सोमवार, 16 मार्च 2020

लोकसभा में उठाया लोन डिफाल्टर मुद्दा

नई दिल्ली। बैंक डिफॉल्टर को लेकर लोकसभा में सोमवार को राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। लोकसभा में राहुल गांधी के लोन डिफॉल्टर्स मुद्दे को लेकर उठाए गए सवालों पर जमकर हंगामा हुआ। राहुल गांधी ने बैंकिंग और अर्थव्यवस्था के खराब हालत पर लोकसभा में सवाल पूछा कि सबसे बड़े पचास विलफुल डिफाल्टर कौन हैं? कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 'मुझे लोकसभा में पूरक सवाल पूछने नहीं दिया गया,यह एक सांसद के तौर पर मेरे अधिकार का हनन है। मैं आहत हूं क्योंकि बोलने के मेरे अधिकार की रक्षा करना और मुझे पूरक सवाल पूछने की अनुमति देना लोकसभा अध्यक्ष का कर्तव्य है।' राहुल गांधी ने कहा कि सरकार बैंकों से लिया गया कर्ज जानबूझकर ना चुकाने वाले लोगों के नाम उजागर करने से डर क्यों रही है?


राहुल गांधी ने कहा, 'भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। हमारी बैंकिंग व्यवस्था काम नहीं कर रही है। बैंक फेल हो रहे हैं, और मौजूदा वैश्विक हालात में और भी बैंक डूब सकते हैं। इसका मुख्य कारण है, बैंकों से पैसों की चोरी। मैंने पूछा था कि टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स हिंदुस्तान में कौन हैं? मुझे जवाब नहीं दिया गया, मुझे घुमा-फिराकर जवाब दिया है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि जिन लोगों ने हिंदुस्तान के बैंकों से चोरी की है उनको पकड़कर लाऊंगा, मैंने प्रधानमंत्री से पूछा कि वे 50 लोग कौन हैं?' राहुल गांधी ने कहा कि पीएम और वित्त मंत्री लोन डिफॉल्टरों के नाम बताएं।
राहुल गांधी के सवालों का केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने जवाब दिया। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मोदी सरकार में बैंकों का एनपीए कम हुआ। अनुराग ठाकुर ने कहा कि यस बैंक का खाताधारक सुरक्षित है। ठाकुर ने कहा कि सरकार ने आर्थिक भगोड़ा कानून बनाया और 25 लाख रुपये से अधिक का डिफॉल्ट करने वाले सभी लोगों के नाम वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इस दौरान ठाकुर ने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर और प्रियंका गांधी के बीच पेटिंग सौदे को लेकर भी तंज कसा। अनुराग ठाकुर ने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर और प्रियंका गांधी के बीच 2 करोड़ रुपए में हुए पेटिंग सौदे का जिक्र करते हुए कहा, 'कुछ सदस्य कह रहे हैं कि मैं पेटिंग का बात करूं। मैं राजनीति नहीं करना चाहता। पेटिंग किसने बेची और किसके खाते में पैसा गया। पेटिंग का जिक्र आते ही कांग्रेस के सांसद हंगामा करने लगे, अधीर रंजन चौधरी ने भी सीट से खड़े होकर आपत्ति जाहिर की।


पाकिस्तान-बांग्लादेश के मैच स्थगित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण बांग्लादेश के साथ होने वाले वनडे और टेस्ट मैच को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने स्थगित करने का फैसला लिया है। बांग्लादेश की टीम को 29 मार्च को कराची पहुंचना था, जहां पाकिस्तान के साथ एक अप्रैल को वनडे और फिर पांच से नौ अप्रैल तक टेस्ट मैच खेलना था। पीसीबी ने कहा कि दोनों बोर्ड अब आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप को पूरा करने के लिए भविष्य में मिलकर काम करेगी। पाकिस्तान ने साथ ही 25 मार्च से शुरू होने वाले अपने घरेलू वनडे टूर्नामेंट पाकिस्तान कप को भी स्थगित करने का फैसला किया है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के क्रिकेट बोर्ड ने कराची में होने वाले आगामी वनडे और टेस्ट मैच को स्थगित करने का फैसला किया है।


मुंबई में ग्रुप टूर पर लगाई पाबंदी

मुंबई। महाराष्ट्र में एक के बाद एक कोरोना वायरस के मामले तेजी से सामने आते जा रहे हैं। सोमवार को 5 ताजा मामले सामने आने के साथ ही राज्य में COVID19 के पीड़ितों की संख्या 38 पहुंच गई है। इनमें से 3 केस मुंबई, 1 नवी मुंबई और 1 यवतमाल का है। इसके साथ ही भारत में कोरोना के मामले बढ़कर 116 हो गए हैं। यवतमाल के डीएम एमडी सिंह ने बताया कि जिले में एक और शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। वह हाल में ही दुबई से लौटा है। इस बीच राज्य सरकार पहले ही कोरोना से निपटने के लिए एहतियात के तौर पर कदम उठा रही है। दरअसल, भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में पाए गए हैं। राज्य में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले अब तक पुणे में आए हैं लेकिन धीरे-धीरे मुंबई में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती दिख रही है, जिससे सरकार और प्रशासन चिंतित है। मुंबई पुलिस ने पहले ही धारा 144 लागू करते हुए ग्रुप टूर करने पर पाबंदी लगा दी है। यहां तक कि फिल्म इंडस्ट्री ने भी शूटिंग बंद करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में अब तक पुणे में 16, मुंबई में 8, नागपुर में 4, रायगढ़, नवी मुंबई और यवतमाल में 3, कल्याण, औरंगाबाद, अहमदनगर, ठाणे में 1 मरीज पाया गया है।


लूट और दिल्ली दंगे का आरोपी शामिल

सतीश कुमार


रामपुर। अजीमनगर थाना क्षेत्र में 10 दिन पहले ग्रामीण के घर हुई लूट की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। लूट की वारदात को गुड्डू पहाड़ी गैंग ने अंजाम दिया था। इस गैंग में दिल्ली के पांच बदमाश भी शामिल थे। एक बदमाश दिल्ली के भजनपुरा का है, जिसके दिल्ली दंगे में शामिल होने की जानकारी मिली है। इसकी तस्दीक के लिए स्थानीय पुलिस दिल्ली पुलिस से संपर्क कर रही है।


अजीमनगर थाना क्षेत्र के खौद गांव निवासी नवाबजान के घर चार मार्च की रात बदमाश घुस गए थे। बदमाशों ने परिजनों को बंधक बनाकर नकदी, जेवर आदि 14 लाख का सामान लूट लिया था। विरोध करने पर परिवार के सदस्यों से मारपीट भी की थी। अगले दिन पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी। आइजी रमित शर्मा ने पीडि़त के घर पहुंचकर घटना की जानकारी ली थी और पुलिस को शीघ्र बदमाशों को पकडऩे के निर्देश दिए थे। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने बदमाशों की धरपकड़ के लिए थाना पुलिस के अलावा एसओजी और सर्विलांस को भी लगाया था। शनिवार रात दो बजे पुलिस को बदमाशों के अजीमनगर क्षेत्र में होने की सूचना मिली। पुलिस ने उनका पीछा किया। लालपुर रोड पर खिरजपुर गांव के जंगल में बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए बदमाशों को पकड़ लिया। बदमाशों को रविवार को मीडिया के सामने लाया गया।


सीओ स्वार ब्रहमपाल सिंह ने बताया कि नौ बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं। इनके पास से नवाबजान के घर से लूट के 2.45 लाख रुपये भी मिले हैं। इसके अलावा छह तंमचे, एक बंदूक, 23 कारतूस और दो चाकू और टाटा सफारी कार बरामद हुई है। इस गैंग का लीडर सलीम उर्फ गुड्डू पहाड़ी है। वह मूल रूप से रामपुर का रहने वाला है। वर्तमान में दिल्ली में रहकर अपना गैंग चला रहा है। वह दिल्ली के थाना दयालपुर का हिस्ट्रीशीटर भी है। उसके खिलाफ दिल्ली के थाना खजूरीखास, थाना नंदनगरी, थाना पश्चिमी विहार ईस्ट, थाना मंगोलपुरी, थाना गोकुलपुरी, थाना शाहदरा, थाना ज्योति नगर, थाना कीर्तिनगर, थाना कोतवाली, थाना होजकाजी, थाना चांदनी चौक में लगभग 60 मुकदमे चोरी, लूट आदि धाराओं के दर्ज हैं। गैंग लीडर के साथ आठ अन्य बदमाशों में एक दिल्ली के भजनपुरा का फैसल उर्फ फैजल पुत्र जावेद भी शामिल है। उसके दिल्ली दंगे में शामिल होने की जानकारी मिली है। सीओ ने बताया कि दंगाइयों की सूची में उसका नाम शामिल है। उसने दिल्ली के किस थाना क्षेत्र में किस घटना को अंजाम दिया है, इसकी जानकारी की जा रही है। दिल्ली के अफसरों से भी बात की जा रही है।


योगी ने किया निरीक्षण, दिए आदेश

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में सोमवार को स्वास्थ्य भवन में राज्य संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह समेत मुख्य सचिव आरके तिवारी अवनीश अवस्थी  व प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि नया अपडेटेड कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने जोरदार तैयारी कर रखी है। CM ने यह मोर्चा खुद संभाल लिया है।
 
सीएम ने कहा कि राज्य संक्रमण रोग नियंत्रण कक्ष के रूप में कंट्रोल रूम चल रहा है। कंट्रोल रूम तीन शिफ्ट में चल रहा है। नौ लोग एक शिफ्ट में कर रहे तैनात हैं। डॉक्टर और टेलीफोन ऑपरेटर टोल फ्री नंबर पर बैठे हैं। एक टोलफ्री नंबर 10 लाइनों में बांटा गया है। वहीं  सिनेमा घर और मल्टीप्लेक्स बंद कर दिए गए हैं। मास्क, दस्ताने और गाउन पर कोई भी कालाबाज़री करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


पवन श्रीवास्तव


दो गुटों में फायरिंग, भाई-बहन की मौत

औरैया। शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव में रविवार को दो गुटों के बीच फायरिंग में गोली लगने से भाई-बहन की मौत होने से सनसनी फैल गई। गांव में तनाव के हालात बन गए हैं, जिसे देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाएं हैं और पुलिस ने सपा के एमएलसी समेत दो लोगों को हिरासत में लेकर छानबीन शुरू की है। गांव में दहशत का माहौल है और गलियों में सन्नाटा पसरा है।शहर कोतवाली के नरायनपुर गांव में रविवार सुबह सपा के पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री एवं विधानपरिषद सदस्य कमलेश पाठक मंदिर में दर्शन करने गए थे। इस बीच पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अधिवक्ता मंजुल चौबे से वर्चस्व को लेकर विवाद हो गया। मंजुल गुट ने उनपर हमला कर दिया लेकिन कमलेश पाठक समर्थकों के साथ किसी तरह बचकर निकले। कमलेश पाठक ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले कमलेश पक्ष के लोगों और मंजुल गुट के बीच आमने-सामने फायरिंग हो गई। फायरिंग में मंजुल और उनकी बहन सुधा को गोली लग गई।भाई-बहन लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े तो हमलावर फरार हो गए। गोली लगने से भाई-बहन की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस अफसर कई थानों का फोर्स लेकर गांव पहुंचे और घटना की जानकारी लेकर छानबीन शुरू की। भारी फोर्स तैनात होने से गांव छावनी बन गया है, वहीं गलियों में सन्नाटा पसरा है। मंजुल और उसकी मौत से घरवालों में कोहराम मचा है। उन्होंने कमलेश पाठक पर लाइसेंसी असलहा से दोनों को गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार कमलेश पाठक और उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक को हिरासत में लिया गया है। घटना में छह अन्य लोगों के भी नाम सामने आए हैं।


बुजुर्ग ने 21 वर्षीय पुत्र वधू से शादी की

समस्तीपुर। हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। जी हां दरअसल हम बात कर रहे हैं, बिहार की जहाँ से एक ऐसी खबर सामने आई है कि सुनकर आपके होश उड़ जायेंगे। दरअसल बिहार के समस्तीपुर जिले में एक 65 साल के रोशन लाल ने हाल ही में अपनी ही 21 साल की बहू सपना से शादी कर ली है। वहीं लोगों ने जब उनसे इस बारे में सवाल पूछना शुरु किया तो उन्होंने अपनी शादी को एक बड़ी मजबूरी का नाम दे दिया।


मिली जानकारी के मुताबिक रोशन लाल का कहना है कि, ये शादी उन्होंने मजबूरी में की हैं, जिससे उस लड़की के घर की इज्जत खराब ना हो। दरअसल इस पूरे मामले के बारे में बात करते हुए बताया गया कि रोशन लाल यादव ने अपने बेटे पप्पू की शादी सपना से तय की थी। और बारात लेकर वे सपना के घर तक पहुंच गए लेकिन वहां अचानक कुछ ऐसा हो गया कि रोशन लाल को ये बड़ा कदम उठाना पड़ा।
वहीं इस मामले में यह भी बताया गया है कि बारात स्थल पर पप्पू शादी के दिन ही सबकुछ छोड़कर भाग गया, ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि पप्पू किसी और ही लड़की से प्यार करता था।


वहीं पप्पू रोशन लाल के डर से शादी के लिए तैयार तो हो गया लेकिन शादी के मंडप तक नहीं गया और बिना कुछ कहे पुत्र द्वारा शादी छोड़कर भागने से पिता रोशन लाल को बड़ा सदमा लगा। उसके बाद उन्होंने सोचा इससे सपना के घरवालों की खूब बदनामी होगी और उन्होंने दोनों परिवारों की इज्जत रखने के लिए सपना से शादी कर ली। वैसे इस खबर में कितनी सच्चाई है, इसकी जांच करने के लिए पुलिस जोरों शोरों से जुटी है और कई लोगों का कहना है बुजुर्ग से शादी करके 21 साल की लड़की सपना की जिंदगी बर्बाद कर दी गई है।


कोरोना-हंगामे की भेंट चढ़ा विधानसभा-सत्र

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार की कार्यवाही कोरोना और हंगामे की भेंट चढ़ गई है। कोरोना के खतरे के मद्देनजर शुक्रवार को हुई कार्यमंत्रणा समिति में सदन की कार्यवाही 25 मार्च तक स्थगित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन आज एक दिन के लिए विधानसभा की बैठक बुलाई गई। विधानसभा सचिवालय के अनुसार तकनीकी कारण से सोमवार को एक दिन के लिए सदन की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि सोमवार को सदन की कार्यवाही चल नहीं पाई। कार्यवाही शुरू होते ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना वायरस को लेकर देश में भयावह स्थिति होने की बात कहते हुए सदन की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग की।
जनता कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने कहा कि अफसरों में से किसी ने मास्क नहीं लगाया है, इससे साबित होता है कि वे कोरोना को लेकर कितना गंभीर हैं। भाजपा सदस्यों ने कहा प्रश्नकाल होना चाहिए उसके बाद कोरोना को लेकर चर्चा हो। विपक्षी सदस्य प्रश्नकाल चलने देने की मांग पर अड़े रहे और हंगामा करने लगे।

अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रश्नकाल स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू होते ही विपक्षी सदस्य गर्भगृह में आ गए और नारेबाजी करने लगे। नाराज विपक्षी सदस्यों ने कार्यसूची फाडकर आसंदी की ओर फेंक दिया। हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 26 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
विपक्ष का रवैया निंदनीय- भूपेश

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोनावायरस का प्रभाव देखा जा रहा है और दिनों दिन बढ़ते जा रहा है भारत सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है और सुरक्षा में ही बचाव है। और कार्य मंत्रणा समिति की जो बैठक हुई थी उसके उपरांत आज स्वास्थ्य मंत्री जी ने यह प्रस्ताव रखा कि करोना वायरस ज्यादा संपर्क में आने से फैलता है इसलिए आज दिनभर की कार्यवाही को स्थगित की जाए और संसदीय कार्य मंत्री ने भी यह बातें कही लेकिन दुर्भाग्यजनक है विपक्ष के साथियों ने आज विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर कागज फेंका यह बेहद निंदनीय है।

नवरात्रि में श्रद्धालु बरतें सतर्कता
जिस प्रकार से जानकारी आ रही है कि किसी व्यक्ति को यदि कोरोनावायरस हो भी गया है उसके लक्षण है वह कई दिनों बाद करीब सप्ताह से दो सप्ताह बाद सामने आता है। लेकिन वह कहीं भी घूम रहा है तो पहले जहां जितनी भीड़ होगी संभावना उतनी ही अधिक संक्रमण की होगी ।
इसलिए सुरक्षा में ही हमारा बचाव है। नवरात्रि में जो हिंदुओं का बड़ा त्यौहार है उसके लिए अपील भी करूंगा कि ज्यादा भीड़ ना करें सब एक-एक करके जाएं। सब की आस्था से जुड़ा मामला है लेकिन भीड़ बहुत होगी और पसीना ज्यादा निकलेगा तो शरीर में संक्रमण भी बढ़ जाएगा।

भाजपा एमपी में गिराना चाहती है सरकार
एमपी में सियासी घमासान को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा किया गया यह सब कार्य है। उनके द्वारा ही विधायकों को अपहृत किया गया है। उनके इस्तीफे से वही लोग लाए थे अब विधानसभा में जो परिस्थिति बनी है। अध्यक्ष ने जो घोषणा की है उसके मुताबिक 26 तारीख को फिर से विधानसभा सत्र होने की बात कही है गई है तो फ्लोर टेस्ट हो जाएगा।


आनंदराम साहू


विधानसभा स्थगित, कमल को राहत

विधानसभा की कार्यवाही 26 तारीख तक स्थगित,कमलनाथ सरकार को मिली राहत।


शेख़ नसीम 


भोपाल। मध्य प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच आज मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही 26 तारीख तक के लिए स्थगित कर दी गई है जहाँ सदन की कार्यवाही के स्थगन से कांग्रेस ने राहत की सांस ली वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी इस स्थगन से नाराज़ बताई जा रही हैं।


आज विधानसभा सत्र की शुरुआत राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण से हुई तकरीबन 25 मिनट के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही को 26 तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया गया। आज मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को सदन में फ्लोर टेस्ट से गुजरना था लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से कहाकि भारतीय जनता पार्टी के नेताओ ने हमारे विधायको को कर्नाटक में बंधक बनाकर रखा हैं और उनको डरा-धमकाकर अपनी मर्ज़ी के बयान दिलवाए जा रहे हैं हमारे बहुत से विधायक इस समय यहां मौजूद नही हैं लिहाज़ा फ्लोर टेस्ट को स्थगित किया जाए। राज्यपाल ने 26 तारीख तक सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया हैं वहीं दूसरी तरफ विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने इस स्थगन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया हैं।


गृह मंत्री का भतीजा बता, लगाया चूना

 फर्रुखाबाद। गुजरात प्रदेश के एक व्यक्ति खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भतीजा बताकर कई विधायकों को ठगने वाले कलई खुली तो जीआरपी भी सन्न रह गई। बता  दे कि पांंच दिन पहलेे विराज शाह नाम के युवक ने अहमदाबाद-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन से बैग चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराते हुए खुद को अमित शाह का भतीजा बताया था। मामला हाई प्रोफाइल मानते हुए जीआरपी जांच में चकरघिन्नी बनी रही और अहमदाबाद जाकर पड़ताल की। लेकिन, जब युवक की हकीकत सामने आई तो पुलिस भी सन्न रह गई। जब युवक की सच्चाई सदर विधायक को पता चली तो उनकी भी खुद पर हंसी छूट गई क्योंकि घटना के बाद वह उसे स्वयं दिल्ली तक छोडऩे गए थे।


मिली जानकारी के अनुसार करीब पांच दिन पहले फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के पास पहुंचे युवक ने अपना नाम विराज शाह और गृहमंत्री अमित शाह का भतीजा बताया था। उसने बताया था कि अहमदाबाद-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन से उसका बैग चोरी हो गया है। इसपर जीआरपी ने आनन फानन मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी। स्टेशन के सीसी कैमरे की फुटेज में बैग ले जा रहे युवक को देखकर उसने पहचान भी की थी। उसने रिपोर्ट में पता अहमदाबाद की एक सोसायटी का लिखाया था और पिता का नाम अश्वनी भाई शाह बताया था।


जानकारी पर सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी भी पहुंचे थे और उनके साथ युवक चला गया था। विधायक उसे दिल्ली तक छोडऩे गए थे। जाते समय उसने पुलिस को हिदायत दी थी कि मोबाइल पर उसे परेशान न करें, बैग मिले या फिर न मिले। बैग में उसने लैपटाप, मोबाइल और कुछ रुपये होने की जानकारी दी थी। सीसी फुटेज में उसने युवक को पहचानते हुए बताया था कि वह पास की सीट पर बैठा था और उसकी पीठ पर टंगे बैग को अपना बताया था। मामला हाईप्रोफाइल होने पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिखे युवक के रिजर्वेशन फार्म में लिखे पते की छानबीन की। इसके बाद पुलिस कोतवाली मोहम्मदाबाद के गांव गैङ्क्षसगपुर निवासी युवक तक पहुंची तो पता चला कि वह दूसरे कोच में यात्रा कर रहा था।


इसके बाद पुलिस ने फुटेज के आधार पर दूसरे युवक की जांच की तो वह थाना जहानगंज के गांव जहानाबाद का निवासी निकला और बैग उसका ही था। अहमदाबाद स्टेशन के कैमरे के फुटेज में भी बैग उसके कंधे पर ही दिखाई दिया। इसपर संदेह होने पर पुलिस ने जब विराज की कुंडली खंगाली तो चौंकाने वाला सच सामने आया। वह इसी तरह बैग चोरी के मामले पहले भी मध्य प्रदेश व राजस्थान में दर्ज करा चुका है।


पुलिस को जांच के दौरान विराज का मोबाइल बंद मिल रहा था, इसपर शक गहराया और उसकी कुंडली खंगाली। इसपर सामने आया कि विराज शाह ने वर्ष 2016 में उज्जैन में भी बैग चोरी का मुकदमा लिखाया था और खुद को अमित शाह का भतीजा बताकर विधायक से नकद, मोबाइल लिया था। इसी तरह जयपुर में भी उसने झूठी कहानी बताकर  पुलिस व विधायक को ठगा था। उसने अपना पता भी गलत लिखाया था। जुलाई 2016 में मध्य प्रदेश पुलिस ने जांच के बाद उसका पर्दाफाश कर दिया था। युवक मूल रूप से गुजरात गांधी नगर से 15 किमी दूर गांव का रहने वाला है और उसका नाम यश अमीन है। जीआरपी थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि जांच पूरी होने पर जानकारी दी जाएगी।


फर्रुखाबाद विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी उसे दिल्ली तक छोडऩे गए थे। जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने जानकारी दी कि युवक के बारे ज्यादा नहीं पता है। घटना वाले दिन एक फोन आने के बाद वह जीआरपी थाने गए थे। उस दिन उन्हें भी दिल्ली जाना था और युवक के आग्रह पर उसे भी साथ ले गए थे।


डिजिटल लेनदेन में बरतें सतर्कता

इन दिनों हम सभी अपने फोन पर इतने डिपेंड हो गए हैं कि हर काम उसी से करते हैं। डिजिटल मनी ट्रांजक्शन जितना बढ़ रहा हैं उतने ही ऑनलाइन फ्रॉड (Online fraud) के मामले भी बढ़ रहे हैं। फ्रॉड लोगों के पैसे को ठगने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। कई बार ये लोग पेटीएम या गूगल पे (Google Pay and Paytm) के जरिए पैसे की रिक्वेस्ट भेजते हैं। यूपीआई बेस्ड ये मोबाइल वॉलिट ठगी के लिए सबसे आसान तरीका है। कई लोगों को इन ऐप के जरिए अपनी मेहनत का पैसा खोना पड़ा है।


यूपीआई फ्रॉड की बात करें तो ये ठग किसी यूजर के मोबाइल डिवाइस का रिमोट एक्सिस पाने की कोशिश करते हैं ताकि वे बैंक ट्रांजक्शन भी रिमोटली कर पाएं। इस तरह की धोखाधड़ी से बचने का बस एक ही तरीका है आपको इसकी पूरी जानकारी हो। हम आपको बताते हैं कि इस तरह की धोखाधड़ी और ठगी को किस तरह अंजाम दिया जाता है। फ्रॉड किस तरह मोबाइल बैंकिंग और पेमेंट से जुड़े ऐप्स के जरिए ठगी कर सकते हैं। इनमें गूगल पे और पेटीएम जैसे यूपीआई और वॉलिट्स भी शामिल हैं। आपको बस इन बातों का ध्यान रखना है जो हम बताने जा रहे हैं :-


धोखाधड़ी करने वाले ये फ्रॉड लोगों को गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से AnyDesk या TeamViewer जैसे ऐप डाउनलोड करने का लालच देते हैं। इन ऐप्स की मदद से किसी भी व्यक्ति के मोबाइल का रिमोट ऐक्सिस दूसरे यूजर को मिल जाता है।
एक बार जब यूजर अपने स्मार्टफोन पर इस तरह के ऐप्स डाउनलोड कर लेता है तो ग्राहक के मोबाइल या डिवाइस पर एक 9 डिजिट नंबर (ऐप कोड) जेनरेट होता है। इसके बाद ये ठग यूजर को अपने साथ ये कोड शेयर करने को कहते हैं।9 डिजिट के इस नंबर को फ्रॉड द्वारा अपने मोबाइल डिवाइस पर किसी ऐप के कोड के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद वह यूजर से कुछ परमिशन देने को कहता है जो किसी दूसरे ऐप के इस्तेमाल करने के लिए जरूरी होती हैं।
जैसे ही यूजर परमिशन ग्रांट करता है, इन ठगों को यूजर के डिवाइस का एक्सिस मिल जाता है और वह उसका मोबाइल फोन इस्तेमाल करना शुरू कर देता है।
यह वह तरीका है जिसके जरिए कोई फ्रॉड किसी यूजर के मोबाइल बैंकिंग ऐप के लॉगइन पासवर्ड ऐक्सिस कर लेता है और यूजर के डिवाइस में पहले से इंस्टॉल मोबाइल ऐप के जरिए बैंकिंग ट्रांजक्शन अंजाम देता है।


अमेरिका में कोरोना वैक्सीन परीक्षण

वाशिंगटन। कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में अब तक करीब 2794 लोग संक्रमित हो चुके हैं। करीब 56 लोगों की मौत हो चुकी है। अब अमेरिका के वैज्ञानिक 16 मार्च 2020 यानी आज से इसकी वैक्सीन का एक इंसान पर ट्रायल करने जा रहे हैं। इसकी घोषणा खुद अमेरिका की सरकार ने की है। हालांकि, वैक्सीन का ट्रायल परीक्षण के तौर पर किया जा रहा है। अगर इससे सफलता मिलती है तो इसे पूरी दुनिया में बांटा जाएगा।


अमेरिका का द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ इस ट्रायल की फंडिंग कर रहा है। जिस इंसान ने इस परीक्षण के लिए हां कहा है, उसके ऊपर परीक्षण सिएटल स्थित कैसर पर्मानेंटे वॉशिंगटन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट में किया जा रहा है। अमेरिकी सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि कोरोना के सटीक वायरस को बाजार में लाने में एक साल से 18 महीने लग जाएंगे। इस वैक्सीन ट्रायल के लिए 45 युवा वॉलंटियर्स चुने गए है। इन लोगों के साथ ही परीक्षण की शुरुआत होगी। इन्हीं लोगों को पहले कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगा।


इस वैक्सीन को एनआईएच और मॉडर्ना इंक ने एकसाथ मिलकर बनाया है। इन 45 युवाओं को अलग-अलग मात्रा में वैक्सीन दिए जाएंगे। अच्छी बात ये है कि इस टीके में कोई वायरस नहीं हैं। इस ट्रायल का लक्ष्य सिर्फ यह पता करना है कि वैक्सीन से किसी को दुष्प्रभाव न हो और फिर बड़े पैमाने पर इसका परीक्षण किया जा सके। नतीजे सकारात्मक आते हैं तो फिर पूरी दुनिया में इस वैक्सीन को भेजा जाएगा। पूरी दुनिया में अब तक कोरोना वायरस से 162,774 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 6460 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन के बाद सबसे बुरी हालत इटली की है।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...