बीजिंग। चीन को उम्मीद थी कि अमेरिका में हुआ सत्ता परिवर्तन उसके लिए कुछ सुकून लेकर आएगा और इंडो-यूएस के मजबूत संबंध प्रभावित होंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया है कि भारत उनके लिए अहम साझेदार है और दोनों देशों के रिश्ते मजबूत बने रहेंगे। वहीं, अमेरिका के नए रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि चीन की दादागिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ‘नए अमेरिका’ के नई दिल्ली के प्रति इस झुकाव से बीजिंग बौखला गया है और इसी बौखलाहट में वह भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है। चीन को यह डर भी सता रहा है कि भारत अमेरिका के साथ मिलकर तिब्बत के मुद्दे पर उसे घेर सकता है। इसलिए उसने दबाव की रणनीति के तहत धमकाने का खेल फिर शुरू कर दिया है। चीन की कम्युनिस्ट सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि कुछ भारतीय विशेषज्ञों ने भारत सरकार को अमेरिका के साथ मिलकर तिब्बत कार्ड खेलने का सुझाव दिया है। लेकिन यदि भारत ने ऐसा किया तो दोनों देशों के बीच रिश्ता पूरी तरह खत्म हो जाएगा। अखबार का कहना है कि तिब्बत चीन का हिस्सा है और उस पर किसी की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख में कहा गया है, ‘भारत में ब्रह्मा चेलानी जैसे कुछ भूराजनीतिज्ञों ने कहा है कि भारत सरकार को अमेरिका के साथ मिलकर तिब्बत कार्ड खेलना चाहिए। उन्होंने अमेरिका के तिब्बत कानून का लाभ उठाने की भी सलाह दी है। पूर्व भारतीय कूटनीतिज्ञ दीपक वोहरा ने यहां तक लिखा है कि यदि तिब्बत अलग रास्ता चुनता है तो चीन के टुकड़े हो जाएंगे या फिर उसे साम्यवाद छोड़ना होगा और दुनिया अधिक सुरक्षित जगह हो जाएगी। लेकिन हम बताना चाहेंगे कि तिब्बत चीन का हिस्सा है और भारत सरकार लंबे समय से इसे मान्यता देती आई है। यदि नई दिल्ली इन विशेषज्ञों की सलाह को मानती है, तो भारत-चीन के रिश्ते पूरी तरह खत्म हो जाएंगे और नई दिल्ली युद्ध को भड़काएगी’। लेख में आगे कहा गया है कि भारत ने चीन को परेशान करने और व्यक्तिगत लाभ अर्जित करने के लिए तिब्बत कार्ड खेलना छोड़ा नहीं है। भारत के कुछ भूराजनीतिज्ञों को तिब्बत की समझ नहीं है। तिब्बत कार्ड खेलकर कुछ भारतीय चीन को मजबूर करना चाहते हैं कि वो कश्मीर को भारत के हिस्से के रूप में मान्यता दे। लेकिन इन लोगों ने कभी महसूस नहीं किया कि तिब्बत का प्रश्न भारत-चीन संबंधों के लिए कितना संवेदनशील है, ये लोग आग से खेल रहे हैं। धमकी भरे अंदाज में चीनी अखबार ने लिखा है कि बीजिंग इसके बदले में कई कदम उठा सकता है। लेकिन आमतौर पर, हम इन उपायों का उपयोग नहीं करते। उदाहरण के तौर पर कश्मीर वैश्विक मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र है। चीन एकतरफा यह नहीं स्वीकार करेगा कि यह भारत का हिस्सा है। जैसा कि नई दिल्ली को उम्मीद है। इसके अलावा, भारत के पास कई कांटेदार मुद्दे हैं। जैसा कि धार्मिक मुद्दे और उत्तर-पूर्व भारत में हथियारबंद अलगाववादी। हालांकि, बीजिंग इन मुद्दों के साथ नई दिल्ली पर दबाव बनाने को तुच्छ समझता है।
गुरुवार, 21 जनवरी 2021
डीएम ने बैठक की, टीकाकरण विस्तार के आदेश
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में गुरुवार को डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की बैठक कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में आयोजित हुई। इस दौरान जनपद में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन कराने पर जोर दिया गया। बैठक में प्रदेश सरकार से प्राप्त कोविड वैक्सीनेशन लगाए जाने के निर्देश के क्रम में विस्तार से चर्चा हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आगामी 22, 28 एवं 29 जनवरी को स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण का सत्र आयोजित किया जाना है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशों के क्रम में प्राप्त कोविड-19 वैक्सीन की डोज के हिसाब से टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाना है। जिसमें 10 प्रतिशत वेस्टेज हटाकर वैक्सीन की डोज जो उपलब्ध है, उससे 50 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाएगा तथा बाकी की डोज़ उनके सेकंड डोज़ के लिए कोल्ड चैन में सुरक्षित रखी जाएगी।जिन सत्रों पर टीकाकरण शुरू हो चुका है, सर्वप्रथम वहां सभी स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाना है तथा एक सत्र पर एक ही प्रकार की कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। डीएम ने सीएमओ को निर्देशित किया कि जो लोग वैक्सीनेशन लगाए जाने की लिस्ट में शामिल नहीं हो पाए एवं टीकाकरण कराना चाहते हैं, उनको माप-अप राउंड में सम्मिलित कर टीकाकरण की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए। जनपद में 12,225 स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण कराना है, जिसमें 379 लाभार्थियों को प्रथम दिवस के चरण में 16 जनवरी को प्रतिरक्षित किया जा चुका है। शेष 11,846 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण 31 अस्पतालों में 40 सत्रों द्वारा 22, 28 एवं 29 जनवरी में आयोजित किया जाएगा। डीएम ने सीएमओ को निर्देशित किया की जिन लोगों का प्रथम चरण में 16 जनवरी को टीकाकरण कराया गया था। उसके लाभार्थियों से एक आपसी संवाद वाला सत्र आयोजित किया जाए जिसमें टीकाकरण के दुष्प्रभाव की भ्रांतियों को दूर किया जा सके। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता, डब्लूएचओ से डॉ. अभिषेक आदि मौजूद रहे।
गणतंत्र दिवस: 26 तोपों से राष्ट्रपति को सलामी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। 26 जनवरी को राजपथ पर भव्य गणतंत्र दिवस समारोह होना है। जहां तीनों सेनाएं कदम ताल मिलते हुए परेड करेंगी। वहीं राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। भारत में 21 तोपों की सलामी देने की परंपरा कोई नई नहीं है। लेकिन क्यों दी जाती है 21 तोपों की ही सलामी और कब-कब दी जाती है। क्या है इसका इतिहास यह सभी को जरूर जानना चाहिए। तोपों को चलाने का इतिहास मध्ययुगीन शताब्दी से शुरू हुआ, उस समय सेनाएं ही नहीं बल्कि व्यापारी भी तोपें चलाते थे। दरअसल पहली बार 14वीं शताब्दी में तोपों को चलाने की परंपरा उस समय शुरू हुई जब कोई सेना समुद्री रास्ते से दूसरे देश जाती थी और तट पर पहुंचने के बाद तोपों को फायर करके बताते थे कि उनका उद्देश्य युद्ध करना नहीं है। जब व्यापारियों ने सेनाओं की इस परंपरा को देखा तो उन्होंने भी एक देश से दूसरे देश की यात्रा करने के दौरान तोपों को चलाना शुरू कर दिया था। परंपरा यह हो गई कि जब भी कोई व्यापारी किसी दूसरे देश पहुंचता या सेना किसी अन्य देश के तट पर पहुंचती तो तोपों को फायर करके यह संदेश दिया जाता था कि वह लड़ने के उद्देश्य से नहीं आए हैं। उस समय सेना और व्यापारियों की और से 7 तोपों को फायर किया जाता था। तब जहाजों पर सात तोपें हुआ करती थीं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि बाइबिल में सात की संख्या को शुभ माना जाता है। जैसे-जैसे विकास हुआ, समुद्री जहाज भी बड़े बनने लगे और फायर करने वाली तोपों की संख्या में भी वृद्धि हुई। 17वीं शताब्दी में पहली बार ब्रिटिश सेना ने तोपों को सरकारी स्तर पर चलाने का काम शुरू किया और तब इनकी संख्या 21 थी। उन्होंने शाही खानदान के सम्मान में तोपों को चलाया था और संभावित रूप से इसी घटना के बाद दुनिया भर में सलामी देने और सरकारी खुशी मनाने के लिए 21 तोपों की सलामी की रीति चल पड़ी। 18वीं शताब्दी में अमेरिका ने इसे सरकारी रूप से लागू कर दिया था। पहली बार 1842 में अमेरिका में 21 तोपों की सलामी अनिवार्य कर दी गई थी और तकरीबन 40 साल बाद इस सलामी को राष्ट्रीय सलामी को सरकारी तौर पर लागू कर दिया गया। 18वीं से 19वीं शताब्दी के शुरू होने तक अमेरिका और ब्रिटेन एक दूसरे के प्रतिनिधिमंडलों को तोपों की सलामी देते रहे और इसे सरकारी तौर पर मान्यता दे दी।
सीएम विंडो पर शिकायतों की समीक्षा, निलंबित
बहादुरगढ़ में बैंक खाते से 88 लाख रुपये निकाले जाने के मामले में स्थानीय निकाय विभाग के एक अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए।
हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (HAIC) के एक मामले मे जूट की 50000 बोरी गायब होने पर चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराने का निर्देश दिए गए। साथ ही 2012 के इस मामले में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं होने पर मामले को लम्बित करने के लिए जिम्मेदार अफसरों की जवाबदेही भी तय करने के लिए विभाग को कहा गया। फतेहाबाद के हरको बैंक में हुए 74 करोड़ के लोन गलत तरीके से दिए जाने के मामले में अनियमितता बरतने पर एफआईआर दर्ज कराने और गम्भीरता से मामला जल्द निपटाने के निर्देश दिए गए। कृषि विभाग के सिरसा के एक मामले में कृषि उपकरण खरीदने और बेचने में धांधली करने के मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश देते हुए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को अगली मीटिंग में मामले की डिटेल प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया। गबन के एक मामले में फाइल समेत भूमिगत होने वाले ईटीओ वीके शास्त्री के खिलाफ केस दर्ज कराने और इस मामले में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।सीएम विंडो की शिकायतों के प्रति अति लापरवाही बरतने पर सेक्रेटरी (एचएसवीपी) समेत चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। चौटाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की तत्कालीन एसएमओ कुलविंदर कौर के खिलाफअनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। डबवाली की एक निजी कम्पनी के साथ मिलीभगत करके गलत बिल जमा कराने का इन पर आरोप है।
वन विभाग की कालका और यमुनानगर में जमीन पर कब्जा करने के मामलों में कार्रवाई करने में ढिलाई बरतने के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय करने और कब्जा हटवाने के निर्देश दिए गए। राजस्व विभाग की फरीदाबाद में जमीन पर कब्जे के मामले में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए कहा गया।
ओवरलोड लदे ट्रैक्टर को तहसीलदार ने पकड़ा
हापुड़ः शराब माफिया पर 8 ड्रम बेचने का आरोप
हापुड़: दुकानदारों से की जा रही अवैध वसूली
अंतिम चरण के दौर में हैं कूड़ा निस्तारण फैक्ट्री
अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। नगर निगम द्वारा कूड़ा निस्तारण की पहली फैक्टरी बनाने का काम अब अंतिम चरण में है। आशा की जा रही है कि अगले माह से यह फैक्टरी चालू हो जाएगी। पूरी क्षमता से काम करने पर इस फैक्टरी में 250 टन कूड़ा निस्तारित किया जाएगा। इस प्लांट में खासतौर पर सिटी जोन का कूड़ा लाया जाएगा। कचरे के निस्तारण के साथ ही यह फैक्टरी कूड़ा बीनने वाले 500 लोगों को रोजगार भी देगी। आपको बता दें कि गाज़ियाबाद शहर में रोजाना 1500 टन कूड़ा निकलता है। अभी इस कूड़े को शाहपुर मोरटा ले जाया जाता है। हालांकि यहाँ कूड़ा निस्तारण के लिए मशीन लगाई गई है, लेकिन बिजली का कनेक्शन न होने के कारण मशीन अभी चालू नहीं हो सकी है। यानी कि शहर में अभी कूड़े के निस्तारण का कार्य बंद है। इस वजह से शाहपुर मोरटा में कूड़े का पहाड़ खड़ा हो रहा है। शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने प्रत्येक जोन में एक-एक फैक्टरी पहले चरण में बनाने की तैयारी की है। इसी के तहत सिहानी में पहली फैक्टरी बनाई जा रही है। इस फैक्टरी में कूड़ा बीनने वाले लोग भी काम करते हुए नजर आएंगे, उनको वेतन दिया जाएगा। जिससे कि उनके जीवन में सुधार आएगा। कार्य के लिए कर्मचारियों को वर्दी, हेलमेट, दस्ताने और जूते भी दिए जाएंगे। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि कूड़ा निस्तारण की फैक्टरी में घर-घर से इकट्ठा किया गया कूड़ा लाया जाएगा। यहां पर कार्यरत कर्मचारी गीला और सूखा कूड़ा अलग करेंगे। सूखे कूड़े में से प्लास्टिक, लोहा, स्टील, कांच सहित अन्य को अलग किया जाएगा। जिसे नगर निगम द्वारा रिसाइकल करने के लिए बेचा जाएगा। गीले कूड़े से फैक्टरी के अंदर खाद तैयार की जाएगी। जिसका इस्तेमाल नर्सरियों में किया जाएगा। कूड़ा निस्तारण की पहली फैक्टरी का काम लगभग पूरा हो गया है, जल्द ही फैक्टरी चालू की जाएगी। इससे न केवल कूड़े के निस्तारण की समस्या का समाधान होगा बल्कि कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
ट्रांसफार्मर क्वाइल चोरी करने वाले लाइनमैन अरेस्ट
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। बुधवार सुबह लोनी पुलिस ने पुस्ता तिराहा से ट्रांसफार्मर से क्वाइल चोरी करने वाले चार आरोपी लाइनमैनों को गिरफ्तार किया। चारों विद्युत उपकेंद्र रामेश्वर पार्क पर तैनात थे। उपकेंद्र के जेई ने पूर्व में उनके खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। एसएचओ ओपी सिंह ने बताया कि रामेश्वर पार्क विद्युत उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता मनीष ने उन्हीं के उपकेंद्र के लाइनमैन पर ट्रांसफार्मरों से चोरी करने के संबंध में तहरीर दी थी। वही, ट्रांसफार्मर को खुर्द-बुर्द कर तेल को नष्ट करने का भी आरोप लगाया था। एसएचओ ने बताया कि अवर अभियंता की तहरीर पर पुलिस ने नामजद रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद पुलिस ने बुधवार सुबह पुस्ता तिराहा से सभी चारों आरोपियों दिनेश निवासी सोनिया विहार दिल्ली, दीपक निवासी नाईपुरा, फिरोज निवासी अशोक विहार और धीरेंद्र निवासी पूजा कॉलोनी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरों की निशानदेही से एक कुंटल क्वाइल बरामद किया है। दूसरी ओर, पुलिस ने मंगलवार रात एसएलएफ वेद विहार से दुकान में चोरी करने का प्रयास कर रहे बदमाश को गिरफ्तार किया है। चोर के दो साथी भाग गए। लोगों ने चोर को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था।
गाजियाबाद: आयुक्त ने लीक से हटकर कार्य किया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। शहर की समस्याओं के समाधान के साथ-साथ गाजियाबाद नगर निगम द्वारा महापौर आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के नेतृत्व में शहीदों के सम्मान में भी अहम भूमिका निभाई जा रही है। इसी क्रम में निगम की मोहन नगर जोन में राजेंद्र नगर स्थित m4u चौराहे पर शहीद मेजर मोहित शर्मा की शहादत व सम्मान में एक बंदूक तथा 6 गार्ड बंदूक की रक्षा करते हुए मनाई गई हैं जो, कि वेस्ट प्लास्टिक से बनाई गई है। इन प्रतीक चिन्हों को बनाने में आर्टिस्ट सरफराज व साक्षी का सहयोग रहा। इसी प्रकार निगम ने तय किया है कि सिटी जोन में जी 142, गांधीनगर स्थित पार्क तथा मार्ग का नाम भारतीय वायु सेना के जांबाज स्क्वाड्रन लीडर शहीद समीर अब्रोल के नाम पर रखा जाएगा। इसके लिए नगर आयुक्त ने उद्यान प्रभारी डॉ अनुज तथा निर्माण विभाग के अभियंता देशराज को पार्क में जरूरी निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। शहर की रोजमर्रा की शिकायतों का समाधान करने के साथ-साथ गाजियाबाद नगर निगम द्वारा किए जा रहे इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा स्थानीय पार्षद तथा आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों द्वारा की गई।
कोल्हू तेल: 10 तरह के तेल का व्यापार किया
गांधीनगर। मामला गुजरात के वडोदरा की रहने वाली शैलजाबेन काले का है। शैलजा शुद्ध घानी तेल का बिजनेस करती हैं। 2018 में उन्होंने तीन लाख रुपए से इस काम की शुरुआत की थी। आज वह मूंगफली, बादाम, नारियल सहित 10 तरह के तेल का बिजनेस कर रही हैं। इससे उन्हें सालाना तीन से चार लाख रुपए की कमाई हो रही है। इस कारोबार की सभी बारीकियां उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो देखकर सीखी हैं। शैलजाबेन कहती हैं कि बाजार में मिलने वाले तेल में केमिकल मिला होता है। इसमें फैट की मात्रा भी ज्यादा होती है। इस वजह से डॉक्टर घानी तेल का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यही कारण है कि अब लोग घानी तेल का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं। लोगों में इसको लेकर जागरूकता भी बढ़ रही है। शैलजाबेन मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। 10 साल की उम्र में, वह परिवार के साथ वडोदरा शिफ्ट हो गईं थी। 12वीं की पढ़ाई करने के बाद उनकी शादी हो गई। उन्हें एक बेटा और एक बेटी है। बेटा विदेश में है जबकि बेटी बेंगलुरु में पढ़ाई कर रही है। पति राजेश एक पेट्रोलियम कंपनी में काम करते हैं। शैलजाबेन बताती हैं, ‘पहले मैं पापड़ बेचती थीं। इसके बाद गार्डनिंग का काम शुरू किया। इसी बीच यूट्यूब से मुझे घानी तेल के बारे में जानकारी मिली। लोगों के बीच इसकी डिमांड बढ़ रही थी। मेरे मन में तब ख्याल आया कि अगर इस सेक्टर में काम किया जाए तो अच्छा मुनाफा हो सकता है, क्योंकि अब लोगों का रुझान इसकी तरफ हो रहा है।’ शैलजा ने इसके बाद परिवार के लोगों से बात की और सबकी सहमति के बाद घानी तेल का बिजनेस शुरू किया। वह बताती हैं, शुरुआत में हम हर दिन 10 से 12 लीटर तेल निकालते थे। इसके बाद धीरे-धीरे हम अपना दायरा बढ़ाते गए। आज हम हर महीने एक हजार लीटर तेल निकालते हैं।’ शैलजा ने बताया कि पहले मैं केवल मूंगफली का तेल निकालती थी। जैसे-जैसे डिमांड बढ़ती गई मैंने वैरायटी बढ़ाना शुरू किया। आज मैं बादाम, सनफ्लावर, नारियल, राई, कपास सहित 10 वैरायटी के तेल तैयार करती हूं। इसके लिए हम सौराष्ट्र से मूंगफली, कोयम्बटूर से नारियल, इंदौर से सूरजमुखी, राजकोट से तिल और मध्य प्रदेश से राई मंगाते हैं। मुझे अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए किसी तरह के विज्ञापन की जरूरत नहीं होती है। हमारे कस्टमर्स ही ब्रांडिंग कर देते हैं। शैलजाबेन बताती हैं, अब घानी के तेल के लिए मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु सहित पूरे देश से डिमांड आ रही है। इसकी सप्लाई के लिए जल्द ही मैं कूरियर सर्विस शुरू करूंगी। इसके साथ ही अब ऑनलाइन भी लोगों तक पहुंचने की कोशिश करूंगी। ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मेरा प्रोडक्ट पहुंचे इसकी कोशिश कर रही हूं। सिर्फ मुनाफा कमाना मेरा टारगेट नहीं है। मैं तो लोगों को शुद्ध तेल मुहैया कराना चाहती हूं। मिल से तेल निकालने के बाद बचे हुए चारे को चरवाहे ले जाते हैं और अपने पशुओं को खिलाते हैं। इससे पशुओं का दूध पौष्टिक और शुद्ध होता है। कच्ची घानी का तेल ही सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इसमें तेल को निकालते समय उसका तापमान बहुत ज्यादा नहीं होता। इस कारण से तेल में मौजूद पोषक तत्व नष्ट नहीं होते। इसमें फैटी एसिड, प्रोटीन, ओमेगा 3, विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं। ये शरीर को सेहतमंद रखते हैं। यह भूख बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
सीरीज ‘बुलेट्स’ को लेकर सुर्खियों में हैं लियोनी
जल-महोत्सव में दहशत फैलाई दो लोगों की मौत
बर्ड फ्लू: मीट-अंडे खाने में संक्रमण का खतरा नहीं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं संरक्षा प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने देश में बर्ड फ्लू के मद्देनजर आज दिशा-निर्देश जारी किये हैं। जिसमें कहा गया है कि यदि कुछ सावधानियां बरती जायें तो पॉल्ट्री मीट और अंडे खाने में संक्रमण का खतरा नहीं है। दिशा-निर्देश में कहा गया है कि जिन इलाकों में बर्ड फ्लू फैला हुआ है वहां से पॉल्ट्री उत्पाद लाकर नहीं बेचा जाना चाहिए। साथ ही ग्राहकों को भी चाहिए कि ऐसे पॉल्ट्री उत्पाद न खरीदें। इसके अलावा जिंदा पॉल्ट्री और कच्चे मांस को हैंडल करने वाले लोगों को भी हाथों में दस्ताने और चेहरे पर मास्क पहनने चाहिये तथा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आखरी भाषण विशेष, और भी रोचक बनाया
उत्साह: भारतीय शेयर बाजारों ने रचा इतिहास
पीएम एवं सभी मुख्यमंत्रियों को लगेगा टीका
मुंबई एचसी ने सोनू की याचिका को खारिज किया
मुंबई। मुंबई उच्च न्यायालय ने अभिनेता सोनू सूद की उस अपील और अंतरिम याचिका को खारिज कर दिया है। जिसमें उन्होंने जुहू स्थित अपनी आवासीय इमारत में कथित अवैध निर्माण को लेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के नोटिस को चुनौती दी थी। न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अदालत अपील और याचिका को खारिज कर रही है। सूद के वकील अमोघ सिंह ने बीएमसी द्वारा जारी नोटिस का पालन करने के लिए 10 सप्ताह का समय मांगा था और अदालत से अनुरोध किया था कि वह नगर निकाय को इमारत ढहाने का कदम नहीं उठाने का निर्देश दे। अदालत ने इस अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और कहा कि अभिनेता के पास ऐसा करने का पहले पर्याप्त समय था।
रिलायंस-फ्यूचर ग्रुप के सौदे को सेबी की मंजूरी
वाशिंगटन डीसी। अमेजॉन को झटका देते हुए सेबी यानी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने फ्यूचर ग्रुप को रिलायंस को अपनी परिसंपत्ति बेचने की योजना को मंजूर दी है। इस 24,713 करोड़ रुपये के सौदे पर सेबी की मुहर से रिलायंस-फ्यूचर को बड़ी राहत मिलने के साथ बांबे स्टॉक एक्सचेंज में इसके शेयरों में 2 फीसद का उछाल देखने को मिला है। हालांकि इसमें जो बाइडन के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से शेयर बाजारों में आई समग्र उछाल का असर भी शामिल है। अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन लगातार रिलायंस-फ्यूचर सौदे का विरोध कर रही है। सौदे के विरोध में अमेजॉन ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी), स्टॉक एक्सचेंजों और अन्य रेगुलेटरी एजेंसियों को कई पत्र लिखे थे। इनमें अमेजॉन ने सौदे को अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया था। अमेजॉन के अनुरोध को अस्वीकार करते हुए सेबी ने कुछ शर्तों के साथ इस सौदे को सशर्त मंजूरी दे दी है।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने सीनियर टीम को हराया
सैंटियागो। भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम ने एक गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके यहां प्रिंस ऑफ वेल्स कंट्री क्लब में चिली की सीनियर टीम को 3-2 से हराया। फर्नांडा विल्लाग्रान ने 21वें मिनट में चिली को बढ़त दिलायी जिसके बाद दीपिका (39वें मिनट), संगीता कुमारी (45वें मिनट) और लालरिंडिकी (47वें मिनट) ने भारत की तरफ से गोल दागे। चिली की सिमोन अवेली ने 56वें मिनट में गोल किया लेकिन इससे वह हार का अंतर ही कम कर पायी।भारत की इस दौरे में यह लगातार तीसरी जीत है। इससे पहले उसने चिली की जूनियर टीम को दो मैचों में हराया था। भारत ने आक्रामक शुरुआत की और दो बार चिली के सर्किल में पहुंचा लेकिन गोल नहीं कर पाया। चिली को 10वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन भारतीयों ने इसका अच्छा बचाव किया। चिली की टीम ने दूसरे क्वार्टर में दबदबा बनाया और इससे उसने 21वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये जिसमें से दूसरे पर विल्लाग्रान ने गोल किया। भारत ने तीसरे क्वार्टर में अच्छी वापसी की और नौ मिनट के अंदर पांच पेनल्टी कार्नर हासिल किये। इसका फायदा उठाकर दीपिका ने 39वें मिनट में टीम को बराबरी दिलायी।
इराक में विस्फोट होने से 8 की मौत, 25 घायल
बगदाद। इराक की राजधानी में बृहस्पतिवार को दो आत्मघाती विस्फोटों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस के तीन अधिकारियों और ‘स्टेट टीवी’ ने यह जानकारी दी।अधिकारियों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि मध्य बगदाद में एक व्यावसायिक सेंटर में दो विस्फोट हुए। इराक के सरकारी टेलीविजन की खबर के अनुसार यह आत्मघाती विस्फोट थे। घायल हुए कई लोगों की हालत गंभीर है। सम्पत्ति भी क्षतिग्रस्त हुई है।
दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ
दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...