गुरुवार, 1 अक्तूबर 2020

अफवाहें कैसी-कैसी ? 'संपादकीय'

अफवाहें कैसी-कैसी ?     'संपादकीय'
कोविड-19 कोरोना वायरस के कारण ब्रह्मांड में अफरा-तफरी मची हुई है। ठंडे क्षेत्र अथवा राष्ट्र के लिए यह बहुत कष्ट कारक सिद्ध होगा। कोरोना वायरस को लेकर अलग-अलग तरह की अफवाहें फैल रही है। जिसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि अब मच्छरों से भी संक्रमण फैल रहा है।
 यह एक मोनोपोली है जिसके तहत देश की अधिकांश जनता को पीड़ा और समस्याओं में जीवन यापन करना पड़ रहा है। किंतु उसके बावजूद भी देश का प्रत्येक नागरिक शासन और प्रशासन में विश्वास रखते हुए आगे बढ़ रहा है। लॉकडाउन जैसी व्यवस्था प्रतिस्थापित करने के बाद देश में अपराध इस हद तक बढ़ गया है। जिसका शायद देश के किसी नागरिक को भी अनुमान नहीं था। देश में सामूहिक दुष्कर्म, उसके बाद सामूहिक दुष्कर्म, उसके बाद नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म और प्रशासनिक व्यवस्था का वास्तविक चेहरा देखकर प्रत्येक व्यक्ति का हृदय विचलित और विभोर होना स्वभाविक है। देश की आर्थिक व्यवस्था किस अवस्था से गुजर रही है, यह बात शायद किसी से छिपी नहीं है ? देश का प्रत्येक नागरिक इस बात के प्रति चिंतित है। देश के राष्ट्रपति को जन्मदिन की शुभकामना दी गई है। लेकिन राष्ट्रीय समस्याओं को लेकर किसी प्रकार का कोई मनन नहीं किया जाता है। केवल नीतियों को जनता पर लादने का कार्य किया जा रहा है। क्या भारत की जनता नरेंद्र मोदी की गुलाम है ? शायद इस गलतफहमी को पालने की गलती देश के प्रधानमंत्री ने कर ली हैं। देश की जनता लोकतांत्रिक व्यवस्था में निर्मित संविधान के अनुसार सहयोग कर रही है। देश में जनता का शासन है, जनता को पीड़ित करने के लिए किसी को शासक नहीं बनाया जाता है, यही लोकतांत्रिक व्यवस्था का सिद्धांत होता है। इसके बावजूद देश में अपराधिक गतिविधियां किस प्रकार से और किस दर से बढ़ रही है ? इसके अनुपात को देखकर मन भयभीत हो जाता है। इस प्रकार की सरकार जो महिलाएं, युवती और नारी समाज के प्रति समर्पित भाव के अनुसार कार्य नहीं कर रही है। ऐसी सरकार से क्या उम्मीद, क्या अपेक्षा की जा सकती है ? देश की जनता न सोई हुई है और न मुर्दा है। इसके बावजूद भी समर्पण की भावना के साथ देश के शासकों के साथ खड़ी हुई है। आखिर किस प्रकार के दंड का दंश जनता झेल रही है। सरकार की उदारवादी नीतियां राष्ट्र के कष्ट का कारण बनेगी। 
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'                  


दशहराः उत्सव नहीं होगा, ना बड़ा आयोजन

इस बार दशहरा उत्सव में नहीं होगा कोई बड़ा आयोजन, प्रतीकात्मक रूप से रावण के पुतले का होगा दहन।


सुप्रिया पांडे


रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इस बार दशहरा उत्सव में कोई बड़ा आयोजन होने का आसार नजर नहीं आ रहा है। जिला प्रशासन के साथ देर शाम रावण दहन समिति के पदाधिकारियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि दशहरा उत्सव का कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से पुतला दहन का कार्यक्रम किया जाएगा।
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी के मैदान में रावण के पुतले का कद भी घटा दिया जाएगा। कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले इस बार नजर नहीं आएंगे। परंपरा को बनाए रखने के लिए पूजा पाठ के साथ प्रतीकात्मक पुतला का दहन होगा। बता दें कि हर बार डब्ल्यूआरएस मैदान में भव्य कार्यक्रम किया जाता था।
इस मामले में एडीएम विनीत नंदनवार ने बताया कि सभी प्रमुख समितियों के साथ बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें से कुछ ने रावण दहन न करने का फैसला लिया है। साथ ही कुछ लोगों ने प्रतीकात्मक रूप से पुतला दहन करने का फैसला लिया है। आज शाम तक व्यापारी लैटर पैड में जिला प्रशासन को अपनी राय देंगे। उसके बाद आदेश जारी किया जाएगा।             


सोने-चांदी में फिर आई भारी गिरावट

नई दिल्ली। सोने-चांदी की कीमतों में सुबह अच्छी-खासी गिरावट देखी गई है। एमसीएक्स पर दिसंबर का सोना वायदा 0.5 फीसदी गिरकर 50,386 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। तीन दिनों में यह सोने की दूसरी गिरावट है। वहीं चांदी की बात करें, तो एमसीएक्स पर चांदी वायदा दो फीसदी लुढ़ककर 61,267 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। पिछले सत्र में, सोना एक फीसदी यानी लगभग 500 रुपये बढ़ गया था, जबकि चांदी 1,900 रुपये प्रति किलोग्राम महंगी हुई थी। सात अगस्त के 56,200 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोने में काफी उतार-चढ़ाव आया है। इस हफ्ते की शुरुआत में यह 49,500 रुपये से नीचे चला गया था।                  


अखरोट सेहत के लिए है बहुत गुणकारी

अखरोट में कई प्रोटीन्स, विटामिन्स, फैट्स और मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर को पोषण प्रदान करने में कारगर होते हैंअखरोट शरीर में थर्मोजेनिक प्रभाव पैदा करता है, जिससे हृदय की धमनियों में जमा हुआ वसा घुलनशील अवस्था में आकर धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। इस तरह से आपके हृदय को शरीर में रक्त संचार के लिए अधि‍क मेहनत नहीं करनी पड़ती।अखरोट में प्राकृतिक मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें जिंक, कॉपर, फास्फोरस, आयरन और कैल्शि‍यम जैसे तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो आपके शरीर के आंतरिक अंगों को पोषि‍त कर उन्हें बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं।अखरोट की 100 ग्राम मात्रा में लगभग 600 कैलोरी होती है। इसे खाने से शरीर को अत्यधि‍क एनर्जी मिलती है। आपके जानकर आश्चर्य होगा कि यह वजन घटाने के लिए भी बेहतरीन है, क्योंकि इसकी थोड़ी मात्रा भी आपको विटामिन पी, एफ, सी, विटामिन बी9, बी2 और विटामिन ए मिलता है, वह भी भरपूर एनर्जी के साथ।इन सभी विटामिन और मिरनल्स के अलावा अखरोट फैटी एसिड, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का भी एक बेहतरीन स्त्रोत है, जो आपके मस्तिष्क के अंगों के लिए फायदेमंद है और यादददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं।               


ना झुकेंगे के हटेंगे, हक लेकर रहेंगे

‘ना झुकेंगे ना हटेंगे, अपना हक लेकर रहेंगे’ – लोहिया पार्क के निवासियों का धरना अविरल जारी।


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। नंदग्राम के लोहिया विहार और शांति नगर में गाज़ियाबाद नगर निगम राजनीतिक ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए घर तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है। लोहिया विहार एवं शांति नगर के लोगों ने भी निगम की इस कार्रवाई के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। वार्ड-6 की पार्षद मायादेवी की अगुवाई में दोनों कॉलोनियों के लोग बुधवार से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, वे ना तो झुकेंगे और ना ही धरने से हटेंगे। गौरतलब है कि नंदग्राम में 101 मकानों पर ध्वस्तीरकण की तलवार लटकी है।
राजनीतिक प्रशिक्षण केंद्र बनाने के लिए पहले चरण में ग्यारह मकानों को तोड़ा जाना है। नगर निगम साफ कर चुका है कि ये मकान हर कीमत पर तोड़े जाएंगे। उधर, कालोनी के लोग लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। बुधवार से लोहिया विहार और शांति नगर के लोगों ने धरना भी शुरू कर दिया है। धरने की अगुवाई कर रहीं पार्षद मायादेवी का कहना है कि हम किसी भी कीमत पर अपना हक नहीं छोड़ेंगे, चाहे नगर निगम का बुलडोजऱ उनके ऊपर से गुजऱे, वे धरने से नहीं हटेंगे।
पार्षद मायादेवी ने कहा कि कॉलोनी के लोगों ने जमीन नगर निगम से नहीं खरीदी बल्कि किसानों से जमीन को खरीदा गया है। अगर कॉलोनी की जमीन एलएमसी की है तो उसमें नगर निगम के अधिकारी दोषी हैं। उन्होंने कहा कि लोहिया विहार और शांति नगर की जमीन की रजिस्ट्री तहसील में कराई गई, नगर निगम यहां के मकानों से हाऊस टैक्स वसूल रहा है, खड़ंजे और सड़कें नगर निगम ने ही कालोनी में बनाई हैं। बिजली के खंभे लगाकर बिल वसूले जा रहे हैं। आज बीस साल बाद नगर निगम को याद आ रहा है कि कालोनी एलएमसी की जमीन पर बसी हुई है।
मायादेवी ने कहा है कि लोहिया विहार और शांतिनगर के लोगों को जमीन के बदले जमीन दी जाए। जिन लोगों के मकान तोड़े गए हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाए। कोई भी अन्य कीमत उन्हें कबूल नहीं है। इस दौरान धरनास्थल पर बैठे लोग नगर निगम विरोधी नारे भी लगाते रहे हैं।             


'ट्विटर किलर' ने 9 हत्याओं की बात कबूली

टोक्यो। जापान की एक अदालत में 'ट्विटर किलर' ने नौ लोगों की हत्या की बात कबूल कर ली, यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी है। शख्स ने बुधवार को कोर्ट में हत्या की बात को कबूल कर लिया, लेकिन 29 साल के ताकाहिरो शिरीषी के वकीलों ने कहा कि उस पर लगे चार्ज को कम करना चाहिए, क्यों कि उसने उन्हीं लोगों को मारा था, जिन्होंने सोशल मीडिया पर खुद आत्महत्या की इच्छा जताई थी।                


हाथरस कांड में सुप्रीम कोर्ट करें कार्रवाई

हाथरस कांड में सुप्रीम कोर्ट करे कार्रवाई: बसपा।


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने हाथरस दुष्कर्म कांड में उच्चतम न्यायालय से कार्रवाई करने की मांग करते हुए गुरुवार को कहा कि दुष्कर्म पीडिता के शव को उसके परिजनों को नहीं सौंपना राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका में सन्देह पैदा करता है।
मायावती ने यहां कहा कि उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा दलित पीड़िता के शव को उसके परिवार को न सौंपकर उनकी मर्जी के बिना और उनकी गैर-मौजूदगी में ही कल आधी रात को अन्तिम संस्कार कर देना लोगों में काफी संदेह तथा आक्रोश पैदा करता है। बसपा पुलिस के ऐसे गलत रवैये की कड़े शब्दों में निन्दा करती है।
उन्हाेंने कहा, " अगर माननीय उच्चतम न्यायालय इस संगीन प्रकरण का स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर होगा, वरना इस जघन्य मामले में उत्तरप्रदेश सरकार तथा पुलिस के रवैये से ऐसा कतई नहीं लगता है कि गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद भी उसके परिवार को न्याय तथा दोषियों को कड़ी सजा मिल पाएगी।"               


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...