शुक्रवार, 22 मई 2020

51 शहरों के लिए एयर इंडिया भरेगी उड़ान

नई दिल्ली! 51 शहरों के लिए इंडिगो एयरलाइन की बुकिंग शुरू हो गई है! एयर इंडिया ने भी ट्वीट करके कहा है कि आज दोपहर 13.30 बजे से घरेलू उड़ानों की बुकिंग शुरू हो जाएगी! अन्य किसी भी एयर लाईन की बुकिंग अभी तक शुरू नहीं हुई है! डाइरेक्टर जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन की ओर से सभी एयर लाइंस को रूट और स्टेशन चार्ट दे दिया गया है! अब एयर लाइंस ख़ुद तय करेंगी की उन्हें किस रूट पर सेवाएं शुरू करनी है और उसके लिए बुकिंग कब से शुरू करें. कुल 8 एयरलाइंस को रूट एलॉट हुआ है जिनमें शामिल हैं- एयर इंडिया, एयर एशिया, एलायंस एयर, गो एयर, इंडिगो, स्पाइस जेट, ट्रू जेट, विस्तारा!





 

बता दें कि 25 मई को देश में घरेलू विमान सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी यानी डॉमिस्टिक एयर ट्रैवल को खोल दिया जाएगा. इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने फाइनल एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के तहत गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इसमें बताया गया है कि 25 मई से घरेलू यात्रियों को किन-किन नियमों का पालन करना होगा.

 

क्या हैं नई गाइडलाइंस

 

- घरेलू यात्रा के लिए पैसेंजर्स को 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना जरूरी है.

- एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग करने के बाद ही अंदर एंट्री होगी.

- 14 साल से अधिक उम्र वाले पैसेंजर्स के लिए फोन में आरोग्य सेतु ऐप जरूरी है. आरोग्य सेतु में अगर ग्रीन नहीं दिखा तो एंट्री नहीं मिल पाएगी.

- यात्रियों को अपनी पर्सनल गाड़ी या आधिकृत टैक्सी सर्विस का उपयोग करना होगा.

- यात्रियों को ट्रॉली के उपयोग को कम से कम करना होगा.

- यात्रियों को बिना लाइन के बोर्डिंग पास मिलेगा.

सभी पैसेंजर्स को मास्क और ग्लव्स पहनना जरूरी होगा. जिनकी फ्लाइट के डिपार्चर में 4 घंटे का समय बाकी है उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में एंट्री करने दी जाएगी. इससे ज्यादा समय वालों को एयरपोर्ट बिल्डिंग में एंट्री नहीं दी जाएगी.

नॉन पीजी के 282 पदों पर वैकेंसी निकाली

नई दिल्ली! सफदरजंग हॉस्पिटल व वीएमएमसी, दिल्ली की ओर से जूनियर रेजिडेंट (नॉन-पीजी) एमबीबीएस के पदों पर 282 वैकेंसी निकाली गई हैं। ये भर्तियां कॉन्ट्रेक्ट आधार पर की जाएंगी। इच्छुक उम्मीदवार 25 मई से 31 मई के बीच अपना आवेदन पत्र ao.academic@vmmc-sjh.nic.in पर भेजकर एप्लाई कर सकते हैं।


शैक्षणिक योग्यता
– आवदेक के पास एमबीबीएस डिग्री हो और दिल्ली मेडिकल काउंसिल (डीएमसी) में वह रजिस्टर हो।
– आवेदक ने अपना इंटर्नशिप 1 जुलाई 2016 को या उसके बाद पूरी की हो।


उन आवेदकों को स्वीकार नहीं किया जाएगा जिन्होंने किसी सरकारी अस्पताल में एक वर्षीय (नॉन पीजी) जूनियर रेजिडेंसी किया हुआ है। ऐसे में इन्हें आवेदन करने की जरूरत नहीं है।


कृषक कल्याण शुल्क में दी बड़ी राहत

मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण निर्णय कृषक कल्याण शुल्क में बड़ी राहत  

 

जयपुर! मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कृषक कल्याण शुल्क को लेकर खाद्य पदार्थ से जुड़े प्रदेशभर के व्यापारियों एवं उद्योगों की चिंताओं को समझते हुए उन्हें राहत देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय किया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ज्वार, बाजरा, मक्का, जीरा, ईसबगोल सहित जिन कृषि जिंसों पर मंडी शुल्क पचास पैसा प्रति सैकड़ा है उन पर कृषक कल्याण शुल्क की वर्तमान दर दो रूपए प्रति सैकड़ा के स्थान पर पचास पैसा प्रति सैकड़ा प्रभारित की जाए। इसी प्रकार तिलहन-दलहन, गेहूं सहित जिन कृषि जिंसों पर मंडी शुल्क की दर एक रूपया तथा एक रूपया 60 पैसा प्रति सैंकड़ा है उन पर भी वर्तमान में प्रभारित दो रूपए प्रति सैकड़ा के स्थान पर एक रूपया प्रति सैकड़ा प्रभारित की जाए। ऊन को कृषक कल्याण शुल्क से मुक्त रखा जाएगा। 

 

श्री गहलोत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर खाद्य पदार्थ के कारोबार से जुड़े प्रदेशभर के व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद यह निर्णय किया। इससे पहले इस संबंध में उन्होंने बीते दिनों हुई वीडियो कॉफ्रेंस के दौरान मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, उद्यमियों से भी राय जानी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषक कल्याण शुल्क के कारण उद्योगों एवं व्यापारियों को हो रही तकलीफ का एहसास राज्य सरकार को है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के खाद्य पदार्थ से जुड़े कारोबारियों एवं कृषि प्रसंस्करण उद्योगों को राहत मिलेगी। प्रतापगढ़, झालावाड़, बांसवाड़ा, जालौर, सिरोही, कोटा, बारां, भरतपुर, धौलपुर, अलवर सहित प्रदेश के अन्य सीमावर्ती जिलों में पड़ोसी राज्यों के मुकाबले दरों का अंतर कम होगा और उन्हें प्रतिस्पद्र्धात्मक रूप से व्यापार करने में आसानी होगी। व्यापार बढ़ने से राज्य सरकार का राजस्व बढ़ेगा साथ ही करापवंचन भी रूक सकेगा।  

 

श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कृषि प्रसंस्करण उद्योगों एवं कृषि व्यवसाय को प्रोत्साहित किए जाने की दृष्टि से राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति लाई गई है। कृषि जिंसों पर प्रभारित होने वाली दरों को औचित्यपूर्ण किए जाने से कृषि प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और वे अन्य राज्यों की तुलना में प्रतिस्पद्र्धात्मक हो सकेंगे। इन उद्योगों को बढ़ावा मिलने से किसानों को भी अपनी उपज उचित दरों पर बेचने के अधिक अवसर मिल सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस दौर में प्रदेश के व्यापारी वर्ग ने हमारे ‘कोई भूखा न सोए‘ के संकल्प को साकार करने में पूरी मदद की है। राज्य सरकार ने मंडी व्यापारियों के हित में पूर्व में कई निर्णय किए हैं। हमारा हमेशा यह प्रयास रहा है कि प्रदेश में कारोबार को बढ़ावा मिले और ईमानदारी से व्यापार करने वाले लोगों को प्रोत्साहन मिले। चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि आढ़तियों की वाजिब मांगों के प्रति सरकार का नजरिया संवेदनशील है। मुख्यमंत्री कोरोना से निपटने के लिए लगातार सभी वर्गों के हित में निर्णय ले रहे हैं। यह उनके कुशल प्रबंधन का ही परिणाम है कि राजस्थान ऎसी चुनौती का मजबूती से सामना कर पा रहा है। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष श्री बाबूलाल गुप्ता एवं अन्य सभी प्रतिनिधियों ने संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंद वर्गों के हित में लिए गए निर्णयों पर आभार व्यक्त किया। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य, कृषि विपणन विभाग के निदेशक श्री ताराचंद मीणा भी उपस्थित थे।

पानीपत में बढ़ रहा है कोरोना का कहर

पानीपत! पानीपत में एक बार फिर कोरोना का कहर देखने को मिला है।अब एक साथ चार कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसमें एक आढ़ती के परिजन हैं जिनको कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले आढती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। आढ़ती का दिल्ली की ट्रैवल हिस्ट्री है।


जानकारी के मुताबिक ये कोरोना पॉजिटिव समालखा के आढ़ती के परिजन है। इसमें एक महिला और दो बच्चे शामिल है। वहीं न्यू दलबीर कोॉलोनी के एक शख्स की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। यह शख्स भी दिल्ली से आया था


अन्य राज्यों में नही होगा रोडवेज का संचालन

चंडीगढ़! हरियाणा रोडवेज की बसों का संचालन प्रदेश से दूसरे राज्यों में नहीं होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री की तरफ से आदेश जारी किये गए हैं। इसे लेकर गृहमंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बातचीत हुई। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।


गृह मंत्री अनिल विज ने सीएम को बताया कि फिलहाल दूसरे प्रदेशों में बस चलाने से नुकसान अधिक होगा और फायदा कम। क्योंकि बाहर से बड़ी संख्या में आने वाले यात्रियों की जांच करना आसान नहीं होगा। यात्रियों की संख्या अधिक होने से दिक्कत बढ़ सकती है। इससे प्रदेश में कोरोना के केसों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए बसों को फिलहाल दूसरे प्रदेशों में न भेजा जाए।


गृह मंत्री के सुझाव को सीएम मनोहर लाल ने मान लिया है। गृह मंत्री ने बताया कि इस संदर्भ में सीएम ने परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से भी बात की है और सरकार ने दूसरे प्रदेशों में बसें भेजने का निर्णय फिलहाल टाल दिया है।


मंगलवार को परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने हिमाचल, जम्मू कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि को पत्र लिखकर बसें चलाने के लिए एनओसी मांगी थी, ताकि रोडवेज की बसें इन प्रदेशों में भी चलाई जा सके। अब नए निर्णय के बाद बसें दूसरे प्रदेशों में नहीं जा सकेंगी।


युवक की आठवी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

दड़ौली! हिसार के दड़ौली गांव के कोरोना पॉजिटिव युवक को लेकर डॉक्टर असमंजस की स्थिति में है। दरअसल युवक की आठवीं काेरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। ऐसे में इसे लेकर सब हैरान है। कभी नेगेटिव तो कभी पॉजिटिव रिपोर्ट आने को लेकर अब पीड़ित व्यक्ति ने भी जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।


आमतौर पर जब किसी की कोरोना पॉजिटिव केस की दो रिपोर्ट लगतार नेगेटिव आ जाए तो उसे नेगेटिव ही मान लिया जाता है और अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज भी कर दिया जाता है। दड़ौली गांव के पॉजिटिव युवक के साथ ऐसा नहीं है। इस युवक की शुरूआती तीन रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद चौथी और पांचवी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मगर छठी और सातवीं रिपोर्ट के बाद अब आठवीं रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आई है। ऐसे में डॉक्‍टर हैरान हो गए हैं।


इससे भी हैरानी वाली बात तो ये है कि युवक में कोरोना के लक्षण नहीं है। वह स्‍वस्‍थ है। डॉक्‍टरों का कहना है कि युवक की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद ज्‍यादा है। वह कोरोना से मुक्‍त भी नहीं हो रहा है तो वहीं बीमार भी नहीं है। ऐसे में यह केस बेहद जटिल हो गया है। एक महीने का वक्‍त बीतने काे है मगर युवक की रिपोर्ट कभी पाॅजिटिव तो कभी नेगेटिव आ रही है। युवक का इलाज अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।


दड़ौली निवासी कोरोना पॉजिटिव युवक का शरीर कोरोना से लड़ रहा है। युवक के इम्यून सिस्टम के सामने कोरोना कमजोर हो रहा है। गौरतलब है कि दड़ौली निवासी 29 वर्षीय युवक गाजियाबाद से लौटा था। जिसके चलते उसने सिविल अस्पताल में कोरोना की जांच करवाई थी। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद से वह अग्रोहा मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल है।


युवक की लगातार तीन रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी, इसके बाद उसकी चौथी रिपोर्ट नेगेटिव रही। वहीं उसकी पांचवी रिपोर्ट भी नेगेटिव रही थी, लेकिन डाक्टरों ने अग्रोहा मेडिकल में भी उसके सैंपल की जांच की थी, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी। इसके बाद दोबारा से उसकी जांच की गई तो छठी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और अब सातवीं भी पॉजिटिव रिपोर्ट आने से युवक मायूस है।


उसका कहना है उसे लगा था कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आ जाएगी और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे पहले भी दड़ौली का कोरोना पॉजिटिव युवक विवादों में आ चुका है। पॉजिटिव मिलने पर आइसोलेट करने पर युवक ने फेसबुक पर लाइव आकर उपचार प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए थे। सैंपल लेने के बाद घर जाने देने की बात को लेकर युवक ने व्‍यवस्‍था को घेरा था। युवक ने कहा था कि कुछ सरकारी अस्‍पतालों में तो साबुन तक नहीं है। दूसरा उसे कोई संभाल तक नहीं रहा है तो उसके परिजनों को भी परेशान कर रखा है। यह वीडियो प्रदेशभर में वायरल हो गई थी।


युवक ने तब खुद को पूरी तरह से स्‍वस्‍थ भी बताया था। अब रिपोर्ट फिर से पॉजिटिव आने पर वह मायूस हो गया है


नुकसान के साथ, राहत-बचाव की समीक्षा

नई दिल्ली! कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने आज ओडिशा और पश्चिम बंगाल के चक्रवात एम्फन से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को लेकर संबंधित राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों से जानकारी ली। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकारी भारत सरकार के हवाले से दी है। राहत और बचाव कार्यों के प्रयासों की समीक्षा करते हुए उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्य सरकारों के साथ संपर्क में रहने का और सभी आवश्यक सहायता शीघ्रता से प्रदान करने निर्देश दिया। 


बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात एम्फन के कारण बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण कोलकाता एयरपोर्ट एक हिस्सा डूब गया है। गौरतलब है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में  एम्फन से भारी तबाही हुई है। बंगाल में इससे 12 लोगों की मौत हो गई है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव भी हो गया। चक्रवात एम्फन बुधवार को दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा। इस दौरान 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई, बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...