मंगलवार, 3 नवंबर 2020

कोरोना की आड़ में आतंक को बढ़ा रहा है पाक

आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कोरोना का फायदा उठा रहा है पाकिस्तान


नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। भारत ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सीमा-पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का फायदा उठा रहा है। उसने साथ ही कहा कि पाकिस्तान भारत के धार्मिक समुदायों के बीच फूट पैदा करने के लिए घृणा पैदा करने वाले भाषणों का बेलगाम इस्तेमाल कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव आशीष शर्मा ने नस्लवाद अन्य संस्कृतियों या देशों के लोगों से घृणा और संबंधित असहिष्णुता के समकालीन प्रारूपों पर विशेष प्रतिवेदक के साथ संवाद को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि पाकिस्तान भारत में केवल एक समुदाय के खिलाफ ही घृणा पैदा करने वाले बयान नहीं दे रहा बल्कि संगठनों, व्यक्तियों और शीर्ष नेताओं के खिलाफ भी ऐसा कर रहा है।
उसने कहा वैश्विक महामारी के कारण दुनिया थम गई है। लेकिन पाकिस्तान ने इस महामारी का फायदा उठाते हुए सीमा पार आतंकवाद के लिए अपना समर्थन और बढ़ाया है। शर्मा ने संयुक्त राष्ट्र मंच पर कहा कि पाकिस्तान ने हमारे देश में हिंसा और असहिष्णुता को बढ़ावा देने की कोशिश करते हुए घृणा पैदा करने वाले बेलगाम भाषण  दिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारे धार्मिक समुदायों के बीच फूट पैदा करने की कोशिश कर रहा है। सौभाग्य से उसकी कोशिशों का किसी पर असर नहीं पड़ा क्योंकि भारत में बहुलवाद और सह-अस्तित्व की परंपरा है। जहां सभी समुदाय एक लोकतांत्रिक ढांचे के तहत सद्भावनापूर्ण तरीके से रह रहे हैं। भारत ने पाकिस्तान से अपील की कि वह अपने देश में सह-अस्तित्व कायम करने की कोशिश करे और अपने लोगों में भेदभाव साम्प्रदायिक हिंसा एवं असहिष्णुता को दूर करे। शर्मा ने कहा कि दुनिया के सामने इस समय केवल कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने की ही चुनौती नहीं है लेकिन गलत सूचना के प्रसार’’ की भी चुनौती है। जिसके कारण घृणा पैदा करने वाले भाषणों के मामले बढ़ रहे हैं। और समुदायों के बीच नफरत बढ़ रही है। उन्होंने कहा भारत सबसे पारदर्शी तरीके से कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ रहा है। और सभी नागरिकों की चिकित्सा सुविधाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित की है।             


अमेरिका में 10 करोड लोगों ने किया मतदान

अमरीका मे 10 करोड़ लोग कर चुके हैं मतदान


वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अभी तक सर्वाधिक करीब 10 करोड़ लोग मतदान कर चुके हैं। और अन्य छह करोड़ के मंगलवार को चुनाव वाले दिन अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की संभावना है।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल पी. मैकडॉनल्ड के अनुसार 1990 के बाद पहली बार रिकॉर्ड 16 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। मैकडॉनल्ड यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट’ का नेतृत्व करते हैं, जो चुनाव पूर्व मतदान पर नजर रखता है। उन्होंने सोमवार को कहा अनुमान है। कि करीब 10 करोड़ लोग मंगलवार सुबह तक मतदान कर चुके होंगे।
उन्होंने कहा कि मतदान का स्तर 2016 से अधिक रहने की संभावना है। उदाहरण के लिए हवाई, टेक्सास और मोंटाना जैसे राज्यों में पहले ही 2016 के मतदान से अधिक वोटिंग हो चुकी है। वहीं नॉर्थ कैरोलाइना, जॉर्जिया, न्यू मेक्सिको, नेवाडा और टेनेसी में सर्वाधिक पूर्व-मतदान हुआ है। जो कि 2016 में हुए मतदान से करीब 90 प्रतिशत अधिक है। अमेरिका में तीन नवम्बर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से है।                   


मॉर्निंग वॉक पर निकले प्रॉपर्टी डीलर की हत्या

लखनऊ में मॉर्निंग वॉक पर निकले प्रॉपर्टी डीलर की हत्या


लखनऊ। राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके में मंगलवार सुबह सैर पर निकले एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई। पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) रईस अख्तर ने बताया कि मोहनलालगंज थाना क्षेत्र के पूरनपुर गांव में सुबह सैर पर निकले बीडीसी सदस्य तथा प्रॉपर्टी डीलर विजय प्रताप पर जीप चढ़ा दी गई। अख्तर ने बताया कि प्रताप के सिर और पैरों में चोट आयी हैं। मौके पर कुछ खाली कारतूस भी मिले हैं। हालांकि शरीर पर गोली मारे जाने का कोई निशान नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि भागने की कोशिश में हमलावर मनोज की गाड़ी पलट गयी जिससे वह घायल हो गया। उसे हिरासत में ले लिया गया है। उसका एक निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
अख्तर ने बताया कि मामले के खुलासे के लिये पुलिस की सात टीमें गठित की गयी हैं। इस घटना से नाराज परिजन ने आरोप लगाया है। कि प्रॉपर्टी के विवाद को लेकर विजय पर गाड़ी चढ़ाने के बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी। बहरहाल पुलिस का कहना है। कि शव के पोस्टमार्टम के बाद ही स्थितियां स्पष्ट हो सकेंगी।                      


दिग्विजय सिंह ने ईवीएम को लेकर ट्वीट किया

दिग्विजय सिंह ने ईवीएम को लेकर के क्या ट्वीट


भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय 
सिंह ने आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर ट्वीट किया है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में कहा कि तकनीकी युग में विकसित देश ईवीएम पर भरोसा नहीं करते हैं। लेकिन भारत और कुछ छोटे देशों में ईवीएम से चुनाव होते हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि विकसित देश क्यों नहीं कराते। क्योंकि उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है। क्योंकि जिसमें चिप है। वह हैक’ हो सकती है। देश में अनेक नेता समय समय पर ईवीएम को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।


28 सीटों पर 3 घंटों में 15 प्रतिशत मतदान

मध्यप्रदेश उपचुनाव 28 विधानसभा सीटों पर तीन घंटों में लगभग 15 प्रतिशत मतदान


भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों के लिए आज सुबह सात बजे सख्त सुरक्षा प्रबंधों और कोविड संबंधी दिशानिर्देशों के बीच मतदान प्रारंभ हुआ। शुरूआती तीन घंटों में औसतन 12 से 15 प्रतिशत मतदान होने की खबरें हैं। यहां पहुंची खबरों के अनुसार मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। कुल 9 हजार 361 मतदान केन्द्रों पर 63 लाख 67 हजार से अधिक मतदाता शाम छह बजे तक अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। मतों की गणना 10 नवंबर को संबंधित विधानसभा क्षेत्र या जिला मुख्यालय पर होगी। उपचुनाव में कुल 355 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। जिनमें 12 मंत्री भी शामिल हैं। मतदान के लिये 13 हजार 115 बैलेट यूनिट, 13 हजार 115 कंट्रोल यूनिट और 14 हजार 50 वीवीपेट जिलों में उपलब्ध कराए गए हैं। मतदान शुरू होने से 90 मिनट पहले उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में मॉकपोल भी हुआ। सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।
पुलिस, मजिस्ट्रेट और मोबाइल टीमें तैनात की गई हैं। कोविड-19 से बचाव की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। मतदान के बाद ईव्हीएम स्ट्रॉंग रूम में लाई जायेंगी। केन्द्रीय प्रेक्षक की उपस्थिति में वीडियोग्राफी करते हुए ईव्हीएम मशीनों को सील किया जायेगा। राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।
इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं। कुल 28 सीटों में से 25 पर संबंधित विधायकों के त्यागपत्र और 03 अन्य पर विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। इन 28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का कब्जा था। उपचुनाव में राज्य के 12 मंत्रियों और कुछ पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी है। पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट (भाजपा, सांवेर) और गोविंद सिंह राजपूत (भाजपा, सुरखी) की किस्मत आज ईवीएम में बंद हो जाएगी।
इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी (सांची), लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एदल सिंह कंसाना (सुमावली), कृषि राज्य मंत्री गिर्राज डंडोतिया (दिमनी), सहकारिता राज्य मंत्री ओपीएस भदोरिया(मेहगांव), ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर), महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी (डबरा) और लोक निर्माण विभाग राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ (पोहरी) की प्रतिष्ठा भी दाव पर है। राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया(बामोरी), बृजेंद्र सिंह यादव (मुंगावली), बिसाहूलाल सिंह (अनूपपुर), राजवर्धन सिंह दत्तीगांव (बदनावर) और हरदीप सिंह डंग (सुवासरा) चुनाव मैदान में हैं।
पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह बौद्ध बसपा के टिकट पर भांडेर से चुनाव मैदान में हैं। वे पूर्ववर्ती दिग्विजय सिंह सरकार में गृह मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा भांडेर से इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर बसपा के पूर्व प्रदेश प्रमुख फूल सिंह बरैया भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बामोरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल भी कांटे की टक्कर में हैं। वे पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रह चुके हैं। दो सौ तीस सदस्यीय राज्य विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 107, कांग्रेस के 87, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। कुल 29 सीट रिक्त हैं, जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दमोह सीट हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह के हाल ही में विधायक पद से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुयी है।               


कुटीर उद्योग क्या है और कैसे करें उधोग ?

कुटीर उद्योग क्या है, इसके कितने प्रकार हैं। क्या महत्व है? आदी के लिए पिछले आर्टिकल को पढ़ सकते हैं।
कुटीर उद्योग का चुनाव कैसे किया जाए? हमारा उद्योग क्या हो जिससे हम व्यापारिक दृष्टि से भी सुदृढ बनें।


ये सवाल बहुत ही महत्वपूर्ण है आज के परिदृश्य में किस प्रकार के उद्योगों को चुना जाना चाहिए। यदी आपका कोई पारंपरिक उद्योग नहीं है, आपको नवीन रूप से किसी उद्योग को प्रारंभ करना है। इसमें जिन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए वो इस प्रकार है।


1. आप स्वयं उस कार्य में कुशल होने चाहिए।
2. आपके उत्पाद की माँग उस बाज़ार में होनी चाहिए जहाँ तक आप अपने उत्पादों को पहुँचा सके। 
3. आपके उत्पाद के लिए कच्चे माल भी आपके आस -पास सुगमता से उपलब्ध हो।
4. बाज़ार में उसकी माँग का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।


आपने कुटीर उद्योग के अनेक प्रकारों के विषय में पढ़ा है जो स्थान और उनके उत्पादन के स्वरूप पर निर्भर करता है। परंतु आज के परिदृश्य में जिस प्रकार ग्लोबलाइजेशन देखने को मिल रहा है। तो वस्तुएं की खपत गाँव और शहरों में एक ही प्रकार से गाँव के लोग भी विलासिता के चीजों का उपभोग उसी तरह करते हैं, जैसे शहर के। तो ये बंधन नहीं रह जाता कि आप गाँव में हैं तो सिर्फ ग्रामीण कुटीर उद्योग को ही अपनाएं। अपने कार्य में कुशल होना:- ये आपके उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है। आपके उत्पाद की गुणवत्ता हीं आपको बाज़ार में बने रहने में मददगार साबित होगी। दूसरी बात कुटीर उद्योग बहुत छोटे लागत से प्रारंभ किया जाता है। इसे आप खुद की मदद से हीं कर सकते हैं।


नजदीकी बाजारों में उत्पाद की माँग।


कुटीर उद्योग में एक कुशल कारीगर खुद निर्माण भी करता है। खुद बाज़ारों तक भी ले कर जाता है ऐसे में वह बहुत दूर नहीं जा सकता है। ऐसे में उसे इस बात का ध्यान रखना चाहिए की अपनें उत्पादों को नजदीक में बेच सके जिससे उसके उत्पादन की छमता का ह्रास बाज़ार ढूंढ़ने में न हो। कच्चे माल की सुगमता से उपलब्धता:- कच्चे माल यदी सुगमता से और आस-पास उपलब्ध न हों ऐसी परिस्थिति में लागत मूल्य बढ़ सकता है जिससे वस्तुओं की बिक्री प्रभावित हो सकती है।बाज़ार में वस्तु की माँग:- उद्योग लगाते समय इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए की आपके उत्पादों की माँग बाज़ार में हो जिससे आपके उत्पाद की ख़पत में सुगमता हो।


अलकायदा के खिलाफ हवाई हमले में 50 ढेर

पेरिस। फ्रांस ने माली में मंगलवार को आतंकवादी संगठन अल-कायदा पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके ठिकानों पर हवाई हमले किए जिसमें 50 से अधिक आतंकवादी ढेर हो गए। फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली ने बताया कि फ्रांस के बरखाने विशेष बलों ने एक अभियान में 50 आतंकवादी मार गिराए। पर्ली ने ट्वीट कर कहा, “तीस अक्टूबर को बरखाने सुरक्षा बलों ने एक अभियान चलाया जिसमें 50 से अधिक आतंकवादी ढेर हो गए तथा इस हमले के दौरान उनके उपकरण और हथियारों को जब्त कर लिया गया।” उन्होंने बताया कि आतंकवादी संगठन को यह एक तगड़ा झटका है।गौरतलब है कि इससे पहले फ्रांस ने वर्ष 2014 में साहेल क्षेत्र में आतंकवादियों से लड़ने के लिए ऑपरेशन बरखाने चलाया था। इस अभियान को 2017 में जी5 सहेल की स्थापना द्वारा दोबारा शुरु किया गया। जी5 में अफ्रीकी संघ द्वारा समर्थित, 5000-मजबूत समूह बुर्किना फासो, चाड, माली, मॉरिटानिया और नाइजर शामिल हैं।                                              


'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...