सोमवार, 4 जनवरी 2021
हापुड़: दो पक्षों में निर्माण को लेकर हुआ खूनी संघर्ष
किस बात की सजा भुगत रहे गाजियाबाद के नागरिक ?
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद में रहने वाले अधिकांश नागरिक ऐसे हैं। जो रोजगार के सिलसिले में हर दिन गुरुग्राम या एनसीआर के अन्य शहरों में जाते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों में कुछ ऐसी घटनाएँ घटित हुई हैं। जिनके कारण न चाहते हुए भी गाज़ियाबाद के निवासियों की जिंदगी कठिन दौर से गुजर रही है। यूपी गेट पर 28 नवंबर से कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब से आए किसान धरने पर बैठे हैं। इस धरने से गाज़ियाबाद के किसानों का कोई लेना देना नहीं है। हम सभी जानते हैं कि गाज़ियाबाद में किसानों का मुद्दा कृषि सुधार कानून नहीं बल्कि कृषि करने वाली भूमि के बदले मिलने वाले मुआवजे की दर है। लेकिन फिर भी गाज़ियाबाद के नागरिकों को इस आंदोलन की सबसे ज्यादा मार पड़ रही है। कृषि सुधार कानून सोमवार को भी आंदोलन व शाम को हुई बारिश के कारण सीमाओं समेत अंदरूनी मार्गों पर जाम की स्थिति रही। हालांकि रविवार रात को ज्ञानी बॉर्डर से किसानों के हटने के बाद सोमवार को लोगों को कुछ राहत मिली। सोमवार को दिल्ली की सीमाओं को जोड़ने वाली सड़कें जाम रहीं। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। यूपी गेट पर राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और सर्विस रोड की दिल्ली जाने वाली लेनों पर किसानों का कब्जा है। वाहन चालक यहां से दिल्ली नहीं जा पा रहे हैं। लोग दिल्ली जाने के लिए वजीराबाद रोड व जीटी रोड का इस्तेमाल कर रहे हैं। आज भी वाहनों के दबाव के कारण दिल्ली की सीमाओं को जोड़ने वाली सड़कें जाम रहीं। लोगों ने वैकल्पिक मार्गों को इस्तेमाल किया। इस कारण साहिबाबाद की अंदरूनी सड़कों व वैकल्पिक मार्गों पर भी जाम की स्थिति बन गई। इसके चलते लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। उसके बाद कल सुबह से हो रही बारिश की वजह से सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हो गया। इससे भी जाम लगा। पानी निकलने के बाद जाम की समस्या कम हुई। वहीं, वैशाली पुलिया की ओर से रोडवेज की बसें गुजरीं। इससे वैशाली सेक्टर-चार व पांच की मुख्य सड़क पर जाम लगा। जाम में फंसने की वजह से वाहन चालकों के समय व ईंधन की बर्बादी हुई। इससे हादसे का भी खतरा बना रहा। यातायात पुलिस अधीक्षक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि किसान आंदोलन की वजह से रूट डायवर्जन किया गया है। हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से आने वाली लेनों पर यातायात सामान्य रहा। दिल्ली से कौशांबी, वैशाली, इंदिरापुरम, नोएडा, हापुड़, मेरठ आदि जगहों पर जाने वाले वाहन चालकों को कोई दिक्कत नहीं हुई।
मृतकों को 10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। नगर निकाय में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते मुरादनगर में रविवार को श्मशान घाट पर हुए हादसे में मारे गए लोगों को परिजनों को योगी सरकार ने दस लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। परिजनों को योग्यता के आधार पर नौकरी का भी वादा किया गया है। वहीं घायलों का प्राइवेट अस्पताल में फ्री में इलाज को कहा गया है। बता दें कि आज सुबह से ही ग्रामीणों ने शव रखकर जाम लगा दिया था। वे मुख्यमंत्री को बुलाए जाने की मांग पर अड़े थे। इसके बाद अधिकारियों ने परिवार के साथ वार्ता की। लखनऊ से मिले निर्देश के बाद एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह ने मुआवजा देने का ऐलान किया। इस मामले में आज सुबह ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ़्तार किया गया, जबकि ठेकेदार अजय त्यागी को पकड़ने के लिए दबिश जारी है। आज सुबह मुरादनगर में मृतकों के परिजनों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा लिया। वहां सैकड़ों की संख्या में लोग जुट गए। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझाना चाहा। इस पर लोग भड़क गए। पुलिस से कहा कि पहले हमें गोली मार दो फिर शव ले जाओ। मुरादनगर में मृतकों के परिजनों के प्रदर्शन के चलते मेरठ तिराहे से मुरादनगर तक भीषण जाम लग गया है। यह जाम मेरठ की सीमा तक पहुंच गया। जाम के चलते राजनगर एक्सटेंशन से मुरादनगर की तरफ जाने वाले वाहनों पर पाबंदी लगा दी गई है। इसी के चलते रूट डायवर्जन किया गया।
पौधे लगाकर महीने ₹30 हजार कमा रही है गृहिणी
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जब भी बात खेती की होती है तो ज़्यादातर लोगों को लगता है, कि इस पेशे में लाभ तभी होगा जब अधिक जमीन पर खेती की जाए। अधिकांश लोगों की यही राय होती है कि कम जगह में खेती करके या फिर बागवानी करके कोई मुनाफा नहीं कमाया जा सकता है। लेकिन यह सोच बिल्कुल गलत है। क्योंकि आज बहुत से लोग आँगन, छत और बालकनी में बागवानी कर रहे हैं। वह न सिर्फ अपने घर के लिए साग-सब्ज़ियाँ उगा रहे हैं बल्कि इससे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी सुनाने जा रहा है। यह कहानी है केरल के एर्नाकुलम में रहने वाली एक गृहिणी सुमी श्यामराज की। सुमी अपने घर की छत पर ओरनामेंटल पौधे उगाती हैं और इसी से वह महीने में 30 हज़ार रुपये से ज्यादा कमा रहीं हैं। सुमी ने बताया, “लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में, मेरा ओरनामेंटल प्लांट्स का बिज़नेस करने का कोई इरादा नहीं था। लेकिन जिस दुकान पर मेरे पति काम करते थे जब वह बंद हो गई तो मुझे पौधे बेचने का ख्याल आया।” सुमी के पास थाईलैंड से मंगवाई हुई ओरनामेंटल पौधों की दुर्लभ किस्में हैं। इन्हीं ओरनामेंटल पौधों में से एक एपिसिया ने सुमी को कमर्शियल तौर पर आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया। 32 वर्षीया सुमी कहतीं हैं, “मुझे अभी भी वह दिन याद है जब मैंने अपने फेसबुक पेज – सुमीज़ गार्डन में एपिसिया पौधे की तस्वीर साझा की थी। भारत के विभिन्न हिस्सों के लोगों ने पौधे के बारे में पूछताछ करना शुरू कर दिया और कई लोगों ने मेरी पोस्ट के एक सप्ताह के भीतर ही इसके लिए ऑर्डर कर दिए। मुझे उत्तर प्रदेश से ज्यादा ऑर्डर मिले और फिर कुछ कर्नाटक में बेंगलुरु, और बाकी कोयम्बटूर से आए।” वह कहतीं हैं कि उन्हें अभी भी विश्वास नहीं होता है कि वह ओरनामेंटल पौधों से महीने के 30 हज़ार रुपये कमा लेती हैं। उनके गार्डन में 30 रुपये से लेकर 1,000 रुपये तक के पौधे हैं जिनमें से उन्हें एपिसिया के सबसे ज्यादा ऑर्डर मिलते हैं। उनके पास इसकी 80 किस्में हैं। एपिसिया के अलावा, लोग बेगोनिया, फिलोडेंड्रोन और पेपेरोमिया के ऑर्डर देते हैं। इस साल मार्च में अपना व्यवसाय शुरू करने के बाद, सुमी कहतीं हैं कि उन्हें खुद पर गर्व है। उन्होंने अपने पति श्यामराज को भी उनके सपोर्ट के लिए धन्यवाद दिया। “तीन महीने के लिए मेरे पति के पास नौकरी नहीं थी, लेकिन उन्होंने मेरी हर तरह से मदद की। हमारे 2 साल के बच्चे की देखभाल करने से लेकर मेरे टैरेस गार्डन के काम में मदद करने तक, वह हमेशा मेरे साथ रहते थे,” उन्होंने बताया। आगे वह कहतीं हैं कि सालों पहले उनके पास घर पर गाय, बकरियां और मुर्गियां थीं लेकिन तब उन्हें सफलता नहीं मिली। बाढ़ और अन्य परिस्थितियों के कारण उन्हें अपना पशुधन बेचना पड़ा। सुमी को ऑर्डर फेसबुक के माध्यम से मिलते हैं। एक बार जब उन्हें ऑर्डर मिल जाता है तो वह पौधे पैक करतीं हैं और ग्राहकों को पौधे भेजती हैं। “पौधों को भेजने से पहले छोटे कप में पोषित किया जाता है, और मैं एक दिन में लगभग 10 नए पौधे लगाती हूँ। मैं अपने ग्राहकों को फंगल स्प्रे खरीदने की सलाह भी देती हूँ,” सुमी बतातीं हैं। वह ओरनामेंटल पौधों के ग्राहकों को सलाह देतीं हैं कि पौधों को शुरूआत में कम से कम एक घंटा खुले में रखें ताकि ये सामान्य तापमान पर सहज हो जाएं। इसके बाद इन्हें लगाया जा सकता है और इसमें नियमित तौर पर पानी दें। “हर किसी को जीवन में कुछ करने का सपना होता है। मुझे पौधों से संबंधित कुछ करना था। अब मैं वही कर रही हूँ जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद है। मैं सभी गृहिणियों से कहना चाहूँगी कि अपने आप को या अपनी प्रतिभा को कम मत समझिए,” उन्होंने कहा। वह अपने टैरेस गार्डन को और बढ़ाना चाहतीं हैं और ज्यादा किस्म के बेगोनिया, लेमन वाइन और क्रीपर लगाना चाहतीं हैं।लॉकडाउन से पहले भी सुमी अपने छोटे से गार्डन में उगायीं सब्जियों से कुछ पैसे कमातीं थीं। वह बतातीं हैं कि उनके एक पड़ोसी ने बागवानी के प्रति उनकी रूचि देखकर उन्हें अपनी ज़मीन खेती के लिए दी थी। मात्र 30 सेंट की इस ज़मीन पर टमाटर, गोभी, गाजर, भिंडी सहित सब्जियों की अलग-अलग किस्में वह उगातीं थीं। सब्जियां तैयार होने के बाद वह व्हाट्सएप ग्रुप में इन्हें पोस्ट करतीं थीं और फिर उन्हें ऑर्डर मिलते थे। सुमी को एडथला कृषि भवन से कृषकश्री पुरस्कार भी मिला है और वह अन्य गृहिणियों को भी घर पर ओरनामेंटल पौधे उगाने के लिए प्रेरित करतीं हैं।
निगम से साहिबाबाद तक सुरंग बनाने का ठेका
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। वास्तविक नियंत्रण रेखा की वजह से भारत और चीन के संबंधों में बीते कुछ समय से तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालात यहां तक पहुंच गए थे कि चीनी कंपनियों के ठेके तक रद्द कर दिए गए थे। लेकिन न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक चीनी कंपनी को दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना के कुछ हिस्सों के काम के लिए ठेका दिया गया है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने दिल्ली-मेरठ RRTS परियोजना के न्यू अशोक नगर से साहिबाबाद तक के 5.6 किलोमीटर के भूमिगत स्ट्रेच के निर्माण के लिए एक चीनी कंपनी, शंघाई टनल इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड को ठेका दिया है। देश के पहले क्षेत्रीय रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) को निष्पादित करने वाली एनसीआरटीसी ने कहा कि निर्धारित प्रक्रिया और दिशानिर्देशों के बाद ही ठेका दिया गया है। कंपनी ने कहा, “कई एजेंसियों द्वारा इसके लिए बोली लगाई गई थी। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर स्वीकृति लेनी होती है। इस बोली को निर्धारित प्रक्रिया और दिशानिर्देशों के बाद ही इजाजत दी गई थी।” एनसीआरटीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, “अब 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के सभी सिविल वर्क टेंडर को जारी किया जा चुका है। इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए निर्माण कार्य जारी है।” आपको बता दें कि 82-किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की आर्थइक मदद से तैयार किया जा रहा है। एडीबी के दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंक के सभी सदस्य देशों को बिना किसी भेदभाव के बोली प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति देनी है। दैनिक हिंदुस्तान के अनुसार एनसीआरटीसी ने 9 नवंबर, 2019 को न्यू अशोक नगर से दिल्ली गाजियाबाद मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के साहिबाबाद तक सुरंग के निर्माण के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं। पांच कंपनियों ने इसके लिए बोली लगाई। ये सभी इसके लिए योग्य थे। एडीबी से तकनीकी बोली मूल्यांकन पर एनओसी प्राप्त करने के बाद बोलियां खोली गईं। पांच कंपनियों में से, शंघाई टनल इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड सभी मापदंडों पर योग्य पाने के बाद ठेका दिया गया। पिछले साल सितंबर में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने आरआरटीएस ट्रेन के पहले लुक का अनावरण किया था, जिसका डिज़ाइन दिल्ली के प्रतिष्ठित लोटस टेम्पल से प्रेरित है। यह दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति प्राप्त कर सकता है। मंत्रालय के अनुसार, स्टेनलेस स्टील बॉडी वाली यह ट्रेनें काफी हल्की और पूरी तरह से वातानुकूलित होंगी। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर देश में लागू होने वाला पहला आरआरटीएस कॉरिडोर है। अधिकारियों ने कहा कि सड़क मार्ग से दिल्ली से मेरठ जाने का समय मौजूदा तीन-चार घंटे से कम हो जाएगा।
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14 साल के लड़के ने दिए 2 साल में 20 अंडे
जकार्ता। आज तक आपने पक्षियों और जानवरों को अंडे देते देखा होगा। लेकिन इंडोनेशिया के एक कस्बे से ऐसा मामला सामने आया है। जिसे जानकर आपके दिमाग के फ्यूज उड़ जायेंगे। यहां 14 साल का लड़का अकमल 2 सालों से अंडे दे रहा है। जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान परेशान हैं। अकमल और उसके परिवार का दावा है कि वो इन दो सालों में तक़रीबन 20 अंडे दे चुका है। डॉक्टर्स का मानना है कि किसी इंसान के शरीर में ऐसे अंडे बनना नामुमकिन है, वहीँ कुछ लोगों का कहना ये भी है कि ये एक ट्रिक है और अकमल अपने शरीर के अंदर पहले से ही अंडे रख लेता है। अकमल और उसका परिवार अपने इस दावो के साथ एक हॉस्पिटल भी पहुंचे जहां अकमल का एक्स-रे भी करया गया, लेकिन डॉक्टर्स को अबभी कुछ समझ नहीं आ रहा है। अकमल के पिता ने डॉक्टर्स को बताया कि इससे पहले वो 18 अंडे दे चुका था। वहीं डॉक्टर्स के सामने उसने 2 अंडे और दिए। उन्होंने यह भी बताया कि जब पहले अंडे को फोड़कर देखा, तो पाया कि वो पूरी तरह से पीला था। जब हमने दूसरे अंडे को फोड़कर देखा तो वो पूरी तरह से सफेद था उसके अंदर कोई पीला भाग नहीं था। परिवार ने बताया कि अंडे निकलने की अजीब बीमारी से उनका बेटा बहुत परेशान है। वीडियो में भी नजर आया कि वो दर्द से तड़प रहा है। अब गावा के शेख यूूसुफ हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की एक टीम अकमल पर नजर बनाए हुए है।
आगरा: लूट में शामिल अभियुक्त मुठभेड़ के बाद अरेस्ट
राज्य व जिले स्तर आयोजित होगा ‘उप्र दिवस’
मुख्यमंत्री ने ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का आयोजन राज्य तथा जनपद स्तर पर करने को कहा। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने 24 जनवरी को आयोजित होने वाले ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के मुख्य उद्घाटन कार्यक्रम को राज्य तथा जनपद स्तर पर एक साथ करने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि जनपदों में भी ओडीओपी उत्पादों की प्रदर्शनी तथा हुनर हाट के आयोजन किए जाए, ताकि लोगों को प्रदर्शनियों में ओडीओपी उत्पादों के साथ-साथ हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित वस्तुओं को देखने और खरीदने का अवसर मिले। उन्होंने ओडीओपी हस्तशिल्पियों तथा हुनर हाट में स्टाॅल लगाने वाले लोगों को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के दौरान ओडीओपी महिला समूहों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। साथ ही, ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम के दौरान ऐसे प्रगतिशील किसानों, जिन्होंने कृषि विविधीकरण तथा बागवानी इत्यादि में अच्छा काम किया है, को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया जाए। उन्होंने कृषि विभाग को ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के दौरान कृषि मण्डियों तथा एफपीओ पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम कर समाज को दिशा दिखाने वाले लोगों को मेरिट के आधार पर सम्मानित किया जाए। ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ आयोजनों के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों को प्रमोट करने की भी बात की। उन्होंने भोजपुरी, अवधी, बुन्देलखण्डी इत्यादि क्षेत्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में वहां के स्थानीय कलाकारों को शामिल करने के निर्देश दिए। आगे कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम के दौरान केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रहीं विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री के समक्ष ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम के आयोजन के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण करते हुए अपर मुख्य सचिव एमएसएमई तथा सूचना नवनीत सहगल ने अवगत कराया कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ की थीम ‘महिला, युवा एवं किसान, सबका विकास-सबका सम्मान’ होगी। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु, मध्यम, उद्यम एवं निर्यात संवर्धन विभाग द्वारा ओडीओपी की प्रदर्शनी एवं बिक्री का आयोजन हुनर हाट के सहयोग से किया जाएगा। ओडीओपी कार्यक्रम एवं ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के अंतर्गत प्रशिक्षित लाभार्थियों को टूल किट का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ आयोजन से मिशन शक्ति तथा मिशन रोजगार को भी लिंक किया गया है।
अपर मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस कार्यक्रम के दौरान ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ के तहत अच्छा कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रमों के दौरान सांस्कृतिक आयोजन भी किए जाएंगे। एसिड अटैक से प्रभावित महिलाओं के बैण्ड द्वारा गायन किया जाएगा। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा सफलतम स्वयं सहायता समूहों की महिला समूहों की सफलता की गाथा का प्रचार-प्रसार करते हुए उन्हें पुरस्कृत, सम्मानित भी किया जाएगा। संस्कृति विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त मण्डलों में मण्डल स्तरीय लोक नृत्यध्लोक गायन की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। सूचना विभाग द्वारा लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया जाएगा। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ आयोजन में पर्यटन, संस्कृति, लोक निर्माण, एमएसएमई एवं खादी एंव ग्रामोद्योग, पंचायती राज, स्वास्थ्य, माध्यमिक शिक्षा, महिला कल्याण, सूचना एवं जनसम्पर्क, गृह, खेल, ग्राम्य विकास, नगर विकास, श्रम, कृषि, आवास, समाज कल्याण, युवा कल्याण तथा वन विभाग प्रतिभाग करेंगे। प्रस्तुतीकरण के दौरान नोएडा में ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के आयोजन के लिए गठित समिति के सदस्यों ने भी वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। प्रस्तुतीकरण के दौरान पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकरी उपस्थित थे।
छात्रा को शादी का झांसा देकर बुलाया हिमाचल
जोगिंद्रनगर। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के पुलिस थाना जोगिंद्रनगर में पंजाब की युवती से दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। आरोप है कि जिला कांगड़ा से सबंध रखने वाले एक युवक ने जोगिंद्रनगर के एक होटल में दुष्कर्म किया है, जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पीडि़त युवती पंजाब राज्य की छात्रा है, जिसने लिखित शिकायत कांगड़ा जिला के बैजनाथ पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी, यहां पर पुलिस ने जांच पूरी कर अब मामला स्थानीय पुलिस थाना को सौंपा है। आरोप है छात्रा से शादी करने का झांसा देकर हिमाचल बुलाया।यहां शारीरिक संबंध बनाए और फिर शादी करने से युवक ने मना कर दिया। इससे पीडित युवती शर्मशार होकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। मामले की जांच स्वयं थाना प्रभारी संदीप शर्मा कर रहे है। उन्होंने कहा पीडि़त युवती के जांच में शामिल होने के उपरांत तफ्तीश तेज होगी। बहराल पुलिस मामले की जांच में जुट चुकी है। पीडि़त महिला को इंसाफ दिलाने के साथ आरोपित पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा
'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा संदीप मिश्र शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...