शुक्रवार, 28 मई 2021

मरीजों को इलाज की सुविधा दिलाएं जाने की मांग

कौशाम्बी। भरवारी के मेहता अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं लोग अभी तक भूल नहीं सके हैं। मेहता अस्पताल में इलाज के नाम पर मिल रही सुविधाएं अभी तक सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हो पाई है। इस अस्पताल में जनभावना से मरीजों की सेवा चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी करते थे। चार दशक तक लगातार इस अस्पताल में इलाके के मरीजों को संपूर्ण इलाज की सुविधाएं उपलब्ध थी। लेकिन प्रबंध तंत्र की खींचतान के चलते यह अस्पताल धीरे-धीरे बंद हो गया। लोगों ने एक बार फिर से अस्पताल को शुरू करा कर मरीजों को इलाज की सुविधा दिलाए जाने की मांग जिलाधिकारी से की है।
बी एस मेहता अस्पताल की शुरुआत 1956 में आधार शिला रख कर गिरधारी लाल मेहता ने की थी। इस अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए संपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध थी। सैकड़ों किलोमीटर दूर के मरीज इस अस्पताल तक पहुंच कर सस्ता सुलभ इलाज कराकर स्वस्थ जीवन जीते थे। अस्पताल में प्रतिदिन हजारों मरीजों को इलाज मिलता था। सैकड़ों मरीज अस्पताल में भर्ती किए जाते थे। जिनकी देखरेख और इलाज की बेहतर सुविधाएं अस्पताल में मौजूद थी। प्रबंध तंत्र की अवस्थाओं के चलते यह अस्पताल धीरे-धीरे बंद हो गया और वर्तमान में यह अस्पताल अपने आप मे आशु बहा रहा है। इस अस्पताल का निर्माण कस्बे के बीच सत्रह हेक्टेयर जमीन पर बलदेवराम सालिगराम मेहता ट्रस्ट द्वारा किया गया था। बन्द पड़े इस अस्पताल पर यदि जिलाधिकारी कौशाम्बी की निगाह पड़ जाए तो इस क्षेत्र की जनता के साथ-साथ आसपास के जिलों के हजारों मरीजों के लिए यह अस्पताल वरदान से कम नही साबित होगा इस वक्त वैश्विक महामारी में इतना बड़े अस्पताल की सरकार को आवश्यकता है। इस अस्पताल की सिर्फ मररमती करण होने मात्र से अस्पताल चल पड़ेगा और लोगो को एक बहुत अच्छी सुबिधा मिल सकेगी।
राजू सक्सेना 

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