गुरुवार, 3 दिसंबर 2020

डांसरों की कार नहर में गिरी, 7 की मौत

तिलक समारोह में जा रही डांसरों की कार नहर में गिरी, 3 महिलाओं समेत 4 की मौत ड्राइवर फरार


पटना। बिहार के अरवल जिले में बुधवार की रात एक कार के नहर में गिर जाने से कार पर सवार तीन नर्तकियों सहित चार लोगों की मौत हो गई। इस घटना में एक अन्य नर्तकी घायल हो गई है। जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों नर्तकी लक्ष्मी सुप्रिया मनीषा ओडिशा की रहने वाली बताई जाती है। घटना के बाद से कार चालक फरार है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
अरवल के थाना प्रभारी शंभु प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि एक थियेटर में काम करने वाले कलाकार बुधवार की रात एक कार पर सवार होकर पटना किसी तिलक समारोह में कार्यक्रम प्रस्तुत करने जा रहे थे। इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 139 पर प्रसादी इंगलिश गांव के समीप कार से चालक का नियंत्रण हट गया कार सड़क के किनारे नहर में जा गिरी।
उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन नर्तकी (डांसर) सहित चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान लक्ष्मी कुमारी (25 वर्ष), सुप्रिया कुमारी (27 वर्ष) मनीषा कुमारी (26 वर्ष) लक्की कुमार (32 वर्ष) के रूप में हुई है। इस घटना में एक नर्तकी गंभीर रूप से घायल हुई है। जिसे पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया है।               


मसाला किंग तांगेवाले से बने 'अरबपति'

मसाला किंग महाशय धर्मपाल गुलाटी, तांगेवाले से बने अरबपति, पढ़े सफलता की पूरी कहानी


नई दिल्ली। मसाला किंग कहे जाने वाले एमडीएच ग्रुप के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का निधन हो गया है। 98 वर्षीय महाशय धर्मपाल बीमारी के चलते पिछले कई दिनों से दिल्ली के माता चन्नन हॉस्पिटल में एडमिट थे। महाशय धर्मपाल ऐसे शख्स हैं। जो बंटवारे के बाद भारत आए तांगा चलाकर जीवन यापन शुरू किया और मसालों के शहंशाह बन गए। उन्हें पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया। सियालकोट में जन्म महाशय धर्मपाल का जन्म 27 मार्च, 1923 को सियालकोट ( जो अब पाकिस्तान में है।) में हुआ था। साल 1933 में, उन्होंने 5वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने से पहले ही स्कूल छोड़ दी थी। साल 1937 में, उन्होंने अपने पिता की मदद से व्यापार शुरू किया और उसके बाद साबुन, बढ़ई, कपड़ा, हार्डवेयर, चावल का व्यापार किया।
हालांकि वो लंबे वक्त ये काम नहीं कर सके और उन्होंने अपने पिता के साथ व्यापार शुरू कर दिया. उन्होंने अपने पिता की महेशियां दी हट्टी के नाम की दुकान में काम करना शुरू कर दिया। इसे देगी मिर्च वाले के नाम से जाना जाता था। 1500 रुपये लेकर दिल्ली आये भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद वे दिल्ली आ गए और 27 सितंबर 1947 को उनके पास केवल 1500 रुपये थे। इस पैसों से उन्होंने 650 रुपये में एक तांगा खरीदा और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से कुतुब रोड के बीच तांगा चलाया।
जल्द ही उनके परिवार के पास इतनी संपत्ति जमा हो गई कि दिल्ली के करोल बाग स्थित अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली जा सके। इस दुकान से ही वह लगातार आगे बढ़ते गये। आज उनकी भारत और दुबई में मसाले की 18 फैक्ट्रियां हैं। इन फैक्ट्रियों में तैयार एमडीएच मसाले दुनियाभर में पहुंचते हैं। एमडीएच के 62 प्रॉडक्ट्स हैं। कंपनी उत्तरी भारत के 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जे का दावा करती है। सामाजिक काम में आगे व्यापार के साथ ही उन्होंने कई ऐसे काम भी किए हैं। जो समाज के लिए काफी मददगार साबित हुए। इसमें अस्पताल स्कूल आदि बनवाना आदि शामिल है। उन्होंने अभी तक कई स्कूल और विद्यालय खोले हैं। वे अभी तक 20 से ज्यादा स्कूल खोल चुके हैं।
खुद करते थे। कंपनी के ऐड इस दुकान से मसाले का कारोबार धीरे-धीरे इतना फैलता गया कि धर्मपाल गुलाटी अपने उत्पादों का ऐड खुद ही करते थे। अक्सर उन्हें टीवी पर अपने मसालों के बारे में बताते देखा जाता है। उन्हें दुनिया का सबसे उम्रदराज ऐड स्टार माना जाता था। कैसे तांगेवाले से अरबपति बने 'मसालों के शहंशाह धर्मपाल गुलाटी धर्मपाल गुलाटी ने कहा था। तांगे का काम छोड़कर पूरे परिवार ने फिर से मसाले का काम शुरू किया। हल्दी मिर्च का काम किया. फिर अजमल रोड पर एक दुकान नौ फूट बाइ चौदह फुट की खोली। उसपर मैंने महाशियां दी हट्टी सियालकोट वाले रजिस्टर्ड लिखी। दुकान में किराने का सामान भी रखता था। बिक्री तेजी से बढ़ी। मैंने उस समय विज्ञापन दिया। 
धर्मपाल गुलाटी आगे कहते हैं। मैंने फिर पंजाबी बाग में दुकान ली। उसके बाद खारी बावली में दुकान बनाई। ऐसे ही कारोबार बढ़ता गया। मैं दूसरे जगह मसाला पिसवाता था। लेकिन वहां एक दिन मसाला पीसने वाले ने हल्दी में चना डालकर मिलावट शुरू कर दी। मैंने इसकी शिकायत भी की। वह नहीं माना। लेकिन इमानदारी मेरा सिद्धांत रहा मैंने खुद मसाले की फैक्ट्री खोली। काम काफी तेजी से बढ़ रहा था। मैंने फिर राजस्थान में एक फैक्ट्री लगाई। फिर दुबई और लंदन में काम शुरू किया। पंजाब में कई एजेंसी बनाई।           


इजराइल को सबसे आधुनिक युद्धपोत मिला

नई दिल्ली। ईरान के लिए अब बड़ी मुश्किलें सामने खड़ी होती दिख रही हैं। इजरायल को सबसे आधुनिक एडवांस युद्धपोत मिल गया है। इजरायल में इसे जर्मनी से मंगवाया है। जर्मनी में इस युद्धपोत को शील्ड कहते है। हालाकिं मौजूदा हालातों को देखते हुए इजरायल और ईरान के बीच तनातनी बनी हुई है। ईरान के टॉप न्यूक्लियर साइंटिस्ट की हत्या के बाद ईरान और इजरायल में काफी खींचा-तानी चल रही है। वहीं भूमध्यसागर के तेल के कुओं को लेकर भी दोनों देशों के बीच काफी झंझट होते दिखाई दे रहे है। जर्मनी से आया इजरायल का यह शील्ड यानी युद्धपोत 'द सार-6 कॉर्वेट' श्रेणी का है।


भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज समाप्त हुई

नई दिल्ली/ सिडनी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन दिवसीय वनडे सीरीज समाप्त हो गयी है। वनडे सीरीज पर ऑस्ट्रेलिया ने 2—1 से कब्जा कर लिया। हालांकि, तीसरे वनडे सीरीज में भारत ने जीत दर्ज की। सीरीज का आखिरी मैच बुधवार को कैनबरा में खेला गया, जिसमें भारत ने 13 रनों से जीत दर्ज की। तीसरे वनडे मैच में ​रविंद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या ने मिलकर छठे विकेट के लिए 150 रनों की अटूट साझेदारी कर भारत का स्कोर 302 रनों तक पहुंचाया थे। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 289 रनों पर समेट कर इस दौरे पर भारत को पहली जीत दिलाई।               


ट्वीट को लेकर बैकफुट पर ऑस्ट्रेलिया

सिडनी/ बीजिंग। ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच एक ग्राफिक ट्वीट को लेकर राजनयिक वाकयुद्ध ऑस्ट्रेलिया बैकफुट पर नजर आ रहा है। आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन के सुलह करने वाले स्वरों के बाद वृहस्पतिवार को अंतत: यह विवाद शांत होता प्रतीत हुआ। मॉरिसन ने कहा, ''मेरा और मेरी सरकार का रुख रचनात्मक बातचीत करना है।'' दरअसल चीन ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है। मॉरिसन ने कहा, ''चीन के साथ संबंध दोनों देशों के लिए लाभकारी हैं।'' उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट और वीचैट पर संदेश को लेकर अपने विचार स्पष्ट कर दिए हैं।               


भारत-चीन के सैनिकों की झड़प, साजिश

नई दिल्ली/ बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख में गलवान घाटी पर हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए। एलएसी पर भी संघर्ष पूर्ण स्थिति बन गयी। इस मामले में अमेरिका भारत के समर्थन में खुल कर खड़ा है। वहीं अब अमेरिका के एक शीर्ष आयोग ने वहां की संसद में इस बाबत एक रिपोर्ट दी, जिसमे दावा किया गया कि चीन ने प्लान बनाकर गलवान घाटी में हिंसक झड़प को अंजाम दिया।


गलवान घाटी पर भारत-चीन के सैनिकों की हिंसक झड़प एक साजिश


दरअसल, अमेरिका लगातार चीन पर पड़ोसी देशों के खिलाफ आक्रमक अभियान चलाने का आरोप लगा रहा है। भारत के साथ चीन के विवाद पर भी अमेरिका ने शुरू से अपना पक्ष स्पष्ट रखा, वहीं अब एक वरिष्ठ अमेरिकी आयोग ने यूएस की संसद में चीन पर एक रिपोर्ट दी, जिसमे कहा गया कि चीन जानबूझ कर अपने पड़ोसी देशों को उकसा रहा है और आक्रामक अभियानों को तेज कर रहा है।             


दुनिया में कहीं भी 2 घंटे में पहुंचेंगे 'चीन'

बीजिंग। चीन की तरफ से ध्वनि की गति से करीब 16 गुणा तेज चलने वाले हाइपरसोनिक जेट इंजन तैयार करने का दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह इंजन किसी विमान में लगा दिया जाए तो वह दुनिया में कहीं भी 2 घंटे में पहुंच सकता है।साउथ टाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट को अनुसार, चीन ने इस नए जेट इंजन को नाम दिया है। शोधकर्ता का कहना है कि परंपरागत रनवे ने उड़ान भरने वाले विमानों में भी इस इंजन को फिट किया जा सकता है। गौरतलब है कि ध्वनि की रफ्तार 1234.8 km/h घंटे होती है। बीजिंग की एक सुरंग में इसका जेट इंजन का परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान जेट इंजन सुरंग में हासिल की जा सकने वाली अधिकतम रफ्तार तक पहुंचने में सफल रहा।           


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...