शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

ऑक्सीजन की कमी से परेशान हैं कोरोना संक्रमित

अश्वनी उपाध्याय                       
गाज़ियाबाद। जनपद में कोरोना मरीज और उनके तीमारदार ऑक्सीजन की कमी से परेशान हैं और हर संभव दरवाजे पर लाइन लगाए खड़े हैं। यहाँ हम स्पष्ट कर दें कि कोविड पीड़ितों की मदद के लिए हमें जिला प्रशासन की ओर से कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा है। अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं और हमने भी अब उन्हें फोन करने में समय बर्बाद करना छोड़ दिया है। इन सब के बीच मोदी नगर स्थित आईनाक्स आक्सीजन गैस प्लांट से ग्रीन कॉरीडोर बना कर ऑक्सिजन दिल्ली भेजी गई।कल दोपहर में इंदिरापुरम के शांति गोपाल अस्पताल में आक्सीजन नहीं थी। मरीजों की मदद करने में लाचार स्थानीय पार्षद संजय सिंह आक्सीजन की आपूर्ति की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर बुधवार शाम को धरने पर बैठ गए थे। आपको बता दें कि प्रशासन ने ट्रांस हिडन के वैशाली सेक्टर चार स्थित पारस अस्पताल, कौशांबी स्थित मीनाक्षी अस्पताल को बुधवार को ही कोविड अस्पताल बनाया है। इन स्थानों पर सभी बेड पर कोरोना संक्रमित हैं लेकिन आक्सीजन की कमी है। वहीं, अन्य अस्पताल भी आक्सीजन के संकट से जूझ रहे हैं।
इंदिरापुरम के शक्ति खंड तीन स्थित स्पर्श मेडिकेयर एंड ट्रामा सेंटर को प्रशासन ने कोविड अस्पताल बनाया है। यहां के एडमिन विभाग में कार्यरत उदय कुमार ने बताया कि अस्पताल में अभी इंतजाम नहीं हो पाया है। ऐसे में अभी कोरोना के मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। अस्पताल में कोरोना संक्रमितों का इलाज शुरू होने में अभी तीन से चार दिन का वक्त लगेगा।

मुंबंई: मशहूर सिंगर श्रवण का कोरोना से निधन हुआ

कविता गर्ग                     
मुंबई। मशहूर सिंगर श्रवण राठौड़ का गुरुवार रात निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमित थे और मुंबई के रहेजा हॉस्पिटल में भर्ती थे, जहां उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई थी और दो दिनों से वह वेंटिलेटर पर थे। डॉक्टर्स की लगातार कोशिश के बाद भी श्रवण को बचाया नहीं जा सका। श्रवण राठौड़ का निधन संगीत जगत की एक अपूरणीय क्षति हैं। उनके निधन से हर कोई स्तब्ध है। वहीं मनोरंजन जगत की हस्तियां सोशल मीडिया के जरिये उन्हें श्रंद्धाजलि दे रही हैं। अभिनेता अक्षय कुमार ने श्रवण राठौर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें सोशल मीडिया के जरिये श्रंद्धाजलि दी है। अक्षय कुमार ने ट्वीट कर लिखा-''म्यूजिक कंपोजर श्रवण जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। नदीम-श्रवण ने 90 के दौर और उसके बाद की कई फिल्मों के संगीत का जादू चलाया। इनमें से मेरे करियर की एक लीजेंडरी फिल्म धड़कन भी शामिल है। उनके परिवार के लिए गहरी सांत्वनाएं।

अमेरिकन समिति ने कॉम्पटीशन बिल को मंजूरी दी

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। अमेरिका के सीनेट की एक शक्तिशाली समिति ने चीन स्ट्रेटिजिक कॉम्पटीशन बिल को जोरदार समर्थन करते हुए उसे मंजूरी दी है। यह भारत के लिए अहम है। क्योंकि इसमें क्वाड समूह को समर्थन देने के साथ अन्य बातों तथा भारत के साथ सुरक्षा संबंधों को बढ़ाने का समर्थन किया गया है। चतुर्पक्षीय सुरक्षा संवाद के तौर पर जाना जाने वाले क्वाड समूह में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल है। वर्ष 2007 में इसकी स्थापना के बाद से चार सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि समय-समय पर मिल रहे हैं। चार देशों के शीर्ष नेताओं ने पिछले महीने राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
सीनेट की विदेश संबंध समिति ने तीन घंटे की चर्चा और कई संशोधनों के साथ सामरिक प्रतिस्पर्धा अधिनियम को बुधवार को 21 मतों के साथ मंजूरी दी। इस द्विपक्षीय विधेयक के मुताबिक अमेरिका भारत के साथ व्यापक वैश्विक सामरिक साझेदार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की तस्दीक करता है और देश के साथ द्विपक्षीय रक्षा विमर्शों एवं सहयोग को और मजबूत करता है। इसने अमेरिकी सरकार से अपील की कि वे भारत के साथ करीब से विचार-विमर्श कर ऐसे क्षेत्रों की पहचान करे जहां वह क्षेत्र में चीन के कारण उत्पन्न आर्थिक एवं सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के भारत के प्रयासों में कूटनीतिक एवं अन्य सहायता दे सके।

गेंदे के फूल को चेहरे पर लगाने से आता हैं गोरापन

गेंदे के फूल को अपने चेहरे पर लगाने से गोरापन आता है। गेंदा का फूल इसे हमें आसानी से मिल जाता है। गेंदे का इस्तेमाल ज्यादातर सजावट के लिए किया जाता है। बल्कि गेंदे के अंदर प्राचीन जड़ी बूटीयां हैं। जिससे कि कई हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं उसके लिए इसका सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है।
गेंदे के फूल में मौजूद कार्य और गंध तेल सेक्टर 4 पर अपना कमाल दिखाते हैं। जाने गेंदे के फूल के और क्या ने फायदे हैं अगर गेंदे के फूल को स्किन पर लगाये तो चेहरा चमक उठेगा। पर गेंदे के फूल के रस लगाने से स्किन साफ हो जाती है। और कील मुहासे जड़ से खत्म हो जाते हैं। अगर आप रेगुलर गेंदे के फूल का रस पीते है तो आप स्पर्मटोरिया से बच जाएंगे। अगर आप बवासीर से परेशान हैं तो गेंदे के फूल को काली मिर्च के साथ पीसकर पीने से पाइल्स से निजात मिल जाएगा।

भारत के साथ खड़ा होने का संदेश देना चाहता हूं: फ्रांस

पेरिस/ नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि ‘मैं भारत के लोगों के साथ खड़े होने का संदेश देना चाहता हूं। कोरोना वायरस की इस नई लहर के चलते बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इस संघर्ष में फ्रांस आपके साथ है। हम आपको किसी भी तरह की मदद देने के लिए इससे पहले फ्रांस ने भारत को राफेल फाइटर जेट बेचा है। फ्रांस ने आतंकवाद समेत कई मामलों में पहले भी भारत के साथ होने की बात कही है। अभी दो दिन पहले ही राफेल लड़ाकू विमानों की पांचवीं खेप फ्रांस से भारत पहुंची है। इस खेप में चार राफेल लड़ाकू विमान हैं। ये चारों विमान 8000 किलोमीटर की नॉन-स्टॉप उड़ान भरकर भारत पहुंचे हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए फ्रांस ने भारत से आने वाले लोगों को 10 दिनों तक क्वारंटीन करने का फैसला किया है। जबकि ब्रिटेन, पाकिस्तान और कनाडा ने भारत को रेड लिस्ट में डाल दिया है।  भारत से आने वाले विमानों पर रोक लगा दी है।बता दें कि भारत में शुक्रवार को कोरोना के 3 लाख 32 हजार 730 मामले सामने आए हैं। कोरोना से 2263 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 करोड़ 62 लाख 63 हजार 695 हो गई है। वहीं अब तक 1 लाख 86 हजार 920 लोगों की जान जा चुकी है। 

एक राष्ट्र के तौर पर काम करें, संसाधनों की कमी नहीं

अकांशु उपाध्याय                              
नई दिल्ली। मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 की स्थिति पर हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की अगर हम एक राष्ट्र के तौर पर काम करेंगे तो संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन टैंकरों को भेजने और फिर उनकी वापसी में लगने वाले समय को कम करने के लिये रेलवे, वायुसेना की मदद ली जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अस्पतालों की सुरक्षा की अनदेखी नहीं होनी चाहिए, हड़बड़ाहट में किसी भी तरह की खरीदारी को कम करने के लिये जागरुकता बढ़ाई जाए।प्रधानमंत्री ने राज्यों से आवश्यक दवाओं और इंजेक्शनों की जमाखोरी, काला बाजारी करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने का अनुरोध किया। राज्यों को एक साथ काम करना चाहिए, दवाओं और ऑक्सीजन से संबंधित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये एक-दूसरे के साथ समन्वय करना चाहिए।मोदी ने बैठक में कहा कि मिलकर किए गए प्रयासों से हम देशभर में कोविड-19 की दूसरी लहर को रोकने में सफल होंगे। प्रत्येक राज्य को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी ऑक्सीजन टैंकर, चाहे वह किसी भी राज्य के लिये हो, रोका न जाए न ही खड़ा रखा जाए। प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सभी राज्यों को केंद्र की ओर से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। मोदी ने अस्पतालों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए राज्यों से उच्चस्तरीय समन्वय समितियां गठित करने का आग्रह किया।

यूपी: 24 घंटों में मिलें कोरोना के 34,379 नए मामलें

हरिओम उपाध्याय                       
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित 34,379 नये मामले आये हैं। इस दौरान 195 लोगों की जान भी चली गयी। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि राज्य में इस समय 2,59,810 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। प्रदेश में विगत 24 घंटों में 16,514 लोग तथा अब तक कुल 7,06,414 लोग ठीक होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में 2,05,000 लोग होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने बताया कि जो लोग होम आइसोलेशन में हैं और डाॅक्टर की सलाह लेना चाहते हैं, तो वे हेल्पलाइन नं0 18001805146 पर सम्पर्क कर सकते हैं। 
उन्होंने बताया कि संक्रमण इस समय तीव्र गति पर है। जो लोग होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। उन्हें गम्भीरता और कड़ाई के साथ कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना होगा। अगर आप लोग होम आइसोलेशन में है और आपके परिवार में एक से अधिक लोग संक्रमित हैं तो आपके पास अलग रूम और अलग वाॅशरूम की व्यवस्था होनी चाहिए और जो संक्रमित नहीं है, वे अलग वाॅशरूम का इस्तेमाल करें। जो व्यक्ति संक्रमित है और वह घर से बाहर जाते हैं तो उनके ऊपर उत्तर प्रदेश महामारी अधिनियम के तहत दण्डनीय अपराध है, जिसके तहत कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेगी। 

कोरोना: चुनाव आयोग ने बाइक रैली पर लगाया प्रतिबंध

  
अकांशु उपाध्याय                       
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में आखिरी दो चरणों के प्रचार के लिए गुरुवार को एक बार फिर सख्ती करते हुए रोड शो, बाइक रैली पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा 500 से ज्यादा संख्या की किसी भी सार्वजनिक सभा को अनुमति नहीं दी जाएगी।
चुनाव आयोग ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में आगे के चुनाव में रोड शो, पदयात्रा, साइकल, बाइक, गाड़ी की कोई रैली नहीं की जाएगी। वहीं इस संबंध में पहले से ली गई सभी अनुमति को रद्द कर दिया गया है। साथ ही आयोग ने कहा है कि 500 से अधिक संख्या की किसी भी सार्वजनिक सभा को अब अनुमति नहीं दी जाएगी। बंगाल के चुनाव आधिकारियों को नए आदेश के पालन को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
पश्चिम बंगाल में आज कोरोना के 12 हजार नए मरीज आए हैं। देशभर में कोरोना महामारी एक प्रकोप के तौर पर फैल रही है जिसमें बड़ी संख्या में लोग चपेट में आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस संबंध में कल का अपना पश्चिमबंगाल का दौरा रद्द कर दिया है। वह दिल्ली में महामारी से निपटने के लिए कई बैठकें करेंगे।

मुझे भी बेड की जरुरत पड़ीं तो आसानी से नहीं मिलेगी

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्ली। दिल्ली के अस्पतालों में बेड की अनुपलब्धता पर हाईकोर्ट के जज जस्टिस विपिन सांघी ने कहा कि आम आदमी को तो छोड़िए। अगर मुझे भी बेड की जरुरत पड़े तो आसानी से नहीं मिलेगी। कोर्ट ने कहा कि आम लोगों की जरुरतों का ध्यान रखा जाना चाहिए। सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने कोर्ट से कहा कि केंद्र सरकार के बेड दिल्ली सरकार के ऐप में दर्शा रहे हैं। इनमें ईएसआई अस्पताल और रेलवे के कोच मिलाकर 4159 बेड दिल्ली सरकार को दिए गए हैं। आहूजा ने कहा कि इसमें से तीन सौ बेड बेस अस्पताल के अतिरिक्त हैं। आहूजा ने कहा कि कोरोना के ऐक्टिव केसों में दिल्ली का सातवां स्थान है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली समेत दूसरे राज्यों के लिए बेड बढ़ाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मंत्रालयों और लोक उपक्रमों को कोरोना के लिए बेड आरक्षित रखने के लिए पत्र लिखा है। निजी अस्पतालों को भी पत्र लिखा गया है। कंपनी मामलों के मंत्रालय के जरिये कंपनियों को कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के फंड से अस्थायी सुविधाएं देने के लिए कहा गया है। आहूजा ने कहा कि दिल्ली सरकार लोक उपक्रमों से बात कर सकती है। इस पर दिल्ली सरकार के वकील राहुल मेहरा ने आहूजा से पूछा कि क्या डीआरडीओ के पांच सौ बेड मरीजों के लिए उपलब्ध हैं। तब आहूजा ने कहा कि, मरीज उसमें भर्ती हो सकते हैं। राहुल मेहरा ने कहा कि पिछले साल नवंबर से अभी कोरोना के चार गुना मरीज बढ़े हैं। उस समय केंद्र बड़ा दयालु था। पिछले साल एम्स झज्जर में पूर्णत: कोरोना का इलाज हो रहा था। उन्होंने पूछा कि क्या वहां का 80 फीसदी बेड कोरोना के लिए आरक्षित किया जा सकता है। मेहरा ने आहूजा से पूछा कि क्या दिल्ली को सात हजार बेड मिल सकते हैं। तब आहूजा ने कहा कि एम्स और केंद्र सरकार के सभी अस्पताल दिल्ली के लिए ही हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में दिल्ली सरकार के साथ बैठक में उन सभी में सुविधाओं पर चर्चा हुई थी। आहूजा ने कहा कि केंद्र उनमें बेड की क्षमता बढ़ाएगी और वहां प्रशिक्षित लोगों को तैनात करेगी। आहूजा ने कहा कि पिछले साल जैसा इंतजाम किया गया था वैसा ही होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में नर्सिंग कॉलेज हैं जहां से प्रशिक्षित लोगों को लगाया जा सकता है।

900 बेड: कोविड अस्पताल का निर्माण शुरू किया

गांधीनगर। अहमदाबाद में कोरोना के बढ़ते मामले और कोविड रोगियों के लिए बिस्तरों की कमी के बीच महसूस की जा रही है। इस कमी को दूर करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश के सबसे बड़े नौ सौ बेड का कोविड अस्पताल का निर्माण शुरू कर दिया है। जो जल्द ही पूरा हो जायेगा। 
बताया गया कि गुजरात विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में डीआरडीओ ने देश के सबसे बड़े नौ सौ बेड का कोविड अस्पताल का निर्माण कर रहा है। इसका काम अब 80 प्रतिशत पूरा हो गया है। उम्मीद है कि इस अस्पताल का 24 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री अमित शाह उद्घाटन करेंगे। शुरू किया जाएगा। डीआरडीओ के अनुसार इस अस्पताल में नौ सौ बेड होंगे लेकिन जरूरत पड़ने पर पांच सौ बेड और बढ़ाए जा सकते हैं। यानि इस अस्पताल की क्षमता 1400 बेड है। इस अस्पताल के निर्माण में डीआरडीओ के अलावा राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग और गुजरात विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रयासों से हो रहा है। अहमदाबाद शहर में कोरोना संकट में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेड की कमी के चलते यह नवनिर्मित अस्पताल एक वरदान साबित होगा। इस अस्पताल में 130 वेंटिलेटर प्रधानमंत्री कोष से यहां लाए गए हैं और इन्हें स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए 35 हजार लीटर ऑक्सीजन की क्षमता वाला एक टैंक लगाया गया है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर एक और 25,000 लीटर क्षमता की ऑक्सीजन टैंक भी स्थापित किया गया है ताकि मरीज को उचित उपचार मिल सके।
इस विशेष अस्पताल के लिए सेना, बीएसएफ, सीआईएसएफ विशेषज्ञ डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ सहित 150 स्वास्थ्य कर्मचारियों का एक स्टाफ डिफेंस से मिलना है, जिसमें से 10 डॉक्टर आ चुके हैं और भर्ती हुए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे और किए गए कार्यों की निगरानी शुरू करेंगे। पूरे अस्पताल के प्रबंधन के लिए लगभग 600 कर्मचारी तीन अलग-अलग शिफ्टों में काम करेंगे।

ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को किया जा रहा एयरलिफ्ट

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली/ बर्लिन। ऑक्सीजन के लिए पूरे देश में ​मचे हाहाकार के बीच भारतीय वायुसेना ने ऑक्सीजन के कंटेनरों को 'एयरलिफ्ट' करना शुरू कर दिया है। 23 मोबाइल ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को जर्मनी से एयरलिफ्ट किया जा रहा है। यह दिल्ली के उन अस्पतालों में अस्पताल में तैनात किए जाएंगे। जहां ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की जान खतरे में है। जरूरतमंदों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलने से उन्हें जिन्दगी और मौत से संघर्ष नहीं करने पड़ेगा।
सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने कहा कि भारतीय सेना ने दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल में कोविड-19 मरीजों के लिए अगले एक सप्ताह में 400 बेड बढ़ाए जा रहे हैं। अस्पताल में सेवारत सैन्य कर्मियों के लिए अस्पताल में अतिरिक्त 250 कोविड बेड बढ़ाये गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए 23 मोबाइल ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को जर्मनी से एयरलिफ्ट किया जा रहा है। इन उत्पादन संयंत्रों को दिल्ली के उन अस्पतालों में तैनात किया जायेगा जहां बड़ी संख्या में कोविड के मरीज भर्ती हैं और ऑक्सीजन की कमी से उनकी सांसें अटकी हैं। यह मोबाइल संयंत्र अस्पतालों में ही ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे। जिससे ऑक्सीजन की किल्लत दूर हो सकेगी।  
 भारतीय वायु सेना ने भी अब कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने में सरकार की सहायता के लिए ऑक्सीजन कंटेनर, सिलेंडर, आवश्यक दवा, उपकरण और चिकित्सा कर्मियों को एयरलिफ्ट करना शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में ​ऑक्सीजन की खरीद शुरू की गई, इसलिए वायुसेना ने खाली कंटेनरों  का संचालन शुरू कर दिया है। वायुसेना के दो परिवहन विमानों सी-17 ने दो खाली ​​ऑक्सीजन कंटेनरों को एयरलिफ्ट करके संयंत्र तक पहुंचाया है। इसके अलावा आईएल-76 विमान से पानागढ़ एयरबेस एक खाली कंटेनर को एयरलिफ्ट किया है ताकि वहां से लाकर देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाई जा सके। पश्चिम बंगाल राज्य में यह एयरबेस पूर्वी वायु कमान के तहत वायु सेना का आधार है।

कालाबाजारी करते हुए 2 डॉक्टर समेत 4 लोग अरेस्ट

हरिओम उपाध्याय                     
लखनऊ। कोरोना संक्रमितों को लगने वाला 'रेमडेसिविर' इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए दो डॉक्टर समेत चार लोगों को ठाकुरगंज पुलिस ने गुरुवार देर रात को पकड़ा है। इनके पास से चार लाख रुपये की नकदी और 34 डोज 'रेमडेसिविर' इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। 
 प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार दुबे ने बताया कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले चार अभियुक्तों को एरा मेडिकल के पास से गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों की पहचान उन्नाव निवासी विपिन कुमार, ठाकुरगंज के सरफराजगंज निवासी डॉ. अतहर, डॉ. सम्राट और तहजीबुल हसन के रूप में हुई है। इनके पास से चार लाख रुपये की नकदी और 34 डोज 'रेमडेसिविर' इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। 
 प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि यह लोग वर्तमान समय में कोविड-19 संक्रमित मरीजों को लगने वाले  रेमडेसिविर  को बाजार से महंगे दाम पर बेचते थे। अभी तक इन लोगों ने किन लोगों को बेचा है, इसका पता लगाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी दशा में ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी न होने पाये। ऐसा करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट या एनएसए के तहत कार्रवाई अमल में लायी जाए। 

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...