शनिवार, 18 अप्रैल 2020

रूस में संक्रमितो की संख्या- 32000

मास्को। रूस में संक्रमितों की संख्या 32 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। पिछले चौबीस घंटे में 4,070 लोग और संक्रमित हुए हैं। संक्रमितों में आधे मास्को और उसके आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं। वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो से तीन हफ्तों में हालात बदतर हो सकते हैं। इस दौरान राजधानी मास्को में संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। कोरोना से अब तक रूस में 273 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले चौबीस घंटे में 41 लोगों की जान गई है।


दुनियाभर में 21.4 लाख चपेट मेंः समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, दुनियाभर में 21.4 लाख से ज्‍यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं जबकि 143,744 लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोप के सबसे बड़े शहर मास्को में मार्च से लॉकडाउन है। एक महीने से ज्यादा समय से शहर की 1.20 करोड़ की आबादी ताले में बंद है, लेकिन अधिकारियों ने शिकायत की है कि लोग लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो मैसेज में डिप्टी मेयर अनास्तासिया राकोवा ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो से तीन सप्ताह मुश्किल भरे होंगे।


बांग्लादेशः समुंद्री क्षेत्र में मछलियां खत्म

बांग्लादेश एक ऐसी जगह है जहां की एक बड़ी आबादी मछलियों पर निर्भर है।


ढ़ाका। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर बांग्लादेश में इसी तेजी से मछलियां पकड़ी जाती रहीं तो आने वाले सालों में बांग्लादेश के समुद्री क्षेत्र में मछलियां ख़त्म हो जाएंगी। बंगाल की खाड़ी पर आधारित एक रिपोर्ट कहती है कि इस क्षेत्र में ज़्यादातर मछलियों की प्रजातियों की आबादी घट रही है, वहीं कुछ मछलियों की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। थाइलैंड जैसा हाल न हो जाएः इस रिपोर्ट के लेखक सयैदुर रहमान चौधरी बताते हैं, "दुनिया में कुछ समुद्रों में, जैसे थाइलैंड की खाड़ी में मछलियां ख़त्म हो चुकी हैं। हम बंगाल की खाड़ी का यही हश्र होते हुए देखना नहीं चाहते हैं। बांग्लादेश दुनिया के सबसे ज़्यादा आबादी वाले देशों में से एक है।


गोल्फ टूर्नामेंट रद्द, स्कॉटिश ओपन स्थगित

बर्लिन/ पेरिस। कोविड-19 महामारी के कारण जर्मनी में आयोजित होने वाले ‘बीएमडब्ल्यू इंटरनेशनल ओपन’ और फ्रांस में खेले जाने वाले ‘ओपन डी फ्रांस’ गोल्फ टूर्नामेंट को रद्द जबकि स्कॉटिश ओपन को स्थगित कर दिया गया है। 
 


बीएमडब्ल्यू इंटरनेशनल ओपन का आयोजन म्यूनिख में 25 से 28 जून तक होना था जबकि ओपन डी फ्रांस को इसके एक सप्ताह के बाद खेला जाना था। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने 31 अगस्त तक देश में बड़े सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाया है जबकि फांस की सरकार ने जुलाई के मध्य तक ऐसे प्रतिबंध लगाए हैं। 
स्कॉटिश ओपन को 9-12 जुलाई तक खेला जाना था जिसे स्थगित कर नई तारीख पर चर्चा की जा रही है। 


ब्रिटेन-फ्रांसः चीन से पूछा, कैसे फैला वायरस

अमेरिका के बाद ब्रिटेन-फ्रांस ने चीन से पूछा- कैसे फैला कोरोनावायरस?


ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने कहा कि कोरोना महामारी कोरोना वायरस को लेकर चीन को कड़े सवालों के जवाब देने होंगे।


लॉक डाउनः सड़कों पर भीड़ रोकने को दिल्ली पुलिस ने उतारी बाइकर्स टीम।


लंदन/ पेरिस। दुनिया में कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए एक तरफ दुनिया जूझ रही है तो दूसरी तरफ उसके इलाज और वैक्सीन की भी कोशिशें तेज़ हैं। लेकिन इन सबके बीच कोरोनावायरस को लेकर सवाल अब आरोप बनने लगे हैं।अमेरिका के बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने भी चीन से कोरोनावायरस के बारे में सवाल किया कि वुहान से वायरस दुनिभर में फैलने कैसे दिया गया और उसे रोका क्यों नहीं?
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर चीन को कड़े सवालों के जवाब देने होंगे.डॉमिनिक राब ने कहा की चीन को बताना होगा कि कोरोना महामारी कैसे फैली और उसे रोकने की क्या कोशिश हुई? डॉमिनिक राब ने कहा कि अब चीन के साथ पहले की तरह कारोबार सामान्य नहीं हो सकेगा. राब ने कहा कि चीन को इन सवालों का जवाब देना होगा कि कोरोनावायरस आया कैसे और उसे दुनिया में फैलने से रोका क्यों नहीं जा सका। ब्रिटेन ने कहा कि डब्लूएचओ और दूसरे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर ये पता किया जाएगा कि महामारी फैली कैसे और इसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?हालांकि चीन लगातार कोविड19 को लेकर पारदर्शिता न बरतने के आरोपों से इनकार करता रहा है. लेकिन जिस तरह से वुहान में कोरोना संक्रमण से मौत के आंकड़ों में अप्रत्य़ाशित रूप से 1290 मौतों का ट्विस्ट आया है उससे चीन पर यूरोपीय देशों का शक गहरा गया है. वुहान में कोविड 19 से मरने वालों की संख्या में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि वुहान में जो मौतें घर में हुईं तो क्या उनकी जानकारी चीन ने अपने आधिकारिक आंकड़ों में छुपाई?
फाइनेंशियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों ने कोरोना संकट से निपटने में चीन के दावों पर संदेह जताया. इमैन्युअल मैक्रों ने कहा कि चीन में कोरोना से निपटने में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जिसकी जानकारी हमें नहीं है. इससे पहले फ्रांस ने चीन के दूतावास की साइट पर छपे एक आर्टिकल पर आपत्ति दर्ज की थी और चीनी राजदूत को तलब किया था। चीन के साथ फ्रांस के बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने चीन की पारदर्शिता पर सवाल उठाया है।


508 मिलियन डॉलर की आपात मदद

नई दिल्ली/ वाशिंगटन। कोविड 19 से लड़ाई में अमेरिका ने दुनिया भर के तमाम देशों को बड़ी आर्थिक मदद का एलान किया है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट और यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट/यूएस ऐड ने 508 मिलियन अमेरिकी डॉलर की इमरजेंसी मदद का एलान किया है।


हालांकि इसमें चौंकाने वाली बात ये है कि अमेरिका ने भारत से बड़ी आर्थिक मदद पाकिस्तान को दी है। अमेरिकी एलान के मुताबिक कोरोना वायरस से लड़ाई के लिये भारत को 5.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर कि मदद का एलान किया गया है तो वही पाकिस्तान इससे तकरीबन दोगुना 9.4 मिलियन अमेरिकी आर्थिक मदद का एलान किया गया है।


अमेरिका में मृतकों की संख्या-33268

वाशिंगटन। अमेरिका में इस वक्त कोविड-19 संक्रमण के चलते हजारों नागरिकों को खोता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में पहली बार देश में मृतकों का आंकड़ा 4,500 के पार हो गया, जबकि अब तक कुल 33,268 लोग इस संक्रमण से जान गंवा चुके हैं। यानी दुनिया में हुई कुल मौतों में से 24 फीसदी मौतें अकेले अमेरिका में हो चुकी हैं।


हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप का दावा है कि महामारी का सबसे बुरा दौर बीत चुका है लेकिन जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़े इसकी पुष्टि करते नहीं दिखाई दे रहे हैं। अभी तक दुनिया में अमेरिका के भीतर संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले उजागर होने पर ट्रंप ने देश में होने वाले सर्वाधिक परीक्षणों का हवाला दिया था, लेकिन तेजी से बढ़ रही मौतों पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की है। बता दें कि पूरी दुनिया में शुक्रवार तक कुल 21,58,076 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं जबकि 1,50,000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अमेरिका में अब तक कुल 6,71,151 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं जबकि मात्र पिछले 24 घंटे में 4,591 मौतों के साथ अब तक कुल मृतकों का आंकड़ा 33,000 पार कर गया है। मौतों का आंकड़ा तब है जब ट्रंप के मुताबिक अमेरिका पूरी दुनिया में सबसे तेज व सटीक जांच प्रणाली विकसित कर चुका है।


मोदी ने फ्रांस राष्ट्रपति से फोन पर की चर्चा

नई दिल्ली/ पेरिस। कोरोना महामारी ने फिलहाल पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इसी बीच लगभग सभी देश एक दूसरे को सहयोग करने के लिए तैयार हैं। वहीं, 31 मार्च को फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन और पीएम मोदी ने एक लंबी टेलीफोनिक बैठक की। उन्होंने सहयोग के क्षेत्रों को तय किया, सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की, नवीनतम जानकारी साझा की, विशेष रूप से एक वैक्सीन पर शोध पर, और उनकी अंतरराष्ट्रीय पहलों का समन्वय किया। भारत के लिए फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन ने जानकारी देते हुए या बताया कि भारत आने वाले फ्रांसीसी नागरिकों को वापस उनके देश भेजने पर भी चर्चा की गई। अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के निलंबन के बाद से, 2,200 से अधिक यात्री इस प्रकार फ्रांस लौटने में सक्षम हो गए हैं।


जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार को जब चीन ने अपने मौतों के आंकड़ें में फेल बदल कर इसे बढ़ाया तो फ्रांस के राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस से निपटने में चीन के प्रयासों पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी सवाल उठाए थे। ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी चीजें घटित हुई हैं जिनके बारे में हमें पता नहीं है। इस बीच, कोरोना से मुकाबले के मोर्चे पर फ्रांस को कुछ अच्छे संकेत मिले हैं।


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इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...