सोमवार, 3 मई 2021

वैक्सीनेशन ड्राइव का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हुआ

अकांशु उपाध्याय                          
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्‍ली में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन ड्राइव का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हो चुका है। इस दौरान 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है। जबकि अरविंद केजरीवाल सरकार ने तीसरे चरण में कोरोना वैक्‍सीनेशन को तेज करने के लिए दिल्ली के 77 सरकारी स्कूलों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाने का ऐलान किया है।
जानकारी के मुताबिक, 18-44 साल के लोगों के कोरोना वैक्‍सीनेशन के लिए दिल्‍ली सरकार ने जिन 77 सरकारी स्‍कूलों का चयन किया है, उनको नजदीकी अस्पताल से अटैच किया गया है। बता दें कि दिल्‍ली सरकार ने स्कूलों के अंदर वैक्‍सीनेशन सेंटर इसलिए बनाए हैं, ताकि टीका लगवाने के लिए ज्यादा संख्या में लोग आ जाएं तो कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा कम हो।
दिल्‍ली के जिन सरकारी स्‍कूलों को वैक्‍सीनेशन सेंटर बनाया गया है उनमें केवी एयरफोर्स तुगलकाबाद (संगम विहार), सर्वोदय कन्या विद्यालय (बसईदारपुर), शहीद हेमू कलानी जीएसबीवी (लाजपत नगर), सरकारी गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल 2 (उत्तम नगर), सर्वोदय विद्यालय (मानसरोवर गार्डन), सर्वोदय बाल विद्यालय( वेस्ट पटेल नगर), ईशानी सरकारी कन्या विद्यालय( साकेत) और सर्वोदय विद्यालय सेक्टर 3 रोहिणी सहित कई अन्य स्कूल शामिल हैं।
यही नहीं, इस दौरान दिल्ली के न्यू अशोक नगर के एक वैक्सीनेशन सेंटर पर 18 साल से अधिक उम्र के लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे हैं। जबकि एक व्यक्ति ने बताया, ‘मेरा स्लॉट 10-12 बजे के बीच है लेकिन मैं थोड़ा पहले आ गया हूं। वैक्सीन लेना बहुत जरूरी है। सभी लोगों को वैक्सीन लगवानी चाहिए।

सीएम भूपेश ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला को लिखा पत्र

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर प्रदेश में वर्तमान में 9 अप्रैल से 6 मई की सुबह तक कंटैनमेंट जोन घोषित होने के कारण राज्य के लघु और मध्यम व्यवसायियों की परेशानियों को देखते हुए उन्हें वांछित राहत प्रदान करने का अनुरोध किया है। श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डट्रीज के अनुरोध पर केन्द्र सरकार से मांग की है कि व्यवसायियों द्वारा विभिन्न प्रकार की विवरणियों को प्रस्तुत करने की अप्रैल एवं मई माह की तिथियों को दो माह के लिए बढ़ाया जाए साथ ही व्यवसाय संचालन हेतु लिए गए ऋण के मूलधन और ब्याज की किश्तों के भुगतान की समय-सीमा को कम से कम 3 माह की स्थगन अवधि प्रदान करने पर विचार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र में लिखा है कि - कोविड-19 महामारी की दूसरी और अधिक घातक लहर को रोकने के अंतिम प्रभावी कदम के रूप में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित लगभग सभी जिलों में दिनांक 9 अप्रैल से प्रारंभ कर 6 मई की सुबह तक पूर्ण कटेनमेंट जोन घोषित किये जाने के कारण राज्य में आर्थिक गतिविधियां एवं व्यापार-व्यवसाय लगभग बंद है। इससे राज्य में लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यवसायियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने इस आर्थिक परेशानी में उनकी सहायता के उद्देश्य से कुछ फौरी राहतों की मांग की गई है, जिन पर मैं आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ।

छत्तीसगढ़ में कुल 56,22,933 डोज वैक्सीन लगीं

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में रविवार शाम तक  कुल 56 लाख 22 हजार 933 डोज वैक्सीन लग चुकी है। जो कि जनसंख्या के अनुपात में 19.6 फीसदी है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ से ऊपर हिमाचल प्रदेश, गोवा और केरल ही हैं परंतु हिमाचल प्रदेश और गोवा की आबादी 1 करोड़ भी नहीं है। इस प्रकार एक करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ वैक्सीनेशन के मामले में केरल के बाद दूसरे नंबर पर है। कोविड टीकाकरण के क्षेत्र में अनेक बड़े राज्य जैसे उत्तरप्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, पंजाब, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली, राजस्थान आदि छत्तीसगढ़ से पीछे हैं।
राज्य स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार  छत्तीसगढ़ में अब तक 72 लाख, 70 हजार से ज़्यादा टेस्ट हुए हैं। जो जनसंख्या के अनुपात में 25.1 प्रतिशत हैं। छत्तीसगढ़ में टेस्ट की संख्या बढ़ाये जाने की अभी गुंजाइश शेष है। हालांकि पंजाब, उड़ीसा, महाराष्ट्र, बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पं.बंगाल व मध्यप्रदेश जैसे राज्य छत्तीसगढ़ से कहीं पीछे हैं।
छत्तीसगढ़ में कोविड से अब तक कुल 9 हजार, 009 लोगों की मृत्यु हुई है । छत्तीसगढ़ से ज़्यादा मृत्यु दर वाले राज्यों में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, दिल्ली, पं.बंगाल, गोवा, गुजरात और तमिलनाडु शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में  कुल 7 लाख, 44 हजार 602 मामलों में से वर्तमान में 1 लाख, 21 हजार 99 सक्रिय हैं और 6 लाख 14 हजार 693 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

एलपीजी: कंपनियों ने सिलेंडरों की कीमतों में कटौती की

अकांशु उपाध्याय                       
नई दिल्ली। एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने इस महीने 45.50 रुपए कटौती की है। यह राहत आम लोगों को नही, बल्कि, छोटे दुकानदारों और होटल मालिकों को दी गई है।
एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में यह कटौती केवल 19 किलो वाले कामर्शियल सिलेंडर में की गई है। वहीं, 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर के नए रेट एक मई से लागू हो गए हैं।
बता दे कि पिछले महीने घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में 10 रुपए की कटौती की गई थी। आज अभी दिल्ली में LPG सिलेंडर का दाम 809 रुपए है। जबकि इस साल जनवरी में LPG सिलेंडर का दाम 694 रुपए था, जिसे फरवरी में बढ़ाकर 719 रुपए प्रति सिलेंडर किया गया। इसके बाद 15 फरवरी को दाम 769 रुपए हो गए। 25 फरवरी को एलपीजी सिलेंडर के दाम 794 रुपए कर दिए गए। वहीं मार्च में LPG सिलेंडर की कीमत 819 रुपए कर दी गई थी।

अभिनेत्री ने एक-दूसरे को मदद करने की अपील की

कविता गर्ग                              
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन ने कोरोना महामारी संकट के समय सुरक्षित रहने और एक-दूसरे को मदद करने की अपील की है। कोरोना महामारी से देश भर में हाहाकार मचा हुआ है।इस कठिन समय में बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के कलाकार लोगों की मदद के लिये आगे आ रहे हैं। सुष्मिता सेन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट लिखा है। सुष्मिता ने अपनी एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “मेरा दिल उन लोगों के लिए बैठ जाता है जो एक-एक सांस के लिए लड़ रहे प्रियजनों के निधन पर शोक जता रहे हैं। जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दिहाड़ी मजदूरों की दुर्दशा। सभी कोविड वॉरियर्स, चिकित्सा और स्वयंसेवकों, दोनों लगातार लाचारी से लड़ रहे हैं। फिर भी मानवता हर समय आगे रहती है। यह देखना अच्छा लगता है जब सभी क्षेत्रों, सभी धर्मों और सभी जगहों के लिए लोग इस महामारी में बिना शर्त के मदद के लिए आगे आ रहे हैं। पूरी तरह से मानवता से संचालित।” सुष्मिता ने लिखा, “मैं खुशकिस्मत हूं कि मैं ऐसे फैन्स, परिवारवालों, दोस्तों और स्वास्थ्यकर्मियों से घिरी हुई हूं जो दूसरों की मदद करने में मेरी हेल्प कर रहे हैं।मैं उन सभी लोगों को सलाम करती हूं जो थोड़ा-बहुत भी कर रहे हैं। आप जानते भी नहीं होंगे यह लोगों की जिंदगियों में बहुत मदद करता है।हम सबकी अपनी चुनौतियां हैं। कुछ दूसरों से ज्यादा मुश्किल हैं लेकिन इन सबसे गुजरते हुए हम कर लेंगे, साथ में। कृपया सुरक्षित रहिए, स्वस्थ रहिए, साफ-सुथरे तरीके से रहिए और अपने दिमाग को शांत रखने की कोशिश करिए। मास्क पहनिए और नियमों का सम्मान करिए, जो कि शायद आपको पिजड़े की तरह लगे लेकिन असल में वो हमारी जिंदगियों को सुरक्षित कर रही हैं। आप सभी मेरी प्रार्थनाओं में शामिल हैं।मैं उन सभी लोगों को सलाम करती हूं जो थोड़ा-बहुत भी कर रहे हैं। आप जानते भी नहीं होंगे यह लोगों की जिंदगियों में बहुत मदद करता है।हम सबकी अपनी चुनौतियां हैं। कुछ दूसरों से ज्यादा मुश्किल हैं लेकिन इन सबसे गुजरते हुए हम कर लेंगे, साथ में। कृपया सुरक्षित रहिए, स्वस्थ रहिए, साफ-सुथरे तरीके से रहिए और अपने दिमाग को शांत रखने की कोशिश करिए। मास्क पहनिए और नियमों का सम्मान करिए, जो कि शायद आपको पिजड़े की तरह लगे लेकिन असल में वो हमारी जिंदगियों को सुरक्षित कर रही हैं। आप सभी मेरी प्रार्थनाओं में शामिल हैं।

किसी भी फिल्म के रीमेक में काम नहीं करना चाहते हैं

कविता गर्ग                                
मुंबई। बॉलीवुड के रॉकस्टार रणबीर कपूर अपने पिता ऋषि कपूर की किसी भी फिल्म के रीमेक में काम नहीं करना चाहते हैं। वर्ष 2020 में रणबीर कपूर के पिता और अभिनेता ऋषि कपूर का निधन हो गया था। अब तक पूरा कपूर परिवार उन्हें हर वक्त याद करता है। रणबीर कपूर का एक इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह अपने पिता की फिल्मों के बारे में बात कर रहे हैं। रणबीर कपूर से पूछा गया। कि क्या वह अपने पिता की किसी फिल्म के रीमेक में काम करेंगे इस सवाल के जवाब में रणबीर कपूर ने कहा, “मेरे पिता ऋषि कपूर मेरे फेवरेट एक्टर्स में से एक थे। वो अपने हर रोल के लिए बहुत मेहनत करते थे, मैं खुद को इस काबिल नहीं समझता, और ना ही मुझे ऐसा लगता है कि मैं उनकी किसी फिल्म के साथ इंसाफ कर पाऊंगा।रणबीर कपूर ने कहा कि मुझे लगता है। कि फिल्म ‘जमाने को दिखाना है। को यदि फिर से बनाया जाए तो वह दर्शकों को काफी पसंद आएगी। क्योंकि इस फिल्म में ऋषि कपूर की कॉमिक टाइमिंग बहुत जबरजस्त थी।

ऑक्सीजन की कमी के कारण 24 संक्रमितों की मौंत

चामराजनगर। कर्नाटक के चामराजनगर जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण विभिन्न अस्पतालों में 24 कोरोना मरीजों की मौत हो गयी। चामराजनगर के उपायुक्त रवि ने कहा कि इनमें से 23 मरीजों की मौत सरकारी अस्पतालों में हुई। जबकि एक अन्य मरीज ने निजी अस्पताल में दम तोड़ा। उन्होंने बताया कि मरीजों की मौत रविवार को आठ बजे से सोमवार के आठ बजे के बीच हुई।
इसके अलावा 11 अन्य मरीजों की मौत विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों के कारण होने की रिपोर्टें सामने आई हैं। डा. रवि ने कहा कि जिन मरीजों की मौत हुई वे सभी वेंटिलेटर पर थे। उन्होंने कहा कि इन मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई हों यह जरूरी नहीं हैं। चामराजनगर में कोरोना रोगियों की मौत के कारण यहां पास के क्षेत्रों के लोगों में ऑक्सीजन की कमी को लेकर दहशत फैल गई है। उन्होंने कहा कि रविवार से सोमवार की सुबह तक 24 कोरोना रोगियों की मौत हुई है।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...