मंगलवार, 20 अप्रैल 2021

तेलांगना में 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा

मनोज सिंह ठाकुर           
हैदराबाद। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए तेलंगाना सरकार ने मंगलवार को राज्य में 30 अप्रैल तक रात नौ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। ये प्रतिबंध 20 अप्रैल से लागू होंगे। राज्य में कोविड-19 को नियंत्रित करने के विभिन्न उपायों की समीक्षा की गई है।मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने एक आदेश में कहा कि कोविड​​-19 के प्रसार को रोकने के लिए एक अतिरिक्त उपाय के तहत 30 अप्रैल 2021 तक रात नौ बजे से सुगह पांच बजे तक राज्य में रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है। राज्य में अभी 42,853 लोगों का इलाज चल रहा है।मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को भी सोमवार को वायरस से संक्रमित पाया गया। कर्फ्यू के दौरान अस्पतालों, जांच प्रयोगशालाओं, दवा दुकानों को छोड़कर सभी कार्यालय, फर्म, दुकानें, प्रतिष्ठान, रेस्तरां आदि रात के आठ बजे बंद हो जाएंगे और मीडिया, ई-कॉमर्स डिलीवरी और पेट्रोल पंप जैसी अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को भी छूट रहेगी।
सरकारी अधिकारियों, चिकित्सा कर्मियों और हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आने-जाने वाले लोगों को छोड़कर रात्रि नौ बजे से सभी लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। आदेश में कहा गया कि अंतर-राज्यीय और राज्य के भीतर आवश्यक और गैर-आवश्यक वस्तुओं के परिवहन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा और इस तरह की आवाजाही के लिए कोई अलग से अनुमति या पास की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा ऑटो और टैक्सियों सहित सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को रात्रि कर्फ्यू के दौरान आवाजाही की अनुमति होगी।

पुलिस ऑफिसर के किरदार में नजर आएंगे अजय

 कविता गर्ग             
 मुंबई। बॉलीवुड के सिंघम स्टार अजय देवगन वेबसीरीज रूद्रा द एज ऑफ डार्कनेस में पुलिस ऑफिसर के किरदार में नजर आयेंगे। यह फिल्म हॉलीवुड अभिनेता इद्रिस एल्बा की हिट टीवी सीरीज ‘लूथर’ का हिंदी रीमेक है। सीरीज को बीबीसी वन के साथ मिलकर अप्लाउस एंटरटेनमेंट प्रोड्यूस कर रहा है और ये हॉटस्टार पर रिलीज होगी। बताया जा रहा है कि रूद्रा द एज ऑफ डार्कनेस एक क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज है जिसमें कि एक पुलिसवाला आखिर तक आते-आते एक साइको क्रिमिनल बन जाता है। अजय देवगन ने इस वेब सीरीज का फर्स्ट लुक इंस्टाग्राम पर शेयर किया है।अजय इस सीरीज़ में एक पुलिस अफ़सर के किरदार में नजर आएंगे, जो उनके अब तक के कॉप अवतारों से अलग होगा। अजय देवगन ने कहा, “मेरी हमेशा से कोशिश यही रही है कि काबिल लोगों के साथ बेहतरीन काम करूं। रूद्रा- द ऐज ऑफ़ डार्कनेस बांधकर रखने वाले कहानी है और इस सफ़र की शुरुआत करने का मुझे बेसब्री से इंतज़ार है। पर्दे पर पुलिस वाले का किरदार निभाना मेरे लिए नया नहीं है, लेकिन इस बार यह किरदार ज़्यादा गहरा, मुश्किल और डार्क है। मुझे इस किरदार की शख़्सियत ने सबसे अधिक प्रभावित किया। सम्भवत: यह मौजूदा दौर में सबसे ग्रे कैरेक्टर है।

अमेरिका ने नागरिकों को भारत ना जाने की सलाह दी

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। अमेरिका ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण अत्यधिक फैलने के कारण वहां की यात्रा करने से बचें। रोग रोकथाम एवं नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) ने यात्रा परामर्श जारी किया। अमेरिका, विज्ञान आधारित यात्रा स्वास्थ्य नोटिस जारी करके अपने नागरिकों को विश्वभर में स्वास्थ्य संबंधी खतरों की जानकारी देता है और उन्हें स्वयं को सुरक्षित रखने के लिए सलाह देता है।
अमेरिका ने कोविड-19 संबंधी यात्रा परामर्श के लिए चार स्तरीय प्रणाली अपनाई है और ताजा यात्रा परामर्श में भारत को ‘स्तर-चार: कोविड-19 के सबसे उच्च स्तर’ में रखा गया है। विभाग ने सोमवार को कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी यात्रियों के लिए अप्रत्याशित खतरा बनी हुई है।’’ सीडीसी से अमेरिकियों से भारत की यात्रा नहीं करने की अपील की है।

एचसी ने चुनाव करवाने के तरीके पर जताईं नाराजगी

बृजेश केसरवानी            
प्रयागराज। हाईकोर्ट ने राज्य के भीतर कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हो रही गंभीर स्थिति के बावजूद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करवाने के तरीके पर गहरी नाराजगी जताई है।
हाईकोर्ट ने कहा है कि जब प्रदेश सरकार को कोरोना की दूसरी लहर के घातक परिणामों का अंदाजा था तो सरकार की तरफ से कोई कारगर योजना क्यों नहीं बनाई गई। जिस तरह से राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करवाए जा रहे हैं और उसमें चुनाव ड्यूटी करने के लिए अध्यापकों व अन्य सरकारी कर्मचारियों को मजबूर किया जा रहा है, वह तरीका सही नहीं है। हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा है। कि लोक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करते हुए पुलिस को चुनाव करवाने के लिए मतदान केंद्रों पर भेज दिया गया। यह किसी भी दशा में ठीक नहीं है। चुनाव कराने वाले अधिकारियों को भी पता है कि लोगों को एक दूसरे से दूर रखने का कोई तरीका नहीं है। ऐसे आयोजकों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाए। हाईकोर्ट की खंडपीठ ने कहा है, कि हालातों को देखकर ऐसा लग रहा है कि सरकार के लिए केवल अर्थव्यवस्था ही मायने रखती है। खाने पीने की चीजों से भरी किरयाना की दुकान या बाइक अथवा कार से भरे शोरूम है। लेकिन जीवन रक्षक दवाइयों की दुकानें खाली पड़ी हुई है।जब कोरोना से बचाव की दवा रेमडेसीवर जैसी जीवन रक्षक दवाइयां दवाओं की दुकानों पर नहीं मिल रही है तो किराना के सामान से भरी दुकान व कारों से भरे शोरूम किसी काम के नहीं है। हाईकोर्ट ने प्रदेश में वर्तमान स्वास्थ्य सुविधाओं को अपर्याप्त बताते हुए कहा है कि प्रयागराज और लखनऊ जैसे शहरों में ही रोजाना 500 से 1000 मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत पड़ रही है। वर्तमान स्वास्थ्य सेवाएं 5 प्रतिशत आबादी की आवश्यकता को ही पूरा कर सकती हैं।

अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों की संख्या बताएं: एससी

 अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्र और आप सरकार को निर्देश दिया कि वे मंगलवार तक हलफनामे देकर कोविड-19 के मरीजों के लिए प्रत्येक अस्पताल में उपलब्ध बिस्तरों की संख्या बताएं। वर्तमान महामारी की दशा का जायजा लेते हुए उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार से कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी के पहलू पर अत्यावश्यकता के आधार पर गौर किया जाये।
न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पिल्लै की पीठ ने कहा कि अपने हलफनामों में केंद्र एवं दिल्ली सरकार यह भी बतायेंगे कि अस्पतालों के कितने बेडों के साथ वेंटीलेटर एवं ऑक्सीजन की सुविधा है और कितने में ऐसी सुविधा नहीं है। पीठ ने दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति अचानक बंद कर देने वाली कंपनी को तत्काल यह आपूर्ति बहाल करने का निर्देश दिया। उच्च न्यायालय को बताया गया कि यह कंपनी अन्य राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है।
पीठ ने यह भी कहा कि 24 घंटे के अंदर कोविड-19 जांच रिपोर्ट नहीं देने पर प्रयोगशालाओं के विरूद्ध कार्रवाई के दिल्ली सरकार के निर्देश को लागू नहीं किया जाएगा। प्रवासी मजदूर संकट पर अदालत ने कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार पिछले साल लॉकडाउन में विफल रही थी और उससे सबक सीखने की जरूरत है। इस मामले पर अब मंगलवार को फिर सुनवाई होगी।

दवा निर्माता कंपनियों के अधिकारियों के साथ संवाद

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। कोविड-19 रोधी टीका लगाने की उम्र सीमा 18 साल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज टीका उत्पादक कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ संवाद करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, वीडियो कॉन्फ्रेंस से होने वाली यह बैठक शाम छह बजे होगी और इसमें जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से एक प्रस्तुति भी दी जाएगी। टीका उत्पादक कंपनियों के साथ भी यह विभाग समन्वय करेगा। बैठक में भारत के साथ ही विदेशों की भी शीर्ष दवा निर्माता कंपनियों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। जिन कंपनियों के टीकों को भारत सरकार की मंजूरी मिली हुई है। उनके भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है। अभी तक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्रोजेनेका द्वारा विकसित 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक कंपनी द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ साझेदारी में विकसित 'कोवैक्सीन' टीके भारत में दिए जा रहे हैं।

फिलीपींस ने कोवैक्सीन के उपयोग की अनुमति दीं

मनीला। फिलीपींस ने भारत के बायोटेक कोरोना वायरस कोवैक्सीन टीके को आपातकालीन उपयोग की अनुमति दे दी है। देश के खाद्य एवं औषधी प्रशासन (एफडीए) ने यह जानकारी दी है। एफडीए के महानिदेशक रोलांडो एनरिक डोमिंगो ने मंगलवार को मनीला के रैपलर समाचार सेवा के माध्यम से इस टीके को आपातकालीन उपयोग में लाने की पुष्टि की है। फिलीपींस, पलाऊ और माइक्रोनेशिया में भारत के राजदूत शंभू कुमारन ने इस मंजूरी का स्वागत करते हुए ट्विटर पर कहा यह कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए एक निर्णायक कदम है। कुमारन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा “ईयूए ने कोवैक्सिन की मंजूरी दी है। भारत बायोटेक को बधाई। फिलीपींस की एफडीए का धन्यवाद।” फिलीपींस ने सोमवार को एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन के साथ 60 और उससे कम उम्र के नागरिकों के लिए टीकाकरण को फिर से शुरू किया। अप्रैल में फिलीपींस के स्वास्थ्य मंत्रालय की सिफारिश पर एस्ट्राजेनेका टीके को लगाने के बाद खून के थक्के बनने और अन्य दुष्प्रभाव की शिकायत के कारण 60 वर्ष से कम उम्र के लोगों को यह टीका लगाने पर रोक लगा दी थी। फिलीपींस से भारत बायोटेक के टीके के अलावा जॉनसन एंड जॉनसन, फाइजर, रूस के स्पुतनिक-वी और चीन के सिनावैक टीके को भी मंजूरी दे दी है।

आंदोलनकारी किसानों का टेस्ट भी कराएंगी सरकार

राणा ओबराय            
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने राज्य में कोरोना संक्रमण से उत्पन्न हालातों की समीक्षा करने के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए बंदोबस्त करने का फैसला किया है। इस दौरान यह भी तय किया गया कि सरकार नये कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी बॉर्डर पर बैठे आंदोलनकारी किसानों से बातचीत करते हुए उनका कोरोना वायरस का टैस्ट कराएगी।
इस दौरान किसानों का कोरोना से बचाव के लिये टीकाकरण भी कराया जाएगा। इस कार्य की शुरुआत अगले एक-दो दिन के भीतर कर दी जाएगी। इसके अलावा आक्सीजन की कालाबाजारी को रोकने के लिए सभी निर्माण प्लांटों पर पुलिस सुरक्षा तैनात की जाएगी। उपयुक्त अधिकारी की जानकारी के बिना प्लांट से ऑक्सीजन का एक भी सिलेंडर बाहर नहीं जा पाएगा।
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में हुई राज्य स्तरीय माॅनिटरिंग कमेटी की बैठक में कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर एक दर्जन से भी ज्यादा अहम फैसले लिए गए। माॅनिटरिंगकमेटी में अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रधान सचिव स्तर के 10 आईएएस अधिकारियों के अलावा पुलिस महानिदेशक और स्वास्थ्य महानिदेशक स्तर के पांच अधिकारी सदस्य हैं। बैठक में प्रत्येक दिन कोरोना के टेस्ट बढ़ाने पर सदस्यों के बीच सहमति बनी। गौरतलब है कि हरियाणा में मौजूदा समय में रोजाना 30,000 टेस्ट स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना की जांच के लिए किए जा रहे हैं। लेकिन अब राज्य में कम से कम 40000 टेस्ट रोजाना किए जाएंगे।

इंडिया सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट को स्थगित किया

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। इन दिनों कोरोना के कहर से जूझ रहे हैं। जहां देखिए वहीं कोरोना के आंकड़े बढते ही जा रहे हैं। आलम ये है कि जहां भी जाइए अस्पतालों के बेड भरे हुए हैं। नए मिलने वाले संक्रमितों की संख्या में बिल्कुल भी गिरावट देखने को नहीं मिल रही है। अब इसका असर खेलों पर भी पड़ना शुरू हो चुका है। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इंडिया ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। भारतीय बैडमिंटन संघ बाई के महासचिव अजय कुमार सिंघानिया ने सोमवार को वर्चुअल प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी।
सिंघानिया ने कहा कि आप सभी को पता है कि दिल्ली में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगने जा रहा है।  हमें नहीं पता कि आगे स्थिति क्या होगी। ये गंभीर हालात हैं। और सभी साझेदारों से बात करने के बाद हम इस फैसले पर पहुंचे हैं।  कि टूर्नामेंट को आयोजित करना सही नहीं रहेगा। विश्व बैडमिंटन महासंघ ने भी सोमवार को बयान जारी कर कहा है कि टूर्नामेंट के आयोजक बाई ने 11 से 16 मई तक होने वाले इंडिया ओपन 2021 को स्थगित कर दिया है।  उन्होंने कहा कि इस टूर्नामेंट को सुरक्षित वातावरण में कराने के सभी प्रयास किए गए लेकिन कोरोना के अचानक बढ़ते मामले और दिल्ली में हालात को देखते हुए टूर्नामेंट को स्थगित करने के अलावा बाई के पास दूसरा विकल्प नहीं बचा। 
गौरतलब है कि इंडिया ओपन टूर्नामेंट का स्थगित होना कई खिलाड़ियों के लिए भी बहुत ज्यादा नुकसानदायक भी है क्योंकि ये टूर्नामेंट टोक्यो ओलंपिक के क्वालीफिकेशन का हिस्सा था। 

मजदूरों से भरी ओवरलोड बस पलटीं, 2 की मौत

ग्वालियर। प्रसिद्ध जोरासी घाटी पर मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हो गया। जहां ग्वालियर से डबरा की ओर आ रही पलायन कर रहे मजदूरों से भरी ओवरलोड बस पलट गई। हादसे में 2 लोगों की मौत और महिला और बच्चों सहित कई मजदूरों को गहरी चोट आई है। घटनास्थल राहत व बचाव कार्य जारी है। हादसे का कारण क्षमता से अधिक सवारियों का होना बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में 6 दिन के लॉकडाउन के बाद मजदूरों ने घर वापसी कर दी है। इसी कड़ी में कई मजदूर निजामुद्दीन से मध्य प्रदेश के छतरपुर में आ रहे थे जो बिलौआ थाना क्षेत्र के जौरासी घाटी पर हादसे का शिकार हो गए। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। घायलों को ट्रामा सेंटर के लिए रेफर किया गया है।

हाईकोर्ट ने स्टेनोग्राफर भर्ती को वैध करार दिया

बृजेश केसरवानी         
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि यदि भर्ती परीक्षा में अनियमितता की कोई शिकायत नहीं और भर्ती नियमानुसार हुई है तो कुछ अभ्यर्थियों की टाइप टेस्ट के फान्ट को लेकर की गयी शिकायत पर नये सिरे से टेस्ट लेने का आदेश नहीं दिया जा सकता।  कोर्ट ने प्रदेश की अधीनस्थ अदालतों में लिपिक स्टेनोग्राफर भर्ती 2015 को वैध करार दिया है। 
हाईकोर्ट की खंडपीठ ने द्वितीय व तृतीय चरण की परीक्षा रद्द कर नये सिरे से कराने के एकल पीठ के आदेश को रद्द कर दिया है तथा कहा है कि भर्ती प्रक्रिया नियमावली 2013 के अनुसार पूरी की गयी। उसमें अनियमितता की कोई शिकायत नहीं है और पिछले पांच वर्ष से कार्यरत चयनितों के कार्य के खिलाफ किसी जिले से भी शिकायत नहीं है।
यह आदेश न्यायमूर्ति संजय यादव (अब कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश) तथा न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया की खंडपीठ ने निशांत यादव व 28 अन्य, रूपेश कुमार व 133 अन्य, शिव प्रताप सिंह व 12 अन्य व नीलम सेन व 162 अन्य की विशेष अपीलों को स्वीकार करते हुए दिया है। जिसमें एकलपीठ के नये सिरे से टाइप टेस्ट कराने के आदेश की वैधता को चुनौती दी गयी थी।
मालूम हो कि हाईकोर्ट ने 2014 में अधीनस्थ अदालतों में लिपिक व स्टेनोग्राफर के 2341 पद विज्ञापित किये। 2015 में लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का टाइप टेस्ट लिया गया। लिखित परीक्षा पर कोई आपत्ति नहीं की। केवल स्टेनोग्राफर के टाइप टेस्ट के फान्ट बदलने पर आपत्ति की गयी। मंगल फान्ट से टेस्ट लिया गया। पांच अभ्यर्थियों ने यह कहते हुए याचिका दायर की कि उन्होंने क्रुति देव फान्ट से तैयारी की थी। अचानक मंगल फान्ट में टेस्ट लेने से  उन्हें तैयारी का पर्याप्त समय नहीं मिला। जिससे प्रतियोगिता में समान अवसर के मूल अधिकारों का हनन हुआ है। याचियों का कहना था कि 2220 लोगों ने टाइप टेस्ट दिया और 2369 लोगों को सफल घोषित किया गया है। शून्य व माइनस अंक पाने वाले भी चयनित हुए हैं। जिसे एकल पीठ ने सही नहीं माना और स्टेज दो व तीन की परीक्षा रद्द कर नये सिरे से परीक्षा कराने का निर्देश दिया। जिसे विशेष अपील में चुनौती दी गयी थी।
अपीलार्थियों का कहना था कि विज्ञापन में ही मंगल फान्ट से टाइप टेस्ट की सूचना थी। सभी ने मंगल फान्ट में टेस्ट दिया है। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है। भर्ती नियमावली मे कट आफ मार्क नहीं था। इसलिए लिखित व टाइप टेस्ट की मेरिट से चयन किया जाना नियमानुसार है। चयन में धांधली का आरोप नहीं है। ऐसे में परीक्षा रद्द कर नये सिरे से परीक्षा नहीं ली जा सकती। वे पांच साल से कार्यरत है। कार्य भी संतोषजनक है।
कोर्ट ने कहा कि 2015 के चयन मे 2019 के कट आफ अंक रखने के प्रस्ताव लागू नहीं किये जा सकते। भर्ती में नियमो का उल्लंघन नहीं किया गया है। मंगल फान्ट सभी के लिए था, याची विपक्षियों के सिवाय अन्य किसी ने शिकायत नहीं की है। कुछ की शिकायत पर नियमानुसार किये गये चयन को रद्द नहीं किया जा सकता। एकल पीठ ने भी किस  फान्ट से परीक्षा  ली जाय, चयन कमेटी पर छोड़ दिया है। क्रुति देव फान्ट से टेस्ट लेने का आदेश नहीं है। एकलपीठ ने 2019 के प्रस्ताव को 2015 के चयन में लागू कर गलती की है। चयन नियमानुसार किया गया है। ऐसे में चयन का एक भाग रद्द करना सही नहीं कहा जा सकता।

अजय-काजोल ने जन्मदिन पर बेटी को दी बधाईं

मनोज सिंह ठाकुर                 
मुंबई। बॉलीवुड के सिंघम स्टार अजय देवगन और अभिनेत्री काजोल ने अपनी बेटी न्यासा को जन्मदिन पर बधाई दी है। अजय देवगन और काजोल की बेटी न्यासा आज 18 साल की हो गई हैं। अजय और काजोल ने न्यासा के 18 साल पूरे होने पर खास अंदाज़ में उन्हें बधाई दी। अजय ने न्यासा के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “हैप्पी बर्थडे, सबसे प्यारी न्यासा! इस तरह के तनावपूर्ण समय में इस तरह की छोटी खुशियाँ ही एकमात्र ‘ब्रेक’ हैं। उन सभी के लिए प्रार्थना, जिन्हें स्वस्थ होने की आवश्यकता है। इसके अलावा काजोल ने न्यासा के 18वें जन्मदिन पर बधाई दी है। उन्होंने न्यासा के बचपन की फोटो शेयर कर जन्मदिन की बधाई दी है। काजोल ने बेटी के जन्म को अपनी सबसे बड़ी परीक्षा बताई। वो हर दिन बेटी से कुछ न कुछ सीखती हैं। काजोल ने बताया कि वह हमेशा बेटी का सपोर्ट सिस्टम बनकर उनके साथ रहेंगी।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...