मंगलवार, 19 जनवरी 2021
कौशाम्बी: सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया
संसद: लोकसभा का सत्र 15 फरवरी तक चलेगा
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। लोकसभा का बजट सत्र 29 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेगा। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मंगलवार को कहा है कि संसद संत्र के पहले चरण के अंदर 12 बैठक होंगी, दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक होगा जिसमें 21 बैठक होंगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि सदन सबके सहयोग से चले। लोकसभा स्पीकर ने कहा है कि संसद की कैंटीन में खाने पर मिलने वाली सब्सिडी को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कैंटीन इससे जुड़े वित्तीय पहलुओं के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उन्होंने बताया कि सांसदों और अन्य लोगों को मिलने वाली सब्सिडी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। आपको बता दें कि लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में सभी दलों के सदस्यों ने एक राय बनाते हुए इसे खत्म करने पर सहमति जताई थी। अब कैंटीन में मिलने वाला खाना तय दाम पर ही मिलेगा।
दैनिक हिन्दुस्तान के अनुसार हर साल संसद की कैंटीन को सालाना करीब 17 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा रही थी। 2017-18 में एक आरटीआई में संसद की रेट लिस्ट सामने आई थी जिसके मुताबिक, संसद की कैंटीन में चिकन करी 50 रुपए में और वेज थाली 35 रुपए में परोसी जाती है। वहीं थ्री कोर्स लंच की कीमत करीब 106 रुपए है। इतना ही नहीं साउथ इंडियन फूड में प्लेन डोसा सांसदों को मात्र 12 रुपए में मिलता है। लोकसभा अध्यक्ष ने बजट सत्र की तैयारियों के बारे में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर रेलवे के बजाय अब आईटीडीसी संसद की कैंटीनों का संचालन करेगा। उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से पहले सभी सांसदों से कोविड-19 जांच कराने का अनुरोध किया जाएगा। बिरला ने कहा कि सांसदों के आवास के निकट भी उनके आरटी-पीसीआर कोविड-19 परीक्षण किए जाने के प्रबंध किए गए हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र, राज्यों द्वारा निर्धारित की गई टीकाकरण अभियान नीति सांसदों पर भी लागू होगी। उन्होंने कहा कि संसद परिसर में 27-28 जनवरी को आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी, सांसदों के परिवार, कर्मचारियों की आरटी-पीसीआर जांच के भी प्रबंध किए गए हैं। बिरला ने कहा कि 29 जनवरी से शुरू होने वाले संसद सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक होगी और लोकसभा की कार्यवाही शाम चार से रात आठ बजे तक होगी।उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान पूर्व निर्धारित एक घंटे के प्रश्नकाल की अनुमति रहेगी।
नगर निगम कार्यकारिणी का उपाध्यक्ष बनाया गया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। भाजपा पार्षद अभिषेक चौधरी को नगर निगम कार्यकारिणी का उपाध्यक्ष चुना गया है। कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के चुनाव मे कांग्रेस और बसपा को झटका लगा है। भाजपा के अभिषेक चौधरी सर्वाधिक 8 वोट पाकर विजयी घोषित किए गए। जबकि बसपा के हिमांशु चौधरी को सिर्फ 4 वोट मिले। नगर निगम कार्यकारिणी में कुल 12 सदस्य हैं। इनमें से 8 भाजपा, 2 बसपा और 2 कांग्रेस के सदस्य हैं। नगर निगम सभागार में सोमवार को महापौर आशा शर्मा की अध्यक्षता में कार्यकारिणी चुनाव कराया गया। उपाध्यक्ष पद पर पार्षदों में सहमति नहीं बनने पर चुनाव पूरी प्रक्रिया के तहत शुरू किया गया। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर, पार्षद अनिल स्वामी, भाजपा महानगराध्यक्ष संजीव शर्मा, पार्षद सुनील यादव, पप्पू पहलवान, मनोज चौधरी, यशपाल पहलवान, अजय शर्मा, अमित डबास, सुरेंद्र कुमार, हिमांशु चौधरी, हेमलता शर्मा, श्रीभगवान अग्रवाल, दिलशाद मलिक, हरबीर सिंह, मीनल रानी, जाकिर अली सैफी के अलावा अपर नगर आयुक्त आरएन पांडेय, प्रमोद कुमार, लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह आदि की मौजूदगी में चुनाव कराया गया। सदन सचिव प्रमोद कुमार एवं चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन ने चुनाव प्रक्रिया पूरी कराई। सुबह 11 बजे नामांकन पत्र लिया गया। साढ़े 11 से दोपहर 12 बजे तक नामांकन पत्र भरकर जमा किए गए। चुनाव में भाजपा के अभिषेक चौधरी को 8 वोट मिले। बसपा प्रत्याशी हिमांशु चौधरी को 4 वोट मिले। भाजपा ने 3-4 दिन पहले कार्यकारिणी सदस्य यशपाल पहलवान, श्री भगवान शर्मा एवं अभिषेक चौधरी के नाम पर गहन मंथन किया था। लेकिन अंत समय में भाजपा ने अभिषेक चौधरी को उम्मीदवार घोषित किया। कांग्रेस के जाकिर अली को 4 वोट मिले। दूसरे चरण में नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में वित्तीय वर्ष-2020-21 के बजट पर चर्चा की गई। मूल और पूरक बजट पेश किया गया। कार्यकारिणी सदस्यों की सहमति के बाद महापौर ने बजट पास कर दिया। नगर निगम के लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा ने पूरक बजट पेश किया। पुनरीक्षित बजट 31 दिसंबर तक के डाटा के साथ पेश किया गया।
नगर निगम कार्यकारिणी का उपाध्यक्ष बनाया गया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। भाजपा पार्षद अभिषेक चौधरी को नगर निगम कार्यकारिणी का उपाध्यक्ष चुना गया है। कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के चुनाव मे कांग्रेस और बसपा को झटका लगा है। भाजपा के अभिषेक चौधरी सर्वाधिक 8 वोट पाकर विजयी घोषित किए गए। जबकि बसपा के हिमांशु चौधरी को सिर्फ 4 वोट मिले। नगर निगम कार्यकारिणी में कुल 12 सदस्य हैं। इनमें से 8 भाजपा, 2 बसपा और 2 कांग्रेस के सदस्य हैं। नगर निगम सभागार में सोमवार को महापौर आशा शर्मा की अध्यक्षता में कार्यकारिणी चुनाव कराया गया। उपाध्यक्ष पद पर पार्षदों में सहमति नहीं बनने पर चुनाव पूरी प्रक्रिया के तहत शुरू किया गया। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर, पार्षद अनिल स्वामी, भाजपा महानगराध्यक्ष संजीव शर्मा, पार्षद सुनील यादव, पप्पू पहलवान, मनोज चौधरी, यशपाल पहलवान, अजय शर्मा, अमित डबास, सुरेंद्र कुमार, हिमांशु चौधरी, हेमलता शर्मा, श्रीभगवान अग्रवाल, दिलशाद मलिक, हरबीर सिंह, मीनल रानी, जाकिर अली सैफी के अलावा अपर नगर आयुक्त आरएन पांडेय, प्रमोद कुमार, लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह आदि की मौजूदगी में चुनाव कराया गया। सदन सचिव प्रमोद कुमार एवं चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन ने चुनाव प्रक्रिया पूरी कराई। सुबह 11 बजे नामांकन पत्र लिया गया। साढ़े 11 से दोपहर 12 बजे तक नामांकन पत्र भरकर जमा किए गए। चुनाव में भाजपा के अभिषेक चौधरी को 8 वोट मिले। बसपा प्रत्याशी हिमांशु चौधरी को 4 वोट मिले। भाजपा ने 3-4 दिन पहले कार्यकारिणी सदस्य यशपाल पहलवान, श्री भगवान शर्मा एवं अभिषेक चौधरी के नाम पर गहन मंथन किया था। लेकिन अंत समय में भाजपा ने अभिषेक चौधरी को उम्मीदवार घोषित किया। कांग्रेस के जाकिर अली को 4 वोट मिले। दूसरे चरण में नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में वित्तीय वर्ष-2020-21 के बजट पर चर्चा की गई। मूल और पूरक बजट पेश किया गया। कार्यकारिणी सदस्यों की सहमति के बाद महापौर ने बजट पास कर दिया। नगर निगम के लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा ने पूरक बजट पेश किया। पुनरीक्षित बजट 31 दिसंबर तक के डाटा के साथ पेश किया गया।
आज: जर्जर सड़क-क्षतिग्रस्त नालियों का पुनर्निर्माण
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। ट्रांस हिंडन क्षेत्र के प्रह्लाद गढ़ी की माता मंदिर वाली गली में बरसों से जर्जर सड़क और क्षतिग्रस्त हुई पड़ी नालियों का पुनर्निर्माण आखिरकार शुरू हो ही गया। इस कार्य के लिए वार्ड 36 के निगम पार्षद अरविंद चौधरी चिन्टू ने अपनी पार्षद निधि से 17 लाख रुपए इस योजना के पास कराया। इस प्रोजेक्ट में इंटरलॉकिंग टाईल्स द्वारा सड़कों का निर्माण होगा। साथ ही गलियों की नालियों का भी निर्माण होगा, ताकि बरसात में जलभराव की स्तिथि उत्पन न हो। इस कार्य का शिलान्यास निगम पार्षद अरविंद चौधरी चिन्टू ने स्थानीय निवासियों संग किया। निगम पार्षद ने कहा कि इस दशकों से जर्जर अवस्था में पड़े सड़क और नाली का निर्माण आखिर शुरू हो गया। इससे गाँव प्रह्लाद गढ़ी में रहने वाले सैंकड़ों लोगों को लाभ मिलेगा और इससे जलभराव की समस्या भी खत्म हो जाएगी। वही इस शिलान्यास समारोह में समाजसेवी डॉक्टर प्रवीण कुमार, प्रेमपाल, सुपरवाइजर अजीत, नीरज जाटव, सचिन राघव, तिलोकचंद, प्रिंस जाटव, रविंदर व फैजल आदि उपस्थित रहे।
कैबिनेट मंत्री के पिता को 'श्रद्धांजलि' अर्पित की
पुलिस पदाधिकारियों-सदस्यों को किया सम्मानित
पुलिस ने डकैती के मुकदमे में अपराधी को दबोचा
114 प्रत्याशियों की हार-जीत मतपेटियों में बंद
प्रयागराज: गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा बैठक
वितरण कार्यक्रम का एनआईसी में किया प्रसारण
नकली शराब बनाने वालें का पर्दाफाश, 2 अरेस्ट
तीनों कृषि कानून खेती को बर्बाद कर देंगे: राहुल
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर मंगलवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि तीनों कृषि कानून खेती को बर्बाद कर देंगे, मैं इनका विरोध करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि पूरा देश खिलाफ हो जाए, मैं फिर भी सही के लिए लड़ता रहूंगा। मैं नरेंद्र मोदी या बीजेपी से नहीं डरता हूं। राहुल गांधी ने दावा किया कि कृषि क्षेत्र पर तीन-चार पूंजीपतियों का एकाधिकार हो जाएगा जिसकी कीमत मध्यम वर्ग और युवाओं को चुकानी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की कोशिशों के बावजूद किसान थकने वाले नहीं हैं क्योंकि ”वे प्रधानमंत्री से ज्यादा समझदार हैं।” राहुल गांधी ने ‘किसानों की पीड़ा’ पर ‘खेती का खून’ शीर्षक से एक पुस्तिका जारी की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”देश में एक त्रासदी पैदा हो रही है। सरकार इस त्रासदी को नजरअंदाज करना चाहती है और लोगों को गुमराह करना चाहती है। किसानों का संकट इस त्रासदी का एक हिस्सा मात्र है।” कांग्रेस नेता ने दावा किया, ”हवाई अड्डों, बुनियादी ढांचे, दूरसंचार, रिटेल और दूसरे क्षेत्र में हम देख रहे हैं कि बड़े पैमाने पर एकाधिकार स्थापित हो गया है। तीन-चार पूंजीपतियों का एकाधिकार है। ये तीन-चार लोग ही प्रधानमंत्री के करीबी हैं और उनकी मदद करते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि कृषि क्षेत्र अब तक एकाधिकार से अछूता था, लेकिन अब इसे भी निशाना बनाया जा रहा है। ये तीनों कानूनों इसीलिए लाए गए हैं।राहुल गांधी ने कहा, ”नतीजा यह होगा कि तीन-चार लोग पूरे देश के मालिक बन जाएंगे। किसानों को उनकी उपज की वाजिब कीमत नहीं मिलेगी। बाद में मध्यम वर्ग को इसकी वो कीमत अदा करनी होगी, जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की होगी।” उन्होंने आरोप लगाया, ”ये कानून सिर्फ किसानों पर हमला नहीं हैं, बल्कि मध्यम वर्ग और युवाओं पर हमला है। युवाओं से कहना चाहता हूं कि आपकी आजादी छीनी जा रही है।” कांग्रेस नेता के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा के किसान इस देश के रक्षक हैं। वे कृषि क्षेत्र को कुछ लोगों के हाथ में जाने से रोकने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ”सरकार को लगता है कि किसानों को थकाया जा सकता है और उनको बेवकूफ बनाया जा सकता है। किसान प्रधानमंत्री से ज्यादा होशियार हैं। समाधान एक ही होगा कि तीनों कानूनों को वापस लेना होगा।”
बागेश्वर में टीकाकरण कार्य सफलतापूर्वक शुरू
बागेश्वर। जिले में कोविड-19 वैक्सीनेशन का कार्य जिलाधिकारी विनीत कुमार के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज तीसरे दिन का टीकाकरण कार्य सफलतापूर्वक शुरू किया गया। जिसमें सीएमओ कार्यालय में बनाये गए वैक्सिनेशन सेंटर में आज तीसरे दिन स्वास्थ कर्मचारियों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का वैक्सीन टीकाकरण किया जा रहा है। जिसमें अब तक 26 लोगों द्वारा अपना पंजीकरण किया गया है, जिसमें से 15 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। जिला चिकित्सालय में बनाये गए वैक्सिनेशन सेंटर में 39 लोगों द्वारा पंजीकरण किया गया है जिसमें से 35 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।टीकाकरण के लिए स्वास्थ कर्मचारियों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों में भारी उत्साह दिख रहा है जो टीकाकरण के लिए वेटिंग रूम में अपनी बारी का इंतजार कर रहे है। टीकाकरण के लिए जिला प्रशासन की ओर से सभी व्यवस्थायें चाकचौबंद की गयी है।
3 महीने से सफाई कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
पंतनगर। विश्वविद्यालय में तीन महीने से सफाई कर्मचारियों का वेतन ना मिलने के कारण पाई पाई को तरस रहे सफाई कर्मचारी आज झाड़ुओं के साथ विवि के गेट पर जमा हुए और जोरदार नारेबाजी की। कुछ देर बाद विवि के कुलपति तेज प्रताप उनसे मिलने गेट पर आए और उनकी समस्या सुनीं। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि आज शाम तक उन्हें उनका वेतन दे दिया जाएगा। इससे पूर्व कल कर्मचारियों के प्रतिनिधि और अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश चंद, प्रेमचंद, सुरेंद्र बाल्मीकि, मुनीश बाल्मीकि, सुनील बाल्मीकि, राजेश बाल्मीकि, महेश बाल्मीकि एवं विनोद बाल्मीकि समस्त कर्मचारियों ने निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण से वार्ता की थी। जिसमें निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण द्वारा तुरंत वेतन देने का आश्वाशन दिया गया, परन्तु आज सुबह जब कर्मचारियों ने देखा कि ठेकेदार द्वारा वेतन देने की कोई कारवाही नहीं की गई है। तो उन्होंने विवि के गेट पर ही नारेबाजी शुरू कर दी। आज सुबह लगभग साढ़े नौ बजे अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के बैनर तले पन्तनगर विश्वविद्यालय में कार्यरत सफाई कर्मचारियों ने शीघ्र वेतन दिए जाने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। कर्मचारी अपने साथ झाड़ू भी लाए थे। उनका कहना था कि वेतन न मिलने के कारण उन्हें सामने आर्थिक परेशानी की वजह से परिवार का भरण पोषण करने में दिक्कत आ रही है। सफाई मज़दूर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र तेश्वर ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों कहा कि यदि इनको एक माह भी वेतन न मिले तो इनके घर का बजट बिगड़ जाता है लेकिन इन गरीबो की चिंता अधिकारियों को बिल्कुल नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र विश्वविद्यालय के सफाई कर्मियों को वेतन न मिला तो प्रदेश संगठन भी पन्तनगर शाखा के साथ आंदोलन में भागीदारी करने पर विवश होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
तमिलनाडु: शांता का निधन, पीएम ने जताया शोक
चेन्नई। कैंसर इलाज के क्षेत्र में देश और दुनिया की जानी मानी विशेषज्ञ डॉ. वी शांता का आज मंगलवार (19 जनवरी) सुबह चेन्नई में निधन हो गया। डॉ. वी शांता 94 साल की थीं और शांता को सांस लेने में परेशानी थी इसके बाद उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉ. वी शांता देश के उन डॉक्टरों में शामिल थीं जिन्होंने कैंसर के इलाज को आम आदमी के लिए सुलभ कराया, उन्होंने कैंसर के क्षेत्र में गहन रिसर्च किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ वी शांता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “डॉक्टर वी शांता को कैंसर रोगियों की देखभाल करने सुनिश्चित करने में उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। चेन्नई के अदयार में स्थित कैंसर संस्थान गरीबों और दलितों की सेवा करने में सबसे आगे है। मुझे 2018 में संस्थान की अपनी यात्रा याद है। डॉ. वी शांता के निधन से दुखी हूं, ओम शांति।” वहीं वित्त मंत्री डॉ निर्मला सीतारमण ने दुख जताते हुए कहा कि अदयार कैंसर संस्थान की चेयरपर्सन डॉ. वी शांता अब नहीं रहीं। हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा में वह आगे रहीं। वह अस्पताल परिसर के भीतर ही एक कमरे में रहती थीं, कैंसर रोगियों का इलाज उनका एकमात्र लक्ष्य होता था। वह एक संत समान थीं, अब हमारे बीच नहीं रहीं। उन्हें हाथ जोड़कर नमन। डॉ. शांता का जन्म 11 मार्च 1927 को चेन्नई में हुआ था। नेशनल गर्ल्स हाई स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल करने के बाद वह मेडिसीन के क्षेत्र में आईं और इसी क्षेत्र में जीवन पर्यन्त रहीं। उन्होंने 1940 में एमबीबीएस की डिग्री ली, 1952 में डीजीओ बनी फिर 1955 में गायनीकोलॉजी में एमडी की डिग्री हासिल कीं।
हनुमान को मंगल ग्रह का नियंत्रक कहा गया हैं
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए कसी कमर
भारत की ब्रिसबेन में हुई जीत, 2-1 से जीती सीरीज
अपकमिंग फिल्म की शूटिंग में बिजी है आलिया
राजकुमार हिरानी की फिल्म में काम करेगी तापसी
'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन
'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...