बुधवार, 13 जनवरी 2021
16 जनवरी से पोलियो टीकाकरण अभियान नहीं
यूपी: शादीशुदा बहन का भाई ने किया रेप, मुकदमा
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक शख्स पर अपनी विवाहिता छोटी बहन के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। जबकि उसके दोस्त पर आरोप है कि उसने इस कृत्य को फिल्माया है। घटना पिछले महीने 23 दिसंबर को पीड़िता के पति की गैरमौजूदगी में हुई थी। खबरों के मुताबिक, वह शख्स अपनी छोटी बहन के घर पर नशे की हालत में आया और उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके दोस्त ने भी शराब पीकर उसके कृत्य को मोबाइल फोन में फिल्मा लिया। आरोपी ने किसी को सूचित करने पर वीडियो क्लिप को ऑनलाइन अपलोड करने की धमकी भी दी। लेकिन जब आरोपी पीड़िता का पीछा करने लगा और उसे परेशान करने लगा तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। महिला के माता-पिता ने शुरू में पुलिस के पास नहीं जाने के लिए उस पर दबाव डाला। हालांकि, उत्पीड़न और धमकी के बाद, पीड़िता ने शिकायत दर्ज करने का फैसला किया और मुरादाबाद पुलिस ने सोमवार को उसके भाई और उसके दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
अत्याचार: कार से बांधकर कुत्ते को शहर में घसीटा
घटना में कुत्ते के शरीर से कई जगह खून निकलने लगा और वह बुरी तरह घायल हो गया। घटना 7 जनवरी की बताई जा रही है और इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
गौरतलब है कि ये मामले तब सामने आया जब इस घटना को कार चालक अंजाम दे रहा था और वहां एक शख्स अपनी बाइक से गुजर रहा था। उसने पहले कार चालक से पूछा कि वो ये क्या कर रहा है तो कार चालक ने कोई जवाब नहीं दिया। बाइक वाले बंदे ने उसे काफी हॉर्न दिया। बाद में उसने कार रोकी और बड़ी बेरहमी से जूते से जख्मी डॉगी को साइड किया और कार लेकर चला गया। बाइक चालक ने बताया कि पीछे पूरी सड़क डॉगी के खून से लाल हुई थी। इसके बाद जानवरों के हित के लिए काम करने वाला एक संगठन काइंड हार्ट इस कुत्ते को अपने साथ ले आया और सोशल मीडिया से घटना की जानकारी दी। इसके बाद कुत्ते का पेन किलर दी गई और टीम उसके इलाज में जुटी है।
जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या-20 हुईं
भोपाल। मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के दो गांवों मानपुर और पहावाली में सोमवार रात को कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई थी। मामले में मंगलवार रात से 6 और लोगों की जान ले ली है और मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। मरने वाले इन सभी पीड़ित अस्पताल में ही भर्ती थे।
पुलिस ने कहा कि मुरैना और ग्वालियर जिलों में 17 पीड़ितों को अभी भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर है। मामले में पुलिस के एक उप-विभागीय अधिकारी सुजीत सिंह भदोरिया को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार इससे पहले एक थाना प्रभारी और जिला आबकारी अधिकारी को अधिकारियों द्वारा निलंबन के तहत रखा गया था।
पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 304 और आबकारी अधिनियम की संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है तथा जांच और पूछताछ के लिए कुछ व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया है। मध्य प्रदेश में बीते तीन माह में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले अक्टूबर माह में उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोग मारे गए थे।
घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, '' मुरैना में जहरीली शराब दुर्घटना अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कमिश्नर ग्वालियर-चंबल ने जांच दल बनाया है, जिसने जांच प्रारंभ कर दी है। जो भी व्यक्ति दोषी होंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, ''घटना में प्रथमदृष्टया सुपरविजन में लापरवाही पाए जाने पर, जिला आबकारी अधिकारी मुरैना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इस बीच, अवैध शराब के सेवन से 14 लोगों की मौत होने और 20 अन्य के बीमार होने पर एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, '' मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।
यूपी: लेखपाल ने की 36 बच्चों से हैवानियत
पुलिस की अब तक की छानबीन में सामने आया की उसने 36 बच्चों के साथ इसी तरह हैवानियत की है। इसके अलावा 2-3 गरीब महिलाएं भी हैं जिनको राशन कार्ड व अन्य काम के बहाने घर बुलाया और नशीला पदार्थ खिलाकर रेप किया। इंस्पेक्टर कोंच इमराम खान के अनुसार छानबीन जारी है हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है कि 50 बच्चों के साथ हैवानियत करने वाले बांदा के जेई की तरह इसने अश्लील वीडियो बना ऑनलाइन व्यापार किया है या नहीं। इंस्पेक्टर के अनुसार उसको गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की ज रही है।
हज यात्रियों के लिए मेडिकल टीम का गठन किया
अमेरिका: लड़की के सीने से बाहर है दिल, परेशानी
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में रहने वाली एक लड़की बेहद दुर्लभ परेशानी से गुजर रही है। जिसके चलते गर्भ में ही उनकी पेट की मांसपेशियां और पसलियां गलत तरीके से फॉर्म हो गई थी। गोनचारोवा को अपनी इस कंडीशन के चलते कोई दर्द तो महसूस नहीं होता है। लेकिन इसके चलते उसका दिल काफी एक्सपोज हो चुका है। इसके अलावा उनके दिल में छेद भी है। गोनचारोवा को अपने हालातों के चलते अक्सर अस्पताल में भी समय बिताना पड़ता है।साल 2020 की शुरुआत में उनका ऑक्सीजन लेवल काफी तेजी से गिरने लगा था जिसके बाद उन्हें इमरजेंसी रूम ले जाया गया था और अगले दो हफ्तों में अस्पताल में समय बिताने के बाद गोनचारोवा का ऑक्सीजन का स्तर सामान्य हुआ था।
ढांचा विध्वंस पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई टलीं
याचिका में विवादित ढांचा विध्वंस मामले के 30 सितम्बर 2020 के सीबीआई अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं – मुरली मनेाहर जोशी , उमा भारती और विनय कटियार – समेत सभी 32 आरोपियों को बरी करने के विशेष अदालत के फैसले को गलत एवं तथ्यों के विपरीत बताया गया है।
याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता इस मामले में गवाह होने के साथ-साथ विवादित ढांचा विध्वंस की घटना के पीड़ित भी हैं। याचिकाकर्ताओं का यह भी कहना है कि अभियुक्तों को बरी करने के फैसले के विरुद्ध सीबीआई ने आज तक कोई अपील दाखिल नहीं की है लिहाजा याचियों को वर्तमान पुनरीक्षण याचिका दाखिल करनी पड़ी है। याचिका में सभी 32 अभियुक्तों को दोषी करार दिये जाने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि 30 सितम्बर 2020 को सीबीआई की विशेष अदालत ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साक्षी महाराज, लल्लू सिंह, बृजभूषण शरण सिंह व महंत नृत्य गोपाल दास समेत सभी जीवित 32 अभियुक्तों को बरी कर दिया था।
कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध व्यक्त
अली अकबर
काशीपुर। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि विधेयक बिलो को वापस लिए जाने की मांग करते हुए सैकड़ों की तादाद में किसानों ने नगर के मुख्य चौराहे पर एकत्रित होकर कृषि कानून की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने दोपहर करीब 3:00 बजे चीमा चौराहे पर एकत्रित होकर काले झंडे लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कृषि बिलों की प्रतियां जलाई। तथा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। भारतीय किसान यूनियन के बलविंदर सिंह संधू ने कहा कि जब तक तीनों काले कृषि कानूनों को सरकार के द्वारा वापस नहीं लिया जायेगा तब तक किसान घर वापस नहीं लौटेंगे। किसान बिल की प्रतियां फूंकने वालों में बलविंदर सिंह संधू, प्रताप सिंह, गगन कंबोज, बलविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह, जगपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरदास सिंह, जगमोहन सिंह, एडवोकेट हरीश कुमार, टीका सिंह सैनी, राजू छीना, दर्शन सिंह, बलदेव सिंह, बलकार सिंह फौजी, चमकौर सिंह, हरविंदर सिंह तथा कश्मीर सिंह समेत सैकड़ों की तादाद में किसान मौजूद रहे।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने जताई चिंता
नई दिल्ली। निर्णय लेने वाले निकायों में महिलाओं की उपस्थिति पर बल देते हुए राष्ट्रीय महिला आयेाग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक दल उन्हें केवल तभी टिकट देते हैं। जब उनका पुरुष नेता से 'संपर्क' हो। उन्होंने हैदराबाद के मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित एक वेबिनार में डिजिटल माध्यम से अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को निर्णय लेने वाले निकायों, संसद और विधानमंडलों में होना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मंत्रालयों में महिला संख्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'हां, ऐसी महिलाएं हैं जो अच्छे मंत्रालयों मे हैं। लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है। शर्मा ने चुनाव टिकट बंटवारे में राजनितिक दलों द्वारा महिलाओं पर भरोसा न करने पर भी दुःख जताया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल महिलाओं को टिकट देना नहीं चाहते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि वे चुनाव हार जाएंगी। उन्होंने कहा, ''वे ऐसे व्यक्ति को टिकट दे सकते हैं जिनकी समाज में अच्छी छवि नहीं है, ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ आरोप हैं, लेकिन वे (राजनीतिक दल) महिला को टिकट नहीं देंगे। शर्मा ने कहा कि अगर कोई महिला टिकट पा जाती है तो भी उसका राजनीति में मौजूद किसी व्यक्ति से संपर्क जरूरी होता है जिससे चेहरा तो उसका हो लेकिन उसकी ओर से काम कोई अन्य करे।
विकास का ढिंढोरा पीटती है भाजपा, सच अलग
सीएम का एक्शन, जिला कलेक्टर-एसपी को हटाया
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजातिया को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इसके साथ ही एसडीओपी पर भी निलंबन की गाज गिरी है। दरअसल, यह पूरी कार्रवाई जहरीली शराब से हुई मौतों के चलते कई गई है।मुरैना जिले में जहरीली शराब से अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारी के मुताबकि प्रदेश में पिछले 9 माह में जहरीली शराब से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद सरकारी तंत्र शराब के अवैध करोबार को रोकने में अब तक नाकाम रहा।
'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन
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