शनिवार, 5 दिसंबर 2020

हरियाणा के स्वास्थ्यमंत्री अनिल संक्रमित मिलें

कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने वाले हरियाणा के स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज कोरोना से संक्रमित


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने पिछले महीने परीक्षण के तौर पर कोरोना वायरस के खिलाफ विकसित किए जा रहे स्वदेशी कोवैक्सिन का टीका लिया था।
विज ने ट्वीट करके शनिवार को संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी देते हुए अपील की है कि हाल में उनके संपर्क में जो लोग आए हैं, वे जांच करा लें। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ मैं कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया हूं और अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में भर्ती हूं। जो लोग भी मेरे संपर्क में आए हैं, उन्हें जांच कराने की सलाह दी जाती है।’’
जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के तीन सदस्यों वाले एक प्रतिनिधि मंडल ने विज से शुक्रवार को मुलाकात की थी और कृषि कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो’ मार्च में शामिल होने वाले किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की अपील की थी। जेजेपी राज्य में भाजपा की सहयोगी पार्टी है।इस प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष निशान सिंह कर रहे थे और वरिष्ठ पार्टी नेता दिग्विजय सिंह चौटाला इसका हिस्सा थे। योग गुरु रामदेव ने भी मंगलवार को विज से मुलाकात की थी। विज ने कोविड-19 के खिलाफ संभावित टीके कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में पहला स्वयंसेवी बनने की पेशकश की थी और उन्हें 20 नवंबर को इसकी खुराक अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में दी गई थी। विज ने तब एक ट्वीट में बताया था, ‘‘ मुझे भारत बायोटेक उत्पाद का कोरोना वायरस का परीक्षण टीका कोवैक्सिन कल 11 बजे अम्बाला कैंट के सिविल अस्पताल में पीजीआई रोहतक और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की एक टीम की निगरानी में दिया जाएगा।’’उन्होंने बताया था कि उन्होंने ही ट्रायल में हिस्सा लेने की पेशकश की थी। कोवैक्सिन स्वदेशी टीका है और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक इसे विकसित कर रही है।               


राम मंदिर निर्माण का कार्य होगा तेज

अयोध्या: मकर संक्रांति से तेज होगा राम मंदिर निर्माण का कार्य


उमय सिंह साहू


अयोध्या। चातुर्मास तथा तकनीकी कारणों से कच्छप चल रहे राम मंदिर निर्माण के कार्य को तेज करने की तैयारी है। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो और परामर्श दात्री संस्था टाटा कंसलटेंट के अधिकारियों के साथ मंत्रणा शुरू कर दी है।उम्मीद जताई जा रही है कि मकर संक्रांति से राम मंदिर निर्माण के काम में तेजी आएगी। इसी दिन से राम मंदिर निर्माण के लिए 11 करोड़ लोगों से सहयोग हासिल करने के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से धार्मिक अनुष्ठान के साथ टोलिया रवाना की जाएंगी।
श्रीराम जन्म भूमि पर बाबा राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते 5 अगस्त को शिलान्यास कर चुके हैं। राम मंदिर के निर्माण और इसकी देख रेख का जिम्मा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास है। जान आस्था और आकांक्षा के अनुरूप राम मंदिर निर्माण के लिए निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में कई दौर की मीटिंग और विचार मंथन हो चुका है। जन्मभूमि पर विश्व का सबसे विशाल प्राचीन नागर शैली में राम मंदिर बनाया जाना है। या मंदिर राजस्थानी लाल बलुआ पत्थर से बनना है। जिसके एक तल से ज्यादा के निर्माण के लिए श्रीराम जन्म भूमि न्यास की ओर से पत्थर तलाशी का काम पूरा कराया जा चुका है। तकनीकी विशेषज्ञों के सुझाव पर पत्थर से बनने वाले मंदिर के लिए बिना लोहे का इस्तेमाल किए हुए फाउंडेशन बनाया जाना है। इस फाउंडेशन के लिए 1 मीटर व्यास के 100 पिलर जमीन के नीचे डालने की योजना बनाई गई है। भार क्षमता और मजबूती मापने के लिए विशेषज्ञों के सुझाव पर ट्रस्ट और निर्माण समिति ने पायल टेस्टिंग कराई है। जिसकी रिपोर्ट पर अभी केंद्रीय भवन निर्माण शोध संस्थान रुड़की, आईआईटी चेन्नई समेत कार्यदाई संस्था लार्सन एंड टूब्रो परामर्श दात्री संस्था टाटा कंसल्टेंसी के विशेषज्ञ मंथन कर रहे हैं।               


सावधान: घर में चीटियों का होना देता है संकेत

हम हर समय चींटियों को नजर अंदाज करते हैं, उन्हें पैरों तले कुचल देते हैं और उन्हें काटने वाले दुष्टों से अधिक कुछ नहीं समझते। लेकिन ऐसा नहीं है। चींटियां भी कुछ न कुछ संकेत देती है। लेकिन हम उसे नहीं समझ पाते हैं। अगर आपके घर में अक्सर लाल चींटियां दिख जाती है या फिर रहती है तो ये यह वास्तु दोष का कारण हो सकता है।दरअसल चींटियां दो प्रकार की होती हैं- लाल और काली। इनमें से लाल को अशुभ और काली को शुभ माना गया है। घर में लाल में चींटियों का होना अशुभ संकेत देता है वहीं घर में मौजूद काली चींटियां बरकत का संकेत देती है।                         


हल्द्वानी में कांग्रेसियों ने ढूंढी मछली, विरोध

हल्द्वानी- कांग्रेसियों ने ढूंढी मछली, ऐसे किया विरोध


हल्द्वानी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों में हो रहे गड्ढों में भरे पानी में मछली ढूंढने का काम किया, राज्य सरकार और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों में हो रहे गड्ढों में भरे पानी में मछली ढूंढने का काम करते हुए विरोध जताया, कांग्रेस जिला महामंत्री हेमंत साहू ने कहा कि इस सरकार और नगर निगम में अधिकारी और जनप्रतिनिधि पूरी तरह नींद में सोए हुए हैं सड़कों में जगह-जगह खड्डे हैं लोग गिर रहे हैं तथा उन्हें चोटें लग रही हैं कई लोग घायल हो गए हैं, बावजूद उसके सड़कों के गड्ढे भरने का नाम नहीं लिया जा रहा है लिहाजा सरकार को नींद से जगाने के लिए आज इस तरह का प्रदर्शन किया गया है और सरकार से मांग की गई है कि तत्काल सड़कों को ठीक किया जाए।               


नियुक्ति-पत्र मिलने से अभ्यर्थियों का हंगामा

बरेली: नियुक्ति-पत्र मिलने से पहले अभ्यर्थियों का हंगामा


सुनील श्रीवास्तव


बरेली। संजय कम्युनिटी हॉल में शनिवार को 490 नवनियुक्त शिक्षकों के नियुक्ति पत्र बांटने का कार्यक्रम आयोजित हुआ। नियुक्ति पत्र बांटने से पहले ही हंगामा हो गया। अभ्यर्थियों ने बीएसए का घेराव किया। नियुक्ति पत्र देने की जिद पर अड़े रहे। किसी तरह बीएसए ने अभ्यर्थियों को समझा कर शांत कराया। कोर्ट के आदेश के बाद 69 हजार शिक्षक भर्ती के सापेक्ष पूरे प्रदेश में 37,723 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटा जाना है। जिसमें बरेली के लिए 490 शिक्षकों को चयनित किया गया। इसमें से 452 अभ्यर्थियों ने ही काउंसलिंग कराई। जिन्हें नियुक्ति पत्र मिलना था। मगर इसमें से 31 शिक्षक ऐसे मिले जिनके नाम और अंकों में गड़बड़ी थी। बीएसए ने इनके नियुक्ति पत्रों को रोक दिया है।नियुक्ति पत्र बांटने से पहले ही यह शिक्षक संजय कमेटी हॉल में पहुंचे और वहां जाकर हंगामा शुरू कर दिया, बीएसए के आते ही उन्हें बीएसए का घेराव किया। बोले उन्हें नियुक्ति पत्र चाहिए। किसी तरह व्यक्ति ने समझाया और कहा कि वह एक एफिडेविट बनवाएं और आकर विभाग में जमा कर दें। इसके बाद ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। फिलहाल अभ्यर्थियों को पीएम के आने का इंतजार है। उधर बीएसए का कहना है कि इनके नाम और अंकों में गड़बड़ी मिली थी। एफिडेविट देने के बाद कमेटी इस पर विचार करके नियुक्ति पत्र देने का आदेश करेगी।               


देश में कोरोना के 36,652 नए मामले

देश में कोविड-19 के 36,652 नए मामले, 96 लाख से ज्यादा संक्रमित


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में शनिवार को कोविड-19 के एक दिन में 36,652 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामले 96.08 लाख के पार चले गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक कुल 90,58,822 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से उबर गए जिससे ठीक होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 94.28 फीसदी हो गई।
मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 96,08,211 मामले हैं। इसके मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में 512 संक्रमितों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,39,700 हो गई है। कोविड-19 के कारण मरने वालों की दर 1.45 फीसदी है। आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 4,09,689 लोगों का इलाज चल रहा है जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.26 फीसदी है।               


नेताओं के साथ बात कर सकते हैं 'पीएम'

किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब खुद ही पिछले दस दिनों से चल रहे किसान आंदोलन के समाधान की कमान थाम ली है। नये कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनरत किसानों के साथ पांचवें दौर की बैठक से पूर्व प्रधानमंत्री ने मंत्रियों की एक अहम बैठक बुलाई। बैठक में किसानों की मांग और उन बिंदुओं पर चर्चा की गई जिस पर किसान संगठनों और सरकार के बीच सहमति बनी है। राजधानी दिल्ली के 7 लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री के साथ हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शामिल रहे। तकरीबन दो घंटे तक चली इस बैठक में किसानों की मांगों पर बिंदुवार चर्चा करते हुए गंभीर चिंतन किया गया। दोपहर दो बजे किसानों और सरकार के बीच आरंभ होने वाली वार्ता से पहले प्रधानमंत्री की अगुवाई में हुई इस बैठक को आंदोलन के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक के बाद कृषि मंत्री तोमर ने उम्मीद जताई कि किसान आंदोलन का रास्ता छोड़ेंगे और सकारात्मक दिशा में सोचकर समाधान की तरफ आगे बढेगें। सूत्रों की माने तो बैठक में प्रधानमंत्री ने इस बात के संकेत दिए हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो वह स्वयं किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। उधर, किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा कि आज आर-पार की लड़ाई करके आएंगे, रोज-रोज बैठक नहीं होगी। आज बैठक में कोई और बात नहीं होगी, सिर्फ कानूनों को रद्द करने के मुद्दे पर ही बात होगी। अगर आज हल नहीं निकलता तो 8 दिसम्बर को प्रस्तावित भारत बंद करेंगे।                 


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...