मैं बेहद व्यथित हूं और मैं सीधे आपसे बात करना चाहता हूं… दिल्ली में अगले हफ्ते से घर-घर राशन पहुंचाने का काम शुरू हो जाना था।” मुख्यमंत्री ने कहा, “ सरकारी तैयारियां हो चुकी थीं और यह क्रांतिकारी कदम होने वाला था, लेकिन अचानक दो दिन पहले आपने (प्रधानमंत्री) इसे रोक दिया। क्यों सर आपने ऐसा क्यों किया?” मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “ पिछले 75 साल से गरीब जनता राशन माफिया का शिकार होती आई है और हर महीने फाइलों में उसके लिए राशन जारी होता है, लेकिन उसे मिलता नहीं है। अधिकांश राशन चोरी हो जाता है।”

यूपी के 71 जिलों को आंशिक कर्फ्यू से मिलेंगीं राहत

हरिओम उपाध्याय                

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार कम होते प्रभाव के बीच सोमवार को 600 से कम एक्टिव केस वाले 71 जिलों को आंशिक कोरोना कर्फ्यू से राहत मिल जायेगी। अब सिर्फ मेरठ, लखनऊ, सहारनपुर और गोरखपुर जिलों को कोरोना कर्फ्यू प्रभावी रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रदेश की स्थिति हर दिन के साथ बेहतर होती जा रही है।

पिछले 24 घंटे में 36 जिलों में सिंगल डिजिट में केस आये हैं। कुल एक्टिव केस घटकर 17,900 रह गए हैं। 10,141 लोग होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। हालांकि लोगों को समझना होगा कि वायरस कमजोर पड़ा है, समाप्त नहीं हुआ। थोड़ी सी लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होने कहा कि बीते 24 घंटे में एक ओर जहां 03 लाख 10 हजार सैम्पल टेस्ट हुए वहीं मात्र 1,165 नए पॉजिटिव केस आये।

भारत: 24 घंटे में 1,14,460 नए मामलें सामने आएं

नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,14,460 नए मामले सामने आए। जो 60 दिन की अवधि में सबसे कम संख्या है। इसके साथ ही दैनिक संक्रमण दर घटकर अब 5.62 प्रतिशत रह गई है। वहीं, महामारी से 2,677 और लोगों की मौत हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को अपने अद्यतन आकड़ों में यह जानकारी दी और कहा कि संक्रमण के नए मामलों के साथ देश में महामारी के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 2,88,09,339 हो गई है। वहीं संक्रमण से 2,677 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 3,46,759 हो गई है। करीब 42 दिन में मृतकों की यह सबसे कम संख्या है। उपचाराधीन मामलों की संख्या भी घटकर 15 लाख से कम रह गई है। छह अप्रैल को 24 घंटे में संक्रमण के 96,982 नए मामले सामने आए थे। मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को 20,36,311 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिन्हें मिलाकर जांच संख्या बढ़कर 36,47,46,522, हो गई है।

दैनिक संक्रमण दर घटकर अब 5.62 प्रतिशत रह गई है और लगातार 13 दिन से यह दस प्रतिशत से कम बनी हुई है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर घटकर 6.54 प्रतिशत रह गई है। इसने कहा कि देश में अब 14,77,799 मामले उपचाराधीन हैं, जो कुल मामलों का 5.13 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 93.67 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटे में 77,449 मामले कम हुए हैं। यह लगातार 24वां दिन है। जब स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या संक्रमितों की संख्या से अधिक है। 

अब तक 2,69,84,781 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। वहीं, संक्रमण से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है। गौरतलब है कि देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-295 (साल-02)
2. सोमवार, जून 07, 2021
3. शक-1984, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रयोदशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:46, सूर्यास्त 07:11।
5. न्‍यूनतम तापमान -16 डी.सै., अधिकतम-38+ डी.सै.।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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शनिवार, 5 जून 2021

महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार बताया, दबाव

बीजिंग/ मास्को। कोरोना महामारी के लिए जहां एक तरफ अमेरिका सहित अधिकतर देश चीन को जिम्मेदार बताते हुए वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए दबाव बना रहे हैं, तो दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति कन्नी काटते हुए भी बचाव कर गए। उन्होंने कहा है कि संकट का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर अधिक बोलने से बचते हुए कहा कि उनके पास इस मामले में कुछ दिलचस्प कहने के लिए नहीं है।

रूसी राष्ट्रपति ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के वरिष्ठ संपादकों के साथ ऑनलाइन बातचीत के दौरान कहा कि इस विषय के बारे में बहुत कुछ कहा गया है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संकट का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। वह कोविड महामारी के कारण पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। 

गाजियाबाद: 4 अस्पतालों को टीकाकरण की अनुमति

अश्वनी उपाध्याय             
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण के चलते वैक्सीनेशन की गति को बढाने के लिए अब निजी अस्पतालों को फिर से टीकाकरण अनुमति दी जा रही है। फिलहाल जिले में केवल चार अस्पतालों को इसके लिए मंजूरी दी गई है। इसके अलावा महिला स्पेशल और नियर होम वैक्सीन सेंटर बनाए जा रहे हैं। जहां रोजाना लगभग 1 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। जिला प्रशासन ने अब घरेलू सहायिका, खोखा-पटरी वाले, रिक्शा वाले, मजदूर, दिव्यांग और बुजुर्गों आदि को भी वैक्सीन लगाने के लिए दो स्पेशल बूथ बनाने के निर्देश दिए गए हैं। 
महिला स्पेशल बूथ पर 18 से वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। 
लेकिन उन्हें स्लॉट लेना जरूरी होगा। जिले में दो महिला स्पेशल बूथ बनाए जाएंगे। 8 से 44 साल की उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए अभिभावकों, कर्मचारियों व शिक्षकों के लिए अलग-अलग बूथ लगाए जा जाएंगे। इसके अलावा विभिन्न आरडब्ल्यूए के सहयोग से घरेलू सहायिकाओं के लिए भी स्पेशल बूथ लगाए जा जाएंगे। इन बूथों पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन के बाद मेड को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए आरडब्ल्यूए से सोसाइटी में आने वाली मेड की लिस्ट मांगी जाएगी और लिस्ट के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाएगा। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए नियर होम वैक्सीनेशन बूथ बनाए जाएंगें।
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि नियर होम बूथ पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। इन बूथों पर बुजुर्ग और दिव्यांग टीकाकरण करवा सकेंगे। सीएमओ ने कहा कि फिलहाल जिले में संचालित 10 बूथों को नियर होम बूथ में तबदील कर दिया गया है। इनमें लोनी, मुरादनगर में 2-2 बूथ और भोजपुर, डासना में 3-3 बूथ हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि महिला स्पेशल बूथ सोमवार से शुरु किए जाएंगे। इनमें एक बूथ टीएचए में और एक बूथ सिटी क्षेत्र में बनाया जाएगा। इन बूथों पर केवल महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा और प्रीरजिस्ट्रेशन जरूरी होगा।

पेड़ लगाकर पर्यावरण रक्षित करने का संदेश दिया

अतुल त्यागी          
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट हापुड़ के प्रांगण में अशोक का पेड़ लगाकर पर्यावरण रक्षित करने का संदेश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि पृथ्वी हमारी सबसे बड़ी धरोहर है, उसका संरक्षण करना जरूरी है। पौधारोपण के अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रांगण में गुलमोहर और पलाश के पौधे भी रोपित किए जाएं। जिससे यह प्रांगण हरा भरा बना रहे। उन्होंने कहा कि पौधारोपण कर आने वाली पीढ़ियों को पर्यावरण के महत्व से अवगत कराएं नहीं तो वसुंधरा कहीं जाने वाली पृथ्वी एक दिन बंजर होकर रह जाएगी।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह ने भी अशोक का पौधा रोपण कर यह संदेश दिया कि स्वच्छ पर्यावरण हमारे लिए सबसे बड़ा उपहार है। पेड़-पौधों को लगातार काटे जाने से वातावरण दूषित होता जा रहा है। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव के द्वारा भी बरगद का पेड़ लगाया और कहा कि हम पर्यावरण के प्रति सजग बने। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रकृति की सुरक्षा के लिए उसका संरक्षण जरूरी है। इसी के साथ- साथ उप जिलाधिकारी विशाल यादव के द्वारा भी अशोक का पौधा वृक्षारोपण कर इस कार्यक्रम में अपना सहयोग देते हुए वातावरण को स्वच्छ रखने का संदेश दिया।

पुलिस अधीक्षक का निर्देश, पौधारोपण किया गया

कौशाम्बी। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पुलिस महकमे द्वारा बड़े पैमाने पर पौधारोपण कर धरती को हरा-भरा करने का प्रयास किया गया है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पूरे पुलिस विभाग में पौधारोपण किया गया है। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के अवसर पर पुलिस ऑफिस प्रांगण में स्थित नंदन पार्क के साथ साथ पुलिस ऑफिस पुलिस लाइन व समस्त थानों व पुलिस चौकियों पर वृक्षारोपण पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर कराया गया। पर्यावरण दिवस के अवसर पर धरती को हरी-भरी करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा वृक्षारोपण किया गया है। इस मौके पर वृक्षारोपण के लाभ के बारे में पुलिस अधीक्षक ने लोगों को बताया और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का उन्होंने लोगों को सुझाव दिया। इस अवसर पर तमाम पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

उज्ज्वल केशरवानी 

सोने-चांदी की कीमत में ब्रेक लगता हुआ नजर आया

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। पिछले 2 महीने से लगातार तेजी का रुख दिखा रहे सोने और चांदी की कीमत में शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान ब्रेक लगता हुआ नजर आया। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सोना गिरकर 48,578 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया। जबकि सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 48,654 रुपये थी। सोने के साथ ही चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान चांदी में तेजी भी आई, लेकिन आखिरी दो दिनों के दौरान हुई गिरावट ने इसकी कीमत में प्रति किलोग्राम कुल 333 रुपये की कमी करा दी। 
पिछले सप्ताह चांदी का बंद भाव 70,500 रुपये प्रति किलो था जो शुक्रवार को कमजोरी दिखाते हुए 70,167 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच गया। भारतीय बाजार में सोने की कीमत में आई इस कमी की एक बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में गिरावट को माना जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले सप्ताह सोने का बंद भाव 1,904 डॉलर प्रति औंस था, जो अब गिरकर 1,891 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गया है। जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह के आखिरी तीन दिनों के दौरान अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई मजबूती की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में नरमी आई है।  
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत घटने का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। इस नरमी के बावजूद जानकार आने वाले दिनों में सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं। माना जा रहा है कि चीन के बैंकों द्वारा सोने की खरीद शुरू करने के बाद एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी का दौर शुरू हो जाएगा, जिसके कारण सोना का वैश्विक मूल्य प्रति औंस 2,000 डॉलर के स्तर तक भी पहुंच सकता है। ऐसा होने पर भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत में तेजी आने की संभावना बनेगी। 
पिछले 2 महीने से सोने और चांदी की कीमत में लगातार तेजी का रुख बना हुआ था। अप्रैल और मई के दौरान सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 4,842 रुपये की और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 8,488 रुपये की तेजी दर्ज की गई। 
सिर्फ मई में ही सोने की कीमत में 2,241 रुपये की तेजी दर्ज की गई, वहीं चांदी की कीमत में भी मई के महीने में 3,550 रुपये की मजबूती आई। इसी तरह अप्रैल में भी सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 2,601 रुपये और चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 4,938 रुपये की मजबूती आई थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चरम के दौरान सोना पिछले साल अगस्त में 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि बाद के दिनों में जैसे जैसे कोरोना के संक्रमण में कमी आई, वैसे वैसे सोने के दाम में भी कमी आती गई। कीमत में हुई इस गिरावट के कारण एक समय सोना अपने रिकॉर्ड लेवल से करीब 12,000 रुपये तक सस्ता हो गया था लेकिन उसके बाद सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी का रुख बना, जो पिछले कारोबारी सप्ताह तक जारी था।  
इस कारोबारी सप्ताह में सोने की कीमत में मामूली कमी जरूर आई है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि मामूली गिरावट के बावजूद सोना इस साल के अंत तक प्रति 10 ग्राम 57,000 रुपये के स्तर तक जा सकता है, वहीं चांदी की कीमत में भी मौजूदा स्तर से करीब 12,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। 

डीएम समेत 8 आईएएस अफसरों के तबादले किए

हरिओम उपाध्याय         
लखनऊ। शासन ने शनिवार को प्रयागराज, कौशाम्बी और बहराइच जिलों के जिलाधिकारी समेत आठ आईएएस अफसरों के तबादले किए है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रहे भानु चंद्र गोस्वामी को हटा दिया हैं। अब उन्हें मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के पद पर नयी तैनाती दी गई है। उनके स्थान पर संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास संजय खत्री प्रयागराज के नए जिलाधिकारी बनाये गए हैं। 
कौशाम्बी जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह को संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम व विशेष सचिव नगर विकास बनाया गया है। उनकी जगह पर ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सीईओ सुजीत कुमार कौशाम्बी के नये डीएम  जिलाधिकारी होंगे। बहराइच के जिला अधिकारी शंभू कुमार को हटाकर माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात किया है। उनके स्थान पर विशेष सचिव संस्कृति दिनेश चंद्रा को बहराइच का डीएम बनाया गया है। लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी प्रभास कुमार को प्रतापगढ़ का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है। प्रतापगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी पांडे लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी बनाए गए हैं।

तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए: कांग्रेस

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कांग्रेस ने तीनों कृषि कानूनों से जुड़े अध्यादेश जारी किए जाने के एक साल पूरा होने के मौके पर शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह आरोप भी लगाया कि इन कानूनों के जरिए सरकार देश के किसानों को ‘बंधुआ मजदूर’ बनाना चाहती है। सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ”मोदी सरकार तीन काले कृषि अध्यादेश आज ही के दिन 5 जून, 2020 को लेकर आई थी। मोदी जी ने कहा था कि महामारी की आपदा के समय वे इन काले कानून से अन्नदाता के लिए अवसर लिख रहे हैं। सही मायने में उन्होंने 25 लाख करोड़ सालाना के कृषि उत्पादों के व्यापार को अपने मुट्ठीभर पूंजीपति दोस्तों के लिए ‘अवसर’ लिखा और 62 करोड़ किसानों के हिस्से में उन्होंने ‘अवसाद’ लिख दिया।”

उन्होंने दावा किया, ”मोदी सरकार अनुबंध पर खेती के अनैतिक प्रावधानों के माध्यम से अन्नदाता भाइयों को चंद पूंजीपतियों का ‘बंधुआ मज़दूर’ बनाना चाहती है।” उनके मुताबिक, ”मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही 2014 में अध्यादेश के माध्यम से किसानों की जमीन हड़पने की कोशिश की। साल 2015 में उच्चतम न्यायालय में शपथपत्र दे दिया कि किसानों को लागत के अलावा 50 प्रतिशत मुनाफा कभी भी समर्थन मूल्य के तौर पर नहीं दिया जा सकता। फिर 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लेकर आए, जिससे चंद बीमा कंपनियों ने 26,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमवाया।” उन्होंने आरोप लगाया, ”5 जून, 2020 को लाए गए तीन काले कानूनों के माध्यम से किसानों की आजीविका पर फिर से डाका डालना चाहती है।” सुरजेवाला ने कहा, ”काले कानूनों की बरसी पर मोदी सरकार को चाहिए कि वो अपने निर्णय को वापस ले और इन कानूनों को फौरन खारिज करे।

जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 माह की सजा

राजकोट। गुजरात के राजकोट जिले में चाय बेचने वाले एक व्यक्ति को यहां मजिस्ट्रेट अदालत ने जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 महीने की सजा सुनाई। आरोपी व्यक्ति ने उसके एक मामले में सुनवाई लंबित पड़े होने से नाराज होकर 2012 में हाई कोर्ट के एक जज पर चप्पलें फेंकी थी। मिर्जापुर ग्रामीण अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वी-ए-धधल ने गुरुवार को आरोपी भवानीदास बावाजी को आईपीसी की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला) के तहत दोषी ठहराया है। पुलिस ने बताया कि बावाजी ने दावा किया था कि वह उसके मामले की सुनवाई लंबित होने से नाराज था। इसलिए उसने हताश होकर जज पर चप्पलें फेंक दी।
यह देखते हुए कि जज पर चप्पल फेंकने का मामला निदंनीय है, मजिस्ट्रेट ने बावाजी को प्रोबेशन के तहत राहत देने से इंकार कर दिया। इस प्रावधान के तहत दोषी के अच्छे आचरण को देखते हुए उसे रिहा कर दिया जाता है। मजिस्ट्रेट ने राजकोट के रहने वाले बावाजी को 18 महीने कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है।
इस मामले के मुताबिक, आरोपी ने 11 अप्रैल 2012 को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जज केएस झावेरी पर अपनी चप्पलें फेंक दी थी। लेकिन वे उन्हें लगी नहीं थी। जब जज ने कारण पूछा, तो बावाजी ने कहा था कि उन्होंने हताशा में ऐसा किया था। क्योंकि उनका मामला लंबे समय से सुनवाई के लिए नहीं आया था। इसके बाद बावाजी को सोला पुलिस थाने के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
पुलिस की जांच में पता चला था कि बावाजी भयवदार में सड़क किनारे चाय की दुकान चलाते थे। 
जब भयवदार नगर पालिका ने उन्हें स्टाल हटाने के लिए कहा, तो बावाजी गोंडल जिला कोर्ट से नगर निकाय के खिलाफ मोहलत लेने का आदेश मिलने में सफल रहे। इसके बाद नगर पालिका ने हाई कोर्ट में अपील दायर की।
सुनवाई में जाने के लिए नहीं उठा पा रहा था खर्च
बावाजी ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उस अपील के आधार पर नगर पालिका ने उनकी चाय की दुकान हटा दी, इससे वह बेरोजगार हो गए। आरोपी ने बताया कि कमाई का दूसरा जरिए न होने के कारण उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था, क्योंकि उसे सुनवाई में भाग लेने के लिए अहमदाबाद जाने के लिए उधार लेना पड़ा था। इसके कारण उसे दूसरों से उधार पैसे मांगने पड़ते थे।

जियो: नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। जियो के प्लान आज भी अन्य टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सस्ते हैं। आप चाहें 84 दिन वाले प्लान से तुलना करें या फिर किसी मासिक प्लान से, जियो के प्लान आपको सस्ते ही नजर आएंगे। जियो के पास दो तरह के प्री-पेड प्लान हैं। जिनमें एक स्मार्टफोन के लिए है और दूसरा जियो फोन (फीचर फोन) के लिए है। जियो फोन के प्लान स्मार्टफोन के प्लान के मुकाबले काफी सस्ते हैं। 
जियो फोन के लिए सबसे सस्ते  प्लान की कीमत 39 रुपये है। जियो फोन के इस प्लान में आपको सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा मिलती है। इसके अलावा इस प्लान 1400 एमबी इंटरनेट भी मिलता है। जियो फोन के 39 रुपये वाले प्लान की वैधता 14 दिन की है यानी हर रोज आपको 100 एमबी इंटरनेट मिलेगा। डाटा खत्म होने के बाद 64kbps की स्पीड से इंटरनेट मिलेगा। इस प्लान में भी आपको स्मार्टफोन वाले प्लान की तरह जियो के सभी एप्स का सब्सक्रिप्शन मिलेगा।
जियो फोन के लिए 69  रुपये का भी एक प्लान है जिसमें 14 दिनों की वैधता मिलती है। इस प्लान में 500एमबी डाटा मिलता है। साथ ही सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ जियो के सभी एप्स का सब्सक्रिप्शन भी मिलता है। जियो फोन के लिए 28 दिनों वाले प्लान की कीमत 75 रुपये है। इसमें भी आपको 500एमबी डाटा + 200एमबी एक्स्ट्रा डाटा मिलता है। यदि आप अधिक डाटा चाहते हैं तो आप 155 रुपये वाला रिचार्ज करा सकते हैं। इस प्लान में 28 दिनों की वैधता मिलेगी और रोज 1 जीबी डाटा मिलेगा। इस प्लान में भी सभी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ जियो एप्स के सब्सक्रिप्शन मिलेंगे।

ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए 'धूप' का उपचार बताया

संदीप मिश्र                  
बरेली। कोविड की दूसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो रहा है। वहीं अब ब्लैक फंगस से निपटने के लिए शासन-प्रशासन ने कमर कस ली है। चिकित्सक ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए धूप का उपचार बताया है।चिकित्सकों का कहना है कि ब्लैक फंगस गंदगी, नमी और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण पैदा होता है। ऐसे में धूप ही दवा का काम करेगी और ब्लैक फंगस उसके सामने दम तोड़ता नजर आएगा। शरीर को धूप से तपाने पर विटामिन डी, आक्सीजन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। 300 बेड कोविड अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. बागीश वैश्य के अनुसार ब्लैक फंगस कोरोना पॉजिटिव और निगेटिव दोनों मरीजों में हो सकता है।
स्टेरायड का अधिक प्रयोग शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है। जिससे मरीज के उच्च रक्त चाप, मधुमेह व लाइलाज बीमारी कैंसर आदि से पीड़ित होने और लंबे समय तक आक्सीजन मास्क लगाने की वजह से नमी का दबाव बढ़ता है और ब्लैक फंगस होने का खतरा ज्यादा रहता है। धूप शरीर पर प्रभाव छोड़ने वाले अनेक संक्रमणों को निष्क्रिय कर देती है। सूर्योदय में व दिन की कड़ाके की धूप दोनों ही शरीर के लिए लाभदायक हैं। धूप में एंटी कैंसर तत्व भी पाए जाते हैं। सूर्य की रोशनी से शरीर में श्वेत रक्त कणिकाओं का निमार्ण होता है। शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है, साथ ही नसें सिकुड़ने नहीं देती है और नसों में खून का प्रवाह भी निरंतर बना रहता है। धूप से जठराग्नि सक्रिय रहकर भोजन के धातु तत्व पुष्ट करके पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है।

कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में हैं: शिवराज

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश में कल 81 हजार टेस्ट हुए थे।जिनमें केवल 718 पॉजीटिव प्रकरण आए हैं। पॉजिटिविटी रेट अब घटकर 0.8 प्रतिशत हो गया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान स्मार्ट सिटी पार्क में वृक्षारोपण के उपरांत मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पाँच जिले ऐसे हैं। जिनमें कल कोरोना का एक भी प्रकरण नहीं आया। हमें आशा है कि प्रदेश के कई जिले अगले कुछ दिनों में पूरी तरह कोरोना मुक्त हो जायेंगे। 

उन्होंने कहा कि अभी इंदौर, भोपाल और जबलपुर में कोरोना के प्रकरणों की कुछसंख्या हैं, अभी लगातार सावधानी रखी जा रही है। अगर पाँच प्रतिशत से कम पॉजिटिविटी दर होती है तो कोरोना संक्रमण नियंत्रण में माना जाता है। हम 0.8 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट पर पहुँच चुके। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कहा कि अभी भी जनता का सहयोग आवश्यक है। ग्राम, वार्ड, नगर और जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ अनलॉक की प्रक्रिया में पूरी सतर्कता बरत रही हैं। हमें कोविड अनुकूल व्यवहार अर्थात मास्क लगाना, दूरी बनाए रखना, बार-बार हाथ साफ करना आदि को अपनी आदत में शामिल करना होगा। दुकानदारों को भी दूरी बनाये रखने, दुकानों पर भीड़ नहीं लगने देने जैसी सावधानियों को अपनाना होगा।


प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना भारतीय लोकाचार

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना भारतीय लोकाचार के केंद्र में रहा है।विश्व पर्यावरण दिवस प्रतिवर्ष 5 जून को मनाया जाता है।

कोविंद ने ट्वीट किया, "प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना और जैव विविधता की रक्षा करना भारतीय लोकाचार और संस्कृति के केंद्र में रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर, जब मानवता कोविड-19 के खिलाफ लड़ रही है, हम एक स्थायी भविष्य के लिए वैश्विक समुदाय के साथ काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।"

लीज बढ़ाने से मना किया, वापिस रूस भेजी पनडुब्बी

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। रूस से 10 साल की लीज पर ली गई पनडुब्बी आईएनएस चक्र शुक्रवार को वापस चली गई। दरअसल, भारत ने ​लीज अवधि को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है। आईएनएस चक्र भारतीय नौसेना के पास इकलौती ऐसी पनडुब्बी थी, जो परमाणु हमला करने की क्षमता से लैस थी। अब भारत को चार साल बगैर परमाणु पनडुब्बी के गुजारने पड़ेंगे, क्योंकि रूस से 2025 में 10 साल के लिए परमाणु क्षमता से लैस दूसरी पनडुब्बी मिलेगी।

भारत ने 2012 में लगभग 1 बिलियन डॉलर की लागत से परमाणु हमला करने में सक्षम पनडुब्बी आईएनएस चक्र को 10 वर्षों की अवधि के लिए पट्टे पर लिया गया था। अकुला-2 श्रेणी की आईएनएस चक्र को 04 अप्रैल, 2012 को भारतीय नौसेना में शामिल करके विशाखापत्तनम में तैनात किया गया था। इस पनडुब्बी की दस साल की लीज जनवरी, 2022 में समाप्त होने वाली है लेकिन पट्टे की समाप्ति से लगभग दस महीने पहले उसे रूस को लौटा दिया गया है। 8,140 टन की पनडुब्बी वर्तमान में रूस के व्लादिवोस्तोक के रास्ते में है। पनडुब्बी को एक भारतीय दल संचालित कर रहा है। उसके साथ एक रूसी और भारतीय युद्धपोत भी जा रहा है।

भारत के पास इस समय दो परमाणु संचालित पनडुब्बियां थीं, जिसमें से आईएनएस चक्र को लीज खत्म होने से पहले ही रूसी शिपयार्ड में वापस भेज दिया गया है। दरअसल भारत ने पट्टे की अवधि 10 साल से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। अब भारतीय नौसेना के पास स्वदेश निर्मित परमाणु चालित पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत बची है, जो बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस है। लीज खत्म होने से पहले पनडुब्बी आईएनएस चक्र की वापसी उसके 'अविश्वसनीय पावरप्लांट और रखरखाव के मुद्दों' की वजह से आवश्यक हो गई थी। इसका उपयोग भारतीय नौसेना ने उन्नत परमाणु पनडुब्बियों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए किया था। इसी का नतीजा था कि नौसेना के अधिकारियों को भारत में निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों, आईएनएस अरिहंत और आईएनएस अरिघाट पर कार्य करने की दक्षता हासिल हुई। ​

भारत ने 2019 में रूस से अकुला श्रेणी की तीसरी परमाणु संचालित हमला पनडुब्बी आईएनएस चक्र-III को पट्टे पर देने के लिए 3.3 बिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत रूस से 2025 तक पनडुब्बी चक्र-II की जगह चक्र-III भारतीय नौसेना को सौंप दिए जाने की संभावना है। रूस से 3.3 बिलियन डॉलर के सौदे में भारतीय संचार और सेंसर सिस्टम के साथ पनडुब्बी का नवीनीकरण, स्पेयर पार्ट सपोर्ट और इसके संचालन के लिए तकनीकी बुनियादी ढांचे का प्रशिक्षण शामिल है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय संधियों के कारण नई पनडुब्बी लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलों से लैस नहीं होगी।

भारतीय नौसेना को इस समय पनडुब्बियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उसने पिछले 15 वर्षों में तीन पनडुब्बियों को सेवा से हटा दिया है। भारतीय नौएना ने आईएनएस वेला को जून 2010 में, आईएनएस वागली को दिसम्बर, 2010 में और आईएनएस सिंधुरक्षक को जून, 2017 में डिकमीशन कर दिया गया था। हिन्द महासागर में चीन का मुकाबला करने के लिए भारत को स्वदेशी प्रोजेक्ट-75आई के तहत छह स्टील्थ पनडुब्बियों का निर्माण करने की मंजूरी 04 जून को ही मिली है। विदेशी सहयोग से घरेलू निर्माण के लिए 14 साल से लंबित 43 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना की पनडुब्बियों को नौसेना के बेड़े में शामिल होने में लगभग एक दशक लगेगा।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...