रविवार, 6 दिसंबर 2020

बॉर्डर पर निहंग सिखों ने संभाला मोर्चा

मोमिन मलिक


नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन 11वें दिन में प्रवेश कर गया है। दिल्ली-हरियाणा पर स्थित सिंधु बॉर्डर पर हजारों किसानों की भीड़ पिछले 10 दिनों से 24 घंटे से दिन रात डटी है। किसानों का प्रदर्शन गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर भी जारी है। इसके अलावा बुराडी ग्राउंड पर भी कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। गौरतलब है कि सिंघु बॉर्डर पर एक तरफ RAF के जवानों को फ्रंटलाइन पर तैनात किया गया है तो दूसरी ओर किसानों की तरफ से फ्रंट लाइन पर निहंग सरदार तैनात हैं। हांथों में तलवार कृपाण लिए, घोड़े के साथ मौजूद निहंग सरदार वक्त वक्त पर तलवारबाजी दिखा रहे हैं। हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग हरियाणा में जहां किसान धरना दे रहे हैं वहां पर मेडिकल हेल्थ कैंप लगा रहा है। इन स्थानों पर डॉक्टर दवाइयां एम्बुलेंस सब मौजूद रहेंगी। ताकि आपात स्थिति में किसानों को चिकित्सा सेवा दी जा सके। दरअसल सिंघु बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों की संख्या हर रोज बढ़ रही है तो यहां फोर्स की तैनाती में भी इजाफा हो रहा है। दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर स्क्वाड, स्पेशल सेल के सीनियर अफसर भी अब ड्यूटी में तैनात किए गए हैं। ये अधिकारी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।


बॉर्डर पर आईटीबीपी, आरएएफ, सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए है। यहां पर नए सिरे से सीमेंटेड बैरिकेडिंग की जा रही है। तो वहीं हरियाणा जाने के लिए धंसा, दरौला, कापसेहड़ा, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन, पलाम विहार और दुंढेरा बॉर्डर का इस्तेमाल किया जा सकता है। नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक दिल्ली आने के लिए नोएडा लिंक रोड का इस्तेमाल न करें बजाय इसके डीएनडी का इस्तेमाल करें।


बतादें कि दिल्ली पुलिस ने राजधानी में ट्रैफिक मैनेजमेंट की जानकारी देते हुए कहा है कि कालिंदी कुंज, सूरज कुंड, बदरपुर और आयानगर बॉर्डर दोनों ओर खुला हुआ है। गौरतलब है कि किसानों और सरकार के बीच 5 राउंड की बात हो चुकी है, लेकिन गतिरोध जारी है। अब किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। इसी के साथ सबकी निगाहें अब 9 दिसंबर को सरकार के साथ होने वाली किसानों पर बातचीत पर टिकी है।                               


पीएम किसान योजना से 2 करोड़ नाम गायब








पालूराम

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने देश भर के किसानों को दी जाने वाली 6 हजार रुपये की सहायता वाली पीएम किसान सम्मान निधि योजना से 2 करोड़ से अधिक किसानों को हटा दिया है। सरकार फिलहाल किसानों के खातों में सातवीं किस्त के तहत 2 हजार रुपये ट्रांसफर कर रही है।

















कसी जा रही फर्जी किसानों पर नकेल
वहीं दूसरी तरफ सरकार फर्जी किसानों पर भी अपनी नकेल कस रही है, इस वजह से लिस्ट में से ऐसे किसानों को हटाया गया है। इस समय पीएम किसान पोर्टल में योजना का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या 9 करोड़ 97 लाख के आसपास रह गई है जबकि कुछ दिन पहले तक यह संख्या 11 करोड़ के करीब थी।

हर बार कम हो रहे हैं किसान
किस्त-दर-किस्त योजना का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या घटती जा रही है। पीएम किसान पोर्टल के मुताबिक पहली किस्त  10.52 करोड़ किसानों को मिली थी, वहीं दूसरी किस्त  9.97 करोड़, तीसरी  9.05 करोड़, चौथी  7.83 करोड़ और पांचवीं किस्त 6.58 करोड़ किसानों तक पहुंची, जबकि छठी किस्त पाने वाले किसानों की संख्या केवल 3.84 करोड़ रह गई है।
नई लिस्ट में ऐसे चेक करें अपना नाम



  • वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं. 

  • होम पेज पर मेन्यू बार देखें और यहां ‘फार्मर कार्नर’ पर जाएं.

  • यहां ‘लाभार्थी सूची’ के लिंक पर क्लिक करें.

  • इसके बाद अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव विवरण दर्ज करें.

  • इतना भरने के बाद Get Report पर क्लिक करें और पाएं पूरी लिस्ट                           













प्राथमिक विद्यालय में विविध कार्यक्रम आयोजित

भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण पर प्राथमिक विद्यालय में विविध कार्यक्रम आयोजित


कौशाम्बी। सिराथू तहसील क्षेत्र के कड़ा विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय टांडा में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए विद्यालय द्वारा संगोष्ठी का आयोजन कर बाबा भीमराव अंबेडकर के जीवन पर चर्चा की गई है। इस मौके पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं अध्यापकों द्वारा एक रैली निकालकर बाबा भीमराव के बारे में चर्चा की गई है। विद्यालय से निकाली गई रैली गांव गांव घूमी इस मौके पर चित्र वितरण और खिचड़ी भोज का भी आयोजन विद्यालय की ओर से किया गया है। कार्यक्रम में तान्या केसरवानी, शिप्रा मौर्या, रिचा पांडेय, दीपू कुमार, अवनीश कुमार, मधु यादव, दीपेंद्र बिहारी, अनुज पांडेय, अर्जुन प्रसाद, शुभम सिंह, सौरभ केसरवानी, संतोष विश्वकर्मा सहित क्षेत्र के तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।


राजकुमार


महिला हिंसा विरोध में रैली व कैंडल मार्च

गाजीपुर। मरदह क्षेत्र के रविदास मंदिर से अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा विरोध दिवस पर गाँव की बेटियों ने साइकिल रैली निकालकर महिलाओं के अधिकार और रोजगार के बारे में पर्चा, पोस्टर, और नारों के ज़रिए जानकारी देकर जागरूकता अभियान चलाया। यात्रा का नेतृत्व कर रही रेड ब्रिगेड ट्रस्ट की सचिव प्रियंका भारती ने कहा सरकार उत्पीड़न रोकने को तमाम कार्यक्रम चला रही है लेकिन महिलाओं में जागरूकता का अभाव होने से वे अधिकारों से अनभिज्ञ हैं। इसके लिए सभी का शिक्षित होना जरूरी है।                       


भारत बंद में किसानों को कांग्रेस का समर्थन

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघों द्वारा आठ दिसंबर को आहूत ‘भारत बंद’ के प्रति कांग्रेस ने रविवार को पूरा समर्थन जताया और घोषणा की कि इस दिन वह किसानों की मांगों के समर्थन में सभी जिला एवं राज्य मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर 26 नवंबर से डटे हजारों किसानों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि आठ दिसंबर को पूरी ताकत के साथ ‘भारत बंद’ किया जाएगा। यहां कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं यहां घोषणा करना चाहता हूं कि कांग्रेस आठ दिसंबर को होने वाले भारत बंद को पूरा समर्थन देती है।’’


उन्होंने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ट्रैक्टर रैलियों, हस्ताक्षर अभियानों और किसान रैलियों के जरिए किसानों के पक्ष में पार्टी की आवाज बुलंद कर रहे हैं। खेड़ा ने कहा, ‘‘हमारे सभी जिला मुख्यालय एवं प्रदेश मुख्यालयों के कार्यकर्ता इस बंद में हिस्सा लेंगे। वे प्रदर्शन करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि बंद सफल रहे।’’


उन्होंने कहा, ‘‘सारी दुनिया हमारे किसानों की दयनीय अवस्था देख रही है। पूरा विश्व यह भयावह मंजर देख रहा है कि किसान जाड़े की रातों में राजधानी के बाहर बैठे इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि सरकार उनकी बात सुन ले।’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा कि सरकार को कानूनों को लागू करने की इतनी जल्दी क्या थी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कोविड-19 महामारी के बीच, जून में सरकार चोरी छिपे अध्यादेश ले आई। इतनी जल्दी किस बात की थी। जब पूरे देश का ध्यान कोविड-19 के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों पर था तब सरकार अपने उद्योगपति-कॉर्पोरेट मित्रों की मदद करने के लिए चोरी-छिपे अध्यादेश लाने में व्यस्त थी।’’


खेड़ा ने कहा कि सरकार ने किसानों को भरोसे में नहीं लिया और अब किसानों के हितों की आड़ में छिप रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि आपको वाकई में किसानों के हितों की चिंता होती तो आपने इन विधेयकों को लाने से पहले उनकी सलाह ली होती।’’ खेड़ा ने आगे कहा, ‘‘जो कुछ भी आज देखने को मिल रहा है वह सरकार और उसके कॉर्पोरेट मित्रों के बीच की साजिश का नतीजा है जिसमें पीड़ित किसान ही होगा और किसान इस बात को जानता है।’’ शनिवार को प्रदर्शनकारी किसानों और सरकार के बीच वार्ता बेनतीजा रही। पांच चरणों की बातचीत हो चुकी है तथा अगली बैठक केंद्र ने नौ दिसंबर को बुलाई है।                                


चांद पर फहराया चीन ने अपना झंडा

बीजिंग। चीन ने चांद की सतह पर अपना झंडा फहरा दिया है। ऐसा करने वाला चीन दुनिया का दूसरा देश बन गया। चीन ने अपने अनमैंड स्पेसक्राफ्ट 'Chang'e-5' के जरिए यह कारनामा कर दिखाया। चीन के नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि स्पेसक्राफ्ट ने चांद की सतह पर फहराए झंडे की फोटो भी ली। यह झंडा 2 मीटर चौड़ा और 90 सेमी लंबा है। अब तक अमेरिका ही दुनिया में ऐसा देश था, जिसने चांद की सतह पर झंडा फहराया था। अमेरिका ने 50 साल पहले यह उपलब्धि हासिल की थी। चीन ने अब जाकर यह सफलता पाई है। चीन का अनमैंड स्पेसक्राफ्ट 1 दिसंबर को चांद की सतह पर लैंड हुआ था। इसके बाद स्पेसक्राफ्ट ने चांद की सतह से नमूने जुटाने से पहले यह झंडा फहराया।              


हैरतअंगेजः चीन ने बनाया नकली 'सूरज'

बीजिंग। चीन ने तकनीक के मामले में नित नए मुकाम हासिल कर रहा है। तकनीक के मामले में चीन ने अमेरिका, रूस और जापान जैसे विकसित देशों को पछाड़ दिया है। चीन के वैज्ञानिकों ने कृत्रिम सूरज परमाणु संलयन रिएक्टर को सफलतापूर्वक कर दुनिया में दूसरे सूरज के दावे को सच कर दिखाया है। ये ऐसा परमाणु फ्यूजन है, जो असली सूरज से कई गुना ज्यादा ऊर्जा देगा।चीन की सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है।
चीन की कृत्रिम सूरज बनाने की ये कोशिश कई साल से जारी थी। कृत्रिम सूरज के प्रोजेक्ट की कामयाबी ने चीन को विज्ञान की दुनिया में उस मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां आज तक अमेरिका, जापान जैसे तकनीकि रूप से उन्नत देश भी नहीं पहुंच पाए।               


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...