राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। बसों पर 50 प्रतिशत सवारियां ले जाने की रोक हटाई। मास्क पहनने का पालन सख्ती के साथ करना होगा
चंडीगढ़। तेल की कीमतों में भारी वृद्धि होने के कारण सार्वजनिक यातायात की बेबसी के कारण पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मिनी बसों समेत सभी बसों में सवारियां लेजाने की क्षमता पर लगाई गई रोक को हटाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि बसों में सफर के दौरान प्रत्येक सवारी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
मुख्यमंत्री के यह ऐलान आज हरियाऊ खुर्द के एक निवासी द्वारा बसें न चलने के कारण पातड़ां आने-जाने में आ रही समस्याओं के सम्बन्ध में किये सवाल का जवाब देते हुए किया। राज्य सरकार ने इससे पहले कोविड के संकट के कारण 50 प्रतिशत सवारियों की क्षमता के साथ बसें चलाने की आज्ञा दी थी। कैप्टन को सवाल’ नामक प्रोग्राम की अगली लड़ी के अंतर्गत आज के फेसबुक लाईव के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको पता चला है कि इससे होने वाले वित्तीय घाटे खासकर डीजल और पेट्रोल की रोजाना बढ़ रही कीमतों के कारण निश्चित की गई क्षमता के साथ बसें चलाने से इन्कार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सफर के दौरान मास्क पहनने का सख्ती से पालन करने की जरूरत पर जोर दिया क्योंकि मास्क से कोविड का फैलाव 70 प्रतिशत तक घट सकता है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढऩे के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी इस संबंधी पहले ही प्रस्ताव पास कर चुकी है और उनको उम्मीद है कि केंद्र सरकार यह वृद्धि वापस लेगी। वहीं कैप्टन सरकार ने मिनी बसों के परमिट के लिए आवेदन करने का समय 15 जुलाई तक बढ़ा दिया है।