मंगलवार, 31 मार्च 2020

मरकज में क्वॉरेंटाइन सुविधा की पेशकश

नई दिल्ली। दिल्ली स्थित मरकज निजामुद्दीन में विभिन्न राज्यों से आए लोगों में तेलंगाना कुछ लोगों की कथित मौत के बाद मंगलवार को मरकज निजामुद्दीन ने अपने परिसर को संगरोध सुविधा के रूप में इस्तेमाल करने की सरकार को पेशकश की है।


मरकज ने जारी एक बयान में कहा है, “मर्कज निजामुद्दीन पूरे परिसर को वर्तमान में महामारी की चुनौती से निपटने में अधिकारियों की मदद करने के लिए एक संगरोध सुविधा के रूप में विनम्रतापूर्वक पेश करना चाहेगा।” बयान में यह भी स्पष्ट किया गया है कि तब्लीगी जमात का कार्यक्रम राजधानी और बाद में देश भर में तालाबंदी की घोषणा से पहले ही शुरू हुआ था। बयान में आगे कहा गया है, “जब माननीय प्रधानमंत्री ने 22 मार्च, 2020 को जनता कर्फ्यू की घोषणा की, केंद्र में चल रहे कार्यक्रम को तुरंत बंद कर दिया गया। हालांकि 21 मार्च, 2020 को देश भर में रेलवे के अचानक रद्द होने के कारण आगंतुकों का एक बड़ा समूह परिसर में फंस गया।” मरकज ने बयान में आगे कहा है, “जनता कर्फ्यू के दौरान आगंतुकों को सलाह दी गई कि वे रात नौ बजे तक बाहर न निकलें। लेकिन इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अगले दिन यानी 23 मार्च को दिल्ली में एक सप्ताह की तालाबंदी की घोषणा की, जो कि 31 मार्च तक थी। इससे आगंतुकों की घर वापसी की संभावना कम हो गई।” मरकज ने बयान में पूरे प्रकरण का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया है, और कहा है कि संस्था देश में कोरोना वायरस महामारी के बीच जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन में अधिकारियों का पूरा सहयोग किया। मरकज ने साथ ही मीडिया पर आरोप लगाया कि संक्रमित लोगों और कथित तौर पर धार्मिक सभा में शामिल होने वालों की मौत के जे आंकड़े पेश किए गए, वे आधारहीन थे।


 


सड़क दुर्घटना में 3 की मौत, 1 घायल

हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के करमनघाट क्षेत्र में रविवार तड़के एक कार दुर्घटना में तीन युवकों की मौत हो गई और एक व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। संदिग्ध रूप से नशे में धुत ये युवक 20-25 आयुवर्ग के थे। इनकी कार एक पेड़ से टकराने के बाद एक दीवार से टकरा गई। मृतकों में कार चालक भी है।


ये युवक शहर के निकट गुरमगुडा से पार्टी करके घर लौट रहे थे। घायल यात्री को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं शवों को पोस्टमार्टम के लिए उस्मानिया अस्पताल भेज दिया गया था। एक मृतक इंजीनियर था, वहीं शेष दो मृतक एक प्रमुख कंपनी में मार्केटिंग अधिकारी थे। शहर में एक अन्य मामले में रविवार तड़के ही पॉश बंजारा हिल्स के पास एक कार ने सड़क किनारे लगी एक रेहड़ी में टक्कर मार दी। हालांकि उसमें कोई हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि दुर्घटना के बाद कार चालक और अन्य सवार मौके से भाग गए। पुलिस कार की पंजीकरण संख्या से उनका पता लगाने की कोशिश कर रही है।


जम्मू-कश्मीर के लिए नीति बनाएगी सरकार

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को घोषणा की कि सरकार जम्मू और कश्मीर के लिए अधिवास (डोमिसाइल) नीति बनाएगी। पिछले साल जब से राज्य से विशेष दर्जा छिना है, तभी से इस बारे में मांग की जा रही है। शाह ने अल्ताफ बुखारी के नेतृत्च में हाल ही में गठित हुई ‘अपनी पार्टी’ के 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को नई दिल्ली में इस बारे में आश्वस्त किया।


अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि जम्मू-कश्मीर के लिए देश के अन्य राज्यों से बेहतर डोमिसाइल नीति बनाई जाएगी। साथ ही व्यापक आर्थिक विकास नीति का मसौदा भी जल्द तैयार किया जाएगा। शाह ने कहा, सरकार केन्द्रीय कानूनों को जम्मू-कश्मीर में लागू करन में कोई भेदभाव नहीं करेगी। सूत्र ने बताया कि शाह ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा उठाए गए करीब 40 मामलों पर चर्चा की। साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार का इस क्षेत्र में जनसांख्यिकी को बदलने का कोई इरादा नहीं है। शाह ने कहा, “ऐसी बातों का कोई आधार नहीं है।” शाह ने शीघ्र औद्योगिक विकास के लिए एक औद्योगिक नीति बनाने की बात भी कही। इसके लिए एक लैंड बैंक भी बनाया जा चुका है। उन्होंने कहा, “पिछले 70 सालों में जम्मू-कश्मीर ने 13,000 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त किया है। इससे क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या का समाधान होगा।” बंदियों को निरोधात्मक हिरासत से मुक्त करने, इंटरनेट की बहाली, कर्फ्यू में ढील देने जैसी बातों का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा, “यहां तक कि राजनीतिक कैदियों को भी सरकार के इस मुख्य उद्देश्य के पूरा होते ही आने वाले समय में मुक्त कर दिया जाएगा कि एक भी व्यक्ति को नहीं मरना चाहिए, चाहे वह एक आम कश्मीरी हो या सुरक्षाकर्मी।” शाह ने कहा कि वो उप राज्यपाल को कहेंगे कि वो एक नोडल अफसर को तैनात करें जो हफ्ते में दो बार लोगों से मिले। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि सरकार उनके फीडबैक और सलाहों का स्वागत करती है। बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और अन्य अधिकारी शामिल रहे। मीटिंग के बाद अल्ताफ बुखारी ने कहा, “हमने अपनी समस्याओं और आशंकाओं को साझा किया।


स्थानीय चुनाव के लिए मतदान जारी

हैदराबाद। तेलंगाना में बुधवार को कड़े सुरक्षा बंदोबस्तों के बीच निकाय चुनाव जारी हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रदेशभर की 120 नगर पंचायतों और नौ नगर निगमों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गए, जो शाम पांच बजे तक जारी रहेंगे। इस दौरान 3,052 वार्डो में अधिसूचना जारी कर दी गई और 81 वार्डो में निर्विरोध पार्षद चुने जाने पर वहां चुनाव नहीं होंगे।


नगर निगमों में कुल 1,746 उम्मीदवार वहीं नजर पंचायतों में 11,099 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। राज्य के चुनाव आयुक्त वी. नेगी रेड्डी नेक हा कि नौ नगर निगमों में 1,438 मतदान केंद्र और 120 नगर पंचायतों में 6,325 मतदान केंद्र खोले गए हैं, जहां पर लगभग 45,000 मतदान कर्मी कार्यरत हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए सरकार ने 50,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। सरकार ने बुधवार को जिन क्षेत्रों में चुनाव हो रहे हैं, वहां अवकाश घोषित कर दिया है। राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) अधिकारी 2,406 मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग के माध्यम से निगरानी रख रहे हैं, वहीं 2,072 मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी हो रही है। फर्जी मतदान रोकने के लिए एसईसी देश में पहली बार फेस रिकग्निशन एप का उपयोग कर रहा है। इसके लिए मेडकल-मलकाजगिरी जिला में कोम्पल्ली नगर पंचायत के 10 मतदान केंद्रों को चुना गया है। राज्य में पिछले साल बनाई गईं 73 नगर पंचायतों में से 68 नगर पंचायतों पर पहली बार चुनाव हो रहा है। सभी नगर निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण है। ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (जीएचएमसी) और 10 अन्य शहरी निकायों का कार्यकाल पूरा नहीं होने के कारण वहां चुनाव नहीं हो रहे हैं। करीमनगर नगर निगम में 24 जनवरी को चुनाव होंगे। प्रदेश में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने सभी नगरीय वार्डो में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कुछ स्थानों पर उसे टक्कर मिल रही है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी ज्यादातर वार्डो पर चुनाव लड़ रहे हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने 276 वार्डो पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।


27 राज्यों में संक्रमित 1347, 32 की मौत

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या बढ़ती जा रही है दिन प्रति दिन लोग इससे संक्रमित हो रहे है पुरे देश में हाहा कार मचा हुआ है, देश के 27 राज्यों में फैले एक जानलेवा वायरस की वजह से अब तक 1347 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 32 लोगों की मौत हो चुकी है।


हालांकि 138 लोगों ने अब तक इस वायरस से जंग जीती है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, दो राज्यों केरल और महाराष्ट्र में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है। सबसे ज्यादा 8 मौत महाराष्ट्र में हुई। इसके बाद गुजरात में छह, कर्नाटक में तीन, मध्य प्रदेश में तीन, राजधानी दिल्ली में दो, पश्चिम बंगाल में दो, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, बिहार और हिमाचल प्रदेश में एक-एक मौत हुई है। वहीं, ठीक हुए मरीजों की संख्या की बात करें तो महाराष्ट्र में 25, केरल में 16, उत्तर प्रदेश में 11, हरियाणा में 17, कर्नाटक में 5, दिल्ली में 6, तमिलनाडु में 4, लद्दाख में तीन, राजस्थान में तीन, हिमाचल प्रदेश में दो, उत्तराखंड में दो, तेलंगाना, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और आंध्र प्रदेश में एक-एक मरीज ठीक हुआ है।


सीमा सील करने से प्रवासियों को दिक्कत

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली/कैराना। कोरोना संक्रमण महामारी के चलते पूरे देश को लाॅक डाउन किया गया है। लाॅक डाउन के बाद अन्य प्रदेशों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों का आना जारी था। गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद सभी राज्यों की सीमाओं को सील कर दिया हैं। प्रवासियों के आने पर पुलिस प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया हैं। वहीं सीमा सील होने से प्रवासी मजदूर परेशान नजर आऐ । कोरोना संक्रमण महामारी रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च से पूरे देश में 21 दिन के लिए लाॅक डाउन कर दिया था। वही लाॅक डाउन के बाद अन्य प्रदेशों में फैक्ट्री बंद हो गई थी। जिसके बाद वहां पर काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर सड़क पर आ खड़े हुए। जिनका यूपी हरियाणा बॉर्डर से 3 दिन से लगातार आना जारी था। वही प्रवासी मजदूरों के आवागमन के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए लाॅक डाउन के छठे दिन गृह मंत्रालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों की सीमाओं को सील करने के आदेश दे दिए थे। सोमवार को कैराना स्थित यूपी हरियाणा बॉर्डर को पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह सील कर दिया हैं। अन्य प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को पुलिस प्रशासन ने आने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया हैं। सीओ प्रदीप सिंह ने बताया कि यूपी हरियाणा बॉर्डर को सील कर दिया गया है। जिस प्रदेश में प्रवासी मजदूर हैं वें वहीं रहें राज्य सरकार द्वारा उनके खाने पीने व रहने की व्यवस्था की जा रही हैं। वही सीमा सील होने के बाद यमुना ब्रिज पर खड़े कुछ प्रवासी परेशान नजर आएं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल तय किया गया हैं, लेकिन अब पुलिस उनको आगे जाने नहीं दे रही हैं। उनके लिए खाने-पीने व रहने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई हैं।


चीन में लॉक डाउन खत्म, मनाया जश्न

चीन(वुहान)। लॉकडाउन खत्म होते ही चीनियों ने दावत शुरू कर दी, जीत के जश्न में खरगोश, बत्तख, कुत्ते,बिल्ली समेत कई जीवों की फिर जान पर बन आई ! लॉक डाउन खत्म होते ही चीनी लोगों की आदते फिर पहले जैसे नज़र आ रही है! कोरोना संक्रमण फैलते ही चीनियों ने सभी प्रकार के मांस से किनारा कर लिया था! लेकिन अब वे फिर से पुराना स्वाद चख रहे है,इस जीत पर चीन में इन दिनों जश्न मनाया जा रहा है जिसमें उन बेजुबान जानवरों के मांस का दोबारा सेवन शुरू कर दिया गया है ! जिनके चलते उस पर वायरस के प्रसार के आरोप लगे हैं।
एक तरफ़ पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वजह से वैश्विक महामारी के कहर से जूझ रही है तो दूसरी तरफ़ चीन में इस महामारी पर जीत का जश्‍न खरगोश और बत्‍तख का मांस खाकर मनाया गया। यही नहीं एक बार फिर से चीन में चमगादड़ों की बिक्री धड़ल्‍ले से शुरू हो गई है। यह वही चीन है जिसके वुहान शहर से महामारी दुनियाभर में फैल गई। माना जाता है कि पैंगोलिन से चमगादड़ के रास्‍ते वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश कर गया। चीन में महामारी पर ‘जीत’ का जश्‍न मनाया गया। इस दौरान कुत्‍ते, बिल्‍ली, खरगोश और बत्‍तख के खून से घरों की छतें लाल हो गईं। हर तरफ मरे हुए जानवरों के अवशेष नजर आए। इस जश्‍न के लिए चीन में बेहद गंदे मीट मार्केट को फिर से खोल दिया गया। तीन महीने पहले वुहान में इसी तरह के एक मीट मार्केट से वायरस इंसानों में फैल गया था। चीन की इस गलती का खामियाजा आज पूरी दुनिया के लोग भुगत रहे हैं। चीन में वुहान के गुइलिन क्षेत्र के भीतर पहले सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं रहते थे। लेकिन अब यहां की तस्वीरें लेने से रोकने के लिए सुरक्षाकर्मी चौबीसों घंटे तैनात रहने लगे हैं। यहां इस बात का प्रचार किया जा रहा है कि कोरोना वायरस अब दूसरे देशों की समस्या है। चीनियों को इससे चिंतित होने की जरूरत नहीं।
डेली मेल की खबर के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम चीन में गुइलिन इलाके के भीतर हजारों लोग दोबारा मीट मार्केट में पहुंचे और वहां खुले में बिक रहे मांस और जिंदा जानवरों को खरीदा। चीन में लॉकडाउन हटने के बाद यहां की मंडी में कई प्रजातियों के पशु-पक्षी रखे देखे गए। सरकार भी लोगों को रोजमर्रा की तरह बाजार जाकर सामान्य जीवन जीने को प्रोत्साहित कर रही है ताकि अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ सके।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...