रविवार, 17 मई 2020

मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


आसमान में दिखाई दे रहा 'शुक्र ग्रह'

नई दिल्ली। शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में आसानी से लोगों को नजर आ रहा है। आसमान में जब भी रात के वक्त चांद देर से दिखाई देता है या कई बार नहीं भी दिखता है तो शुक्र ग्रह एक अकेला ऐसा तारा है जो सबसे ज्यादा चमकीला नजर आता है। बता दें आसमान में सूरज और चांद के बाद शुक्र ग्रह तीसरा सबसे ज्यादा चमकदार ओब्जेक्ट है।


शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में नजर आ रहा है। हालांकि, जल्द ही ग्रह अपनी जगह बदलेंगे और ऐसे में शुक्र ग्रह आसमान में नजर आना बंद हो जाएगा। इस वजह से शुक्र ग्रह जल्द ही आसमान से गायब होने वाला है।28 अप्रैल को यह ग्रह आसमान में सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई दिया था और मई के अंत तक यह आसमान में दिखाई देगा। अर्थस्काय कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 3 जून को शुक्र ग्रह पृथ्वी और सूरज के बीच से गुजरेगा और इस वजह से यह पूर्वी आकाश में सूर्य उदय से कुछ देर पहले दिखाई देगा और इसके बाद गायब हो जाएगा। आप चाहें तो शुक्र ग्रह को मई के महीने में रोज रात को देख सकते हैं।


हालांकि, इसे टेलीस्कोप से देखना एक अच्छा आइडिया है क्योंकि ऐसा करने से आप काफी साफ-साफ इस ग्रह को देख पाएंगे. टेलीस्कोप से यह आपको अर्धचंद्राकार का दिखाई देगा और काफी बड़ा नजर आएगा। लेकिन अगर आपके पास टेलीस्को नहीं है तो भी आपको इसे देखने का मौका नहीं गवाना चाहिए।


27 मई को दिखेगा 'हरे बर्फ' का गोला

नई दिल्ली। साल 2020 कई अजीबोगरीब घटनाओं के लिए याद रखा जाएगा। साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग से शुरू हुई थी। इसके बाद तो चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने जो तांडव शुरू किया, उसका असर ऐसा हुआ कि दुनिया के कई देश लाशों के ढेर में बदल गया। इस बीच अप्रैल से अंतरिक्ष में भी हलचल शुरू हो गए। 29 अप्रैल को तो अंतरिक्ष से गिरने वाले एक उल्कापिंड से दुनिया के खत्म होने की भी बात आई। हालांकि, ये उल्कापिंड पृथ्वी के नजदीक से गुजर गया। इसके बाद से अभी तक कई छोटे उल्कापिंड आए दिन अंतरिक्ष से पृथ्वी पर गिर ही रहे हैं। अब सूरज से एक विशाल धूमकेतु पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु को एस्ट्रोनॉमर ने अप्रैल में ही ढूंढा था। इसकी तस्वीरें  NASA/ESA के मॉनेटरिंग स्पेसशिप से ली गई। कहा जा रहा है कि जब ये धूमकेतु जब पृथ्वी की सतह पर आएगा तब आसमान हरा हो जाएगा। स्वान धूमकेतु तेजी से अंतरिक्ष से गिरता हुआ पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु की 11 मिलियन लंबी पूंछ इसकी खासियत बन गई है। स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा।
स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा। साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए।


साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए। इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा।
इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा।    एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।


एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।  27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।
27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।


एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाएगी। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाए।
एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाए। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाऐगा। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है।


दिल्ली में 31 मई तक बढ़ा 'लॉकडाउन'

प्रयागराज। लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए राज्यों की तरफ से केंद्र को 15 मई तक भेजे जा चुके हैं कई सुझावलॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से 31 तक चल सकता है, इस दौरान छूट का दायरा बढ़ना संभवऑटो, टैक्सी, कैब के सथ डोमेस्टिक फ्लाइट्स को शर्तों के साथ शुरू किया जा सकता हैशॉपिंग मॉल्स में भी कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है, रेस्ट्रॉन्ट और ढाबों को भी अनुमति संभव


नई दिल्ली विश्व मे कोहराम मचा रही वैश्विक महामारी के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद रविवार को खत्म हो रही है। अभी वायरस जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए तीसरी बार लॉकडाउन का बढ़ना तय है, जिसका संकेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में दिया था। लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि लॉकडाउन 4.0 में कई तरह की छूट दिए जाने की संभावना है। इस बारे में अब किसी भी वक्त ऐलान जा सकता है।


सबसे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया। उसे भी बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। अब तीसरी बार लॉकडाउन फिर बढ़ने वाला है। 


पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शर्तों के साथ इजाजत संभवः ऑटो रिक्शा और कैब एग्रीगेटरों को शर्तों के साथ इजाजत दी जा सकती है। उन्हें अधिकतम 2 यात्रियों को बैठाने की अनुमति दी जा सकती है। घरेलू उड़ानों को भी मंजूरी दी जा सकती है बशर्ते कि जहां से फ्लाइट जानी हो और जिस जगह पर उसे पहुंचनी है, वे दोनों संबंधित राज्य इसके लिए राजी हों। केंद्र तो सभी घरेलू उड़ानों को शुरू करना चाहता है लेकिन कई राज्य इसके विरोध में हैं। 


रेड जोन्स में मेट्रो सर्विसेज को आगे भी सस्पेंड रखा जा सकता है। रेस्ट्रॉन्ट और शॉपिंग मॉल्स को भी कुछ शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी जा सकती है।  कंटेनमेंट जोन्स में और ज्यादा सख्ती हो सकती है। किस जोन में किन गतिविधियों की इजाजत रहे, इसे तय करने का अधिकार राज्यों को मिल सकता है। अब तक केंद्र सरकार ही रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन तय करती रही है। इसमें बदलाव भी केंद्र ही कर सकता है। हालांकि, राज्य मांग कर रहे हैं कि उन्हें जोन तय करने और किस जोन में किन तरह की गतिविधियों को इजाजत रहे, यह तय करने का अधिकार उन्हें मिले। 


जल्द शुरू हो सकती हैं दिल्ली मेट्रोः गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि राज्यों की यह मांग मानी जा सकती है यानी राज्यों को जोन तय करने का अधिकार दिया जा सकता है। सूत्रों की माने टी शॉपिंग मॉल्स में कुछ दुकानों, रेस्तराओं को खोलने की इजाजत दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन जरूरी होगा। प्रवासी मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए राज्यों को नई गाइडलाइंस में स्पष्ट निर्देश होगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्यों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे ताकि वे लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की मदद कर सकें। 


बृजेश केसरवानी


राष्ट्रपति भवन मे वायरस, एसीपी संक्रमित

कोरोना वायरस पहुंचा राष्ट्रपति भवन, एसीपी पॉजिटिव मिले, अस्पताल में भर्ती


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण राष्ट्रपति भवन पहुंच गया है। राष्ट्रपति भवन के एसीपी फंक्शन करन सिंह कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एसीपी राष्ट्रपति भवन के ऑफिस में कार्यरत हैं और यह ऑफिस राष्ट्रपति भवन के अंदर है। करन सिंह राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन हैं। राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन का अहम रोल होता है।


एसीपी करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। राष्ट्रपति भवन में तैनात कई पुलिसकर्मी और स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है।


सैनिटाइज सिस्टम कई दिनों से खराब

अतुल त्यागी


हापुड़। कोरोना महामारी की चेन तोड़ने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने लॉक डाउन किया हुआ है और लोगों की बचाव हेतु जिला प्रशासन ने पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में लोगों को सैनिटाइज करने के लिए हजारों रुपए की लागत से सैने डाइज सिस्टम गत दिनों लगाया था। ताकि वहां आने वाले कर्मचारी व बाहरी लोग सेने डाइज  होकर कोरोना महामारी से बच सकें लेकिन वहां के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह सिस्टम पिछले कई दिनों से खराब पड़ा है और वहां पर आने वाले लोग सैनिटाइज होने से वंचित हो रहे हैं।


चंडीगढ़ः दूरवर्ती मरीजों की सुनेंगे समस्या

राणा ओबराय

19 मई से चंडीगढ़ पीपीई में डॉक्टर दूरवर्ती मरीजो की सुनेंगे समस्या


चण्डीगढ़। चंडीगढ़ पीजीआई प्रशासन ने निर्णय लेते हुए ऑनलाइन ओपीडी शुरू करने की पहल की है। मिली जानकारी के अनुसार प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 9 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। सिर्फ संडे और छुट्टी वाले दिन ऑनलाइन ओपीडी बंद रहेगी। पीजीआई प्रशासन ने मरीजों के लिए फोन नंबर उपलब्ध कराए हैं।जिस पर मरीज डॉक्टर से अपना रोग बता करके उपचार पूछ सकता है।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...