शुक्रवार, 29 जनवरी 2021
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अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 28 फरवरी तक प्रतिबंध
हरिओम उपाध्याय
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया गया प्रतिबंध 28 फरवरी तक जारी रहेगा। डीजीसीए ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि वंदेभारत मिशन के जरिये सीमित संख्या में उड़ानें जारी रहेंगी।
आपको बता दें कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से डीजीसीए ने यह कदम उठाया है। लेकिन देश के भीतर घरेलू उड़ाने जारी रहेंगी। घरेलू उड़ान 25 मई को 30,000 यात्रियों के साथ शुरू हुआ और अब 30 नवंबर 2020 को 2.52 लाख का आंकड़ा इसने पार कर दिया है।
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बदायूं: 5 महीने बाद वायरल हुआ दुष्कर्म का वीडियों
बदायूं। बदायूं जिले में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने घटना में शामिल दो नाबालिग समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि मामला जिले के फैजगंज थाना क्षेत्र का है और पीड़िता की तहरीर पर बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार बदायूं के थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म की घटना का वीडियो वायरल हुआ है। पुलिस को दी गई पीड़िता की तहरीर में बताया गया है कि लगभग पांच माह पहले वह जंगल में लकड़ियां बीनने गई थी। वहां पांच युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया जबकि छठा युवक घटना का वीडियो बनाता रहा। तहरीर के अनुसार युवकों ने महिला को धमकी दी कि अगर उसने दुष्कर्म के बारे में अपने परिजन या पुलिस को जानकारी दी तो उसका वीडियो वायरल कर दिया जाएगा और उसके पति और बच्चों को मार दिया जाएगा।
दिल्ली: मैदान-ए-जंग में तब्दील होता सिंघु बार्डर
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली के सिंघु बार्डर पर किसान आंदोलन पल-पल रंग बदलता नजर आ रहा है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सिंघु बार्डर पर स्थानीय प्रदर्शनकारियों और किसान प्रदर्शनकारियों के बीच पत्थरबाजी होने से माहौल में सरगर्मी बढ़ गई है। बढ़ते बवाल को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात काबू में करने का प्रयास किया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी और एक व्यक्ति के चोटिल होने की बात सामने आई है। पुलिस ने घटना को नियंत्रित करने के लिए आंसूगैस के गोलों का भी प्रयोग किया। इससे पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत के आंसू काम कर गए थे। उनकी अपील के बाद किसानों का हुजूम गाजीपुर पर एक बार फिर जमा हो गया। स्थिति को भांप कर जिला प्रशासन ने यू टर्न लेते हुए पुलिस की संख्या को नियंत्रित कर दिया। गाजीपुर बॉर्डर पर शुक्रवार सुबह एक बार फिर आंदोलनकारियों की चहल कदमी बढ़ती भी नजर आने लगी है।
किसानों को लेकर राहुल-प्रियंका ने उठाई आवाज
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर कई किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज होने की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘किसान-मजदूर पर वार’ से देशविरोधी ताकतों को फायदा होगा। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया, ” प्रधानमंत्री हमारे किसान-मज़दूर पर वार करके भारत को कमज़ोर कर रहे हैं। फ़ायदा सिर्फ़ देश-विरोधी ताक़तों का होगा।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और कहा कि किसानों को ‘डराना-धमकाना’ महापाप है।
संघीय ढांचे की शक्ति का अद्वितीय उदारण: राष्ट्रपति
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और टीकाकरण अभियान की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि सरकार ने अपने निर्णयों से देश के संघीय ढांचे की सामूहिक शक्ति का अद्वितीय उदारण प्रस्तुत किया है। कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए पिछले एक साल के दौरान केंद्र सरकार की ओर से किए गए कई कार्यों का उल्लेख किया। इस दौरान उन्होंने 26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि तिरंगे का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण है। कानून की गंभीरता से पालन होना जरूरी है।
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यूपी: प्लेट और कलर कोडेड स्टीकर लगाने का निर्देश
संदीप मिश्रा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी में सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और कलर कोडेड स्टीकर लगाने को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं। सरकार ने इन्हें अनिवार्य कर दिया है। इसके तहत प्रदेश में सबसे पहले सभी व्यावसायिक वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना होगा। इसके लिए 15 अप्रैल आखिरी तारीख तय कर दी गई है। वहीं, निजी वाहनों के लिए उनके क्रमांक के अनुसार अलग-अलग तारीखों तक हाई सिक्योरिटी प्लेट लगवाना अनिवार्य किया गया है। कुल मिलाकर निजी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की यह प्रक्रिया अगले साल 15 जुलाई तक चलेगी। लेकिन, दिल्ली-एनसीआर के सभी वाहनों (निजी एवं व्यावसायिक) में इसी साल 15 अप्रैल तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगा दी जानी है। शासन द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि एसोसिएशन ऑफ रजिस्ट्रेशन प्लेट्स मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इंडिया एवं परिवहन आयुक्त की तरफ से प्राप्त सुझावों पर विचार करने के बाद एक प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत 15 अप्रैल 2021 तक दिल्ली-एनसीआर के सभी जिलों के निजी वाहनों एवं उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के व्यवसायिक वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है। इसके बाद संबंधित वाहनों के खिलाफ प्रवर्तन की कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली-एनसीआर छोड़कर यूपी के बाकी सभी जिलों में निजी वाहनों पर वाहन रजिस्ट्रेशन के इकाई नम्बर के अनुसार हाई सिक्योरिटी प्लेट लगाने की तारीखें तय की गई हैं। इसके तहत जिन वाहनों के नंबर के अंत में 0 या 1 है उन पर 15 जुलाई 2021 तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एवं कलर कोडेड स्टीकर लगवाना अनिवार्य होगा। वहीं, जिन निजी वाहनों के पंजीकरण नंबर के अंत में 2 और 3 हैं, उन पर 15 अक्टूबर तक, जिन नंबर का इकाई नंबर 4 या 5 है, उन पर 15 जनवरी 2022 तक, जिनके वाहनों के नंबर के अंत में 6 या 7 हैं, उन्हें 15 अप्रैल 2022 तक और जिनके वाहनों के पंजीकरण की इकाई का नंबर 8 या 9 है, उन्हें 15 जुलाई 2022 तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एवं कलर कोडेड स्टीकर लगवाना अनिवार्य होगा। निर्धारित तारीखों के बाद हाई सिक्योरिटी प्लेट न लगवाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यूपी गेट पर आमना-सामना होने की स्थिति बनीं
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। गाजियाबाद प्रशासन द्वारा यूपी गेट पर प्रदर्शन स्थल को खाली करने की अंतिम चेतावनी दिए जाने के बावजूद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सैकड़ों सदस्य शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर डटे रहे। यहां एकत्रित लोगों की संख्या रातभर में बढ़ गई। यहां राकेश टिकैत की अगुवाई में बीकेयू के सदस्य 28 नवंबर से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। बीकेयू के आह्वान पर आंदोलन में शामिल होने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और बुलंदशहर जिलों से बड़ी संख्या में किसान शुक्रवार तड़के यूपी गेट पहुंचे, जबकि रात में यहां सुरक्षाबलों की संख्या को कम किया गया।
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किसानों के खिलाफ स्थानीय लोग उतरे, लाठीचार्ज
27 जनवरी को दिल्ली के उन तमाम स्थानों के लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया था, जहां किसानों का जमावड़ा है, लेकिन किसानों के अब भी जमा रहने से स्थानीय लोगों की सहनशीलता जवाब देने लगी है। इसका नजारा शुक्रवार को सिंघु बार्डर पर देखने लगा, जहां स्थानीय लोगों ने किसानों को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस के जवानों की मौजूदगी में ही पत्थरबाजी कर दी। किसानों ने भी पलटवार किया, जिससे माहौल गर्म हो गया था। आखिरकार दिल्ली पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए स्थिति को संभाला।
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