सोमवार, 20 अप्रैल 2020

कोटेदार खा रहे हैं गरीबों का राशन

ग्रामीणों का आरोप कोटेदार खा रहा हमारा राशन


वाराणासी/रोहनिया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लगाया गया और सरकार द्वारा सभी जिलों के जिलाधिकारी को कड़े शब्दों में निर्देश दिया गया है कि कोई व्यक्ति राशन और भोजन से वंचित न रहे। तो वही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस के रोहनिया आराजी लाइन अंतर्गत ग्राम देउरा के क्षेत्र पंचायत सदस्य अशोक वर्मा और ग्रामीणों का आरोप है, कि कोटेदार गीता देवी द्वारा ग्रामीणों का जबरदस्त शोषण हो रहा है और राशन में घटतौली की शिकायत है,और यूनिट के अनुसार राशन भी नही मिल रहा,आपको बताते चले हाल ही में सरकार द्वारा सभी सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर ग्रामीणों में बिस्कुट वितरण के लिए आया था। लेकिन कोटेदार द्वारा गांव के किसी व्यक्ति में बिस्कुट का वितरण नहीं किया गया। जिसे नाराज ग्रामीणों ने सरकारी कॉपरेटिव पर एकजुट होकर कोटेदार मुर्दाबाद का नारा लगाकर मांग कि है ऐसे भ्रष्ट कोटेदार का दुकान सरकार तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए। इस क्रम में सप्लाई स्पेक्टर अनूप कुमार ने बताया कि राशन सभी को मिल रहा है और ग्रामीणों की यूनिट,घटतौलि,मूल्य से अधिक पैसा लेकर राशन देने जैसी संबंधित समस्याओं का मेरे द्वारा जांच किया जाएगा। गलत पाए जाने पर कोटेदार के ऊपर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


झोपड़ी मे आग, 2 बहने जलकर राख

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। कानपुर के घाटमपुर कोतवाली के गोपालपुर गांव में रविवार सुबह चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लगने से चपेट में आए मासूम भाई-बहन की मौत हो गई, जबकि दो और जुड़वां बहनें गंभीर रूप से झुलस गईं। दोनों को हैलट में भर्ती कराया गया है। गांव निवासी मजदूर संतराम संखवार के परिवार में पत्नी राधा और पांच बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा कृष्णा (8) घाटमपुर स्थित ननिहाल में रहता है। रविवार सुबह संतराम अपनी पत्नी राधा के साथ मजदूरी खेत में फसल काटने गया था।


घर में जुड़वां बेटियां सीता और गीता (5), बेटा गोपाल (3) और छोटी बेटी रीता (डेढ़ वर्ष) थी। ग्रामीणों के मुताबिक सुबह करीब 9:30 बजे संतराम के घर से आग की लपटें उठती दिखीं। शोर मचाने पर आसपास के लोग दौड़े और आग पर काबू पाया। हादसे में झुलसे चारों बच्चों को पूरी तरह से जल चुकी झोपड़ी से बाहर निकाला गया। इसमें गोपाल की मौत हो चुकी थी। बाकी तीनों बच्चों को सीएचसी लाया गया। डॉक्टरों ने तीनों को हैलट रेफर कर दिया। हैलट पहुंचने से पहले ही रीता ने भी दम तोड़ दिया। युवकों ने दिखाया साहस झोपड़ी के पूरी तरह से लपटों से घिरने के बाद भी गांव के कुछ युवकों ने साहस दिखाया। युवक अपनी जान की परवाह किए बगैर झोपड़ी में घुस गए और तीनों बच्चियों को बाहर निकाला। हालांकि गोपाल बुरी तरह से लपटों में घिर चुका था, इस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सीता और गीता का इलाज चल रहा है। सीओ घाटमपुर रवि कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों की मां राधा ने सुबह चूल्हे पर खाना बनाया था। चूल्हे की आग पूरी तरह नहीं बुझाई और खेतों पर काम करने चली गई। इसके बाद चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई।


प्रार्थना करने वाले 14 पहुंचे हवालात

हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरादोई में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ लोग एकत्र हुए थे। पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो एकत्र लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी। हरदोई शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम शंकरबक्शपुरवा में कोरोना वायरस को भगाने के लिए प्रार्थना करने को एकत्र होना लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया।
सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और छह लोगों को हिरासत में ले लिया। छह लोगों को नामजद करते हुए आठ महिलाओं सहित 14 लोगों के विरुद्ध लॉकडाउन के उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज की गई है। शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत राधानगर पुलिस चौकी के प्रभारी श्यामू कनौजिया को कुछ ग्रामीणों ने सूचना दी कि ग्राम शंकरबक्शपुरवा में गुड्डू पुत्र मेहीलाल के घर में भीड़ एकत्र है। इस सूचना पर चौकी प्रभारी सिपाही विजेंद्र यादव और होमगार्ड ब्रजकिशोर मिश्रा के साथ शंकरबक्शपुरवा पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक गुड्डू के घर पर कई महिलाओं सहित लगभग 20 लोग बैठे थे और आपस में बातचीत कर रहे थे। पुलिस टीम को देखकर कुछ लोग मौके से भाग गए। पूछताछ करने पर गुड्डू व मौजूद मिले अन्य लोगों ने पुलिस को बताया कि कोरोना जैसी बीमारी न फैलने के संबंध में बातचीत करते हुए भगवान से इस बीमारी को खत्म करने की प्रार्थना कर रहे थे। पूरे मामले में पुलिस ने गुड्डू, मनोज कुमार पुत्र आशाराम, रजनीकांत पुत्र राजेश कुमार, राममिलन पुत्र चेतराम, बलवंत पुत्र सुरजनलाल, अंकुल पुत्र रामविलास के अलावा आठ अज्ञात महिलाओं के विरुद्ध लॉकडाउन का उल्लंघन करने की रिपोर्ट दर्ज की है।


अंतिम-यात्रा में शामिल नहीं होंगे योगी

लखनऊ/दिल्ली। यूपी के सीएम और भाजपा के दिग्गज नेता योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया।
अब कोरोना से लड़ाई में डटे योगी ने अपने परिवार को खत लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि एक बेटा अपने पिता के अंतिम संस्कार में क्यों नहीं जा रहा है। योगी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई बहुत जरूरी है। इसलिए वे पहले इससे निपटेंगे।
इतना ही नहीं एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाते हुए योगी ने घरवालों से अपील की कि अंतिम संस्कार में कम से कम लोग शामिल हों। सीएम योगी का कर्तव्यबोध कितना अडिग है यह समझने के लिए ये पत्र काफी है। पत्र के वायरल होने के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।


बिना सैलरी, कर्मचारी छुट्टी पर भेजें

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। ऐसे में रेल, बस, हवाई सेवा पूरी तरह निलंबित है। अब लॉकडाउन और मौजूदा स्थिति में निजी विमानन कंपनियों स्पाइसजेट और गोएयर ने अपने कई कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजने का फैसला किया है। हाल ही में एयर डेक्कन ने अपने सभी कर्मचारियों को बिना सैलरी के छुट्टी पर भेज दिया तो अब गो एयर(Go Air) ने भी अपने कर्मचारियों को बिना सैलरी के 3 मई तक के लिए छुट्टी पर जाने का निर्देश दे दिया है। कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन के कारण एयरलाइन्स की हालत खराब है। 25 मार्च के बाद से सभी एयरलाइंस सर्विसेज बाधित है। विमान कंपनियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। कंपनियों की कमाई तो बंद है, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी, मेंटेनेंस आदि के खर्च हो रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों पर लगातार बोझ बढ़ रहा है। कंपनियां इस बोझ को कम करने के लिए कर्मचारियों की 3 मई तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। गो एयर ने अपने सभी तीन मई तक बिना वेतन के अवकाश पर भेजने का फैसला किया है।


गो एयर के बाद स्पाइसजेट ने भी कर्मचारियों की सैलरी काटने का फैसला किया। स्पाइसजेट ने कहा है कि कर्मचारियों को उतनी ही सैलरी मिलेगी, जितने दिन स्टॉफ ने काम किया है। कर्मचारियों की सैलरी में कटौती कर एयरलाइंस अपने नुकसान के बोझ को कम करने की कोशिश में जुटी है। इससे पहले एयर डेक्कन ने भी अपने सभी कर्मचारियों को अनिश्चितकालिन समय के लिए बिना सैलरी छुट्टी पर जाने का निर्देश दे दिया है। 
बिना सैलरी के छुट्टी पर भेजा
गो एयर ने अपने कर्मचारियों को ईमेल के जरिए सूचित करते हुए लिखा कि लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में हम बाध्य होकर आपसे आग्रह करते हैं कि आप तीन मई तक बिना वेतन के अवकाश पर रहें। एयरलाइंस कंपनियों ने टिकटों की बुकिंग फिलहाल बंद कर रखी है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर सभी एयरलाइन्स से कहा कि वे अभी टिकट बुकिंग की सुविधा बंद करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बारे में अंतिम फैसला लेगी।
राष्ट्रव्यापी बंद की वजह से एयरलाइंस की वाणिज्यिक उड़ानें 25 मार्च से बंद हैं। पहले राष्ट्रव्यापी बंद 14 अप्रैल तक था, जिसके बढ़ाकर तीन मई कर दिया गया।
गौरतलब है कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगी हुई है। हालांका माना जा रहा था कि घरेलू उड़ानों की शुरुआत 4 मई से हो सकती है, पर फिलहाल डीजीसीए ने कंपनियों को बुकिंग करने से रोक दिया। इसी तरह चर्चाएं थी अंतरराष्ट्रीय उड़ाने 1 जून से शुरू हो सकती है, हालांकि पहले स्थिति की आकलन किया जाएगा और फिर कोई फैसला किया जाएगा।


प्रियंका को जान से मारने की मिली धमकी

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को यूपी में एक महिला ने जान से मारने की धमकी दी है। जिसके बाद पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। पुलिस ने आननफानन में मुकदमा दर्ज कर धमकी देने वाली की गिरफ्तारी के प्रयास शुरु कर दिये हैं।
पुलिस ने धमकी देने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। दरअसल, प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को मजदूरों और कामगारों क़ो सरकार द्वारा मदद करने की अपील की थी और उनको घर सुरक्षित पहुंचाने की सलाह भी सरकार को दी। इससे गुस्साई एक महिला ने ट्विटर पर प्रियंका को जान से मारने की धमकी दे दी। इसके बाद एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बस्ती कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई है।
ट्विटर पर आरती पांडेय नाम की महिला ने ट्विटर अकाउंट से प्रियंका को जान से मारने की धमकी दी है। यूपी कांग्रेस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के मुख्यमंत्री को कोरोना वायरस महामारी से संबंधित कई सलाह दी हैं। जिनसे ये महिला खासी खफा है। इसके बाद बस्ती की आरती पांडेय नाम की महिला ने अपने ट्विटर हैंडल @आरती पांडेय यूपी51 से कमेंट करते हुए कांग्रेस महासचिव को गोली मार देने की धमकी दे डाली।


महाराष्ट्र में संक्रमितो का आंकड़ा-4000

नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस का कहर जारी है। दिन प्रतिदिन देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कोविड-19 का प्रकोप थमनें का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 1553 नए मामले सामने आए हैं और 36 लोगों की मौत हुई है। वहीं कोरोना वायरस 'कोविड-19' संक्रमितों के मामलों में महाराष्ट्र में आंकड़ा 4000 के पार हो गया जबकि दिल्ली में 2000 से अधिक लोग इस बीमारी के चपेट में आ गए हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या में एक दिन में 552 की वृद्धि दर्ज की गई और कुल आंकड़े चार हजार को पार कर 4203 हो गए। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 12 और लोगों की मौत के बाद इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 223 हो गई है। राज्य में 507 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं संक्रमितों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है जहां पिछले 24 घंटों में 110 नए मामले दर्ज किए जाने के कारण अब तक कुल 2003 लोग इस महामारी से संक्रमित हुए हैं और इस दौरान तीन और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है। राजधानी में कुल 72 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...