गुरुवार, 19 नवंबर 2020

1.3 मिलियन कच्चे तेल के गिरने का खतरा

कैरेकस। एक ताज़ा मिली जानकारी के मुताबिक़ वेनेजुएला और त्रिनिदाद के बीच, पारिया की खाड़ी में, एक ख़राब और लगभग डूबते तेल टैंकर से 1.3 मिलियन बैरल के करीब कच्चे तेल के समुद्र में गिरने का ख़तरा बन गया है। अगर इस मात्रा में कच्चा तेल समुद्र में गिरता है तो यह मात्रा 1989 के बहुचर्चित एक्सॉन वाल्डेज़ स्पिल के लगभग पांच गुना के बराबर है। टैंकर पेट्रोसुक्रे नामक कंपनी के स्वामित्व में है, जिसका मालिकाना हक वेनेजुएला की राष्ट्रीय तेल कंपनी पेट्रोलिओस डी वेनेजुएला के पास है, जिसकी 74%हिस्सेदारी है, और इटली की ईनी बाकी 25% की मालिक है। त्रिनिदाद और टोबैगो की एनजीओ फिसरमैन एंड फ्रेंड्स ऑफ द सी पिछले कुछ महीनों से इस स्थिति की निंदा करते हुए इस स्थिति के निपटान की मांग कर रही है। अगस्त की शुरुआत में ही इस एनजीओ ने चेतावनी दी थी कि जहाज़ "खतरनाक तरीके से झुक रहा है और इसके पलटने का खतरा बढ़ रहा है"।                   


प्रदूषण फैलाने वालों को टारगेट नहीं किया

राजनीतिक व्यवस्था में किसान,मजदूर और आम जनता का एक विशाल वर्ग सबसे दीन-हीन और कमजोर वर्ग..!


प्रदूषण के असली कारकों को नजर अंदाज कर सारा दोष किसानों के सिर पर मढ़ कर क्या हासिल..!


देश में वर्तमान समय की राजनीतिक व्यवस्था में किसान, मजदूर और आम जनता का एक विशाल वर्ग सबसे दीन-हीन और कमजोर वर्ग है, क्योंकि सत्ता के कर्णधार पूंजीपतियों के लिए ही अपनी सारी नीतियों को बनाते हैं और उसे बिना हिचक के लागू कराने की कोशिश भी करते हैं। सिर्फ प्रदूषण के मसले पर ही गौर किया जा सकता है। ऐसी खबरें आई कि देश के प्रदूषण में किसानों द्वारा जलाई गई पराली का योगदान चालीस फीसद है। क्या इस आंकड़े को सही माना जा सकता है? अब तक के प्रदूषण डाटा के सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार देश के कुल प्रदूषण में बहत्तर फीसद प्रदूषण डीजल-पेट्रोल चालित गाड़ियों से, बीस प्रदूषण कल-कारखानों से और सिर्फ आठ फीसद प्रदूषण में पराली सहित सभी अन्य कारकों से होने वाला प्रदूषण सम्मिलित है।


सवाल है कि आखिर सरकारों के कर्णधार आज तक किसानों को स्वामीनाथन आयोग के सुझावों के अनुसार उनकी फसलों की जायज कीमत (न्यूनतम समर्थन मूल्य) क्यों नहीं देते? केवल इस एकमात्र नीतिगत निर्णय से ही किसानों की आत्महत्या करने और परालीजनित प्रदूषण सहित लगभग अन्य सभी समस्याओं का समाधान हो जाता। दूसरी बात, पराली के निस्तारण का समय से पूर्व समुचित समाधान क्यों नहीं किया जाता है?सरकारें साल भर बिल्कुल नींद की अवस्था में रहतीं हैं। जब किसान अपनी धान की फसल को अगली गेहूं की फसल के समय से बुआई के लिए खेत की साफ-सफाई करने के क्रम में मजबूरी में कटाई से बची पराली (पुआल) को जलाने लगते हैं, तब अचानक सरकारें अपनी कुंभकर्णी नींद से जगतीं हैं! सरकारें किसानों को उनकी फसलों की उत्पादन लागत के अनुसार कीमत न देकर प्रतिदिन किसानों की खुदकुशी के अलावा अब अपने पालित डाटा सर्वेक्षण कार्यालयों के मिथ्या सर्वेक्षणों और किसानों के खिलाफ मनमाफिक फैसलों के जरिए प्रदूषण का मुख्य कारण परालीजनित प्रदूषण को बताने में लगी हैं। प्रदूषण के असली कारकों को नजर अंदाज कर सारा दोष किसानों के सिर पर मढ़ कर क्या हासिल कर लिया जाएगा? सवाल यह भी है कि देश में साठ फीसद तक रोजगार देने वाला कृषि क्षेत्र और अन्नदाता किसानों को पराली को मुद्दा बना कर प्रदूषण का खलनायक बनाने का खेल किसके हित में चल रहा है!


देश को औद्योगिक राष्ट्र बनाने को उद्यत नेता और कथित अर्थशास्त्री अब तक इस देश का कितना विकास कर सके हैं और बेरोजगार युवाओं को कितनी नौकरी दे सके हैं? सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले पैंतालीस सालों में बेरोजगारी अपने सर्वोच्च स्तर पर है! इस दुखद स्थिति में इस देश की ढहती और बदहाल अर्थव्यवस्था की संबल बनी कृषि को भी बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है।


देश का किसान, मजदूर और आम आदमी सबसे कमजोर, असहाय, असंगठित और दरिद्रता से त्रस्त वर्ग है। इसलिए भारतीय समाज के इस अंतिम छोर पर पड़े, किसी तरह अपनी रोटी कमाने-खाने वाले निर्बल समाज को सशक्त, बलशाली और संगठित पूंजीवादपरस्त वर्ग और उनकी संरक्षक सरकारों के कर्णधार अनाप-शनाप आरोप लगा कर उन्हें खलनायक बताने का खेल रच रहे हैं!                                    


नेट ज़ीरो इमारतें बनाना पूरी दुनिया में संभव

दुनिया के लगभग हर हिस्से में नेट-ज़ीरो या नेट-ज़ीरो के करीब बिल्डिंग निर्माण के लिये जरूरी तमाम प्रौद्योगिकी और क्षमताएं पहले से ही मौजूद हैं। यह क्षमताएं विकसित तथा विकासशील, दोनों ही देशों में मौजूद हैं और इनकी लागत भी परंपरागत निर्माण परियोजनाओं की लागत के लगभग बराबर ही है। यह बातें निर्माण क्षेत्र में जलवायु के अनुकूल वैश्विक नवाचार को लेकर हुए एक ताज़ा अध्ययन में सामने आयी हैं। एनुअल रिव्यू ऑफ एनवायरमेंट एंड रिसोर्सेज़ में छपे एक अध्ययन पत्र में कहा गया है कि बिजली, परिवहन और निर्माण क्षेत्रों में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के मामले में सबसे बड़ा अंतर पैदा करने की क्षमता है। यह शोध ऐसे समय पर किया गया है जब हमारे शहर और समाज सामूहिक रूप से यह एहसास करने लगे हैं कि लॉकडाउन के दौरान हम कैसे रहते हैं और कैसे अपने घर का मूल्यांकन करते हैं। दुनिया भर में उत्पन्न होने वाली ऊर्जा संबंधी ग्रीन हाउस गैसों के 39% हिस्से के लिए निर्माण क्षेत्र ज़िम्मेदार है और निर्माण संबंधी सामग्री तैयार करने में निकलने वाले कार्बन पर डेढ़ डिग्री सेल्सियस कार्बन बजट के बाकी बचे हिस्से का लगभग आधा भाग तक खर्च हो सकता है।           


अमेरिका के अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे

कोरोना दुनिया में:अमेरिका के अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे, यहां मरने वालों का आंकड़ा अब 2.56 लाख से ज्यादा


न्यूयॉर्क। दुनियाभर में अब तक 5.65 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.93 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि 13.53 लाख लोगों की जान जा चुकी है। अब 1.58 करोड़ मरीज ऐसे हैं। जिनका इलाज चल रहा है। यानी एक्टिव केस। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका में हालात बद से बदतर होने लगे हैं। यहां के अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे हैं। मरने वालों का आंकड़ा भी 2.56 लाख हो चुका है।
कार पार्किंग में हॉस्पिटल वॉर्ड
‘द गार्डियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के कुछ राज्यों में हालात अब काबू से बाहर होते जा रहे हैं। संक्रमितों का आंकड़ा तो बढ़ ही रहा है। साथ ही मरने वालों की संख्या भी अब काबू से बाहर होती दिख रही है। बुधवार तक यहां कुल मिलाकार 2.56 लाख लोगों की मौत हो चुकी थी। रिपोर्ट के मुताबिक 77 हजार हजार लोग इस वक्त हॉस्पिटल में हैं। नेवादा और मिशिगन जैसे राज्यों में तो स्थिती और भी खराब है। नेवादा के रेनो शहर के अस्पताल में मरीज इतने बढ़ गए कि कार पार्किंग में वॉर्ड बनाना पड़ा। यहां स्टाफ इतने मरीजों को संभाल भी नहीं पा रहा है।
टेनेसी के डायरेक्टर ऑफ क्रिटिकल केयर डॉक्टर एलिसन जॉनसन ने कहा- सही कहूं तो अब हम अवसाद में हैं। और नाउम्मीद होते जा रहे हैं। हम नहीं कह सकते कि कब हालात सुधरेंगे। इसकी फिलहाल कोई उम्मीद भी नजर नहीं आती। मैंने अपने कॅरियर में कभी नहीं सोचा कि इस तरह के हालात से सामना होगा। इदाहो में डॉक्टरों ने साफ कर दिया है। कि सभी मरीजों को बेड दे पाना मुश्किल हो सकता है।
बुधवार को एक न्यूयॉर्क के वेलहेला हॉस्पिटल से एक गंभीर मरीज को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। यहां के मेडिकल स्टाफ ने इसे हाथ हिलाकर विदा किया।
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन नाकाम
अमेरिका में मरने वालों का आंकड़ा 2.56 लाख के पार हो गया है। लेकिन ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन अब भी वायरस को गंभीरता से लेने तैयार नहीं है। देश में महज एक हफ्ते में 15 लाख से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। ट्रम्प की आलोचना पहले से ज्यादा हो रही है। पिछले दिनों जो बाइडेन ने कहा था। अमेरिका में मरने वालों का आंकड़ा पहले से ज्यादा हो सकता है। हमें सख्त और कठोर फैसले लेने होंगे। अमेरिका में संक्रमितों और मरने वालों का आंकड़ा दुनिया में सबसे ज्यादा है। करीब दो हफ्ते से हर दिन औसतन एक लाख केस सामने आ रहे हैं।
बुधवार को न्यूयॉर्क सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने संकेत दिए कि यहां लॉकडाउन लगाया जा सकता है। स्कूल होटल, रेस्टोरेंट्स और बार बंद किए जा चुके हैं। मिनेसोटा में भी आज लॉकडाउन का ऐलान किया जा सकता है। यहां भी कुछ पाबंदियां लागू कर दी गई हैं।                              


दिल्ली के बाद गुजरात सरकार एक्शन में आईं

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। भारत में दोबारा बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकारों ने एहतियात बढ़ा दी है। दिल्ली के बाद अब गुजरात सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। जानकारी के मुताबिक, अहमदाबाद में कल से रात्रि कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा की गई है। यह कर्फ्यू रात 9 से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा। वहीं, राज्य में मरीजों के लिए 900 और बिस्तरों के इंतजाम किए गए हैं।                                       


गाजियाबादः यातायात प्रबंधन के लिए विशेष प्रबंध

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। हर साल की तरह इस साल भी गाज़ियाबाद पुलिस ने छठ पर्व पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। इस बार भी गाज़ियाबाद जिले में छठ पर्व पर मुख्य आयोजन अर्थला हिंडन बैराज, खोड़ा, वैशाली सेक्टर 3-4 और छिजारसी में तैयार किए गए छठ घाटों पर किया जाएगा। इसके लिए पुलिस ने जो ट्रैफिक डायवर्जन लागू किए हैं वे इस प्रकार हैं।                                                    


दिल्ली में मास्क नहीं पहना तो लगेगा जुर्माना

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बिना फेस मास्क के सार्वजनिक जगहों पर घूमने वालों के पर अब ₹ 500 की जगह ₹ 2,000 रुपए जुर्माना लगेगा। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणियों के बाद यह आदेश जारी किए हैं। दिल्ली हाईकोर्ट ने आज सुबह ही दिल्ली सरकार को कोरोना के बढ़ते मामलों पर फटकार लगाई थी। अदालत ने साथ ही यह टिप्पणी भी की है कि दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले में बढ़ रहे हैं और जब हमने राज्य सरकार से सवाल किया तब वो हरकत में आई है।                                       


गाजियाबादः नंबर प्लेट के नाम पर खुली लूट जारी

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जनपद में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट्स के नाम पर खुली लूट जारी है। करोड़ों रुपए के इस खेल के बारे में अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद संबन्धित विभाग और जिलाधिकारी कार्यालय इस ओर से आंखे बंद किए बैठा है। हालांकि वाहन मालिकों को राहत देने के लिए अभी इस मामले में चालान काटने के बारे में उतनी सख्ती नहीं की जा रही है फिर भी परेशान उपभोक्ता दोगुनी कीमत देने के मजबूर हैं। इनमें उन वाहन मालिकों की संख्या ज्यादा है जिन्हें हर दिन काम-काज के सिलसिले में दिल्ली या नोएडा जाना होता है। वहीं परिवहन विभाग के अफसरों का कहना है कि आनलाइन पोर्टल पर जाकर अधिकृत निर्माता से ही एचएसआरपी बुक करें। ज्यादा रकम वसूलने के मामले में शिकायत मिलने पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।                                   


कौशाम्बी: कांग्रेसियों ने मनाई इंदिरा की जयंती

कांग्रेसियों ने धूमधाम से मनाई इंदिरा की जयंती


कौशाम्बी। देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी पदाधिकारी एकत्रित हुए और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन कर उन्हें याद किया। इस मौके पर उपस्थित कांग्रेस नेताओं ने उनके बलिदान को याद करते हुए उस पर चर्चा किया और कहा कि हमें उनके आदर्शों से सीख लेने की जरूरत है। कांग्रेस वक्ताओं ने कहा कि इंदिरा गांधी ने कभी देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया और उनके कार्यकाल में देश सुरक्षित रहा। उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया इस मौके पर जिला अध्यक्ष अरुण विद्यार्थी, तमजीद अहमद, मुमताज सिद्दीकी, अजीत कुमार कुशवाहा, विष्णु सोनी, राजेंद्र त्रिपाठी, शाहिद सिद्धकी, कौशलेश द्विवेदी, देवेश श्रीवास्तव, इजहार अब्बास, मोहम्मद इसहाक, बेनी प्रसाद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।


अजीत कुशवाहा                                 


यूपीः बस दुर्घटना में घायल हुईं तमाम सवारी

रोडवेज बस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर घायल हुए तमाम यात्री


कौशाम्बी। रोडवेज बस चालकों की तेज गति पर नियंत्रण नहीं लग रहा है। रोडवेज के चालक ओवरटेक कर जल्दी पहुंचने के चक्कर में अनियंत्रित तरीके से बसों का संचालन कर रहे हैं। बीते दिनों शहजादपुर के पास रोडवेज बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से दर्जनों यात्री घायल हुए थे। इसके पहले सैनी कोतवाली क्षेत्र के अझुवा के पास रोडवेज बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से दर्जनों लोग घायल हुए थे। बीती रात फिर पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के सल्लाहपुर पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर ओवरटेक के चक्कर में एक रोडवेज बस ट्रैक्टर से भिड़ गई है। हादसा तेज था आधा दर्जन सवारी और चार रोडवेज के स्टाफ इस हादसे में घायल हुए हैं, घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।लापरवाह चालकों पर विभागीय अधिकारी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं जिससे दुर्घटनाएं बढ़ी है।


वाहन जांच के नाम पर ट्रैफिक पुलिस का आतंक

वाहन जांच के नाम पर पुलिस का आतंक


पटरी पर बाइक खड़ी कर सौदा खरीदने गए बाइक का पुलिस ने कर दिया ऑनलाइन चालान


कौशाम्बी। पूरे जिले में विक्रम टेंपो अप्पे प्राइवेट बसें ई-रिक्शा अवैध तरीके से सड़कों पर दौड़ रहे हैं। यह सवारी वाहन सड़क पर वाहन खड़ी कर पूरे दिन सवारियां भरते हैं। लेकिन विक्रम टेंपो अप्पे प्राइवेट बस ई रिक्शा यातायात पुलिस और थाना पुलिस की जांच के दायरे से फिर भी बच जाते हैं। आखिर विक्रम टेंपो अप्पे प्राइवेट बसों ई रिक्शा के गलत होने के बाद भी पुलिस इनका चालान नहीं करती इसके पीछे गंभीर कारण है, वह जन जन की चर्चा में है। इन वाहनों के नंबर लगाने पर भी पूरे दिन वसूली होती है और वसूलने वाले लोग पुलिस के नजदीक दिखाई पड़ते हैं। लेकिन सड़क पर निकलने वाले बाइक सवार ही पुलिस की नजर में सबसे बड़े गुनाहगार होते हैं और बाइकों का चालान कर पुलिस जुर्माने की रकम पूरी करती है छोटे से अपराध पर पुलिस बाइक का चालान कर देती है। अब तो बिना अपराध के भी पुलिस बाइक का चालान कर सरकारी खजाने को भर देना चाहती हैं। ताजा मामला मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र का है। मंझनपुर चौराहे के पास पटरी पर बाइक खड़ी कर बाइक मालिक किराने की दुकान से सामान खरीदने गया था और सामान खरीद कर जब वह वापस घर आ गया। जब घर आने पर उसने मोबाइल में मैसेज देखा तो उसकी बाइक का 1000 रुपए का चालान का मैसेज मोबाइल में मिला है। मैसेज देखकर बाइक मालिक परेशान हो गया है आखिर पटरी पर गाड़ी खड़ी करना कौन सा अपराध है, जबकि मंझनपुर कस्बे में ही पूरे दिन चारों रोड पर बड़े दुकानों के बाहर ग्राहकों की बाइक खड़ी होती है। जिससे जाम भी लगता है। लेकिन उन दुकानदारों को पुलिस कर्रा नहीं करती है। पुलिस के इस तरह जबरिया वाहनों का चालान करने से पुलिस की साख आम जनता के बीच खराब हो रही है जो चिंत्तन का विषय है।


अजीत कुशवाहा                                       


बसपा सुप्रीमो के पिता प्रभु दयाल का निधन

बसपा सुप्रीमो मायावती के पिता प्रभु दयाल का निधन 


बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पिता प्रभु दयाल का निधन हो गया है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की ओर से जारी संदेश में कहा गया है कि स्वर्गीय प्रभु दयाल ने 95 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली है। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नई दिल्ली में होगा।बसपा अध्यक्ष मायावती के पिता का गुरुवार को निधन हो गया। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पिता प्रभु दयाल के निधन पर बहुजन समाज पार्टी के समस्त कार्यकर्ता, पदाधिकारी तथा शीर्ष नेतृत्व की ओर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोक संतप्त परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।                                   


छठपूजाः आईजी संग संगम घाट निरीक्षण किया

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। इलाहाबाद डीआईजी/एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी द्वारा "छठ पूजा पर्व के दृष्टिगत" संगम, अरैल घाट व बलुआ घाट का निरीक्षण कर सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं के सम्बंध में सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान श्रीमान मण्डलायुक्त प्रयागराज महोदय, श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र प्रयागराज महोदय व जिलाधिकारी प्रयागराज मौजूद रहे।                                


28 एडिशनल जजों को राष्ट्रपति ने किया स्थाईंं

इलाहाबाद एचसी के 28 एडिशनल जज हुए स्थाई, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी मंजूरी


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट में कार्यरत 28 एडिशनल जजों को स्थाई जज बनाया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी देते हुए 28 एडिशनल जजों को स्थाई जज के पद पर नियुक्ति दी है। मिनिस्ट्री आफ लॉ एंड जस्टिस की ओर से अधिसूचना जारी की गई है। यह आदेश कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगा। भारत सरकार के ज्वाइंट सेक्रेटरी राजेंद्र कश्यप ने आदेश जारी किया है। 28 एडिशनल जजों से स्थाई जज बनने की लिस्ट में जस्टिस प्रकाश पाडिया, जस्टिस आलोक माथुर, जस्टिस पंकज भाटिया, जस्टिस सौरभ लवानिया, जस्टिस विवेक वर्मा, जस्टिस संजय कुमार सिंह, जस्टिस पीयूष अग्रवाल, जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी, जस्टिस जसप्रीत सिंह, जस्टिस राजीव सिंह, जस्टिस श्रीमती मंजू रानी चौहान, जस्टिस करुणेश सिंह पवार, जस्टिस मनीष माथुर, जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल और जस्टिस रामकृष्ण गौतम को शामिल किया गया है। इनके साथ ही इस लिस्ट में जस्टिस डॉक्टर योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जस्टिस उमेश कुमार, जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, जस्टिस अनिल कुमार नवम्, जस्टिस राजेंद्र कुमार चतुर्थ, जस्टिस मोहम्मद फैज आलम खान, जस्टिस विकास कुमार श्रीवास्तव, जस्टिस वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जस्टिस सुरेश कुमार गुप्ता, जस्टिस सुश्री गांडीकोटा श्रीदेवी, जस्टिस नरेंद्र कुमार जौहरी, जस्टिस राजवीर सिंह और जस्टिस अजीत सिंह एडिशनल जज से स्थाई जज बने हैं।                                 


मत्स्य-पालन हेतु पट्टे विधायक ने कराएंं निरस्त

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार 


हापुड़ः मत्स्य पालन हेतु आवंटित पट्टे को गढ़ विधायक ने कराया निरस्त


हापुड़। जनपद के गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा क्षेत्र के सिंभावली ब्लॉक के ग्राम आगापुर सराय के तालाब में मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन हेतु निविदा निकाली थी। जिसके लिए पूरे गांव के लोगों ने उसका विरोध कियाग्रामीणों का कहना है कि इस स्थान पर उनके देवता बने हुए हैं। इस स्थान पर ऐसा करने से धार्मिक व सामाजिक छवि धूमिल हो रही थी। गांव से सूचना प्राप्त होने पर गढ़मुक्तेश्वर विधायक कमल सिंह मलिक ने वहां पहुंचकर तहसीलदार हापुड़, मत्स्य अधिकारी राजीव शर्मा हापुड़ को बुलाकर पट्टे को तुरंत निरस्त कराया। यहा पर पट्टे धारक द्वारा अवैध रूप से बिजली चोरी की जा रही थी। बिजली विभाग के अवर अभियंता (गोहरा उपकेंद्र) को बुलाकर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विधायक कमल मलिक ने कहा कि योगी सरकार मे किसी भी व्यक्ति को कोई गलत काम नहीं करने दिया जायेगा। विधायक कमल मलिक ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र की जनता के साथ खड़ा हूं, उनको कोई परेशानी नहीं होने दूंगा। यदि कोई गलत काम करने पाया जाता है, तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।                               


तेज रफ्तार का कहर जारी, युवक की हुईं मौत

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण युवक की हुई मौत कुमार 


हापुड़ में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है, तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को मारी टक्कर हुई मौत


हापुड़। बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बाइक पर बैठी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। बाइक सवार पिलखुवा की तरफ से मेरठ की तरफ बाईपास पर जा रहा था।तभी तेज गति से आ रहे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को कराया, पास के निजी अस्पताल में भर्ती मृतक के शव को लिया अपने कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक व्यक्ति की पहचान कराने के लिए पुलिस ने काफी देर तक किया प्रयास नहीं हो पाई। पहचान घायल महिला भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।वही सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने कराया ट्रैफिक सुचारू हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के मेरठ बायपास का मामला।                                                                


अफवाहः 11 लोगों की जहरीली शराब से हुई मौत

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार 


हापुड़ में 11 लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की अफवाह होने से पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप


हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड की गंगानगरी ब्रजघाट 48 घण्टो में 11 लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की की अफवाह होने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अफवाह की पुष्टि करने के लिए एडीएम और एएसपी ने ब्रजघाट पुलिस चौकी पहुंचकर मृतकों के परिजनों से बातचीत कर जानकारी कर गहनता से जांच पड़ताल की है, हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा की गई पूछताछ में सभी मृतकों की मौत बीमारी अथवा हार्ट अटैक से होना बताया गया है। लेकिन अधिकारी भी बारीकी से जांच पड़ताल कर रहे है। दरसल आपको बता दे कि गंगा नगरी ब्रजघाट में 48 घंटे के दौरान 11 लोगों की संदिग्ध दशा में मौत हो गई।जिससे 11 लोगो की मौत से गंगा नगरी में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं आज मौतों के मामले तुल पकड़ लिया ओर लोगों में जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की चर्चा तेज हो गई।जहरीली शराब के सेवन से गंगा नगरी में 11 लोगों की माैत होने की अफवाह से जनपद के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वही आज एडीएम जयनाथ यादव और आबकारी आयुक्त राम मणि नाथ त्रिपाठी, एएसपी सर्वेश मिश्रा, जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र पांडेय, सीओ पवन कुमार, गढ़ आबकारी निरीक्षक सीमा कुमारी ब्रजघाट स्थित पुलिस चौकी पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से जानकारी की है। जहां मृतकों के स्वजनों ने पूछताछ में किसी की मौत हरनियां, किसी की हार्ट अटैक, जबकि किसी की लंबी बीमारी से होने की बात कहीं है। पुलिस ने परिजनों के अलावा आस पास के लोगों के ब्यान भी दर्ज किए है। वहीं पुलिस चौकी में जनपद के आला अधिकारियोें को देखकर गंगा नगरी के लोगों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। वही आबकारी विभाग की टीम ने जगह जगह से ठेकों से शराब के सेम्पल लेकर जाँच शुरू कर दी है। लेकिन मामला संदिग्ध होने के बाद भी किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराया है।                             


देश में कोरोना के 45,576 नए मामले मिलें

देश में कोरोना के 45,576 नए केस आए सामने, 585 लोगों की गई जान 


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिवाली के बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में उछाल देखने को मिल रहा है। देश में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना के 45,576 नए केस सामने आए हैं और 585 लोगों की मौत हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्रा व दिल्ली से सामने आए है। देश में 18 नवंबर तक कुल कोरोना के 12,85,08,389 सैंपल टेस्ट किए गए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक, देश में 18 नवंबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 12,85,08,389 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 10,28,203 सैंपल कल टेस्ट किए गए।                         


दोहरा चरित्र देश की अखंडता के लिए खतरा

कांग्रेस का दोहरा चरित्र देश की अखंडता के लिए खतरा: योगी


हरिओम उपाध्याय


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के संबंध में कांग्रेस का दोहरा रवैया देश की एकता और अखंडता के लिये बड़ा खतरा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कांग्रेस दशकों से राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ करती रही है। कांग्रेस प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से उन तत्वों को उत्साहित करती रही है जो देश के अंदर अलगाववाद और अराजकता को बढ़ावा देते हैं। जम्मू कश्मीर के अंदर कांग्रेस का दोहरा चेहरा देश की जनता के सामने आया है। उन्होंने कहा कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को कभी साकार नहीं होने दिया। कांग्रेस ने धारा 370 को छल से लागू करके जम्मू कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दिया और इसके जरिये देश के अलग अलग हिस्सों में आतंकवाद को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की आभारी है जिन्होने पांच अगस्त 2019 को कश्मीर में धारा 370 को और 35 ए के प्रावधान को समाप्त करते हुये एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना का साकार किया। धारा 370 ने केवल अलगाववाद का कारण थी अपितु जम्मू कश्मीर के विकास में भी बाधक थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धारा 370 को हटाने का उपरांत जम्मू कश्मीर के कुछ नेताओं ने आपसी समझौता किया था जो गुपकार कंनवेंशन कहलता है और इस पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों में क्षेत्रीय दलों के साथी कांग्रेस के भी नेता हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व गृहमंत्री और वित्त मंत्री पी चिंदबरम जम्मू कश्मीर में 370 की बहाली की बात बार-बार करते रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद 370 की बहाली की बात करते है।             


भारत में ग्रीन रिकवरी ला सकती है बढ़त

भारत में ग्रीन रिकवरी ला सकती है जीडीपी में स्थायी बढ़त


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत अगर कोविड की आर्थिक मार से निबटने और उबरने के प्रयासों में पर्यावरण अनुकूल कदम लेगा तो उसकी जीडीपी स्थायी रूप से बढ़ सकती है। केम्ब्रिज युनिवेर्सिटी से जुड़े तीन संस्थानों ने साझा प्रयास से एक रिपोर्ट जारी कर न सिर्फ़ यह कहा है कि पर्यावरण अनुकूल आर्थिक सुधार कदम एक आम रिकवरी स्टिमम्युल्स से बेहतर होते हैं, बल्कि भारत के केस में तो ग्रीन रिकवरी हमेशा के लिए भारत की जीडीपी को बढ़ा सकती है। और रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत में तो यह असर ऐसे होंगे कि 2030 तक कोविड के सभी बुरे असर हमारी अर्थव्यवस्था से हट जायेंगे। कैंब्रिज इकोनोमेट्रिक्स द्वारा बनाई गयी और वी मीन बिज़नेस और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के कॉर्पोरेट लीडर्स ग्रुप द्वारा साझा रूप से प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जहाँ आम रिकवरी स्टिमम्युल्स पैकिज कोविड से पहले की स्थिति पर वापस ले जाने की बात करते हैं,वहीँ ग्रीन रिकवरी हमेशा के लिए सकारात्मक बदलाव का वादा करती है।             


महामारियों के युग से बचना मुश्किलः विशेषज्ञ

वैश्विक रवैये में बदलाव के बिना महामारियों के युग से बचना मुश्किल: विशेषज्ञ 

 

वाशिंगटन डीसी। संक्रामक बीमारियों से लड़ने के लिये वैश्विक रवैये में अगर आमूल-चूल बदलाव नहीं किये गये तो भविष्‍य में महामारियां जल्‍दी-जल्‍दी उभरेंगी। साथ ही वे ज्‍यादा तेजी से फैलेंगी, दुनिया की अर्थव्‍यवस्‍था को और ज्‍यादा नुकसान पहुंचाएंगी और कोविड-19 के मुकाबले ज्‍यादा तादाद में लोगों को मारेंगी। ऐसा दावा है दुनिया के 22 शीर्ष विशेषज्ञों का जिन्होंने आज जैव-विविधता और महामारियों को लेकर एक रिपोर्ट जारी कर यह चेतावनी दी है।

इंटरगवर्नमेंटल साइंस-पॉलिसी प्‍लेटफार्म और बायोडायवर्सिटी एण्‍ड इकोसिस्‍टम सर्विसेज (आईपीबीईएस) द्वारा कुदरत में आ रही खराबियों और महामारियों के बढ़ते खतरों के बीच सम्‍बन्‍धों पर चर्चा के लिये आयोजित एक आपात वर्चुअल वर्कशॉप में विशेषज्ञ इस बात पर सहमत दिखे कि महामारियों के युग से बचा जा सकता है, बशर्ते महामारियों के प्रति अपने रवैये में बुनियादी बदलाव लाकर प्रतिक्रिया के बजाय रोकथाम पर ध्‍यान दिया जाए। बृहस्‍पतिवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 वर्ष 1918 में फैली ग्रेट इंफ्लूएंजा महामारी के बाद से अब तक आयी कम से कम छठी वैश्विक महामारी है। हालांकि इसकी शुरुआत जानवरों द्वारा लाये गये माइक्रोब्‍स से हुई, मगर अन्‍य सभी महामारियों की तरह यह भी पूरे तरीके से इंसान की नुकसानदेह गतिविधियों की वजह से फैली। ऐसा अनुमान है कि स्‍तनधारियों और पक्षियों की विभिन्‍न प्रजातियों में इस वक्‍त 17 लाख ‘अनखोजे’ वायरस मौजूद हैं। उनमें से लगभग 85 हजार ऐसे हैं जो इंसान को संक्रमित करने की क्षमता रखते हैं।                    

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...