सोमवार, 20 अप्रैल 2020

559 लोगों की मौत, 17656 संक्रमित

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 17,656 हो गई है और इस महामारी की चपेट में आकर 559 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।


इनमें से कोविड-19 के कुल 14,255 सक्रिय मामलें हैं और 2841 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं और इन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। एक व्यक्ति अन्य देश चला गया है और 559 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां 4203 लोग इस महामारी से संक्रमित हैं। इसके बाद दिल्ली में कुल 2003 और गुजरात में कुल 1851 मामले सामने आए हैं।


 


ऑस्ट्रियाः वायरस के दौरान पूरी हो तैयारी

कैनबरा। ऑस्ट्रिया ने कहा कि वह चाहता है कि यूरोपीय संघ राज्य सहायता पर अपने नियमों को निलंबित कर दे, ताकि वियना ब्रसेल्स की अनुमति के बिना कोरोनोवायरस महामारी के दौरान कंपनियों को तैयार कर सके।


ऑस्ट्रिया ब्लोक के भीतर स्व-वर्णित 'फ्रुगल' में से एक है, यूरोपीय संघ के बजट में शुद्ध योगदानकर्ताओं ने अंततः म्यूचुअल ऋण, या 'यूरो बॉन्ड' के विचार का विरोध करते हुए, प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों के लिए बचाव पैकेज का समर्थन किया। इसे निधि दें। अब रूढ़िवादी-नेतृत्व वाले ऑस्ट्रिया का कहना है कि बदले में देशों को कंपनियों को अनुचित लाभ देने से रोकने के उद्देश्य से राज्य सहायता नियमों को निलंबित करना चाहिए, ताकि वह अपनी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने पर पिछले साल के आर्थिक उत्पादन का लगभग दसवां हिस्सा खर्च करने की अपनी योजना को स्वतंत्र रूप से लागू कर सके।


अमेरिकाः वायरस ने की 40585 की मौत

वाशिंगटन। कोरोना वायरस ने दुनियाभर में सबसे अधिक अमेरिका को प्रभावित किया है। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या 40  हजार के पार पहुंच गई। इसके अलावा साढ़े सात लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में अभी तक 40,585 लोगों की मौत हुई है जिनमें से आधे मामले न्यूयॉर्क से हैं। 


वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत समेत 10 अन्य देशों में कोविड-19 की जितनी जांच हुई है उससे कहीं अधिक जांच उनके देश ने की है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका कोरोना वायरस बीमारी के खिलाफ अपनी जंग में लगातार प्रगति कर रहा है और देश ने अब तक 41.8 लाख लोगों का परीक्षण किया है।  उन्होंने कहा, 'यह विश्व के किसी देश के मुकाबले रिकॉर्ड है।


बांग्लादेशः स्थिति बिगड़ने पर खतरा

सीमा सुरक्षा बल ने आशंका व्यक्त की है कि कोरोना प्रभावित बांग्लादेशी भारत-बांग्लादेश सीम से भारत में प्रवेश कर सकते हैं। कोरोना से बांग्लादेश में स्थिति बिगड़ रही है। इसलिए आशंका है कि संक्रमित लोग बांग्लादेश से सीमा पार कर मेघालय में प्रवेश कर सकते हैं।


राजीब कुमार


शिलांग/ ढाका। मेघालय सीमा सुरक्षा बल ने आशंका व्यक्त की है कि कोरोना प्रभावित बांग्लादेशी भारत-बांग्लादेश सीमा से भारत में प्रवेश कर सकते हैं। सीसुब के मेघालय फ्रंटियर के डीआईजी और जनसंपर्क अधिकारी यू के नायक ने कहा कि कोरोना बांग्लादेश में स्थिति बिगड़ रही है। इसलिए आशंका है कि संक्रमित लोग बांग्लादेश से सीमा पार कर मेघालय में प्रवेश कर सकते हैं। इससे राज्य में कोरोना का संक्रमण बढ़ सकता है। कई विक्षिप्त कर चुके थे प्रवेशः शिलांग टेक्सटाइल मर्चेंट एसोसिएशन के सहयोग से सीसुब सीमा के गांवों में लॉकडाउन के दौरान राहत सामग्री का वितरण कर रहा है। इस दौरान ही नायक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मानसिक रुप से विक्षिप्त कई लोग सीमा पार कर आ चुके थे। इस स्थिति से निपटने के लिए गांववालों को जागरुक किया गया है। सीसुब कैसे स्थिति पर नजर रख रहा है, यह पूछे जाने पर नायक ने कहा कि सीसुब राज्य प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने सीमाई इलाकों की जिम्मेवारी ली है और वह प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है। सीसुब लोगों सीमा पर रह रहे लोगों के बीच कोरोना को लेकर जागरुकता भी फैला रहा है। एक डाक्टर की हो चुकी है मौत, 11 संक्रमितः मालूम हो कि मेघालय के साथ बांग्लादेश की 443 किमी सीमा लगती है। मेघालय में कोरोना का पहला मरीज एक डाक्टर सामने आया था। उसकी मौत हो चुकी है जबकि अब मेघालय में कोरोना के 11 मामले हैं। फिलहाल स्थिति को देखते हुए शिलांग और आस-पास के इलाकों में 26 अप्रैल तक कफ्र्यू लगा दिया गया है। पॉजिटिव मामले मिलने के बाद मेघालय ने कोविड-19 की टेस्टिंग बढ़ाकर डबल कर दी है। खुद मुख्यमंत्री कोनराड संग्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रविवार को 7500 रेपिड टेस्ट किट मिले हैं। रविवार को मेघालय में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया। रविवार को 766 लोगों के नमूनों की जांच की गई। इसमें से कोई पॉजिटिव नहीं मिला।


1,760 नाविको में 1,046 संक्रमित

पेरिस। फ्रांस के सैन्य नेतृत्व से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि देश के प्रमुख विमानवाहक पोत पर सवार आधे से अधिक नाविक कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। यह जहाज भूमध्य सागर, उत्तर सागर और अटलांटिक महासागर से गुजरा है।

नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि 'चार्ल्स डे गॉल' पर सवार 1,760 नाविकों में से 1,046 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। फ्रांस के नौसेना प्रमुख एडमिरल क्रिस्टोफ प्राजुक ने पोत पर अधिक संख्या में नाविकों की मौजूदगी को इस इस वायरस के तेजी से फैलने का कारण बताया है।
उन्होंने शनिवार शाम यूरोप-1 रेडियो कहा कि वायरस से बचाव के उपायों का ठीक से पालन नहीं किया गया जिस कारण हम इस महामारी की शुरुआत में ही पता लगाकर उसे नियंत्रित नहीं कर पाए। पिछले सप्ताह टूलॉन लौटने के बाद से पोत को संक्रमणमुक्त करने की एक लंबी प्रक्रिया चलाई जा रही है।


फ्रांसः पानी मे भी वायरस, सप्लाई रोकी

नई दिल्ली/ पेरिस। डॉक्टर और वैज्ञानिक बार-बार आगाह कर रहे हैं कि नोवल कोरोना वायरस के बारे में अभी सबकुछ पता नहीं चल सका है। वैज्ञानिकों का सारा ध्यान तो इलाज करने, इलाज के लिए दवा खोजने और संक्रमण रोकने के लिए वैक्सीन की तलाश में लगा हुआ है। लेकिन, इस बीच कोरोना वायरस के बारे में लगभग रोजाना कोई न कोई नई बात सामने आ जाती है। पहले वैज्ञानिकों ने बताया कि यह जानलेवा वायरस घंटों तक हवा में भी जिंदा रह सकता है और इसलिए डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को ज्यादा एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। लेकिन, अब जो जानकारी सामने आई है, वह तो और भी हिला देने वाली है। फ्रांस में इस वायरस को पानी के अंदर भी मौजूद पाया गया है। हालांकि, अभी पानी के जिस सैंपल में यह वायरस पाया गया, वह पीने का पानी नहीं था, लेकिन सवाल उठता है कि अगर किसी एक जगह कोरोना वायरस पानी में अपनी पैठ बना सकता है तो क्या वह दूसरी जगह भी पानी को संक्रमित नहीं कर सकता?


जर्मन ने चीन को भेजा 149 यूरो का बिल

अकाशुं उपाध्याय 


नई दिल्ली/बर्लिन। कोरोना वायरस महामारी स्वास्थ्य संकट के साथ ही अब वैश्विक गतिरोध की वजह बनता जा रहा है। दुनिया के तमाम देश वायरस के पीछे चीन की साजिश बता रहे हैं। अमेरिका ने खुलेआम धमकी तक दे डाली है और अब जर्मनी ने तो चीन से भारी-भरकम हर्जाना भी मांग लिया है। यानी कोरोना के जनक माने जाने वाले चीन के पीछे दुनिया पड़ गई है।
अमेरिका के अलावा कई यूरोपीय देशों की तरह जर्मनी भी चीन को ही कोरोना वायरस फैलने के लिये जिम्मेदार मान रहा है। जर्मनी में अब तक करीब डेढ़ लाख कोरोना केस आ चुके हैं और यहां 4500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना प्रभावित देशों में अमेरिका, इटली, स्पेन और फ्रांस के बाद जर्मनी पांचवें नंबर पर है। यानी जर्मनी में भी कोरोना ने भारी तबाही मचाई है। इस तबाही से गुस्साए जर्मनी ने चीन से हिसाब चुकता करने के लिये कहा है।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...