सोमवार, 21 दिसंबर 2020

क्षय रोगियों के लिए अलग वार्ड बनाने का आदेश

अतुल त्यागी

रामा मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्या डॉ. रेणुका सिन्हा की अध्यक्षता में मासिक कोर कमेटी बैठक का आयोजन किया गया

हापुड़। मेडिकल कॉलेज में एमडीआर मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाने के दिशा-निर्देश जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश सिंह द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार दिए गए। रामा मेडिकल कॉलेज द्वारा गोद लिए गए एमडीआर टी.बी से ग्रस्त बच्चों को पौस्टिक आहार का वितरण किया गया। इन सभी चयनित टी.बी मरीजों को प्रत्येक माह छ माह तक दिया जाएगा। जिला छय रोग अधिकारी द्वारा बताया गया, कि टी.बी के मरीजों को अधिक पोषण की आवश्यकता होती है। जिससे मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी रहे, ताकि मरीज बीमारी से जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके। बैठक में रामा मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. रेणुका सिन्हा सभी विभागों के विभागाध्यक्ष व जिला छय रोग अधिकारी डॉ. राजेश सिंह व जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी उपस्थित रहे।

परिवार दिवस का फीता काटकर उद्घाटन किया

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी

हापुड़। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, डॉ रेनू गुप्ता द्वारा द्वारा सीएससी धौलाना में खुशहाल परिवार दिवस का उद्घाटन फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मंडलीय परियोजना प्रबंधक जिला कार्यक्रम प्रबंधक,डिविजनल परिवार नियोजन एवं लॉजिस्टिक मैनेजर, जिला परिवार नियोजन सलाहकार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से बीपीएम व बीसी पीएम उपस्थित रहे। सबसे पहले फैमिली प्लानिंग के काउंटर का निरीक्षण किया गया। जिसमें सभी प्रकार की परिवार नियोजन सामग्री प्रदर्शित की गई थी। तत्पश्चात अपर निदेशक द्वारा प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया गया और अभिलेख देखे गए। जिसमें 83 लाभार्थियों में से 71 लाभार्थियों को पीपीआईयूसीडी लगाई गई है।

कृषि बिल का विरोध करने वाले लोग जिहादी: साध्वी

कृषि बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोग जेहादी: साध्वी प्राची
यूपी के बरेली पहुंची साध्वी प्राची ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कृषि बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को जेहादी बताया है।
बरेली। जिले में पहुंची साध्वी प्राची अपने बयानों को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मीडिया से बातचीत करते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि किसानों की आड़ में जो लोग कृषि बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं वे लोग जेहादी हैं। वे लोग खालिस्तान की बात कर रहे हैं
साध्वी प्राची ने प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन किया है कि वह कृषि कानून को वापस न लें। यह कानून 70 साल की व्यवस्थाओं के बाद किसानों के लिए आया है, अगर कानून वापस लिया गया तो साध्वी प्राची दिल्ली में अनशन करेंगी। इसके बाद साध्वी प्राची ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हुए हमले पर भी बोलते हुए ममता बनर्जी को घेरने की कोशिश की। उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के कार्यकाल में हजारों बीजेपी नेताओं की हत्या हुई है।
साध्वी प्राची ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हमला हुआ। भाजपा की सरकार पश्चिम बंगाल में बनने के बाद ममता बनर्जी का मुंह काला हो जाएगा। ममता के बाद कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और फिर मिसेज वाड्रा हैं उसके अलावा कोई नहीं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सिद्धांतवादी पार्टी है। बीजेपी में अमित शाह जी के बाद जेपी नड्डा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनें और अगला अध्यक्ष कौन होगा इसकी भी जानकारी किसी को नहीं है। राहुल गांधी कांग्रेस को बर्बाद करके अच्छा काम कर रहे हैं।
 

कोरोना खत्म होते ही सीएए पर कार्रवाई: गृहमंत्री

कोलकाता/ नई दिल्ली। देश एक तरफ जहां करोना महामारी से जुझ रहा है और किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 26 दिनों से सड़कों पर वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह बंगाल में चुनावी बिगुल फूंक रहे हैं। पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुटे हैं। बंगाल दौरे के दूसरे दिन  अमित शाह ने कहा कि करो ना खत्म होते ही हम सीएए लागू करने की तरफ बढ़ेंगे।

बंगाल दौर के दूसरे दिन रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “संशोधित नागरिकता कानून के नियम तैयार किए जाने बाकी हैं क्योंकि कोरोनावायरस के कारण काफी बड़ी प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है, जितनी जल्दी टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा और कोरोना की चेन टूटेगी, हम इस पर विचार करेंगे।अमित शाह ने कहा कि कोरोना टीका अभियान शुरू होने के बाद संशोधित नागरिकता कानून (CAA) पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से कई काम रूके हुए हैं. सीएए के नियम बनने अभी बाकी हैं. वैक्सीन देने का काम शुरू होने और कोरोना की चेन टूटने के बाद इस पर विचार किया जाएगा।

कोरोना वायरस संकट से निजात पाते ही सरकार नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर काम शुरू कर देगी। अभी सीएए के नियम बनने बाकी हैं। ये बातें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे और अंतिम दिन कही। वह पश्चिम बंगाल के बोलपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि हम हिंसा का जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देंगे और आने वाले चुनाव में इस सरकार को हराकर दिखाएंगे। अमित शाह ने कहा कि बीजेपी यहां से जीतती है तो बंगाल की मिट्टी से ही अगला मुख्यमंत्री होगा।

बता दें कि सीएए बिल पिछले साल ही संसद पास होकर कानून का रूप ले चुका है, लेकिन पहले विरोध प्रदर्शनों और फिर कोरोना महामारी के कारण इसे अभी लागू नहीं किया जा सका है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और इसाई धर्मों के प्रवासियों को नागरिकता दिए जाने का प्रावधान किया गया है।

दिवंगत विधायक को विधानसभा सत्र में श्रद्धांजलि

पंकज कपूर  

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिर्वेन्द्र सिंह रावत ने आज विधानसभा सत्र की कार्यवाही में वर्चुअल भाग लेते हुए दिवंगत विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना, पूर्व विधायक के सी पुनेठा, सुन्दरलाल मंद्रवाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी और तेजपाल सिंह पंवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जीना युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे। अभिवादन करने का उनका अपना तरीका था। उनके असमय जाने से हम सभी अत्यंत दुखी हैं।

मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय के सी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे बहुत जुझारू एवं सहनशील व्यक्तित्व के थे। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अत्यंत विनम्र और सज्जन थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2002-03 में एक आंदोलन के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी तो मैखुरी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा। पूर्व विधायक स्वर्गीय सुन्दरलाल मंद्रवाल विनम्रता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व थे। वे सच्चे मायनों में गांधीवादी थे। उनमें कोई अहम नजर नहीं आता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय तेजपाल सिंह पंवार सीधी और सपाट बात करते थे। उन्होंने कभी असत्य का सहारा नहीं लिया।

27 को ताली-थाली बजाकर विरोध करेंगे किसान

फसलों की लागत बढ़ गई, रेट घट गए और आमदनी दुगनी, कौन सा गणित है ये? उस मास्टर से मिलवाय दो हमें- बोले राकेश टिकैत
अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कई मौकों पर कह चुके हैं। सरकार को ये कानून वापस लेना होगा और फ्रेश कानून बनाना पड़ेगा। कृषि कानून के मुद्दे पर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच अब तक दोबारा बातचीत शुरू नहीं हो पाई है, जहां किसान साफ कर चुके हैं कि सरकार को बातचीत शुरू करने से पहले तीनों कानूनों को रद्द करना होगा। वहीं सरकार भी इन कानूनों के साथ ही आगे बढ़ने के लिए अड़ी है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार के उन दावों पर निशाना साधा है, जिनमें कहा गया कि किसान की आमदनी पिछले कुछ सालों में दोगुनी हुई है। टिकैत ने कहा कि फसलों के कीमत घट गई, पर आमदनी बढ़ गई। ये कौन सी गणित है।
टिकैत ने कहा, “पहले धान का रेट 3500 रुपए था, अब वह 1500 रुपए में बिक रहा। खाद के रेट भी बढ़ गए हैं, जो जरूरत में आने वाली चीजें थीं, उनके रेट बढ़ गए। डीजल के दाम भी बढ़ गए। लेकिन फसलों के दाम घट गए। तो फार्मूला समझ नहीं आ रहा कि लागत बढ़ गई, रेट घट गए और आमदनी दोगुनी, यह कौन सा गणित है, उस मास्टर से मिलाओ हमें जहां गणित का यह सवाल पढ़ाया जाता है।
27 दिसंबर को 11 बजे ताली-थाली बजाकर कृषि कानून का विरोध करेंगे किसान: इससे पहले किसानों की रोजाना होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से टिकैत ने कहा कि भाजपा ओछी हरकत कर रही है। किसानों के नाम अनुयायिओं को पैसे देकर रैली निकलवा रही है। किसानों को 50 लाख के मुचलके भरवा रही है। हम इससे डरने वाले नहीं है। आगे 21 से 23 तारीख तक सभी धरनों पर 11 किसान एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे। 26 से 27 दिसंबर को हरियाणा के टोल प्लाजा फ्री करेंगे। कल से अडानी के सभी खाद्य उत्पाद जैसे फॉर्च्यून का आटा, तेल, रिफाइंड आदि का बहिष्कार करेंगे। 27 दिसंबर को मोदी जी की मन की बात के समय किसान देश भर में थाली, ताली के शोर में उनकी आवाज को दबा देंगे।

हिमाचल में पंचायती राज चुनाव का बिगुल बजा

श्रीराम मौर्य  

शिमला। लंबे इंतजार के बाद आखिकार हिमाचल में पंचायती राज चुनाव का बिगुल बज गया है। पंचायती राज चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। प्रदेश में पंचायती राज चुनाव तीन चरणों में होंगे। पहले चरण का चुनाव 17 जनवरी, दूसरे चरण का 19 जनवरी व तीसरे चरण का 21 जनवरी को होगा। मतदान सुबह 8 से शाम चार बजे तक होगा। पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही हिमाचल में आचार संहिता भी लागू हो गई है।

पंचायत चुनाव के लिए 31 दिसंबर, पहली व दो जनवरी को सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं। चार जनवरी को सुबह दस बजे के बाद नामांकन पत्रों की छंटनी होगी। 6 जनवरी को सुबह 10 बजे से शाम तीन बजे तक उम्मीदवार अपने नामांकन वापस ले सकते हैं। तीन बजे के बाद उम्मीदवारों की लिस्ट चुनाव चिन्ह सहित जारी कर दी जाएगी। प्रधान, उपप्रधान व वार्ड सदस्यों के मतों की गिनती मतदान समाप्त होने के बाद होगी। वहीं, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों के मतों की गिनती 22 जनवरी को सुबह साढ़े 8 बजे से सभी ब्लाॅक मुख्यालयों में आयोजित की जाएगी। 

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...