शनिवार, 29 मई 2021

ब्लैक फंगस के करीब 176 मामले सामने आए

पंकज कपूर   

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर जहां धीरे धीरे कम हो रहा है वही ब्लैक फंगस के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के अब तक करीब 176 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 16 मरीजों की मौत हो चुकी है। एम्स चिकित्सालय ऋषिकेश में आज ब्लैक फंगस के सात नए मरीज भर्ती किए गए। इस प्रकार अब तक इस चिकित्सालय में ब्लैक फंगस के 117 मरीज पहुंच चुके हैं। आज किसी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है। अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में आज यानी शुक्रवार शाम 5 बजे तक म्यूकोर माइकोसिस( ब्लैक फंगस) के कुल 117 केस आ चुके हैं। आज किसी भी मरीज की मृत्यु की खबर नहीं है। अस्पताल से अभी तक 2 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब एम्स अस्पताल में म्यूकोर माइकोसिस के शेष 106 मरीज भर्ती हैं।इधर दून मेडिकल कॉलेज में 10 मैक्स हॉस्पिटल में 07 , महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में 12 ,जौलीग्रांट में 22 , आरोग्यधाम हॉस्पिटल में दो , कृष्णा अस्पताल हल्द्वानी में तीन ,सुशीला तिवारी अस्पताल में 03 , सिटी अस्पताल में , तिवारी नर्सिंग होम में एक ,जिला अस्पताल उधम सिंह नगर में एक मामला सामने आया है।

जबकि अब तक एम्स ऋषिकेश में 09 , जॉली ग्रांट में तीन ,सुशीला तिवारी में एक , महंत इंद्रेश अस्पताल में दो ,जिला अस्पताल उधम सिंह नगर में एक , सुशीला तिवारी में एक मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा जौलीग्रांट से छह तथा ऋषिकेश एम्स से 4 मरीज तथा मैक्स अस्पताल से 3 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।चिकित्सकों की सलाह है कि स्टेराॅयड के सेवन से इलाज करने वाले कोविड संक्रमित रोगी अपने शुगर की नियमित जांच करवाएं और शुगर लेवल पर नियंत्रण रखें। लक्षण नजर आने पर बिना देरी किए चि​कित्सक से परामर्श लें। बिना चिकित्सीय सलाह के स्टेराॅयड का सेवन कदापि नहीं करें। डाॅ. त्यागी ने बताया कि कोविड पेशेंट को अधिकतम 10 दिनों से ज्यादा स्टेराॅयड का सेवन नहीं करना चाहिए। दवा की ज्यादा डोज बेहद नुकसान दायक है। इसके अलावा कोविड संक्रमित होने पर रोगी को पहलेे 6 हफ्तों के दौरान अपने शुगर लेवल पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि एम्स में भर्ती म्यूकर माइकोसिस के अधिकांश रोगी शुगर की बीमारी से ग्रसित हैं।

सौतेले बाप ने नाबालिग को बनाया हवस का शिकार

श्रीराम मौर्य   

हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से बेहद शर्मनाक मानवता को झकझोर कर रख देने वाली खबर सामने आ रही है। यहां एक दरिंदे बाप ने अपनी नाबालिग बेटी को हवस का शिकार बना लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है

प्राप्त जानकारी के मुताबिक घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब वह बेटी का गर्भपात कराने के लिए राजकीय महिला अस्पताल लेकर पहुंचा पुलिस ने जब पीड़ित से पूछताछ की तो पुलिस को मामला समझ में आते देर ना लगे उसके बाद आरोपी के खिलाफ पॉस्को सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया उसे गिरफ्तार किया पुलिस ने आरोपी को मेडिकल के बाद न्यायलय में पेश किया जहां से उसको जेल भेज दिया गया।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह के अनुसार विगत सुबह एक व्यक्ति 13 साल की किशोरी को गर्भपात कराने के लिए राजकीय महिला चिकित्सालय लेकर पहुंचा जिस पर चिकित्सकों ने मामला संदिग्ध लगा देखकर मामले की जानकारी चाही लेकिन वह व्यक्ति कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका जिसपर चिकित्सकों ने कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल महिला दरोगा लक्ष्मी मनराल कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची लेकिन तब तक वह व्यक्ति किशोरी को छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने पीड़िता से मामले की जानकारी ली, पीड़िता ने बताया कि उसकी पिता का देहांत हो चुका है मां ने दूसरी शादी प्रकाश पुत्र अमर सिंह निवासी फरीदाबाद हरियाणा से की है जो कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत हरिद्वार मे ठहरे हैं।

पीड़िता ने बताया कि उसका सौतेला बाप उसके साथ डरा धमका कर गलत काम करता था जिससे पेट में दर्द होने कारण अस्पताल लेकर आया था चिकित्सकों से जानकारी लेने पर पता चला कि पीड़िता किशोरी ढाई माह से गर्भवती है पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के बाद आरोपी सौतेले बाप के खिलाफ पोस्को सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर कर एक सूचना पर पुलिस ने आरोपी को रोड़ीवैला वाला मैदान स्थित आनंद वन समाधि के पास से गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने आरोपी का मेडिकल कराने के बाद न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया।

संक्रमण की चपेट में आए कुल लोग 2,77,29,247

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। देश में एक दिन में कोविड-19 के 1,73,790 मामले सामने आए जो पिछले 45 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह तक के आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण की चपेट में अब तक आए कुल लोगों की संख्या 2,77,29,247 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक रोजाना की संक्रमण दर घटकर 8.36 प्रतिशत पर आ गई है और लगातार पांच दिनों से 10 प्रतिशत से कम दर्ज की जा रही है जबकि संक्रमण की साप्ताहिक दर 9.84 प्रतिशत दर्ज की गई।
मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 3,617 लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 3,22,512 पर पहुंच गई है। मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को कोविड-19 के लिए 20,80,048 जांच की गई जिसके बाद देश में अब तक 34,11,19,909 नमूनों की जांच की जा चुकी है। देश में इलाज करा रहे मरीजों की संख्या भी घटकर 22,28,714 पर आ गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 8.04 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 90.80 प्रतिशत हो गई है।
आंकड़ों के मुताबिक बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 2,51,78, 011 हो गई है जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1.16 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार पहुंच गए थे। वहीं, 28 सितंबर को 6 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गए थे। भारत ने चार मई को दो करोड़ संक्रमितों का गंभीर आंकड़ा पार किया था।

पांच मंजिला इमारत का हिस्सा गिरने से 7 की मौत

कविता गर्ग   

ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के उल्हासनगर कस्बे में इमारत का एक हिस्सा ढहने से सात लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। ठाणे जिले के संरक्षक मंत्री मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों को पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि देगी। मरने वालों में एक किशोर और तीन महिलाएं शामिल हैं।

नेहरू चौक में स्थित पांच मंजिला इमारत ‘साई शक्ति’ का एक हिस्सा शुक्रवार देर रात ढह गया। देर रात अधिकारियों ने जानकारी दी कि घटना में छह लोगों की मौत हो गई है और चार या पांच लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। ठाणे नगर निगम के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख संतोष कदम ने बताया,”मलबे से एक और शव बरामद होने से घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। इस दुर्घटना में तीन महिलाएं, तीन पुरुष और एक किशोर की मौत हो गई।”उन्होंने बताया मारे गए लोग दो परिवार से थे। यह इमारत 26वर्ष पुरानी है और इसमें 29 फ्लैट हैं। कदम ने बताया,” रात नौ बजे पांच फ्लैटों के लिविंग रूम वाला हिस्सा भरभरा कर गिर गया। सूचना मिलने पर क्षेत्रीय आपदा मोचन बल और ठाणे आपदा मोचल बल के कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने तलाश एवं बचाव अभियान शुरू किया।”

अधिकारी ने बताया कि सातवां शव बरामद होने के बाद शुक्रवार रात 12.46 बजे तलाश अभियान बंद कर दिया गया। मृतकों की शिनाख्त पुनीत बाजोमल पंजवानी (17), दिनेश बाजोमल पंजवानी (40), दीपक बाजोमल पंजवानी (42), मोहिनी बाजोमल पंजवानी (65), कृष्ण इंदुचंद बजाज (24),अमृता इंदुचंद बजाज (54) और लवली बजाज (20) के तौर पर हुई है। शिंदे स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा,” राज्य सरकारे मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपए अनुग्रह राशि के तौर पर देगी।” उन्होंने कहा कि हाल के दिनों ने इस क्षेत्र में यह दूसरी ऐसी घटना है।

मंत्री ने कहा,” 1994-95 में स्थानीय निकाय ने कुछ अनधिकृत इमारतों के हिस्से, पिलर और रॉड गिरा कर इमारतों को गिरा दिया था। लेकिन ऐसा पाया गया है कि कुछ निर्माणकर्ताओं ने लोहे की छड़ों को ठीक करके और कुछ मरम्मत कार्य करके इमारत को नया रंग रूप दे दिया था और वे इमारतें अब गिर रही हैं और मासूम लोगों की जान ले रही हैं।” उन्होंने उल्हासनगर नगर निगम के आयुक्त राजा दयानिधि को ऐसी इमारतों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और बिल्डरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

सरकार की लापरवाही के कारण संकट खड़ा हुआ

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के लिए केंद्र सरकार की ‘लापरवाही’ को जिम्मेदार ठहराते हुए शनिवार को कहा कि अगर केंद्र ने पहली एवं दूसरी लहर के बीच मिले समय में योजनाबद्ध ढंग से तैयारी की होती तो इस संकट को टाला जा सकता था।सरकार से प्रश्न पूछने की अपनी श्रृंखला ‘जिम्मेदार कौन’ के तहत उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए यह सवाल किया कि केंद्र ने महामारी वाले साल 2020 में ऑक्सीजन का निर्यात 700 प्रतिशत तक क्यों बढ़ा दिया? उन्होंने यह भी पूछा कि मोदी सरकार ने अपने ही विशेषाधिकार प्राप्त समूह की ऑक्सीजन संकट की सलाह को दरकिनार क्यों किया ?
प्रियंका ने कहा कि महामारी की मार के पहले तक ऑक्सीजन को प्राथमिक रूप से औद्योगिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जाता था, इसलिए भारत के पास ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट में इस्तेमाल होने वाले विशेष रूप से बनाये गए क्रायोजेनिक टैंकरों की संख्या 1200- 600 थी। कोरोना की पहली लहर एवं दूसरी लहर के बीच मोदी सरकार ने इन टैंकरों की संख्या बढ़ाने का कोई प्रयास नहीं किया।

उन्होंने दावा किया कि भारत ऑक्सीजन का सबसे बड़ा ऑक्सीजन उत्पादक देश है, लेकिन केंद्र सरकार की लापरवाही के चलते कोरोना की दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन संकट खड़ा हुआ और लोगों की जानें गईं। केंद्र सरकार ने 150 ऑक्सीजन संयंत्र चालू करने के लिए बोली लगाई थी, लेकिन उनमें से ज्यादातर संयंत्र अभी भी चालू नहीं हो सके हैं।

प्रियंका ने यह आरोप भी लगाया कि इस संकट काल में भी मोदी सरकार ने लोगों की जेब काटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। संसद की स्वास्थ्य मामलों की स्थाई समिति ने सरकार को पहले ही सुझाया था कि केंद्र सरकार को ऑक्सीजन सिलेंडर के दाम नियंत्रित करने के प्रयास करने होंगे, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमत पिछले साल 4000 रू थी वहीँ एक साल में बढ़कर 7000 रू हो गई।

उन्होंने कहा कि पिछले एक साल दौरान केंद्र सरकार ने कोरोना पर विजय घोषित की, संसद के अंदर मंत्रियों ने इस विजय के लिए प्रधानमंत्री का स्तुतिगान भी किया। देश के वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों से चेतावनी के बावजूद केंद्र ने दूसरी लहर के खतरे को अनदेखा किया।

शहीद मेजर की पत्नी को सेना में शामिल किया

अकांशु उपाध्याय  

जम्मू। पुलवामा में शहीद हुए अपने पति मेजर विभूति शंकर धौंदियाल के पदचिह्नों पर चलते हुए निकिता कौल शनिवार को सेना में शामिल हो गयीं। सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने तमिलनाडु के चेन्नई में अधिकारियों की प्रशिक्षण अकादमी में उनके कंधों पर स्टार लगाए।

रक्षा मंत्रालय, उधमपुर के जन संपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस समारोह का एक संक्षिप्त वीडियो साझा किया है। पीआरओ उधमपुर ने ट्वीट किया, ”पुलवामा में प्राण न्योछावर करने वाले मेजर विभूति शंकर धौंदियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उन्हें सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि देते हुए आज उनकी पत्नी निकिता कौल ने सेना की वर्दी पहन ली। यह उनके लिए गर्व का मौका होगा क्योंकि सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट वाई के जोशी ने उनके कंधे पर स्टार लगाए।”

मेजर धौंदियाल जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे और राष्ट्र के लिए उनके बलिदान को लेकर उन्हें शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने सेना और शहीद सैन्यकर्मी की पत्नी की सराहना की है।

स्वप्निल पांडे ने लिखा ”आपको पता है यह इसलिए महत्वपूर्ण है कि सैनिक ना भी रहे लेकिन सेना उनके परिवारों को कभी अकेलापन का अहसास नहीं होने देती है। बहादुर अधिकारी से शादी करने वाली और अब खुद वर्दी पहनने वाली वीर नारी का साथ देना सेना के मूल्यों और इसके आचार संहिता को प्रदर्शित करता है।” कुछ और लोगों ने भी कौल की सराहना करते हुए लिखा, ”दिवंगत अधिकारी को यह सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि है।”

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-287 (साल-02)
2. रविवार, मई 30, 2021
3. शक-1984, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:53, सूर्यास्त 07:09।
5. न्‍यूनतम तापमान -18 डी.सै., अधिकतम-39+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
http://www.universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745  
                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 28 मई 2021

कोरोना वायरस वुहान से नहीं, अमेरिका से फैला हैं

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। कोरोना वायरस के कहर से दुनियाभर में लाखों लोगों की जान चली गई है और करोड़ों लोग इससे संक्रमित हुए हैं। इस बीच कोरोना महामारी की उत्‍पत्ति को लेकर अब अमेरिका और चीन के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन के कोरोना महामारी के उत्‍पत्ति की जांच को 90 दिन में पूरा करने के आदेश के बाद चीन भड़क उठा है। यही नहीं ड्रैगन अब यह बताने में जुट गया है कि कोरोना वायरस वुहान से नहीं बल्कि अमेरिका से दुनिया में फैला है।
बाइडेन के बयान के बाद अब चीन यह कहने में जुट गया है कि कोरोना वायरस वास्‍तव में अमेरिका से शुरू हुआ था। चीन के व‍िदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता झाओ लिजियान ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन का आदेश दिखाता है कि अमेरिका, ‘तथ्यों और सच्चाई की परवाह नहीं करता और न ही उसकी रुचि वैज्ञानिक तरीके से वायरस के उद्गम का पता लगाने में है।’ चीनी प्रवक्‍ता ने कहा कि अमेरिका को खुद डेट्रिक फोर्ट सैन्य अड्डे सहित सभी जैव प्रयोगशालाओं को जांच के लिए खोलना चाहिए।

चिकित्सा प्रणाली का ‘ध्वजवाहक’ बताया: भाजपा

संदीप मिश्र        

बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेंद्र सिंह ने एलोपैथी के बारे में दिये गये कथित बयान को लेकर विवादों में घिरे योग गुरु रामदेव का समर्थन करते हुए उन्हें भारतीय चिकित्सा प्रणाली का ‘ध्वजवाहक’ बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि एलोपैथ के क्षेत्र में कुछ चिकित्सकों ने ‘राक्षस’ का रूप ले लिया है।

जिले के बैरिया क्षेत्र के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को फेसबुक पोस्‍ट में कहा, ” बाबा रामदेव पर चिकित्सकों द्वारा टिप्पणी करना निंदनीय है। वर्तमान चिकित्सा पद्धति को महंगा बनाकर समाज को लूटने वाले नैतिकता की शिक्षा न दें। आज एलोपैथ के क्षेत्र में 10 रुपये की गोली को 100 रुपये में बेचने वाले लोग सफेद वस्त्रधारी अपराधी हो सकते हैं, वे समाज के हितैषी नहीं हो सकते।” हालांकि, उन्होंने एलोपैथी और आयुर्वेद दोनों को उपयोगी बताया।


मुंबई: अभिनेता रणदीप को राजदूत के पद से हटाया

कविता गर्ग           

मुंबई। अभिनेता रणदीप हुड्डा को बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में संयुक्त राष्ट्र की जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण संबंधी संधि (सीएमएस) के राजदूत (एंबेसडर) के पद से हटा दिया गया है। अभिनेता की सोशल मीडिया पर नौ वर्ष पुराने एक वीडियो के लिए आलोचना की जा रही है। जिसमें वह मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते नजर आते हैं।

एक मीडिया घराने द्वारा 2012 में आयोजित एक कार्यक्रम का यह 43 सेकेंड का वीडियो है जिसे ट्विटर पर एक व्यक्ति ने साझा किया। इस वीडियो में हुड्डा ने एक चुटकुला सुनाया जिसे जातिवादी एवं कामुक बताया जा रहा है और वह दर्शकों के साथ हंसते भी नजर आ रहे हैं। सीएमएस की वेबसाइट पर एक बयान में कहा गया, ”सीएमएस सचिवालय को वीडियो में की गई टिप्पणी आपत्तिजनक लगी और वह सीएमएस सचिवालय या संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों को नहीं दर्शाती।”

यूपी में कोरोना संक्रमितों की संख्या-16,86,138 हुईं

हरिओम उपाध्याय            

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोविड-19 से 159 और मरीजों की मौत होने के बाद इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या 20 हजार से अधिक हो गई है। जबकि 2,402 नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 16,86,138 तक पहुंच गई है। अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोविड-19 के 2,402 नये मामले सामने आए जबकि 8,145 मरीज बीमारी से उबर गए।

उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 16,13,841 कोरोना संक्रमित अब तक संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। प्रसाद के अनुसार कोविड-19 से कुल 159 और मरीजों की मौत के बाद अब तक मरने वाले संक्रमितों की संख्या 20,053 हो गई। प्रसाद ने कहा कि राज्य में ठीक होने की दर अब 95.7 प्रतिशत है। जबकि 30 अप्रैल से सक्रिय मामलों की संख्या में 83 प्रतिशत की कमी आई है।

यात्री उड़ानों पर लगाई गई रोक को 30 तक बढ़ाया

अकांशु उपाध्याय                   

नई दिल्ली। विमानन नियामक डीजीसीए ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर लगाई गई रोक को 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कहा, ”बहरहाल, सक्षम प्राधिकरण हर मामले पर गौर करते हुए चयनित मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अनुमति दे सकते हैं।”

भारत में कोविड-19 महामारी के कारण 23 मार्च 2020 से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया गया था लेकिन मई 2020 से वंदे भारत अभियान और जुलाई 2020 से चयनित देशों के बीच द्विपक्षीय ”एयर बबल” व्यवस्था के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय विमान उड़ान भर रहे हैं। भारत ने अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 27 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए। दो देशों के बीच इस समझौते के तहत विशेष अंतरराष्ट्रीय विमान अपने क्षेत्रों के बीच उड़ान भर सकते हैं।

जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन्स की लिस्ट अपडेट की

अश्वनी उपाध्याय                 

गाज़ियाबाद। जिलें में 1957 सक्रिय संक्रमित रह गए हैं। आश्चर्यजनक रूप से इस बार गाज़ियाबाद जिला प्रशासन ने बिना याद दिलाए ही कंटेनमेंट जोन्स की लिस्ट अपडेट कर दी है। हालांकि, यह बात अलग है कि इसमें 25 मई तक के मरीज ही दिखाए गए हैं। गौतम बुद्ध नगर में 53 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई और 428 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 5 मरीजों की मौत के बाद 1930 सक्रिय मरीज हैं। मेरठ जिले में 121 नए मरीज मिले और 582 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 10 मरीजों की मौत के बाद सक्रिय संक्रमितों की संख्या 3524 हो गई है।

क्षेत्रीय प्रशासन ने सामुदायिक कंटेनमेंट को लागू किया

अश्वनी उपाध्याय               

गाजियाबाद। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखकर जिला प्रशासन ने वहां स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट योजना लागू की। इस योजना का परिणाम बेहद अच्छे देखने को मिला। पॉलिसी लागू होने के बाद जनपद की 161 पंचायतों में से 102 ग्राम पंचायतें कोरोना संक्रमण मुक्त हुई। शुक्रवार को जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने एडीएम एलए कमलेश चंद्र वाजपेयी एवं खोड़ा नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी कृष्ण कुमार भड़ाना, चेयरमैन रीना भाटी आदि की मौजूदगी में खोड़ा क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे।

जिलाधिकारी ने कहा कि अब ग्राम पंचायतों के बाद नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्र के वार्डों की बारी है। जिला प्रशासन द्वारा लागू की गई स्वैच्छिक कंटेनमेंट योजना के परिणाम अब बेहतर देखने को मिल रहे है। सकारात्मक परिणाम देखकर कंटेनमेंट योजना जिला प्रशासन ने पंचायतों के साथ-साथ नगर पालिका परिषदों में भी लागू की। यहां भी इसके परिणाम सकारात्मक देखने को मिले। कंटेनमेंट योजना के तहत जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों के सभी वार्डो में दवाईयों की किटों का वितरण कराया गया। 

इसके साथ ही आयुष विभाग द्वारा भी आवश्यक दवाएं लोगों को वितरित की गयीं। पतला नगर पंचायत में लगभग 60, निवाड़ी में 73, फरीदनगर में 80, डासना में 137 स्वास्थ्य व आयुष दवाईयों की किट का वितरण कराया गया। इसी प्रकार 18 वर्ष से 44 वर्ष तक की आयु वाले लोग एवं 44 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। पतला में लगभग 2300, निवाड़ी में 4263, फरीदनगर में 1486, डासना में 10834 लोगों का वैक्सीनेशन कराया गया है। यहां निगरानी समितियों द्वारा स्थानीय लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल के बारे में समझाया जा रहा है। जैसे-दो गज की दूरी बनाएं रखें, अपने दोनों हाथों को साबुन से समय-समय पर धोते रहें, समूह में एकत्र न हों, अपने घरों पर रहें एवं आवश्यकता होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें, अपने मुंह पर घर से बाहर निकलते समय मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं इत्यादि का पालन कराया जा रहा है। निरीक्षण में उन्होंने वहां नगर पालिका परिषद द्वारा की गयी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर जानकारी ली। जिला प्रशासन अब आगे इस योजना को शहरी क्षेत्र में भी लागू करने की योजना बना रहा है। चारों नगर पालिका परिषद के 68 वार्ड भी कोरोना से मुक्त हो चुके हैं।

नोजवानों की नजरों में खलनायक बन गए सुशील

राणा ओबराय              
नई दिल्ली। भारत को ओलम्पिक खेलो में कुश्ती स्पर्द्धा में दो बार पदक जिताने वाले पहलवान सुशील आज एकाएक देश के नोजवानो की नजरों में खलनायक बन गए हैं। भारत देश ने सुशील को नाम, पैसा शोहरत सब कुछ दिया। फिर क्या ऐसी जरूरत आन पड़ी की वह ऐसे घिनोने कार्य मे संलिप्त हो गया ? मशहूर पहलवान के इस कुकर्म से लोग युवा पहलवानों को भी संशय की नजरों से देखेंगे। पहलवानों की धरती कहे जाने वाले हरियाणा की बात करे तो अब यहां पहलवानों की आड़ में जम कर पैसा इकट्ठा करने का काम चल रहा है। राज्य में बड़े व्यापारियों को धमकी देने और पैसे वसूलने के मामले सामने आते रहते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार गुरुग्राम में कौशल गैंग ने पुष्पांजलि हॉस्पिटल और ओम स्वीट्स के मालिकों को धमकी दी थी। इस गैंग के कुछ सदस्यों के नाम फरीदाबाद के कांग्रेसी नेता विकास चौधरी को भी वसूली के कारण गोली मार कर हत्या करने के मामले में सामने आए थे। अंत मे युवा खिलाड़ियों को इतना कहना चाहेंगे कि पैसे सब कुछ नही है।

भू-माफियां व क्षेत्रीय 'अधिकारियों' की मिली भगत

अतुल त्यागी             
हापुड़। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहां अधिकारियों को भू-माफियाओं पर ताबड़तोड़ कार्यवाही करने के निर्देश दे रहे हैं। लेकिन, वहींं कुछ छोटे अधिकारी उनका सहयोग कर रहे हैं। ऐसा ही मामला धौलाना तहसील के गांव शेखूपर खिंचरा मै मुस्लिम समाज के कब्रिस्तान में दबंग भू माफिया जमीन घेरकर कार्य करवा रहे हैं। अब यह पता लगाना अभी बाकी है। दबंग भू माफिया किसकी सह पर कर रहे हैं। कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध निर्माण स्थानीय पुलिस को लेखपाल को जानकारी होते हुए भी क्यों नहीं हो रही है ? कार्रवाई कहीं मिली तो नहीं, अधिकारियों के जांच का विषय होगी। कार्यवाई यह दबा दिया जाएगा। मामला फिलहाल कब्रिस्तान के जमीन पर कार्य चल रहा है। अभी देखना है, कि कार्यवाही होगी या नहीं।

मरीजों को इलाज की सुविधा दिलाएं जाने की मांग

कौशाम्बी। भरवारी के मेहता अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं लोग अभी तक भूल नहीं सके हैं। मेहता अस्पताल में इलाज के नाम पर मिल रही सुविधाएं अभी तक सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हो पाई है। इस अस्पताल में जनभावना से मरीजों की सेवा चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी करते थे। चार दशक तक लगातार इस अस्पताल में इलाके के मरीजों को संपूर्ण इलाज की सुविधाएं उपलब्ध थी। लेकिन प्रबंध तंत्र की खींचतान के चलते यह अस्पताल धीरे-धीरे बंद हो गया। लोगों ने एक बार फिर से अस्पताल को शुरू करा कर मरीजों को इलाज की सुविधा दिलाए जाने की मांग जिलाधिकारी से की है।
बी एस मेहता अस्पताल की शुरुआत 1956 में आधार शिला रख कर गिरधारी लाल मेहता ने की थी। इस अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए संपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध थी। सैकड़ों किलोमीटर दूर के मरीज इस अस्पताल तक पहुंच कर सस्ता सुलभ इलाज कराकर स्वस्थ जीवन जीते थे। अस्पताल में प्रतिदिन हजारों मरीजों को इलाज मिलता था। सैकड़ों मरीज अस्पताल में भर्ती किए जाते थे। जिनकी देखरेख और इलाज की बेहतर सुविधाएं अस्पताल में मौजूद थी। प्रबंध तंत्र की अवस्थाओं के चलते यह अस्पताल धीरे-धीरे बंद हो गया और वर्तमान में यह अस्पताल अपने आप मे आशु बहा रहा है। इस अस्पताल का निर्माण कस्बे के बीच सत्रह हेक्टेयर जमीन पर बलदेवराम सालिगराम मेहता ट्रस्ट द्वारा किया गया था। बन्द पड़े इस अस्पताल पर यदि जिलाधिकारी कौशाम्बी की निगाह पड़ जाए तो इस क्षेत्र की जनता के साथ-साथ आसपास के जिलों के हजारों मरीजों के लिए यह अस्पताल वरदान से कम नही साबित होगा इस वक्त वैश्विक महामारी में इतना बड़े अस्पताल की सरकार को आवश्यकता है। इस अस्पताल की सिर्फ मररमती करण होने मात्र से अस्पताल चल पड़ेगा और लोगो को एक बहुत अच्छी सुबिधा मिल सकेगी।
राजू सक्सेना 

सीएम की ममता, पीएम मोदी को कराया इंतजार

मीनाक्षी लोधी   
कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल और ओड़िशा में चक्रवात यास तूफान से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे। दोनों राज्यों में पीएम मोदी ने समीक्षा बैठक की। बंगाल में मोदी के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 मिनट की देरी से पहुंचीं। उनके साथ राज्य के मुख्य सचिव भी देरी से पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री चक्रवाती से राज्य में हुए नुकसान से जुड़े कुछ दस्तावोज सौंपकर चली गईं।
सीएम ममता ने बताया कि राज्य के मुख्य सचिव ने पीएम नरेंद्र मोदी को यास चक्रवात से सूबे में हुए नुकसान के संबंध में रिपोर्ट सौंपी है। पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग में देरी से पहुंचने और तुरंत निकलने पर बाद में ममता बनर्जी ने 30 मिनट देरी से पहुंचने पर सफाई देते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी। इस मीटिंग के दौरान राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ पूरे समय मौजूद रहेमुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि ‘मैं नहीं जानती थी कि पीएम मोदी ने मीटिंग बुलाई है। मैं कलाईकुंडा गई थी और पीएम नरेंद्र मोदी को रिपोर्ट सौंपकर 20 हजार करोड़ रुपए की मदद की मांग की है। 10 हजार करोड़ की मांग दीघा और 10 हजार करोड़ सुंदरबन के विकास के लिए मांगे हैं। मैंने उनसे कहा कि राज्य के अधिकारी मुझसे मिलना चाहते हैं। इसके बाद मैंने उनसे परमिशन ली और निकल गईं।’

बता दें कि पीएम मोदी आज यास तूफान को लेकर बंगाल और ओडिशा में राज्य सरकारों के साथ समीक्षा बैठक की। लेकिन बंगाल के मीटिंग में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को भी न्योता दिया गया। इससे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी नाराज हो गईं। पहले ही बता दिया गया कि सीएम ममता बैठक में ही शामिल नहीं होंगी। यास तूफान को लेकर पीएम की मीटिंग में बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। कहा जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी के कारण ही ममता बनर्जी बैठक में शामिल नहीं हुईं।

कोरोना उत्पत्ति की जांच में भारत से समर्थन मांगा

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार को कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच संबंधी वैश्विक मांग का समर्थन किया है। विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इससे जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में भारत के समर्थन की बात कही। उन्होंने कहा, “डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने कोविड-19 की उत्पत्ति पर वैश्विक अध्ययन की शुरुआत की है। यह एक महत्वपूर्ण पहला कदम है। इसके अगले चरण के अध्ययन के साथ-साथ आगे के आंकड़ों और अध्ययनों को मजबूत निष्कर्ष तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया है।"
उन्होंने कहा, “डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर अनुवर्ती कार्रवाई और आगे के अध्ययन सभी की समझ और सहयोग के लिए जरूरी है।”
उल्लेखनीय है कि विश्व संस्था ने मार्च में एक जांच के बाद अपनी रिपोर्ट दी थी लेकिन उसे दुनिया के बड़े देशों ने विफल माना था। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी खुफिया एजेंसियों को वायरस की उत्पत्ति के संबंध में 90 दिन का समय दिया है। कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर कई अटकलें हैं। कुछ में इसे जानवरों से इंसानों में आने की बात कही जा रही है। वहीं कुछ में कहा गया है कि वायरस असल में चीन की लैब में तैयार किया गया है।

रामदेव के तेल में मिली मिलावट, फैक्ट्री की सीज

नरेश राघानी   

अलवर। बाबा रामदेव की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एलोपैथी पर बयान देकर फंसने के बाद अब रामदेव अपनी ही कंपनी के सरसों के तेल को लेकर मुश्किलों में घिर गए हैं। राजस्थान के अलवर में गुरुवार देर रात प्रशासन ने पंतजलि कंपनी के सरसों के तेल में मिलावट की आशंका के चलते खैरथल की सिंघानिया आयल मिल को सीज कर दिया है। इस कार्रवाई के दौरान खुद जिला कलेक्टर वहां मौजूद रहे साथ ही कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है।

खाद्य तेल संगठन पहले से ही पंतजलि के सरसों के तेल पर आपत्ति जता चुका था। दरअसल पंतजलि के सरसों तेल के एक विज्ञापन में यह दिखाया गया है कि पंतजलि छोड़ बाकी सभी कंपनियों के कच्ची घानी तेल में मिलावट है। इसी विज्ञापन के बाद ही खाद्य तेल संगठन ने अपनी आपत्ति जताई थी। हालांकि अब बाबा रामदेव की पतंजलि ब्रांड के नाम से सरसों के तेल की पैकिंग और मिलावट किये जाने की सूचना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री पर छापेमारी कार्ऱवाई करते हुए देर रात ही सीज कर दिया है।
फैक्ट्री में पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री बरामद की गई है। हालांकि फैक्ट्री में बाबा रामदेव की पतंजलि का पैकिंग किये जाने की अनुमति होने की बात प्रबंधन की ओर से बताई गई है। इसके अलावा एक और ब्रांड श्री श्री ऑयल ब्रांड के भी रैपर वहां से मिले हैं। फैक्ट्री में मौजूद सरसों के तेल कच्ची घानी ओर स्पेलर से निकाले गए तेल के स्टॉक और मौजूद कच्चे सामान के खाद्य निरीक्षकों और आयुर्वेद निरिक्षकों की टीम ने सैम्पल लिए हैं। प्रशासन का कहना है कि सैंपल रिपोर्ट के आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासन ने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है कि किसी भी सूरत में सामान के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। जो समान जहां है वैसा ही होना चाहिए। बता दें कि इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में सरसों का तेल बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को जाता है। जिसके बाद पतंजलि इस तेल पर अपना ठप्पा लगाकर बाजारों में सप्लाई करती है। जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया का कहना है कि प्रशासन को जैसी ही सरसों के तेल में मिलावट की बात पता चली तो शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अलवर के एसडीएम योगेश डागुर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी ने फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुए उसे सीज कर दिया है ताकि समान इधर-उधर ना हो सके। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...